रविवार, 20 दिसंबर 2020

नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगारों ठगी: गिरफ्तार

थाना सेक्टर 24 पुलिस द्वारा नौकरी दिलाने के नाम पर फर्जी नियुक्ति पत्र देकर पैसे लेकर बेरोजगारों से ठगी करने वाला शातिर जालसाज मय 02 साथियों के साथ गिरफ्तार
 विजय भाटी  

गौतमबुध नगर। थाना सेक्टर 24 क्षेत्र अन्तर्गत मोरना बस स्टैण्ड के पास से भोले भाले बेरोजगार लोगो से धोखाधड़ी कर फर्जी नियुक्ति पत्र देकर नौकरी दिलाने के नाम पर पैसे लेने वाला शातिर जालसाज अभियुक्त डॉ0 बृजेश कुमार वर्मा गिरफ्तार तथा कब्जे से 41,500 रूपये तथा निशानदेही पर दस्तावेज, मोबाइल फोन, डेस्कटॉप कम्प्यूटर आदि बरामद तथा उसके दो अन्य साथी महेश पटेल पुत्र छेदालाल निवासी ग्राम परम थाना मिलक जनपद रामपुर वर्तमान निवासी डायट कैम्पस दनकौर ग्रेटर नोएडा, अभियुक्त राजवीर उर्फ राजू पुत्र कालीचरण निवासी हसनपुर जागीर थाना दनकौर ग्रेटर नोएडा भी गिरफ्तार हुये हैं।

विवरण - अभियुक्त डॉ0 बृजेश कुमार वर्मा एक शातिर जालसाज है। अभियुक्त पूर्व मे जनपद रायबरेली के ऊँचाहार में चश्मे की दुकान चलाता था तथा वर्ष 1995 मे प्रधानी का चुनाव इसके द्वारा लड़ा गया था । अभियुक्त वर्ष 2019 में आर.पी.आई.(रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इण्डिया) के टिकट पर मछलीशहर जौनपुर उत्तर प्रदेश से लोकसभा का चुनाव लड़ा था । अभियुक्त द्वारा इस चुनाव मे बेरोजगार लोगो से धोखाधड़ी कर उनकी गाढ़ी कमाई से ठगे गये करीब 25 से 30 लाख रूपये खर्च किये गये थे । अभियुक्त बी.एस.सी. पास है तथा इसके द्वारा डी.ओ.टी. (डिप्लोमा ऑफ ऑप्थोमेट्रीक्स) भी किया गया है ।
अभियुक्त द्वारा वर्ष 2007 में एक एन.जी.ओ. एस.एस.एस. संस्थान (शिल्पी स्वयं सेवा संस्थान) लखनऊ उत्तर प्रदेश (Reg. by U.P. Government- 85/65/2008) रजिस्टर्ड कराया गया । इस जालसाज ने बेरोजगार महिलाओ को स्वावलम्बी बनाने के नाम पर नोएडा के ग्राम चौड़ा रघुनाथपुर सेक्टर 22 में एक प्रशिक्षण केन्द्र माह अक्टूबर 2020 में खोला गया जिसमे वह प्रशिक्षुओं को एक सप्ताह का सर्टिफिकेट बिना कोर्स कराये कोर्स कराने के नाम पर देता था तथा जाली नियुक्ति पत्र जनपद के विभिन्न पूर्व माध्यमिक विधालयों मे काम करने के लिये देता था । प्रशिक्षण केन्द्र से जुड़े करीब 100 से अधिक महिला/पुरूषों से अब तक यह अभियुक्त कई लाख रूपये सिक्योरिटी मनी के रूप मे ले चुका है । अभियुक्त इन्हे जिला समन्वयक, सलाहकार, ब्लाक समन्वयक, तहसील समन्वयक, जाँच अधिकारी, रिपोर्ट अधिकारी, ब्यूटीशियन प्रशिक्षिका, सिलाई/कढ़ाई प्रशिक्षिका आदि तरह – तरह के विभिन्न पदों पर फर्जी नियुक्ति पत्र देकर नियुक्त करता था तथा सभी से दस हजार से पचास हजार रूपये तक की सिक्योरिटी मनी जमा कराता था । अभियुक्त द्वारा जनपद के बीएसए को अपने एन.जी.ओ. का पत्र भेजा जाता था कि उसकी संस्था एस.एस.एस. संस्थान जिले के दनकौर, बिसरख, दादरी , नोयडा के 10-10 पूर्व माध्यमिक विधालयों मे अध्ययनरत छात्राओं को सिलाई/कढ़ाई आदि का नि:शुल्क प्रशिक्षण अपनी योग्य प्रशिक्षिकाओं से देना चाहती है इसके आधार पर बीएसए गौतमबुद्धनगर द्वारा इस संस्था को नि:शुल्क प्रशिक्षण हेतु अनुमति प्रदान की गई थी । जिसकी आड़ मे अभियुक्त द्वारा बेरोजगार महिलाओं को फर्जी नियुक्ति पत्र देकर तथा सभी से दस हजार से पचास हजार रूपये तक की सिक्योरिटी मनी जमा करायी गई । अभियुक्त द्वारा जनपद गौतमबुद्धनगर के अतिरिक्त मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बुलन्दशहर, गाजियाबाद आदि जनपदों मे अपने इसी प्रकार के कार्यालय खोले गये जिनमें इसी प्रकार के कार्य संचालित किए जाते हैं जिनमे इसके द्वारा जिला समन्वयक अधिकारी नियुक्त किये गये इसके द्वारा एक ब्लाक मे 10 स्कूलों मे ब्लाक समन्वयकों को 10 केन्द्र बनाने हेतु कहा गया और यह भी कहा गया जब 10 केन्द्र पूर्ण होगे तभी मानदेय जारी होगा एक ब्लाक मे दो ब्लाक समन्वयक होगें जिस जिले मे पाँच ब्लाक है उसमें एक जिला समन्वयक होगा तथा तीन ब्लाक मे एक सलाहकार होगा ब्लाक समन्वयक की नियुक्ति जिला समन्वयक एवं जिला सलाहकार की सलाह पर होगी तथा पाँच ब्लाक पर एक ऑफिस होगा उन तक इसकी योजनाओं का प्रचार करने तथा जो जुड़ना चाहते हो उन्हे अपने ऑफिस बुलाये जाने हेतु इसके द्वारा निर्देशित किया जाता था । अभियुक्त द्वारा अपनी संस्था का पत्र स्कूलों मे भेजा जाता था कि इसकी संस्था स्कूलो के खेल के मैदान, पंखे, लाईट, सिलाई, कढ़ाई आदि का काम नि:शुल्क करायेगी । इसके द्वारा जनपद मथुरा तथा अन्य जनपदों में भी इसी प्रकार के फर्जी केन्द्र खोले जाने वाले थे , इसके अतिरिक्त अभियुक्त द्वारा दिल्ली तथा हरियाणा के फरीदाबाद मे केन्द्र खोले जाने तथा उनके विधालयो मे प्रशिक्षिकाओं द्वारा प्रशिक्षण दिये जाने हेतु अप्लाई किया गया था किन्तु दिल्ली तथा फरीदाबाद मे कोविड-19 की बजह से इस शातिर जालसाज को अनुमति नही प्राप्त हुई ।
अभियुक्त द्वारा अपना नाम बदल बदल कर वर्ष 2011 मे जनपद मैनपुरी मे बृजेश सिंह उर्फ बृजेश गौतम के नाम से इसी प्रकार की जालसाजी की गई थी तथा वर्ष 2013 मे जनपद फतेहपुर में बृजेश कुशवाहा के नाम से धोखाधड़ी की गई थी जिसमें इसके विरुद्ध कोतवाली थाना में इसी प्रकार की जालसाजी का अभियोग पंजीकृत किया गया था जिसमें डॉ0 बृजेश कुमार वर्मा जेल भी गया था । अभियुक्त डॉ0 बृजेश कुमार वर्मा के अन्य राज्यों / जनपदो से आपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है।
अभियुक्त की नाबार्ड द्वारा सहायतित महिला प्रशिक्षण की रकम हड़पने के उपरान्त भविष्य की यह योजना थी कि नाबार्ड द्वारा सहायतित हाट बाजार जिसमें 5 ग्राम सभा मे एक हाट बाजार खोला जाना, किसान क्लब जिसमें 10 किसानों का एक समूह होना तथा स्वयं सहायता समूह जिसमें 10 महिलाओं का एक समूह बनाया जाना था जिसमे नाबार्ड से प्राप्त होने वाली रकम को भी अभियुक्त द्वारा हड़पने की योजना थी । अभियुक्त द्वारा ग्राम चौड़ा रघुनाथपुर सेक्टर 22 में अपनी संस्था का जो कार्यालय तथा एक प्रशिक्षण केन्द्र नाबार्ड से प्राप्त होने बाली रकम हड़पने के लिये बनाया गया था उसका भौतिक निरीक्षण भी नाबार्ड के अधिकारियों को अभियुक्त द्वारा कराया गया था । अभियुक्त डॉ0 बृजेश कुमार वर्मा द्वारा अब तक हुई जानकारी की संख्या करीब 62 लोगो के अतिरिक्त काफी बड़ी संख्या मे अन्य लोगो से भी इसी प्रकार की जालसाजी किये जाने की सम्भावना है तथा इसके साथ अन्य लोगो के भी शामिल होने की सम्भावना है जिनकी जाँच की जा रही है ।
अभियुक्त की इस एस.एस.एस. संस्था को नाबार्ड (NABARD) से इस हेतु करीब 25 लाख रूपये तथा समाज कल्याण विभाग से भी काफी भारी अनुदान माह जनवरी मे प्राप्त होने वाला था कि अभियुक्त का भांडा फूट गया और फर्जीवाड़ा उजागर हो गया और यह जालसाज पकड़ा गया तथा भारत सरकार / उत्तर प्रदेश सरकार से इसकी संस्था को प्राप्त होने वाले करोड़ो रूपये बच गये ।

अभियुक्तों का विवरण-

1.अभियुक्त डॉ0 बृजेश कुमार वर्मा पुत्र रामदयाल मूल निवासी ग्राम ताजुद्दीनपुर थाना मानिकपुर कुण्डा प्रतापगढ़ वर्तमान निवासी फ्लैट नं0 405 टॉवर नं0 21 अमन सोसाइटी सेक्टर 150 ग्रेटर नोएडा तथा गली नं0 2 संजय पार्क के पास शकरपुर लक्ष्मीनगर दिल्ली
2.अभियुक्त महेश पटेल पुत्र छेदालाल निवासी ग्राम परम थाना मिलक जनपद रामपुर वर्तमान निवासी डायट कैम्पस दनकौर ग्रेटर नोएडा
3.अभियुक्त राजवीर उर्फ राजू पुत्र कालीचरण निवासी हसनपुर जागीर थाना दनकौर ग्रेटर नोएडा

यूपी: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव पर लिया फैसला

संदीप मिश्र  
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में होने वाले त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव को लेकर प्रदेश की योगी सरकार ने शनिवार को बड़ा फैसला लिया है। उत्तर प्रदेश में होने वाले पंचायत चुनाव में अब बीजेपी से किसी भी सांसद विधायक या मंत्री के परिवार का कोई व्यक्ति चुनाव नहीं लड़ सकेगा. मुख्यमंत्री आवास पर हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में सरकार और संगठन के बीच यह तय हुआ और सभी मंत्रियों (वह चाहे कैबिनेट मंत्री और राज्यमंत्री हो या फिर स्वतंत्र प्रभार) को सीधे तौर पर यह कहा गया है। कि अपने क्षेत्र में किसी के घर-परिवार का कोई सदस्य पंचायत चुनाव नहीं लड़ेगा न ही उसे टिकट दिया जाएगा
परिवारवाद को खत्म करने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संगठन के साथ मिलकर यह फैसला किया है। बैठक में बीजेपी के अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह उत्तर प्रदेश संगठन मंत्री सुनील बंसल, प्रभारी राधामोहन सहित सरकार के सभी मंत्री मौजूद थे। जिनमें सभी को कहा गया है। कि पार्टी कार्यकर्ताओं को चुनाव लड़ाया जाएगा।
परिवारवाद को नहीं दिया जाएगा बढ़ावामंत्रियों-सांसदों और विधायकों के परिवार के लोग टिकट की मांग नहीं करेंगे। दरअसल, सपा-बसपा पर हमेशा यह आरोप लगता रहा है। कि वह परिवारवाद की राजनीति करते हैं। जिसे बीजेपी समाप्त करने जा रही है। और इसीलिए पार्टी ने अपने सभी नेताओं को साफ संदेश देते हुए कहा कि परिवारवाद को बढ़ावा नहीं दिया जाएगा इसीलिए किसी भी विधायक-सांसद व मंत्री के घर के व्यक्ति को चुनाव नहीं लड़ाया जाएगा
ये होगी योग्यता
सूत्रों के मुताबिक, पंचायत चुनावों के लिए उम्मीदवारों की न्यूनतम शैक्षिक योग्यता भी तय की जाएगी. ग्राम पंचायत चुनाव में महिला और आरक्षित वर्ग के लिए न्यूनतम शैक्षिक योग्यता 8वीं पास होगी, जबकि 12वीं पास उम्मीदवार ही जिला पंचायत सदस्य का चुना लड़ सकेंगे। जिला पंचायत के लिए महिला, आरक्षित वर्ग और क्षेत्र पंचायत के लिए न्यूनतम 10वीं पास होने पर सरकार में सहमति भी बन चुकी है। इसे लेकर पंचायती राज एक्ट में संशोधन के लिए बहुत जल्द ही कैबिनेट में प्रस्ताव लाया जा सकता है। सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, विधानसभा के अगले सत्र में पेश पंचायतीराज संशोधन कानून से संबंधित विधेयक पेश हो सकता है। 
अप्रैल 2021 में होना चुनाव
गौरतलब है। कि अप्रैल 2021 में प्रस्तावित त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों की तैयारियां पूरी होने से पहले ही नया कानून लागू करने की कवायद शुरू हो चुकी है। कोरोना महामारी के चलते यूपी में तय समय पर पंचायत चुनाव की तैयारियां पूरी नही हुई हैं। लिहाजा इसे आगे बढ़ा दिया गया है। पंचायत चुनाव दिसंबर 2020 में प्रस्तावित थे।

सोने की कीमत में एक बार फिर गिरावट दर्ज

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। सोने की कीमत में एकबार फिर गिरावट दर्ज की गई है। शनिवार को सराफा बाजार में मिलाजुला रुख देखने को मिला। सोना का भाव 300 रुपये प्रति दस ग्राम तक नीचे आया जबकि चांदी का भाव 100 रुपये और मजबूत हो गया। वैश्विक बाजार में सोने की कीमत में मजबूत का असर भारतीय सर्राफा बाजार पर भी देखी जा रही है।
शुक्रवार को सोने की कीमत में 21 रुपये की तेजी दर्ज की गई। जिसके बाद अब सोना 49,644 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गया है। वहीं 259 रुपये की गिरावट के साथ चांदी 66,784 रुपये प्रति किलो रह गया। इससे पहले गुरुवार को दिल्ली के सर्राफा बाजार में 194 रुपये की तेजी के साथ सोना 49,455 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गया था।
जबकि 1,184 रुपये की तेजी के साथ चांदी 66,969 रुपये प्रति किलोग्राम के स्तर पर पहुंच गई थी। वहीं बुधवार को सोना 49,261 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। और चांदी 65,785 रुपये प्रति किलोग्राम पर बंद हुई थी।
जानकारों के मुताबिक सोने की कीमत में मजबूत वैश्विक संकेतों के चलते भारतीय सर्राफा बाजार में बढ़त देखने को मिल रही है। भारतीय सर्राफा बाजार जानकारों का कहना है। कि अमेरिका में प्रोत्साहन पैकेज की उम्मीद के साथ-साथ कमजोर डॉलर की वजह से फिलहाल सोने की कीमत में ये उतार-चढ़ाव देखी जा रही है। वैश्विक बाजार में सोने की कीमत 0.80 डॉलर गिरकर 1889.60 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेंड कर रहा है। वहीं हाजिर बाजार में सोना 1885.12 डॉलर प्रति औंस पर ट्रेंड कर रहा था। जबकि चांदी 0.42 फीसदी गिरकर 26.07 डॉलर प्रति औंस पर रहा है।
इन सबके बीच सर्राफा बाजार के जानकारों का कहना है। कि भले ही पिछले कुछ दिनों में सोने की कीमत में बढ़ोतरी दर्ज की गई है। लेकिन आगे इसकी कीमत में कमी आएगी। इन लोगों का कहना है। कि ग्लोबल इकनॉमी में सुधार और अमेरिका-चीन के बीच तनाव कम होने से निवेशक सोने को छोड़कर शेयर बाजार का रुख कर रहे हैं। यही वजह है। कि निकट भविष्य में सोने की कीमतों में भारी उछाल की संभावना नहीं है। हालांकि लंबी अवधि के लिए सोना अभी भी निवेश का अच्छा विकल्प माना जा रहा है।

पीएम ने रकाबगंज में टेका मत्था, दी श्रद्धांजलि

पीएम मोदी ने गुरुद्वारा रकाबगंज में मत्था टेका, गुरु तेग बहादुर को दी श्रद्धांजलि
पालूराम  
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार सुबह राष्ट्रीय राजधानी स्थित गुरुद्वारा रकाबगंज पहुंचे और उन्होंने मत्था टेककर सर्वोच्च बलिदान देने वाले गुरु तेग बहादुर को श्रद्धांजलि अर्पित की। मोदी ने खुद ट्वीट कर यह जानकारी दी। सिखों के नौवें गुरु की शनिवार को पुण्यतिथि था।
मोदी ने कहा कि आज सुबह, मैंने ऐतिहासिक गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब में प्रार्थना की जहां श्री गुरु तेग बहादुर जी का अंतिम संस्कार किया गया था। मैंने बेहद धन्य महसूस किया। विश्व के लाखों लोगों की तरह मैं भी श्री गुरू तेग बहादुर जी की करूणा से बेहद प्रेरित हूं।
आज सुबह मुझे ऐतिहासिक गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब में मत्था टेकने का सौभाग्य मिला जहां श्री गुरु तेग बहादुर जी के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया गया था। दुनियाभर के लाखों लोगों की तरह श्री गुरु तेग बहादुर जी के विचार और जीवन मुझे सदैव प्रेरित करते हैं। 
एक अन्य ट्वीट में प्रधानमंत्री ने कहा कि यह गुरु साहिब की विशेष कृपा है। कि हमें अपनी सरकार के कार्यकाल के दौरान ही श्री गुरु तेग बहादुर जी के 400वें प्रकाश पर्व को मनाने का विशेष अवसर मिला। इस पावन अवसर को हम ऐतिहासिक तरीके से मनाएं और गुरु तेग बहादुर जी के आदर्शो का पालन करें।
मत्था टेकने के बाद प्रधानमंत्री ने वहां स्थित सेवादारों और श्रद्धालुओं से बातचीत भी की और कुछ लोगों के साथ तस्वीरें भी खिंचवाई। प्रधानमंत्री ने अपने ट्वीट के साथ कुछ तस्वीरें भी साझा कीं। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के गुरुद्वारा रकाबगंज पहुंचने के दौरान ना तो कोई पुलिस बंदोबस्त किया गया और ना ही आमजन के लिए यातायात अवरोधक लगाए गए थे। गुरु तेग बहादुर की पार्थिव देह का गुरुद्वारा रकाबगंज में अंतिम संस्कार किया गया था।

प्रधानमंत्री मोदी का दिल्ली में स्थित सिखों के इस अहम तीर्थस्थल पर मत्था टेकना ऐसे समय में महत्वपूर्ण है, जब दिल्ली की विभिन्न सीमाओं पर खासकर पंजाब के किसान केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों के प्रदर्शन, खासकर पंजाब के कृषक समुदाय के आंदोलन के बीच प्रधानमंत्री अपने संबोधनों और अन्य माध्यमों से लगातार केंद्र के नये कृषि कानूनों को किसानों के हित में बता रहे हैं लेकिन किसान अभी तक अपनी मांगों पर डटे हुए हैं। सरकार के साथ अब तक की उनकी वार्ता विफल रही है।

भारत में कोरोना संक्रमण के 26,624 नए मामले

भारत में कोरोना संक्रमण के 26,624 नए मामले
अकाशुं उपाध्याय  
नई दिल्ली। भारत में एक दिन में कोरोना वायरस संक्रमण के 26,624 नए मामले सामने आने के बाद देश में अब तक संक्रमित हो चुके लोगों की कुल संख्या बढ़कर 1,00,31,223 हो गई है। जिनमें से 95.80 लाख लोग स्वस्थ हो चुके हैं। और संक्रमण के बाद लोगों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 95.51 प्रतिशत हो गई है।
मंत्रालय के रविवार सुबह आठ बजे तक के अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण के कारण 341 और लोगों की मौत हो जाने के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,45,477 हो गई है। देश में 95,80,402 लोग संक्रमण के बाद स्वस्थ हो चुके हैं। और लोगों के संक्रमणमुक्त होने की दर 95.51 प्रतिशत हो गई है। जबकि इस संक्रमण के कारण मृत्युदर 1.45 प्रतिशत पर बनी हुई है। उपचाराधीन संक्रमितों की संख्या लगातार 14वें दिन चार लाख से नीचे है।
आंकड़ों के अनुसार, देश में इस समय 3,05,344 संक्रमित लोगों का उपचार चल रहा है। जो संक्रमण के कुल मामलों का 3.04 प्रतिशत है। सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख से अधिक हो गई थी। जो 23 अगस्त को बढ़कर 30 लाख और पांच सितंबर को 40 से अधिक लाख हो गई।
आंकड़ों के अनुसार 16 सितंबर को संक्रमितों की संख्या 50 लाख, 28 सितंबर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवंबर को 90 लाख से अधिक हो गई। यह संख्या 19 दिसंबर को एक करोड़ के पार पहुंच गई। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार 19 दिसंबर तक कुल 16,11,98,195 नमूनों की जांच की जा चुकी है। इनमें 11,07,681 नमूनों की जांच शनिवार को की गई।

कोहरा और शीत लहर का प्रकोप जारी, येलो अलर्ट

मौसम उत्तराखंड- राज्य में शीत लहर व कोहरे का रहेगा प्रकोप, येलो अलर्ट जारी
पंकज कपूर 
देहरादून। उत्तराखंड में पड़ रही कड़ाके की ठंड व शीतलहर से अभी अगले 3 दिन राहत मिलने की संभावना नहीं है। मौसम विभाग ने 20 से 22 दिसंबर तक राज्य के मैदानी क्षेत्रों में शीत लहर व कोहरे का येलो अलर्ट जारी किया है।
राज्य के तमाम मैदानी क्षेत्र शीत लहर व कोहरे की चपेट में हैं। वहीं पर्वतीय क्षेत्रों में पाला
समेत प्रचंड ठंड का सामना करना पड़ा है।
भीषण सर्दी से लोगों का बुरा हाल है। उत्तराखंड के कई इलाकों में कोहरा और पाला पड़ रहा है। सुबह और रात में ठंड का प्रकोप ज्यादा देखने को मिल रहा है। कोहरे और पाले से लोगों में ठिठुरन बढ़ गई है। ठंड ने कंपकंपी छुड़ा दी है। वहीं पर्वतीय इलाकों में बर्फबारी के कारण ठंड और बढ़ गई है। इस ठंड से अभी राहत नहीं मिलने वाली है। मौसम विभाग ने एक बार फिर से ठंड का प्रकोप बढ़ने का अलर्ट जारी किया है। साथ ही एडवाइजरी भी जारी की है।
मौसम विभाग की माने तो 20 एवं 21 अक्टूबर को राज्य के मैदानी जनपदों विशेषकर हरिद्वार एवं उधमसिंह नगर में घना कोहरा एवं शीतलहर की संभावना है।
मौसम विभाग के मुताबिक आगामी 22 दिसंबर तक राज्य के मैदानी जनपदों में कहीं-कहीं मध्यम व घना कोहरा छाया रहेगा। तथा भीषण शीतलहर के चलते लोगों की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। मौसम विभाग ने एहतियात बरतने की सलाह दी है।

आंदोलन: कड़ाके की ठंड के बावजूद प्रदर्शन जारी

कड़ाके की ठंड के बावजूद आंदोलनकारी किसान प्रदर्शन स्थल पर हैं जमे
हरिओम उपाध्याय  
नई दिल्ली। दिल्ली शीत लहर की चपेट में है। इसके बावजूद केंद्र के कृषि कानूनों का दिल्ली की सीमाओं पर विरोध कर रहे किसान अपनी मांगों को लेकर डटे हुए हैं। शहर में रविवार को पारा 3.4 डिग्री सेल्सियत तक गिर गया जो इस मौसम में अब तक का सबसे न्यूनतम तापमान है।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के एक अधिकारी ने कहा सफदरजंग वेधशाला में रविवार सुबह न्यूनतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री नीचे 3.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जबकि अधिकतम तापमान 22 डिग्री सेल्सियस तक रहने की संभावना है। किसान आंदोलन शुरू हुए चार सप्ताह हो चुके हैं। और इसके कारण सीमा पर कई बिंदुओं पर यातायात का मार्ग परिवर्तित किया गया है। जिसकी वजह से यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ रहा है।किसान आंदोलन जब से शुरू हुआ है। तब से ही दिल्ली यातायात पुलिस लगातार ट्वीट कर सड़के बंद होने और वैकल्पिक मार्गों से जुड़ी जानकारी यात्रियों को दे रही है। दिल्ली यातायात पुलिस ने रविवार को ट्विटर के जरिये बताया कि टिकरी और धंसा बॉर्डर यातायात के लिए बंद है। और झटिकारा बॉर्डर केवल दोपहिया वाहनों और पैदल यात्रियों के लिए खुला है।
दिल्ली यातायात पुलिस ने कहा कि हरियाणा जाने वाले लोगों के लिए झड़ोदा, दौराला, कापसहेड़ा, बदूसराय, रजोकरी एनएच 8, बिजवासन बजघेड़ा, पालम विहार और डूंडाहेड़ा बॉर्डर खुले हैं। यातायात पुलिस के अनुसार नोएडा और गाजियाबाद से दिल्ली आने के लिए गाजीपुर सीमा बंद है। यातायात पुलिस ने कहा कि दिल्ली आने वाले लोग आनंद विहार डीएनडी, अप्सरा और भोपुरा बॉर्डर का वैकल्पिक मार्ग अपना सकते हैं।
दिल्ली और नोएडा के बीच चिल्ला बॉर्डर केवल एक तरफ से खुला है। और नोएडा से दिल्ली आने का रास्ता बंद है। यातायात पुलिस ने कहा सिंघू औचंदी पियाउ मनियारी, सभोली और मंगेश बॉर्डर बंद है। कृपया लम्पुर, सफियाबाद और सिंघू स्कूल टोल टैक्स बॉर्डर का उपयोग करें। यातायात को मुकर्बा और जीटीके रोड से मोड़ दिया गया है।

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...