रविवार, 25 जून 2023

बारिश: पानी में करंट उतरने से महिला की मौत 

बारिश: पानी में करंट उतरने से महिला की मौत 

इकबाल अंसारी 

नई दिल्ली। दिल्ली से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। बता दें नई दिल्ली रेलवे स्टेशन परिसर में बारिश की वजह से पानी में करंट उतरने से एक महिला की मौत हो गई है। बताया जा रहा है कि शनिवार देर रात शुरू हुई बारिश का पानी स्टेशन परिसर के आसपास जमा हो गया था, जिससे पानी में करंट दौड़ गया, जिससे महिला की मौत हो गई। महिला की पहचान पूर्वी दिल्ली के प्रीत विहार निवासी साक्षी आहूजा के रूप में हुई है।

बता दें महिला आज सुबह अपने पति के साथ चंडीगढ़ जाने के लिए ट्रेन पकड़ने के लिए रेलवे स्टेशन पहुंची थी। इस दौरान स्टेशन परिसर में बिजली के एक खंभे के संपर्क में आने पर महिला की मौत हो गई। वहीं रेलवे स्टेशन परिसर में करंट दौड़ने की जानकारी मिलते ही एफएसएल टीम मौके पर पहुंच गई है। महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए लेडी हार्डिंग अस्पताल भेज दिया है। रेलवे और पुलिस मामले की जांच की जा रही है।

प्रोफेसर का वीडियो बनाकर, 5000 डॉलर मांगे   

प्रोफेसर का वीडियो बनाकर, 5000 डॉलर मांगे   

सत्येंद्र ठाकुर  

पुणे। गुरु शिष्य के पवित्र एवं भविष्य निर्माण के रिश्ते को शर्मसार करने वाला कारनामा अंजाम देते हुए यूनिवर्सिटी के छात्र ने अपनी ही महिला प्रोफेसर का वीडियो बनाया और बाद में उस वीडियो को प्रोफ़ेसर के पति को भेजकर वायरल करने की धमकी दी। बदले में 5000 अमेरिकी डॉलर की डिमांड किए जाने पर पुलिस स्टेशन पहुंचे दंपत्ति ने तुरंत कार्यवाही की गुहार लगाई।

पुलिस इस संबंध में छात्र के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर आरोपी की तलाश में जुट गई है। महाराष्ट्र के पुणे स्थित मशहूर यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे बिहार के पटना के रहने वाले 26 वर्षीय मयंक सिंह ने यूनिवर्सिटी की महिला प्रोफेसर का न्यूड वीडियो बना लिया। क्योंकि मयंक सिंह नाम का यह छात्र इंस्टाग्राम अकाउंट के माध्यम से हमेशा महिला प्रोफ़ेसर के संपर्क में रहता था। इसके बाद वह मोबाइल एवं व्हाट्सएप कॉल के माध्यम से महिला प्रोफ़ेसर के संपर्क में रहने लगा।

एक बार छात्र ने महिला को वीडियो कॉल कर धमकी दी कि अगर वह उसके कहे अनुसार काम नहीं करेगी तो वह उन दोनों के बीच हुई बातचीत का यूनिवर्सिटी में जिक्र कर देगा। छात्र की धमकी के बाद डरी महिला प्रोफेसर उसके कहे मुताबिक करने को तैयार हो गई। मामला पका पकाया देखकर आरोपी छात्र ने महिला प्रोफेसर को कपड़े उतारने के लिए कहा। इस दौरान छात्र ने प्रोफेसर का न्यूड वीडियो बना लिया और महिला के पति को दूसरी आईडी से उक्त वीडियो भेज दिया। 

 इस वीडियो को हर जगह भेजने की धमकी देते हुए आरोपी छात्र द्वारा दंपत्ति से 5000 अमेरिकी डॉलर की डिमांड की गई। छात्र की डिमांड से डरे दंपति ने तुरंत हडपसर पुलिस स्टेशन पहुंचकर पुलिस से मदद की गुहार लगाई। पुलिस उपनिरीक्षक अशोक गांधले को इस मामले की जांच सौंपी गई है।

दिन और रात में बिजली की दरें अलग-अलग 

दिन और रात में बिजली की दरें अलग-अलग   

हरिओम उपाध्याय  

लखनऊ। केंद्र सरकार की ओर से दिन और रात के लिए बिजली की दरें अलग-अलग किए जाने के फैसले का विरोध शुरू हो गया है। उपभोक्ता परिषद ने केंद्र सरकार के इस फैसले को तुगलकी फरमान होना बताते हुए इसके विरोध का झंडा बुलंद कर दिया है। देश के अन्य उपभोक्ता संगठनों को एकजुट कर नियामक आयोग से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक जाने की उत्तर प्रदेश राज्य उपभोक्ता परिषद की ओर से तैयारियां शुरू कर दी गई है।

दरअसल, केंद्र सरकार की ओर से विद्युत उपभोक्ता अधिकार नियम 2022 में संशोधन करते हुए बिजली टैरिफ प्रणाली में दो बदलाव पेश किए गए हैं। केंद्र सरकार की ओर से लाए जा रहे इस बदलाव के अंतर्गत दिन और रात की बिजली दर में अंतर रखा गया है। केंद्र सरकार की ओर से लाए गए इस कानून को 1 अप्रैल 2025 से देशभर में लागू करने की तैयारियां शुरू कर दी गई है। केंद्र की ओर से लाए गए इस प्रस्ताव के बाद दिन में जहां लोगों को 10 से 20 प्रतिशत सस्ती बिजली मिलेगी। वही रात के समय बिजली के दामों में 10 से 20 फीसदी महंगी बिजली दी जाएगी। 

उत्तर प्रदेश में विद्युत नियामक आयोग ने घरेलू एवं उद्योगों के लिए अलग-अलग टैरिफ लागू कर रखा है। उपभोक्ता संगठनों की नेशनल कोऑर्डिनेशन कमेटी के अध्यक्ष एवं राज्य उपभोक्ता परिषद के प्रेसिडेंट अवधेश कुमार वर्मा ने कहा है कि घरेलू उपभोक्ता अपने कुल उपभोक्ता 30 प्रतिशत दिन में और 70 फीसदी रात में उपभोग करते हैं। उन्होंने कहा है कि इस कानून के जरिए दो रूपये का फायदा दिखाकर सरकार उपभोक्ताओं से पांच रूपये वसूलने की बैक डोर से तैयारी कर रही है।

मोदी की ‘तानाशाही’ को ही समर्थन मिलेगा

मोदी की ‘तानाशाही’ को ही समर्थन मिलेगा

अविनाश श्रीवास्तव   

पटना। पटना में विपक्षी दलों की बैठक के मद्देनजर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) ने कहा कि अगर 2024 के बाद लोकतंत्र जीवित रखना है तो राजनीतिक दलों को मतदाताओं के बीच विश्वास पैदा करने के लिए राष्ट्रीय हित में बड़ा दिल दिखाना होगा।

पार्टी के मुखपत्र ‘सामना’ में प्रकाशित संपादकीय में उद्धव बालासाहेब ठाकरे की अगुवाई वाली शिवसेना ने कहा कि आम आदमी पार्टी (आप) और के चंद्रशेखर राव नीत भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की राष्ट्रीय महत्वाकांक्षाएं हैं। लेकिन इससे अप्रत्यक्ष रूप से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मदद मिलेगी और उनकी ‘तानाशाही’ को ही समर्थन मिलेगा।

सत्ता में वापसी हेतु, कोई सियासती समझौता 

सत्ता में वापसी हेतु, कोई सियासती समझौता 

अकांशु उपाध्याय   

नई दिल्ली। देश की आजादी के बाद पहली बार कांग्रेस 9 साल से अधिक समय से सत्ता में नहीं है। सत्ता में वापसी करने के लिए कांग्रेस विपक्षी एकता का हिस्‍सा बनने के लिए हर तरह के सियासी समझौते करने के लिए तैयार है। खासकर सीटों को बटवारे को लेकर बेहद नरम रवैया अपनाए हुए है। इसको लेकर जब राज्‍यवार लोकसभा सीटों को लेकर छानबीन की, तो चौंकाने वाले नतीजे सामने आ रहे हैं। विपक्षी एकता के लिए कांग्रेस के हाथ से देश के 10 बड़े राज्‍य निकल सकते हैं, जहां कांग्रेस की स्थिति भविष्य में दोयम दर्जे वाली बन जाएगी। हालांकि अभी भी इन राज्‍यों में कांग्रेस की सरकार नहीं है। इनमें से दिल्‍ली, पंजाब और केरल ऐसे तीन राज्‍य हैं, जहां आम आदमी पार्टी व वाम दलों से लेकर कांग्रेस से सीटों को बंटवारा करना आसान नहीं होगा। इन राज्‍यों में संभवत कांग्रेस अकेले ही चुनाव में जाए।

उत्तर प्रदेश की 80 सीटों पर सपा व आरएलडी, बिहार की 40 सीटों पर जेडीयू व आरजेडी, महाराष्ट्र की 48 सीट पर  शिवसेना (ठाकरे) व एनसीपी, पश्चिम बंगाल की 42 सीटों पर  तृणमूल कांग्रेस, तमिलनाडु की 39 सीटों पर  डीएमके, केरल की 20 सीटों पर सीपीआई (एम), जम्मू कश्मीर की 6 सीटों पर पीडीपी व नेशनल कॉन्फ्रेंस, झारखंड की 14 सीटों पर  झारखंड मुक्ति मोर्चा, पंजाब की 13 और दिल्‍ली की 7 सीटों पर आम आदमी पार्टी की ओर से ज्‍यादातर सीटों पर दावेदार की जाएगी। जिससे कांग्रेस की स्थिति दोयम दर्जे वाली हो जाएगी। इन राज्‍यों में लोकसभा की 309 सीट हैं।

अरुणाचल प्रदेश की 2, असम की 14, आंध्र प्रदेश की 25, तेलंगाना 17, चंडीगढ़ की 1, छत्तीसगढ़ की 11, दादर एंड नगर हवेली की 1, दमन एंड दीयू की 1, गोवा की 2, गुजरात की 26, हरियाणा की 10, हिमाचल की 4, कर्नाटक की 28, लक्षद्वीप की 1, मध्य प्रदेश की 29, मणिपुर की 2,मेघालय की 2, मिजोरम की 1, नागालैंड की 1, उड़ीसा की 21, पांडिचेरी की 1, राजस्थान की 25, सिक्किम की 1, त्रिपुरा की 2, उत्तराखंड की 5 सीटों पर कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ पाएगी। इन राज्‍यों में लोकसभा की 233 सीटें है।

कांग्रेस को करीब से जानने वाले पत्रकार रशीद किदवई का कहना है कि विपक्षी एकता के कारण कांग्रेस को कई राज्‍यों में काफी नुकसान हो सकता है। कांग्रेस को विपक्षी एकता कायम रखने के साथ ही साथ अपने हितों को भी ध्यान में रखना चाहिए, जिससे क्षेत्रीय दल उस पर भारी न पड़ जाएं।

ईरान को बदनाम करने का राजनीतिक षड्यंत्र

ईरान को बदनाम करने का राजनीतिक षड्यंत्र

अखिलेश पांडेय 

वाशिंगटन डीसी। संयुक्त राष्ट्र में ईरान के प्रतिनिधित्व ने संयुक्त राज्य अमेरिका, यूक्रेन और तीन यूरोपीय देशों के ड्रोन और ईरान विरोधी दावों को यूक्रेन युद्ध में ईरान को बदनाम करने का एक राजनीतिक षड्यंत्र बताया है।

प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक़, सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2231 और जेसीपीओए के कार्यान्वयन के संबंध में संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव की 14वीं रिपोर्ट 19 दिसंबर, 2022 को पेश की गई थी और राष्ट्र संघ के महासचिव की 15वीं रिपोर्ट निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार जारी महीने अर्थात जून में पेश की जानी थी। ऐसे समय में कि जब सुरक्षा परिषद के इस दौर की अध्यक्षता संयुक्त अरब इमारात के पास है। लेकिन अमेरिका, ब्रिटेन और उनके पश्चिमी समर्थकों ने इस रिपोर्ट की प्रस्तुति को अगले महीने जुलाई तक के लिए टाल दिया है। उस समय कि  जब ब्रिटेन सुरक्षा परिषद का घूर्णन अर्थात रोटेटिंग अध्यक्ष होगा। बता दें कि जिस समय यूक्रेन युद्ध में तनाव काफ़ी बढ़ गया था उस समय से संयुक्त राज्य अमेरिका के नेतृत्व में पश्चिम ने ईरान विरोधी दावे करने आरंभ कर दिए थे, जबकि तेहरान स्पष्ट रूप से हर तरह के आरोपों को पूरी तरह ख़ारिज कर दिया था।

ईरान का मानना ​​है कि पश्चिमी देश मनगढ़ंत, झूठी और भ्रामक व्याख्याओं के आधार पर सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2231 और यूक्रेन युद्ध में ड्रोन के इस्तेमाल के बीच ग़लत संबंध स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं। जबकि संकल्प 2231 ने न तो हथियारों के निर्यात पर रोक लगाई और न ही संयुक्त राष्ट्र कार्यालय को इस जांच को करने के लिए आवश्यक निर्देश और शक्ति दी है। इस बीच संयुक्त राष्ट्र संघ में इस्लामी गणराज्य ईरान के प्रतिनिधित्व ने शुक्रवार को एक बयान जारी करके यह घोषणा की है कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की मीडिया साइट पर अमेरिका, अल्बानिया, फ्रांस, ब्रिटेन और यूक्रेन की कार्यावही यूक्रेन युद्ध में ईरान को बदनाम करने का एक राजनीतिक षड्यंत्र है। वे ऐसा करके सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 2231 के कार्यान्वयन पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस की छह महीने की आवधिक रिपोर्ट को प्रभावित करना चाहते हैं।

संयुक्त राष्ट्र में ईरान के राजदूत ने सभी बेबुनियाद आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि ईरान ने बार-बार कहा है कि वह रूस-यूक्रेन युद्ध में किसी भी तरह शामिल नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि इस युद्ध में कोई विजेता या पराजित नहीं हो सकता है। ईरानी प्रतिनिधि ने कहा कि सभी प्रयासों का उद्देश्य इस युद्ध को जल्द से जल्द समाप्त करना, स्थायी शांति स्थापित करना और युद्ध के मूल कारणों को हल करना होना चाहिए।

बगावत को कुचल दिया जाएगा: पुतिन   

बगावत को कुचल दिया जाएगा: पुतिन   

सुनील श्रीवास्तव   

मॉस्को। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने वागनर ग्रुप की बग़ावत पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बग़ावत को कुचल दिया जाएगा। टीवी पर प्रसारित होने वाले अपने भाषण में पुतीन ने कहा कि स्वार्थों का नतीजा ग़द्दारी के रूप में सामने आया है और यह बग़ावत पीठ में छुरा घोंपने के समान है। उन्होंने कहा कि यह रूस और हमारी जनता के लिए एक धचका है और इस तरह के ख़तरे से अपनी मातृभूमिक की रक्षा के लिए की जाने वाली कार्यवाही कठोर होगी।

पुतीन ने कहा कि वो सारे लोग जिन्होंने जान बूझ कर ग़द्दारी की राह पर क़दम रखा है, जिन्होंने बग़ावत की है, जिन्होंने ब्लैकमेलिंग और आतंकवाद का रास्ता चुना है उन्हें सज़ा दी जाएगी।

पहले रूस समर्थक कही जाने वाली वागनर फ़ोर्स ने बग़ावत कर दी है और ग्रुप के प्रमुख प्रीगज़ीन ने मांग की है कि रूसी रक्षा मंत्री सर्गेई शुइगो और चीफ़ आफ़ जनरल स्टाफ़ वालेरी गीरासीमोफ़ यूक्रेन के क़रीब स्थित शहर रूस्तोफ़ में उनसे मिलें जिसका कंट्रोल वागनर ने ले लिया है।

रूसी सैनिक आप्रेशन का नेतृत्व संभालने वाले डिप्टी कमांडर जनरल सर्गेई सर्वोकीन ने वागनर ग्रुप से कहा कि वे राष्ट्रपति पुतीन की बात मानें और रूसी कमांडरों के निर्देश पर अमल करें और अपने अड्डों पर वापस चले जाएं।

25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट

25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट पंकज कपूर  देहरादून। हेमकुंड साहिब के कपाट आगामी 25 मई को खोले जाएंगे। इसके चलते राज्य सरका...