बुधवार, 28 अप्रैल 2021

निर्वाचन आयोग को निर्देश देने का किया अनुरोध

अकांशु उपाध्याय                     
नई दिल्ली। देश भर में कोरोना की दूसरी लहर कहर बरपा रही है। वहीं इस दौरान कई राज्यों में नेताओं ने चुनावों में भारी भीड़ प्रचार करते रहे। दिल्ली उच्च न्यायालय में मंगलवार को एक अर्जी दायर कर निर्वाचन आयोग को निर्देश देने का अनुरोध किया गया है कि बंगाल, तमिलनाडु समेत अन्य राज्यों के विधानसभा चुनाव में कोरोना प्रोटोकाल का उल्लंघन करने वाले पार्टी नेताओं के खिलाफ एफआइआर दर्ज की जाए। याचिका कर्ता ने उन सभी लोगों का घर पर अनिवार्य पृथकवास सुनिश्चित कराने का निर्देश देने की मांग की है जिन्होंने पिछले एक हफ्ते में पश्चिम बंगाल में प्रचार किया हो। उत्तर प्रदेश के पूर्व डीजीपी और थिंक टैंक सेंटर फार एकाउंटेबिलिटी एंड सिस्टमिक चेंज (सीएएससी) के अध्यक्ष विक्रम सिंह ने इस संबंध में दिल्ली हाई कोर्ट में एक याचिका दायर की है। याचिकाकर्ता ने कहा कि केंद्र सरकार और निर्वाचन आयोग को निर्देश दिया जाए कि पिछले एक सप्ताह के दौरान जिसने भी बंगाल में प्रचार किया है तो उसे घर में ही क्वारंटाइन किया जाए।

वायु सेना द्वारा चलाएं जा रहे अभियान की समीक्षा की

अकांशु उपाध्याय                      
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कोविड-19 से जारी देश की लड़ाई में भारतीय वायु सेना द्वारा चलाए जा रहे अभियान की समीक्षा की और इस दौरान ऑक्सजन टैंकरों तथा अन्य आवश्यक उपकरणों के परिवहन में सुरक्षा का ध्यान रखते हुए तेजी लाने पर बल दिया। वायु सेना प्रमुख आर के एस भदौरिया ने आज प्रधानमंत्री से मुलाकात की और देश में कोविड-19 की ताजा स्थिति में सुधार के लिए वायु सेना द्वारा किए जा रहे प्रयासों से उन्हें अवगत कराया। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी किए गए बयान के मुताबिक भदौरिया ने प्रधानमंत्री को बताया कि भारतीय वायु सेना देश की कोविड-19 संबंधी जरूरतों को पूरी करने के लिए 24 घंटे प्रयासरत है। बयान में कहा गया, ”प्रधानमंत्री ने ऑक्सीजन टैंकरों और अन्य आवश्यक वस्तुओं के परिवहन ऑपरेशन की गति तेज करने, उसका स्तर बढ़ाने और उसकी सुरक्षा पर ध्यान देने की आवश्यकता पर बल दिया।प्रधानमंत्री ने इस दौरान इस अभियान की सुरक्षा के साथ-साथ इसमें जुटे वायु सेना के कर्मियों की संक्रमण से सुरक्षा सुनिश्चित करने पर जोर दिया। बयान के मुताबिक भदौरिया ने प्रधानमंत्री को बताया कि इस अभियान में बड़े और छोटे हवाई जहाजों का उपयोग किया जा रहा है ताकि देश के हर क्षेत्र में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की जा सके।
प्रधानमंत्री ने इस दौरान वायु सेनाकर्मियों और उनके परिजनों के स्वास्थ्य के बारे में पता किया। भदौरिया ने उन्हें बताया कि वायु सेना के अधिकांश कर्मियों का टीकाकरण हो चुका है। भदौरिया ने प्रधानमंत्री को यह भी बताया कि वायु सेना ने अपने अस्पतालों में कोविड-19 से संबंधित सुविधाओं में इजाफा किया है और जहां संभव हो रहा है। वहां सामान्य नागरिकों की भी देखभाल की जा रही है।

कोरोना: विश्व में 31.35 लाख से अधिक लोगाें की मौंत

वाशिंगटन डीसी/ नई दिल्ली। विश्व में कोरोना संक्रमण का तांडव थमने का नाम नहीं ले रहा है और इस वायरस के संक्रमण से जहां अभी तक 14.87 करोड़ से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। वहीं, 31.35 लाख से अधिक लोगाें की मौत हो चुकी है। अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केंद्र (सीएसएसई) की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के अनुसार दुनिया के 192 देशों एवं क्षेत्रों में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 14 करोड़ 87 लाख 35 हजार 278 हो गयी है। जबकि 31 लाख 35 हजार 531 लोगों की मौत हो चुकी है। वैश्विक महाशक्ति माने जाने वाले अमेरिका में कोरोना वायरस का कहर तेजी से बढ़ता जा रहा है तथा यहां संक्रमितों की संख्या 3.21 करोड़ से अधिक हो गयी है। जबकि 5,73,381 मरीजों की इस महामारी से मौत हो चुकी है। दुनिया में कोरोना संक्रमितों के मामले में भारत दूसरे स्थान पर और मृतकों के मामले में चौथे स्थान पर है। यहां संक्रमितों की कुल संख्या एक करोड़ 79 लाख 97 हजार 267 हो गयी है। अब तक 2, 01,187 लोगों की मौत हो चुकी है। ब्राजील संक्रमितों के मामले में अब तीसरे स्थान पर है। देश में कोरोना संक्रमण के मामले फिर से बढ़ रहे हैं और अभी तक इससे एक करोड 44 लाख 41 हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। जबकि इसके संक्रमण से 3,95,022 लोगों की मौत हो चुकी है।
ब्राजील कोरोना से मौतों के मामले में विश्व में दूसरे स्थान पर है। संक्रमण के मामले में फ्रांस चौथे स्थान पर है जहां कोरोना वायरस से अब तक 55.95 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। जबकि 1,03,762 मरीजों की मौत हो चुकी है। रूस में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 47.25 लाख के पार पहुंच गयी है और 1,07,167 लोगों की मौत हो चुकी है। तुर्की एक बार फिर से कोरोना वायरस संक्रमितों के मामले में ब्रिटेन से आगे निकल गया है और यहां अब तक 47.10 लाख अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और 39,057 लाेगों की जान जा चुकी है।

सैनेटाइजेशन व सफाई अभियान युद्ध स्तर पर जारी

अकांशु उपाध्याय                     
नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण की एक ऐसी महामारी जिससे आज हर इंसान मौत की जंग लड़ रहा है। इस जंग में कोरोना संक्रमण से शहर को मुक्ति दिलाने के लिए शहर के सफाई योद्धा भी दिन-रात कार्य में जुटे हुए है। नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तवर और मेयर आशा शर्मा के अथक प्रयासों से हर वार्ड में लगातार सैनेटाइजेशन, फॉगिंग व सफाई अभियान युद्ध स्तर पर जारी है।
इस कार्य में पार्षद भी बढ़-चढ़ कर सहयोग कर रहे है। नगर निगम द्वारा शहर के सभी 100 वार्डों में नियमित रूप से सैनेटाइजेशन और फॉगिंग कार्य कराया जा रहा है। कोरोना संक्रमण से निपटने को यह कवायद चल रही है। निगम के ज़ोनल अधिकारी भी अपने-अपने वार्डों में लगातार कार्यरत कर्मचारियों के साथ मिलकर कोरोना महामारी से बचाव के लिए सैनेटाइजर, फॉगिंग एवं साफ-सफाई का विशेष ध्यान रख रहे हैं और उसी के साथ शहर की जनता भी साथ दे रही है।
महापौर आशा शर्मा ने बताया कि कोरोना अभी खत्म नहीं हुआ है। अभी आने वाले समय में और भी बढ़ोतरी होगी, जिससे शहर वासियों को बचना है और अपने घर में सुरक्षित रहना है। समय-समय पर हाथ साफ कर दो गज की दूरी बना कर रखें और मास्क अति महत्वपूर्ण है लगाना। इस मुश्किल घड़ी में सभी को सचेत रहने की जरूरत है। आवश्यक कार्य से ही घर से बाहर निकलें। यही सब कार्य कर के और साथ मिलकर कार्य करेंगे तो बहुत जल्द कोरोना जैसी महामारी को मात देंगे और आपके और हमारे प्रयास से ही कोरोना हारेगा।

संगठनों से अपील, लोगों की सार्वजनिक निंदा की जाएं

हरिओम उपाध्याय                      
लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि कुछ अस्पतालों में नियत दर से अधिक मनमाने ढंग से शुल्क वसूला जा रहा है। इसकी भर्त्सना होनी चाहिए। डॉक्टर को भगवान का दर्जा है। पीड़ित और उसके परिजनों की बद दुआएं नहीं लेनी चाहिए। निजी अस्पतालों में मनमानी वसूली को हर हाल में रोका जाए। सभी चिकित्सा संगठनों से अपील है, ऐसे लोगों की सार्वजनिक निंदा की जाए। ऐसे अस्पतालों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
आईएमए से की मुख्यमंत्री ने बात...
मुख्यमंत्री मंगलवार शाम को वर्चुअल माध्यम से विशेषज्ञ चिकित्सकों, इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) और नर्सिंग होम एसोसिएशन के साथ बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आईएमए के चिकित्सकों और नर्सिंग होम एसोसिएशन के विशेषज्ञों द्वारा मण्डलायुक्तों, अपर निदेशक स्वास्थ्य तथा स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय करते हुए प्रत्येक जिले में कोविड व नॉन कोविड रोगियों के लिए टेलीकंसल्टेशन की व्यवस्था की जाए। ऑक्सीजन का दुरुपयोग हर हाल में रोका जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जिले में कोविड संक्रमित व्यक्तियों के लिए डायलिसिस की सुविधा उपलब्ध रहे।
मुख्यमंत्री ने कहा है कि आरटीपीसीआर टेस्ट की क्षमता 10 मई 2021 तक दोगुनी की जाएगी। कुछ जिलों में विशेषज्ञ चिकित्सकों के द्वारा कोविड अस्पताल में राउंड न लेने की बात जानकारी में आई है। यह उचित नहीं है। अगर डॉक्टर ही डर जाएगा तो मरीज का क्या होगा। हमें इस बारे में सोचना होगा। उन्होंने कहा, इस बार तीस से 50 गुना तेज संक्रमण है। हमें हर स्थिति के लिए तैयार रहना होगा। कोविड-19 से लड़ाई, टीम वर्क और सामूहिक भावना के साथ समाज के प्रत्येक स्तर पर सभी के सहयोग व समन्वय से लड़नी होगी। उन्होंने कहा कि विगत 4-5 दिनों में कोरोना केसेज में गिरावट और रिकवरी की दर में वृद्धि एक सुखद संकेत है।

कई राज्यों ने प्रभावित क्षेत्रों में लगाया पूर्ण लॉकडाउन

अकांशु उपाध्याय                 
नई दिल्ली। महाराष्ट्र, गुजरात और पंजाब समेत देश के कई राज्यों ने अपने सबसे अधिक संक्रमण प्रभावित क्षेत्रों में पूर्ण या आंशिक लॉकडाउन लगाया हुआ है। लॉकडाउन का असर अब दिखाई देने लगा है और कोरोना संक्रमण फैलने की रफ्तार में कमी आने के साथ-साथ संक्रमण से मरने वालों की संख्या भी घटी है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी बुलेटिन के अनुसार पिछले 24 घंटों की अवधि में 261,162 कोरोना संक्रमित स्वस्थ होकर अस्पतालों से डिस्चार्ज किए गए हैं। इस अवधि में 3293 मरीजों की मौत हुई है और 3,60,960 नए संक्रमित जुड़े हैं। देश में अब कुल संक्रमितों की संख्या 1,79,97,267 हो गई है। इनमें से 1,48,17,371 ठीक हो चुके हैं और 2,01,187 संक्रमितों की मौत हो चुकी है। फिलहाल देश में 29,78,709 सक्रिय संक्रमित हैं। देश में अब तक 14,78,27,367 लोगों को टीका भी लग चुका है।
राष्ट्रीय मृत्यु दर में गिरावट देश में जितने लोग अब तक संक्रमित पाए गए हैं। उनमें से 16.43 प्रतिशत का इलाज चल रहा है। 82.54 प्रतिशत ठीक हो चुके हैं। मंत्रालय ने कहा कि डेली केस की दर फिलहाल 20.02 प्रतिशत है। कुल राष्ट्रीय मृत्युदर (सीएफआर) में गिरावट आ रही है और फिलहाल यह 1.12 प्रतिशत है। मंत्रालय के कहा कि 10 राज्यों से मौत के 77.3 प्रतिशत नए मामले सामने आए हैं। इनमें महाराष्ट्र में सबसे अधिक 524 और दिल्ली में 380 रोगियों की मौत हुई है।

आरोग्य सेतु ऐप के माध्यम से रजिस्ट्रेशन शुरू किया

अकांशु उपाध्याय                   
नई दिल्ली। कोरोना के खिलाफ जारी जंग के बीच भारत में 1 मई से टीकाकरण के तीसरे चरण की शुरुआत हो रही है। इस चरण में 18 साल से 45 साल के बीच के लोगों को भी टीका लगेगा। इस चरण में टीका लगवाने के लिए आज यानी 28 अप्रैल से कोविन पोर्टल या फिर आरोग्य सेतु ऐप के माध्यम से रजिस्ट्रेशन शुरू हो गया है।
निजी अस्पतालों में भी होगा वेक्सीनेशन
1 मई से शुरू होने वाले टीकाकरण में सरकारी स्वास्थ्य केंद्र के साथ-साथ निजी अस्पतालों को भी शामिल किया गया है। वर्तमान में 45 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों का टीकाकरण किया जा रहा है। 18 से 44 साल की आयु के सभी लोगों के टीकाकरण के लिए रजिस्ट्रेशन आज यानी 28 अप्रैल से कोविन पोर्टल और आरोग्य सेतु एप पर शुरू होगा। टीकाकरण के लिए दस्तावेज प्रक्रिया पहले की तरह ही रहेगी। पंजीकरण कराते ही रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर कन्फर्मेशन आएगा, जिसे चेक करना होगा। अप्वाइंटमेंट मिलने के बाद वैक्सीन लगवाने के दौरान अपनी स्लिप और फोटो आईडी साथ लेकर जाना होगा।
कोरोना की वैक्सीन लगवाने के लिए युवाओं को कोविन ऐप, अरोग्य सेतु ऐप या फिर कोविन की वेबसाइट पर जाना होंगा। वहां पर उन्हें अपने मोबाइल नम्बर को दर्ज करना होगा। उसके बाद एक ओटीपी के जरिए अपना एकाउंट बनाना होंगा। वहीं उसमें दिए गए फॉर्म में नाम, उम्र, लैंगिक जानकारी के साथ कोई आधार-कार्ड अपलोड करना होगा, जिसके बाद टीकाकरण केंद्र का चयन कर अप्वाइंटमेंट लेकर वैक्सीन लगवाई जा सकेगी।  इतना ही नहीं वरिष्ठ लोगों का रजिस्ट्रेशन 1507 पर डायल करके भी कराया जा सकता है।

भारत को 100 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर देने का ऐलान

अकांशु उपाध्याय                          
नई दिल्ली/ वाशिंगटन डीसी/ सिडनी। एयर इंडिया अमेरिका से फिलिप्स द्वारा निर्मित 10,636 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भारत ला रहा है। वहीं आस्ट्रेलिया सरकार ने कोविड महामारी की दूसरी लहर से निपटने के लिए भारत को एक सौ ऑक्सीजन कंसंट्रेटर और संबंधित टैंक देने का ऐलान किया है।
केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने ट्वीट कर कहा कि जैसे भगवान हनुमान जी ने संजीवनी की तलाश में द्रोणागिरी को उठा लिया। वैसे ही एयर इंडिया फिलिप्स द्वारा निर्मित 10,636 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर ला रहा है। अमेरिका से 636 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर पहले ही उड़ान के माध्यम से निकल चुके हैं। हर दिन विमान के माध्यम से एक सप्ताह में काम पूरा हो जाएगा।
ऑस्ट्रेलिया ने भारत सरकार से बातचीत के बाद आपात चिकित्सा आपूर्ति देने का फैसला किया है। इसके तहत 500 नॉन इन्वेसिव वेंटिलेटर प्रणाली उपलब्ध कराई जाएगी। इससे 3 हजार वेंटिलेटर को संचालित किया जा सकेगा।
ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने एक बयान में कहा कि वह 10 लाख सर्जिकल मास्क,  5 लाख एन-95 मास्क, एक लाख सर्जिकल गाउन, एक लाख चश्मे, एक लाख जोड़ी दस्ताने, 20 हजार फेस शिल्ड देगी। बयान में कहा गया है कि आस्ट्रेलिया का विदेश और व्यापार विभाग चिकित्सा उपकरणों और चिकित्सा परिधानों की आपूर्ति की देखरेख करेगा। अन्य देशों ने भी भारत को इस तरह की चिकित्सा सामग्री देने की घोषणा की है।

कोरोना की लड़ाईं सहयोग व समन्वय से लड़नी होगीं

हरिओम उपाध्याय             
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि वैश्विक महामारी कोविड-19 से लड़ाई टीम वर्क और सामूहिक भावना के साथ समाज के प्रत्येक स्तर पर सभी के सहयोग व समन्वय से लड़नी होगी। उन्होंने कहा कि विगत 4-5 दिनों में कोरोना केसेज में गिरावट और रिकवरी की दर में वृद्धि एक सुखद संकेत है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि कोरोना से संघर्ष में हम सभी का पिछले 01 वर्ष का व्यापक अनुभव रहा है। इस अनुभव का लाभ उठाते हुए पूरे मनोयोग और मनोबल से एक बार फिर कोरोना को परास्त कर हम इस लड़ाई में सफल होंगे।
 मुख्यमंत्री योगी मंगलवार को यहां वर्चुअल माध्यम से विशेषज्ञ चिकित्सकों, इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) और नर्सिंग होम एसोसिएशन के साथ कोविड-19 की स्थिति के सम्बन्ध में संवाद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आईएमए और नर्सिंग होम एसोसिएशन के चिकित्सकों द्वारा मण्डलायुक्तों, अपर निदेशक स्वास्थ्य तथा स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय करते हुए प्रत्येक जनपद में कोविड व नाॅन कोविड रोगियों के लिए टेलीकंसल्टेशन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना के विरुद्ध संघर्ष में सफलता मिलने में सभी का सक्रिय सहयोग और योगदान रहा है। एक बार फिर इस आपदा के समय में हम सभी को धैर्यपूर्वक संक्रमण की चुनौती का सामना करना है। 
योगी ने कहा कि सभी कोविड संक्रमित गम्भीर मरीजों की देखभाल के लिए बेड्स उपलब्ध कराए जाएं। यदि सरकारी अस्पताल में बेड्स की व्यवस्था न हो पाए, तो निजी अस्पतालों में बेड्स की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। यदि मरीज भुगतान करने में असमर्थ है, तो इसकी व्यवस्था राज्य सरकार करेगी। कोविड संक्रमित कोई भी मरीज इलाज से वंचित न हो। उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमित मरीज की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु की स्थिति में उसके अन्तिम संस्कार की व्यवस्था प्रशासन की देखरेख में पूरे सम्मानजनक रूप से की जाए। इस सम्बन्ध में नगर विकास व पंचायतीराज विभाग को निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में आवश्यकता के अनुसार ऑक्सीजन की उपलब्धता व आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। ऑक्सीजन एक्सप्रेस के माध्यम से ऑक्सीजन टैंकर्स लाए जा रहे हैं। हवाई सेवा के माध्यम से भी ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है। 07 संस्थाओं के माध्यम से प्रत्येक अस्पताल में ऑक्सीजन ऑडिट की व्यवस्था की गई है। ऑक्सीजन का दुरुपयोग हर हाल में रोका जाना चाहिए। विगत 04 वर्षों में प्रदेश में 03 दर्जन ऑक्सीजन प्लाण्ट्स की स्थापना विभिन्न चिकित्सा संस्थानों में की जा चुकी है। 39 चिकित्सा संस्थानों में ऑक्सीजन प्लाण्ट्स की स्थापना के सम्बन्ध में कार्यवाही चल रही है। भारत सरकार द्वारा ऑक्सीजन प्लाण्ट की स्थापना में सक्रिय योगदान दिया जा रहा है।

टेस्टिंग की क्षमता दोगुनी, सीएम योगी की रणनीति

हरिओम उपाध्याय                   
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना संकम्रण पर लगाम लगाने के लिए योगी सरकार की नीतियां कारगर साबित हो रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के टेस्टिंग, ट्रेसिंग और ट्रीटमेंट वाले मंत्र को लेकर योगी सरकार प्रदेश में कोविड नियंत्रण के नए रिकॉर्ड बना रही है। सर्विलांस टीम द्वारा घर-घर जाकर सर्वेक्षण करना, वैक्सीनेशन को तेजी से बढ़ाना और प्रदेश में टेस्टिंग की क्षमता को दोगुना करना, यह मुख्यमंत्री योगी की रणनीति है। 
 राज्य सरकार का दावा है कि योगी की रणनीति के चलते प्रदेश की 24 करोड़ आबादी में से 21 करोड़ लोगों तक सरकार अपनी पहुंच बना चुकी है। यही कारण है कि देश में आबादी के लिहाज से सबसे बड़ा प्रदेश होने के बाद भी उत्तर प्रदेश में कई राज्यों की तुलना में पॉजिटिव केसों की संख्या कम है।
 राज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश में बढ़ते मामलों को लेकर टेस्टिंग पर विशेष ध्यान दिया गया है। देश में चार करोड़ से ज्यादा टेस्टिंग करने वाला पहला राज्य उत्तर प्रदेश बन चुका है। पिछले 24 घंटों में प्रदेश में एक लाख 84 हजार टेस्ट किए गए हैं। जिनमें 94 हजार से अधिक टेस्ट आरटीपीसीआर के माध्यम से किए गए हैं। यही नहीं, सरकार ने अग्रेसिव टेस्टिंग को बढ़ाने के लिए 40 नई आरटीपीसीआर मशीनों का ऑर्डर प्लेस कर दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मंशा है कि प्रदेश में आरटीपीसीआर के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग की जाए।
 प्रवक्ता ने बताया कि पिछली बार जब प्रदेश में कोरोना ने दस्तक दी थी, तभी से प्रदेश में सर्विलांस टीम का गठन कर दिया गया था। यह टीम घर-घर जाकर लोगों का सर्वेक्षण कर रही है। सोमवार तक प्रदेश में 16 करोड़ 19 लाख से ज्यादा लोगों तक स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची चुकी है। इस दौरान जो लोग भी संक्रमण युक्त पाए गए हैं, उनका टेस्ट कराकर इलाज शुरु कराया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने अब तक प्रदेश के दो लाख 35 हजार 227 इलाकों में 5 लाख 73 हजार 620 टीम दिवसों के माध्यम से तीन करोड़ 35 लाख 50 हजार 687 घरों का सर्विलांस किया है।
 

मुक्केबाजी चैंपियनशिप दुबई में आयोजित होगीं

अकांशु उपाध्याय                   
नई दिल्ली/ आबुधाबी। भारत में कोविड-19 संकट को देखते हुए एशियाई मुक्केबाजी चैंपियनशिप अगले महीने ​दिल्ली के बजाय दुबई में आयोजित की जाएगी। लेकिन राष्ट्रीय महासंघ अब भी यूएई के साथ इसका संयुक्त मेजबान होगा। इस टूर्नामेंट का आयोजन 21 से 31 मई के बीच राष्ट्रीय राजधानी के इंदिरा गांधी स्टेडियम में किया जाना था लेकिन दिल्ली में अभी कोविड-19 के प्रतिदिन 20,000 से अधिक मामले सामने आ रहे हैं।भारतीय मुक्केबाजी महासंघ (बीएफआई) ने बयान में कहा कि भारत में अंतरराष्ट्रीय यात्रा प्रतिबंधों के कारण भारतीय मुक्केबाजी महासंघ ने एशियाई मुक्केबाजी परिसंघ (एएसबीसी) के साथ सलाह मशविरा करके एएसबीसी एशियाई एलीट पुरुष एवं महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप का आयोजन दुबई में कराने का फैसला किया।इसमें कहा गया है कि इस प्रतियोगिता का आयोजन अब बीएफआई यूएई मुक्केबाजी महासंघ के साथ मिलकर करेगा। भारत में कोविड-19 के प्रतिदिन तीन लाख से अधिक मामले आ रहे हैं। जिसके बाद कई देशों ने भारत में उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया है। बीएफआई ने कहा कि महामारी के कारण कई देशों ने अंतरराष्ट्रीय यात्रा प्रतिबंध लगाये हैं जिसे देखते हुए बीएफआई और एएसबीसी ने टूर्नामेंट का आयोजन दूसरे स्थान पर करने का संयुक्त फैसला किया।
राष्ट्रीय महासंघ के अध्यक्ष अजय सिंह ने कहा कि यह फैसला करना काफी मुश्किल था। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमें देश से बाहर इसका आयोजन करना पड़ रहा है। हम चैंपियनशिप का आयोजन दिल्ली में करने के इच्छुक थे लेकिन हमारे पास कोई विकल्प नहीं बचा था। मुक्केबाजों की सुरक्षा अधिक महत्वपूर्ण है और इसलिए हमने यह फैसला किया। हम स्थिति पर करीबी निगरानी रखे हुए थे तथा एएसबीसी और भारत सरकार के साथ विचार विमर्श करने के बाद हमे टूर्नामेंट का आयोजन दुबई में करने का निर्णय किया।

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया  इकबाल अंसारी  हैदराबाद। इंड‍ियन प्रीम‍ियर लीग (IPL) 2024 सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और...