रविवार, 28 फ़रवरी 2021

100 रुपये लीटर बिकेगा दूध, खाप ने किया ऐलान

1 मार्च से 100 रुपये लीटर बिकेगा दूध, हिसार में खाप पंचायत ने किया बड़ा ऐलान
राणा ओबरॉय   
नई दिल्ली। देश में इस समय महंगाई से आम जनता को रहता मिलती नहीं दिख रही है। एक तरफ देश में पेट्रोल-डीजल और एलपीजी (रसोई गैस) की बढ़ती कीमतें आसमान छू रही हैं। तो वहीं दूसरी तरफ अब आम जनता की जेब पर एक और बोझ बढ़ने वाला है। कल से 50 से 55 रूपये लीटर मिलने वाला दूध दोगुने दाम यानी 100 रूपये लीटर के हिसाब से मिलने वाला है।
हरियाणा के हिसार में खाप पंचायत ने कृषि कानूनों और तेल की कीमतों में लगातार बढ़ोत्तरी के खिलाफ दूध के दाम बढ़ाने का फैसला किया है। खाप पंचायत ने निर्णय लिया है कि एक मार्च से दूध 100 रुपये प्रति लीटर के दाम से बेचा जाएगा। हालांकि यह फैसला सिर्फ बाहर या डेयरियों में बेचने वाले दूध पर लागू होगा। गांव वालों को दूध पुरानी कीमत पर ही मिलेगा।
मिली जानकारी के मुताबिक हरियाणा के हिसार में खाप पंचायत ने शनिवार को एक  बड़ा ऐलान किया है कि 100 रूपये लीटर के हिसाब से दूध बेचेंगे। हिसार में खाप पंचायत ने केंद की मोदी सरकार के तीन नये कृषि कानूनों और बढ़ती ईंधन कीमतों के खिलाफ दूध की दर बढ़ाने का फैसला किया है। पंचायत के लोगों ने शनिवार को कहा कि हमने 100 रुपये / लीटर की दर से दूध देने का फैसला किया है। हम डेयरी किसानों से सरकार की सहकारी समितियों में दूध बेचने का आग्रह करते हैं।
वहीँ प्राप्त जानकारी के मुताबिक हिसार में खाप पंचायत ने यह भी कहा है। कि किसान पिछले 3 महीने से लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। पर सरकार तस से मस नहीं हुई अब हमने यह फैसला किया है। कि डेरी और दूध के केंद्रों को किसान 100 रुपये प्रति लीटर दूध बेंचेगे। सरकार के रवैयै को देखते हुए यह फैसला किया गया है। साथ में यह भी कहा कि गरीब आदमी को आपस में दूध देने पर कोई भी पाबंदी नहीं लगाई गई है। बता दें कि एक दिन पहले ही माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर दूध 100 रुपये लीटर बेचे जाने का दावा किया जा रहा था।1मार्च_से_दूध_100_लीटर इस हैशटैग के साथ कई लोग ट्वीट कर रहे थें। और यह ट्वीटर पर ट्रेंड भी कर रहा था।

बिजली उपभोक्ताओं पर 25 हजार करोड़ का बोझ

बिजली उपभोक्ताओं पर पड़ रहा 25 हजार करोड़ का बोझ
हरिओम उपाध्याय   
नई दिल्ली। बिजली उत्पादन पर लगाए जाने वाले कई तरह के कर की वजह से आम उपभोक्ता को प्रति वर्ष करीब 25 हजार करोड़ रूपए से अधिक का भार पड़ रहा है। पेट्रोल और डीज़ल की बढ़ती कीमत से हो रही परेशानी के बीच कोयले पर लगाए जाने वाले कर और उपकर को आम तौर पर नजरअंदाज किया जाता है। जबकि कोयले पर लगे भिन्न भिन्न प्रकार के कर का असर सीधे उपभोक्ता के बिजली के मासिक बिल पर पड़ता है।
कोयले के उत्पादन से ले कर इस्तेमाल तक कई तरह के कर और उपकर लगाए जाते हैं। जो की अंत में बनने वाली बिजली की कीमत पर सीधा असर डालते है। अभी देश में बिजली उत्पादन में कोयले की हिस्सेदारी करीब 55 प्रतिशत है। और देश भर में थर्मल पावर जेनेरशन के लिए ये एक प्राथमिक सामग्री है।
कोयला, बिजली उत्पादन के लिए एक प्राथमिक सामग्री होने के बावजूद जीएसटी के अधीन है। लेकिन बिजली जो की कोयले का एक अंतिम उत्पाद वह जीएसटी में नहीं है। चूंकि कोयला उत्पादक इनपुट टैक्स क्रेडिट का दावा नहीं कर सकते हैं। वे बिजली की लागत में करों को जोड़ते हैं। जिससे उपभोक्ताओं पर अधिक बोझ पड़ता है। विश्लेषकों का कहना है। कि जीएसटी में शामिल नहीं होने की वजह से बिजली उपभोक्ताओं पर हर साल 25,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आ रही है।
कोल नियंत्रक कार्यालय और सीईए पावर कंस्यूमर्स द्वारा दी गयी जानकारी के अनुसार औद्योगिक और घरेलू दोनों इनपुट और अंतिम उत्पाद के लिए विभिन्न कर व्यवस्थाओं के आधार पर कोयले के माध्यम से 2018-19 में उत्पन्न 987,682 मिलियन यूनिट बिजली पर 26 पैसे प्रति यूनिट का भुगतान किया गया है।
जिससे बिजली उत्पादन पर लगाए जाने वाले अत्यधिक कर की वजह से आम उपभोक्ता को काफी महंगी बिजली खरीदनी पड़ती है। कोयले के जी -11 ग्रेड के लिए मूल कीमत, बिजली उत्पादन के लिए सबसे आम, एसईसीएल द्वारा उत्पादित 955 रुपये प्रति टन है। लेकिन कर, लेवी और विविध शुल्कों के कारण जनरेटर के लिए अंतिम पूर्व मूल्य लगभग दोगुना बढ़कर 1,849 रुपये प्रति टन हो गया है।
कोयला वर्तमान में मूल मूल्य पर 14 फीसदी रॉयल्टी, 5 फीसदी जीएसटी, 400 रुपये प्रति टन जीएसटी क्षतिपूर्ति उपकर, राष्ट्रीय खनन अन्वेषण कर 2 प्रतिशत रॉयल्टी पर लगता है। और जिला खनिज फाउंडेशन 30 फीसदी रॉयल्टी पर शुल्क वसूलता है। इसके बाद 23 रुपये प्रति टन के पेरावरन और विकास उपकार लेवी हैं। तथा सीमा कर/टर्मिनल कर 2 रुपये प्रति टन हैं। इसके साथ ही परिवहन और कोयला निकासी आदि के लिए भी अतिरिक्त शुल्क चुकाना पड़ता है। जो कि 121 रुपये से 177 रुपये प्रति टन के बीच हैं।

मिला विस्फोटक, जैश उल हिन्द ने ली जिम्मेदारी

मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक, जैश उल हिन्द ने ली जिम्मेदारी, जानिए क्या कहा
मनोज सिंह ठाकुर  
 मुंबई। महाराष्ट्र के मुंबई में मुकेश अंबानी के घर के बाहर विस्फोटक से भरी गाड़ी के मामले में जैश उल हिंद नाम के एक संगठन ने जिम्मेदारी ली है। इस संगठन ने टेलीग्राम ऐप के जरिए इस बात की जिम्मेदारी ली है। कुछ दिन पहले इसी संगठन ने दिल्ली में इज़रायल एम्बेसी के बाहर ब्लास्ट की ज़िम्मेदारी ली थी। इस संगठन की तरफ से बिटकॉइन से पैसे की डिमांड भी की गई थी। साथ ही मैसेज में एजेंसी को चैलेंज किया गया है। मैसेज में लिखा गया है। रोक सकते हो तो रोक लो तुम कुछ नहीं कर पाए थे जब हमने तुम्हारी नाक के नीचे दिल्ली में तुम्हें हिट किया था। तुमने मोसाद के साथ हाथ मिलाया लेकिन कुछ नहीं हुआ। मैसेज के अंत में लिखा गया है। (अम्बानिज के लिए) तुम्हें मालूम है। तुम्हें क्या करना है। बस पैसे ट्रांसफर कर दो जो तुम्हें पहले बोला गया है। 
मामला बीते 25 फरवरी को मुकेश अंबानी के निवास स्थान एंटीलिया के बाहर संदिग्ध कार और 20 जिलेटिन की छड़ें मिली थीं। बुधवार रात एक बजे के करीब एंटीलिया के बाहर स्कॉर्पियो खड़ी कई गई थी। यहां दो गाड़ियां देखी गई थी। जिसमें एक इनोवा कार भी शामिल थी। गाड़ी का ड्राइवर एसयूव को यहीं पार्क कर चला गया था। घर के बाहर संदिग्ध कार दिखने के बाद अंबानी के घर के सुरक्षाकर्मियों ने स्थानीय पुलिस को सूचित किया था। जिसके बाद मामले की जांच शुरू कर दी गई थी।

तारीखों के एलान के साथ बीजेपी को बड़ा झटका

चुनाव से पहले बीजेपी को झटका,गठबंधन से अलग हुआ बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट
दिसपुर। असम में विधानसभा चुनाव 2021 की तारीखों के एलान के साथ ही राज्य में बीजेपी को बड़ा झटका लगा है। असम की प्रमुख क्षेत्रिय पार्टी बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट(बीपीएफ) ने एलान किया है। कि वो आगामी चुनावों में भाजपा के साथ नहीं जायेगी।बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट ने शनिवार को एनडीए का साथ छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया है। पार्टी के अध्यक्ष हग्रामा मोहिलरी ने कहा है। हम बीजेपी के साथ दोस्ती और गठबंधन नहीं निभा सकते हैं।
आपको बता दें कि चुनाव आयोग द्वारा पश्चिम बंगाल,असम  समेत पांच राज्यों में तारीखों की घोषणा के ठीक एक दिन बाद असम में बीजेपी की सहयोगी पार्टी बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट गठबंधन से अलग हो गया है। बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट ने शनिवार को एनडीए का साथ छोड़कर कांग्रेस का दामन थाम लिया है। पार्टी के अध्यक्ष हग्रामा मोहिलरी ने कहा है। हम बीजेपी के साथ दोस्ती और गठबंधन नहीं निभा सकते हैं। 
वहीँ बीपीएफ के अध्यक्ष हागरामा मोलिहारी ने ट्वीट कर कहा कि शांति एकता और विकास को लेकर काम करने के लिए बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट ने असम में होने वाले विधानसभा चुनाव में महाजाथ के साथ हाथ मिलाने का फैसला किया है। अब हम बीजेपी के साथ दोस्ती या गठबंधन नहीं करेंगे। बता दें कि पिछले बार 2016 में हुए विधानसभा चुनाव में बीपीएफ ने 12 सीटों पर जीत हासिल की थी। पार्टी ने 16 सीटों पर चुनाव लड़ा था और चुनाव में उसे 3.9 फीसदी वोट मिले थे।
हालांकि बीपीएफ के अध्यक्ष हागरामा मोलिहारी के ट्वीट से पहले राज्य में भाजपा की अगुवाई वाली नॉर्थ इस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस के संयोजक हेमंत बिस्वा सरमा ने कहा था। कि आगामी विधानसभा चुनावों के लिए बीजेपी बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट के साथ गठबंधन रखने का कोई इरादा नहीं रखती है। बीजेपी ने घोषणा की थी। कि सत्तारूढ़ पार्टी ने पूर्व बोडो छात्र नेता और बोडोलैंड क्षेत्रिय परिषद के बीटीसी के मुख्य कार्यकारी सदस्य प्रमोद बोडो की अगुवाई में बनी नयी पार्टी यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल के साथ गठबंधन कर लिया है।

सीएम भूपेश ने दिग्विजय को जन्मदिन की बधाई दी

दिग्विजय सिंह का जन्मदिन, मुख्‍यमंत्री भूपेश बघेल ने दी बधाई, कहा- मेरे मार्गदर्शक को शुभकामनाएं, जाने उनके बारें में खास बातें
रायपुर। आज रविवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह का जन्मदिन है। इस मौके पर छत्तीसगढ़ के मुख्‍यमंत्री भूपेश बघेल ने बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा- वरिष्ठ कांग्रेस नेता, मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं मेरे मार्गदर्शक आदरणीय दिग्विजय सिंह जी को जन्मदिन की शुभकामनाएं। वैचारिक लड़ाई लड़ने की आपकी शक्ति में मां नर्मदा उत्तरोत्तर वृद्धि करें। आपके स्वस्थ जीवन की कामना करता हूँ।
दिग्विजय सिंह का जन्म 28 फरवरी 1947 को हुआ था। वह एक भारतीय राजनीतिज्ञ और राज्य सभा में सांसद हैं। वे वर्तमान में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी की अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव भी हैं। इससे पहले उन्होंने 1993 से 2003 तक दो कार्यकालों के लिए मध्य प्रदेश के 14 वें मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया था। इससे पहले वह 1980-84 के बीच मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के मंत्रिमंडल में मंत्री थे। 2019 के लोकसभा चुनावों में उन्हें भोपाल लोकसभा सीट के लिए प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने हराया था। सिंह 28 फरवरी 1947 को ब्रिटिश भारत के होल्कर (अब मध्य प्रदेश का एक हिस्सा) की पूर्व रियासत इंदौर में पैदा हुए थे। उनके पिता, बलभद्र सिंह, राघौगढ़ (ग्वालियर राज्य के तहत) के राजा थे। जो वर्तमान में मध्य प्रदेश के गुना जिले के रूप में जाने जाते हैं। और 1951 के चुनावों के बाद राघोगढ़ विधानसभा क्षेत्र के लिए स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में विधान सभा (विधायक) के सदस्य थे। उन्होंने दाली कॉलेज, इंदौर और श्री गोविंदराम सेकसरिया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड साइंस (एसजीएसआईटीएस) इंदौर में शिक्षा प्राप्त की। 1969 के बाद उनकी शादी आशा सिंह से हुई, जिनकी 2013 में मृत्यु हो गई, और जिनके साथ उनकी चार बेटियाँ और एक पुत्र जयवर्धन सिंह हैं। जो मध्य प्रदेश की 14 वीं विधानसभा के सदस्य हैं। जो शहरी विकास और आवास मंत्री के रूप में सेवारत हैं। अप्रैल 2014 में, उन्होंने पुष्टि की कि वह राज्यसभा टीवी एंकर अमृता राय के साथ रिश्ते में थे। और उन्होंने अगस्त 2015 के अंत में शादी की।

अनीस थापा ने जीता अबूझमाड़ पीस हाफ मैराथन

 अनीस थापा ने जीता अबूझमाड़ पीस हाफ मैराथन
रायपुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित नारायणपुर जिले में सेना के जवान अनीस थापा ने 21 किलोमीटर लंबी ‘अबूझमाड़ पीस हाफ मैराथन’ को 55 मिनट 19 सेकंड में पूरा किया है। थापा ने इस प्रतियोगिता में पहला स्थान प्राप्त किया है। नारायणपुर जिले के पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को बताया कि ‘अबूझमाड़ पीस हॉफ मैराथन’ में आज हजारों धावक दौड़े। मैराथन दौड़ सुबह 6.30 बजे नारायणपुर जिला मुख्यालय में उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मैदान से शुरू हुई तथा नक्सल प्रभावित अबूझमाड़ में स्थित गांव बासिंग बहार में समाप्त हुई। इस मैराथन दौड़ के लिए छत्तीसगढ़ सहित देश के विभिन्न राज्यों के 11 हजार 797 धावकों ने ऑनलाइन पंजीयन कराया था। वहीँ अधिकारियों ने बताया कि पुरूष वर्ग में हैदराबाद के अनीस थापा ने 55 मिनट 19 सेकंड में 21 किलोमीटर की दौड़ पूरी कर प्रथम स्थान प्राप्त किया जबकि महाराष्ट्र के धावक अंगारिया विक्रम सिंह भरत 55 मिनट 59 सेकंड में तथा महाराष्ट्र के ही दीपक बापू 56 मिनट 39 सेकंड में दौड़ पूरी कर क्रमश: दूसरे एवं तीसरे स्थान पर रहे।
उन्होंने बताया कि महिला वर्ग में उत्तर प्रदेश की धाविका रीनू ने इस मैराथन को एक घंटा सात मिनट 16 सेकंड में पूरा कर पहला स्थान प्राप्त किया। 
वहीं, दूसरे स्थान पर रही उत्तर प्रदेश की ही धाविका तामसी सिंह ने एक घंटा सात मिनट 58 सेकंड में दौड़ पूरी की तथा महाराष्ट्र की ज्योति जे चौहान ने एक घंटा आठ मिनट 42 सेकंड में दौड़ पूरी कर तीसरा स्थान प्राप्त किया है। अधिकारियों ने बताया कि नक्सल प्रभावित बस्तर को नई पहचान देने के लिए वर्ष 2019 से लगातार अबूझमाड़ पीस हाफ मैराथन का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें देश के विभिन्न राज्यों के घावक हिस्सा लेते हैं। नारायणपुर जिले के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पहले स्थान प्राप्त विजेताओं को मैडल और एक लाख 61 हजार रूपए की नकद राशि से पुरस्कृत किया गया। दूसरे स्थान पर रहे धावक को 61 हजार रूपए और तीसरा स्थान प्राप्त करने वाले विजेताओं को 31 हजार रूपए की नकद राशि और पदक से पुरस्कृत किया गया।

दर्शकों के बिना खाली स्टेडियम में होंगे वनडे मैच

इंडिया वर्सेस इंग्लैंड कोरोना संक्रमण के चलते ने पलटा फैसला, यहां दर्शकों के बिना खाली स्टेडियम में होंगे वनडे
मनोज सिंह ठाकुर  
पुणे। महाराष्ट् में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए भारत और इंग्लैंड के बीच पुणे में तीन वनडे मैचों की सीरीज में दर्शक को आने की इजाजत नहीं दी जाएगी। खाली स्टेडियम में ये मैच कराने का फैसला किया गया है। महाराष्ट्र क्रिकेट संघ (एमसीए) ने शनिवार को कहा कि राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए ऐसा करना पड़ा। तीनों वनडे पुणे के एमसीए के स्टेडियम में 23, 26 और 28 मार्च को खेले जाने हैं। 
कोविड-19 के बढ़ते मामलों की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री के निर्देशों के बाद यह फैसला किया गया। दर्शकों के बिना इन मैचों के आयोजन की मंजूरी दी गई है। एमसीए अध्यक्ष विकास ककाटकर ने वनडे के आयोजन को लेकर संचालन परिषद के अध्यक्ष मलिंद नार्वेकर के साथ मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और पर्यटन एवं पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने खिलाड़ियों और अधिकारियों को लेकर भी सभी तरह की एहतियात बरतने को कहा है। एमसीए ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद, भारतीय क्रिकेट बोर्ड और एमसीए के पूर्व अध्यक्ष शरद पवार का धन्यवाद जताया है।
 

25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट

25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट पंकज कपूर  देहरादून। हेमकुंड साहिब के कपाट आगामी 25 मई को खोले जाएंगे। इसके चलते राज्य सरका...