शनिवार, 26 मार्च 2022

वोडाफोन ने वाई-फाई डिवाइस का प्रोडक्ट लॉन्च किया

वोडाफोन ने वाई-फाई डिवाइस का प्रोडक्ट लॉन्च किया 

अकांशु उपाध्याय                 
नई दिल्ली। वोडाफोन आइडिया ने वाई-फाई डिवाइस का दुनिया में एक नया प्रोडक्ट लॉन्च किया है। वोडाफोन ने पॉकेट साइज 4 जी राउटर Vi Mi-Fi लॉन्च किया है। कंपनी का कहना है कि माई-फाई राउटर 150 एमबीपीएस तक की स्पीड का सपोर्ट करता है। इस डिवाइस से 10 लोग एकसाथ अपने डिवाइस जोड़ सकते हैं।
Vi Mi-Fi राउटर 2700 mAh की बैटरी के साथ पेश किया गया है।‌कहा जा रहा है कि एक बार चार्ज करने पर 5 घंटे तक इस राउटर का इस्तेमाल किया जा सकता है।
Vi MiFi राउटर की कीमत 2,000 रुपये है। इस राउटर को वोडाफोन-आइडिया के फैमिली पोस्टपेड प्लान के साथ ऐड-ऑन के रूप में खरीदा जा सकता है। यह 399 रुपये से शुरू होने वाले पोस्टपेड प्लान के साथ भी उपलब्ध है। Vi MiFi 4G पॉकेट साइज राउटर पर कंपनी एक साल की वॉरंटी दी जा रही है।
वोडाफोन-आइडिया रिचार्ज प्लान
वोडाफोन आइडिया ने 299 रुपये का प्रीपेड प्लान लॉन्च किया है. यह प्लान 28 दिनों की वैलिडिटी के साथ आता है। इस प्लान में ग्राहकों को हर दिन 1.5GB डेटा, अनलिमिटेड वॉइस कॉलिंग मिलती है। इसके अलावा इसमें हर दिन SMS मिलता है। इसके अलावा यूज़र्स को इसमें बिंज नाइट, वीकेंड डेटा रोलओवर और डेटा डिलाइट ऑफर मिलता है।‌इसके अलावा इसमें और TV क्लासिक एक्सेस के लिए OTT सब्सक्रिप्शन भी मिलता है।
ऐप में मिलेंगे ज़्यादा एंड्रॉयड गेम्स।
वोडाफोन आइडिया लिमिटेड (Vi) ने स्पोर्ट्स मीडिया कंपनी नज़ारा टेक्नोलॉजीज लिमिटेड के साथ साझेदारी में Vi ऐप पर ‘Vi गेम्स’ लॉन्च करने की घोषणा की है। इस साझेदारी से वोडाफोन आइडिया अपने सब्सक्राइबर के लिए गेमिंग सेवाएं शुरु करेगी। Vi Games के नाम से शुरु होने वाली इस गेमिंग सर्विस के तहत 1400 से ज्यादा एंड्रॉयड और HTML5 आधारित मोबाइल गेम उपलब्ध होंगे। इसमें फ्री और पेड दोनों तरह के मोबाइल गेम होंगे।

ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखना बेहद जरूरी

ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखना बेहद जरूरी    

सरस्वती उपाध्याय              
लाइफस्टाइल से जुड़ी आदतों, फूड हैबिट्स और जेनेटिक वजहों से डायबिटीज की बीमारी हो सकती है। मधुमेह के मरीजों के लिए ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखना बेहद जरूरी होता है। शुगर लेवल हाई या बहुत कम हो जाने से गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। डॉक्टर की सलाह पर आप डायबिटीज के लिए दवाइयां लेते हैं और ये जरूरी भी है, लेकिन इसके साथ कुछ नैचुरल तरीके भी हैं, जिससे आप ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रख सकते हैं।
डायबिटीज के मरीज चबाएं, इस फूल की पत्तियां
ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने के लिए आप सदाबहार के फूल और पत्तियों का सेवन कर सकते हैं। ये तरीका आपके ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने में मददगार होगा। सदाबहार का पौधा आपको आसानी से हर जगह मिल जाएगा‌‌। आयुर्वेद के अनुसार, इसके फूल और पत्तियां डायबिटीज को कंट्रोल करने, मलेरिया, गले में खराश और ल्यूकेमिया जैसी बीमारियों के इलाज में कारगर होती हैं।
सदाबहार के फूल कैसे पहुंचाते हैं फायदा ?
सदाबहार के फूल और पत्तियों में एल्कलॉइड नाम का तत्व होता है, जो पैंक्रियाज की बीटा सेल्स को सही मात्रा से इंसुलिन बनाने के लिए प्रेरित करता है। इंसुलिन से ही ब्लड में शुगर की मात्रा कंट्रोल होती है।
सदाबहार के फूल खाने का तरीका...
दिन में तीन बार 10-10 सदाबहार की पत्तियां चबाकर खाएं तो इससे ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। सदाबहार की पत्तियों को सीधे भी खा सकते हैं और इसका जूस बनाकर पी सकते हैं। खीरा, करेला, टमाटर जैसी चीजों के साथ सदाबहार के फूल और पत्तियों का जूस बनाकर पीएं। दूसरा तरीका है कि सदाबहार के फूल को पानी में उबाल लें इसे छानकर चाय की तरह पीएं। इससे भी फायदा मिलेगा।

नाटो से मुलाकात को लेकर बाइडन की चर्चा तेज

नाटो से मुलाकात को लेकर बाइडन की चर्चा तेज  

सुनील श्रीवास्तव             
कीव/मास्को/वाशिंगटन डीसी। यूक्रेन-रूस में जारी जंग के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की नाटो से मुलाकात को लेकर चर्चा तेज होने लगी है। बाइडन ने तीन बैक-टू बैक आपातकाल मीटिंग की है। इसे रूस के लिए बहुत बुरे संकेत की तरह देखा जा रहा है। इस बीच नाटो ने रूस बॉर्डर के करीब युद्धभ्यास तेज कर दिया है। रूस के आसपास पश्चिमी मुल्क अपनी सेनाओं की तैनाती भी बढ़ा रहे हैं। इन सभी घटनाक्रम को देखने के बाद अंदाजा लगाया जा रहा है कि कुछ बड़ा हो सकता है।
बता दें कि नाटो नेताओं ने गुरुवार को ब्रसेल्स में बैठक की है।‌बैठक में सभी ने निर्णय लिया कि रूस के खिलाफ यूक्रेन को सुरक्षा सहायता के साथ समर्थन देना जारी रखा जाएगा। वहीं, NATO बाल्टिक समुद्र से ब्लैक सागर तक आठ जंगी बेड़े तैनात करने की तैयारी में है।
NATO रूस को लेकर रिस्क नहीं लेना चाहता
इस बैठक में  अमेरिकी राष्ट्रपति और दुनिया के 30 देशों के राष्ट्राध्यक्षों के बीच लंबी चर्चा हुई। बता दें कि पुतिन पर NATO के 30 देश, जी-7 के सात देश और यूरोपीय यूनियन के 27 देश मिलकर दबाव बनाना चाहते हैं। NATO रूस को लेकर रिस्क नहीं लेना चाहता है। वह सैन्य घेराबंदी कर अपने देशों पर हमले की स्थिति में मजबूत जवाबी कार्रवाई के लिए तैयार रहना चाहता है।
NATO इन जगहों पर तैनात करेगा बैटल ग्रुप
नाटो के सेक्रेटरी जनरल जेन्स स्टोलेनबर्ग ने उम्मीद जताई है पूर्वी सीमा पर उसकी थल, जल और वायु में सेनाओं की संख्या बढ़ाने पर किसी को आपत्ति नहीं होगी। पहले चरण में नाटो के चार बैटल ग्रुप बुल्गारिया, रोमानिया, हंगरी, स्लोवाकिया में भेजे जाएंगे।
उधर, NATO के हर एक कदम से रूस की बौखलाहट सामने आ रही है।अमेरिका में रूस के उप राजदूत दिमित्री पोलांस्की ने कहा था कि अगर नाटो उकसाएगा तो पुतिन परमाणु हमला कर सकते हैं। इससे पहले क्रेमलिन के प्रवक्ता Dmitry Peskov ने यूक्रेन पर परमाणु हमले की बात कही थी। यूक्रेन को लेकर रूस की तरफ से परमाणु हमले की 24 घंटे में दो धमकी सामने आई है। Dmitry Polyanskiy ने कहा है कि अगर नाटो रूस को उकसाएगा तो हमारे पास परमाणु हथियारों को इस्तेमाल करने का अधिकार है।  ज्यादा परमाणु हथियार रूस के पास
क्रेमलिन के प्रवक्ता Dmitry Peskov ने एक दिन पहले बुधवार को यूक्रेन को लेकर परमाणु हमले की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि अगर रूस के सामने 'अस्तित्व का खतरा' आएगा तो वह परमाणु हथियारों का इस्तेमाल करेगा। याद दिला दें कि दुनिया में परमाणु हथियार की सबसे ज्यादा खेप रूस के ही पास है।

भारत: 24 घंटे में कोरोना के 1,660 नए मामलें मिलें

भारत: 24 घंटे में कोरोना के 1,660 नए मामलें मिलें  

अकांशु उपाध्याय            
नई दिल्ली। भारत में कोरोना के मामले और सक्रिय केस लगातार घट रहे हैं। लेकिन, पिछले 24 घंटे में ऐसा कुछ हुआ कि मौतों का आंकड़ा 4100 के पार पहुंच गया। इसके साथ ही कुल मौतों का आंकड़ा 5,20,855 पर पहुंच गया है।
वहीं देश में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 1 हजार, 660 नए मामलें सामने आए है। जबकि 2 हजार, 349 लोग स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हुए है।
दरअसल, महाराष्ट्र ने राज्य में कोरोना से हुई मौतों के आंकड़ों को अपडेट किया है। इसके कारण बीते 24 घंटे में मौत का आंकड़ा एकदम 4100 तक बढ़ गया। महाराष्ट्र सरकार ने शुक्रवार तक दर्ज हुई 4005 गैर-कोविड मौतों को कोविड मौतों में शामिल किया, इस कारण मौतों का आंकड़ा एकाएक बढ़ गया। वैसे महाराष्ट्र में बीते 24 घंटों में कोरोना महामारी के कारण सिर्फ दो मौतें हुई हैं।

पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी दर्ज की

पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी दर्ज की       

अकांशु उपाध्याय       
नई दिल्ली। तेल कंपनियों की तरफ से शुक्रवार को फिर पेट्रोल और डीजल के दामों में बढ़ोतरी हुई है। पेट्रोल के दाम 76 से 84 पैसे तक बढ़े हैं तो डीजल के दाम भी 76 से 85 तक बढ़े हैं। दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल 98.61 रुपये प्रति लीटर जबकि डीजल 89.87 रुपये प्रति लीटर मिल रहा है।
मुंबई में पेट्रोल की कीमत 113.35 रुपये व डीजल की कीमत 97.55 रुपये प्रति लीटर है। कोलकाता में पेट्रोल का दाम 93.01 रुपये जबकि डीजल का दाम 108.01 रुपये प्रति लीटर है। वहीं चेन्नई में भी पेट्रोल 104.43 रुपये प्रति लीटर तो डीजल 94.47 रुपये प्रति लीटर है। बता दें कि पिछले वर्ष 4 नवंबर के बाद से इन दोनों ईंधन के मूल्य में कोई वृद्धि नहीं की गई थी।
सरकार के राजनीतिक विरोधियों का आरोप था कि पांच राज्यों के चुनाव के कारण मोदी सरकार ने तेल कंपनियों को मूल्य बढ़ाने से रोक रखा था। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल का भाव 112 डॉलर प्रति बैरल पहुंचने के बाद रविवार को तेल कंपनियों ने डीजल के थोक खरीदारों के लिए मूल्य में 25 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी। तेल डीलरों का कहना है कि खुदरा मूल्य में धीरे-धीरे वृद्धि की जाएगी।

मोदी सरकार को चैलेंज, इब्राहिम को मार कर दिखाए

मोदी सरकार को चैलेंज, इब्राहिम को मार कर दिखाए   

कविता गर्ग             
मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मोदी सरकार को चैलेंज देते हुए कहा है कि यदि हिम्मत है तो अंडरवल्र्ड डॉन दाऊद इब्राहिम को मार कर दिखाएं। एनसीपी नेता नवाब मलिक का बचाव करते हुए महाराष्ट्र विधानसभा में उन्होंने कहा कि यदि ये मान लें कि नवाब मलिक के रिश्ते दाऊद इब्राहिम से हैं तो इतने सालों से केंद्रीय एजेंसियां क्या कर रही थीं? उन्होंने पूछा कि आतंकी अफजल गुरु और बुरहान वानी से हमदर्दी रखने वाली पीडीपी के साथ मिलकर भाजपा ने क्यों सरकार बनाई थी। इस बीच महाराष्ट्र विधानसभा के बाहर भाजपा विधायकों ने नवाब मलिक के इस्तीफे की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। शिवसेना के अध्यक्ष और सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि भाजपा ने पिछला चुनाव राम मंदिर को लेकर लड़ा था, लेकिन इस बार वह दाऊद इब्राहिम के नाम पर वोट मांगेगी। 
उन्होंने अमेरिका के राष्ट्रपति रहे बराक ओबामा का हवाला देकर कहा कि ओबामा ने पाकिस्तान में घुस कर ओसामा बिन लादेन को मार गिराया था, लेकिन अपनी इस कार्रवाई के लिए कभी वोट नहीं मांगा। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रवर्तन निदेशालय को चाहिए कि वो देवेंद्र फडणवीस को नौकरी पर रख लें।

हूती विद्रोहियों ने सऊदी में तेल डिपो पर हमला किया

हूती विद्रोहियों ने सऊदी में तेल डिपो पर हमला किया    

अखिलेश पांडेय         
रियाद। यमन के हूती विद्रोहियों ने सऊदी अरब के जेद्दा शहर में फॉर्मूला वन स्पर्धा से पहले एक तेल डिपो पर हमला किया। यह विद्रोहियों का अब तक का सबसे हाई-प्रोफाइल हमला है। बेहरहाल, सऊदी अरब प्राधिकारियों ने संकल्प जताया कि आगामी फॉर्मूला वन स्पर्धा निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार होगी। हमले में उसी तेल डिपो को निशाना बनाया गया है, जिस पर हाल के दिनों में हूती विद्रोहियों ने हमला किया था।
नॉर्थ जेद्दा बल्क प्लांट शहर के अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के दक्षिणपूर्व में स्थित है और मक्का जाने वाले जायरीनों के लिए अहम पड़ाव है। हमले में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। सऊदी अरब ऑयल को जिसे सऊदी अरामको के नाम से भी जाना जाता है, उसने अभी इस पर कोई टिप्पणी नहीं की है। सऊदी अरब के प्राधिकारियों ने माना कि एक शत्रुतापूर्ण अभियान में जेद्दा के तेल डिपो को निशाना बनाया गया। उन्होंने हमले में इस्तेमाल किए गए हथियार की जानकारी नहीं दी। यमन में सऊदी अरब, ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों से लडऩे वाले गठबंधन का नेतृत्व कर रहा है। इन विद्रोहियों ने सितंबर 2014 में यमन की राजधानी सना पर कब्जा जमा लिया था। 
सऊदी अरब की अगुवाई वाले गठबंधन के प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल तुर्की अल-मालकी ने कहा कि आग में दो टैंक क्षतिग्रस्त हो गए। सरकारी सऊदी प्रेस एजेंसी के अनुसार अल-मालकी ने कहा इस शत्रुतापूर्ण कार्रवाई में तेल केंद्रों को निशाना बनाया गया और इसका मकसद ऊर्जा सुरक्षा एवं वैश्विक अर्थव्यवस्था की रीढ़ को कमजोर करना है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने ट्विटर पर इस हमले की निंदा की है। उन्होंने ट्वीट में लिखा मैं जेद्दा सहित सऊदी अरब में महत्वपूर्ण साइट्स के खिलाफ ताजे हूती हमले की पूरी तरह से निंदा करता हूं। इन हमलों ने नागरिकों की जान जोखिम में डाल दी है और इन्हें रोकना होगा।

कार में सफर, यात्रियों की सुरक्षा पहले से बेहतर

कार में सफर, यात्रियों की सुरक्षा पहले से बेहतर   

अकांशु उपाध्याय                
नई दिल्ली। कार में सफर करने वाले यात्रियों की सुरक्षा अब पहले से बेहतर होने जा रही है। केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि भारत में बिकने वाली सभी नई कारों में जल्द ही छह एयरबैग को स्टैंडर्ड सेफ्टी फीचर बनाया जाएगा। नए नियम 1 अक्टूबर, 2022 से लागू होंगे। रिपोर्ट के मुताबिक, अतिरिक्त एयरबैग्स के चलते गाड़ियों की कीमत में 50 हजार तक इजाफा हो सकता है। वर्तमान समय में 6 एयरबैग्स वाले मॉडल्स और वेरिएंट्स की कीमत लगभग 10 लाख रुपये से शुरू होती है।
नितिन गडकरी कहा कि अब समय आ गया है जब भारत ज्यादा कड़े सिक्यॉरिटी स्टैंडर्ड को अपनाए, जो वाहन और पैदल यात्रियों दोनों के लिए होने चाहिए।” उन्होंने कहा कि भारत में बेची जाने वाली कारों में 6 एयरबैग्स को अनिवार्य करने से सुरक्षा मानकों को बढ़ाया जा सकता है।
इससे पहले जनवरी महीने में मंत्रालय ने 8 सवारी वाली गाड़ियों में 6 एयरबैग्स अनिवार्य करने के ड्राफ्ट नोटिफिकेशन को मंजूरी दी थी। मंत्रालय ने जनवरी 2022 में एक ड्राफ्ट नोटिफिकेशन जारी किया, जिसमें नए नियम बताए गए हैं जो सभी कारों के लिए मानक के रूप में छह एयरबैग अनिवार्य कर देंगे। नोटिफिकेशन के अनुसार, यह नियम 1 अक्टूबर, 2022 से सभी नई कारों पर लागू होगा।
भारत में 1 अप्रैल, 2019 से सभी गाड़ियों के लिए ड्राइवर एयरबैग को अनिवार्य कर किया गया था। इसके बाद डुअल एयरबैग अनिवार्य किए गए थे। सरकार ने डुअल एयरबैग के साथ-साथ सभी कारों के लिए रियर पार्किंग सेंसर और एंटी-लॉक ब्रेक को स्टैंडर्ड सेफ्टी फीचर्स के रूप में अनिवार्य किया हुआ है।

'जलवायु परिवर्तन' पर रिपोर्ट, तैयार हैं आईपीसीसी

'जलवायु परिवर्तन' पर रिपोर्ट, तैयार हैं आईपीसीसी  

अखिलेश पांडेय         
वाशिंगटन डीसी। आईपीसीसी ने अब तक बढ़ते तापमान के कारणों, चुनौतियों और प्रभावों का विवरण देने वाली रिपोर्ट के दो सेट जारी किए हैं। 
जहाँ एक ओर जलवायु परिवर्तन लगातार अपनी गति पर बढ़ रहा है और स्थिति बिगाड़ रहा है, वहीँ एक बार फिर संयुक्त राष्ट्र का अंतर सरकारी पैनल (IPCC), जलवायु परिवर्तन पर एक महत्वपूर्ण रिपोर्ट जारी करने के लिए तैयार है।
इस आगामी रिपोर्ट में इस बात पर ध्यान केंद्रित किया गया है कि कैसे बिगड़ती स्थिति को संभाला जाए। इस रिपोर्ट से उम्मीद है कि इसमें विशेषज्ञों द्वारा उन प्रौद्योगिकियों पर विचार किया जायेगा जो उस कार्बन डाइऑक्साइड को हटाने में मदद कर सकती हैं जो पृथ्वी के गर्म होने के लिए जिम्मेदार है।
छठी मूल्यांकन रिपोर्ट की तीसरी किस्त में न केवल विशेषज्ञों की सहभागिता होगी, बल्कि इसमें दुनिया भर के नेता भी शामिल होंगे, क्योंकि उन्हें पैनल द्वारा 4 अप्रैल को इसे जारी करने के बाद इसका अनुमोदन और इस दस्तावेज़ पर हस्ताक्षर करना होगा।
IPCC ने अब तक बढ़ते तापमान के कारणों, चुनौतियों और प्रभावों का विवरण देने वाली रिपोर्ट के दो सेट जारी किए हैं। जहाँ पहली रिपोर्ट ने दिखाया कि जब तक ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन में तत्काल, तीव्र और बड़े पैमाने पर कमी नहीं होती है, तब तक वार्मिंग को 1.5 डिग्री सेल्सियस से 2 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करना पहुंच से बाहर होगा, वहीँ दूसरी रिपोर्ट में पाया गया कि मानव-प्रेरित जलवायु परिवर्तन है प्रकृति में खतरनाक और व्यापक व्यवधान पैदा कर रहा है। यह दुनिया भर में अरबों लोगों के जीवन को प्रभावित कर रहा है और कार्रवाई की खिड़की कम होती जा रही है।
अपनी प्रतिक्रिया देते हुए तीसरी रिपोर्ट के लिए एक समन्वय प्रमुख लेखक (CLA) और सेंटर फॉर पॉलिसी रिसर्च के प्रोफेसर नवरोज़ के. दुबाश कहते हैं कि आईपीसीसी वर्किंग ग्रुप 3 की रिपोर्ट के आगे सबसे बड़ी चुनौती होगी रिसर्च का आकलन करना और नीति निर्माताओं को जलवायु परिवर्तन की चुनौती के तत्काल समाधान के लिए मार्गदर्शन करना।
प्रोफेसर नवरोज कहते हैं, "भारत निश्चित रूप से गंभीर जलवायु नुकसान के जोखिम का सामना कर रहा है और यह नुक्सान हमारी विकास संभावनाओं को प्रभावित करेगा।”
कुल मिलाकर यह तीसरी रिपोर्ट जलवायु परिवर्तन के सबसे बुरे प्रभावों से बचने के लिए शमन कार्रवाई में तेजी लाने के लिए सरकारें कैसे जुटा सकती हैं, इसके लिए आगे का रास्ता बताएगी।
क्या पाया अब तक की आईपीसीसी की रिपोर्टों ने?
संयुक्त राष्ट्र संघ ने पिछले आठ महीनों में दो रिपोर्टें जारी की हैं जिनमें पाया गया है कि जलवायु परिवर्तन न केवल दुनिया के लिए बल्कि पूरे ग्रह के लिए सबसे बड़े खतरों में से एक के रूप में उभर रहा है। पिछले साल अगस्त में जारी अपनी पहली रिपोर्ट में, पैनल ने जलवायु के चरम पर पहुंचने पर चिंता व्यक्त की।
विभिन्न प्रकार के परिदृश्यों में चरम घटनाओं की संभावना को बढ़ाते हुए, संयुक्त राष्ट्र के पैनल ने कहा कि, ग्लोबल वार्मिंग अगर 1.5 डिग्री सेल्सियस तक होता है तो गर्मी की लहरें, लंबे गर्म मौसम और कम समय के लिए ठंड के मौसम में वृद्धि होगी। लेकिन ग्लोबल वार्मिंग अगर दो डिग्री सेल्सियस तक पहुँचती है तो वो असहनीय होगा।
पिछले महीने जारी रिपोर्ट के दूसरे भाग से पता चला है कि यदि मानव-जनित ग्लोबल वार्मिंग एक डिग्री के दसवें हिस्से तक सीमित नहीं होती है, तो पृथ्वी नियमित रूप से घातक गर्मी, आग, बाढ़ और भविष्य के दशकों में सूखे से प्रभावित होगी और 127 तरीकों से "संभावित रूप से अपरिवर्तनीय" नुकसान अनुभव करेगी हैं।
यह रिपोर्टें इस बात पर प्रकाश डालती हैं कि जलवायु परिवर्तन कैसे वैश्विक प्रवृत्तियों, जैसे प्राकृतिक संसाधनों के निरंतर उपयोग, बढ़ते शहरीकरण, सामाजिक असमानताओं, चरम घटनाओं से नुकसान और क्षति, और भविष्य के विकास को खतरे में डालने वाली महामारी के साथ तालमेल बैठाता है।

अखिलेश को विधायक दल और विपक्ष का नेता चुना

अखिलेश को विधायक दल और विपक्ष का नेता चुना 

संदीप मिश्र         
लखनऊ। उत्तर प्रदेश योगी आदित्‍यनाथ के सत्ता संभालते समाजवादी पार्टी में दरार पड़ने की खबर आने लगे है। विधायक मंडल की हुई बैठक में शिवपाल यादव को नहीं बुलाया गया। हालांकि उक्‍त बैठक में अखिलेश को विधायक दल और विपक्ष का नेता चुन लिया गया।
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव से पहले चाचा शिवपाल यादव और अखिलेश यादव साथ आये थे। शिवपाल यादव ने अखिलेश को मुख्‍यमंत्री बनाने का संकल्‍प लिया था। हालांकि रिजल्‍ट निकलने के बाद उनका संकल्‍प अधूरा रह गया। जनता ने दोबारो योगी को सत्ता सौंपा दी।
योगी के सत्ता पर काबिज होने के बाद समाजवादी पार्टी में दरार पड़ने की खबर आने लगे है। शनिवार को समाजवादी पार्टी की विधायक मंडल की बैठक हुई। इसमें सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव को सपा विधायक दल का नेता और विपक्ष का नेता चुना गया है। हालांकि बैठक में शिवपाल यादव को नहीं बुलाया गया।
विधायक शिवपाल यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी की विधायक मंडल की बैठक की सूचना सभी विधायकों के पास है। मेरे पास कोई सूचना नहीं है। इसलिए मैं भी बैठक में नहीं गया। मैं दो दिनों से इस बैठक के लिए रुका था। उसके बाद भी मुझे कोई सूचना नहीं मिली।

यूपी के 15 करोड़ लोगों को 3 महीने का राशन मुफ्त

यूपी के 15 करोड़ लोगों को 3 महीने का राशन मुफ्त   

संदीप मिश्र         
लखनऊ। उत्तर प्रदेश योगी आदित्‍यनाथ ने उत्तर-प्रदेश के 15 करोड़ लोगों को तोहफा दिया है। उन्‍हें 3 महीने का राशन मुफ्त मिलेगा। यह निर्णय शनिवार को हुई कैबिनेट की बैठक में लिया गया।
लखनऊ के लोक भवन में कैबिनेट की पहली बैठक हुई। इसके बाद योगी आदित्‍यनाथ ने कहा कि कि आज मंत्रिमंडल ने निर्णय लिया है कि अगले 3 महीने के लिए मुफ्त राशन योजना को फिर से हम लागू करेंगे। इससे राज्य के 15 करोड़ लोगों को फायदा होगा।
जानकारी हो कि कोविड महामारी के दौरान केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना शुरू की थी। इसकी मियाद नवंबर, 21 में खत्म हो रही थी। इसके बाद सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने सरकार की तरफ से होली तक मुफ्त राशन देने की घोषणा की थी। घोषणा के बाद यूपी के पात्र कार्डधारकों को हर महीने 10 किलो राशन मुफ्त दिया जा रहा था।
इसके बाद केंद्र ने भी प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को मार्च 2022 तक बढ़ा दिया था। इसके कारण यूपी सरकार राशन कार्ड धारकों को महीने में दो बार गेहूं और चावल मुफ्त मिल रहा था। उत्तर प्रदेश में राशन दुकानों से दाल, खाद्य तेल और नमक भी मुफ्त दिया जा रहा था।

25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट

25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट पंकज कपूर  देहरादून। हेमकुंड साहिब के कपाट आगामी 25 मई को खोले जाएंगे। इसके चलते राज्य सरका...