शनिवार, 9 अप्रैल 2022

इलेक्ट्रिक कार लॉन्च करने की तैयारी में कंपनियां

इलेक्ट्रिक कार लॉन्च करने की तैयारी में कंपनियां   

अकांशु उपाध्याय/सुनील श्रीवास्तव        

नई दिल्ली/वाशिंगटन डीसी। दुनिया भर में तेजी से इलेक्ट्रिक व्हीकल में मांग बढ़ती जा रही है। वर्तमान सभी बड़ी कार निर्माता कंपनियां इलेक्ट्रिक कार लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। हालांकि, अभी इलेक्ट्रिक कारों की ज्यादा कीमत के चलते यह आम लोगों को बजट से बाहर है। इसी को देखते हुए जनरल मोटर्स और होंडा ने किफायती इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्माण के लिए साथ आई हैं।
 और Honda नेक्स्ट जनरेशन की अल्टियम बैटरी टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से सस्ती इलेक्ट्रिक कारों को निर्माण करेंगे। इन कारों,एक कॉम्पैक्ट क्रॉसओवर शामिल होगा। 2027 तक उत्तरी अमेरिका में इसकी बिक्री शुरू होने की उम्मीद है।
जीएम ग्लोबल प्रोडक्ट डेवलपमेंट, परचेजिंग और सप्लाय चैन के कार्यकारी उपाध्यक्ष डौग पार्क्स ने एक बयान में कहा कि हमारी योजना एक इलेक्ट्रिक वाहन के निर्माण करने की है, जिसकी कीमत आगामी शेवरले इक्विनॉक्स ईवी से कम है। जीएम और होंडा ने पिछले कुछ वर्षों में सफलतापूर्वक भागीदारी की है। 2013 में कंपनियों ने नेक्स्ट जनरेशन के फ्यूल सेल सिस्टम और हाइड्रोजन स्टोरेज टेक्नोलॉजी के सह-विकास पर एक साथ काम करना शुरू किया।
ये कार बनाएंगी कंपनियां
2018 में होंडा और जीएम ने घोषणा की कि वे इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए बैटरी विकसित करने के लिए मिलकर काम करेंगे। दोनों कंपनियों ने उस समय कहा था कि वे जीएम अगली पीढ़ी की बैटरी प्रणाली के आधार पर सहयोग करेंगे‌। इसके बाद पिछले साल कंपनियों ने घोषणा की थी कि जीएम अपने अल्टियम-ब्रांडेड इलेक्ट्रिक वाहन आर्किटेक्चर और बैटरी सिस्टम का उपयोग करके एक होंडा एसयूवी और एक एक्यूरा एसयूवी का निर्माण करेगी। होंडा अलग लॉन्च करेगी इलेक्ट्रिक कार कंपनियों ने उस समय कहा था कि होंडा एसयूवी को प्रोलॉग नाम दिया जाएगा और दोनों एसयूवी में होंडा द्वारा डिजाइन की गई बॉडी, इंटीरियर और ड्राइविंग फीचर्स होंगे। लेकिन होंडा ने जून में यह भी कहा कि वह इस दशक के अंत में अपने इलेक्ट्रिक वाहन बनाने की योजना बना रही है।

असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती करने का फैसला: बोर्ड

असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती करने का फैसला: बोर्ड  

पंकज कपूर     
देहरादून। उत्तराखंड के बेरोजगारों के लिए खुशखबरी है। खासकर उन बेरोजगारों के लिए, जो लंबे समय से भर्ती का इंतजार कर रहे थे। उत्तराखंड चिकित्सा सेवा चयन बोर्ड ने कई विषयों के लिए असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती करने का फैसला लिया है।
जिसके लिए बोर्ड द्वारा आवेदन प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। इच्छुक उम्मीदवार आधिकारिक साइट ukmssb.org के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करने की आखिरी तारीख 25 अप्रैल 2022 तय की गई है।
 दरसल, बोर्ड द्वारा यह भर्ती राजकीय मेडिकल कालेज में विभिन्न विषयों के असिस्टेंट प्रोफेसर के रिक्त पदों पर भर्तियों के लिए निकाली हैं। इस भर्ती के तहत असिस्टेंट प्रोफेसर के कुल 339 रिक्त पदों को भरा जाना है। पात्र उम्मीदवार निर्धारित तारीख से पूर्व आवेदन कर सकते हैं।
अधिसूचना के अनुसार इन पदों के लिए आवेदन करने वाले अभ्यर्थी के पास। एनएमसी-टीईक्यू विनियमों के अनुसार-चिकित्सा संस्थानों में शिक्षकों के लिए न्यूनतम योग्यता विनियम 22 फरवरी 2022 के अनुसार योग्यता होनी चाहिए।
आवेदक ने कम से कम दो साल के लिए प्रादेशिक सेना की सेवा की हो और एक राष्ट्रीय कैडेट कोर बी प्रमाण पत्र हो।
अधिसूचना के अनुसार इन पदों पर उम्मीदवारों का चयन इंटरव्यू के आधार पर किया जाएगा। इस भर्ती के लिए इंटरव्यू का आयोजन जून-जुलाई के महीने में किया जा सकता है। भर्ती में शामिल होने के लिए उम्मीदवारों को एडमिट कार्ड प्रदान किए जाएंगे, जोकि बोर्ड द्वारा जारी किया जाएगा।

केंद्रशासित प्रदेश में कानून व्यवस्था बिगड़ी: सीएम

केंद्रशासित प्रदेश में कानून व्यवस्था बिगड़ी: सीएम 

इकबाल अंसारी      

पुड्डुचेरी। पूर्व मुख्यमंत्री वी नारायणसामी ने शनिवार को कहा कि केंद्रशासित प्रदेश में कानून व्यवस्था बिगड़ रही है। उन्होंने यहां संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि केंद्रशासित प्रदेश में जमीन हथियाने, गांजा व अन्य नशीले पदार्थों की तस्करी और बिक्री, अपहरण, हत्या, चोरी और डकैती की की घटनाएं आम हो रही हैं।

नारायणसामी ने आरोप लगाया कि पंजीकरण विभाग की सहायता से फ्रांसीसी नागरिकों की जमीन जाली दस्तावेजों के साथ हड़पी जा रही है। उन्होंने एल्लायम्म कोइल स्ट्रीट में अपने निवास के पास एक फ्रांसीसी नागरिक की जमीन हड़पे जाने की घटना की जानकारी भी दी।उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री कार्यालय से मौखिक आदेश दिये जा रहे हैं कि मामले की जांच न की जाए। नारायणसामी ने बताया कि संपत्ति हड़पने में मदद न करने वाले एक उप- पंजीयक की पहले ही संदिग्ध हालात में मृत्यु हो चुकी है। उन्होंने घटना में एक निष्पक्ष जांच की मांग करते हुए कहा कि मामले को सीबीआई के सुपुर्द कर देना चाहिए।

एक बार फिर सरकार को घेरने की कोशिश: रावत

एक बार फिर सरकार को घेरने की कोशिश: रावत  

पंकज कपूर         

देहरादून। उत्तराखंड की राजनीति से बड़ी खबर सामने आ रही है। जहां पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने एक बड़ा बयान दिया है। जिसमें उन्होंने लोकपाल व लोकायुक्त का मुद्दा उठाकर एक बार फिर सरकार को घेरने की कोशिश की है।उन्होंने कहा कि आश्चर्य, जनक है कि आज भी कुछ पत्र और पत्रकार (Media) हैं, जो बुझता हुआ हुक्का गुड़गुड़ाने का शौक रखते हैं। लोकपाल तो 2014 में सत्ता परिवर्तन का टोटका था, जिस टोटके का भी अन्ना, इस्तेमाल कर सत्ता में आने वाले लोग उसको खुद ही एक अनचाही झंझट समझकर भुला चुके हैं। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत (Harish Rawat) ने कहा कि कभी मैंने संसदीय कार्य राज्यमंत्री के तौर पर कहा था कि “तृ मैं भी अन्ना, आओ मिल बैठकर चूसें गन्ना”, वह गन्ना लोकपाल ही था। मगर मैं भूल गया एक बार चूसा गया गन्ना, फिर नहीं चूसा जाता। 2014 में गन्ना चुस गया और अन्ना भी लोकपाल के गन्ने को भूल गये। 2016 में मैंने राज्य विधानसभा द्वारा संशोधित रूप में पारित कानून के तहत लोकायुक्त चयन की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने का हौसला किया।

गीतांजलि का उपन्यास ‘रेत समाधि’ शॉर्टलिस्ट किया

गीतांजलि का उपन्यास ‘रेत समाधि’ शॉर्टलिस्ट किया 

अकांशु उपाध्याय         
नई दिल्ली। हिंदी साहित्य के लिए अच्छी खबर है। जानी-मानी लेखिका गीतांजलि का उपन्यास ‘रेत समाधि’ अंतरराष्ट्रीय बुकर प्राइज के लिए शॉर्टलिस्ट कर लिया गया है। पहली बार है जब बुकर पुरस्कार की दौड़ के लिए अंतिम 6 किताबों में कोई हिंदी उपन्यास शामिल है।
इंटरनेशनल बुकर प्राइज हर साल किसी ऐसी किताब को दिया जाता है जिसका अंग्रेजजी में अनुवाद किया गया हो और जो आयरलैंड या ब्रिटेन में प्रकाशित हुई हो। गीतांजलि श्री के उपन्यास का अंग्रेजी में अनुवाद डेजी रॉकवेल ने किया है।
‘रेत समाधि’ उत्तर भारत की एक 80 साल की वृद्ध महिला की कहानी है जो अपने पति की मौत के बाद तनाव में चली जाती है और एक नया जीवन शुरू करना चाहती है।

सबकुछ बाजार के हाथ में, मंत्रालय किस लियें

सबकुछ बाजार के हाथ में, मंत्रालय किस लियें   

संदीप मिश्र         

लखनऊ। सपा प्रमुख एवं यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने महंगाई को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर सबकुछ बाजार के हाथ में ही है तो फिर मंत्रालय किस लियें ? उन्होंने कहा कि इस मंत्रालय को भंग कर देना चाहिए।

अखिलेश यादव ने कहा कि ईंधन के बेतहाशा बढ़ते दामों पर जब न कोई सरकारी नियंत्रण, न शासन, न प्रशासन, न प्रबंधन, न ही नियमन है और अगर सब कुछ बाज़ार के हवाले ही है तो फिर पेट्रोल, डीज़ल, गैस का मंत्रालय किसलिए। इस मंत्रालय को तत्काल भंग कर देना चाहिए! भाजपाई-महंगाई जनता को निरंतर ईंधन से निर्धन कर रही है।

24 को केन्द्र शासित प्रदेश का दौरा करेंगे गृहमंत्री

24 को केन्द्र शासित प्रदेश का दौरा करेंगे गृहमंत्री   

अकांशु उपाध्याय      
नई दिल्ली। पुड्डुचेरी की उप राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने शनिवार को कहा कि गृहमंत्री अमित शाह 24 अप्रैल को केन्द्र शासित प्रदेश का दौरा करेंगे। डॉ. सुंदरराजन ने दो दिन पहले नई दिल्ली में प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और वित्त मंत्री से मुलाकात करने की थी।
उन्होंने कहा कि उन्हें खुशी है कि वे केंद्र शासित प्रदेश के विकास के बारे में चिंतित हैं। उप राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने केन्द्रशासित प्रदेश के विकास में सहयोग करने का आश्वासन दिया और कई योजनाओं के कार्यान्वयन पर प्रोत्साहित किया।
उन्होंने कहा कि उनकी गृह मंत्री शाह और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ बैठक में प्रदेश के लोगों के लिए कई विकासात्मक योजनाएं लाने और बुनियादी ढांचे के विकास में सहयोग करने को लेकर बातचीत हुई। डॉ सुंदरराजन ने कहा कि पुड्डुचेरी की जनता के सहयोग से कोरोना मुक्त हो सका है।
उन्होंने कहा कि लोगों को अभी भी कोविड के दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए और लोगों को मास्क पहनना जारी रखना चाहिए, अपने हाथों को साफ करना चाहिए और कुछ और दिनों तक सामाजिक दूरी बनाए रखनी चाहिए।

राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा

राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा संदीप मिश्र  भदोही। भदोही के ऊंज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को संबोधित किया। इस दौरा...