बुधवार, 28 अप्रैल 2021

कोरोना की लड़ाईं सहयोग व समन्वय से लड़नी होगीं

हरिओम उपाध्याय             
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि वैश्विक महामारी कोविड-19 से लड़ाई टीम वर्क और सामूहिक भावना के साथ समाज के प्रत्येक स्तर पर सभी के सहयोग व समन्वय से लड़नी होगी। उन्होंने कहा कि विगत 4-5 दिनों में कोरोना केसेज में गिरावट और रिकवरी की दर में वृद्धि एक सुखद संकेत है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि कोरोना से संघर्ष में हम सभी का पिछले 01 वर्ष का व्यापक अनुभव रहा है। इस अनुभव का लाभ उठाते हुए पूरे मनोयोग और मनोबल से एक बार फिर कोरोना को परास्त कर हम इस लड़ाई में सफल होंगे।
 मुख्यमंत्री योगी मंगलवार को यहां वर्चुअल माध्यम से विशेषज्ञ चिकित्सकों, इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) और नर्सिंग होम एसोसिएशन के साथ कोविड-19 की स्थिति के सम्बन्ध में संवाद कर रहे थे। उन्होंने कहा कि आईएमए और नर्सिंग होम एसोसिएशन के चिकित्सकों द्वारा मण्डलायुक्तों, अपर निदेशक स्वास्थ्य तथा स्थानीय प्रशासन के साथ समन्वय करते हुए प्रत्येक जनपद में कोविड व नाॅन कोविड रोगियों के लिए टेलीकंसल्टेशन की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि कोरोना के विरुद्ध संघर्ष में सफलता मिलने में सभी का सक्रिय सहयोग और योगदान रहा है। एक बार फिर इस आपदा के समय में हम सभी को धैर्यपूर्वक संक्रमण की चुनौती का सामना करना है। 
योगी ने कहा कि सभी कोविड संक्रमित गम्भीर मरीजों की देखभाल के लिए बेड्स उपलब्ध कराए जाएं। यदि सरकारी अस्पताल में बेड्स की व्यवस्था न हो पाए, तो निजी अस्पतालों में बेड्स की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए। यदि मरीज भुगतान करने में असमर्थ है, तो इसकी व्यवस्था राज्य सरकार करेगी। कोविड संक्रमित कोई भी मरीज इलाज से वंचित न हो। उन्होंने कहा कि कोविड संक्रमित मरीज की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु की स्थिति में उसके अन्तिम संस्कार की व्यवस्था प्रशासन की देखरेख में पूरे सम्मानजनक रूप से की जाए। इस सम्बन्ध में नगर विकास व पंचायतीराज विभाग को निर्देश दिए गए हैं।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में आवश्यकता के अनुसार ऑक्सीजन की उपलब्धता व आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। ऑक्सीजन एक्सप्रेस के माध्यम से ऑक्सीजन टैंकर्स लाए जा रहे हैं। हवाई सेवा के माध्यम से भी ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है। 07 संस्थाओं के माध्यम से प्रत्येक अस्पताल में ऑक्सीजन ऑडिट की व्यवस्था की गई है। ऑक्सीजन का दुरुपयोग हर हाल में रोका जाना चाहिए। विगत 04 वर्षों में प्रदेश में 03 दर्जन ऑक्सीजन प्लाण्ट्स की स्थापना विभिन्न चिकित्सा संस्थानों में की जा चुकी है। 39 चिकित्सा संस्थानों में ऑक्सीजन प्लाण्ट्स की स्थापना के सम्बन्ध में कार्यवाही चल रही है। भारत सरकार द्वारा ऑक्सीजन प्लाण्ट की स्थापना में सक्रिय योगदान दिया जा रहा है।

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