गुरुवार, 6 मई 2021

छत्तीसगढ़: कोरोना संक्रमितो की संख्या 8 लाख पार

सोम देवांगन   
रायपुर। प्रदेश में कोरोना का ग्राफ कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इसके साथ मौतों में भी कर्मी नहीं आई है। प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार जो धीमी पकड़ी दिख रही थी, उसने फिर रफ्तार पकड़ ली है। अब लगातार 15 हजार से अधिक मरीजों की पुष्टि हो रही है।बुधवार को 15,157 मरीजों के रिपोर्ट होते ही संक्रमितों का आंकड़ा 8 लाख पार जा पहुंचा है। जिसका कोई अनुमान नहीं लगाया गया था। बुधवार को सबसे ज्यादा 1279 मरीज कोरबा में तो वहीं लगातार बिलासपुर, रायगढ़ और जांजगीर चांपा जैसे छोटे जिलों में हजार से अधिक मरीज मिल रहे हैं, जो सरकार की परेशानियां बढ़ा रहा है। क्योंकि इन जिलों में संसाधनों की भारी कमी है।उधर, प्रदेश में मौतों का आंकड़ा भी कम होने का नाम नहीं ले रहा है। हर दिन 250 से अधिक मौतें रिपोर्ट ही रही हैं। बुधवार को 253 मौतें हुईं, जिनमें 145 मरीज सिर्फ कोरोना संक्रमित थे। अब तक यह बीमारी 9738 मरीजों को निगल चुकी है।
बीते 24 घंटे में सर्वाधिक 64 मौतें रायपुर में रिपोर्ट हुईं। आंध्रप्रदेश में कोरोना का नया स्ट्रेन मिला है, जिसके चलते छत्तीसगढ़ के सीमावर्ती जिलों में अलर्ट जारी किया गया है। सीमाओं पर कोरोना जांच के आदेश दिए गए हैं।प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या 129211 जा पहुंची है, जो समूचे कोरोना काल में सर्वाधिक है। इससे पहले 19 अप्रैल को सर्वाधिक आंकड़ा 129000 पहुंचा था, और वह लुढ़कता हुआ 1.18 पर जा पहुंचा था। मगर, इसमें भी से बढ़ोत्तरी देखी जा रही है।

इन जिलों में कोरोना ज्यादा केस

आज रायपुर में 916 कोरोना केस सामने आए है. दुर्ग में 604, राजनांदगांव में 577, बिलासपुर में 1193, कोरबा में 1279, बेमेतरा में 338, कवर्धा में 327, धमतरी में 471, बालौदाबाजार में 661, महासमुंद में 517, गरियाबंद में 298, सरगुजा में 720, रायगढ़ में 1142, जांजगीर में 1006 कोरोना मरीज मिले हैं।

 कई जिलों में कोरोना से अधिक मौतें

रायपुर में कोरोना वायरस से 64 लोगों की मौत हुई है। बिलासपुर में 29, दुर्ग में 17, राजनांदगांव में 8, बालोद में 3, धमतरी में 10, कोरबा में 13, रायगढ़ में 38, कवर्धा में 8, जांजगीर में 18 मरीज की कोरोना से मौत हुई है। प्रदेश में मौतों का कहर जारी है।

पश्चिम बंगाल सरकार पर विवादित टिप्पणी: प्रज्ञा

भोपाल। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की जीत को लेकर मध्यप्रदेश में भी सियासत शुरू हो गई है। भोपाल सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने पश्चिम बंगाल सरकार पर विवादित टिप्पणी की है। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया है। उन्होंने पश्चिम बंगाल को मुमताज का लोकतंत्र बताते हुए हिंदू कार्यकर्ताओं की निर्मम हत्या, बलात्कार की घटनाओं पर नाराजगी जाहिर की और लिखा- अब टिट फॉर टैट करना ही होगा यानी जैसे को तैसा।

उन्होंने कहा कि अब लोगों को असम में शरण लेना पड़ रही है। इसके लिए एकमात्र उपाय राष्ट्रपति शासन और NRC ही है। संतों और वीरों की भूमि पर ताड़का का शासन हो गया।

हालांकि उनकी पोस्ट के बाद लोगों ने प्रतिक्रिया दी है। इसको लेकर सोशल मीडिया पर बहस भी शुरू हो गई है। किसी ने इसे कश्मीर बनने की शुरुआत बताया, तो किसी ने इसे भाजपा की हार की खीज बताया। लोगों ने इसके लिए भाजपा को भी घेरा है।

दिग्विजय सिंह को हराया था

प्रज्ञा ठाकुर ने पिछले चुनाव में भोपाल लोकसभा सीट से कांग्रेस नेता और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को हराया था। इसके बाद से वे कई मुद्दों पर विवादित टिप्पणी कर चुकी हैं। इसके बाद भाजपा को किनारा करना पड़ा। ताजा मामले में इसी तरह की टिप्पणी कंगना रनौत कर चुकी हैं, जिनका ट्वीटर हैंडल सस्पेंड किया गया।

भारत से आवागमन पर पूरी तरह रोक की घोषणा

कोलंबो। श्रीलंका ने कोविड-19 के मामलों में तेज बढ़ोतरी के कारण भारत से यात्रियों के आगमन पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने की बृहस्पतिवार को घोषणा की। ब्रिटेन, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई), ऑस्ट्रेलिया, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका समेत कई देश भारत से आने वाले यात्रियों पर पहले ही पाबंदी लगा चुके हैं।नागर विमानन प्राधिकरण ने बृहस्पतिवार को कहा कि भारत के यात्रियों को श्रीलंका आने की अनुमति नहीं होगी। भारत में कोरोना वायरस के तेजी से बढ़ रहे मामलों के कारण यह कदम उठाया गया है। नागर विमानन महानिदेशक ने राष्ट्रीय विमान कंपनी श्रीलंका एयरलाइन्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) को इस संबंध में एक पत्र लिखा है।
उन्होंने पत्र में लिखा है, ‘‘कोविड-19 महामारी की स्थिति को लेकर श्रीलंका के स्वास्थ्य प्राधिकारों से मिले निर्देशों के अनुरूप यह निर्देश दिया जाता है कि तत्काल प्रभाव से भारत से आने वाले यात्रियों को श्रीलंका आने की अनुमति नहीं होगी।’’

पर्यटन मंत्री प्रसन्ना राणातुंगा ने कहा कि राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे श्रीलंकाई प्रवासी कामगारों को देश लौटने की इजाजत देने का निर्देश दिया है। श्रीलंका में भी संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। पिछले पांच दिनों से रोज 2,000 से ज्यादा मामले आ रहे हैं जबकि मध्य अप्रैल तक रोजाना औसतन 200 मामले आ रहे थे।

जरूरी सेवाओं के साथ शराब ठेको को छूट: पंजाब

अमित शर्मा   

चंडीगढ़। पूरे देश में कोरोना का कोहराम मचा हुआ है। संक्रमण के फैलाव को रोकने के लिए लॉकडाउन लगाया गया है। इस लॉकडाउन के अवधि में कुछ
रियायतों के साथ जरूरी सेवाएं संचालित करने की छूट दी गई है। वहीं शराब ठेके को भी छूट दी गई है। पंजाब सरकार ने अल्कोहल को एसेंशियल की लिस्ट में रखा है। सरकार के इस फैसले के बाद मिनी लॉकडाउन के दौरान शराब के ठेके खोले जाएंगे।

पंजाब सरकार ने इस संबंध में मंगलवार दोपहर को ही नोटिफेकेशन जारी कर दिया था। हालांकि नोटिफिकेशन में देरी के कारण एक दिन बाद से ठेके खुलने लगे। बता दें कि पंजाब सरकार ने कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए 15 मई तक के लिए लॉकडाउन की घोषणा की थी। लॉकडाउन के दौरान जरूरी सेवाओं को इससे छूट दी गई थी।पंजाब सरकार ने लॉकडाउन की घोषणा 2 मई को की थी। इस दौरान बताया था कि जरूरी वस्तुओं की दुकानें जैसे- दवा, दूध, सब्जी, मीट आदि की ही खोलने के आदेश थे। उस दौरान शराब के ठेकों सहित अन्य गैर-जरूरी दुकानों खोलने की अनुमति नहीं दी गई थी। लॉकडाउन के दौरान शादी समारोह और अंतिम संस्कार में केवल 10 लोगों को शामिल होने की अनुमति दी गई थी। सराकर के इस एलान के बाद शराब ठेकेदारों की ओर से शराब के ठेके खोलने की लगातार मांग उठाई जा रही थी। सरकार के इस आदेश के बाद राज्य में बंद सभी ठेके खोल दिए जाएंगे।

कोविड-19 की स्थिति पर व्यापक समीक्षा बैठक की

अकांशु उपाध्याय  
 नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में कोविड-19 की स्थिति पर गुरुवार को व्यापक समीक्षा बैठक की। इस दौरान उनके साथ रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन, पीयूष गोयल समेत अन्य मंत्री और शीर्ष अधिकारी मौजूद थे। बैठक के दौरान देश के विभिन्न राज्यों और जिलों में कोरोना से बिगड़े हालत की तस्वीर पीएम मोदी के सामने पेश की गई.प्रधानमंत्री को समीक्षा बैठक के दौरान बताया गया कि देश में इस वक्त करीब 12 राज्य ऐसे हैं। जहां पर 1 लाख से ज्यादा एक्टिव केस हैं। इसके साथ ही, पीएम ने उन जिलों के बारे में भी जाना जहां पर सबसे ज्यादा एक्टिव कोरोना संक्रमण के केस हैं।
बैठक के दौरान प्रधानमंत्री को यह बताया गया कि कैसे राज्यों की तरफ से हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर को तेजी से बढ़ाने पर काम किया जा रहा है। पीएम मोदी ने निर्देश दिए कि राज्यों को हेल्थ इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाने के लिए मदद और उन्हें सुझाव दिया जाए। इस उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक के दौरान पीएम ने दवाईयों का उपलब्धता पर भी समीक्षा की। उन्होंने यह बताया गया कि किस तरह से रेमडेसिविर समेत अन्य दवाईंयों का उत्पादन बढ़ाया जा रहा है।
इसके साथ ही, पीएम मोदी ने अगले कुछ महीनों में किए जाने वाले वैक्सीनेशन के स्वरूप और इस दिशा में किए जा रहे काम का जायजा लिया। उन्हें बताया कि करीब 17 करोड़ 7 लाख वैक्सीन राज्यों को सप्लाई की जा चुकी है। इसके साथ ही, पीएम मोदी ने राज्यवार वैक्सीन की बर्बादी पर भी समीक्षा की।

आरएलडी प्रमुख-पूर्व केंद्रीय मंत्री अजित का निधन

हरिओम उपाध्याय   

नई दिल्ली। राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) के मुखिया और पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजित सिंह का निधन हो गया है। दिग्गज राजनेता अजित सिंह संक्रमण की वजह से बीते दिनों गुरुग्राम के अल्ट्रा मैक्स अस्पताल में भर्ती थे, जहां उन्होंने 86 साल की उम्र में आखिरी सांस ली। उनके निधन से देशभर में शोक की लहर दौर गई है। उनकी गिनती बड़े जाट नेताओं में होती थी। 

रालोद सुप्रीमो चौधरी अजित सिंह  और उनकी पोती 24 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव हो गए थे। हालत खराब होने पर उन्हें गुरुग्राम के अल्ट्रा मैक्स अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालत में सुधार नहीं होने पर वे पिछले चार-पांच दिन से वेंटिलेटर पर थे। मगर गुरुवार की सुबह उनका निधन हो गया। राष्ट्रीय लोक दल के नेता अजित सिंह का जन्म 12 फरवरी 1939 को मेरठ में हुआ था। इनके निधन पर समाजवादी पार्टी समेत कई नेताओं ने शोक व्यक्त किया है।

समाजवादी पार्टी ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से लिखा- ‘राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष, पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी अजीत सिंह जी का निधन, अत्यंत दुखद! आपका यूं अचानक चले जाना किसानों के संघर्ष और भारतीय राजनीति में कभी ना भरने वाली जगह छोड़ गया है। शोकाकुल परिजनों के प्रति संवेदना! दिवंगत आत्मा को शांति दे भगवान।’

होम्योपैथिक कफ सिरप पीने से 8 लोगों की मौत

बिलासपुर। सिरगिट्टी थाना क्षेत्र के कोरमी के ग्रामीणों ने होमियोपैथी कप सिरप पीने वाले ग्रामीणों में मृतकों की संख्या आठ हो गई है। इस घटना से पुलिस व स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ गई है। यहां शराब की जगह नशीली सिरप पीने वाले ग्रामीणों की जांच कर अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है। दो ग्रामीणों की हालत अभी गंभीर बताई जा रही है।

कोरमी में रहने वाले कमलेश धुरी पिता बल्दूप्रसाद (32 वर्ष), अक्षय धुरी पिता पुन्न्ूलाल (21 वर्ष), राजेश धुरी पिता दशरथ (21 वर्ष), समारू धुरी पिता गजानंद (25 वर्ष), खेमचंद धुरी पिता रामलाल (40 वर्ष) व कैलाश धुरी पिता उमाशंकर (50 वर्ष) सहित अन्य ग्रामीणों को सर्दी-जुकाम व खासी की शिकायत थी। इस दौरान ग्रामीणों ने गांव के ही होम्योपैथिक डाक्टर को दिखाया। दरअसल, सर्दी-जुकाम व खांसी आने पर ग्रामीणों को कोरोना महामारी का खतरा हुआ।

इसके चलते उन्होंने स्थानीय होमियोपैथी क्लीनिक में उपचार कराना शुरू कर दिया। इस दौरान डाक्टर ने उन्हें ड्रोसेरा कप सिरप दवाई दी, जिसे ग्रामीणों को गुनगुने पानी में मिलाकर पीना था। इस दौरान ग्रामीणों ने इसे नशे के रूप में बिना पानी मिलाए ही पीना शुरू कर दिया। बीमार ग्रामीणों की देखादेखी अन्य ग्रामीणों ने भी ड्रोसेरा सिरप खरीद कर पीना शुरू कर दिया। इधर, बुधवार को सिरप पीने वाले ग्रामीणों की तबीयत बिगड़ गई। उन्हें उल्टी होने लगी। इस दौरान ग्रामीण युवकों ने स्वजनों को दवा पीने की जानकारी दी। उल्टी होने के कारण परिवार वालों ने भी नजरअंदाज कर दिया।

इस बीच कमलेश और राजेश की मौत हो गई। इससे घबराए परिवार के लोगों को कोरोना से मौत की आशंका हुई और आनन-फानन में उनकी अंत्येष्टि भी कर दी। इधर, बुधवार दोपहर अक्षय और समारू की भी मौत हो गई। उन्हें भी कोरोना होने का संदेह हुआ और उनकी भी अंत्येष्टि कर दी गई। एक ही दिन में गांव में चार युवकों की मौत से हड़कंप मच गया। इसकी सूचना ग्रामीण ने सिरगिट्टी पुलिस की दी। खबर मिलते ही बुधवार की देर शाम थाना प्रभारी फैजूल शाह गांव पहुंचे। उन्होंने मृतक के परिवार वालों से इस संबंध में पूछताछ की। इसमें युवकों के कफ सीरप पीने की जानकारी मिली।

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...