शुक्रवार, 23 जुलाई 2021

गृहमंत्री शाह को तुरंत इस्तीफा दें देना चाहिए: कांग्रेस

अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि फोन टैपिंग करना एक हथियार है और मोदी सरकार ने इस हथियार का इस्तेमाल विपक्ष तथा संसदीय संस्थानों के खिलाफ किया है और यह काम गृहमंत्री अमित शाह के बिना नही हो सकता। इसलिए उन्हें तुरंत इस्तीफा देना चाहिए। गांधी ने शुक्रवार को यहां संसद भवन के बाहर संवादाताओं से कहा कि उनका फोन भी टैप हुआ है। इसी तरह से कई अन्य लोगो के फोन टैप हुए हैं और इस मामले की न्यायिक जांच करना ज़रूरी है। 
उन्होंने कहा कि फोन टेपिंग का काम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की संस्तुति के बिना संभव नहीं है। इसलिए इस मामले में सबसे पहले गृह मंत्री को इस्तीफा देना चाहिए और उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश की देखरेख में मामले में प्रधानमंत्री की भूमिका की भी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। कांग्रेस नेता ने कहा कि इजरायल में इस तरह के काम को हथियार कहा जाता है और मोदी सरकार ने इस हथियार का इस्तेमाल संवैधानिक संस्थाओं, विपक्ष के नेताओं तथा सुरक्षा से जुड़े प्रमुख लोगों के खिलाफ किया है। इसलिए इसकी जांच जरूरी है। 

भर्ती प्रक्रिया को कलंकित करने पर कठोर कार्यवाही

हरिओम उपाध्याय             

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हमारी सरकार में दी गई एक भी नौकरी पर कोई संदेह नहीं कर सकता। पहले की सरकारों में जब कोई भर्ती निकलती थी तो वे लोग वसूली के लिए झोला लेकर निकल पड़ते थे। हमारी एजेंसी उसे लेकर सतर्क है। हमने जेलें भी इसीलिए खाली करवाई हैं ताकि प्रदेश के नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने, भर्ती प्रक्रिया को कलंकित करने वालों के खिलाफ कठोरता से कार्यवाही की जा सके।
मुख्यमंत्री योगी शुक्रवार को लोकभवन के सभागार में मिशन रोजगार के तहत बेसिक शिक्षा विभाग के 6,696 सहायक अध्यापकों को नियुक्ति पत्र वितरण सरोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने आगे कहा कि विपक्ष को परेशानी इस बात से है कि बच्चों को उप्र सरकार दो-दो यूनिफॉर्म, बैग, बुक्स, जूते-मोजे उपलब्ध करा रही है। गरीबों को जाति व क्षेत्र के आधार पर बांटने वाले लोग इन सब चीजों से परेशान हैं। अब इन बेईमान व भ्रष्ट लोगों को कोई पूछेगा नहीं। इन्हें चिंता है कि यह सब लोग आगे बढ़ जाएंगे तो फिर इनकी वंशवाद व जातिवाद की पूरी राजनीति समाप्त हो जाएगी। अब गरीब का बच्चा भी अच्छा जूता-मोजा पहनेगा, स्कूल जाएगा। वह जाड़े में ठिठुरेगा नहीं, उसे स्वेटर दिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि पिछली सरकारों में 1 लाख, 35 हजार से अधिक बेसिक शिक्षा परिषद के विद्यालयों की स्थिति स्थिति अत्यंत दयनीय थी। भवन जर्जर थे। भवन है तो शिक्षक नहीं, शिक्षक है तो छात्र नहीं है, छात्र है तो बुनियादी सुविधाएं नहीं। छात्रों के पास यूनिफार्म नहीं होता था। बच्चों को नंगे पांव स्कूल जाना पड़ता था। उन्होंने यह भी कहा कि देश की सबसे बड़ी परीक्षा कराने जा रहे हैं, जिसमें आवेदकों की संख्या 30 लाख है। देखिएगा! कहीं तिनका नहीं हीलेगा।। 

 मुख्यमंत्री ने कहा कि अब टीईटी जो एक बार उत्तीर्ण करेगा, उसकी मान्यता आजीवन रहेगी। विपक्ष पर व्यंग्य वाण चलाते हुए कहा कि पारदर्शी व्यवस्था जिनको अच्छी नहीं लग रही है, वे कुछ तो बोलेंगे। वे चाहते ही नहीं कि ईमानदार प्रयास हो, व्यवस्था पारदर्शी बने, योग्यता के अनुसार लोगों को अवसर मिले, आरक्षण के नियमों का पालन हो। उन्होंने कहा कि जिनको अपनी प्रॉपर्टी जप्त करवानी हो, ऐसे लोग ही युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करेंगे। भर्ती की प्रक्रिया ईमानदारी और शुचितापूर्ण संपन्न होने से युवाओं को अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में मददगार साबित हो रहा है। आज यही कारण है कि बुरा उन लोगों को लग रहा है, जिनकी अवैध कमाई का जरिया बंद हो गया।

उन्होंने कहा कि हमारी सरकार में एक लाख, 20 हजार शिक्षकों की नियुक्ति केवल बेसिक शिक्षा परिषद में हुई है। माध्यमिक शिक्षा परिषद की अलग है, उच्च शिक्षा की अलग है, तकनीकी शिक्षा की अलग है, मेडिकल शिक्षा की अलग है, अगर उन सभी शिक्षाओं को हम एक साथ जोड़ लें तो अकेले शिक्षा विभाग में ही सरकार ने डेढ़ लाख से भी ज्यादा शिक्षकों की तैनाती की है। उन्होंने बताया कि विगत सवा चार वर्ष के दौरान डेढ़ लाख से अधिक शिक्षकों की भर्ती केवल शिक्षा से जुड़े हुए विभागों में उत्तर प्रदेश के अंदर हुई है और लगभग साढ़े चार लाख भर्ती की प्रक्रिया में तेजी से हम आगे बढ़ रहे हैं। यही नहीं प्रदेश के अंदर सुरक्षा का भी एक बेहतर वातावरण दिया गया है।

उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि बेसिक शिक्षा से जुड़े विद्यालयों का प्रदेश की 24 करोड़ जनता को लाभ मिलना चाहिए कि नहीं? यह लाभ किस रूप में मिलना चाहिए। कहाकि हमारी बेसिक शिक्षा परिषद की स्कूल भी किसी पब्लिक स्कूल, किसी कान्वेंट स्कूल का मुकाबला करते हुए दिखाई दें। विपक्ष पर प्रहार करते हुए कहा कि जो लोग यह चाहते थे कि अपने बच्चों को और स्वयं ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड या अन्य देशों में पढ़ने के लिए भेजते थे, इस मानसिकता के लोग जब सत्ता में बैठे तो सरकारी सभी विद्यालयों को जर्जर छोड़ दिए। ताकि गरीब का बच्चा ना पढ़ पाए। कहा कि मैं भी प्राथमिक विद्यालय से पढ़ा हूं।

 मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में बेसिक शिक्षा परिषद के 01 लाख, 35 हजार विद्यालय जर्जर थे, कोई पूछता नहीं था, आखिर 2017 के पहले भी तो सरकारें थी। वे लोग क्या कर रहे थे? बजट भी था, पैसा भी खर्च होता था, वेतन भी निकलता था। भवन के नाम पर भी पैसा जाता था, लेकिन विद्यालय जर्जर रहते थे। भवनों में बड़े-बड़े पेड़ उगे हुए थे, कहीं पीपल का तो कहीं बरगद का। कहीं-कहीं तो जमीन भी नहीं दिखाई देती थी, लेकिन विद्यालय के जर्जर भवन जरूर दिखाई देते थे। योगी ने कहा कि हमारी सरकार ने ऑपरेशन कायाकल्प मार्च 2017 में प्रारंभ किया। प्रत्येक विद्यालय के लिए सभी जनप्रतिनिधियों का आवाह्न किया गया, पुरातन छात्र परिषद का गठन किया गया। सभी बेसिक शिक्षा परिषद से कहा गया कि जितने छात्र हैं वह यूपी के हैं। कोई नौकरशाह, कोई जनप्रतिनिधि तो कोई व्यवसायी है। ऐसे सभी लोगों को ऑपरेशन कायाकल्प से जोड़ा गया। उसका परिणाम प्रदेशवासियों के सामने है। 

एससी ने एनजीटी के आदेश पर मुहर लगाईं, याचिका

अकांशु उपाध्याय             

नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने नेशनल ग्रीन ट्रिब्युनल (एनजीटी) के उस आदेश पर मुहर लगा दी है। जिसमें एनजीटी ने कोरोना संकट के दौरान एनसीआर के सभी शहरों में पटाखों की बिक्री और इस्तेमाल पर रोक लगाने का आदेश दिया था। जस्टिस एएम खानविलकर की अध्यक्षता वाली बेंच ने कहा कि एनजीटी का फैसला सही है और इसमें दखल की एनजीटी ने दो दिसम्बर, 2020 को देश के उन शहरों में भी पटाखों की बिक्री और इस्तेमाल पर रोक लगा दिया था। जहां की वायु गुणवत्ता की श्रेणी खराब या उससे भी ऊपर की हो। एनजीटी ने कहा था कि जिन शहरों की वायु प्रदूषण की क्वालिटी मॉडरेट या उससे नीचे की रहेगी वहां केवल ग्रीन पटाखे बेचने या इस्तेमाल करने की अनुमति होगी। संबंधित राज्य सरकारें किसी खास त्योहार पर दो घंटे ग्रीन पटाखे बेचने की अनुमति दे सकती हैं। त्योहारों को छोड़कर उन शहरों में पटाखों के सीमित इस्तेमाल की पूर्व अनुमति डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट से लेनी होगी। डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट पटाखों के इस्तेमाल की अनुमति शहर की वायु गुणवत्ता के आधार पर देंगे।

एनजीटी ने कहा था कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक जिन शहरों की वायु प्रदूषण की क्वालिटी मॉडरेट या उससे नीचे की होगी। वहां क्रिसमस या न्यू ईयर पर रात 11 बजकर 55 मिनट से लेकर साढ़े 12 बजे तक ग्रीन पटाखे के इस्तेमाल की अनुमति होगी। एनजीटी ने निर्देश दिया था कि हर जिला मुख्यालय में वायु गुणवत्ता की मानिटरिंग के लिए एयर क्वालिटी मानिटरिंग स्टेशन स्थापित किया जाए। जहां ऐसे मानिटरिंग स्टेशन नहीं हैं। वहां तीन महीने के अंदर एयर क्वालिटी मानिटरिंग स्टेशन स्थापित किए जाएं। हर जिले की वायु गुणवत्ता संबंधी डाटा जिले की वेबसाईट पर अपलोड करने के अलावा शहर के मुख्य स्थानों पर प्रदर्शित किया जाए। 

6,100 पदों पर आवेदन की तारीख नजदीक आईं

अकांशु उपाध्याय                  
नई दिल्ली। स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में अप्रेंटिस के 6100 से अधिक पदों पर आवेदन की अंतिम तारीख नजदीक आ गई है। नोटिफिकेशन के मुताबिक अप्रेंटिस के इन पदों पर आवेदन की अंतिम तारीख 26 जुलाई 2021 है। एग्जाम पास करने वाले कैंडिडेट्स को एक साल अप्रेंटिसशिप का मौका मिलेगा।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में अप्रेंटिस के 6100 से अधिक पदों पर आवेदन की अंतिम तारीख नजदीक आ गई है। अगर आपने अब तक इन पदों के लिए आवेदन नहीं किया है या फिर आप इन पदों के लिए आवेदन करना चाहतें हैं तो जल्द एसबीआई की वेबसाइट पर जाकर एप्लीकेशन फॉर्म भर दें।एप्लीकेशन प्रोसेस पूरा होने के बाद एसबीआई की ओर से इन पदों पर भर्ती के लिए एग्जाम डेट की तारीखों की घोषणा की जाएगी।
बता दें कि इस एग्जाम को पास करने वाले कैंडिडेट्स को एक साल की अप्रेंटिसशिप का मौका मिलेगा और इसके साथ ही खास बात यह है कि उन्हें इस दौरान 15,000 रुपए प्रति महीने स्टाइपेंड मिलेगा।
2021नोटिफिकेशन के मुताबिक अप्रेंटिस के इन पदों पर आवेदन की अंतिम तारीख 26 जुलाई 2021 है। सभी कैंडिडेट्सों को 26 जुलाई तक एप्लीकेशन फीस जमा करके फॉर्म सबमिट करना होगा।
एसबीआई ने जो नोटिफिकेशन जारी किया था, उसके मुताबिक किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल करने वाले 20 से 28 साल तक के कैंडिडेट इन पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं वहीं रिजर्व कैटेगरी के कैंडिडेट्सों को आयु सीमा में नियमों के अनुसार छूट दी जाएगी।
जनरल, ओबीसी और ईडब्ल्यूएस कैटेगरी के कैंडिडेट्स को 300 रुपये एप्लीकेशन फीस जमा करनी होगी और अन्य सभी कैटेगरी के लिए आवेदन निशुल्क है। आवेदन शुल्क डेबिट कार्ड या क्रेडिट कार्ड से भी जमा किया जा सकता है।

28 लोगों की मौंत, जांच कर रहे है एसएएचपीआरए

अकांशु उपाध्याय      

नई दिल्ली। साउथ अफ्रीकन हेल्थ प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी अथॉरिटी (एसएएचपीआरए) ने कहा कि वह 28 लोगों की मौत की जांच कर रहे है। जिनकी मौत कोविड-19 का टीका लगने के बाद हुई थी। यह अध्ययन निर्धारित करने के लिए किया जाएगा कि क्या ये मौतें सीधे उस देश में टीकाकरण से जुड़ी हैं ? जहां जॉनसन एंड जॉनसन और फाइजर की खुराक का इस्तेमाल किया जा रहा है।

एसएएचपीआरए के सीईओ बोइटुमेलो सेमेटे-मकोकोटलेला ने कहा, हमें यह निर्धारित करने की आवश्यकता है कि हमने जो घटना देखी है वह वास्तव में टीके से संबंधित है या किसी और चीज से संबंधित है। ये बहुत व्यापक अध्ययन हैं। जांच शुरू की गई थी जब एसएएचपीआरए ने सांसदों को बताया कि फाइजर या जॉनसन एंड जॉनसन के टीकों के साथ लोगों को टीका लगाए जाने के बाद संक्रमण की खबरें थीं। 

ताजिकिस्‍तान ने सबसे बड़ा युद्धाभ्यास किया: चिंतित

काबुल। अफगानिस्तान में तालिबान की बढ़ती ताकत से उसके पड़ोसी देश सुरक्षा को लेकर काफी चिंतित हैं। तालिबान के किसी भी तरह के खतरे से निपटने के लिए पड़ोसी देश ताजिकिस्‍तान ने इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा युद्धाभ्यास किया है। ताकि अगर तालिबान के साथ जंग होती है, तो वह उसका सामना कर सके। अफगानिस्तान में तालिबान की बढ़ती पकड़ को देखते हुए ताजिकिस्‍तान के राष्ट्रपति इमोमाली रखमोन  के आदेश पर सुबह चार बजे 230,000 जवानों वाली ताकतवर सेना को अलर्ट किया गया.समाचार एजेंसी एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, सोवियत संघ से अलग हुए इस देश को लगभग 30 साल हो गए हैं। तीन दशक के इतिहास में सेना की तैयारी का यह सर्वेक्षण सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है।
इस युद्धाभ्यास में सेना ने सभी तरह के हथियारों का परीक्षण किया। जिसमें जमीनी हथियार, हवाई हथियार और तोपखाने तक शामिल थे। इस पूरे युद्धाभ्यास का प्रसारण ताजिकिस्‍तान के सरकारी टीवी पर किया गया। युद्धाभ्यास के आखिर में सेना ने खुद राष्ट्रपति इमोमाली रखमोन के नेतृत्व में एक परेड का आयोजन किया। राष्ट्रपति ने सेना से कहा कि वह क्षेत्र में शांति और स्थिरता स्थापित करने के लिए तैयार रहे। रखमोन ने कहा, ‘हमारे पड़ोसी देश अफगानिस्तान, खासकर हमारी सीमा के पास उत्तरी क्षेत्र में स्थिति अधिक जटिल और अस्थिर बनी हुई है। यह हर दिन हर घंटे जटिल होती जा रही है। उन्होंने सशस्त्र बलों से किसी भी संभावित खतरे से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा ताकि देश की सीमा की रक्षा की जा सके।
रखमोन साल 1994 से सत्ता में हैं। उन्होंने मामले में अपने रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन से भी बात की है। रूस के राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से कहा गया है कि दोनों नेताओं ने अफगानिस्तान की स्थिति पर चर्चा की। ये फोन कॉल ताजिकिस्‍तान की ओर से आया था  ताजिकिस्तान ने युद्धभ्यास ऐसे समय में किया है, जब रूस ने घोषणा की है कि वह अगले महीने ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान की सेना के साथ अफगान सीमा के पास एक बड़ा अभ्यास करेगा। इन दिनों तालिबान ने अफगानिस्तान में हमले तेज कर दिए हैं और देश की 90 फीसदी सीमाओं पर कब्जे का दावा किया है। अमेरिका का मानना है कि आधा देश तालिबान के हाथों में आ गया है। जिसमें 400 जिले शामिल हैं।
ताजिकिस्‍तान ने 20 हजार अतिरिक्त बलों को अफगानिस्तान से लगनी वाली सीमा पर भी भेजा है।

कोलंबो के क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया वनडे मैच

नई दिल्ली/कोलंबो। के बीच तीन मैचों की वनडे सीरीज का तीसरा वनडे मैच कोलंबो के आर प्रेमदासा क्रिकेट स्टेडियम में खेला जा रहा है। इस मुकाबले का टॉस भारत की टीम ने जीता है और पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया है। इस मैच में भारतीय टीम की प्लेइंग इलेवन देख टीम मैनेजमेंट के तीन फैसले समझ से बिल्कुल परे नजर आ रहे हैं। संजू सैमसन, नितीश राणा, के गौथम, राहुल चाहर और चेतन सकारिया को तीसरे वनडे में डेब्यू का मौका मिला है। एक साथ 5 खिलाड़ियों को डेब्यू का मौका देना काफी हैरान करता है, क्योंकि भारतीय टीम का गेंदबाजी आक्रमण पूरी तरह कमजोर नजर आ रहा है। 
ऐसे में भारतीय टीम को इस मुकाबले में हार का सामना भी करना पड़ा सकता है।
अगर कुछ खिलाड़ियों को दूसरे वनडे में ही डेब्यू का मौका मिल जाता, तो बेहतर होता। कहीं ना कहीं 5 खिलाड़ियों को एक साथ डेब्यू करवाने का फैसला समझ से परे लगता है। मनीष पांडे पहले मैच में 40 गेंदों पर मात्र 26 रन ही बना पाए थे। दूसरे वनडे में भी वह कुछ ख़ास नही कर पाए थे।  आईपीएल 2021 के पहले चरण में खराब फॉर्म से गुजर रहे थे। उनकी खराब फॉर्म के चलते सनराइजर्स हैदराबाद की टीम ने उन्हें प्लेइंग इलेवन से ड्राप भी किया था। हालांकि उनकी खराब फॉर्म के बावजूद टीम मैनेजमेंट ने उन्हें तीसरे वनडे की भी प्लेइंग इलेवन में मौका दिया है।
वहीं मनीष पांडे की वजह से देवदत्त पड्डीकल जैसे युवा खिलाड़ी को मौका नहीं मिल पाया है। ऐसे में चयनकर्ताओं का यह फैसला समझ से परे हैं कि मनीष पांडे को प्लेइंग इलेवन में क्यों जगह मिल गई। शुरूआती दोनों वनडे मैचों की प्लेइंग इलेवन में देवदत्त पड्डीकल को मौका नहीं मिल पाया था, ऐसे में फैंस को उम्मीद थी सीरीज जीतने के बाद कोच राहुल द्रविड़ तीसरे वनडे की प्लेइंग इलेवन में देवत्त पड्डीकल को डेब्यू का मौका देंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया क्योंकि भारतीय टीम मैनेजमेंट ने इस मैच में देवत्त पड्डीकल जैसे होनहार खिलाड़ी को प्लेइंग इलेवन में जगह नही दी है।
आईपीएल 2021 में यह युवा खिलाड़ी शानदार फॉर्म में था। इन्होने शतक भी लगाया था, लेकिन इसके बावजूद यह खिलाड़ी पहले वनडे में अपनी जगह नहीं बना पाया है।

राज्यपाल धनखड़ ने बिमान को राजभवन तलब किया

कोलकाता। राज्य की सीएम ममता बनर्जी  के साथ टकराव के बीच राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी को राजभवन तलब किया है। आज शाम चार बजे बिमान बनर्जी राज्यपाल से मिलने राजभवन जाएंगे। दोनों के बीच मुलाकात होने की संभावना है। राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने यह ट्वीट किया है।
राज्यपाल ने सुबह खुद ट्वीट कर यह जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि वह अपनी पहल पर विधानसभा अध्यक्ष के साथ बैठक करना चाहते हैं। स्पीकर बिमान बनर्जी से संपर्क किए जाने पर उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से उनकी जाने की इच्छा है।  हालांकि, वह कार्यालय जाएंगे और देखेंगे कि कोई निमंत्रण आया है या नहीं। जब निमंत्रण आएगा, तो वह देखेंगे कि उस पर क्या लिखा है। राज्यपाल स्पीकर से मिलना क्यों चाहते हैं, इस बात को लेकर अचानक ही राजनीतिक क्षेत्र में काफी अटकलें लगने लगी हैं। संयोग से, राज्यपाल ने पिछले जून में विधानसभा अध्यक्ष को एक पत्र भेजा था। उसमें उन्होंने स्पीकर के काम पर असंतोष जताया था। उन्होंने सवाल किया था कि विधानसभा की शुरुआत में उनके भाषण का प्रसारण क्यों रोका गया। स्पीकर ने राज्यपाल पर विधानसभा से पारित बिल को रोकने का आरोप लगाया था। हाल में लोक लेखा समिति के अध्यक्ष के रूप में मुकुल रॉय की घोषणा के बाद दबाव बढ़ गया है। विश्लेषकों का मानना ​​है कि इस मुद्दे पर चर्चा की जा सकती है। दूसरी ओर, इसके पहले बिमान बनर्जी ने संसदीय लोकतंत्र से जुड़े मामलों और सदन के कामकाज में राज्यपाल जगदीप धनखड़ की 'अत्यधिक दखलअंदाजी' को लेकर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से शिकायत की थी। 
बिमान बनर्जी ने वर्चुअल रूप से आयोजित 'ऑल इंडिया स्पीकर्स कॉन्फ्रेन्स' के दौरान धनखड़ की शिकायत की थी। बिमान बनर्जी ने कहा था, 'मैंने लोकसभा अध्यक्ष को संसदीय लोकतंत्र और विधानसभा के कामकाज में राज्यपाल जगदीप धनखड़ की अत्यधिक दखलअंदाजी के बारे में बताया। विधानसभा द्वारा पारित होने के बावजूद कई विधेयक राज्यपाल के पास अटके हुए हैं क्योंकि उन्होंने उन पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं। पश्चिम बंगाल के संसदीय लोकतंत्र केइतिहास में यह अभूतपूर्व है। ऐसी स्थिति पहले कभी पैदा नहीं हुई है।

समस्याओं से निपटने के लिए कारगर हैं 'कपूर'

कपूर का उपयोग पूजा पाठ के कार्यों में विशेष तौर पर किया जाता है। वास्तु शास्त्र की माने तो कपूर घर की नकारात्मक ऊर्जा को खत्म करता है। जिससे घर परिवार में खुशहाली का माहौल बना रहता है। इतना ही नहीं कपूर धन संबंधी समस्याओं से निपटने के लिए भी कारगर माना गया है। जानिए वास्तु शास्त्र अनुसार कपूर का किस तरह से उपयोग करने पर जीवन की कई समस्याओं से मुक्ति मिलने की है मान्यता।
नौकरी-व्‍यवसाय में तरक्की पाने के लिए प्रतिदिन रात में किचन का सारा काम खत्म करने के बाद साफ जगह पर एक कटोरी में लौंग और कपूर जलाएं। मान्यता है कि ऐसा करने से घर-परिवार के सदस्यों की तरक्की होने लगती है।
वास्तु दोष से मुक्ति के लिए घर के सभी कमरों में कपूर की कुछ टिकिया रख दें।

आकाश के नए संस्करण का सफल परीक्षण किया

भुवनेश्नर। भारत ने ओडिशा परीक्षण रेंज से जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली आकाश के नए संस्करण का शुक्रवार को सफल परीक्षण किया है। पिछले दो दिनों में यह दूसरी बार है जब 30 किमी की मारक क्षमता वाले एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम का रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) द्वारा परीक्षण किया गया है। आकाश मिसाइल को डीआरडीओ के हैदराबाद स्थित प्रयोगशाला ने अनुसंधान संगठन की अन्य शाखाओं के साथ मिलकर विकसित किया है।
डीआरडीओ ने अपने आधिकारिक बयान में कहा, 'ओडिशा के तट से दूर एकीकृत परीक्षण रेंज, चांदीपुर से आज करीब 11 बजकर 45 मिनट पर नई संस्करण के आकाश (आकाश-एनजी) मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया।

टेलीकॉम कंपनियों की याचिका खारिज की: एससी

अकांशु उपाध्याय                       
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने टेलीकॉम कंपनियों की उस याचिका को खारिज कर दिया है। जिसमें उनकी ओर से एजीआर बकाया की फिर से गणना की मांग की गई थी। एयरटेल, वोडाफोन आइडिया, टाटा टेलीसर्विसेज की ओर से दायर याचिका में कहा गया था कि बकाया एडजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (एजीआर) की गणना में गलती हुई है। ऐसे में फिर से इसकी गणना हो। शुक्रवार को जस्टिस एल नागेश्वर राव की अध्यक्षता वाली बेंच ने मामले की सुनवाई करते हुए पाया कि एजीआर बकाया की फिर से गणना की जरूरत नहीं हैं और कोर्ट ने याचिका को खारिज कर दिया।
सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल इन टेलीकॉम कंपनियों को बकाया 93,520 करोड़ रुपए का एजीआर चुकाने के लिए 10 साल का समय दिया था।एयरटेल को 43,000 करोड़ और वोडाफोन को 58,000 करोड़ रुपए का भुगतान करना है। बीते साल सुप्रीम कोर्ट ने वैधानिक देनदारियों की गणना पर भारत सरकार की स्थिति को बरकरार रखा था। वहीं टेलीकॉम कंपनियों ने सुप्रीम कोर्ट से 20 साल या 10 साल में भुगतान का विकल्प मुहैया कराने को कहा था।
बता दें कि एडजस्टेड ग्रोस रेवेन्यू (एजीआर) दूरसंचार विभागकी ओर से टेलीकॉम कंपनियों से लिया जाने वाला लाइसेंसिंग और यूजेज फीस है। इसमें स्पेक्ट्रम यूजेज चार्ज और लाइसेंसिंग फीस भी शामिल होती है। इसमें एक विवाद ये भी है कि दूरसंचार विभाग एजीआर की गणना टेलीकॉम कंपनियों की कुल आय पर कर रहा है। इसमें कंपनियों के लाभ के साथ प्रॉपर्टी बिक्री पर कमाएं लाभ भी शामिल हैं। वहीं टेलीकॉम कंपनियां सिर्फ सेवाओं पर होने वाली आमदनी को एजीआर का हिस्सा कह रही हैं।

पशु पालन विभाग का एहतियात के तौर पर सर्वे शुरू

राणा ओबराय             
गुरुग्राम। गुरुग्राम के गांव चकरपुर में बर्ड फ्लू (एवियन इंफ्लूएंजा) संक्रमण का पहला मामला आने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग तथा पशु पालन विभाग सतर्क हो गए हैं। स्वास्थ्य विभाग और पशु पालन विभाग ने एहतियात के तौर पर बुधवार से सर्वे शुरू कर दिया है। सर्वे गांव चकरपुर के आसपास के 10 किलोमीटर के दायरे में कराया जा रहा है। इस दौरान लोगों से बर्ड फ्लू के लक्षणों के बारे में पूछताछ कर डेटा एकत्रित किया जा रहा है। हालांकि अभ तक सर्वे के दौरान कोई भी संदिग्ध टीमों को नहीं मिला है।
28 टीमें कर रही सर्वे : पशु पालन विभाग की उप निदेशक डॉ. पुनीता गहलावत ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने एहतियात के तौर पर गांव चकरपुर तथा आसपास के गांवों में सर्वे शुरू कर दिया है, जो घर-घर जाकर लोगों से बर्ड फ्लू के लक्षणों के बारे में जानकारी जुटा रही हैं। इसके अलावा पशु पालन विभाग द्वारा जिले के पोल्ट्री फार्मों को भी लगातार जांच कराई जा रही है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में जिले में लगभग 20 पोल्ट्री फार्म हैं, इनमें चेकिंग के लिए टीमें बनाई गई हैं। गांव चकरपुर व आसपास के 10 किलोमीटर के दायरे में सर्वे के लिए 17 टीमें अलग से काम कर रही हैं। इसके अलावा जिले के सभी पोल्ट्री फार्मों की जांच के लिए 28 टीमें गठित गई हैं।
गौरतलब है कि हरियाणा के गुरुग्राम में एच-5 एवियन इंफ्लूएंजा (बर्ड फ्लू) से 11 वर्षीय एक बच्चे की मौत की जांच के लिए गुरुवार को एक केन्द्रीय टीम वहां पहुंच गई है और इस मामले की महामारी संबंधी जांच की जा रही है। पशुपालन, मत्स्य पालन और डेयरी मंत्रालय के एक अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि मीडिया में आई खबरों के बाद मंत्रालय ने मामले का संज्ञान लेते हुए इसकी महामारी संबंधी जांच के लिए तुरंत चार सदस्यीय एक समिति गठित की। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) से इस मामले की विस्तृत जांच करने का अनुरोध किया गया है। मंत्रालय के अधिकारी ने कहा कि एनसीडीसी से मंजूरी प्राप्त होने के तुरंत बाद टीम गुरुग्राम रवाना हो गई है।

ट्विटर के लेनदेन की व्यवस्था संदेह के दायरे में आई

अकांशु उपाध्याय            
नई दिल्ली। कंपनी ने कहा है कि वह ट्विटर पर या उसके जरिए होने वाले ट्रांजेक्शन की पूरी जानकारी हासिल कर सकता है। ये जानकारी पेमेंट इन्फॉर्मेशन, उसकी डैडलाइन खत्म होने पर अपने आप रिन्यूअल से रिलेटेड हो सकती हैं।
माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर और सरकार के बीच विवाद थमता नजर आ रहा है। कंपनी ने पिछले कुछ समय में कई नई फीचर्स और सर्विस दी हैं। इसके साथ ही कंपनी ने अपनी टर्म्स एंड सर्विस और प्राइवेसी पॉलिसी में भी कई चेंज किए हैं। ये बदलाव19 अगस्त से लागू किए जाएंगे। ट्विटर ने प्राइवेसी पॉलिसी में बदलाव के बारे में जानकारी हाल ही में दी है।
दरअसल ट्विटर ने जिन फीचर्स और सर्विस में बदलाव किए हैं। उनमें ट्विटर स्पेसेज, ट्विटर ब्लू और पेमेंट शामिल हैं।

बारिश के बाद हुए भूस्खलन से 36 लोगों की मौंत

कविता गर्ग             
मुंबई। महाराष्ट्र के कई जिलों में भारी बारिश जारी है।जिससे रायगढ़ जिले में बारिश के बाद हुए भूस्खलन से 36 लोगों की मौत की खबर सामने आ रही है। यह हादसा महाड तालुका के सखार सुतार वाड़ी में हुआ है।
राज्य के कोंकण क्षेत्र में लगातार बारिश जारी है। जिले में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को निकालने के लिए हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार, अभी भी लोग मलबे में फंसे हुए हैं, जबकि कई घायल हैं। बचाव अभियान नहीं चलाया जा सका, क्योंकि इन गांवों को जोड़ने वाला पीतलवाड़ी-उमरथ फाटा पुल और साथ ही उमरथ फाटा-सखर पुल बह गया।

सीजी: हथिनी के बच्चे का वन विभाग ने रेस्क्यू किया

दुष्यंत टीकम                 
जशपुर। दलदल भरे कुएं में फंसी हथिनी और उसके बच्चे का वन विभाग ने सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया है। करीब 3 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद वन विभाग ने जेसीबी की सहायता से हथिनी और शावक दोनों को सुरक्षित निकाल लिया। घटना जशपुर के रेंगारघाट स्थित बिलासपुर गांव का है। जहां दुमरडांड बस्ती में बने पुराने कुएं में देर रात करीब 1 बजे हथिनी अपने शावक के साथ गिर गया था।
ग्रामीणों के मुताबिक कुनकुरी वन रेंज के दुमरडांट बस्तर में देर रात हाथियों का दल घूम रहा था, इसी दौरान एक बड़े गड्ढेनुमा कुएं में एक हथिनी और उसका बच्चा गिर गया। हाथी के गिरते ही हाथियों का दल चिघाड़ने लगा। आधी रात को हाथियों के इस चिघाड़ को सुनकर ग्रामीण सहम गये थे।

तनाव के बीच चीनी राष्ट्रपति ने तिब्बत का दौरा किया

बीजिंग/नई दिल्ली। भारत के साथ सीमा पर चल रहे तनाव के बीच चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने तिब्बत का दौरा किया। सत्ता संभालने के एक दशक बाद जिनपिंग का पहला तिब्बत दौरा है। चीन की सरकारी एजेंसी शिन्हुआ के मुताबिक , जिनपिंग ने भारत के अरुणाचल प्रदेश राज्य से सटे चीन के न्यिंगची शहर का दौरा कर हालात का जायजा लिया। इतना ही नहीं, राष्ट्रपति जिनपिंग ने ब्रह्मपुत्र नदी पर बन रहे बांध का भी निरीक्षण किया। चीन यहां पर दुनिया का सबसे बड़ा बांध बना रहा है। वहीं भारत इसका कड़ा विरोध कर रहा है।

बद्रीनाथ में नमाज पढ़े जाने का वीडियो सामने आया

पंकज कपूर                       
देहरादून। उत्तराखंड के बदरीनाथ मंदिर परिसर में कुछ मुस्लिमों द्वारा नमाज पढ़े जाने का वीडियो सामने आने के बाद तनाव की स्थिति बनी हुई है। कहा जा रहा है कि बकरीद के मौके पर कुछ मुस्लिमों ने मंदिर परिसर में कथित तौर पर नमाज अदा की। इस खबर के बाद सांप्रदायिक तनाव बढ़ने का खतरा पैदा हो गया है। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस  अधिकारी यशवंत सिंह चौहान ने कहा है कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ मुस्लिम बदरीनाथ मंदिर परिसर में नमाज अदा कर रहे हैं। यह वीडियो वायरल हो रहा है। उन्होंने कहा कि वायरल वीडियो को देखते ही स्थानीय पुलिस की टीम मामले की जांच में जुट गई है। पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच के मुताबिक इस तरह की कोई घटना नहीं हुई है। मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी ने कहा कि 15 मुस्लिम मजदूर हरिंदर नाम के एक मुस्लिम कॉन्ट्रैक्टर के यहां काम करते है। मजदूर मंदिर से एक किमी दूरी पर एक पार्किंग फैसिलिटी प्रोजेक्ट में पर काम कर रहे हैं। साइट पर ही रहने की वजह से बकरीद के दिन सभी ने सुबह तड़के वहीं पर नमाज अदा कर ली। उन्होंने किसी भी सार्वजनिक स्थल पर नमाज नहीं पढ़ी। न ही इसके लिए बाहर से किसी मौलाना को बुलाया गया था।

यूके में चुनाव को देखते हुए गतिविधियां तेज हुईं

पंकज कपूर                 
देहरादून। उत्तराखंड में अगले साल चुनाव को देखते हुए यहां पर सियासी गतिविधियां तेज हो गई हैं। इसी क्रम में कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश पर अपने विभिन्न पदाधिकारियों की घोषणा की है। कांग्रेस ने अपनी उत्तराखंड इकाई में बड़ा बदलाव करते हुए गुरुवार को गणेश गोदियाल को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को चुनाव प्रचार समिति का प्रमुख नियुक्त किया।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी बयान के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रीतम सिंह को विधायक दल का नेता भी नियुक्त किया जो इससे पहले प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रहे थे।
पार्टी ने 72 वर्षीय हरीश रावत को चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाने के साथ ही उनके करीबी माने जाने वाले गोदियाल को प्रदेश कांग्रेस कमेटी की कमान सौंपी है। कांग्रेस ने गोदियाल को अध्यक्ष बनाने के साथ ही जीत राम, भुवन कापड़ी, तिलक राज बेहड और रंजीत रावत को उत्तराखंड इकाई का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है।
आर्येंद्र शर्मा को उत्तराखंड कांग्रेस का कोषाध्यक्ष बनाया गया है। प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रदीप टम्टा को चुनाव प्रचार समिति का उपाध्यक्ष और दिनेश अग्रवाल को इसका संयोजक बनाया गया है।

रिलीज होने वाली फिल्म पर उत्साह निर्मित हुआ

मनोज सिंह ठाकुर              
छतरपुर। छतरपुर को बसाने वाले महान शासक और बुन्देली योद्धा महाराजा छत्रसाल के जीवन पर आधारित फिल्म को एक वेबसीरीज के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है। छत्रसाल नाम से एमएक्स प्लेयर पर 29 जुलाई को रिलीज होने वाली इस फिल्म को लेकर पूरे बुन्देलखण्ड में जबर्दस्त उत्साह निर्मित हो गया है। महाराजा छत्रसाल का जन्म टीकमगढ़ जिले के मोरपहाड़ी में हुआ था। उन्होंने छतरपुर और पन्ना को बसाकर यहीं से एक लंबे क्षेत्र तक साम्राज्य चलाया। महाराजा छत्रसाल को बुन्देलखण्ड में एक नायक की तरह पूजा जाता है। 
जाहिर है, उन पर आ रही फिल्म का लोगों को बेसब्री से इंतजार है। एमएक्स प्लेयर पर 20 एपिसोड में आने वाली इस फिल्म को अनादि चतुर्वेदी ने निर्देशित किया है। इसके लेखक जयनेश एजारदार और सुश्री रेचल हैं। रेजोनेंस डिजिटल प्रोडक्शन हाउस के द्वारा इस फिल्म को बनाया गया है। फिल्म में आशुतोष राणा ने औरंगजेब तो वहीं जितिन गुलाटी ने महाराजा छत्रसाल का किरदार निभाया है। फिल्म में नीना गुप्ता भी नजर आएंगी।

परीक्षा को लेकर शिक्षा मंडल ने निर्देश जारी किएं

मनोज सिंह ठाकुर                  
भोपाल। मध्यप्रदेश में कक्षा 10वीं के रिजल्ट से असंतुष्ट छात्र-छात्राएं विशेष परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। विशेष परीक्षा को लेकर माध्यमिक शिक्षा मंडल ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं। जिसमें एमपी बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि हाईस्कूल की विशेष परीक्षा में नए विद्यार्थी शामिल नहीं हो सकेंगे।माध्यमिक शिक्षा मंडल ने अपने आदेश में स्पष्ट कहा है कि हाईस्कूल की विशेष परीक्षा में नए छात्र-छात्राएं शामिल नहीं हो सकेंगे। माध्यमिक शिक्षा मंडल के पोर्टल पर जिन छात्र-छात्राओं के नाम दर्ज है उन्हें ही इस विशेष परीक्षा के लिए पात्र माना जाएगा और केवल वही छात्र-छात्राएं विशेष परीक्षा के लिए फॉर्म भर सकेंगे। विशेष परीक्षा के लिए एमपी बोर्ड ने 900 रुपये परीक्षा फीस निर्धारित की है।
1 से 10 अगस्त के बीच भरने होंगे परीक्षा फॉर्म
कक्षा 10वीं के छात्र-छात्राओं का रिजल्ट 14 जुलाई को घोषित हुआ है। इससे पहले माध्यमिक शिक्षा मंडल ने एक आदेश जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि जो भी छात्र छात्राएं अपने परीक्षा परिणाम से असंतुष्ट रहते हैं, वो सभी सितंबर के महीने में होने वाली विशेष परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। विशेष परीक्षा 01 से 25 सितंबर के बीच आयोजित की जाएगी। विशेष परीक्षा से पहले परीक्षा फॉर्म 1 से 10 अगस्त के बीच भरे जाएंगे। पात्र छात्रों को विशेष परीक्षा के लिए 10 दिनों के भीतर ही परीक्षा फॉर्म भरना अनिवार्य होगा।

अलर्ट: नागपुर के कुछ हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति

कविता गर्ग                           
मुंबई। भारी बारिश की वजह से महाराष्ट्र के कोल्हापुर, रायगढ़, रत्नागिरी, पालघर, ठाणे और नागपुर के कुछ हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। शुक्रवार को मुंबई से सटे गोवंडी में एक इमारत के गिरने से 3 लोगों की मौत हो गई है। 7 जख्मी हुए हैं। घायलों को मुंबई के राजवाड़ी और सायन हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया है। रायगढ़ के कलई गांव में लैंडस्लाइड की वजह से 30 लोग लापता हैं। इनमें से 5 लोगों की मौत हो गई है, अन्य अभी भी फंसे हुए हैं।
जिला कलेक्टर निधि चौधरी ने बताया कि कलई गांव में लैंडस्लाइड हुई है। एनडीआरएफ की एक टीम मौके पर पहुंच चुकी है। लोगों को रेस्क्यू करने के लिए पानी में डूबी सड़कों पर नाव चलाई जा रही हैं। बरसाती नदियों का पानी शहरों, कस्बों और गांवों में घुस गया है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिन के लिए कोंकण, मुंबई और इसके आसपास के जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। 
ठाणे और पालघर में भारी बारिश के कारण लो लाइन इलाके 24 घंटे से पानी में डूबे हैं। कोंकण डिवीजन में अभी तक बारिश से जुड़ी घटनाओं में 8 लोगों की मौत हो चुकी है। करीब 700 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है। रायगढ़ में 4 जगह लैंडस्लाइड होने से कई लोग फंस गए हैं, 25 लोगों को निकाला गया है और 20 अभी भी फंसे हुए हैं। तलाई गांव को कनेक्ट करने वाली सड़क पानी में बह गई है, इस कारण गांव के अंदर लोग फंसे हुए हैं। कोल्हापुर के चिखली में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए एनडीआरएफ की दो टीमें लगातार प्रयास कर रही हैं।

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...