सोमवार, 11 अप्रैल 2022

सऊदी: हज यात्रा को कुछ नियमों के साथ मंजूरी

सऊदी: हज यात्रा को कुछ नियमों के साथ मंजूरी      

सुनील श्रीवास्तव       
रियाद। सऊदी अरब सरकार ने 2022 में होने वाली हज यात्रा को कुछ नियमों के साथ मंजूरी दे दी है। इस साल कोरोना के प्रतिबंधों में ढील देते हुए यात्रियों की संख्या में भी इजाफा किया है। हालांकि इस बार हज यात्रा की इच्छा रखने वाले 65 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों को सऊदी सरकार ने निराश किया, वे लोग इस बार आवेदन नहीं कर सकते हैं।
सऊदी अरब के हज और उमरा मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक इस बार हज के लिए यात्रियों की संख्या 10 लाख रखी गई है, जो पिछले साल कुल 60 हजार थीं। वहीं, बताया गया कि यात्रा के लिए हर देश के कोटे की जानकारी जल्द ही दी जाएगी।
65 साल से कम के व्यक्ति ही हज यात्रा पर जा सकेंगे।
आने वाले यात्रियों को सऊदी सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय से मान्यता प्राप्त कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज लगी होनी चाहिए।
जिस देश से यात्री आ रहे हैं सऊदी अरब पहुँचने के 72 घंटे पहले तक का कोविड-19 का नेगेटिव सर्टिफिकेट भी होना चाहिए।
2019 के बाद कोरोना महामारी के चलते सऊदी सरकार ने 2020 और 2021 में विदेशी लोगों को इस यात्रा में शामिल होने पर रोक लगा दी थी। इन दो वर्षों के दौरान केवल सऊदी अरब के स्थानीय नागरिक ही हज यात्रा कर सकते थे। 2020 में कुल 1000 लोगों ने और 2021 में 58,745 लोगों को हज यात्रा करने की मंजूरी दी गई जबकि 2019 में दुनिया भर से करीब 25 लाख लोगों ने हज यात्रा की थी। मुस्लिमों के लिए हज यात्रा को इस्लाम में काफी जरुरी माना गया है।
इस साल हज यात्रियों की कम संख्या को देखते हुए नए सर्कुलर के मुताबिक हज यात्रा के लिए आवेदन की आखिरी तारीख को आगे बढ़ा दिया गया है। अब हज यात्रा पर जाने की इच्छा रखने वाला व्यक्ति 22 अप्रैल तक हज कमेटी की वेबसाइट पर आवेदन कर सकता है।

समुद्र तट पर दिखा इंसान की तरह होंठों वाला जीव

समुद्र तट पर दिखा इंसान की तरह होंठों वाला जीव  

सुनील श्रीवास्तव 
सिडनी। ऑस्ट्रेलियाई समुद्र तट पर हाल ही में एक ऐसा जीव दिखा है। जिसके होंठ इंसान की तरह दिखते हैं। इस विचित्र एलियन जैसा प्राणी को सबसे पहले एक स्थानीय जॉगर ने देखा। 
ड्रू लैम्बर्ट 5 अप्रैल को बोंडी बीच पर थे, जॉगिंग के दौरान उन्होंने एक असामान्य जीव देखा। समुद्री शैवाल जैसा दिखने वाले मलबे में पड़ा हुआ, विचित्र जीव हैरान करने वाला था। लैम्बर्ट के अनुसार वह लगभग आधा मीटर लंबा था और उसके होंठ मानव और शार्क जैसी त्वचा के समान थे।
उन्होंने बताया कि वे इस जगह पर 20 साल से रह रहे हैं, लेकिन पहले कभी ऐसा कुछ नहीं देखा। जॉगर ने फेसबुक पर इसका एक वीडियो पोस्ट कर लोगों से इस जीव की पहचान करने में मदद की अपील की है। 
सी लाइफ सिडनी एक्वेरियम के एक पर्यवेक्षक लेटिटिया हन्नान के मुताबिक यह कॉफिन रे है‌। जिसे ऑस्ट्रेलियन नम्बफिश के नाम से भी जाना जाता है।

रिश्वत: एसडीएम ने लेखपाल को निलंबित किया

रिश्वत: एसडीएम ने लेखपाल को निलंबित किया     

भानु प्रताप उपाध्याय       
मुजफ्फरनगर। दो भाइयों के बीच चल रहे पुश्तैनी मकान के विवाद में समझौता होने के बावजूद लिखित समझौता नामे को मानने की एवज में रिश्वत मांग रहे लेखपाल को एसडीएम ने बड़ी कार्यवाही करते हुए निलंबित कर दिया है और रिश्वत मांगने के आरोपी लेखपाल के खिलाफ विभागीय जांच भी शुरू करा दी गई है। भ्रष्टाचार के खिलाफ की गई एसडीएम की इस बडी कार्यवाही से मेज के नीचे से लेनदेन की आदत डाल चुके सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों में हडकंप मच गया है।
दरअसल खतौली तहसील क्षेत्र के गांव शेखपुरा निवासी सईद ने लेखपाल कैलाशचंद पर रिश्वत मांगने का आरोप लगा एक व्हाट्सएप ग्रुप पर इस बातचीत के ऑडियों वायरल करने के साथ ही मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत की थी। सईद के अनुसार उसके पिता और ताऊ के बीच पुश्तैनी मकान को लेकर विवाद चल रहा था। मामला आला अधिकारियों के संज्ञान में आने पर जांच का जिम्मा हल्का लेखपाल को सौंपा गया था। आरोप है कि लेखपाल मामले का निस्तारण करने के बजाए रिश्वत की मांग करके चक्कर कटा रहा था। आरोप है कि आपसी समझौता होने के बावजूद लेखपाल समझौतानामा मानने की एवज में बीस हजार रुपये की रिश्वत मांग रहा था। सईद द्वारा रिश्वत मांगने की ऑडिय़ों वायरल होने पर एसडीएम जीत सिंह राय ने शिकायत पर संज्ञान लेते हुए लेखपाल को निलंबित कर दिया है।
एसडीएम जीत सिंह राय ने बताया कि वाट्सएप पर लेखपाल की रिश्वतखोरी की शिकायत मिली थी। शिकायत के संज्ञान में रिश्वत मांगने के आरोपी लेखपाल को निलंबित करके विभागीय जांच शुरू कर दी गई है।

डिजिटल करेंसी को समझें, दूसरों की बात में न आए

डिजिटल करेंसी को समझें, दूसरों की बात में न आए   

अकांशु उपाध्याय           
नई दिल्ली। सबसे पहले बचना है। दूसरों की बातों में आकर निवेश न करें। जब तक खुद डिजिटल करेंसी को नही समझतें, तब तक अपने स्तर पर रिसर्च कर पता लगातें रहे, दूसरों की बात में न आए।
निवेश सलाहकारों का कहना है कि क्रिप्टो करेंसी में छोटे अमाउंट लगाकर ही शुरआत करना चाहिए। अपने मुनाफे में इसे अभी ज्यादा जगह न दें। कुल निवेश का 6 से 7 प्रतिशत हिस्सा ही निवेश करना उचित रहेगा।
डिजिटल मार्केट में बिटकॉइन, ईथर, डॉजकॉइन जैसी हजारों तरह की करेंसी मौजूद है। जिस करेंसी में आप बेहतर समझ रखते है, या जिसकों आपने ठीक ढंग से समझ लिया है। सिर्फ उसी में निवेश की सोचें। कई करेंसी चीप होती है, लेकिन सस्ती के चक्कर में न पड़े।
क्रिप्टो करेंसी के ट्रेंड होते ही बाजार में कई तरह के प्लेटफॉर्म आ गए हैं, जो आपकों भ्रमित कर सकते है। जिस प्लेटफॉर्म की साख बाजार में अच्छी है आप भी उस पर भरोसा कर सकते है।
क्रिप्टो में उतना ही निवेश करें जितने की हानि आप सह सकते हों, क्योंकि इसमें उतार-चढ़ाव होते रहते हैं। इसके लिए आप मानसिक रुप से तैयार रहे। ये कोई एक दिन में अमीर बना देने वाली मशीन नहीं है, इसमें भी समय लगता है।
क्रिप्टो को लेकर देश में कोई नियम कानून नही बना है, और न ही सरकार ने इसे मान्यता दी है। इसलिए अपने आपको सेफ रखते हुए लॉन्ग टर्म के निवेश से बचना चाहिए। वैसे जल्दी-जल्दी खरीदना-बेचना सही नहीं है, पर बहुत लंबे समय तक न रखे।

सर्दी के मौसम में बीमारियों को दूर करता है 'आम'

सर्दी के मौसम में बीमारियों को दूर करता है 'आम'      

सरस्वती उपाध्याय            
आज के इस समय मेें आम की फसल को बहुत ही महत्व दिया जाता है। सर्दी के मौसम में आम खाने से कई बिमारियां दूर होती है। भारत की यह एक महत्वपूर्ण फसल है। आज, ये रंगीन, मीठे फल भारतीय व्यंजनों का मुख्य आधार हैं और दुनिया भर में लोकप्रिय हैं। विविधता के आधार पर आम का वजन कुछ औंस से लेकर पांच पाउंड से अधिक तक हो सकता है। आप जिस प्रकार का आम खरीदते हैं, उसके बावजूद ये फल कुछ प्रभावशाली स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हैं।
आम बहुत ही गुणकारी होता है, आम में मौजूद विटामिन, खनिज और एंटीऑक्सीडेंट महत्वपूर्ण स्वास्थ्य लाभ प्रदान कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, विटामिन के आपके रक्त के थक्के को प्रभावी ढंग से मदद करता है और एनीमिया को रोकने में मदद करता है। यह आपकी हड्डियों को मजबूत बनाने में भी अहम भूमिका निभाता है।
आम विटामिन सी से भी भरपूर होता है, जो रक्त वाहिकाओं और स्वस्थ कोलेजन के निर्माण के साथ-साथ आपको ठीक करने में मदद करता है।
आम बीटा-कैरोटीन से भरपूर होते हैं, जो फल के पीले-नारंगी रंग के लिए जिम्मेदार एक वर्णक है। बीटा-कैरोटीन एक एंटीऑक्सिडेंट है, जो आम में पाए जाने वाले कई में से एक है। आम में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट मुक्त कणों से लडऩे के लिए दिखाए गए हैं, जो आपकी कोशिकाओं को नुकसान पहुंचा सकते हैं और संभावित रूप से कैंसर का कारण बन सकते हैं।
आम आपके कार्डियोवस्कुलर सिस्टम को सपोर्ट करने में भी मददगार होते हैं। वे मैग्नीशियम और पोटेशियम का एक बड़ा स्रोत हैं, जो दोनों निम्न रक्तचाप और एक नियमित नाड़ी से जुड़े हैं। इसके अलावा, आम मैंगिफेरिन नामक एक यौगिक का स्रोत हैं, जो प्रारंभिक अध्ययनों से पता चलता है कि हृदय की सूजन को कम करने में सक्षम हो सकता है।
आम आपके पाचन तंत्र को स्थिर करने में मदद कर सकता है। वे एमाइलेज यौगिकों और आहार फाइबर दोनों की पेशकश करते हैं, जो आपको कब्ज से बचने में मदद कर सकते हैं। एमाइलेज यौगिक आपके पेट में अन्य खाद्य पदार्थों को घोलने में मदद कर सकते हैं, मुश्किल स्टार्च को तोड़ सकते हैं। इस बीच, आम में फाइबर समान फाइबर सप्लीमेंट की तुलना में कब्ज से राहत के लिए अधिक प्रभावी हो सकता है।
गर्भवती के लिए लाभकारी
आम फोलेट से भरपूर होते हैं, जिसका उपयोग स्वस्थ कोशिका विभाजन और डीएनए दोहराव के लिए किया जाता है। चिकित्सक सलाह देते हैं कि जो लोग गर्भवती हो सकते हैं वे प्रतिदिन कम से कम 400 एमसीजी फोलेट का सेवन करें, क्योंकि यह जन्म दोषों से बचने के लिए महत्वपूर्ण है।
विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन के, पोटैशियम, बीटा कैरोटीन, फोलेट, कोलीन, मैगनीशियम प्रति सेवारत पोषक तत्व शामिल है।
आम की त्वचा में उरुशीओल नामक यौगिक होता है, जो ज़हर आइवी लता में भी पाया जाता है। उरुशीओल वह है, जो ज़हर आइवी के पौधे को छूने के बाद खुजलीदार लाल चकत्ते का कारण बनता है। जबकि आम की त्वचा में ज़हर आइवी की तुलना में कम यूरुशीओल होता है, फिर भी यह चकत्ते और एलर्जी का कारण बन सकता है। दुर्लभ अवसरों पर, कुछ लोगों को छिलके वाले फल खाने पर एलर्जी भी हो सकती है। यदि आपके पास ज़हर आइवी लता के प्रति नकारात्मक प्रतिक्रिया है, तो आपको फल छीलते समय ध्यान रखना चाहिए और कभी भी त्वचा को खाने का प्रयास नहीं करना चाहिए।
आम स्वास्थ्य खाद्य भंडारों और कभी-कभी किसानों के बाजारों में भी पाया जा सकता है। यह स्वादिष्ट फल सिर्फ तीखापन के साथ मीठा होता है। आमों को काटते समय, बीच में बड़े, चपटे बीज पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है, जो आसानी से चाकू को सुस्त कर सकते हैं।
आम का छिलका खाने से बचें। यदि आपकी त्वचा में संवेदनशीलता है, तो आप सीधे संपर्क से बचने के लिए आम को दस्ताने या तौलिये से स्थिर करते हुए छील सकते हैं। आम का गूदा खाने के लिए तैयार होने पर नरम और चमकीला नारंगी-पीला होना चाहिए। आप इसे मीठे इलाज के रूप में कच्चा, ग्रिल्ड या फ्रोजन खा सकते हैं।
चाहे आप इसे इसके स्वाद के लिए खाएं या इसके स्वास्थ्य लाभ के लिए, आम लगभग किसी भी भोजन के लिए एक बढिय़ा अतिरिक्त है। यहाँ कुछ तरीके दिए गए हैं जिनसे आप आम को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।

लाल निशान पर हुईं शेयर बाजार की शुरुआत

लाल निशान पर हुईं शेयर बाजार की शुरुआत   

कविता गर्ग           
मुंबई। कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच सप्ताह के पहले कारोबरी दिन सोमवार को शेयर बाजार की शुरुआत लाल निशान पर हुईं। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला सूचकांक सेंसेक्स203 अंक या 0.34 फीसदी टूटकर 59,244 पर खुला। जबकि, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी सूचकांक ने 46 अंक या 0.26 फीसदी गिरावट के साथ 17,738 पर कारोबार की शुरुआत की।
बाजार खुलने के साथ ही लगभग 1730 शेयरों में तेजी आई, 584 शेयरों में गिरावट आई और 141 शेयरों में कोई बदलाव नहीं हुआ। इस बीच निफ्टी पर इंफोसिस, कोटक महिंद्रा बैंक, एचडीएफसी बैंक, एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस और एचडीएफसी प्रमुख गिरावट वाले शेयरों में शामिल थे, वहीं टाटा मोटर्स, टेक महिंद्रा, ग्रासिम इंडस्ट्रीज, सिप्ला और एनटीपीसी प्रमुख लाभ में खुले।
गौरतलब है कि इससे पहले बीते सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को भारतीय रिजर्व बैंक की दो दिवसीय मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक के परिणामों की घोषणा कर दी गई थी। जिसके बाद शेयर बाजार में जोरदार उछाल आया था। सेंसेक्स 412 अंक उछलकर 59,447 के स्तर पर बंद हुआ था, जबकि निफ्टी 145 अंक की तेजी के साथ 17,784 के स्तर पर बंद हुआ था

खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव, मतदान दल रवाना

खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव, मतदान दल रवाना  

दुष्यंत टीकम          
राजनांदगांव। खैरागढ़ विधानसभा उपचुनाव के लिए मंगलवार, 12 अप्रैल को मतदान होना है। मतदान के लिए मतदान दल रवाना हो गए हैं। उपचुनाव के लिए मतदान कल सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक संपन्न होंगे। मतदान के लिए जिला प्रशासन द्वारा मतदान के लिए सभी व्यवस्था कर ली गई है। वहीं, मतदान के लिए 291 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। 
सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहेंगे। बता दें कि, दिवंगत विधायक देवव्रत सिंह के निधन के बाद खैरागढ़ में उपचुनाव हो रहा है। खैरागढ़ चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के दिग्गज नेताओं ने जमकर प्रचार किया है। वहीं चुनाव के लिए कांग्रेस ने यशोदा वर्मा, तो बीजेपी ने कोमल जंघेल को उम्मीदवार बनाया है। जनता कांग्रेस ने नरेंद्र सोनी पर भरोसा जताया है।

कांग्रेस ने सिर्फ 'भारत' को डराने का काम किया

कांग्रेस ने सिर्फ 'भारत' को डराने का काम किया  इकबाल अंसारी  कंधमाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस ...