रविवार, 20 जून 2021

आखिरी डायनासोरों की 6 प्रजातियों के पैरों के निशान

लंदन। ब्रिटेन में केंट की धरती पर 11 करोड़ साल पहले के आखिरी डायनासोरों की कम से कम छह विभिन्न प्रजातियों के पैरों के निशान मिले हैं। अनुसंधानकर्ताओं ने एक नयी रिपोर्ट में इस बात का दावा किया है। हेस्टिंग म्यूजियम एंड आर्ट गैलरी के एक क्यूरेटर और यूनिवर्सिटी ऑफ पोर्ट्समाउथ के एक वैज्ञानिक ने ऐसे पदचिह्नों की खोज की है जो ब्रिटेन में आखिरी डायनासोरों के हैं। 

यह पदचिह्न केंट के फोकस्टोन में तटीय क्षेत्र और चट्टानों पर मिले हैं। यहां तूफानी परिस्थितियों के कारण चट्टानों और तटीय जलीय क्षेत्र के प्रभावित होने से लगातार नए जीवाश्मों का पता चलता है। यूनिवर्सिटी ऑफ पोर्ट्समाउथ में पुराजैविकी के प्रोफेसर डेविड मार्टिल ने कहा कि यह पहली बार है जब ‘फोकस्टोन फॉर्मेशन’ नामक चट्टानी सतह पर पैरों के ये निशान मिले हैं और यह बेहद महत्वपूर्ण खोज है क्योंकि ये डायनासोर विलुप्त होने से पहले देश में आखिरी रहे होंगे।

उन्होंने कहा कि वे उस जगह के करीब घूम रहे थे जहां अब डोवर की सफेद चट्टान हैं। अगली बार जब आप नौकायन पर निकलें और इन शानदार चट्टानों को देखें तो बस आस-पास उनकी मौजूदगी की कल्पना करें। संबंधित रिपोर्ट ‘प्रोसीडिंग्स ऑफ द जियोलॉजिस्ट्स एसोसिएशन’ पत्रिका के इस सप्ताह के अंक में प्रकाशित हुई है। डायनासोरों के पैरों के कुछ निशान फोकस्टोन संग्रहालय में भी प्रदर्शित किए गए हैं। हेस्टिंग्स म्यूजियम एंड आर्ट गैलरी से जुड़े क्यूरेटर फिलिप हाडलैंड इसके मुख्य लेखक हैं।


10वीं-12वीं की परीक्षा परिणाम जारी करने की तैयारी

अकांशु उपाध्याय               
नई दिल्ली। सीबीएसई 10वीं व 12वीं की परीक्षा परिणाम जारी करने की तैयारी कर रही है। इसके लिए उसने फार्मूला भी बनाया है। जिसे बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट अपनी सैद्धांतिक मंजूरी भी दे चुका है। इसी बीच 12वीं की परीक्षा को लेकर छात्र एक बार फिर सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए हैं। 1,152 छात्रों ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाते हुए सीबीएसई को फिजिकल मोड़ में 12वीं कक्षा की निजी / कंपार्टमेंट परीक्षा को रद करने का निर्देश देने की गुहार लगाई है।
याचिका में कहा गया है कि सीबीएसई द्वारा 12वीं कक्षा के छात्रों के लिए निजी/कंपार्टमेंट परीक्षा आयोजित करने के निर्णय से लाखों छात्रों का जीवन कोरोना महामारी के कारणस खतरे में पड़ जाएगा, क्योंकि वे फिजिकल मोड परीक्षा में बैठने के लिए मजबूर होंगे, जो सीधे तौर पर संविधान द्वारा प्रदत उनके ‘जीवन और स्वास्थ्य के अधिकार’ का उल्लंघन है।छात्रों ने वकील अभिषेक चौधरी के माध्यम से सीबीएसई की बोर्ड परीक्षाओं के संबंध में एक लंबित मामले में हस्तक्षेप आवेदन दायर किया है। 
सुप्रीम कोर्ट  21 जून को उनकी याचिका पर सुनवाई कर सकता है। निजी और कम्पार्टमेंट के छात्रों ने तर्क दिया है कि देश में मौजूदा कोविड -19 स्थिति के कारण यह निर्णायक रूप से नहीं कहा जा सकता है कि फिजिकल मोड में परीक्षाओं के संचालन के लिए कब अनुकूल स्थिति होगी। इसके अलावा यदि उनकी परीक्षाओं में अधिक देरी होती है तो वे न केवल विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में आवेदन करने और प्रवेश लेने का अवसर खो देंगे बल्कि उन्हें शिक्षा के मौलिक अधिकार से भी वंचित कर दिया जाएगा।इन छात्रों का कहना है कि नियमित छात्रों के लिए सीबीएसई द्वारा अपनाए गए मूल्यांकन मानदंडों के अनुरूप ही उनका भी मूल्यांकन किया जाए और समयबद्ध तरीके से परिणाम जारी किया जाए।

विश्व: कोरोना संक्रमितों की संख्या-17.81 करोड़ हुईं

वाशिंगटन डीसी/ नई दिल्ली। विश्वभर में कोरोना वायरस (कोविड-19) का प्रकोप जारी है और इससे अब तक 17.81 करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हो चुके है तथा 38.57 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है।जबकि दुनिया भर में कोरोना के 257.12 करोड़ टीके लगाए जा चुके हैं। अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केंद्र (सीएसएसई) की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार दुनिया के 192 देशों एवं क्षेत्रों में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 17 करोड़ 81 लाख 27 हजार 821 हो गयी है। जबकि 38 लाख 57 हजार 954 लोग इस महमारी से जान गंवा चुके हैं। विश्व में महाशक्ति माने जाने वाले अमेरिका में कोरोना वायरस की रफ्तार।
यहां संक्रमितों की कुल संख्या 3,35,37,971 हो गयी है और छह लाख एक हजार 740 लोगों की इसके संक्रमण से मौत हो गयी है। 
दुनिया में कोरोना संक्रमितों के मामले में भारत दूसरे और मृतकों के मामले में तीसरे स्थान पर काबिज है। देश में पिछले 24 घंटों में 58,419 नये मामले सामने आने के साथ ही संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 2,98,81,965 हो गया। इस दौरान 87,619 और मरीजों के स्वस्थ होने के बाद इस महमारी को मात देने वालों की कुल संख्या बढ़कर 2,87,66,009 हो गई हैं। सक्रिय मामले 30,776 कम होकर 7,29,243 रह गये हैं। इसी अवधि में 1,576 मरीजों की जान जाने के बाद मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 3,86,713 हो गया है। ब्राजील संक्रमितों के मामले में अब तीसरे स्थान पर है।
देश में कोरोना संक्रमण के मामले फिर से बढ़ रहे हैं और अभी तक इससे 1,78,83,750 लोग प्रभावित हुए हैं। जबकि पांच लाख से अधिक 5,00,800 मरीजों की मौत हो चुकी है।
ब्राजील कोरोना से हुयीं मौतों के मामले में विश्व में दूसरे स्थान पर है। संक्रमण के मामले में फ्रांस चौथे स्थान पर है जहां कोरोना वायरस से अब तक 58.17 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं जबकि 1,10,886 मरीजों की मौत हो चुकी है। तुर्की में कोरोना से प्रभावित संख्या 53.65 लाख से अधिक हो गयी है और 49,122 मरीजों की मौत हो चुकी है। रूस में कोरोना संक्रमितों की संख्या 52.37 लाख से अधिक हो गई है और इसके संक्रमण से 1,26,761 लोगों की मौत हो चुकी है। ब्रिटेन में कोरोना वायरस फिर से तेजी से पांव पसार रहा है यहां प्रभावितों की कुल संख्या 46.36 लाख से अधिक हो गयी है और 1,28,234 लोगों की मौत हो चुकी है। मृतकों के मामले में ब्रिटेन पांचवें स्थान पर है। इस बीच इटली को पीछे छोड़ते हुए संक्रमण के मामले में अर्जेंटीना आगे निकल चुका है।
अर्जेंटीना में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 42.58 लाख से अधिक हो गयी है तथा मृतकों की संख्या 88,742 तक पहुंच गयी है। इटली में कोरोना प्रभावितों की संख्या 42.52 लाख से अधिक हो गयी है और 1,27,253 मरीजों की जान जा चुकी है। कोलंबिया में कोरोना वायरस से 39.17 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और 99,335 लोगों ने जान गंवाई है। स्पेन में इस महामारी से 37.57 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और 80,652 लोगों की मौत हो चुकी है।
जर्मनी में वायरस की चपेट में आने वालों की संख्या 37.29 लाख से अधिक हो गई है और 90,390 लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच ईरान ने संक्रमण के मामले में पोलैंड को पीछे छोड़ दिया है और वहां संक्रमितों की संख्या बढ़कर 30.86 लाख से ज्यादा हो गयी है तथा मृतकों का आंकड़ा 82,854 तक पहुंच गया है। पोलैंड में कोरोना से 28.78 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और इस महामारी से 74,823 लोग जान गंवा चुके हैं।
मैक्सिको में कोरोना से 24.71 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और यह देश मृतकों के मामले विश्व में चौथे स्थान पर है जहां अभी तक इस वायरस के संक्रमण से 2,30,959 लोगों की मौत हो चुकी है। यूक्रेन में संक्रमितों की संख्या 22.90 लाख से अधिक है और 54,142 लोग अपनी जान गंवा बैठे हैं। पेरू में संक्रमितों की संख्या 20.23 लाख से अधिक हो गयी है, जबकि 1,89,933 लोगों की जान जा चुकी है। इंडोनेशिया में भी कोरोना संक्रमण के मामले 19.76 लाख के पार पहुंच गये हैं जबकि 54,291 लोगों की मौत हो चुकी है।
दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस से 18.10 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और 58,590 लोगों की मौत हो चुकी है। नीदरलैंड में कोरोना से अब तक 17.05 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और यहां इस महामारी से 18,007 लोग जान गंवा चुके हैं। चेक गणराज्य में कोरोना से अब तक 16.65 लाख से अधिक लोग प्रभावित हो चुके हैं और यहां इस महामारी से 30,278 लोग जान गंवा चुके हैं।
महामारी के उद्गम स्थल वाले देश चीन में 1,03,525 लोग संक्रमित हुए हैं तथा 4,846 लोगों की मौत हो चुकी है। पड़ोसी देश पाकिस्तान में अब तक कोरोना से 9.47 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और 21,940 मरीजों की मौत हो चुकी है। अन्य पड़ोसी देश बंगलादेश में भी कोरोना वायरस का प्रकोप जारी है जहां करीब 8.48 लाख लोग संक्रमित हुए हैं और 13,466 मरीजों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा दुनिया के अन्य देशों में भी कोरोना वायरस के संक्रमण से स्थिति खराब है।

मृतक लोगों के परिवार को 4 लाख का मुआवजा नहीं

अकांशु उपाध्याय                      
नई दिल्ली। देशभर में कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में आकर अपनी जान गंवाने वाले लोगों के परिवार को चार-चार लाख रुपए की अनुग्रह राशि दिए जाने से अपने हाथ खड़े करते हुए केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कहा है कि वह कोरोना वायरस की वजह से जान गंवाने वाले लोगों के परिवार को चार-चार लाख रूपये का मुआवजा नहीं दे सकती है। दरअसल सुप्रीमकोर्ट में देशभर में कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से जान गंवाने वाले लोगों के परिवार को 4-4 लाख रूपये की अनुग्रह राशि दिए जाने का अनुरोध करते हुए एक याचिका दायर की गई है।
केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल करते हुए कहा है कि वह कोरोना वायरस की वजह से जान गंवाने वाले लोगों के परिवार को चार-चार लाख रुपए का मुआवजा नहीं दे सकती है। केंद्र सरकार ने कहा है कि कोविड-19 के पीड़ितों को 4-4 लाख रूपये का मुआवजा नहीं दिया जा सकता है। क्योंकि आपदा प्रबंधन कानून में केवल भूकंप और बाढ़ आदि प्राकृतिक आपदाओं पर ही मुआवजा देने का प्रावधान है। सरकार ने कहा है कि अगर एक बीमारी से होने वाली मौतों पर मुआवजे की राशि दी जाए और दूसरी पर नहीं तो यह पूरी तरह से गलत होगा। सरकार ने उच्चतम न्यायालय के सम्मुख कहा है कि अगर कोरोना वायरस से जान गंवाने वाले सभी लोगों को 4- 4 लाख रूपये की अनुग्रह राशि दी जाती है तो फिर एसटीआरएफ का पूरा पैसा सिर्फ एक चीज पर खर्च हो जाएगा और इससे वैश्विक महामारी के खिलाफ लड़ाई में उपयोग होने वाली राशि प्रभावित होगी। 
अगर एसडीआरएफ फंड को कोरोना मृतकों को मुआवजा देने में ही खर्च किया जाता है तो इससे राज्यों की कोरोना के खिलाफ लड़ाई बुरी तरह प्रभावित होगी और अन्य चिकित्सा आपूर्ति और आपदाओं की देखभाल के लिए पर्याप्त धन नहीं बचेगा। इसलिए कोरोना से मरे व्यक्तियों को अनुग्रह राशि के भुगतान के लिए याचिकाकर्ता की प्रार्थना राज्य सरकारों की वित्तीय सामर्थ्य से परे है।

मुंबई: दल अकेले चुनाव लड़ने की बात करेगा तो पीटेगा

अकांंशु उपाध्याय                  
नई दिल्ली। लड़खड़ाती हुई नजर आ रही महाविकास आघाडी सरकार के मुख्यमंत्री ने अडंगा लगाने की कोशिश कर रहे दलों को सावधान करते हुए कहा है कि अगर लोगों की समस्याओं का समाधान किए बगैर ही जो अकेले चुनाव लड़ने की बात करेगा तो लोग उन्हें जूतों से पीटेेंगे। दरअसल महाराष्ट्र में गठबंधन दलों के बीच चल रही कलह की वजह से महाविकास आघाडी सरकार की रफ्तार लड़खड़ाती हुई नजर आ रही है। जिसके चलते शिवसेना और कांग्रेस के बीच चल रही रार से खाई और गहरी होती जा रही है। कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले और अन्य स्थानीय नेता अकेले चुनाव लड़ने की बात कह रहे हैं। 
इसी बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस नेताओं पर कटाक्ष किया और कहा जो लोगों की समस्याओं का समाधान किए बगैर ही अकेले चुनाव लड़ने की बात करेगा तो लोग उन्हें जूते से पीट देंगे। कांग्रेस या अन्य किसी कांग्रेसी नेता का नाम लिए बगैर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि अगर हम लोगों की समस्याओं के समाधान की कोशिशें नहीं करते हैं और केवल राजनीति में अकेले लड़ने की बात करते हैं तो लोग हमें जूतों से पीटेंगे। वह हमारी अकेले चुनाव लड़ने की पार्टी केंद्रित महत्वाकांक्षी बात नहीं सुनेंगे।
गौरतलब है कि हालही में मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष जगताप ने कहा था कि वह शिवसेना से हाथ मिलाए बगैर अगले वर्ष मुंबई के निकाय चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने पार्टी के 55वें स्थापना दिवस के अवसर पर कहा कि सभी राजनीतिक पार्टियों को अपनी आकांक्षाएं अभी अलग रखनी चाहिए और अर्थव्यवस्था और हेल्थ पर फोकस करना चाहिए। 

कोरोना वायरस महामारी के बीच अपनी पार्टी के 55 वें स्थापना दिवस के मौके पर ठाकरे ने कहा कि देश के समक्ष अर्थव्यवस्था और स्वास्थ्य के दो प्रमुख मुद्दे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि अब समय आ गया है कि सभी राजनीतिक दल यह तय करें कि वे सत्ता के लिए राजनीतिक सफलता चाहते हैं या आर्थिक मोर्चे पर समाधान खोजने के लिए। सामाजिक अशांति इसका वर्णन करने के लिए एक कठोर शब्द होगा, लेकिन देश निश्चित रूप से सामाजिक अशांति की ओर बढ़ रहा है।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि अगर कोई पार्टी यह कहना चाहती है कि वह दूसरों से हाथ मिलाए बिना चुनाव लड़ना चाहती है, तो उसे लोगों को आत्मविश्वास और साहस देना चाहिए। अन्यथा लोग पूछेंगे कि पार्टी के पास उन्हें आजीविका, नौकरी देने की क्या योजना है। बता दें कि दशकों से विरोधी रहे शिवसेना और कांग्रेस ने 2019 में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली पार्टी के भाजपा से अलग होने के बाद शरद पवार की एनसीपी के साथ महाराष्ट्र में सरकार बनाई।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-309 (साल-02)
2. सोमवार, जून 21, 2021
3. शक-1984, ज्येठ, शुक्ल-पक्ष, तिथि-एकादशी, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 05:42, सूर्यास्त 07:16।
5. न्‍यूनतम तापमान -20 डी.सै., अधिकतम-36+ डी.सै.।
बरसात की संभावना
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
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संपर्क सूत्र :- +919350302745  
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शनिवार, 19 जून 2021

मौत का भंवर 'संपादकीय'

मौत का भंवर     'संपादकीय'   
दुनिया के सभी राष्ट्रों में दूरदराज व दुर्गम स्थानों पर निवास करने वाला प्रत्येक व्यक्ति कोविड-19 कोरोना वायरस से पूरी तरह परिचित हो गया है। बल्कि यूं कहिए कि कई देशों में तो वायरस ने 'मौत' का कहर ढ़हाने का काम किया है। महामारी से पूरी दुनिया विचलित भी है और पीड़ित भी है। यदि समय रहते टीकाकरण किया गया तो काफी लोगों को बचाया जा सकता है। लेकिन कई राष्ट्रों में टीकाकरण की लचर व्यवस्था के कारण परिणाम को प्राप्त करना दुर्लभ है। जिसमें भारत को विशेष स्थान पर रखा जाए तो किसी प्रकार की कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी।
विश्व स्वास्थ्य संगठन प्रतिदिन नई-नई चेतावनी, जानकारी व योजनाओं के विवरण बताता रहता है। लेकिन भारत में इस पर ध्यान कम दिया जाता है। केवल विकसित राष्ट्रों की कार्यशैली की असली नकल करने का प्रयास किया जाता है। सरकार के द्वारा जारी मौतों के प्रमाणित आंकड़े और जमीनी हकीकत में एक बड़े अनुपात का अंतर है। पक्ष-विपक्ष एक दूसरे पर मौतों के आंकड़ों की धांधली के आरोप भी लगा रहे हैं। इससे केवल यह सिद्ध होता है कि राजनीतिक गलियारे में चमक बनी रहे। परंतु इस प्रकार जनता को भ्रमित करने के पीछे सरकार की क्या मंशा है ? झूठ की बैसाखी के सहारे साख को नहीं बचाया जा सकता है। 
दुनिया भर के वैज्ञानिकों के कयासों के हिसाब से तीसरी लहर भी दूसरी लहर की तरह प्रभावशाली हो सकती है। यदि इन दावों पर विश्वास कर लिया जाए तो भारत की निम्न आय वाला वर्ग, जो लोग डिजिटलाइजेशन की मुख्यधारा से पीछे छूट गए हैं। ऐसे वर्ग अथवा समुदाय को तीसरी लहर सर्वाधिक प्रभावित करेगी। आएंं दिन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी महामारी को लेकर संदेश जारी करते रहते हैं। ज्यादातर अखबार और टीवी चैनलों पर ऐसे संदेश आसानी से मिल जाएंगे। महामारी से 'स्वयं को रक्षित करें और दूसरों की सुरक्षा भी निर्धारित करें'। अत्यधिक आवश्यक होने पर ही घर से बाहर निकले। परंतु यदि इसके विपरीत हम विचार करें और वैज्ञानिकों के अनुसार मान लिया जाए कि हवा में ही वायरस है। तब उन्हें घर पर कौन-कैसे बचाएगा ? प्राथमिकता के आधार पर ऐसे वर्ग को टीकाकरण में सम्मलित ना करना सरकार की बड़ी चूक है। 
सक्षम आदमी हजारों रुपए खर्च कर टीका लगवा सकता है। लेकिन अक्षम के लिए तो यह 'मौत के भंवर' के जैसा है। नागरिकों को भी किसी भी व्यवस्था पर पूर्ण रूप से निर्भर नहीं रहना चाहिए। प्रत्येक नागरिक को निर्णायक स्थिति की संरचना का प्रयास करते रहना चाहिए। 
राधेश्याम 'निर्भयपुत्र'

गाजियाबाद में फिर मिलें 2 नए संक्रमित, वायरस

अश्वनी उपाध्याय             

गाजियाबाद। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर अब गाज़ियाबाद समेत पूरे प्रदेश में अपने अंत की ओर जा रही है। गाजियाबाद में केवल 2 नए संक्रमित मिले और अब जनपद में 93 सक्रिय संक्रमित हैं। मेरठ जिले में 16 नए संक्रमित मिले और 10 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। जनपद में एक मरीज की मौत भी दर्ज की गई।  अब यहाँ 195 सक्रिय संक्रमित हैं। गौतमबुद्ध नगर जिले में 8 नए संक्रमित मिले और 26 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। अब यहाँ 133 सक्रिय संक्रमित हैं। बुलंदशहर जिले में 3 नए संक्रमित मिले और 20 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया। जनपद में एक मरीज की मौत भी दर्ज की गई। अब यहाँ 89 सक्रिय संक्रमित हैं।

सदस्यों को सेक्रेटरी ने गोपनीयता की शपथ दिलाईं

कौशाम्बी। सिराथू तहसील के ग्रामसभा बरीपुर प्राथमिक विद्यालय में नवनिर्वाचित प्रधान विवेक कुमार मौर्य और सदस्यों को सेक्रेटरी जगजीत ने पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई है। इस अवसर पर नवनिर्वाचित नवयुवक प्रधान विवेक मौर्य ने अपने ग्राम सभा के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हम अपने गांव का विकास बिना भेदभाव के सबको साथ लेकर चलने का संकल्प लेते हैं। इस समय कोरोना संक्रमण का दौर चल रहा है।गांव में इस महामारी को रोकने के लिए ग्राम प्रधानों की सबसे बड़ी भूमिका है। 
हम सभी ग्रामवासी मिलकर इस महामारी की रोकथाम के लिए पूरा प्रयास करेंगे ताकि हमारी ग्रामसभा कोरोना मुक्त रहे। ग्राम प्रधान पवन मौर्य उर्फ विवेक मौर्य ने कहा कि लोगों को वैक्सीनेशन के लिए प्रेरित करेंगे प्रधान ने कहा ग्राम समाज का विकास मेरी पहली प्राथमिकता है। ग्रामीणों का विकास और सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता होगी। इस अवसर पर अझुवा चौकी इंचार्ज हरि कुमार सिंह मय हमराही मौजूद रहे।
सन्तलाल मौर्य 

पंचकर्मा वेलनेस सेंटर का उद्घाटन करेंगे सीएम खट्टर

राणा ओबराय           
चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से एक दिन पूर्व 20 जून को मोरनी हिल्स के पास टिक्करताल क्षेत्र में पैराग्लाइडिंग और ट्रेकिंग जैसी एडवेंचर गतिविधियों का निरीक्षण करेंगे और इनका ट्रायल भी देखेंगे तथा थापली में पंचकर्मा वेलनेस सेंटर का उद्घाटन करेंगे। एक सरकारी प्रवक्ता ने इस संबंध में अधिक जानकारी बताया कि शिवालिक पहाड़ियों के बीच बसे पंचकूला को पर्यटन केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। पंचकूला आसपास के क्षेत्र में ऐसा स्थान होगा। जहां इस तरह के एडवेंचर खेलों की शुरुआत होगी।
प्रवक्ता ने बताया कि मुख्यमंत्री 20 जून को एडवेंचर खेलों का निरीक्षण करेंगे। इसके उपरांत वह थापली में पंचकर्मा वेलनेस सेंटर का उद्घाटन करेंगे। तत्पश्चात नक्षत्र वाटिका, राशि वन, सुगंध वाटिका की आधारशिला रखेंगे और नेचर ट्रैक का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री थापली नेचर कैंप से थापली गांव तक छोटे से ट्रैक के लिए बच्चों के एक समूह को झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। प्रवक्ता ने बताया कि राज्य सरकार ने ‘स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन का वास होता है’ के मंत्र पर जोर देते हुए पैराग्लाइडिंग, कयाकिंग, रोलर ज़ोरबिंग, हॉट एयर बैलून, पैरा-सेलिंग, ट्रेकिंग जैसे एडवेंचर खेल शुरू करने का लक्ष्य रखा है। साथ ही, दैनिक तनाव से आगंतुकों के तन और मन को तनाव मुक्त करने के लिए पंचकर्मा वेलनेस सेंटर की शुरुआत की है।

24 घंटे में कोरोना के 294 नए मामलें सामने आएं

हरिओम उपाध्याय           
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बीते 24 घंटे में 294 कोरोना के नए केस सामने आए हैं। वहीं, 592 मरीज ठीक होकर घर चले गए हैं। यहां कुल 4 हजार 957 सक्रिय केस हैं। यह जानकारी शनिवार को अपर मुख्य सचिव, सूचना नवनीत सहगल ने दी। उन्होंने बताया कि राज्य में कुल एक्टिव केस 5000 से कम हो गए हैं। 03 हजार 350 मरीज होम आइसोलेशन में हैं। प्रदेश में रिकवरी रेट बढ़कर 98.4 प्रतिशत दर्ज हुई है। उन्होंने बताया कि 24 घंटे में 1 लाख 25 हजार 140 आरटीपीसीआर टेस्ट हुए हैं। वहीं, पॉजिटिविटी रेट 0.1 प्रतिशत दर्ज हुई है। बता दें कि, प्रदेश में साप्तांश लॉकडाउन लगा है। कया लगाए जा रहे हैं कि 21 जून को मॉल, रेस्टोरेंट आदि को लेकर योगी सरकार बड़ा निर्णय ले सकती है। कल 4 लाख 60 हजार लोगों को वैक्सीन लगाई गई। 

दिल्ली: गैस लीक होने पर लगीं आग, 13 लोग झुलसे

अकांशु उपाध्याय         

नई दिल्ली। दिल्ली के मंगोलपुरी इलाके के एक घर में सिलेंडर से गैस लीक होने पर भीषण आग लग गई। जब तक आग पर काबू पाया जाता। इस हादसे में 13 लोग झुलसे गए। आग में झुलसे 13 लोगों को आननफानन अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। बता दें कि मंगोलपुरी इलाके के एक घर में शनिवार शाम करीब साढ़े 6 बजे सिलेंडर से गैस लीक होने पर आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया। जिससे इलाके में हड़कंप मच गया। स्थानीय लोगों ने फौरन पुलिस को फोन कर हादसे की जानकारी दी। सूचना पाकर मंगोलपुरी से पुलिस टीम और 2 फायर टेंडर मौके पर पहुंचे। कुछ ही देर में आग पर काबू पा लिया गया लेकिन तब तक हादसे में 13 लोग झुलस चुके थे।

अनलॉक: लापरवाही हो सकतीं हैं खतरनाक साबित

अकांशु उपाध्याय            

नई दिल्ली। केन्द्रीय गृह मंत्रालय ने राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को आगाह किया है कि देश भर में कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी के मद्देनजर किये जा रहे अनलॉक के दौरान किसी भी तरह की लापरवाही या ढिलायी खतरनाक साबित हो सकती है। इसलिए उचित कोविड व्यवहार के साथ साथ टेस्ट, ट्रेक, उपचार और टीकाकरण की पांच सूत्री रणनीति पूरी तरह अपनाये जाने की सख्त जरूरत है। केन्द्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को शनिवार को लिखे पत्र में कहा है कि कोरोना संक्रमण के मामलों में कमी के मद्देनजर विभिन्न क्षेत्रों को खोला जाना जितना जरूरी है। 

उतना ही जरूरी यह भी है कि इस दौरान पूरी तरह से सावधानी और सतर्कता बरती जाये तथा जमीनी स्थिति के आकलन के आधार पर ही निर्णय लिये जायें। उन्होंने जोर देकर कहा कि अनलाॅक के दौरान पांच सूत्री रणनीति को सख्ती से अपनाये जाने की जरूरत है। इसमें उचित कोविड व्यवहार के साथ साथ कोरोना जांच, संक्रमित व्यक्ति के संपर्कों का पता लगाना, संक्रमितों का उपचार और टीकाकरण जरूरी है।

संतुलन बनाएं रखते हुए प्रदेश अध्यक्षों की घोषणा की

हरिओम उपाध्याय             

लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी की ओर से पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में संतुलन बनाए रखते हुए मोर्चा के प्रदेश अध्यक्षों की घोषणा कर दी गई है। गाजियाबाद और मेरठ को पश्चिमी उत्तर प्रदेश से जगह मिली है। जिसके चलते पश्चिमी उत्तर प्रदेश के हिस्से में दो पद आये है। शनिवार को भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने पार्टी के विभिन्न मोर्चों के प्रदेश अध्यक्षों के नामों की घोषणा कर दी है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने फर्रुखाबाद के प्रांशु दत्त द्विवेदी को युवा मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया है। औरैया की राज्यसभा सांसद गीता शाक्य को महिला मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौंपी गई है। गोरखपुर के कामेश्वर सिंह के कंधों पर किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी डाली गई है।

पेट्रोल-डीजल के दाम में बढ़ोतरी, त्राहिमाम कर उठे

अकांशु उपाध्याय                   

नई दिल्ली। पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों पर ऑल इंडिया माइनॉरिटी फ्रंट के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. सैयद मोहम्मद आसिफ ने कहा है कि तेल की कीमतों में बढ़ोतरी से खुदरा और थोक महंगाई दर में बेतहाशा बढ़ोतरी हो गई है। कोरोना के कारण लगाये गये लॉकडाउन में बढ़ी कंगाली में पेट्रोल डीजल के दाम में बढ़ोतरी से देश त्राहिमाम त्राहिमामकर उठा है। शनिवार को डॉ आसिफ ने राजधानी में जारी बयान में कहा कि एक तरफ कोरोना महामारी की वजह से लगाये गये लॉकडाउन के कारण लोगों का रोजगार छिन गया है। ऊपर से खाद्य तेल व डीजल पेट्रोल की बढ़ती कीमतों के कारण लोग महंगाई की मार झेल रहे हैं। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पिछले 4 वर्षों से जब जब डीजल पेट्रोल के दाम में बढ़ोतरी हुई है। 

उन्होंने पेट्रोलियम पदार्थो से होने वाली सरकार की कमाई का खर्च जनकल्याण के ऊपर करने को बताया है। कभी बताया है कि पेट्रोल डीजल से होने वाली आमदनी का खर्च देश की सड़कों के लिए किया जा रहा है। कभी कहा जाता है कि इसकी आमदनी रोजगार सृजन के लिए किए जा रहे उपायों पर खर्च की जा रही हैं। कभी बयान दिया कि इससे होने वाली आमदनी का खर्च केंद्र सरकार रेल हवाई जहाज में सफर करने वालों हवाई अड्डे और रेलवे प्लेटफार्म को आधुनिक बनाने के लिए खर्च किए जा रहे हैं। कभी उनका जवाब होता है कि ठंड के कारण पेट्रोल की कीमत में उछाल आया है। ठंड कम होते ही पेट्रोल के दाम कम हो जाएंगे। कभी कहते हैं कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमत में बढ़ोतरी हुई है। इसलिए तेल की कीमत में बढ़ोतरी हो रही है। 

कभी कहते हैं कि पेट्रोल और डीजल पर बढ़ रही कीमतें कंट्रोल करने का अधिकार केंद्र सरकार को नहीं है। उन्होंने कहा कि सरकार अब बहाने बनाने से बाज आये। बहाने सुन सुनकर लोग उब चुके हैं। जब विपक्षी पार्टियां पेट्रोल डीजल की बढ़ती कीमतों पर आवाज उठाते हैं तो धर्मेंद्र प्रधान का जवाब होता है कि कांग्रेस पार्टी महाराष्ट,ª पंजाब, छत्तीसगढ़, राजस्थान में अपने सरकार से वेट कम करने के लिए क्यों नहीं कहती। पेट्रोल के दाम अपने आप कम हो जाएंगे। अगर केंद्र सरकार अपनी एक्साइज ड्यूटी और टैक्स को कुछ कम कर दे तो बढ़ते तेल की कीमतों से लोगों को महंगाई में राहत मिलेगी। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 में जितनी एक्साइज ड्यूटी पेट्रोल और डीजल पर लगी हुई थी। उस हिसाब से वसूल करे तो लोगों को महंगाई से राहत मिल जाएगी। 

पेट्रोल और डीजल पर टैक्स लगाकर 2013-14 में 52,537 करोड़ रुपया मुनाफा हुआ। वही 2019-20 में बढ़कर 2,13 लाख करोड़ रुपया हो गया। 2020-21 में 2,94 लाख करोड़ों रुपया हो गया है। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने ताजा बयान दिया है कि कोरोना वैक्सीन के लिए 35 हजार करोड़ रुपया का बजट रखा गया है। उस पर खर्च किया जा रहा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कोरोना वैक्सीन पर खर्च किए जाने वाले बजट की भरपाई करने में पेट्रोल डीजल से प्राप्त पैसे को खर्च किया जाएगा। सदन में ऐसा नहीं कहा, एक्सरसाइज टैक्स में 83ः की बढ़ोतरी हो गई। 

पेट्रोलियम धर्मेंद्र प्रधान ने सितंबर 2017 में कहा था कि जीएसटी लागू हो जाने के बाद केवल एक टैक्स लगेगा। जिससे पेट्रोल की कीमत में भारी कमी आ जाएगी। जबकि उन्हीं की पार्टी के नेता कहते हैं कि अभी 10 सालों तक पेट्रोलियम पदार्थों को जीएसटी के दायरे से बाहर रखा जाएगा। डॉ आसिफ ने कहा राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि देश की आर्थिक स्थिति चरमरा गई है। पिछले 7 सालों में धीरे धीरे आमदनी के स्रोत बंद होते चले गए। उस आर्थिक स्थिति को संभालने के लिए ही लोगों पर महंगाई का मार डाल कर पेट्रोल और डीजल से कमाई की जा रही है। आज देश की आर्थिक स्थिति नाजुक दौर से गुजर रही है। देश को अभी कृषि और पेट्रोल ही का सहारा है। सरकार पेट्रोलियम पदार्थ पर से एक्साइज ड्यूटी 50 प्रतिशत कम कर दें तो लोगों को महंगाई से राहत मिल जाएगी।

भर्ती की कार्यवाही को ढंग से पूर्ण करने के निर्देश दिएं

हरिओम उपाध्याय              

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 69000 सहायक अध्यापक भर्ती प्रक्रिया के रिक्त पदों एवं अनुसूचित जाति वर्ग के पूर्व के रिक्त पदों पर भर्ती की कार्यवाही को समयबद्ध ढंग से पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं। राज्य सरकार के प्रवक्ता ने शनिवार को बताया कि इस संबंध में शासनादेश जारी करते हुए सम्पूर्ण प्रक्रिया की समय सारिणी निर्धारित कर दी गई है।

करीब 6000 सहायक अध्यापकों की परिषदीय विद्यालयों में नियुक्ति की जाएगी। जबकि 17 मई को जारी शासनादेश के तहत, राष्ट्रीय सूचना विज्ञान केंद्र द्वारा विकसित सॉफ्टवेयर के जरिये तैयार चयन एवं जिला आवंटन सूची पर कार्यवाही निर्धारित समय सारिणी के अनुसार की जाएगी।


बांह पर काली पट्टी बांधकर खेलेंगी क्रिकेट टीम

साउथम्पटन। भारतीय क्रिकेट टीम न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल के दूसरे दिन फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह के प्रति सम्मान स्वरूप बांह पर काली पट्टी बांधकर खेलेगी। मिल्खा सिंह का कोरोना संक्रमण से जूझने के बाद कल देर रात चंडीगढ में निधन हो गया। कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री समेत शीर्ष भारतीय खिलाड़ियों ने ट्विटर पर शोक संदेश पोस्ट किया है। इसके अलावा पूरी भारतीय टीम बांह पर काली पट्टी बांधकर खेल रही है। ओलंपिक खेल के किसी महान खिलाड़ी की याद में भारतीय क्रिकेट टीम के बांह पर काली पट्टी बांधकर खेलने का यह दुर्लभ मौका है।

बीसीसीआई की मीडिया सेल ने पोस्ट किया, ‘भारतीय क्रिकेट टीम मिल्खा सिंह की याद में बांह पर काली पट्टी बांधकर खेल रही है।’’ इससे पहले कोहली ने ट्वीट किया ,‘‘ उन्होंने पूरे देश को उत्कृष्टता के लिये प्रेरित किया। उन्होंने कभी हार नहीं मानने और अपने सपने पूरे करने के लिये कोशिश करने की प्रेरणा दी । रेस्ट इन पीस मिल्खा सिंह। आपको कभी भुलाया नहीं जा सकेगा।


6 कर्मियों के परिवारों को 1-1 करोड़ रुपये की राशि

अकांशु उपाध्याय               

नई दिल्ली। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने शनिवार को कहा कि अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए जान गंवाने वाले वायुसेना, दिल्ली पुलिस और असैन्य सुरक्षा के छह कर्मियों के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये की अनुग्रह राशि दी जाएगी। सिसोदिया ने बताया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली सरकार देश की सेवा करते हुए शहीद हुए जवानों के परिवारों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है। उन्होंने ऑनलाइन संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘जवानों का शहीद होना एक अपूरणीय क्षति होती है। केजरीवाल सरकार ने सत्ता में आने के बाद ऐसे कर्मियों के परिवारों को अनुग्रह राशि मुहैया करने के लिए योजना शुरू की है, ताकि यह उनके लिए आय का स्रोत बन सके और वे गरिमा के साथ जीवन जी सकें।’’

मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में 6 नए जजों की नियुक्ति हुईं

मनोज सिंह ठाकुर                     
भोपाल। मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में 6 नए जजों की नियुक्ति हुई है। कॉलेजियम की अनुशंसा पर राष्ट्रपति द्वारा 6 न्यायिक अधिकारियों को हाईकोर्ट जज बनाए जाने के आदेश भी जारी किए गए हैं। इंदौर बेंच के प्रिंसिपल रजिस्टर अनिल वर्मा भी हाईकोर्ट के जज बन गए हैं। सर्वोच्च न्यायालय के कॉलेजियम ने वरिष्ठ जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनिल वर्मा, अरुण कुमार शर्मा, सत्येंद्र कुमार सिंह ,सुनीता यादव, दीपक कुमार अग्रवाल तथा राजेंद्र कुमार वर्मा को मध्यप्रदेश हाईकोर्ट का न्यायाधीश बनाने की अनुशंसा राष्ट्रपति से की थी।
मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में न्यायाधीशों के 53 पद हैं। वर्तमान में मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में न्यायाधीशों की संख्या 23 है, जिसमें से चार न्यायाधीश इसी वर्ष सेवानिवृत्त होने वाले हैं। सर्वोच्च न्यायालय की कॉलेजियम ने पूर्व में अधिवक्ता प्रणय वर्मा, अधिवक्ता विवेक शरण तथा अधिवक्ता निधि पाटनकर को न्यायाधीश बनाने की अनुशंसा की थी, जिस पर निर्णय लिया जाना लंबित है।
मध्यप्रदेश हाईकोर्ट में न्यायाधीशों की संख्या 29 हो गई है। इसके बाद भी हाईकोर्ट में न्यायाधीशों के 24 पद रिक्त हैं। बता दे इंदौर खंडपीठ में पदस्थ प्रिंसिपल रजिस्टर अनिल वर्मा लगभग 4 साल पहले इंदौर खंडपीठ में रजिस्ट्रार बनकर आए थे।

घोटाला: आरोपित मिशेल की जमानत याचिका खारिज

अकांशु उपाध्याय                   
नई दिल्ली। दिल्ली के राऊज एवेन्यू कोर्ट ने अगस्ता वेस्टलैंड घोटाला मामले के आरोपित क्रिश्चियन मिशेल की जमानत याचिका खारिज कर दी है। स्पेशल जज अरविंद कुमार ने जमानत खारिज करने का आदेश दिया। कोर्ट ने पिछले 22 अप्रैल को सीबीआई और ईडी को नोटिस जारी किया था। 3600 करोड़ रुपये के इस घोटाले में ईडी ने मिशेल को जनवरी 2019 में गिरफ्तार किया था। मिशेल को दुबई से प्रत्यर्पित कर दिसंबर 2018 में भारत लाया गया था। 23 अक्टूबर, 2020 को कोर्ट ने सीबीआई की ओर से दायर पूरक चार्जशीट पर संज्ञान लिया था। चार्जशीट में 13 को आरोपित बनाया गया है। 
इस मामले में सीबीआई ने 19 सितंबर, 2020 को पूरक चार्जशीट दाखिल की थी। चार्जशीट में क्रिश्चियन मिशेल, राजीव सक्सेना, अगस्ता वेस्टलैंट इंटरनेशनल के डायरेक्टर जी सापोनारो और वायुसेना के पूर्व प्रमुख एसपी त्यागी के रिश्तेदार संदीप त्यागी समेत 13 को आरोपित बनाया गया है। इस चार्जशीट में पूर्व सीएजी और पूर्व रक्षा सचिव शशिकांत शर्मा को आरोपित नहीं बनाया गया है, क्योंकि उनके खिलाफ अभियोजन चलाने के लिए अभी सीबीआई को कोई स्वीकृति नहीं मिली है।

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...