बुधवार, 15 सितंबर 2021

शुल्क के लिए राशि तय करने का प्रस्ताव बनाया

दुष्यंत टीकम    
रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकारी स्कूलों में प्रवेश शुल्क के लिए राशि तय करने का प्रस्ताव बनाया गया है। जिसके मुताबिक हाई स्कूल के बच्चों से 380 रुपए और उच्चतर माध्यमिक स्कूल के बच्चों से 415 रुपए शुल्क लिया जाएगा। लोक शिक्षण आयुक्त ने स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव को यह प्रस्ताव भेजा है। बता दें कि कोरोना लॉकडाउन के दौरान प्रवेश शुल्क लेने पर रोक लगा दी गई थी। अब रोक हटाते हुए प्रवेश शुल्क लेने के लिए दिशा निर्देश जारी किया गया है।
लोक शिक्षण संचालनालय से जारी पत्र के मुताबिक़ शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए विद्यार्थियों के प्रवेश के लिए दिशा निर्देश जारी किए गए थे। जिसके बाद लोक शिक्षण संचालनालय ने पत्र जारी कर शिक्षण संस्थान बंद रहते तक किसी भी छात्र से कोई शुल्क नहीं लिए जाने के लिए आदेश जारी किया गया था। लेकिन स्कूल 26-7-2021 प्रदेश से सभी विद्यालयों को खोल दिया गया है। इसलिए अब शुल्क लेने के लिए निर्धारित कर प्रस्तावित कर दिया गया है।
पत्र के मुताबिक़ हाई स्कूल के विद्यार्थियों से निर्धारण छात्र सहायता निधि, विज्ञान क्लब निधि, बाल निधि, रेडक्रॉस निधि, क्रीडा शुल्क, विज्ञान क्लब, विज्ञान प्रयोग शुल्क और परीक्षा शुल्क को मिलाकर 380 रुपए लिया जाएगा। वही उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के विद्यार्थियों से 415 रुपया शुल्क प्रस्तावित किया गया है।

पटरियों के किनारे एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिला

हरिओम उपाध्याय    
बरेली। उत्तर प्रदेश के बरेली में आटामांडा रेलवे स्टेशन के पास पटरियों के किनारे एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिला है। घंटों शव के पड़े रहने के बाद भी न तो जीआरपी को इसकी सूचना थी न ही सिविल पुलिस को। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब उन्होंने सुबह शव को पड़ा हुआ देखा तो उन्होंने स्टेशन मास्टर को सूचना दी थी। मगर जीआरपी का कहना है कि उन्हें किसी भी तरह की कोई सूचना ही नहीं मिली।
खजुआ जागीर का रहने वाला बताया जा रहा 
स्थानीय लोगों को भी उस युवक की पहचान नहीं हो पा रही है। हालांकि कुछ लोगों का कहना है कि वह आटामांडा के ही पास के गांव खजुआ जागीर का रहने वाला है। तो कुछ लोग किसी दूसरे गांव का बता रहे है। मगर असल में युवक का नाम पता क्या है अभी तक किसी को सटीक जानकारी नहीं हो सकी है। फिलहाल पुलिस और जीआरपी दोनों मौके पर पहुंच रही है। बताया जा रहा है कि आटामांडा रेलवे स्टेशन के आस-पास का क्षेत्र सिविल पुलिस के अंडर आता है। इसलिए सभी कार्रवाई सिविल पुलिस ही करेगी।

सार्वजनिक मेलों और प्रदर्शनियों के लिए अनुमति दी

अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण विभाग (डीडीएमए) ने एक आदेश जारी कर, बृहस्पतिवार से दिल्ली में सार्वजनिक मेलों और प्रदर्शनियों के लिए अनुमति दे दी है। कोविड-19 वैश्विक महामारी की दूसरी लहर के मद्देनजर लगे लॉकडाउन के कारण दिल्ली में सार्वजनिक मेलों और प्रदर्शनियों पर रोक लगा दी गई थी। प्राधिकरण ने बुधवार को जारी किए गए एक आदेश में कहा कि शहर में 16 सितंबर से व्यापार से लेकर उपभोक्ता प्रदर्शनियों को अनुमति दी जाएगी।
‘बैंक्वेट हॉल’ में ऐसी प्रदर्शनियों और मेलों को आयोजित करने की अनुमति होगी। आदेश में कहा गया है कि आठवीं कक्षा तक के छात्रों के लिए दिल्ली के स्कूल अभी बंद रहेंगे। प्राधिकरण ने कहा कि वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा निर्धारित मानक संचालन प्रक्रिया का सभी हितधारकों द्वारा सख्ती से पालन करने पर ही प्रदर्शनियों और मेलों की अनुमति दी जाएगी। प्राधिकरण द्वारा पहले जिन अन्य गतिविधियों पर रोक लगाई या जिनकी अनुमति दी गई, वे आदेश 30 सितंबर और एक अक्टूबर की मध्यरात्रि तक जारी रहेंगे।

नाकामियों से उबरकर इतिहास रचने में मदद मिली

बेंगलुरू। भारतीय महिला हॉकी टीम की डिफेंडर उदिता का मानना है कि वर्तमान पर फोकस करने से उनकी टीम को टोक्यो ओलंपिक में शुरूआती नाकामियों से उबरकर इतिहास रचने में मदद मिली। भारतीय महिला हॉकी टीम टोक्यो ओलंपिक में चौथे स्थान पर रही जिसने क्वार्टर फाइनल में आस्ट्रेलिया को हराया ।उदिता ने हॉकी इंडिया की एक विज्ञप्ति में कहा ,” मुझे लगता है कि पहले तीन मैचों में मिली हार के बाद वर्तमान पर फोकस करने से ही हम वापसी कर सके । इससे हमें आस्ट्रेलिया जैसी मजबूत टीम को हराने में भी मदद मिली और हमने टोक्यो में इतिहास रच डाला । ”
अपने ओलंपिक अनुभव के बारे में उन्होंने कहा ,” एक युवा खिलाड़ी के तौर पर हमने इस ऐतिहासिक अभियान से बहुत कुछ सीखा । हमने जाना कि दबाव का सामना कैसे किया जाता है और कैसे वर्तमान पर फोकस करने से मदद मिलती है ।” हिसार में जन्मी यह खिलाड़ी इस समय बेंगलुरू के भारतीय प्राधिकरण केंद्र में सीनियर महिला टीम की 25 संभावित खिलाड़ियों के शिविर में है।

एनटीए ने जेईई मेन 2021 के नतीजे जारी किए

अकांशु उपाध्याय       
नई दिल्ली। नेशनल टेस्ट एजेंसी (एनटीए) ने जेईई मेन 2021 के नतीजे जारी कर दिए। जिसमें कुल 44 उम्मीदवारों को 100 फीसदी अंक मिले हैं।
शिक्षा मंत्रालय के अधिकारियों की ओर से मंगलवार देर रात यह जानकारी दी गई है। कुल 44 उम्मीदवारों को सौ फीसदी अंक मिले हैं जबकि 18 उम्मीदवारों को टॉप रैंक मिला है। 
उन्होंने कहा कि टॉप करने वाले 18 उम्मीदवारों में आंध्र प्रदेश से चार, राजस्थान से तीन, दिल्ली से दो, उत्तर प्रदेश से दो, तेलंगाना से दो, महाराष्ट्र से एक, पंजाब से एक, चंडीगढ़ से एक, बिहार से एक और कर्नाटक से एक छात्र शामिल है।

पद एवं गोपनीयता की शपथ लेंगे भूपेंद्र के नए मंत्री

अहमदाबाद। गुजरात में भूपेंद्र पटेल सरकार के नए मंत्री आज यानी बुधवार को दोपहर बाद पद एवं गोपनीयता की शपथ लेंगे। भाजपा की राज्य इकाई के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी। पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता यमल व्यास ने बताया कि नए मंत्रियों के नाम अभी घोषित नहीं हुए हैं, ये मंत्री राजधानी गांधीनगर में दोपहर दो बजे के बाद शपथ लेंगे।
मुख्यमंत्री पद से विजय रूपाणी के गत शनिवार को अचानक इस्तीफा देने के बाद सोमवार को केवल भूपेंद्र पटेल (59) ने शपथ ली थी। भारतीय जनता पार्टी की गुजरात इकाई के प्रमुख भूपेंद्र यादव नए मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वाले लोगों के नाम तय करने के लिए पिछले दो दिनों से गांधीनगर में लगातार बैठकें कर रहे हैं।
ऐसी अटकलें हैं कि पटेल अपने मंत्रिमंडल में कई नए चेहरों को शामिल करेंगे और कई पुराने नेताओं को युवा नेताओं के लिए जगह खाली करनी पड़ सकती है। पटेल को रविवार को सर्वसम्मति से भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया था और सोमवार को गांधीनगर में राज्यपाल आचार्य देवव्रत ने उन्हें राज्य के 17वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई थी। पटेल को गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री और उत्तर प्रदेश की वर्तमान राज्यपाल आनंदीबेन पटेल का करीबी माना जाता है।
उन्हें मुख्यमंत्री बनाये जाने के पीछे यह भी एक कारण माना जा रहा है। ऐसे में जब दिसंबर 2022 में राज्य विधानसभा चुनाव होने की उम्मीद है, भाजपा ने चुनाव में जीत के लिए पटेल पर भरोसा जताया है, जो कि एक पाटीदार हैं। साल 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने राज्य विधानसभा की 182 सीटों में से 99 सीटें जीतीं थी, जबकि कांग्रेस को 77 सीटें मिली थीं।

138 देशों में 9,657 जानकारियों को शामिल किया

अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। भारत में उच्च इंटरनेट पहुंच दर, सोशल मीडिया के बढ़ते इस्तेमाल और उपयोगकर्ताओं में इंटरनेट साक्षरता की कमी के कारण कोविड-19 के संबंध में सोशल मीडिया पर सबसे अधक गलत जानकारी दी गई। एक नए अध्ययन में यह दावा किया गया है। अध्ययन का शीर्षक ‘प्रिवलेंस एंड सोर्स एनलाइसिस ऑफ कोविड-19 मिसइंर्फोमेशन इन 138 कंट्रीज’ था, जो ‘सेज इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ लाइब्रेरी एसोसिएशंस एंड इंस्टीट्यूशंस’ पत्रिका में प्रकाशित हुआ।
अध्ययन में 138 देशों में प्रकाशित 9,657 गलत जानकारियों को शामिल किया गया। विभिन्न देशों में गलत सूचना के प्रसार और स्रोतों को समझने के लिए 94 संगठनों ने इनके तथ्यों की जांच की। अध्ययन में कहा गया, ”सभी देशों में से, भारत में सोशल मीडिया पर सबसे अधिक 18.07 प्रतिशत गलत जानकारी दी गई, जिसका कारण शायद देश की उच्च इंटरनेट पहुंच दर, सोशल मीडिया के इस्तेमाल में वृद्धि और उपयोगकर्ताओं में इंटरनेट साक्षरता की कमी है।”
परिणामों के आधार पर, अध्ययन में कहा गया है, ऐसा माना जाता है कि कोविड-19 संबंधी गलत सूचना के प्रसार का वैश्विक महामारी की स्थिति के साथ संबंध हो सकता है। अध्ययन में कहा गया, ”सोशल मीडिया सबसे अधिक 84.94 प्रतिशत गलत जानकारी फैलाता है और इंटरनेट कोविड-19 संबंधी गलत जानकारी देने के लिए 90.5 प्रतिशत जिम्मेदार है।
इनके अलावा, सोशल मीडिया मंचों में केवल फेसबुक के जरिए ही 66.87 प्रतिशत गलत जानकारी दी गई ।” इससे पहले, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी चेतावनी दी थी कि कोविड-19 के संबंध में गलत जानकारी फैल रही है और यह लोगों को खतरे में डाल रही है। डब्ल्यूएचओ ने लोगों से आग्रह किया था कि वे जो कुछ भी सुनते हैं, उसकी विश्वसनीय स्रोतों से दोबारा जांच करें।

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...