शुक्रवार, 3 दिसंबर 2021

जापान में भूकंप के झटके, तीव्रता 5.4 दर्ज की

जापान में भूकंप के झटके, तीव्रता 5.4 दर्ज की 
अखिलेश पांंडेय    
टोक्यो। जापान के सबसे बड़े द्वीप होंशू के दक्षिणपूर्वी हिस्से में भूकंप के झटके महसूस किये गये। जापान की मौसम विज्ञान एजेंसी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। रिक्टर स्केल भूकंप की तीव्रता 5.4 दर्ज की गई। भूकंप का केंद्र वाकायामा प्रान्त में 20 किलोमीटर (12 मील से अधिक) की गहराई पर स्थित था। भूकंप के झटके 23 प्रान्तों में महसूस किए गए, जिनमें क्यूशू और शिकोकू द्वीप भी शामिल है। भूकंप के कारण किसी तरह के नुकसान की कोई रिपोर्ट नहीं है। सूनामी को लेकर कोई चेतावनी भी नहीं दी गई है।

ओमिक्रोन वैरिएंट में पुन: संक्रमण की संभावना
सुनील श्रीवास्तव         
प्रिटोरिया। दक्षिण अफ्रीकी वैज्ञानिकों द्वारा किए गए एक प्रारंभिक अध्ययन से पता चलता है कि डेल्टा या बीटा वैरिएंट की तुलना में ओमिक्रॅान वैरिएंट में पुन: संक्रमण होने की संभावना तीन गुना अधिक है। गुरुवार को प्रकाशित अध्‍ययन देश की स्‍वास्‍थ्‍य प्रणाली द्वारा एकत्रित डाटा पर आधारित है। यह ओमिक्रॉन की संक्रमण से बचने की क्षमता के बारे में महामारी विज्ञान का पहला प्रमाण पेश करता है। पेपर एक मेडिकल प्रीप्रिंट सर्वर पर अपलोड किया गया था और अभी तक इसकी समीक्षा नहीं की गई है। 27 नवंबर तक पॉजिटिव टेस्‍ट वाले 28 लाख लोगों में से 35,670 संदिग्ध पुन: संक्रमण थे।
यदि 90 दिनों के बाद टेस्‍ट पॉजिटिव आता है तो ऐसे मामलों को पुन: संक्रमण माना जाता है।
दक्षिण अफ्रीका की डीएसआई-एनआरएफ सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन एपिडेमियोलॉजिकल मॉडलिंग एंड एनालिसिस की  निदेशक जूलियट पुलियम ने ट्वीट किया, “हाल ही में उन लोगों में संक्रमण हुआ है, जिनका प्राथमिक संक्रमण तीनों लहर में हुआ है, जिनमें सबसे अधिक प्राथमिक संक्रमण डेल्टा लहर में हुआ।
पुलियम ने आगाह किया कि लेखकों के पास व्यक्तियों के वैक्‍सीनेशन की स्थिति के बारे में जानकारी नहीं थी। इसलिए यह पता नहीं लगाया जा सका कि ओमिक्रॉन किस हद तक वैक्‍सीन से मिलने वाली प्रतिरक्षा से बचता है। शोधकर्ताओं ने आगे इसका अध्ययन करने की योजना बनाई है। उन्‍होंने कहा कि ओमिक्रॉन संक्रमण से जुड़ी बीमारी की गंभीरता पर भी डाटा की जरूरत है, जिसमें पूर्व में संक्रमित हो चुके व्‍यक्ति भी शामिल हैं।
ओमिक्रोन वैरिएंट: सख्त यात्रा नियमों की घोषणा

अखिलेश पांंडेय         वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने देश में कोविड-19 के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के मामलों को देखते हुये सख्त यात्रा नियमों की घोषणा की है। रिपोर्टों के अनुसार बाइडेन ने गुरुवार को यह घोषणा करते हुये कहा कि उनकी योजना ‘शटडाउन या लॉकडाउन’ करने की नहीं है। 

नियमों के तहत सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को अमेरिका के लिए रवाना होने से 24 घंटे पहले कोरोना वायरस की जांच करानी होगी। कोरोना का टीका ले चुके यात्रियों को भी यह जांच करानी होगी। इसके अलावा मार्च तक विमानों, ट्रेनों और बसों में मास्क अनिवार्य रूप से लगाना होगा। अमेरिका के कैलिफोर्निया, कोलोराडो, मिनेसोटा, न्यूयॉर्क और हवाई में ओमिक्रोन के मामले सामने आये हैं।

अफ्रीका से आए 2 यात्रियों की रिपोर्ट पॉजिटिव 

सुनील श्रीवास्तव        सिंगापुर। सिंगापुर में दक्षिण अफ्रीका से आए दो यात्रियों की प्रारंभिक रिपोर्ट के आधार पर उनके कोविड-19 के नए स्वरूप ओमिक्रोन से संक्रमित होने की आशंका है। देश के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि ‘सिंगापुर एयरलाइंस’ (एसआईए) की उड़ान संख्या एसक्यू479 से दक्षिण अफ्रीका से सिंगापुर आए दो यात्री बुधवार को ओमीक्रोन से ”प्रारंभिक रूप से संक्रमित” पाए गए हैं।

‘चैनल न्यूज एशिया’ ने मंत्रालय के हवाले से कहा, ”संक्रमित पाए गए दोनों व्यक्तियों को एक दिसंबर को सिंगापुर पहुंचने के बाद पृथक-वास में भेज दिया गया था और वे किसी से संपर्क में नहीं आए।” मंत्रालय ने बताया कि दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग से यहां आए दोनों यात्री राष्ट्रीय संक्रामक रोग केंद्र (एनसीआईडी) के पृथक-वास वार्ड में हैं और उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है। दोनों का पूर्ण टीकाकरण हो चुका है और उन्हें ”खांसी और गले में खराश जैसे हल्के लक्षण हैं।

संक्रमित पाया गया पहला व्यक्ति 44 वर्षीय सिंगापुरी नागरिक है, जो जोहानिसबर्ग होते हुए मोजाम्बिक से यहां आया था। दूसरी संक्रमित 41 वर्षीय सिंगापुरी महिला है, जो दक्षिण अफ्रीका से यहां आई थीं। यात्रा शुरू करने से पहले दोनों की जांच रिपोर्ट में उनके संक्रमित नहीं होने की पुष्टि हुई थी। सिंगापुर पहुंचने पर इन दोनों की पीसीआर जांच कराई गई थी, जिसमें उनके संक्रमित पाए जाने की पुष्टि होने पर उन्हें एनसीआईडी ले जाया गया। मंत्रालय ने कहा, ”उनकी पीसीआर जांच रिपोर्ट में एस-जीन टार्गेट फेलियर की मौजूदगी का पता चला, जिसका संबंध ओमीक्रोन से होने की आशंका है। राष्ट्रीय जन स्वास्थ्य प्रयोगशाला, ओमीक्रोन के संक्रमण की पुष्टि के लिए पूर्ण जीनोम अनुक्रमण कर रही है।



दिल्ली: वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की

दिल्ली: वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की
अकांशु उपाध्याय           नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता शुक्रवार की सुबह ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज की गयी और न्यूनतम तापमान मौसम के औसत तापमान से तीन डिग्री अधिक 12.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) शुक्रवार को सुबह नौ बजे 358 रहा। पड़ोसी एनसीआर शहरों फरीदाबाद (289) और ग्रेटर नोएडा (250) में वायु गुणवत्ता शुक्रवार को सुबह ‘खराब’ श्रेणी में दर्ज किया गया। गाजियाबाद में (331), गुरुग्राम में (309) और नोएडा (315) में एक्यूआई ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रहा। दिल्ली में बृहस्पतिवार को 24 घंटे का एक्यूआई 429 रहा। 
शून्य से 50 के बीच एक्यूआई को अच्छा माना जाता है, 51 से 100 के बीच एक्यूआई संतोषजनक, 101 से 200 के बीच मध्यम, 201 से 300 के बीच खराब, 301 से 400 के बीच बहुत खराब, और 401 से 500 के बीच एक्यूआई को गंभीर श्रेणी में माना जाता है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने बताया कि राष्ट्रीय राजधानी में न्यूनतम तापमान 12.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो मौसम के औसत से तीन डिग्री अधिक रहा। अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की संभावना है। सापेक्षिक आर्द्रता सुबह साढ़े आठ बजे 91 प्रतिशत दर्ज की गयी। दिल्ली में बृहस्पतिवार को अभी तक मौसम का सबसे कम 19.8 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया। शहर में बृहस्पतिवार को हल्की बारिश भी हुई। मौसम विभाग ने शुक्रवार को दिल्ली में ”कोहरा” छाए रहने का अनुमान जताया है।

भारत: संक्रमितों की संख्या-3,46,15,757 हुईं
अकांशु उपाध्याय       नई दिल्ली। देश में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 9,216 नए मामले सामने आने से संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,46,15,757 हो गई। वहीं, उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 99,976 हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से 391 और मरीजों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,70,115 हो गई है। देश में लगातार 159वें दिनों से संक्रमण के दैनिक मामले 50,000 से कम ही सामने आ रहे हैं।
मंत्रालय ने बताया कि उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 99,976 हो गई, जो कुल मामलों का 0.29 फीसदी है। यह दर मार्च, 2020 के बाद से सबसे कम है। वहीं, राष्ट्रीय स्तर पर स्वस्थ होने की दर 98.35 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटे के दौरान उपचाराधीन मरीजों की संख्या में 213 का इजाफा हुआ है।
देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितंबर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितंबर को 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख के पार चले गए थे। देश में 19 दिसंबर को ये मामले एक करोड़ के पार, इस साल चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।

स्‍पेशल ट्रेनों का संचालन, तेज करने की कवायद शुरू 
अकांशु उपाध्याय         नई द‍िल्‍ली। भारतीय रेलवे  की ओर से अब अनर‍िजर्व स्‍पेशल ट्रेनों के संचालन को भी तेज करने की कवायद शुरू हो गई है। उत्‍तर रेलवे ने रेलयात्र‍ियों को ज्‍यादा से ज्‍यादा अनर‍िजर्व ट्रेन उपलब्‍ध करवा कर सुव‍िधा मुहैया कराने का फैसला क‍िया गया है। यह सभी ट्रेनें जींद, रोहतक, सोनीपत, कुरूक्षेत्र, मेरठ स‍िटी, खुर्जा, अलीगढ़, बरेली, नज़ीबाबाद, कोटद्वार, मुरादाबाद और सम्‍भल हातिम सराय के बीच संचाल‍ित की जाएंगी। उत्‍तर रेलवे के प्रवक्‍ता दीपक कुमार के मुताबि‍क रेलयात्रियों कि सुविधा के लिए विभिन्‍न गंतव्‍यों के लिए निम्‍नानुसार अनारक्षित स्‍पेशल ट्रेनोंका संचालन क‍िया जाएगा। इन ट्रेनों के संचालन से शॉर्ट रूट के ल‍िए ट्रेनों की सुव‍िधा आसानी से म‍िल सकेगी।
जींद-सोनीपत-जींद अनारक्षित स्‍पेशल (सप्‍ता‍ह में 06 दिन)04100/04099 जींद-सोनीपत-जींद अनारक्षित स्‍पेशल (सप्‍ता‍ह में 06 दिन) दिनांक 05.12.2021 से अग्रिम सूचना तक रविवार को छोडकर प्रतिदिन चलेगी। जींद से यह रेलगाड़ी पूर्वाह्न 10.30 बजे प्रस्‍थान कर उसी दिन दोपहर 12.40 बजे सोनीपत पहुँचेगी। वापसी दिशा में सोनीपत से यह रेलगाड़ी दोपहर 01.35 बजे प्रस्‍थान कर उसी दिन सांय 04.00 बजे जींद पहुँचेगी।
मार्ग में यह रेलगाडी जींद सिटी, पांडु पिंडारा, ललात खेडा, बामहनी, ईशापुर खीरी, बुटाना, खंडराई, गोहाना, रभड़ा, लठ, मोहाना और बडवासनी स्‍टेशनों पर दोनों दिशाओं में ठहरेगी।

ओडिशा तटों पर टकरा सकता है 'चक्रवात' तूफान
अकांशु उपाध्याय         नई दिल्ली। अगले 12 घंटों के दौरान इसके चक्रवाती तूफान में बदलकर तेज होने की सभावना है। फिर उत्तरी आंध्र प्रदेश और ओडिशा तटों पर टकराने की संभावना है। इसके लिए चक्रवात अलर्ट जारी किया गया है।मौसम केंद्र के मुताबिक बंगाल की दक्षिण-पूर्वी खाड़ी पर दबाव पिछले 06 घंटों के दौरान 32 किमी प्रति घंटे की गति के साथ उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ गया। यह डीप डिप्रेशन में बदल गया। 3 दिसंबर 2021 की सुबह 5.30 बजे पश्चिम मध्य और उससे सटे दक्षिण बंगाल की खाड़ी के पास केंद्रित था। विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश) से लगभग 580 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पूर्व, गोपालपुर (ओडिशा) से 670 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पूर्व और पारादीप (ओडिशा) से 760 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम में स्थित है।
अगले 12 घंटों के दौरान इसके उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने और एक चक्रवाती तूफान में बदलकर तेज होने की संभावना है। तूफान के 4 दिसंबर की सुबह तक उत्तर आंध्र प्रदेश – दक्षिण ओडिशा तटों से पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी तक पहुंचने की संभावना है। फिर इसके उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर मुड़ने और उत्तर तटीय आंध्र प्रदेश और ओडिशा तटों के साथ अगले 24 घंटों के दौरान 80-90 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 100 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम निरंतर हवा की गति के साथ आगे बढ़ने की संभावना है।

ग्रुप-सी के विभिन्न पदों पर भर्ती, आवेदन मांगे
अकांशु उपाध्याय        नई दिल्ली। सीमा सुरक्षा बल ने ग्रुप-सी के विभिन्न पदों पर भर्ती के लिए योग्य उम्मीदवारों से आवेदन मांगे हैं। उम्मीदवार आधिकारिक वेबसाइट के माध्यम से 29 दिसंबर 2021 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इन पदों पर भर्ती के लिए आवेदन प्रक्रिया 15 नवंबर से शुरू की जा चुकी है। सीमा सुरक्षा बल में कॉन्स्टेबल (सीवरमैन) के 2 पद, कॉन्स्टेबल (जनरेटर ऑपरेटर) के 24 पद, कांस्टेबल (जनरेटर मैकेनिक) के 28 पद, कॉन्स्टेबल (लाइनमैन) के 11 पद, एएसआई के 1 पद और हेड कॉन्स्टेबल के 6 पदों सहित कुल 72 रिक्त पदों पर भर्ती की जाएगी। उम्मीदवार की न्यूनतम आयु 18 साल और अधिकतम आयु 25 साल निर्धारित की गई है। एससी / एसटी कैटेगरी के उम्मीदवारों को आयु सीमा में 5 साल और ओबीसी कैटेगरी के उम्मीदवारों को 3 साल की छूट दी जाएगी।
ग्रुप-सी के विभिन्न पदों पर भर्ती के लिए उम्मीदवार किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से कक्षा 10वीं पास होना चाहिए। साथ ही उम्मीदवार के पास संबंधित ट्रेड में आईटीआई सर्टिफिकेट होना चाहिए। चयन प्रक्रिया की बात करें तो इन पदों पर भर्ती के लिए उम्मीदवारों का चयन लिखित परीक्षा, डाक्यूमेंटेशन, फिजिकल स्टैंडर्ड टेस्ट, फिजिकल एफिशिएंसी टेस्ट, प्रैक्टिकल / ट्रेड टेस्ट और मेडिकल एग्जामिनेशन के आधार पर किया जाएगा। 
2021 के लिए आधिकारिक वेबसाइट पर 29 दिसंबर 2021 तक ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। 

सार्वजनिक सूचनाएं एवं विज्ञापन

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-46, (वर्ष-05)
2. शनिवार, नवंबर 4, 2021
3. शक-1984, मार्गशीर्ष, कृष्ण-पक्ष, तिथि-अमावस्या, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 06:48, सूर्यास्त 05:24।
5. न्‍यूनतम तापमान -12 डी.सै., अधिकतम-24+ डी.सै.।  
बर्फबारी व शीतलहर के साथ कहीं- कहीं तेज बारिश की संभावना।
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवाशुं के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.-20110
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गुरुवार, 2 दिसंबर 2021

'धान खरीद' की समीक्षा, निर्देश दिया: केशव

'धान खरीद' की समीक्षा, निर्देश दिया: केशव
सुशील केसरवानी           
कौशाम्बी। प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य द्वारा गुरुवार को मा. शीतला देवी अतिथि गृह, सिराथू में अधिकारियों के साथ बैठक की गयी। बैठक में उप मुख्यमंत्री ने धान खरीद की समीक्षा के दौरान डिप्टी आर.एम.ओ को निर्देश दिया, कि वह सुनिश्चित करें कि धान खरीद के सम्बन्ध में किसानों को किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न होने पाये एवं घटतौली की शिकायत न आने पाये।
शिकायत पाये जाने पर सम्बन्धित के विरूद्ध कार्यवाही की जायेगी। इसके साथ ही उन्होंने धान खरीद के सम्बन्ध में दूरभाष नम्बर जारी करने के निर्देश दिये।जिससे आमजन अपनी शिकायत दर्ज करा सकें। उन्होंने कहा कि हाईब्रिड धान खरीद के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी क्रय केन्द्रों सहित अन्य स्थानों पर अंकित कराया जाए तथा विभिन्न माध्यमों द्वारा व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित किया जाय। बैठक में डिप्टी आर.एम.ओ ने बताया कि जनपद में राईस मीलें कम हैं, जिस पर उप मुख्यमंत्री ने जनपद प्रयागराज एवं फतेहपुर के राईस मीलरों से वार्ता कर आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिये। उप मुख्यमंत्री ने गौआश्रय स्थलों की समीक्षा के दौरान कहा कि आवारा घूम रहे गोवंशों को आश्रय स्थलों में रखा जाए तथा यह सुनिश्चित किया जाये। 
किसी भी गोवंश के आवारा घूमने की शिकायत न आने पाये। उन्होंने गौआश्रय स्थलों में सभी व्यवस्थाओं के साथ ही गोंवशों को ठण्ड से बचाव हेतु सभी आवश्यक व्यवस्थायें सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि चिन्हित अस्थायी गोआश्रय स्थलों के सम्बन्ध में तेजी से आवश्यक कार्यवाही की जाय एवं निर्माणाधीन गौशालाओं को शीघ्र पूर्ण कराया जाये।
उप मुख्यमंत्री द्वारा जनपद में स्वास्थ्य व्यवस्थाओं एवं कोविउ-19 टीकाकरण की प्रगति की जानकारी प्राप्त करने पर मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया कि कोविड-19 टीकाकरण में जनपद प्रदेश में 6वें स्थान पर है तथा कोविड-19 टीकाकरण की प्रथम डोज 84 प्रतिशत एवं द्वितीय डोज 30 प्रतिशत दी जा चुकी है। उप मुख्यमंत्री ने कोविड टीकाकरण में तेजी से और अधिक प्रगति लाने तथा कोविड-19 की नये वैरियण्ट के दृष्टिगत स्वास्थ्य की बेहतर व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु सभी आवश्यक तैयारियॉ पूर्ण करने एवं सी.एच.सी व पी.एच.सी में स्वास्थ्य सुविधाओं को और अधिक बेहतर करने तथा ऑक्सीजन प्लाण्टों को क्रियाशील करने के निर्देश दिये।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद में नगर पालिकाओं के विस्तार में जो गांव शामिल हुए हैं, उन सभी क्षेत्रों में कैम्प लगाकर पात्र लोगों को आवास आदि कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित किया जाये। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण एवं शहरी के लिए चिन्हित सभी पात्र व्यक्तियों को शीघ्र लाभान्वित किये जाने हेतु आवश्यक कार्यवाही की जाये। उन्होंने कृषक दुर्घटना के लाभार्थियों को शीघ्र सहायता राशि दिये जाने के निर्देश दिये।     
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि जहॉ-जहॉ नई सड़कें बननी हैं।उन सभी के प्रस्ताव बनाकर उपलब्ध कराया जाए तथा जो भी परियोजनायें पूर्ण हो गयी हैं। उनका लोकार्पण तथा स्वीकृत परियोजनाओं का शिलान्यास मा. जनप्रतिनिधियों से कराया जाये। उन्होंने सांसद निधि एवं विधायक निधि के अन्तर्गत कराये जा रहे कार्यो की प्रगति की भी समीक्षा की। उन्होंने जनपद में डी.ए.पी की उपलब्धता एवं बिजली की आपूर्ति आदि की भी विस्तृत जानकारी प्राप्त की बैठक में जिलापूर्ति अधिकरी ने बताया कि सभी कार्ड धारकों को इस माह से राशन के साथ ही 01 लीटर खाद्य तेल, 01 किलो नमक एवं 01 किलो दाल दिया जायेगा।
जिस पर उपमुख्यमंत्री ने कहा कि कोटेदारों की बैठक कर कार्यक्रम आयोजित कराकर वितरण कराया जाय। इसके साथ ही उन्होंने निर्देश दिये कि सभी पात्र व्यक्तियों का राशन कार्ड बनाया जाये। इस सम्बन्ध में कोई शिकायत न आने पाये। इस अवसर पर अध्यक्ष जिला पंचायत श्रीमती कल्पना सोनकर, सांसद विनोद सोनकर, विधायक शीतला प्रसाद, भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीमती अनीता त्रिपाठी सहित जिलाधिकारी सुजीत कुमार एवं पुलिस अधीक्षक राधेश्याम विश्वकर्मा सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारीगण उपस्थित रहे।

मिलीभगत के चलते खनन माफिया सक्रिय हुए
अश्वनी उपाध्याय          गाजियाबाद। जिलें के मोदीनगर थाना क्षेत्र में मानकी रोड पर तहसील प्रशासन और पुलिस प्रशासन की तथाकथित मिलीभगत के चलते खनन माफिया सक्रिय हो गया है। यहाँ सुबह सवेरे से देर रात तक माफिया बेरोकटोक मिट्टी का खनन कर रहा है। आलम यह है कि मिट्टी के भारी भरकम डमफरो और ट्रैक्टरों की वजह से गांव और शहर की सड़कें जजर्र हो गई है। जिसका खामियाजा स्थानीय लोगों को उठाना पड़ रहा है। लोगों द्वारा कई बार तहसील प्रशासन और पुलिस प्रशासन को इस बारे में लिखित शिकायती पत्र भी दिए जा चुके हैं। लेकिन, स्थानीय प्रशासन आंखें मूंदे हुए हैं। क्योंकि यह सारा खेल लाखों रुपए की अवैध उगाही से जुड़ा हुआ है। गाँव वालों का कहना है कि रात को 2:00 बजे भी ट्रैक्टर ट्रॉली में मिट्टी लाकर गाज़ियाबाद की निर्माण साइटों पर डाला जाता है।

भ्रष्टाचार के चलते पुलिस-प्रशासन की छापेमारी की सूचना खनन माफिया तक पहले ही पहुँच जाती है।  मौके पर खनन न देखकर अधिकारी खाली हाथ लौट जाते हैं। ताज्जुब की बात यह है कि प्रशासनिक अधिकारियों को वहाँ ताज़ा खुदे गड्ढे दिखाई तो देते हैं मगर अज्ञात कारणों से खेत मालिक के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं होती है। इस खेल में उन तथाकथित किसानों की भूमिका भी महत्वपूर्ण है। जो अपने खेत खनन माफिया को खदान के लिए देकर किसान आंदोलन और मुआवजे के लिए चल रहे आंदोलन में जाकर बैठ जाते हैं। 


संस्था द्वारा संविदा कर्मियों को अधूरा वेतन: कौशाम्बी
सुशील मिश्रा          
कौशाम्बी। स्वास्थ्य विभाग के एंबुलेंस में लगे संविदा कर्मियों का लगातार शोषण हो रहा है। संविदा कर्मियों की नियुक्ति करने वाली निजी संस्था द्वारा संविदा कर्मियों को अधूरा वेतन दिया जा रहा है। उनसे काम भी अधिक लिया जा रहा है।इतना ही नहीं, वेतन कटौती के साथ-साथ अन्य तमाम तरह से संविदा कर्मियों का उत्पीड़न संस्था के जिम्मेदारों द्वारा किया जा रहा है। स्वास्थ्य संविदा कर्मियों ने बताया कि कई कई महीने का वेतन नहीं दिया जाता है और शिकायत करने पर सेवा से बर्खास्त कर दिया जाता है।
निजी संस्था के आतंक से त्रस्त स्वास्थ्य संविदा कर्मियों ने धरना प्रदर्शन कर जिलाधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजते हुए कहा है कि 9000 कर्मचारियों को अवैध ढंग से सेवाएं समाप्त करने के मामले में उन्हें बहाल किया जाए। बोनस देने के नियम होने के बाद कंपनी द्वारा बोनस का भुगतान नहीं किया गया है। बोनस का भुगतान कराए जाने सहित विभिन्न मांगों को लेकर स्वास्थ्य संविदा कर्मियों ने ज्ञापन सौंपते हुए कहा है कि यदि समस्याओं पर सहानुभूति पूर्वक यथाशीघ्र विचार करते हुए समस्याओं का निस्तारण नहीं हुआ तो मजबूरन एंबुलेंस कर्मचारियों को बड़ा आंदोलन करने के लिए बाध्य होना पड़ेगा। ज्ञापन सौंपने वालों में सत्या गुप्ता, अरविंद मिश्रा, बांके लाल गुप्ता सहित तमाम लोग शामिल रहे।

ऑटो चालक से लूटपाट, आरोपी गिरफ्तार किए

ऑटो चालक से लूटपाट, आरोपी गिरफ्तार किए       

अकांशु उपाध्याय         नई दिल्ली। ऑटो चालक से लूटपाट के मामले में साकेत थाना पुलिस ने एक महिला को उसके नाबालिग बेटे के साथ दबोचा है। उनके पास से लूट का मोबाइल भी बरामद हो गया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि दक्षिणपुरी निवासी 48 वर्षीय एक आटो चालक ने शिकायत दर्ज कराई थी कि 29 नवंबर की सुबह करीब नौ बजे वह अपने आटो से प्रेस एन्क्लेव रोड से शेख सराय अथारिटी की ओर जा रहा था। जब वह डीएलएफ माल के सामने पहुंचा तो देखा कि दो लड़के आपस में झगड़ा कर रहे हैं। उसने बीच-बचाव करने के लिए अपना आटो रोका तो दोनों ने उल्टा उसे ही पीटना शुरू कर दिया।

जब उसने पुलिस को फोन करने की कोशिश की तो वहां मौजूद एक महिला ने उसका मोबाइल लूट लिया। फिर तीनों वहां से फरार हो गये। आटो चालक की शिकायत पर पुलिस ने लूटपाट का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दिया। सीसीटीवी फुटेज और मुखबिरों की मदद से एक नाबालिग को मालवीय नगर इलाके से पकड़ लिया गया। उसने बताया कि उसने अपने दूसरे नाबालिग दोस्त और उसकी मां के साथ मिलकर लूटपाट की वारदात को अंजाम दिया था। पूछताछ में पता चला कि दूसरा नाबालिग अपनी मां के साथ कापसहेड़ा में रहता है, जहां से पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया।

पेड़ पर लटका मिला सेनेटरी इंस्पेक्टर का शव

पंकज कपूर          विकासनगर। एक सप्ताह पहले ड्यूटी के बाद अचानक गायक हुए सेनेटरी इंस्पेक्टर का शव टिमली के जंगल से बरामद हुआ है। शव जंगल में पेड़ से फंदे के सहारे लटका हुआ मिला। सहसपुर, चकराता पुलिस और एसडीआरएफ की टीम ने संयुक्त कार्रवाई कर शव नीचे उतारा है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए डॉक्टरगंज विकासनगर स्थित उपजिला चिकित्सालय की मोर्च्यूरी में भेज दिया है। छावनी परिषद चकराता में सेनेटरी इंस्पेक्टर के पद पर तैनात सुरेश सिंह जयाड़ा (34) पुत्र गोपाल सिंह जयाड़ा निवासी डख्याटगांव बड़कोट उत्तरकाशी 24 नवंबर को छावनी परिषद के गेट पर ड्यूटी कर रहे थे। शाम को अचानक पांच बजे ड्यूटी समाप्त होते ही सुरेश सिंह लापता हो गए। काफी खोजबीन के बाद भी उनका पता नहीं चल सका। इसके बाद देर रात उनके फोन की लोकेशन टिमली के जंगल में मिली। जहां पुलिस उन्हें तलाशती रही। देर रात को फोन भी बंद मिला। जांच में यह सामने आया कि सेनेटरी इंस्पेक्टर ने एक मैसेज भेजा था। 

जिसमें लिखा था कि उसे तलाशोंगे तो टिमली के जंगल और दर्रारीट कालीमाता मंदिर के पास वह मिलेगा। इसके बाद सहसपुर, चकराता थाना पुलिस टिमली के जंगल में सेनेटरी इंस्पेक्टर को तलाशते रहे। एक दिसंबर को सेनेटरी इंस्पेक्टर सुरेश सिंह का शव सहारनपुर-विकासनगर रोड से करीब पांच सौ किमी दूर टिमली के जंगल में एक पेड़ पर बंधी रस्सी से बने फांसी के फंदे पर लटकता हुआ मिला। पुलिस ने शव को फांसी के फंदे से निकालकर कब्जे में लिया और परिजनों को इस बाबत सूचना दी। एसओ सहसपुर विनोद राणा ने बताया कि मृतक के पास से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। कहा कि चकराता पुलिस थाने में मृतक की गुमशुदगी दर्ज है। एसओ चकराता सतेंद्र भाटी ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। बताया कि मौत के कारणों का पता पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद लगेगा। कहा कि अब तक की जांच में प्रथम दृष्टया मृतक के फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या ही मानी जा रही है। आगे जांच के बाद असली कारण पता चल पायेंगे।

12 सदस्यों के निलंबन का मुद्दा, आरोप लगाया

12 सदस्यों के निलंबन का मुद्दा, आरोप लगाया

अकांशु उपाध्याय          नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने राज्यसभा के 12 सदस्यों के निलंबन के मुद्दे को लेकर चल सदन में चल रहे गतिरोध की पृष्ठभूमि में बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार सवालों से डरती है। उन्होंने ट्वीट किया, ”सवालों से डर, सत्य से डर, साहस से डर, जो सरकार डरे, वो अन्याय ही करे। राहुल गांधी ने यह टिप्पणी उस वक्त की है। जब राज्यसभा में 12 सदस्यों के निलंबन को लेकर पिछले चार दिनों से गतिरोध बना हुआ है। संसद के सोमवार को आरंभ हुए शीतकालीन सत्र के पहले दिन राज्यसभा में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को इस सत्र की शेष अवधि तक के लिए उच्च सदन से निलंबित कर दिया गया था।

जिन सदस्यों को निलंबित किया गया है। उनमें मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के इलामारम करीम, कांग्रेस की फूलों देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रताप सिंह, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन और शांता छेत्री, शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विस्वम शामिल हैं।

कामकाज ना होने को लेकर चिंता जाहिर की

अकांशु उपाध्याय          नई दिल्ली। राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने के बाद से उच्च सदन में अब तक उल्लेखनीय कामकाज न हो पाने को लेकर बृहस्पतिवार को चिंता जाहिर करते हुए कहा कि संविधान निर्माताओं ने जन प्रतिनिधियों को महती जिम्मेदारी दी है। जिसका निर्वहन किया जाना चाहिए। संसद के मॉनसून सत्र के दौरान ”अशोभनीय आचरण” करने के लिए वर्तमान शीतकालीन सत्र की शेष अवधि के लिए 12 सांसदों को निलंबित किए जाने के बाद, उनका निलंबन वापस लेने की मांग को लेकर विपक्षी दलों के हंगामे के कारण उच्च सदन की कार्यवाही लगातार बाधित होती रही है। इन 12 सदस्यों को सोमवार को, शीतकालीन सत्र के पहले दिन निलंबित किया गया। सोमवार को ही सदन में तीनों कृषि कानूनों को निरस्त करने के लिए लाए गए ”कृषि विधि निरसन विधेयक 2021” को ध्वनिमत से मंजूरी दी गई। 

इसके अलावा अन्य कामकाज सदन में नहीं हो पाया है।हंगामे की वजह से आज भी उच्च सदन में शून्यकाल नहीं हो पाया। उच्च सदन की कार्यवाही लगातार बाधित होने को लेकर चिंता जाहिर करते हुए सभापति ने कहा ”शीतकालीन सत्र में सदन की आज चौथी बैठक है लेकिन अब तक कोई कामकाज नहीं हो पाया है। संविधान निर्माताओं ने जन प्रतिनिधियों को महती जिम्मेदारी दी है जिसका समुचित निर्वहन किया जाना चाहिए।” उन्होंने कहा कि 12 सदस्यों के निलंबन की कार्रवाई की वजह भी बताई गई थी।

उन्होंने कहा ”सोमवार को संसदीय कार्य मंत्री ने सदन में वजह बताते हुए निलंबन का प्रस्ताव रखा था। यह सब सार्वजनिक रूप से उपलब्ध है। कुछ माननीय नेताओं और इस सदन के सदस्यों ने निलंबन को अलोकतांत्रिक बताया है। कुछ ने कहा कि ऐसा पहली बार किया गया है।” सभापति ने कहा ”ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। पहले भी अशोभनीय आचरण के चलते, नियमानुसार निलंबन की कार्रवाई की गई है और सदस्यों के अफसोस जाहिर करने के बाद उनका निलंबन वापस लिया गया है।

लेकिन, सदस्यों ने कोई पछतावा जाहिर नहीं किया है। मनुष्य ही गलतियां करता है और मनुष्य ही गलतियों को सुधारता है। सुधार को न तो कोई अस्वीकार कर सकता है और न ही गलत को लेकर अड़ियल रुख अपनाया जा सकता है।” नायडू ने कहा कि वह पहले भी कह चुके हैं कि यदि निलंबित सदस्यों को अपनी गलती का एहसास हो तो नेता प्रतिपक्ष और सदन के नेता आपस में चर्चा कर सकते हैं और उनका निलंबन वापस लेने के विपक्ष के प्रस्ताव पर विचार किया जा सकता है।

उन्होंने सत्ता पक्ष और विपक्ष के सदस्यों से यह गतिरोध दूर करने का अनुरोध किया और कहा ”सदन को अपना कामकाज करने दें।” गौरतलब है कि सोमवार को आरंभ हुए संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन राज्यसभा में कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों के 12 सदस्यों को इस सत्र की शेष अवधि तक के लिए उच्च सदन से निलंबित कर दिया गया था। जिन सदस्यों को निलंबित किया गया है उनमें मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के इलामारम करीम, कांग्रेस की फूलो देवी नेताम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजमणि पटेल, सैयद नासिर हुसैन, अखिलेश प्रताप सिंह, तृणमूल कांग्रेस की डोला सेन और शांता छेत्री, शिव सेना की प्रियंका चतुर्वेदी और अनिल देसाई तथा भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के विनय विस्वम शामिल हैं।

सरकारी नौकरियों की कमी का मुद्दा उठाया: वरुण

अकांशु उपाध्याय         नई दिल्ली। किसानों के मुद्दों पर लगातार अपनी ही पार्टी की सरकार को कटघरे में खड़ा करने वाले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद वरुण गांधी ने बृहस्पतिवार को सरकारी नौकरियों की कमी का मुद्दा उठाया और कहा कि देश के नौजवान कब तक सब्र करेंगे। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, ”पहले तो सरकारी नौकरी ही नहीं है, फिर भी कुछ मौका आए तो पेपर लीक हो, परीक्षा दे दी तो सालों साल रिजल्ट नहीं, फिर किसी घोटाले में रद्द हो।

रेलवे ग्रुप डी के सवा करोड़ नौजवान दो साल से परिणामों के इंतजार में हैं। सेना में भर्ती का भी वही हाल है। आखिर कब तक सब्र करे भारत का नौजवान?” बाद में एक बयान में उत्तर प्रदेश के पीलीभीत से भाजपा सांसद गांधी ने कहा कि ग्रामीण भारत में औसत युवाओं के लिए रोजगार के अवसर मुख्यत: सरकारी नौकरियों तक ही सीमित रहते हैं, चाहे वह रक्षा क्षेत्र हो या पुलिस, रेलवे या फिर शिक्षा।

उन्होंने कहा, ”प्रत्येक क्षेत्र में पहले के मुकाबले कम सरकारी नौकरियां हैं, लिहाजा युवाओं में कुंठा के भाव पैदा हो रहे हैं। पिछले दो वर्षों में सिर्फ उत्तर प्रदेश में परीक्षा पेपर लीक होने की वजह से 17 परीक्षाएं स्थगित की जा चुकी हैं और अभी तक इसमें शामिल किसी बड़े सिंडिकेट की पहचान नहीं की जा सकी है। युवाओं को निजी क्षेत्र में रोजगार से जोड़ने का भी कोई तंत्र नहीं है। इसलिए रोजगार संबंधी दिशानिर्देशों और निर्धारित समय-सारणी का पालन किया जाना आवश्यक है।” वरूण गांधी अर्थव्यवस्था और बेरोजगारी के मुद्दे पर सरकार के प्रबंधन की भी आलोचना करते रहे हैं। हालांकि इस दौरान उन्होंने अभी तक सीधे केंद्र सरकार को निशाना नहीं बनाया है।

केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसानों की आवाज में भी वह आवाज मिलाते रहे हैं। तीन कानूनों को निरस्त किए जाने की घोषणा के एक दिन बाद भी उन्होंने आंदोलनरत किसानों के सुर में सुर मिलाते हुए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के लिए कानून बनाने की मांग की थी और आगाह किया था कि राष्ट्रहित में सरकार को ”तत्काल” यह मांग मान लेनी चाहिए अन्यथा आंदोलन समाप्त नहीं होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को एक पत्र लिख कर उन्होंने लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा ‘टेनी’ के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की थी कहा था कि तीन कृषि कानूनों को निरस्त किए जाने का यह निर्णय यदि पहले ही ले लिया जाता तो 700 से अधिक किसानों की जान नहीं जाती।

पुष्कर ने सीएम शिवराज से 'शिष्टाचार' भेंट की

पंकज कपूर       देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बृहस्पतिवार को देव संस्कृति विश्वविद्यालय, हरिद्वार में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से शिष्टाचार भेंट की। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पुष्पगुच्छ, अंगवस्त्र तथा पर्यावरण संरक्षण की दृष्टि से पौधा भेंट किया। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने भी उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री को पुष्पगुच्छ व प्रतीक चिह्न भेंट किया।

मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी तथा मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री  शिवराज सिंह चौहान ने देव संस्कृति विश्वविद्यालय परिसर स्थित शौर्य दीवार पर शहीदों को पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इसके पश्चात उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री एवं मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री ने देव संस्कृति विश्वविद्यालय परिसर में मौलश्री के पौधे का रोपण भी किया।इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री स्वामी यतीश्वरानन्द, देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति डॉ. चिन्मय पाण्डया, जिलाधिकारी हरिद्वार श्री विनय शंकर पाण्डेय, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. योगेन्द्र सिंह रावत उपस्थित थे।

किसानों को मुआवजा देने से भाग रहीं सरकार

अश्वनी उपाध्याय           गाजियाबाद। कृषि कानूनों को वापस लिए जाने के बाद एमएसपी पर कानून की मांग करते हुए आंदोलन चला रहे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा है कि सरकार किसानों को मुआवजा देने से भाग रही है। सरकार इस बात को पूरी तरह से झूठ बोल रही है कि उसके पास आंदोलन के दौरान मरे किसानों की मौत के सही आंकड़े नहीं है। सरकार की इस समस्या को हल करने के लिए अब किसी भी किसान की मौत होने पर उसका अंतिम संस्कार गाजीपुर बॉर्डर पर ही किया जाएगा। इसके लिए जगह चिन्हित कर ली गई है। 

योगी बृहस्पतिवार को गाजीपुर बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन के दौरान भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत की ओर से नारा दिया गया है कि एमएसपी अभी नहीं तो कभी नही बल्कि यही। उन्होंने कहा है कि जब तक एमएसपी पर गारंटी के तौर पर कानून नहीं बनेगा, उस समय तक किसानों का आंदोलन चलता रहेगा। आगामी 4 दिसंबर को गाजीपुर बॉर्डर पर आयोजित होने वाली संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक की तैयारी चल रही है। भाकियू नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि सरकार कह रही है कि उसके पास नये कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे आंदोलन के दौरान किसानों की मौत के सही आंकड़े नहीं है। इस बात को लेकर सरकार पूरी तरह से झूठ बोल रही है। 

सरकार की किसानों की मौत के आंकड़ों की समस्या के निदान के लिए अब किसानों की ओर से रणनीति तैयार कर ली गई है। अब किसी भी किसान की मौत होने पर उसका अंतिम संस्कार गाजीपुर बॉर्डर पर ही किया जाएगा। इसके लिए बाकायदा जगह भी चिन्हित कर ली गई है। राकेश टिकैत ने कहा है कि सर्द ऋतु का आगमन हो चुका है। गाजीपुर बॉर्डर पर किसान सर्दी से बचाव की तैयारी में जुट गए हैं। बाकायदा बॉर्डर पर टेंट और कंबल मंगाए जा रहे हैं ताकि आंदोलन को नई धार दी जा सके। 4 दिसंबर को बनी रणनीति के बाद आंदोलन की गति निर्धारित की जाएगी।

'महामारी' से निपटने के कार्य को प्राथमिकता नहीं

अकांशु उपाध्याय         नई दिल्ली। कांग्रेस ने बृहस्पतिवार को सरकार पर कोविड महामारी से निपटने के कार्य को जरूरी प्राथमिकता नहीं देने का आरोप लगाया और यह स्पष्ट करने की मांग की कि महामारी के दौरान कितने लोगों की मौत हुई, कितने परिवारों की मदद की गई तथा 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को कब से टीके लगने शुरू होंगे। साथ ही कोविड टीके की बूस्टर या तीसरी खुराक को लेकर उसकी क्या नीति है। लोकसभा में नियम 193 के तहत ‘कोविड से उत्पन्न स्थिति’ पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कांग्रेस सदस्य गौरव गोगोई ने कहा कि कोविड-19 महामारी ने बच्चों, बूढ़ों सहित समाज के हर वर्ग के लोगों को प्रभावित किया है और इसका असर देश की 130 करोड़ आबादी पर देखा जा सकता है। 

उन्होंने आरोप लगाया कि कोरोना महामारी पर सदन में चर्चा के लिये सरकार को जिस प्रकार की प्राथमिकता दिखानी चाहिए थी, वह नहीं दिखायी गई। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के कारण लॉकडाउन के दौरान घरों में बच्चों एवं महिलाओं के शोषण की खबरें आई हैं। इसके कारण 3,620 बच्चों के अनाथ होने तथा 26 हजार बच्चों के माता या पिता में से कम से कम एक को खोने की रिपोर्ट सामने आई है।

गोगोई ने सवाल किया कि ऐसे कितने बच्चों और महिलाओं ने सरकार से हेल्पलाइन पर सम्पर्क किया तथा सरकार ऐसे कितने लोगों तक पहुंची तथा सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय सहित अन्य विभागों ने कितने दिव्यांगों की मदद की ? उन्होंने सरकार से जानना चाहा, ” निजी क्षेत्र ने कितने लोगों को कोविड रोधी टीके लगाए। बूस्टर खुराक को लेकर सरकार का क्या रूख और नीति है? 18 वर्ष से कम आयु के बच्चों को कब तक टीका लगना शुरू होगा?” कांग्रेस सदस्य ने आरोप लगाया, ”जिस समय सरकार को लोगों से सहानुभूति दिखानी चाहिए थी, उस समय सत्ता पक्ष एक व्यक्ति की छवि बचाने में लगा हुआ है।” गोगोई ने कहा कि ऐसे समय में जब सरकार को लोगों से सतर्क रहने की गुजारिश करनी चाहिए, उस समय सरकार के लोग प्रधानमंत्री की तारीफ करने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि इजराइल, अमेरिका जैसे देशों में 80 प्रतिशत लोगों को टीके की दो खुराक लगा चुकी है, लेकिन वहां भी खतरा है।

उन्होंने आरोप लगाया कि कोरोना महामारी की दूसरी लहर के समय लोगों को सरकारी अस्पतालों में बिस्तर, ऑक्सीजन, वेंटिलेटर आदि नहीं मिल रहे थे और विदेशों से वेंटिलेटर मंगाने पड़े थे। ऐसे में सरकार की क्या तैयारी थी ? कांग्रेस नेता ने कहा कि पार्टी नेता राहुल गांधी ने समय-समय पर महामारी से सतर्कता, टीके एवं अन्य विषयों पर सरकार को सावधान करने का प्रयास किया लेकिन इस पर ध्यान नहीं दिया गया। इस दौरान सदन में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी उपस्थित थीं। गोगोई ने कहा कि आज बेरोजगार बढ़ गया है, व्यापार पर गंभीर असर पड़ा, लोगों की आमदनी घटी लेकिन महामारी के बाद सरकार ने ईंधन एवं अन्य चीजों की कीमतों को बढ़ाने का काम किया। गोगोई ने कहा कि सरकार के पास सेंट्रल विस्टा के लिये पैसे हैं लेकिन गरीबों के लिये पैसे नहीं है।

सड़क सुरक्षा का मुद्दा, बहुआयामी रणनीति तैयार

अकांशु उपाध्याय       नई दिल्ली। सरकार ने बृहस्पतिवार को कहा कि उसने राष्ट्रीय राजमार्गों पर दुर्घटनाओं को रोकने और सड़क सुरक्षा के मुद्दे के समाधान के लिए एक बहुआयामी रणनीति तैयार की है। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने लोकसभा में संगम लाल गुप्ता और सी पी जोशी के प्रश्नों के लिखित उत्तर में कहा कि राष्ट्रीय राजमार्गों पर दुर्घटना का प्रमुख कारण वाहन का डिजाइन, सड़क इंजीनियरिंग, अधिक रफ्तार, नशे में गाड़ी चलाना, गलत दिशा में वाहन चलाना, लाल बत्ती पार करना और मोबाइल फोन का उपयोग करना आदि शामिल हैं।

उन्होंने कहा कि मंत्रालय ने शिक्षा, इंजीनियरिंग (सड़कों और वाहनों दोनों की), प्रवर्तन और आपात देखभाल के आधार पर सड़क सुरक्षा के मुद्दे के समाधान के लिए एक बहुआयामी रणनीति तैयार की है। गडकरी ने कहा कि इनमें जागरुकता पैदा करने के लिए इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, प्रिंट मीडिया, एनजीओ आदि के माध्यम से सड़क सुरक्षा पर प्रचार उपाय करना, सड़क सुरक्षा ऑडिटर्स के लिए एक प्रमाणन पाठ्यक्रम शुरू करना और राष्ट्रीय राजमार्गों पर ब्लैक स्पॉट (दुर्घटना संभावित स्थानों) की पहचान और सुधार करना आदि शामिल हैं। मंत्री के उत्तर के अनुसार इनमें ऑटोमोबाइल के लिए सुरक्षा मानकों में सुधार करना, सभी वाहनों में गति सीमा उपकरण लगाने की अधिसूचना जारी करना आदि शामिल हैं।


'तिरंगा' यात्रा के बाद जनसभा को संबोधित किया
अमित शर्मा           पठानकोट। पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारी में जुटी आम आदमी पार्टी अपनी पूरी ताकत झोंकती नजर आ रही है। इसी कड़ी में दिल्ली के मुख्यमंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल आज पठानकोट पहुंचे। जहां उन्होंने तिरंगा यात्रा निकाली। बताया जा रहा है कि यात्रा के लिए पंजाब भर से समर्थक पठानकोट में जुटे हैं। वहीं दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया इस दौरान उनके साथ मौजूद रहें। अरविंद केजरीवाल के पठानकोट पहुंचने से पहले उनके समर्थक हाथ में तिरंगा लिए उनके इंतजार में खड़े रहे। तिरंगा यात्रा के बाद जनसभा को संबोधित किया।

केजरीवाल ने कहा कि अब सभी को अच्छी शिक्षा मिलेगी। अगर पंजाब में हमारी सरकार बनेगी तो हमारी जिम्मेदारी होगी कि यहां पर जो भी बच्चा पैदा होगा। उसको अच्छी शिक्षा और मुफ्त में शिक्षा दी जाए। बीते दो महीने में यह अरविंद केजरीवाल का चौथा पंजाब दौरा है। अरविंद केजरीवाल पंजाब के अपने हर एक दौरे पर बड़ा चुनावी वादा कर रहे हैं। अपने बीते तीन दौरों में अरविंद केजरीवाल किसानों, व्यापारियों को महिला वोटर्स को लुभाने की कोशिश कर चुके हैं।
केजरीवाल राज्य में आप की सरकार बनने पर 300 यूनिट मुफ्त बिजली, 24 घंटे बिजली की आपूर्ति, सरकारी अस्पतालों में मुफ्त इलाज और दवाएं और महिलाओं को 1,000 रुपये प्रति महीना देने का पहले ही वादा कर चुके हैं।


हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...