शनिवार, 30 जनवरी 2021

पंजाब: अमरिंदर ने सरकार को आगाह किया

चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि किसान आंदोलन का फायदा उठाकर पाकिस्तान सीमा पार से घुसपैठ की कोशिश कर रहा है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने केंद्र सरकार को पाकिस्तानी साजिशों को लेकर आगाह किया है। सीएम अमरिंदर सिंह ने दावा किया है कि किसान आंदोलन के शरुआत से ही पाकिस्तान पंजाब में घुसपैठ की कोशिश कर रहा है और साथ में बड़े पैमाने पर ड्रोन के जरिए हथियार भेज रहा है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा कि पाकिस्तान को अशांत पंजाब सूट करता है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को इस मामले को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है। कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कहा है कि पाकिस्तान के स्लीपर सेल हैं जिसे वह ऐक्टिवेट कर सकता है। उन्होंने कहा कि अक्टूबर 2020 से किसान आंदोलन जबसे शुरू हुआ है पाकिस्तान पंजाब में हथियारों के साथ-साथ पैसे और हेरोइन भी भेज रहा है।

कृषि कानूनों के खिलाफ हड़ताल करेंगे किसान

अकांशु उपाध्याय    
नई दिल्ली। दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत की तरफ से की गई भावुक अपील के बाद किसान आंदोलन एक बार फिर से खड़ा हो गया है। कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले करीब 2 महीनों से किसान दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं और माना जा रहा था कि गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा की घटनाओं के बाद यह आंदोलन खत्म हो जाएगा। इस बीच किसानों ने आज महात्मा गांधी की पुण्यतिथि को ‘सद्भावना दिवस’ के तौर पर मनाने का ऐलान किया है। कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान आज एक दिन की भूख हड़ताल करेंगे।

पीएम-राष्ट्रपति ने राष्ट्रपिता गांधी को दी श्रद्दांजलि

अकांशु उपाध्याय   

नई दिल्ली। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर उनका स्मरण किया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। 30 जनवरी 1948 को नाथूराम गोडसे ने महात्मा गांधी की गोली मार कर हत्या कर दी थी। उनकी पुण्यतिथि को शहीद दिवस के तौर पर मनाया जाता है।राष्ट्रपति ने ट्वीट किया, ‘‘आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के अमर-बलिदान के दिन कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से उनकी पुण्य स्मृति को मैं नमन करता हूं। शांति, अहिंसा, सादगी, साधनों की पवित्रता और विनम्रता के उनके आदर्शों का हमें पालन करना चाहिए। आइए हम उनके द्वारा दिखाए गए सत्य और प्रेम के मार्ग पर चलने का संकल्प लें।’’ मोदी ने ट्वीट किया, ‘‘महान बापू की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि। उनके आदर्श लाखों लोगों को प्रेरित करते हैं। शहीद दिवस पर हम उन सभी महान महिलाओं और पुरुषों के बलिदान को याद करते हैं, जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता और प्रत्येक भारतीय की कुशलता के लिए खुद को समर्पित कर दिया।’’,उपराष्ट्रपति एम.वेंकैया नायडू ने यहां जारी एक संदेश में कहा कि महात्मा गांधी ने समाज के दुर्बल वर्गों के उत्थान के लिए अथक प्रयास किए। उनके सिद्धांत और जीवन आज भी अखिल विश्व के कल्याण का मार्ग दीप्त करते हैं। उन्हें याद करते हुए, उनका अनुसरण करने का भी संकल्प लेना चाहिए। उपराष्ट्रपति ने कहा , “राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की पुण्यतिथि पर उनकी पावन स्मृति में सादर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।” दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘सत्य, अहिंसा, धैर्य, साहस और सत्याग्रह। बड़ी से बड़ी शक्तियों को अप्रभावी करने वाले गांधी जी के ये सिद्धांत आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं, जिनसे अधिकारों की कोई भी लड़ाई जीती जा सकती है। पूज्य बापू जी के स्मृति दिवस पर उन्हें कोटि कोटि नमन।’’

मुसलमान नारों को दरकिनार कर, भीड़ को बढ़ाएं

मोहम्मद जाहिद 

नई दिल्ली। एक होती है बुद्धी और दूसरी होती है "जड़बुद्धी"। जो लोग कह रहे हैं कि किसान आंदोलन में मुसलमानों के शामिल होने से आंदोलन कमज़ोर हो जाएगा। वह पिछले अनुभवों के आधार पर कुछ हद तक तो सही हैं पर ऐसे लोग "जड़बुद्धी" वाले लोग हैं। ऐसे लोग इतिहास के कब्र को सीने में दबाए सोचते रहते हैं। जबकि आज का दौर बदलती परिस्थीति के अनुसार तौर तरीके और रणनीति बदलने की है। जड़बुद्धी अर्थात "बुद्धी का स्थिर होना" अर्थात कोई नयी क्रिएटिवटी ना कर पाने वाला।

मुसलमानों को किसान आंदोलन में बिल्कुल शामिल होना चाहिए, पर वह मंच और जज़बाती तकरीरों और "नारे तकबीर" जैसे इस्लामिक नारों से दूर रहकर सिर्फ़ भीड़ की संख्या बढ़ाएँ। वह किसान आंदोलन के "चेहरे" नहीं बल्कि सिर्फ और सिर्फ "सिर" बनें , भीड़ बनें , और किसान आंदोलन को मज़बूती दें। इससे दो फायदे होंगे , एक तो किसान आंदोलन मज़बूत होगा और बढ़ती भीड़ सरकार की चूलें हिलाएँगी और दूसरा मुसलमानों को राजनैतिक आदोलन करने का ढंग भी आएगा।

दरअसल मुसलमान एक जज़बाती कौम है , उसने दाढ़ी टोपी वाले 25-100 लोगों को अपने साथ देखा तो वह अपने आंदोलन का मकसद भूल कर "नारे तकबीर अल्लाह ओ अकबर" का नारा लगाने लगती है। धार्मिक आयोजन में तो यह सब ठीक है पर सरकार से लड़ाई लड़ने के लिए हो रहे किसी राजनैतिक आंदोलन में ऐसे नारे आंदोलन की विफलता का प्रमुख कारक है क्युँकि आपके राजनैतिक आंदोलन में ऐसे नारों के साथ कोई गैरमज़हब का आपका ही साथी आपके साथ खड़ा नहीं होगा। मौजूदा सरकारें भी ऐसे लगे नारों को उछालकर "तालिबान" ब्ला ब्ला का आरोप लगाकर पूरी मुहिम फुस्स कर देगी। और दूसरी कौमें ऐसे नारे सुनकर आपके विरुद्ध हो जाएँगी। जैसे आप हो जाते हैं।

दरअसल इस देश का मुसलमान अपने हक के लिए लड़ाई लड़ने के तौर तरीके आज़ादी के 70 साल बाद भी सीख और समझ नहीं पाया है तो उसके कारण है। उसने सभाओं को केवल धार्मिक जलसों या मुशायरों में ही देखा या सुना है , यह जलसे या तो तबलीगी जलसे रहे हैं या मस्जिद के मिंबर पर से मौलाना की तकरीरें।इसीलिए वह अपने समाज के लोगों की भीड़ देखते ही उसी रंग और जोश में आ जाता है "नारे तकबीर" लगाने लगता है। यह गलत है।

राजनैतिक आंदोलन धार्मिक नारों या उसके कलेवर से दूर रहना चाहिए , ऐसे आंदोलन की सफलता में सबका सहयोग चाहिए होता है , "जैसा देश वैसा भेष" की तर्ज पर ही राजनैतिक आंदोलन चलना चाहिए और सबसे जरूरी है मंच पर बोलने के तौर तरीके सीखना। इसीलिए कहा , एक विद्यार्थी के रूप में सिर्फ गिनती बढ़ाने के लिए मुसलमानों को किसान आंदोलन में शामिल होना चाहिए।

नरेश-राकेश टिकैत को अपनी गलती का एहसास हो गया है , उनका साथ दीजिए और उनसे कुछ सीखिए कि कैसे 12 घंटे पहले की एक काल पर कई लाख लोग "महापंचायत" में आ जाते हैं। किसान आंदोलन में शामिल होईए और पुराना समीकरण बहाल कीजिए , यही आज की रणनीति है यही आज की ज़रूरत है। जाईए और आंदोलन का ढंग सीखिए और मुजफ्फरनगर दंगों के कारण हुए राजनैतिक और सामाजिक विभाजन को खत्म कर दीजिए।

यूपी: गलत सूचना देना सीडीपीओ को पड़ा भारी

गोण्डा। डीएम मार्कण्डेय शाही ने जिला पोषण समिति की बैठक में गलत सूचना देने वाले सीडीपीओ मनकापुर सुशील कुमार को प्रतिकूल प्रविष्टि देने के साथ ही तहसील तरबगंज में आने वाले ब्लाकों तरबगंज, नवाबगंज, वजीरगंज तथा बेलसर के सीडीपीओ को चेतावनी जारी करने, तथा आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पोषण वाटिकाएं न बनाने पर सभी सीडीपीओ को कारण बताओ नोटिस जारी करने तथा वित्तीय वर्ष 2016-17 से निमार्णाधीन आंगनबाड़ी केन्द्रों का कार्य पूरा कराने पर कार्यदायी संस्था ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के एक्सईएन तथा एई का वेतन रोकने के साथ ही विभागीय कार्यवाही के आदेश दिए है। यह कार्यवाही डीएम श्री शाही ने कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित जिला पोषण समिति की बैठक में की है। जिलाधिकारी ने समीक्षा बैठक में निर्देश दिए कि ब्लाक कन्वर्जन्स की बैठकें सम्बन्धित तहसील के एसडीएम की अध्यक्षता में ब्लाक मुख्यालय पर ही सुनिश्चित कराई जाय। उन्होंने निर्देश दिए कि सभी ब्लाकों के बीडीओ व सीडीपीओ निर्मित हो चुके आंगनबाड़ी केन्द्रों का संयुक्त निरीक्षण कर आगामी 07 फरवरी तक हैण्डओवर की कार्यवाही सुनिश्चित कराएं अन्यथा उनकी जिम्मेदारी तय की जाएगी। वहीं कार्यदायी संस्था ग्रामीण अभियंत्रण विभाग के एक्सईएन व एई का वेतन रोकने के साथ ही उनके खिलाफ कार्यवााही के आदेश दिए हैं।

पेट्रोल पंप पर गैस टैंकर में आग, 3 लोगों की मौत

नरेश राघानी  

अजमेर। राजस्थान के अजमेर में पेट्रोल पंप पर गैस टैंकर में आग मामले में आज सुबह दो और लोगों की मौत हो जाने से इसमें मरने वालों की संख्या तीन पहुंच गई।

प्राप्त जानकारी के अनुसार गई। पेट्रोल पंप पर शुक्रवार शाम गैस टैंकर में आग लग जाने से दस लोग झुलस गये, उनमें तबीजी निवासी शब्बीर की मौके पर ही मृत्यु हो गई थी जबकि सुबह पेट्रोल पंप संचालक सुरेन्द्र दुआ का पुत्र जतन दुआ तथा अन्य मोहम्मद तावीस ने भी दम तोड़ दिया। हादसे में झुलसे लोगों का जवाहरलाल नेहरू चिकित्सालय में इलाज चल रहा हैं उनमें चार लोगों की स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है। उल्लेखनीय है कि गत 29 जनवरी को अजमेर के आदर्श नगर थाना क्षेत्र के खालसा पेट्रोल पंप पर एलपीजी गैस शिफ्ट करने के दौरान यह हादसा हुआ। जिला कलेक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने पूरे मामले की जांच के निर्देश अतिरिक्त कलेक्टर (शहर) गजेन्द्र सिंह राठौड़ के नेतृत्व में दिए हैं।


निरीक्षण: जिलाधिकारी को 103 गैरहाजिर मिलें

गोण्डा। सरकारी दफ्तरों में अधिकारियों-कर्मचारियों की उपस्थिति व साफ-सफाई व्यवस्था सुनिश्चित कराने के लिए डीएम मार्कण्डेय शाही द्वारा लगातार औचक निरीक्षण कराए जा रहे हैं। इसी क्रम में शुक्रवार को डीएम ने अधिकारियों की टीम लगाकर सरकारी 59 दफ्तरों का औचक निरीक्षण कराया जिसमें 103 कर्मचारी गैर हाज़िर मिले। डीएम ने अनुपस्थित सभी कर्मियों को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए दो दिन के अन्दर संतोषजनक जवाब न देने पर विभागीय कार्यवाही के आदेश दिए हैं। बताते चलें कि जिलाधिकारी द्वारा सरकारी कार्यालयों में साफ-सफाई सुनिश्चित कराने तथा कार्यालयों में समय से अधिकारियों व कर्मचारियों की उपस्थिति सुनिश्चित कराने के लिए लगातार कार्यवाहियां की जा रही हैं। शुक्रवार को डीएम ने वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा कार्यालयों का औचक निरीक्षण कर रिपोर्ट देने के आदेश दिए जिसमें 59 विभागों के 103 कर्मचारी गैर हाज़िर मिले तथा कई दफ्तरों में साफ-सफाई तथा अभिलेखों का रखरखाव ठीक नहीं मिला।

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...