शनिवार, 19 फ़रवरी 2022

सपा नेता हसन का निधन, योगी ने शोक व्यक्त किया

सपा नेता हसन का निधन, योगी ने शोक व्यक्त किया    

संदीप मिश्रा    
लखनऊ। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता व विधान परिषद में नेता विरोधी दल के नेता अहमद हसन का आज डॉ राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में निधन हो गया। विधान परिषद में नेता विरोधी दल अहमद हसन के निधन की सूचना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरा शोक व्यक्त किया हैं। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की शान्ति की कामना करते हुए शोक संतप्त परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है।

बता दें कि अहमद हसन 88 वर्ष के थे। वह सपा के कद्दावर नेता थे। सपा की सरकार में वह स्वास्थ्य व शिक्षा मंत्री भी रह चुके थे। विधान परिषद में नेता विरोधी दल अहमद हसन अंसारी 5 बार एमएलसी रह चुके हैं। मूलतः अंबेडकर नगर के रहने वाले थे अहमद हसन लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती थे। अहमद हसन का इलाज लोहिया संस्थान में चल रहा था, जहां उन्होंने आज उपचार के दौरान अंतिम सांस ली, हसन काफी दिनों से बीमार चल रहे थे। 

आईपीएस धीरज और 2 अन्य भगोड़े घोषित, चोरी

आईपीएस धीरज और 2 अन्य भगोड़े घोषित, चोरी  
राणा ओबराय

गुरुग्राम। अपर जिला और सत्र न्यायाधीश अमित सहरावत ने शुक्रवार को करोड़ों की चोरी के मामले में फरार चल रहे निलंबित भारतीय पुलिस सेवा अधिकारी धीरज सेतिया, गैंगस्टर विकास लगरपुरिया और चेतन उर्फ बॉक्सर को भगोड़ा घोषित किया है। साथ ही स्थानीय पुलिस व डीसीपी हेडक्वार्टर को इस बारे में सूचित करने का आदेश भी दिए हैं। इस मामले में एसटीएफ से 2 मार्च को अगली सुनवाई के दौरान तीनों आरोपियों की प्रॉपर्टी का ब्योरा भी मांगा है। जिससे कि उनकी प्रॉपर्टी को अटैच करने की प्रक्रिया शुरू की जा सके। 
जिला और सत्र न्यायाधीश की अदालत में निलंबित आईपीएस अधिकारी धीरज सेतिया के वकील अजय वर्मा ने बचाव में कहा कि इस मामले की प्राथमिकी रद्द करने की याचिका पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में विचाराधीन है। इसलिए इस पर सुनवाई न की जाए। वकील के इस तर्क को नकारते हुए अदालत ने आदेश में लिखा है कि उनके पास हाईकोर्ट की ओर से स्थगन आदेश नहीं आया है। इस मामले में सरकारी वकील का पक्ष सुनने के बाद निलंबित आईपीएस अधिकारी धीरज सेतिया सहित तीनों को भगोड़ा घोषित करने के आदेश जारी कर दिए। 
जिला बार एसोसिएशन के पूर्व प्रधान कुलभूषण भारद्वाज ने धीरज सेतिया के साथ-साथ तत्कालीन पुलिस कमिश्नर पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि बिना पुलिस कमिश्नर के आदेश पर कोई किसी को कैसे हिरासत में ले सकता है। इसीलिए आरोपी धीरज सेतिया ने करोड़ों की चोरी के मामले में किसी को भी नहीं पकड़ा था, जब इस मामले में एसटीएफ ने गंभीरता दिखाते हुए आरोपियों की धरपकड़ शुरू की तो परत दर परत खुलती चली गई। अदालत में एसटीएफ की ओर से कहा गया कि आरोपियों को भगोड़ा घोषित करने की प्रक्रिया के चलते उनके घर पर अदालत का नोटिस भी चस्पा किया जा चुका है। एक अन्य आरोपी जोगिन्दर की 14 दिन की न्यायिक हिरासत बढ़ा दी है। जेल में बंद आरोपी डॉक्टर जीपी सिंह को भी अदालत में पेश किया गया था।
आपको बताते चलें कि पिछले साल 2 अगस्त को खेड़कीदौला थाना क्षेत्र में एक फ्लैट से करोड़ों की चोरी हुई थी। जिसकी रिपोर्ट 20 अगस्त 2021 को दर्ज की गई। इस मामले में आईपीएस अधिकारी धीरज सेतिया के संलिप्त होने के आरोपों के चलते सरकार ने एसआईटी को जांच सौंपी थी। एसटीएफ ने इस मामले की जांच में गुरुग्राम में तैनात डीसीपी साउथ धीरज सेतिया को दोषी माना है। उन्हें पूछताछ के लिए भी बुलाया गया था लेकिन वह एसटीएफ की जांच में शामिल नहीं हुए। इसी के बाद अदालत में भगोड़ा घोषित करने की प्रक्रिया शुरू की गई है। अब तक इस मामले में एसटीएफ की ओर से अभी तक 17 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

नाबालिग से गैंगरेप, शराब पिलाकर किया दुष्कर्म

नाबालिग से गैंगरेप, शराब पिलाकर किया दुष्कर्म  

दुष्यंत सिंह टीकम   

जांजगीर चाम्पा। जिले से नाबालिग से दुष्कर्म का मामला सामने आया है। मामले में मानव अधिकार प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष और उसके सहयोगी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मामला सिटी कोतवाली का है। पीड़िता के पिता ने सिटी कोतवाली में रिपोर्ट दर्ज कराई कि आरोपी ने उसकी नाबालिग पुत्री को प्रेम जाल में फंसा कर, बहला-फुसलाकर 14 फरवरी को बिलासपुर भगा के ले गया और अपने दोस्तों के साथ मिलकर लड़की को शराब पिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया गया।

रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धारा 366, 376,34 भादवी 4/6 पास्को एक्ट दर्ज कर लिया है। आरोपी दिलीप उर्फ डब्ल्यू जिसकी उम्र 22 वर्ष है जो कि दर्रा भाटा का रहने वाला है पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा।

बालिका से रेप, मां ने की मामला दबाने की कोशिश

बालिका से रेप, मां की मामला दबाने की कोशिश    

नरेश राघानी  

जोधपुर। शहर के रातानाडा थाना क्षेत्र में एक नाबालिग बालिका के साथ रेप का पेचीदा मामले सामने आया है। एक नामी ठेकेदार ने अपने घर काम करने वाली एक महिला के सहयोग से उसकी पंद्रह वर्षीय बेटी को अपनी हवस का शिकार बना डाला। ठेकेदार से उधार लिए गए चंद हजार रुपए के अहसान के बोझ तले दबी मां ने रेप के बाद मामले को दबाने का भरसक प्रयास किया। पीड़िता ने आखिरकार सच उगल दिया। अब पुलिस ने ठेकेदार को गिरफ्तार कर लिया है जबकि उसकी मां से पूछताछ की जा रही है।पुलिस ने बताया कि डिफेंस लैब के समीप रहने वाली एक महिला ने जनवरी में अपनी पंद्रह वर्षीय बेटी की गुमशुदगी दर्ज कराई थी। महिला का कहना था कि कोई बहला-फुसला कर उसकी बेटी को भगा ले गया। पुलिस ने इस मामले में जांच की तो पता चला कि बालिका गुजरात में रहने वाली अपनी बहन के पास है। पुलिस टीम गुजरात पहुंची और शुक्रवार शाम को बालिका को वहां से लेकर यहां आई। बालिका से पूछताछ में अलग ही कहानी सामने आई।

लड़की ने बताई अपने साथ हुए रेप की दास्तान-

पंद्रह वर्षीय पीड़िता ने पुलिस को बताया कि सितम्बर या अक्टूबर माह में उसकी मां ने डिफेंस लैब के निकट एक मकान, जहां उसकी मां काम करती थी, में खुद के स्थान पर काम करने भेजा। वहां जीके गुप्ता नाम के शख्स ने उसके साथ रेप किया। घर लौटने पर बालिका ने अपनी मां को इसकी जानकारी दी। इस पर मां ने उसे कहा कि वह स्नान कर ले और किसी के सामने इसका जिक्र नहीं करे। साथ ही बेटी के बोलने की आशंका से मां ने उसे घर में नजरबंद कर दिया। जनवरी माह में एक दिन मौका मिलने पर वह घर से भाग निकली और गुजरात में रहने वाली अपनी बहन के यहां पहुंच गई। बहन के विश्वास दिलाए जाने पर उसने अपने साथ हुए हादसे की जानकारी दी। पुलिस का कहना है कि बालिका की ओर से दी गई जानकारी की बेहद सावधानी से तस्दीक की गई। इसके बाद उसके बयान दर्ज कराए गए। साथ ही उसका मेडिकल कराया गया। रेप की पुष्टि होने के बाद आज पुलिस ने जीके गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार 58 वर्षीय गुप्ता एमईएस में नामी ठेकेदार है। उसके दो मकान है। एक डिफेंस लैब के पास और दूसरा उम्मेद हेरिटेज में। उसका परिवार उम्मेद हेरिटेज में रहता है। अभी बालिका सही बता नहीं पा रही है कि रेप कब हुआ। ऐसा माना जा रहा है कि यह सितम्बर या अक्टूबर की घटना है।

मां की भूमिका संदिग्ध- पुलिस इस मामले में पीड़िता की मां की भूमिका को संदिग्ध मान रही है। रेप होने के बाद पीड़िता ने अपनी मां को पूरी घटना बता दी, लेकिन उसने जानबूझ कर मामले को दबा दिया। साथ ही पीड़िता को घर में नजरबंद कर दिया। पूछताछ में सामने आया है कि पीड़िता की मां ने ठेकेदार से कुछ हजार रुपए उधार ले रखे है। मां ने ही बालिका को ठेकेदार के घर भेजा। उसे योजनाबद्ध तरीके से भेजा गया या असावधानीवश। इसकी जांच की जा रही है। मां से पूछताछ के बाद स्थिति स्पष्ट हो पाएगी।

'गूगल पे' की खास स्कीम, खाते में आएंगे 1 लाख

'गूगल पे' की खास स्कीम, खाते में आएंगे 1 लाख  

मोहम्मद रियाज  

नई दिल्ली। गूगल पे से जुड़ी बड़ी खबर सामने आ रही है। अगर आप भी गूगल पे का इस्तेमाल करते हैं तो ये खबर आपके लिए ही है। गूगल पे अपने कस्टमर्स के लिए खास स्कीम लेकर आया है। इससे सीधे आपके खाते में एक लाख रुपये आ जाएंगे। डीएमआई फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड ने गूगल पे पर पर्सनल लोन प्रोडक्ट लॉन्च किया है।

कई बार आपको पैसे की आकस्मिक जरूरत पड़ जाती है और बैंकों से आपको बेहद ऊंची दरों पर पर्सनल लोन मिलता है। ऐसे में एक नया तरीका आया है जिसके जरिए आपको 1 लाख रुपये तक का लोन तुरंत मिल जाएगा। आप गूगल पे से तो परिचित होंगे, इसी से अब आपको 1 लाख रुपये तक का पर्सनल लोन मिल सकता है। यह जो 1 लाख का पर्सनल लोन मिल रहा है, यह डीएम फाईनेंस और जानी मानी पेमेंट कंपनी गूगल पे मिलकर दे रही है। अगर आप एक कम इंट्रेस्ट वाला लोन लेने की सोच रहे है, तो इस लोन को ले सकते है, क्यूंकि यह लोन आपको मार्केट में जो इंट्रेस्ट रेट चल रहा है, उससे कम में मिल जाता है।

इस लोन को लेने के लिए ग्राहक का गूगल पे पर कस्टमर होना जरूरी है और नया अकाउंट ना होकर उसी क्रेडिट हिस्ट्री अच्छी होनी चाहिए, तभी ये लोन मिल पाएगा। हर शख्स को ये लोन मिल ही जाए ऐसा जरूरी नहीं, क्योंकि इसके लिए क्रेडिट हिस्ट्री अच्छी होना जरूरी है।डीएमआई फाइनेंस लिमिटेड की तरफ से प्री- क्वालिफाइड एलिजिबिल यूजर्स ये लोन ले पाएंगे और गूगल पे की तरफ से लोन की पेशकश होगी। पर्सनल लोन की इस सुविधा को 15,000 से अधिक पिन कोड के साथ लॉन्च किया जा रहा है। कस्टमर इस सर्विस के तहत अधिकतम 36 महीनों के लिए 1 लाख रुपये तक लोन ले सकते हैं।

कॉलेज परिसर-परेड ग्राउंड का निरीक्षण: प्रयागराज

कॉलेज परिसर-परेड ग्राउंड का निरीक्षण: प्रयागराज     

बृजेश केसरवानी        
प्रयागराज। जिला निर्वाचन अधिकारी/जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री ने विधानसभा सामान्य निर्वाचन-2022 चुनाव को सकुशल एवं निष्पक्ष सम्पन्न कराने के लिए पोलिंग पार्टी के रवानगी स्थलों मोतीलाल नेहरू नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालाॅजी (एमएनएनआईटी), नार्दन रीजनल इंस्टीट्यूट ऑफ प्रिंटिंग टेक्नाॅलाजी (एनआरआईपीटी), केपी इंटर कालेज परिसर एवं परेड ग्राउंड का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी सर्वप्रथम के.पी इण्टर कालेज पहुंचे।
जहां से विधानसभा इलाहाबाद उत्तरी, इलाहाबाद दक्षिणी एवं इलाहाबाद पश्चिमी की पोलिंग पार्टी रवाना होगी। 
वहां पर उन्होंने उप जिला निर्वाचन अधिकारी/एडीएम प्रशासन को साइनेज, बैठने के लिए पण्डाल, कुर्सी, पीने योग्य पानी, एलाउंस मेंट आदि की व्यवस्था कराये जाने के लिए निर्देश दिये है तथा नगर निगम को साफ-सफाई के अलावा जमीन को ड्रेसिंग आदि कराने के निर्देश दिये है तथा प्रत्येक पोलिंग स्थानों पर कंट्रोल रूम की स्थापना किये जाये। उन्होंने इसी क्रम में पोलिंग पार्टियों के रवानगी स्थल परेड ग्राउण्ड का स्थलीय निरीक्षण किया। जहां से कोरांव, बारा, करछना तथा मेजा, प्रतापपुर एवं हण्डिया विधानसभा के लिए पोलिंग पार्टी रवाना होगी।
वहां पर उन्होंने लाइट पीने योग्य पानी, गाड़ियों की पार्किंग तथा सुरक्षा के दृष्टिगत ईपीएम मशीनों के लिए शेड आदि बनाये जाने के निर्देश सम्बंधित अधिकारियों को दिये है। इसी क्रम में उन्होंने एमएनएनआईटी का भी निरीक्षण किया। जहां से फाफामऊ एवं सोरांव विधानसभा के लिए पोलिंग पार्टी की रवानगी की जायेगी। उन्होंने वहां पर उन्होंने साफ-सफाई, पार्किंग, साइनेज आदि की व्यवस्थायें कराये जाने के निर्देश दिये है। तत्पश्चात एनआरआइ्र पी.टी कालेज का निरीक्षण किया। जहां से फूलपुर के लिए पोलिंग पार्टी की रवानगी होगी। वहां पर पानी, लाइट, साफ-सफाई तथा पार्किंग आदि तथा साइनेज लगवाये जाने के निर्देश दिये है। इस अवसर पर एडीएम प्रशासन/उप जिला निर्वांचन अधिकारी हर्ष देव पाण्डेय, एडीएम वित्त एवं राजस्व जगदम्बा सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट गौरव श्रीवास्तव सहित सम्बंधित अधिकारीगण उपस्थित रहे।

शहर को साफ रखने में सहयोग, सम्मानित किया

शहर को साफ रखने में सहयोग, सम्मानित किया      

अश्वनी उपाध्याय        

गाज़ियाबाद। जिला नगर निगम ने नेहरू नगर थर्ड स्थित पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित भव्य समारोह में शहर को साफ रखने में सहयोग करने वाले नागरिकों और निगम कर्मचारियों को सम्मानित किया। इनमें स्वास्थ्य प्रहरियों सहित प्रतिष्ठानों, आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों, एनजीओ और अस्पतालों के प्रतिनिधि शामिल हैं। सभी को नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तवर ने स्मृति चिन्ह एवं प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मन्नित किया।

दरअसल, स्वच्छता सर्वेक्षण 2022 के अंतर्गत नगर निगम द्वारा विभिन्न प्रतियोगिताएं कराई गई। जिसमें स्वच्छ रैंकिंग के अंतर्गत वॉल पेंटिंग, मुराल्स जिंगल, मेकिंग शार्ट वीडियो, पोस्टर मेकिंग, स्वच्छ वार्ड प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें आरडब्लूए, मार्केट एसोसिएशन, स्वच्छ स्कूल, हॉस्पिटल, होटल्स तथा गवर्नमेंट ऑफिस को लिया गया था। इस दौरान स्वच्छ टेक्नोलॉजी प्रतियोगिता व स्वच्छ चैंपियन को भी पुरस्कृत किया गया।

एसबीएम नोडल प्रभारी डॉ मिथिलेश ने बताया कि स्वच्छता में सहयोग करने वाले आरडब्ल्यूए पदाधिकारी, होटल अस्पताल के अलावा कराई गई प्रतियोगिता में अव्वल आने वाले प्रतियोगियों को भी सर्टिफिकेट तथा मोमेंटो देकर नगर आयुक्त द्वारा सम्मन्नित किया गया। साथ में गाजियाबाद के स्वच्छता ब्रांड एंबेसडर अंतर्राष्ट्रीय ताइक्वांडो प्लेयर अतुल राघव, अंतरराष्ट्रीय पर्वतारोही सागर कसाना, अंतरराष्ट्रीय शूटर शिवम त्यागी, सुप्रसिद्ध कथक नृत्य तपन राय मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित हुए।

यूपी सरकार ने नाइट कर्फ्यू हटाने का फैसला किया

यूपी सरकार ने नाइट कर्फ्यू हटाने का फैसला किया  

संदीप मिश्र        
लखनऊ। कोरोना वायरस के मामलों की गिरावट आने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार (गवर्नमेंट) ने नाइट कर्फ्यू को हटाने का फैसला किया है। अपर मुख्य सचिव अवनीश कुमार अवस्थी की ओर से जारी यह आदेश शनिवार रात से ही प्रभावी हो जाएंगे। 
आपको बता दें कि कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर में मरीजों की संख्या बढ़ने के बाद, 9 जनवरी 2022 को रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक नाइट कर्फ्यू लगाने की घोषणा की गई थी। इसके बाद 13 फरवरी से नाइट कर्फ्यू रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक लगाया गया था।

शिवाजी की 392वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित

शिवाजी की 392वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित   

अकांशु उपाध्याय     

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छत्रपति शिवाजी महाराज की 392वीं जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए ‘महान महानायक’ और भारत का गौरव बताया। उन्होंने कहा, ‘मैं छत्रपति शिवाजी महाराज को उनकी जयंती पर नमन करता हूं। उनका उत्कृष्ट नेतृत्व और समाज कल्याण पर पीढ़ियों से लोगों को प्रेरणा देता रहा है। जब सच्चाई और न्याय के मूल्यों के लिए खड़े होने की बात आई तो वे अडिग थे। हम उनकी पूर्ति के लिए प्रतिबद्ध हैं।

वहीं, पीएम मोदी ने कल मध्य रेलवे के ठाणे-दिवा खंड पर दो अतिरिक्त रेल लाइनों (पांचवीं और छठी) का उद्घाटन करने और नई उपनगरीय ट्रेनों को हरी झंडी दिखाने के बाद भी शिवाजी को नमन किया। मैं भारत के गौरव, भारत की पहचान और उसकी संस्कृति के रक्षक को सलाम करता हूं जो एक महान महानायक थे। वहीं, गोवा के सीएम प्रमोद सावंत और अन्य लोगों ने छत्रपति शिवाजी महाराज को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि दी। महाराष्ट्र में इसे ‘छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती’ के रूप में मनाया जाता है और इसे राज्य में सार्वजनिक अवकाश भी माना जाता है। महाराष्ट्र के लोग इस दिन को बहुत गर्व के साथ मनाते हैं और कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों, जुलूसों का आयोजन करते हैं। इस वर्ष हम उनकी 392वीं जयंती मना रहे हैं। आइये जानते हैं शिवाजी के बारे में कुछ खास बातें और इस दिन से जुड़ी बुनियादी जानकारियां जो आपके काम आएंगी।

छत्रपति शिवाजी महाराज जयंती की शुरुआत महात्मा फुले ने की थी। उन्होंने रायगढ़ में शिवाजी महाराज के मकबरे की पहचान की। यह दिन सबसे पहले पुणे में मनाया गया था। मराठा राजा की जयंती मनाने की परंपरा प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक द्वारा जारी रखी गई थी। उन्होंने लोगों के बीच शिवाजी के योगदान पर प्रकाश डाला। शिवाजी जयंती महाराष्ट्र में राजकीय अवकाश है। यह बहुत धूमधाम और भव्यता के साथ मनाया जाता है। मराठों के समृद्ध और विविध सांस्कृतिक इतिहास को भी इस दिन मनाया जाता है। बच्चे उनकी विरासत का सम्मान करने के लिए शिवाजी के रूप में तैयार होते हैं। भोजन और अन्य मिठाइयाँ भी परोसी जाती हैं और बहुत उत्साह के साथ आनंद लिया जाता है। भारत के सबसे बहादुर और सबसे प्रगतिशील शासकों में से एक, छत्रपति शिवाजी महाराज मराठा साम्राज्य के संस्थापक थे। 19 फरवरी, 1630 को जन्मे शिवाजी प्रमुख रईसों के वंशज थे।

व्यू वन्स फीचर यूजर्स ने पंसद किया: व्हाट्सएप

व्यू वन्स फीचर यूजर्स ने पंसद किया: व्हाट्सएप    

अकांशु उपाध्याय    

नई दिल्ली। व्हाट्सएप ने हाल ही में व्यू वन्स फीचर जारी किया था। जिसमें स्नैपचैट की तरह यूजर किसी भी तस्वीर या वीडियो को इस तरह शेयर कर सकता है कि वो सामने वाले को केवल एक बार दिखे। जिसके बाद वो गायब हो जाए। फोटो या वीडियो शेयर करते समय वहां दिए ‘1’ के ऑप्शन को सिलेक्ट करके आप इस फीचर को यूज कर सकते हैं।

2021 में जारी किये गए व्हाट्सएप के इस फीचर को यूजर्स ने सबसे ज्यादा पसंद किया है। इस फीचर की मदद से यूएसबी टाइप-सी केबल की मदद से अपने चैट्स को एक फोन से दूसरे फोन में भेज सकते हैं। ये ऑप्शन आपको व्हाट्सएप की सेटिंग्स में मिल जाएगा।

गैस-रिसाव की वजह से 3 मजदूरों की मौंत, 4 गंभीर

गैस-रिसाव की वजह से 3 मजदूरों की मौंत, 4 गंभीर  

मिनाक्षी लोढी    

कोलकाता। पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर स्टील संयंत्र (डीएसपी) के स्टील पिघलाने वाले कारखाने में गैस-रिसाव की वजह से तीन मजदूरों की दम घुटने से मौत हो गई। वहीं, चार और मजदूरों की स्‍थ‍िति गंभीर बनी हुई है। जिन्‍हें पास के ही अस्‍पताल में भर्ती कराया गया है। डीएसपी के एक प्रवक्ता ने कहा कि दुर्घटना की जांच के लिए एक समिति का गठन किया गया है। वहीं अस्पताल में भर्ती अन्य मजदूरों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है।

इधर, घटना की जानकारी मिलते ही प्लांट के उच्चाधिकारी भी मौके पर पहुंचे हैं। हादसे में मारे गए मजदूरों के परिजनों को घटना के संबंध में सूचित कर दिया गया है। इंडिया टीवी की खबर के मुताबिक बताया जा रहा है कि दोपहर में प्लांट में मजदूर काम कर रहे थे। इस दौरान प्लांट में कार्बन मोनोऑक्साइड का रिसाव हो गया जिससे प्लांट में काम करने वाले 7 अस्थाई मजदूर बेहोश होकर गिर पड़े। इसके बाद मजदूरों के अन्य साथियों ने मजदूरों को अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में पहुंचने के बाद डॉक्टरों ने 3 मजूदरों को मृत घोषित कर दिया।

गैस रिसाव के बाद सीआईएसएफ और दमकल अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई। हालांकि, स्टील प्लांट के अधिकारियों की ओर से इस घटना के संदर्भ में अभी कोई बयान नहीं दिया आया है। गैस रिसाव के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। फैक्ट्री के अधिकारी गैस रिसाव के कारणों की जांच कर रहे हैं। इससे पहले करीब 8 महीने पहले पश्चिम बंगाल के बर्नपुर में सरकारी सेल कंपनी के आईआईएससीओ इस्पात संयंत्र में रखरखाव कार्य के दौरान जहरीली गैस से दम घुटने से दो श्रमिकों की मौत हो गई थी। अधिकारियों ने बताया था कि करीब बैटरी नंबर 11 के सल्फर टैंक की सफाई के दौरान अनुबंधित श्रमिकों बबन सरकार एवं सुमन विश्वास की जहरीली गैस से दम घुटने से मौत हो गई। उन्होंने बताया था कि संयंत्र के कर्मी सुरक्षा आवरण में अंदर गए और फिर दोनों को बाहर निकाला गया। आईआईएससीओ अस्पताल ले जाने पर उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। दोनों स्थानीय थे। सेल के एक अधिकारी ने बताया कि इस घटना के बाद संयंत्र में काम नहीं चल रहा है। विस्तृत जांच के लिए एक जांच समिति बनाई गई है। इस घटना के बाद इंटक ने प्रदर्शन किया। इंटक नेता हरजीत सिंह ने कहा कि प्रबंधन को इस हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिवारों को समुचित मुआवजा देना होगा।

झटका: एलआईसी की पॉलिसी बिक्री में भारी कमी

नई दिल्ली। देश का सबसे बड़ा आईपीओ आने वाला है। एक हालिया रिपोर्ट की मानें तो भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) 11 मार्च को इसे पेश कर सकती है। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया कि 11 मार्च को यह एंकर निवेशकों के लिए खुलेगा। जबकि अन्य निवेशकों के लिए इस दो दिन बाद खोला जाएगा। इसमें कहा गया कि मार्च के पहले सप्ताह में इसे नियामकीय मंजूरी मिल सकती है। एक ओर जहां आईपीओ लॉन्च की तैयारी हो रही है। वहीं, दूसरी ओर कंपनी को एक तगड़ा झटका लगा है। दरअसल, एलआईसी पॉलिसी बिक्री में भारी कमी दर्ज की गई है। एलआईसी की ओर से बाजार नियामक सेबी को सौंपे गए दस्तावेजों के मुताबिक, एलआईसी की पॉलिसी बिक्री में भी भारी कमी आई है। 

व्यक्तिगत और समूह पॉलिसियां की बिक्री वित्त वर्ष 2018-19 के 7.5 करोड़ से 16.76 फीसदी घटकर वित्त वर्ष 2019-20 में 6.24 करोड़ पर आ गई। वहीं, वित्त वर्ष 2020-21 में इसमें 15.84 की गिरावट आई और यह आंकड़ा 5.25 करोड़ रह गया। कंपनी की ओर से साझा की गई जानकारी के अनुसार, लॉकडाउन के चलते 2019-20 की चौथी तिमाही में व्यक्तिगत पॉलिसियों की बिक्री 22.66 फीसदी घटकर 63.5 लाख रह गई। जो एक साल पहले समान अवधि में 82.1 लाख थी। 2020-21 और 2021-22 की पहली तिमाहियों में यह क्रमश: 46.20 फीसदी घटकर 19.1 लाख और फिर 34.93 फीसदी घटकर 23.1 लाख रह गई। पॉलिसी बिक्री में आई कमी से जहां कंपनी को नुकसान हुआ।

वहीं दूसरी ओर कोरोना काल में मृत्यू बीमा के लिए किए जाने वाले भुगतान के मामले में बीमा कंपनी पर लगातार आर्थिक बोझ बढ़ा है। एक रिपोर्ट में कहा गया कि कोविड-19 महामारी की वजह से कंपनी की व्यक्तिगत और समूह पॉलिसियों की कुल संख्या में गिरावट आई है। जबकि, मृत्यु के बीमा दावों में तेज बढ़ोतरी हुई है। इसके अनुसार, वित्त वर्ष 2019, 2020 और 2021 के लिए  मृत्यु बीमा दावों के लिए क्रमशः 17,128.84 करोड़ रुपये, 17,527.98 करोड़ रुपये और 23,926.89 करोड़ रुपये का भुगतान भी किया गया है। वहीं, 30 सितंबर, 2021 को समाप्त हुए छह महीनों के लिए 21,734.15 करोड़ रुपये भुगतान किया गया। आईपीओ (आरंभिक सार्वजनिक निर्गम) लाने की तैयारियों में जुटी देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी पर आयकर विभाग का करीब 75,000 करोड़ रुपये बकाया है। खास बात है कि भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) टैक्स की देनदारियां चुकाने के लिए अपने फंड का इस्तेमाल नहीं करना चाहती है। आईपीओ के लिए बाजार नियामक सेबी के पास पेश किए गए दस्तावेजों के मुताबिक, एलआईसी पर प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर के 74,894.6 करोड़ रुपये के कुल 63 मामले चल रहे हैं। इनमें बीमा कंपनी पर प्रत्यक्ष कर के 37 मामलों में 72,762.3 करोड़ और 26 अप्रत्यक्ष कर मामलों में 2,132.3 करोड़ रुपये बकाया है, जिनकी वसूली होनी है।

बता दें कि एलआईसी की ओर से साझा की गई जानकारी के मुताबिक, उसके पास सितंबर 2021 तक पॉलिसीधारकों के 21,500 करोड़ रुपये ऐसे हैं जो लावारिस पड़े हैं। यानी इनके लिए कोई दावा करने वाला नहीं है। इसका मतलब या तो इन पॉलिसीधारकों की मौत हो गई या फिर इनके बारे में उनके परिवार को पता नहीं है। मार्च 2021 तक 18,495 करोड़ रुपये और 2020 मार्च तक यह रकम 16,052 करोड़ रुपये थी जो मार्च 2019 तक 13,842 करोड़ रुपये थी। एलआईसी का ये आईपीओ अब तक सबसे बड़ा आईपीओ होगा। सेबी में सौंपे गए डीआरएपी के अनुसार, एलआईसी का इश्यू पूरी तरह ऑफर फॉर सेल होगा। इसमें सरकार अपनी 5 फीसदी हिस्सेदारी के अंतर्गत 31.6 करोड़ शेयर जारी करेगी। 

रिपोर्ट के मुताबिक, इस हिसाब से कंपनी की एम्बेडेड वैल्यू 5.4 लाख करोड़ रुपये होगी। अमूमन किसी बीमा कंपनी का मार्केट कैप इस वैल्यू का चार गुना होता है। इस हिसाब से देखें तो एलआईसी की मार्केट वैल्यू 288 अरब डॉलर यानी करीब 22 लाख करोड़ रुपये होगी और एलआईसी देश की सबसे बड़ी मूल्यवान कंपनी बन जाएगी। समय पर प्रीमियम नहीं भरने के कारण या फिर अन्य किसी कारण से बहुत सारे लोगों की एलआईसी की पॉलिसी बंद हो जाती है। कंपनी की ओर से कहा गया है कि पांच साल से जो पॉलिसी बंद पड़ी हैं। ऐसे मामले में कम चार्ज भरकर उसे फिर से चालू कराया जा सकता है। रिपोर्ट के अनुसार, ऐसे पॉलिसीधारक जिनकी पॉलिसी बंद हो चुकी है। वे भी रिजर्वेशन पोर्शन के जरिए आईपीओ के लिए आवेदन करने के पात्र हो सकते हैं। दस्तावेजों में कहा गया है कि ऐसे सभी पॉलिसीधारक आईपीओ के लिए रिजर्वेशन के तहत निवेश करने के हकदार हैं। जो मैच्योरिटी, सरेंडर या पॉलिसीहोल्डर की मृत्यु के चलते एलआईसी के रिकॉर्ड से बाहर नहीं हुए हैं।

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