सोमवार, 11 जनवरी 2021

जासूसी के लिए कई तरीके अपना रही 'आईएसआई'

आई एस आई की लड़कियां न्यूड होकर करतीं थीं बात, हनी ट्रैप में फंसा पूर्व सरपंच


जयपुर। पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आई एस आई सीमावर्ती इलाकों में जासूसी के लिए कई तरीके अपना रही है। राजस्थान के जैसलमेर में पोखरण रेंज से गिरफ्तार एक शख्स ने सनसनीखेज खुलासे किए हैं। इस शख्स का कहना है। कि आई एस आई की ओर से लड़कियां उससे न्यूड होकर फोन पर बात करती थी। इस शख्स ने कहा है। कि लड़कियों से बात करने और तस्वीरें देखने के चक्कर में वो ऐसा फंसा कि सेना की गोपनीय जानकारी उनतक भेजने लगा।
सुरक्षा एजेंसियों ने इस मामले में राजस्थान के जैसलमेर के पोखरण फायरिंग रेंज के पास लाठी गांव से एक पूर्व सरपंच को गिरफ्तार किया है। आई एस आई की हनी ट्रैपिंग में फंसे इस व्यक्ति का नाम सत्यनारायण पालीवाल है। ये व्यक्ति इस इलाके का सरपंच रह चुका है।
अब तक की जांच के अनुसार सत्यनारायण पालीवाल ने सेना की गतिविधियां समेत कई सामरिक सूचनाएं आई एस आई को पहुंचाई है। आरोपी ने आई एस आई की लड़कियों से बात करने के लिए सोशल मीडिया पर नकली अकाउंट बना रखा था। इस अकाउंट से वह सूचनाएं आईं एस आई को भेज रहा था।
सुरक्षा एजेंसियों ने इस मामले में राजस्थान के जैसलमेर के पोखरण फायरिंग रेंज के पास लाठी गांव से एक पूर्व सरपंच को गिरफ्तार किया है। आई एस आई की हनी ट्रैपिंग में फंसे इस व्यक्ति का नाम सत्यनारायण पालीवाल है। ये व्यक्ति इस इलाके का सरपंच रह चुका है।
अब तक की जांच के अनुसार सत्यनारायण पालीवाल ने सेना की गतिविधियां समेत कई सामरिक सूचनाएं आई एस आई को पहुंचाई है। आरोपी ने आई एस आई की लड़कियों से बात करने के लिए सोशल मीडिया पर नकली अकाउंट बना रखा था। इस अकाउंट से वह सूचनाएं आई एस आई को भेज रहा था।

पंचायत: उम्मीदवारों के लिए तय हुए चुनाव-चिन्ह

उम्मीदवारों के लिये तय हुए चुनाव चिन्ह, जानिए कौन - कौन से चुनाव चिन्ह
बृजेश केसरवानी 
लखनऊ। पांच वर्ष के बाद त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव का समय आ गया है। अब बारी है। प्रधान कौन बनेंगे। उसी का सूरज खुशियों के साथ उगेगा और वोटर भी तोप से वोट के गोला दागेंगे तथा प्रधानजी भी जीतने के बाद प्लेन से उड़ान भगेंगे। इसके लिये बैलेट पेपर भी आ गये हैं। जिन पर मतदान के लिये तरह-तरह के चुनाव चिह्न भी जारी किये गये हैं। जिले में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को तैयारियां रफ्तार से चल रही हैं। मतदान की प्रक्रिया को अधिसूचना का इंतजार है। इस बार मतदान के दौरान ग्राम प्रधान के पद पर 45 लोग चुनाव लड़ने का एक गांव से प्रवाधान होगा। प्रधानी के चुनाव में 45 लोग दावेदार हो सकेंगे। इनके लिये अलग-अलग चुनाव चिह्न का मतपत्र होगा। बता दें कि इस बार चुनाव के लिये मतपत्र पर तोप से लेकर हवाई जाहज (प्लेन) तक का चिह्न भी रहेगा। इसके अलावा उगता सूरज, हल जोतता किसान, इमली, अनार, पुस्तक जैसे चिह्न रहेंगे। जिनके माध्यम से प्रधानों की पांच वर्ष के लिये किस्मत लिखी जायेगी। दहगवां के नगर पंचायत बनने के बाद जिले में 1,037 ग्राम पंचायतों पर चुनाव कराया जायेगा। त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव होने वाला है। इसके लिये तीन प्रकार के अलग-अलग मतपत्र मिलेंगे। जिसमें ग्राम प्रधान पद के लिये अलग, वार्ड सदस्य के लिये अलग, जिला पंचायत सदस्य पद के लिये अलग मतपत्र मिलेगा। तीनों मतपत्रों के अलग-अलग रंग होंगे, जिन पर मतदान करके मतपेटिका में मतपत्र डाला जायेगा।
डॉ. पीएस पटेल, सहायक चुनाव अधिकारी बताते हैं। कि निर्वाचन आयोग से मतपत्र आ गये हैं। चुनाव चिह्न प्रकाशित हैं। चुनाव में काफी ज्यादा संख्या में चुनाव चिह्न हैं। और अलग-अलग पद के लिये मतपत्र आये हैं। प्लेन और हल जोतता किसान जैसे कई चिह्न पुराने भी हैं। बाकी कुछ नये चिह्न आये हैं। प्रशासन निर्वाचन की तैयारियां जोरशोर से कर रहा है।

यूपी: फंदे पर लटका मिला महिला सिपाही का शव

फंदे पर लटका मिला महिला सिपाही का शव, पीआरवी 112 में थी तैनात

लखनऊ। मोहनलालगंज कोतवाली की पीआरवी (पुलिस रिपोर्टिंग व्हीकल) में तैनात महिला सिपाही उर्मिला वर्मा (24) ने रविवार रात फांसी लगा ली। वह कस्बे के मऊ इलाके में एक हॉस्टल में रहती थीं। हॉस्टल के कमरे में ही पंखे से दुपट्टे के सहारे फंदे पर शव लटका मिला। सूचना पर पहुंचे पुलिस अधिकारी उर्मिला के आत्महत्या के कारणों की पड़ताल कर रहे हैं।
इंस्पेक्टर मोहनलालगंज ने बताया कि उर्मिला मूल रूप से अयोध्या जिले की रहने वाली थीं। रात 10 बजे से उनकी ड्यूटी थी। वह ड्यूटी पर भी नहीं पहुंची थीं। इस बीच उनका कोई परिचित हॉस्टल पहुंचा। कमरे का दरवाजा अंदर से बंद होने पर काफी देर तक खटखटाता रहा। कोई उत्तर न मिलने पर उसने पड़ोस में रह रहीं एक महिला दारोगा को बताया। महिला दारोगा ने कमरे के दूसरे दरवाजे से अंदर देखा तो कमरे में पंखे से दुपट्टे के सहारे उर्मिला का शव लटका देख सन्न रह गईं।
उन्होंने घटना की जानकारी थाने पर दी। इसके बाद एसीपी प्रवीण मलिक, डीसीपी साउथ रवि कुमार मौके पहुंचे। फंदे से शव को उतारा गया। उर्मिला के परिवारीजनों को घटना की जानकारी दी। इंस्पेक्टर ने बताया कि मौके से कोई सोसाइडनोट नहीं मिला है। उर्मिला के आत्महत्या करने के कारणों की जानकारी नहीं हो सकी है। मौके से उनका मोबाइल भी नहीं मिला है। मोबाइल की खोजबीन की जा रही है। इसके अलावा कई अन्य बिंदुओं पर पड़ताल की जा रही है। उर्मिला के परिवारीजन के आने पर ही कुछ जानकारी हो सकेगी।
देर रात तक झाड़ियों में हुई मोबाइल की खोजबीन
घटना के बाद से उर्मिला का मोबाइल पुलिस को मौके से नहीं बरामद हुआ। पुलिस का दावा है कि उर्मिला के मोबाइल से उसकी मौत के रहस्य से पर्दा उठेगा। इस कारण देर रात तक पुलिस उर्मिला के कमरे समेत घर के आस पास और कुछ दूर स्थित झाड़ियों तक में पुलिस की टीम मोबाइल की खोजबीन करती रही। पर देर रात तक मोबाइल नहीं मिल सका।
देर शाम साथी सिपाहियों के साथ खेलती रही बैडमिंटन
पुलिस ने बताया कि उर्मिला के अलावा हॉस्टल में थाने की अन्य दारोगा और महिला पुलिस कर्मी रहती हैं। सबके कमरे अलग-अलग हैं। देर शाम उर्मिला उनके साथ बैडमिंटन भी खेल रही थी। काफी देर तक बैडमिंटन खेलती रही। उसके बाद वह अपने कमरे में चली गई थी। फिर नहीं निकली।

सरकार लगाएगी रोक या हम लगाएं: एससी

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने केंद्र सरकार और किसानों के बीच किसान आंदोलन के समाधान को लेकर अब तक हुई बातचीत में प्रगति न होने पर सोमवार को चिंता जताते हुए केंद्र से पूछा कि क्यों न तीनों कानूनों पर रोक लगा दी जाये? मुख्य न्यायाधीश शरद अरविंद बोबडे, न्यायमूर्ति ए एस बोपन्ना और न्यायमूर्ति वी रमासुब्रमण्यम की खंडपीठ ने सुनवाई के दौरान तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा कि क्यों न तीनों कानूनों पर उस वक्त तक रोक लगा दी जाये। जब तक न्यायालय द्वारा गठित समिति इस मामले पर विचार न कर ले और अपनी रिपोर्ट न सौंप दे।

रेहड़ी-पटरी वालों ने कलेक्ट्रेट में किया प्रदर्शन

मुजफ्फरनगर। पैंठ ना लगने से बच्चों के लालन पालन के लिए परेशान दुकानदारों ने पैंठ लगवाये जाने की मांग करते हुए कलेक्ट्रेट में जोरदार प्रदर्शन कर ज्ञापन दिया।सोमवार को पैंठ आदि में साग-सब्जी आदि की दुकानें लगाकर रोजी-रोटी कमाने वाले दुकानदारों ने धरना प्रदर्शन करते हुए प्रशासन से शाहबुददीन रोड पर लगने वाली पैंठ आरंभ कराये जाने की मांग की। प्रदर्शनकारी दुकानदारोें द्वारा डीएम कार्यालय पर धरना प्रदर्शन करते हुए सिटी मजिस्ट्रेट अभिषेक कुमार सिंह को दिये गये ज्ञापन में बताया गया है कि शाहबुददीन रोड पर पिछले काफी समय से पैंठ बाजार लगता आ रहा है।

मुंबई: एक्ट्रेस प्रियंका ने फिल्म की शूटिंग पूरी की

मुंबई। पिछले महीने प्रियंका चोपड़ा ने बताया था कि कोरोना वायरस संबंधी महामारी के बीच होने वाली शूटिंग में रोजाना उनकी और फिल्म निर्माण टीम की कोविड-19 जांच होती है और भौतिक दूरी का अनुपालन किया जाता है। अभिनेता प्रियंका चोपड़ा ने लंदन में अपनी आगामी हॉलीवुड फिल्म 'टेक्स्ट फॉर यू' की शूटिंग पूरी कर ली है। जिम स्ट्रॉस निर्देशित यह रोमांटिक फिल्म वर्ष 2016 में जर्मन में आई सुपरहिट फिल्म 'एसएमएस फर डिच' से प्रभावित है जो सोफी क्रामर की इसी नाम से आए उपन्यास पर आधारित थी। प्रियंका चोपड़ा (38) ने इंस्टाग्राम पर अपनी तस्वीर साझा करते हुए शूटिंग के समाप्त होने की जानकारी दी। इस तस्वीर में वह फिल्म की पटकथा की प्रति लिए हुए दिख रही हैं। उन्होंने लिखा, ''समापन हो गया। पूरी टीम को बधाई और धन्यवाद। आपको फिल्म में देखेंगे।''

नंबर लिंक कराएं बिना कोरोना का टीका नहीं लगेगा

नई दिल्ली। मोदी सरकार ने अब लगभग यह साफ कर दिया है कि बिना आधार को अपने मोबाइल नम्बर लिंक कराए बगैर आपको कोरोना का टीका नही लगेगा। जबकि पहले यह कहा गया था कि आप अपने अन्य फोटो पहचान पत्र के सहारे आप टीका लगवा सकते हैं  .......फर्जी पहचान या नाम के जरिये किसी भी तरह की फर्जीवाड़ा टीकाकरण में न होने पाए, इस बात का बहाना बनाकर सरकार उन सभी लोगों से मोबाइल नंबर आधार से लिंक करने को कह रही है, जिन्हें निकट भविष्य में टीका लगना है। आज ही आधार को लेकर सुप्रीम कोर्ट में फैसला आ सकता है। दरअसल केन्द्र सरकार की महत्वाकांक्षी आधार योजना की संवैधानिक वैधता को बरकरार रखने के अपने आदेश के खिलाफ दायर पुनर्विचार याचिकाओं की सुनवाई हुई है और आज फैसला आ सकता है.....कोर्ट ने अपने आदेश में योजना के कुछ प्रावधानों को खत्म करने की बात कही थी।जिसमें बैंक खातों, मोबाइल नंबरों और स्कूल में दाखिले की जानकारी आधार से जोड़ने का प्रावधान शामिल है। टीकाकरण को भी आधार से जोड़ा जा रहा है केंद्र ने राज्यों से एक भी प्रॉक्सी  (एक व्यक्ति की जगह दूसरे वैक्सीन का वैक्सीन लगवाना) न होने देने और इसके लिए आधार कार्ड का इस्तेमाल करने को कह रहा है। राज्य सरकार के अधिकारियों को किसे, कब और कौन सी वैक्सीन लगी, इन सभी बातों का डिटिजल रिकॉर्ड रखने को कहा गया है। दरअसल आधार जैसी आधिकारिक पहचान, संवेदनशील व्यक्तिगत डेटा का ही एक स्वरूप है और सरकार ऐसे डेटा को तब तक एकत्र नहीं कर सकती जब तक कि ऐसा करने के लिए कानून द्वारा मान्यता प्राप्त एक स्पष्ट और विशिष्ट उद्देश्य न हो ,लेकिन मोदी सरकार को इस बात की अब कोई परवाह नही है और वह जमकर मनमानी कर रही है। हम सब यह अच्छी तरह से समझ चुके हैं कि इस तरह के डेटा संग्रह और ओर टीके को आधार से जोड़ देना आपके मोबाइल नंबर से जोड़ देने का वास्तविक लाभ वे ही कम्पनिया उठाएगी जो यह बिग डेटा कलेक्ट कर रही है।भारत मे वे लोग जो आधार की परियोजना की शुरूआत करने वाले थे वे ही लोग आज आधार को टीकाकरण से जोड़ने की हिमायत कर रहे हैं। 19 अक्टूबर को प्रकाशित इंडियन एक्सप्रेस के साथ एक साक्षात्कार में इंफोसिस के नंदन नीलेकणी ने कोविड-19 टीकाकरण प्रक्रिया के साथ आधार को जोड़ने के लिए एक विस्तृत प्रस्ताव रखा, जहां सभी लाभार्थियों को आधार और डेटा सहित प्रमाणित किया जाएगा। जहां “व्यक्ति का नाम, वैक्सीन लगाने वाले का नाम, किस टीके का उपयोग किया गया, किस समय, तारीख, स्थान को रिकॉर्ड किया जाएगा” और इन जानकारियों को क्लाउड पर अपलोड किया जाएगा। उन्होंने कहा कि “यह केवल इसलिए जरूरी नहीं है कि मुझे टीका लग गया है बल्कि यह इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि आप जानते हैं कि मुझे टीका लगा है। नीलेकणी ने यह भी प्रस्ताव दिया कि टीकाकरण के प्रमाण के रूप में एक डिजिटल प्रमाण पत्र लाभार्थियों को भेजा जाए। जिसे “नौकरी के साक्षात्कार, हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड आदि“ पर मांगा जा सकता है। शायद आप अब समझ पाए  कि यह कितनी खतरनाक चीज है।

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...