शुक्रवार, 24 सितंबर 2021

गिरी की मौंत पर दिल्ली में एफआईआर दर्ज कराई

अकांशु उपाध्याय    
नई दिल्ली। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत को लेकर सीबीआई ने दिल्ली में एफआईआर दर्ज कराई है। पूरे प्रकरण की जांच संयुक्त निदेशक विप्लव चौधरी को सौंपी गई है और जांच दल में 20 सदस्य है। जो प्रयागराज, हरिद्वार, दिल्ली सहित कई धार्मिक स्थलों पर जाएंगे। जांच दल में फॉरेंसिक विशेषज्ञ भी शामिल है।
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक प्रयागराज में एक टीम पहुंच गई है और उत्तर प्रदेश पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से विचार-विमर्श के बाद एफआईआर, पोस्टमार्टम एवं सुसाइड नोट की कॉपी ले ली है। सीबीआई जांच दल इस मामले में न्यायिक हिरासत में लिए गए महंत आनंद गिरी, मंदिर के पुजारी आद्या तिवारी एवं संदीप तिवारी को अपने हिरासत में लेकर नए सिरे से पूछताछ करेगी।

‘अक्षर संग्रहालय’ का निर्माण शुरू करने का फैसला

अकांशु उपाध्याय       
नई दिल्ली। उच्च साक्षरता दर और अद्वितीय साहित्यिक एवं सांस्कृतिक परंपरा के लिए पहचाने जाने वाले केरल में जल्द ही इस विरासत को प्रदर्शित करने के लिए एक संग्रहालय होगा। जिसे दुनिया में अपनी तरह का पहला भाषा-साहित्यिक और सांस्कृतिक संग्रहालय बताया जा रहा है। केरल सरकार ने एक नवंबर को राज्य के स्थापना दिवस पर कोट्टायम जिले के नट्टकम में ‘अक्षर संग्रहालय’ का निर्माण शुरू करने का निर्णय लिया।
लेखकों की प्रकाशन और बिक्री सहकारी समिति, साहित्य प्रवर्तक सहकारी समिति के तत्वावधान में अद्वितीय संग्रहालय का निर्माण किया जाएगा। राज्य के सहकारिता मंत्री वी एन वासवन और संग्रहालयों के प्रभारी मंत्री अहमद देवरकोविल की बृहस्पतिवार को हुई संयुक्त समीक्षा बैठक में संग्रहालय भवन का निर्माण शुरू करने का निर्णय लिया गया।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि भाषा के मूल्यांकन और भाषण से लेकर आधुनिक पाठ तक के शब्दों को प्रदर्शित करने वाली प्रदर्शनी, संग्रहालय के प्रमुख आकर्षणों में से एक होगी जिसे वैश्विक मानकों के अनुरूप डिजाइन किया गया है। विभिन्न युगों में विद्यमान भाषा के मूल्यांकन की प्रस्तुति के अलावा, प्रस्तावित संग्रहालय आगंतुकों को गुफा चित्रों से लेकर आधुनिक साहित्यिक कार्यों तक सब कुछ एक बार में अनुभव करने का अवसर प्रदान करेगा।

इंफ्रास्ट्रक्चर और तीसरा कारों के सीमित विकल्प

वाशिंगटन डीसी। डीजल-पेट्रोल की कीमतों को आसमान छूते देख सोचता हूं कि क्यों न एक इलेक्ट्रिक कार खरीद लूं। किफायती रहेगी और पर्यावरण के अनुकूल भी। मगर जब इस खयाल को निर्णय तक पहुंचाने की कोशिश करता हूं। रास्ते में कुछ अवरोध आ खड़े होते हैं। इनमें से तीन कुछ ज्यादा ही प्रतोसाहित करने वाले हैं। पहला, इसकी ऊंची कीमत। दूसरा, जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर और तीसरा, इन कारों के सीमित विकल्प। ये तीन अवरोधक शायद मेरे जैसे कई और इच्छुक ग्राहकों के लिए फैसले की राह दुर्गम कर रहे हों और शायद इसी कारण तमाम सरकारी रियायतों के बावजूद देश में इलेक्ट्रिक कार की बिक्री मनचाही रफ्तार नहीं पकड़ पा रही। पर सुखद यह कि तमाम ऑटोमोबाइल कंपनियां इन कारों के सस्ते और सर्वसुलभ विकल्प विकसित करने में जुटी हैं, जिनके अपेक्षित नतीज़े जल्द आने की उम्मीद है।
वैसे यह जानना खासा दिलचस्प होगा कि जिस इलेक्ट्रिक कार को हम ताज़ा तकनीकी अविष्कार और भविष्य की कार के तौर पर देखते हैं, वह सही मायने में दुनिया की पहली कार है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि इलेक्ट्रिक कार की अवधारणा करीब दो सौ साल पुरानी है।
हालांकि पहली इलेक्ट्रिक कार किसने ईजाद की, इसे लेकर थोड़ा विवाद है। फिर भी ज्यादा सहमति इस बात पर है कि पहली इलेक्ट्रिक कार बनाने में सफलता हंगरी के एनोस जेडलिक ने पाई। इसके बाद 1832 में स्कॉटलैंड के रॉबर्ट एंडरसन ने यह कर दिखाया। दो साल बाद (1834 में) अमेरिका के थॉमस डेवनपोर्ट ने भी इलेक्ट्रिक कार बनाने का दावा पेश कर दिया। हालांकि ये कारें बहुत व्यवहारिक नहीं बन सकी थीं।
लिहाज़ा, बेहतरी की कवायद चलती रही, प्रयोग होते रहे। 1890-91 में अमेरिका के ही वैज्ञानिक विलियम मॉरिसन ने एक ऐसी कार बनाने में सफलता पाई, जिसमें छह लोग बैठ सकते थे और यह 23 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम रफतार से दौड़ सकती थी। इस बीच 1885 में जर्मन इंजीनियर कार्ल बेंज ने पेट्रोल से चलने वाली पहली कार पेश कर दी थी, जिसकी लागत इलेक्ट्रिक कार से कम थी और रफ्तार ज्यादा।

आरजीओ और नोडल संपर्क व्यक्ति की नियुक्ति की

अकांशु उपाध्याय       
नई दिल्ली। केंद्र ने दिल्ली उच्च न्यायालय को बताया कि ट्वीटर ने नए सूचना प्रौद्योगिकी नियमों का अनुपालन करते हुए मुख्य अनुपालन अधिकारी (सीसीओ), निवासी शिकायत अधिकारी (आरजीओ) और नोडल संपर्क व्यक्ति की नियुक्ति कर दी है। इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने एक संक्षिप्त हलफनामे में कहा कि ट्वीटर ने कहा है कि इन कर्मियों (सीसीओ, नोडल संपर्क अधिकारी और आरजीओ) की नियुक्ति कंपनी के कर्मचारियों के तौर पर की गयी है न कि ‘आकस्मिक कर्मचारी’ के तौर पर।
मंत्रालय ने कहा, ”ट्वीटर ने उक्त नियुक्त किए गए कर्मियों और उनके पदों के नाम उपलब्ध कराए हैं। ट्वीटर के हलफनामे में कहा गया है कि इनकी नौकरी चार अगस्त 2021 को शुरू हुई। ट्वीटर ने ऐसी नियुक्तियों के सबूत के तौर पर हलफनामे के साथ उनके अनुबंधों को भी संलग्न किया है।”
अदालत ने 10 अगस्त को केंद्र को ट्वीटर के हलफनामे के जवाब में एक संक्षिप्त हलफनामा दायर करने के निर्देश दिए थे। ट्वीटर ने अपने हलफनामे में आईटी नियमों का अनुपालन दिखाया था। मंत्रालय में साइबर विधि समूह में वैज्ञानिक-ई के तौर पर काम कर रहे एन एस बालन ने हलफनामे में कहा, ”मैं स्वीकार करता हूं कि ट्वीटर ने सूचना प्रौद्योगिकी नियमों, 2021 का अनुपालन करते हुए कर्मचारियों की नियुक्ति की है।”
अमेरिका स्थित माइक्रोब्लॉगिंग साइट द्वारा आईटी नियमों का अनुपालन न किए जाने का आरोप लगाने वाली याचिका पर सुनवाई कर रही न्यायमूर्ति रेखा पल्ली को पांच अक्टूबर को इस मामले पर सुनवाई करनी है। केंद्र के हलफनामे में कहा गया है कि आईटी नियम, 2021 ”देश में लागू एक कानून” है और ट्वीटर को ”आईटी नियमों 2021 का अनिवार्य रूप से पालन करना होगा।” उसने कहा, ”अनुपालन न करना आईटी नियमों के प्रावधानों का उल्लंघन है जिससे ट्वीटर को आईटी कानून, 2000 की धारा 79(1) के तहत मिली सुरक्षा खत्म हो जाएगी।”
केंद्र ने पहले अदालत में कहा था कि ट्वीट स्थायी रूप से अधिकारियों की नियुक्ति करके प्रथम दृष्टया नए आईटी नियमों का अनुपालन कर रहा है। इससे पहले ट्वीटर ने कहा था कि नियुक्त किए गए कर्मचारी पूर्णकालिक आधार पर काम करेंगे और वे कानून की शर्तों के अनुसार काम करने में पूरी तरह सक्षम हैं।
अदालत ने 28 जुलाई को, ट्विटर द्वारा सीसीओ पद पर की गई नियुक्ति को लेकर नाराजगी व्यक्त की थी और कहा था कि सोशल मीडिया मंच नए आईटी नियमों का अनुपालन नहीं कर रहा। केन्द्र ने भी दावा किया था कि ट्विटर ”नियमों का घोर उल्लंघन” कर रहा है। याचिकाकर्ता-वकील अमित आचार्य ने दावा किया कि उन्हें ट्वीटर द्वारा आईटी नियमों का कथित तौर पर अनुपालन नहीं करने के बारे में तब पता चला जब उन्होंने कुछ ट्वीट्स की शिकायत करने की कोशिश की।

केदारनाथ धाम में लगातार दूसरे दिन भी बारिश जारी

पंकज कपूर        
देहरादून। उत्तराखंड में बदलते मौसम का असर केदारनाथ यात्रा पर भी देखने को मिल रहा है। वहीं केदारनाथ धाम में लगातार दूसरे दिन भी बारिश जारी है। धाम की चोटियों पर एक बार फिर से ताजा बर्फबारी भी हुई है जिसके चलते धाम में ठंड भी अत्यधिक बढ़ गई है। बारिश और ठंड के बावजूद भी धाम में यात्रियों के पहुंचने का सिलसिला जारी है। अभी 3642 तीर्थ यात्री बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं।
दरअसल विश्व विख्यात केदारनाथ धाम में बीते दिन से लगातार बारिश जारी है। वहीं धाम की चोटियों में बारिश के अलावा अब बर्फ की सफेद चादर बिछती नज़र आई है। धाम में लगातार हो रही बारिश के कारण धाम में चलने वाले द्वितीय चरण के पुनर्निर्माण कार्य भी प्रभावित हो गये हैं। धाम की चोटियों पर सीजन की तीसरी बर्फबारी हो गई है। बर्फबारी और बारिश के बाद धाम में ठंड भी बढ़ गई है। ठंड और बर्फबारी के बीच यात्रियों के पहुंचने का सिलसिला जारी है। अभी तक 3642 तीर्थ यात्री बाबा केदार के दर्शन कर चुके हैं।
लम्बे समय के बाद इन दिनों बाबा केदार का मंदिर श्रद्धालुओं से भरा नजर आ रहा है। बारिश में भी भक्त बाबा के दर्शनों के लिये मंदिर परिसर में जुट रहे हैं। वहीं तैयारियों को लेकर पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने कहा कि धाम में यात्रियों के लिये सभी तरह की व्यवस्थाएं जुटाई गई हैं। यात्रियों को कोई परेशानी न हो, इसका पूरा ख्याल रखा जा रहा है।

बेरोजगार अभ्यर्थियों से आवेदन आमंत्रित किया

दुष्यंत टीकम    
रायपुर। गौरेल्ला पंचायत विभाग द्वारा सहायक ग्रेड, डाटा एंट्री ऑपरेटर, भृत्य, लेखापाल , समन्वयक तकनीकी, कंप्यूटर प्रोग्रामर , कार्यक्रम अधिकारी , सहायक प्रोग्रामर , तकनीकी सहायक सहित अन्य पदों में भर्ती हेतु विज्ञापन जारी कर नौकरी करने के इच्छुक एवं योग्यतधारी बेरोजगार अभ्यर्थियों से आवेदन आमंत्रित किया है। कार्यालय जिला पंचायत जीपीएम (गौरेला-पेंड्रा-मरवाही) द्वारा जारी विज्ञापन एवं छ,ग. शासन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग मंत्रालय महानदी भवन अटल नगर नया रायपुर द्वारा जारी आदेश क्रमांक 2404 / आर – 1889 / 2020 /22 – 1 दिनांक 23.06.21 के तहत नवीन जिला गौरेला-पेंड्रा-मरवाही के अंतर्गत महात्मा गाँधी रोजगार गारंटी योजना के क्रियान्वयन हेतु सहायक ग्रेड, डाटा एंट्री ऑपरेटर, भृत्य, लेखापाल , कंप्यूटर प्रोग्रामर , कार्यक्रम अधिकारी , सहायक प्रोग्रामर सहित अन्य पदों में भर्ती हेतु विज्ञापन जारी किया है 

पीएम मोदी ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र के पक्ष में करार दिया

वाशिंगटन डीसी/ नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अमेरिका की उपराष्ट्रपति तथा ऑस्ट्रेलिया और जापान के प्रधानमंत्रियों से मुलाकात को सार्थक तथा हिंद-प्रशांत क्षेत्र के पक्ष में करार दिया है। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट माैरिसन के साथ मुलाकात को अद्भुत बताते हुए श्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, “मेरे अच्छे दोस्त, प्रधानमंत्री स्कॉट मौरिसन के साथ बातचीत करना हमेशा अद्भुत होता है। हमने वाणिज्य, व्यापार, ऊर्जा और अन्य क्षेत्रों में सहयोग को मजबूत करने पर व्यापक विचार-विमर्श किया।” 
वहीं, जापान को भारत के सबसे मूल्यवान भागीदारों में से एक बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ाने वाले विभिन्न विषयों पर जापानी प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा के साथ उनकी शानदार बातचीत हुई। उन्होंने कहा कि भारत और जापान की मजबूत मित्रता पूरे ग्रह के लिए अच्छी है। मोदी ने अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस से मुलाकात पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि उनके कौशल ने पूरी दुनिया को प्रेरणा दी है। उन्हाेंने कहा, “हमने कई विषयों पर बात की, जो साझा मूल्यों एवं सांस्कृतिक संबंधों पर आधारित भारत और अमेरिका की दोस्ती को और मजबूत करेंगे।” गौरतलब है कि  मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन की मेजबानी में शुक्रवार को आयाेजित चतुष्कोणीय फ्रेमवर्क (क्वाड) के प्रथम शिखर सम्मेलन से पहले गुरुवार को इस चार सदस्यीय गठजोड़ के अहम देशों के नेताओं से मुलाकात की।

 

20,000 करोड़ रुपये के अनुबंध पर हस्ताक्षर किए

अकांशु उपाध्याय    
नई दिल्ली। रक्षा मंत्रालय ने 56 ‘सी-295’ मध्यम परिवहन विमानों की खरीद के लिए स्पेन की एयरबस डिफेंस एंड स्पेस के साथ करीब 20,000 करोड़ रुपये के अनुबंध पर शुक्रवार को हस्ताक्षर किए। ये विमान भारतीय वायु सेना के एवरो-748 विमानों का स्थान लेंगे। सुरक्षा पर मंत्रिमंडल की एक समिति ने दो हफ्ते पहले लंबे समय से अटके इस सौदे को मंजूरी दी थी। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ए भारत भूषण बाबू ने ट्वीट किया कि भारतीय वायु सेना के लिए 56 ‘सी-295’ परिवहन विमान खरीदने के वास्ते रक्षा मंत्रालय और स्पेन की एयरबस डिफेंस एंड स्पेस के बीच अनुबंध हुआ है। 
अनुबंध के तहत एयरबस डिफेंस एंड स्पेस समझौते पर हस्ताक्षर के 48 महीनों के भीतर उड़ान में सक्षम 16 विमान सौंपेगी। बाकी के 40 विमानों का निर्माण भारत में किया जाएगा। एयरबस फिडेंस एंड स्पेस और टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (टीएएसएल) के संघ द्वारा अनुबंध पर हस्ताक्षर के 10 वर्षों के भीतर इनका निर्माण किया जाएगा। ‘सी-295’ एमडब्ल्यू विमान 5-10 टन क्षमता का एक परिवहन विमान है।यह अपनी तरह की पहली परियोजना है। जिसमें एक निजी कंपनी द्वारा भारत में सैन्य विमान का निर्माण किया जाएगा। मंत्रालय ने मंत्रिमंडल समिति द्वारा इस खरीद को मंजूरी दिए जाने के बाद आठ सितंबर को कहा था, ”सभी 56 विमानों को स्वदेश निर्मित इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली से लैस किया जाएगा। करीब नौ साल पहले एवरो के स्थान पर नए विमान लाने को सैद्धांतिक मंजूरी दी गयी थी। मंत्रालय ने बताया था कि विमानों की आपूर्ति पूरी होने से पहले भारत में सी-295 एमडब्ल्यू विमानों के लिए एक मरम्मत केंद्र बनाया जाना है।

टेनिस टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया

ओस्ट्रावा। स्विट्जरलैंड की तीसरी वरीयता प्राप्त बेलिंडा बेनसिच ने स्पेन की सारा सोरिबेस टोर्मो को 6-2, 6-3 से हराकर ओस्ट्रावा ओपन टेनिस टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। उनका अगला मुकाबला एस्टोनिया की एनेट कोंटावीट से होगा। वाइल्ड कार्ड से प्रवेश पाने वाली चेक गणराज्य की टेरेजा मार्टिनकोवा ने रूस की पांचवीं वरीयता प्राप्त अनास्तासिया पावलुचेनकोवा को 7-6 (5), 7-6 (6) से उलटफेर का शिकार बनाकर इस इंडोर हार्डकोर्ट टूर्नामेंट में क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया। मार्टिनकोवा का सामना अब यूनान की चौथी वरीयता प्राप्त मारिया सकारी से होगा, जिन्होंने लाटविया की येलेना ओस्टापेंको को 6-4, 6-2 से पराजित किया। कजाखस्तान की सातवीं वरीयता प्राप्त एलेना रयबाकिना ने पोलैंड की मैग्डा लिनेट को 6-3, 2-6, 6-1 से हराकर वर्ष के अपने छठे क्वार्टर फाइनल में प्रवेश किया।
उन्हें अब पोलैंड की शीर्ष वरीयता प्राप्त इगा स्वीतयाक का सामना करना है। स्विट्जरलैंड के जिल टीचमैन ने अमेरिका की एलिसन रिस्के को 6-3, 1-6, 6-4 से हराया। उनका अगला मुकाबला चेक गणराज्य की दूसरी वरीयता प्राप्त पेत्रा क्वितोवा से होगा।

सतनाम ने कुश्ती में हाथ आजमाने का फैसला किया

अकांशु उपाध्याय              
नई दिल्ली। किसी एनबीए टीम में जगह बनाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी और अभी डोपिंग के कारण प्रतिबंध झेल रहे सतनाम सिंह भामरा ने अब कुश्ती में हाथ आजमाने का फैसला किया है और उन्होंने अमेरिका में पेशेवर लीग के साथ करार किया है। पच्चीस वर्षीय सतनाम ने 2015 में एनबीए में डल्लास मावरिक्स की टीम में जगह बनाकर इतिहास रचा था।
यहां जारी विज्ञप्ति के अनुसार उन्होंने पेशेवर पहलवान बनने के लिये अटलांटा स्थित नाइटमेयर फैक्टरी में अभ्यास शुरू कर दिया है ताकि वह ऑल एलीट रेसलिंग (एईडब्ल्यू) में हिस्सा ले सकें। सतनाम 2019 में डोप परीक्षण में नाकाम रहे थे जिसके बाद राष्ट्रीय डोपिंग रोधी एजेंसी (नाडा) की अनुशासन समिति ने उन पर दो साल का प्रतिबंध लगा दिया था। उनका प्रतिबंध 19 नवंबर को समाप्त होगा।


कर्नाटक में विस्फोट होने से 3 लोगों की मौंत हुईं

बेंगलुरु। कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु के चामराजपेट इलाके में एक परिवहन गोदाम में गुरुवार दोपहर अचानक हुए अस्थाई विस्फोट होने से तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी और चार अन्य घायल हो गये।
पुलिस उपायुकत (दक्षिण) हरिश पांडे ने संवाददाताओं से कहा कि विस्फोट की इस घटना में तीन लोगों की मौत हो गयी और चार अन्य घायल हो गये। विस्फाेट की यह घटना ना तो गैस सिलेंडर और ना ही शॉट सर्किट के कारण हुई। संभवत: यह विस्फोट किसी अस्थिर विस्फोटक के कारण हुआ है।
मृतकों में से दो गोदाम के अंदर काम कर रहे थे जबकि एक अन्य पास के पंक्चर दुकान में काम कर रहा था।
हरिश पांडे ने कहा कि घायलों में दो की हालत गंभीर है जबकि दो मामूली रूप से घायल हैं।
सभी घायलों की हालत खतरे से बाहर बताई जाती है।
उन्होंने कहा कि गोदाम में 60 से अधिक पेटी पटाखों का भंडारण किया गया था, लेकिन पुलिस एफएसएल रिपोर्ट मिलने के बाद ही यह बता पाने में सक्षम हो पायेगी कि कितने बक्से फटे। हरिश पांडे ने कहा कि पुलिस पूछताछ कर रही है कि क्या मालिक के पास परिवहन गोदाम में पटाखों को रखने की अनुमति थी। हमने गोदाम मालिक की पहचान कर ली है और उससे संपर्क करने की कोशिश में जुटे हुए हैं।

सबसे अधिक फॉलो करने वाली महिला बनीं उर्वशी

कविता गर्ग        
मुंबई। जानी-मानी अभिनेत्री उर्वशी रौतेला मिस यूनिवर्स के इतिहास में सबसे ज्यादा फॉलो की जाने वाली भारतीय महिला बन गयी हैं।
उर्वशी रौतेला मिस यूनिवर्स फाइनलिस्ट के इतिहास में सबसे ज्यादा फॉलो की जाने वाली भारतीय महिला बन गयी हैं।
उर्वशी रौतेला ने अपने चाहने वालो धन्यवाद कहते हुए कहा, "मिस यूनिवर्स के इतिहास में मुझे सबसे अधिक प्यार करने वाला और सबसे अधिक फॉलो किया। जाने वाला भारतीय विजेता बनाने के लिए शुक्रिया। अब तक मैं हमेशा एक भारतीय सुंदरता को परिभाषित करने वाले वास्तविक गुणों का प्रदर्शन करती रहती हूं। कठिन चुनौतियों का सामना करने में आत्मविश्वास, अनुग्रह, बुद्धि और ताकत की जरूरत होती है। भारतीय महिलाओं में जुनून के माध्यम से सपनों को वास्तविकता में बदलने की क्षमता है। "
उर्वशी रौतेला एक बड़े बजट की सायंस-फिक्शन तमिल फिल्म के साथ अपना तमिल डेब्यू करेंगी, जिसमें वह एक माइक्रोबायोलॉजिस्ट और एक आईआईटीयन की भूमिका निभाएंगी। उर्वशी रौतेला जियो स्टूडियो की वेब सीरीज इंस्पेक्टर अविनाश में रणदीप हुड्डा के साथ मुख्य भूमिका निभा रही हैं। जो सुपर कॉप अविनाश मिश्रा और पूनम मिश्रा की सच्ची कहानी पर आधारित एक बायोपिक है।

थोक जिंस बाजार: खाद्य तेलों में टिकाव में रहा

अकांशु उपाध्याय            
नई दिल्ली। विदेशी बाजारों में तेजी के बावजूद स्थानीय स्तर पर उठाव सुस्त पड़ने से गुरुवार को दिल्ली थोक जिंस बाजार में खाद्य तेलों में टिकाव में रहा। वहीं मांग निकलने से मूंग दाल, उड़द दाल और गेहूं महंगा हो गया।
तेल-तिलहन : वैश्विक स्तर पर मलेशिया के बुरसा मलेशिया डेरिवेटिव एक्सचेंज में पाम ऑयल का अक्टूबर वायदा 85 रिंगिट उछलकर 4664 रिंगिट प्रति टन पर पहुंच गया। साथ ही दिसंबर का अमेरिकी सोया तेल वायदा भी 0.92 सेंट चढ़कर 57.31 सेंट प्रति पौंड रहा।
रहा। उठाव सुस्त पड़ने से सरसों तेल, मूंगफली तेल, सूरजमुखी तेल, सोया रिफाइंड, पाम ऑयल और वनस्पति तेल के भाव में कोई बदलाव नहीं हुआ और वे पिछले दिवस के स्तर पर टिके रहे।
गुड़-चीनी : उठाव सुस्त होने से मीठे के बाजार में टिकाव रहा। इस दौरान गुड़ और चीनी के भाव पिछले कारोबारी दिवस के स्तर पर पड़े रहे।
दाल-दलहन : दाल दलहन के बाजार में मांग निकलने से मूंग दाल 100 रुपये और उड़द दाल 100 रुपये प्रति क्विंटल चढ़ गये। इनके अलावा आवक के बराबर उठाव नहीं होने से चना दाल और अरहर दाल में टिकाव रहीं। साथ ही चने के दाम भी स्थिर रहे।
अनाज : अनाज मंडी में उठाव सुस्त पड़ने से चावल के भाव स्थिर रहे। वहीं, उठाव होने से गेहूं की कीमत 90 रुपये प्रति क्विंटल चढ़ गई।

प्रिंयका समेत नेताओं के खिलाफ केस दर्ज किया

मिनाक्षी लोढी       
कोलकाता। राज्य के बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और भवानीपुर सीट से उम्मीदवार प्रिंयका टिबरेवाल समेत कई नेताओं के खिलाफ केस दर्ज किया है। इन्होंने पश्चिम बंगाल में कोलकाता पुलिस ने मुख्यमंत्री आवास के पास कालीघाट क्षेत्र में विरोध प्रदर्शन किया था। कालीघाट थाने में पुलिस ने छह आईपीसी की धारा के तहत मामला दर्ज किया है।
बीजेपी के नेता मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के आवास के पास कालीघाट इलाके में  अपनी पार्टी के नेता के पार्थिव शरीर के साथ विरोध प्रदर्शन किया था। राज्य के बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार, भवानीपुर सीट से उम्मीदवार प्रिंयका टिबरेवाल, सांसद ज्योतिर्मय सिंह महतो, सांसद अर्जुन सिंह के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। दरअसल मगरहाट (पश्चिम) के नेता धुरजोती उर्फ ​​मानस साहा की चुनाव के बाद हुई हिंसा में घायल होने के बाद बुधवार को मौत हो गई थी।

वैचारिक तौर से मजबूत करने की आक्रामक रणनीति

हरिओम उपाध्याय        
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिये कमर कस चुकी कांग्रेस खुद को सांगठनिक तौर पर मजबूत करने के साथ ही बूथ स्तर तक के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को वैचारिक तौर से मजबूत करने की आक्रामक रणनीति अपना रही है।
कांग्रेस प्रवक्ता विकास श्रीवास्तव ने गुरूवार को बताया कि "प्रशिक्षण से पराक्रम" टैगलाइन के साथ आयोजित किये जा रहे प्रशिक्षण शिविरों में अनुभवी कांग्रेस विचारकों और प्रवक्ताओं, वरिष्ठ कांग्रेस पदाधिकारियों की छह टीमें पूरे प्रदेश में विधानसभा स्तर पर सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों को आकड़ां एवं तथ्यात्मक तरीकों से प्रशिक्षित कर रही हैं। अनुभवी प्रशिक्षित कांग्रेस नेताओं के द्वारा चलाये जा रहे "कांग्रेस विजय सेना के निर्माण" की विशेषता यह है कि 100 दिन, 700 कैम्प, एवं दो लाख से अधिक कांग्रेस पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा गया है। कांग्रेस यूपी विधानसभा चुनाव 2022 से पहले सभी 58000 ग्राम सभाओं तक कांग्रेस वैचारिक रूप से अपनी पकड़ बनाने का लक्ष्य लेकर चल रही है।
कांग्रेस प्रवक्ता ने बताया कि नेतृत्व का मानना है कि इस बार आगामी विधानसभा चुनाव में योगी सरकार की नाकामियों व अर्कणमयता का मजबूत पुलिंदा तैयार करने के साथ ही सपा और बसपा सरकारों के कुशासन एवं भ्रष्टाचार, घपले घोटालों की भी चर्चाओं को बनाएं रखने की जरूरत है। प्रशिक्षण के उपरान्त मजबूत जानकारी तथ्यों, ऑकड़ों के साथ प्रशिक्षित कार्यकर्ता जनता के बीच चुनाव में कांग्रेस पार्टी की विचारधारा और जनता से जुड़े मुद्दों को लेकर पूरी तरह अपनी बात रखने व समझाने में सक्षम होगा।
कांग्रेस प्रवक्ता विकास श्रीवास्तव ने बताया कि इस तथ्य पर प्रमुखता से जोर दिया रहा है कि आज कांग्रेसियों को आरएसएस बीजेपी के साथ-साथ ही गैर कांग्रेसी सरकारों व सपा बसपा जैसी पार्टियों की सच्चाई को जनता के बीच प्रभावी तरीके से उजागर करना होगा।

29 को याचिका पर अगली सुनवाई करेगा एससी

अकांशु उपाध्याय          
नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट क्षेत्र की उप राष्ट्रपति भवन स्थित मस्जिद समेत 100 साल से अधिक पुराने छह इबादत स्थलों के भविष्य स्पष्ट करने की मांग को लेकर दायर एक याचिका पर अगली सुनवाई 29 सितंबर को करेगा।
न्यायमूर्ति संजीव सचदेव ने दिल्ली वक्फ बोर्ड की याचिका पर सुनवाई करते हुए सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट पर रोक लगाने की किसी भी संभावना पर विराम लगाते हुए कहा कि इस संबंध में उच्चतम न्यायालय ने पहले ही स्थिति साफ कर दी थी। न्यायालय ने कहा था कि सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट को रोका नहीं जा सकता है। प्रोजेक्ट कार्य पूरा करने की अवधि पहले से तय है।
न्यायमूर्ति सचदेव ने कहा कि यह सर्वविदित है कि याचिका में जिन मस्जिदों और मजार के बारे में स्थिति स्पष्ट करने की मांग की गई है, वे काफी पुरानी हैं और परियोजना में निश्चित रूप से इसके बारे में कोई उचित व्यवस्था की गई होगी।
दिल्ली वक्फ बोर्ड ने मस्जिद उप राष्ट्रपति भवन के अलावा मस्जिद ज़ाब्ता गंज, मस्जिद सुनहरी बाग, जामा मस्जिद क्रॉस रोड, मस्जिद कृषि भवन और मज़ार सुनहरी बाग को लेकर अदालत में याचिका दायर की है। याचिका में लुटियन क्षेत्र की इन मस्जिदों एवं मजार के भविष्य को लेकर आशंका व्यक्त करते हुए सरकार से स्थिति स्पष्ट करने की मांग की गई है। यह स्पष्ट करने को कहा गया है कि प्रोजेक्ट में मस्जिदों एवं मजार के बारे क्या योजना है।

आंदोलन: किसानों को बैंक यूनियनों का साथ मिला

अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। नए कृषि कानूनों के विरोध में पिछले तकरीबन 1 वर्ष आंदोलन कर रहे किसानों को अब बैंक यूनियनों का भी साथ मिल गया है। संयुक्त किसान मोर्चा को अपना समर्थन देते हुए बैंक यूनियनों ने भारत बंद में अपनी साझीदारी की बात कही है। बैंक यूनियनों के इस समर्थन को अपने लिये संजीवनी मानते हुए संयुक्त किसान मोर्चा अब अन्य यूनियनों के साथ भी संपर्क साधने में जुट गया है।
केंद्र सरकार के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ राजधानी के गाजीपुर, टीकरी और सिंघु बॉर्डर पिछले तकरीबन 10 महीने से आंदोलन कर रहे भाकियू संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा आहूत 27 सितंबर को 'भारत बंद' की तैयारी कर रहा है। इसी दिन किसान आंदोलन के 300 दिन पूरे हो रहे हैं। अखिल भारतीय बैंक अधिकारी परिसंघ (एआईबीओसी) ने सरकार से संयुक्त किसान मोर्चा की मांगों पर उसके साथ फिर से बातचीत शुरू करने और तीन विवादित कृषि कानूनों को रद्द करने का अनुरोध किया है। किसान संगठनों ने भारत बंद के फैसले से पीछे हटने से इंकार कर दिया है।
इस महीने की शुरुआत में जारी एनएसएस भूमि और परिवारों के पास पशुधन और कृषि परिवारों की स्थिति आकलन, 2018-19 की रिपोर्ट का हवाला देते हुए, संघ ने कहा कि ऐसा लगता है कि वर्ष 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का सरकार का लक्ष्य, दूर का सपना लगता है। प्रति कृषि परिवार का औसत बकाया ऋण वर्ष 2018 में बढ़कर 74,121 रुपये हो गया,जो वर्ष 2013 में 47,000 रुपये था। कृषि परिवारों का बढ़ता कर्ज, गहराते कृषि संकट को दर्शाता है।
भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने पिछले हफ्ते कहा था कि तीन कृषि कानून जब तक वापस नहीं लिए जाते हैं तब तक वो अपना आंदोलन समाप्त नहीं करेंगे। उन्होंने कहा है कि जब तक हम जीत नहीं जाते तब तक कोई ताकत हमें वहां से हटा नहीं सकती। बता दें कि तीन कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर पिछले नौ महीने से दिल्ली बॉर्डर पर किसान डेरा डाले हुए हैं। संयुक्त किसान मोर्चा ने केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ 27 सितंबर के 'भारत बंद' के लिए दिशानिर्देश जारी किए है। कृषि आर्थिक मामलों के विशेषज्ञ देवेंद्र शर्मा ने कहा कि भारत बंद शांतिपूर्ण होगा और किसान ये सुनिश्चित करेंगे कि जनता को कम से कम असुविधा का सामना करना पड़े। उन्होंने कहा कि बंद सुबह छह बजे से शुरू होगा और शाम चार बजे तक जारी रहेगा। इस दौरान केंद्र और राज्य सरकार के कार्यालयों, बाजारों, दुकानों, कारखानों, स्कूलों, कॉलेजों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों को काम करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। वहीं सार्वजनिक और निजी परिवहन की अनुमति नहीं दी जाएगी। किसी भी सार्वजनिक समारोह की अनुमति नहीं दी जाएगी। बैंक यूनियन के पदाधिकारी आरके शर्मा ने बताया कि हालांकि हमको अभी किसी प्रकार का आदेश यूनियन के बड़े पदाधिकारियों से लिखित में नहीं मिला है। लेकिन यह बताया गया है कि बैंक यूनियन 27 के भारत बंद में शामिल हो सकती हैं।

क्षत्रिय समाज के लोग एक दूसरे के सामने आएं

अकांशु उपाध्याय         
नई दिल्ली। सम्राट मिहिर भोज की जाति को लेकर उत्पन्न हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। ग्वालियर और मुरैना में सम्राट मिहिर भोज को अपनी अपनी जाति और वंश का बताते हुए गुर्जर और क्षत्रिय समाज के लोग एक दूसरे के सामने आ गए हैं। मुरैना में सड़क जाम करने के बाद बामनमोर में दर्जनभर से अधिक युवकों ने मुरैना व ग्वालियर के बीच चलने वाली बसों को रोककर उनके भीतर तोड़फोड़ की। जान बचाने के लिए बसों के भीतर बैठी सवारियां मदद के लिए चिल्लाने लगी। वर्ग संघर्ष की संभावनाओं को देखते हुए जिला प्रशासन ने अगले 3 दिनों के लिए मुरैना में स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थान बंद रखने के आदेश जारी कर दिए हैं।
दरअसल सम्राट मिहिर भोज की उस दिन पहले ग्वालियर में एक प्रतिमा लगाई गई थी। इसके बाद मुरैना में भी सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा की स्थापना की गई। सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमाओं के नीचे लगे शिलापट में सम्राट मिहिर भोज को गुर्जर बताया गया है। इसी बात को लेकर गुर्जर और क्षत्रिय समाज के बीच विवाद उत्पन्न हो गया है। बृहस्पतिवार को दिन में एक जाति के लोगों ने मुरैना के एमएस रोड पर प्रदर्शन करते हुए जाम लगाया था। उन्होंने मांग उठाई थी कि सम्राट मिहिर भोज के शिलापट के नीचे जिस वर्ग का नाम लिखा गया है। वह गलत है। उसे हटाया जाना चाहिए। युवकों के हंगामे की जानकारी पर भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया और प्रदर्शन कर रहे लोगों को डंडे फटकार कर खदेड़ दिया। बृहस्पतिवार की देर रात बामनमोर में ग्वालियर-मुरैना के बीच चल रही बसों में भी तोड़फोड़ की गई। बताया जा रहा है कि बसों के भीतर बैठी सवारियों ने मदद के लिए काफी गुहार लगाई थी, जिसके चलते आनन-फानन में पहुंची पुलिस ने बसों में तोड़फोड़ कर रहे लोगों को खदेड़ दिया था। इस घटना के बाद जिला मुरैना जिला प्रशासन ने आनन-फानन में एक आदेश निकालकर जिले के स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थानों को 3 दिन के लिए बंद रखने के आदेश जारी किए हैं। शुक्रवार से शहर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस की तैनाती की जा रही है।

न्यूजीलैंड ने हाथ खींच लिए और दौरा रद्द किया

वेलिंग्टन। क्रिकेट टीम हाल ही में पाकिस्तान दौरे पर गई थी। उसे वहां पर वनडे और टी-20 सीरीज खेलनी थी। फिर सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए न्यूजीलैंड ने हाथ खींच लिए और दौरा रद्द कर दिया। लेकिन अब इस दौरे से जुड़ा एक अनोखा खुलासा देखने को मिल रहा है। एक पाकिस्तानी वेबसाइट ने खबर दी है कि न्यूजीलैंड टीम के आठ दिन तक पाकिस्तान में रुकने के दौरान इस्लामाबाद पुलिस 27 लाख रुपये की बिरयानी खा गई।
पाकिस्‍तान क्रिकेट बोर्ड ने इस सीरीज के लिए काफी तैयारियां की थी, लेकिन उसके हाथ निराशा लगी। यह दौरा रद्द होने के कारण पाकिस्‍तान को तगड़ा आर्थिक नुकसान भी पहुंचा। कीवी टीम के दौरा रद्द करने के बाद इंग्‍लैंड एंड वेल्‍स क्रिकेट बोर्ड ने पाकिस्‍तान का छोटा दौरा रद्द करने की घोषणा करके पीसीबी के जख्‍मों पर नमक छिड़कने का काम किया। हालांकि, ईसीबी ने दौरा रद्द करने के पीछे कोई ठोस वजह नहीं बताई।
बहरहाल, पाकिस्‍तान क्रिकेट बोर्ड को इन दौरों के रद्द होने से आर्थिक रूप से तगड़ा नुकसान हुआ। अब पाकिस्‍तान के सुरक्षा कर्मियों ने 27 लाख रुपए का बिरयानी बिल जमा करके पीसीबी की मुसीबतें और बढ़ा दी हैं। यह जानकर आप भी हैरान हो गए ना।

हजारा समुदाय के प्रमुख नेता मोहाकिक का आरोप


काबुल। अफगानिस्तान में हजारा समुदाय के प्रमुख नेता मोहम्मद मोहाकिक ने आरोप लगाया है कि मध्यवर्ती प्रांत दयकुंडी में तालिबान के अधिकारी लोगों को अपनी जमीन छोड़कर जाने के लिए मजबूर कर रहे हैं। अपदस्थ अफगानी राष्ट्रपति अशरफ गनी के पूर्व सुरक्षा सलाहकार एवं हज्ब-ए-वहदत इस्लामी मर्दोम अफगानिस्तान के नेता मोहाकिक ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर पोस्ट कर कहा कि तालिबान के अधिकारी दयकुंडी में लोगों को गिजाब जिले के कंदिर और दहन नाला क्षेत्रों में तालिबान के प्रशंसकों के लिए अपनी जमीनें छोड़ने को मजबूर कर रहे हैं।
उन्होंने चेतावनी दी कि अगर लोग अपनी जमीनें छोड़ने के तालिबान के आदेश का पालन करते हैं तो आगामी सर्दियों से पहले एक मानवीय संकट पैदा हो जायेगा। मोहाकिक ने दो पत्र भी साझा किये, जो कथित तौर पर तालिबान अधिकारियों ने जारी किये हैं। इन पत्राें में जमीनें छोड़ने का आदेश दिया गया है और जरूरत पड़ने पर तालि
बान के सैन्य आयोग को हस्तक्षेप करने को कहा गया है।
उन्होंने बताया कि दयकुंडी में तालिबान के अधिकारियों ने लोगों को अपनी जमीनें छोड़ने के लिए महज कुछ घंटों का समय दिया है। हजारा नेता ने कहा, “मुझे अभी मिली जानकारी के अनुसार, तालिबान का कहना है कि अगर किसी को आपत्ति है तो वह जमीन छोड़ने के बाद अदालत का रुख कर सकता है। इसका मतलब है कि तालिबान अदालतें पहले फैसले जारी करती हैं और उसके बाद जांच प्रक्रिया होती है।

हाईकोर्ट ने वर्ष 2013 में संशोधन का हवाला दिया

दुष्यंत टीकम        
बिलासपुर। बस्तर जिले की रहने वाली मुनिया मुखर्जी के पति लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग में तृतीय श्रेणी कर्मचारी थे, उनकी 30 अगस्त 2020 को मौत हो गई।अनुकंपा नियुक्ति के लिए विभागीय अधिकारियों को आवेदन दिया। लेकिन विभाग ने राज्य शासन के वर्ष 2013 में नियम में संशोधन का हवाला देते हुए उनके आवेदन को खारिज कर दिया। अधिकारियों ने उन्हें बताया, कि दिवंगत कर्मचारी की मां मीना मुखर्जी शासकीय शिक्षक हैं, इसलिए बहू को अनुकंपा नियुक्ति देने का प्रावधान नहीं है।
विभाग के इस आदेश को चुनौती देते हुए उन्होंने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर कहा, कि परिवार में पति पत्नी व बच्चे शामिल होते हैं। सास को उनके परिवार का सदस्य नहीं माना जा सकता। मामले की सुनवाई के बाद हाईकोर्ट ने याचिकाकर्ता महिला को अनुकंपा नियुक्ति देने का आदेश दिया है।
हाईकोर्ट ने अनुकंपा नियुक्ति को लेकर एक अहम फैसला दिया है। कोर्ट ने कहा है, कि अगर बेटे की मौत हो जाती है, और उसकी मां शासकीय सेवा में है तो पत्नी को नियुक्ति से वंचित नहीं किया जा सकता। हाईकोर्ट ने याचिकाकर्ता को नौकरी देने का आदेश दिया है।

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...