बुधवार, 2 दिसंबर 2020

36 साल बाद जहरीला कचरा जस का तस

भोपाल गैस त्रासदी के 36 साल में भी नष्ट नहीं कर पाए जहरीला कचरा


भोपाल। भोपाल में दो व तीन दिसंबर 1984 की दरमियानी रात को हुए दुनिया के भयावह गैस कांड का 346 मीट्रिक टन जहरीला कचरा 36 साल बाद भी नष्ट नहीं किया जा सका है। इसके लिए दिल्ली से आने वाली उस रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है, जिसमें इस बात का पता चलेगा कि इंदौर के पीथमपुर में नष्ट किए 10 मीट्रिक टन कचरे का पर्यावरण और प्रकृति पर कोई दुष्‍प्रभाव तो नहीं पड़ा है। इस रिपोर्ट के आधार पर ही बचे 346 मीट्रिक टन कचरे के निपटान की कार्रवाई तय होनी है। यह निपटान 2015 में हुआ था, इसकी रिपोर्ट केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय और केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय को तैयार कर भेजनी है, जो अब तक नहीं मिली है।


बता दें कि यूनियन कार्बाइड कारखाने की मालिक कंपनी डाउ केमिकल्‍स के परिसर में 346 मीट्रिक टन जहरीला कचरा मौजूद है। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर इंदौर पीथमपुर में 10 मीट्रिक टन कचरे का निपटान किया है। इस निपटान से पर्यावरण पर कितना असर- दुष्‍प्रभाव पड़ा, इसकी रिपोर्ट का खुलासा होना बाकी है।


मप्र के पास इस जहरीले कचरे के निपटाने के लिए न तो विशेषज्ञ है, न कोई व्यवस्था है। इस वजह से राज्य सरकार अपने स्तर पर कोई निर्णय नहीं ले पा रही है। यही वजह है कि मामले में सुप्रीम कोर्ट को दखल देना पड़ा है। यह कचरा यूनियन कार्बाइड कारखाने के जेपी नगर स्थित कवर्ड शेड में है जो कि गैस राहत एवं पुनर्वास विभाग के अधीन है।


टीएसडीएफ संयंत्र का किया था प्रयोग


जहरीले कचरे का निपटान 13-18 अगस्त 2015 तक पीथमपुर में रामकी कंपनी में हुआ था। कंपनी के इंसीनरेटर में जहरीला कचरा जलाया गया था। ट्रीटमेंट स्टोरेज डिस्पोजल फेसीलिटीज (टीएसडीएफ) संयंत्र का उपयोग किया गया था। पूर्व में उक्त जहरीले कचरे को जर्मनी भेजने का प्रस्ताव भी आया था, लेकिन जर्मन नागरिकों ने इसका विरोध कर दिया। इसलिए मामला अटक गया। इस तरह के केमिकल को 2000 डिग्री से अधिक तापमान पर जलाया जाता है।
इंदौर में 10 मीट्रिक टन कचरे का निपटान किया था। उसकी रिपोर्ट केंद्र को उसी समय भेज दी गई थी। उसके दिशा-निर्देशों का इंतजार कर रहे हैं। यह उच्च स्तरीय मामला है इसलिए केंद्रीय स्तर से इस पर बहुत सावधानी से अध्ययन किया जा रहा है। केंद्रीय स्तर से ही निपटाने की प्रक्रिया भी तय होनी है। –                                


10 तक प्रविष्टियां भेज सकते हैं मीडिया संस्थान

भारत निर्वाचन आयोग ने राष्ट्रीय मीडिया अवार्ड के लिए प्रविष्टि भेजने की अंतिम तिथि बढ़ाई


अब 10 दिसम्बर तक अपनी प्रविष्टि भेज सकते हैं मीडिया संस्थान


हरिओम उपाध्याय


नई दिल्ली। भारत निर्वाचन आयोग ने राष्ट्रीय मीडिया अवार्ड-2020 के लिए प्रविष्टि भेजने के लिए अंतिम तिथि बढ़ा दी है। अब इसके लिए मीडिया संस्थान 10 दिसम्बर तक अपनी प्रविष्टि भेज सकते हैं। आयोग द्वारा पहले इसके लिए अंतिम तिथि 20 नवम्बर निर्धारित की गई थी।
उल्लेखनीय है कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाता शिक्षा एवं जागरूकता के संबंध में देश के मीडिया संस्थानों द्वारा संचालित सर्वश्रेष्ठ अभियानों को पुरस्कृत करने के लिए राष्ट्रीय मीडिया अवार्ड-2020 के लिए प्रविष्टियां आमंत्रित की गई हैं। विधानसभा आम निर्वाचन-2018 और लोकसभा आम निर्वाचन-2019 के दौरान आयोग द्वारा प्रदान किए गए राष्ट्रीय मीडिया अवार्ड की चार श्रेणियों में से दो पुरस्कार छत्तीसगढ़ की मीडिया संस्थानों ने जीते थे।                                                 


हरियाणा में लगेंगे रिचार्ज वाले विद्युत मीटर

हरियाणा में रिचार्ज वाले मीटर लगाने की पूरी तैयारी, जानिए कितनी सस्ती मिलेगी बिजली ?


राणा ओबरॉय


चंडीगढ़। हरियाणा बिजली वितरण निगमों ने बिजली को प्रीपेड रूप में देने की तैयारी पूरी कर ली है। अब स्मार्ट मीटर उपभोक्ता प्रीपेड तौर पर अपना बिजली का कनेक्शन ले सकते हैं। स्मार्ट मीटर पर प्रीपेड बिलिंग की सुविधा 26 नवम्बर, 2020 से पूरे प्रदेश में शुरू कर दी गई है। प्रीपेड सुविधा देने में हरियाणा देश के अग्रणी राज्यों में सम्मिलित हो गया है। निगमों ने करनाल, गुरुग्राम, पंचकूला, पानीपत और फरीदाबाद आदि शहरों में 10 लाख स्मार्ट मीटर लगाने के लिए 11 जुलाई, 2018 को ईईएसएल के साथ एमओयू साईन किया था। ईईएसएल ने एलएंडटी फर्म के साथ एक समझौता किया है जो हरियाणा में स्मार्ट मीटर लगाने का काम कर रही है।
बिजली निगम के प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि प्री-पेड कनेक्शन लेने पर कोई भी ए. सी. डी. (एडवांस ) नहीं देनी होगी और साथ ही मीटर रीडिंग लेने का झंझट भी खत्म होगा । उपभोक्ताओं को महीने के मौजूदा बिजली बिल की एसओपी पर 5 प्रतिशत की छूट मिलेगी।
उपभोक्ता मोबाईल एप के माध्यम से अपने अकाउंट बैलेंस को चैक कर सकते हैं जिसके लिए प्ले स्टोर/एप्प स्टोर से “यूएचबीवीएन स्मार्ट मीटर” और “डीएचबीवीएन” मोबाइल एप्प डाउनलोड कर सकते हैं । मोबाईल एप से उपभोक्ता सीधे काल सेंटर में अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं और नए कनैक्शन के लिए आवेदन भी कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम द्वारा 20 किलोवाट तक के लोड वाले घरेलू, गैर घरेलू व औद्योगिक श्रेणी के मौजूदा स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के लिए प्रीपेड बिलिंग सुविधा शुरू की है। इस सुविधा से उपभोक्ता अपनी बिजली खपत में सुधार कर बिजली बिलों में बचत कर सकेंगे। मौजूदा स्मार्ट मीटर उपभोक्ता अपने पोस्ट-पेड बिलिंग को प्रीपेड बिलिंग में बदलवाने के लिए अपने संबंधित बिजली कार्यालय या डिस्कॉम कॉल सेंटर 1912 पर संपर्क कर सकते हैं।
उन्होंने बताया कि निगमों द्वारा अभी तक करनाल, पंचकूला, पानीपत और गुरुग्राम आदि शहरों में लगभग 2.25 लाख स्मार्ट मीटर लगाए गए हैं। इसके लिए उपभोक्ताओं से बिना किसी अतिरिक्त शुल्क लिए मौजूदा पुराने मीटरों को स्मार्ट मीटरों में बदल दिया है।
उन्होंने आगे बताया कि यदि उपभोक्ता अपने खाते को रिचार्ज करने में असफल रहता है तो बैलेंस खत्म होने के 48 घंटों के भीतर कनैक्शन काट दिया जाएगा। उपभोक्ता को आखिरी रिचार्ज की राशि 30, 20 और 10 प्रतिशत रह जाने पर शेष बैलेंस संबंधी एसएमएस प्राप्त होगा।                               


ट्रैक्टर ने मारी बाइक को टक्कर, 3 की मौत

बजरी से भरे ट्रैक्टर ने बाइक को मारी टक्कर, दो बच्चों सहित तीन की मौत


नूंह। ट्रैक्टर की चपेट में आने से मोटरसाइकिल पर सवार दो बच्चों सहित तीन की मौत हो गई। यह दर्दनाक हादसा हरियाणा के जिला नूंह के खंड के पिनगवां-लुहिंगा कला रोड पर गांव जाख के पास हुआ। पुलिस ने ट्रैक्टर चालक के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाने का मामला दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए अल आफिया अस्पताल मंडीखेड़ा भेज दिया है।
जानकारी के अनुसार पुनहाना खंड के गांव जमालगढ़ निवासी पप्पू पुत्र अब्दुल रहीम अपनी ससुराल नगीना खंड के गांव बदरपुर से अपनी पत्नी जेबुना, बेटी और भांजे के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर अपने गांव आ रहा था। जब वह पिनगवां- लुहिंगा कला रोड पर गांव जाख़ के नजदीक पहुंचा तो सामने से तेज रफ्तार से आ रहे बजरी से भरे ट्रैक्टर ने मोटरसाइकिल में टक्कर मार दी।
जिससे पप्पू मोटरसाइकिल से उछलकर दूर जा गिरा जबकि उसकी 42 वर्षीय पत्नी जेबुना और 8 साल का भांजा और 6 साल की बेटी की ट्रैक्टर के नीचे आने से मौके पर ही मौत हो गई।
फिलहाल पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है। जैसे ही घटना हुई तुरंत जाख़ गांव के लोगों ने परिवार की मदद के लिए दौड़े लेकिन तब तक सब कुछ खत्म हो चुका था। गांव वालों ने फोन कर पुलिस को इस हादसे की सूचना दी जिसके बाद पुलिस मौके पर पहुंची।                                


सहयोगी दल ने गृहमंत्री शाह को लिखा पत्र

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। कृषि कानून के खिलाफ देशभर के किसान दिल्ली से लेकर पूरे देश में आंदोलन कर रहे हैं। इसे लेकर एनडीए के एक और सहयोगी दल ने भी गठबंधन छोड़ने की धमकी दी है। एनडीए के सहयोगी दल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के संयोजक और सांसद हनुमान बेनीवाल ने एक पत्र केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को लिखा है।


संविधान दिवस पर प्रतियोगिता आयोजित

हेमन्त साहू


नई दिल्ली। 26 नवंबर संविधान दिवस पर आयोजित मेघवंशी मेघवाल छात्रावास में रह रहे छात्रों ने सामाजिक क्रांति के अग्रदूत डॉक्टर भीमराव अंबेडकर विषय पर निबंध रचना की ! प्रतियोगिता छात्रावास कोऑर्डिनेटर ओम प्रकाश जारोडिया, महासभा संस्था के संरक्षक भगवान सहाय जारोडिया, प्रवक्ता,गुरुशरण गोयल के निर्देशन में की गई। निबंध रचना में प्रथम सुरेंद्र जारोडय़िा,द्वितीय मनीष व सहदेव सुनील, तृतीय मंगला राम बीरबल मेघवाल रहे। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी छात्रों को अखिल राजस्थान मेघवंशी मेघवाल महासभा संस्था की ओर से बहुत-बहुत बधाई प्रेषित करते हुए 6 दिसंबर भारत रत्न बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के परिनिर्वाण दिवस पर सम्मानित किया जाएगा। प्रतियोगिता के प्रेरक भारतीय प्रशासनिक सेवा के सम्मानित अधिकारी महोदय  देवेंद्र कुमार  धोधावत का महासभा संस्था की ओर से आभार व्यक्त किया गया।                


'चीन' के हाथों लगी एक बड़ी सफलता

बीजिंग। इसके बाद नमूनों को कक्षा में भेजा जाएगा और वहां से इन नमूनों को रिटर्न कैप्सूल के जरिए पृथ्वी पर लाया जाएगा।योजना के अनुसार, महीने के मध्य तक अंतरिक्ष यान मंगोलिया में उतरेगा। आपको बता दे कि अगर ये अभियान सफल रहता है तो 1970 के बाद से चंद्रमा से चट्टान के ताजा नमूने एकत्र करने वाला यह पहला सफल अभियान होगा। चीन के राष्ट्रीय अंतरिक्ष प्रशासन की ओर से कहा गया कि चांगए-5 अंतरिक्ष यान, निर्धारित स्थान पर रात 11 बजे (जीएमटी अपराह्न तीन बजे) के कुछ देर बाद सफलतापूर्वक उतरा था।             


दिल्ली: कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन


नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने किसान आंदोलन पर कहा, ”तस्वीरों में कई लोग किसान नहीं दिखते हैं। जो भी किसानों के हित में है, वह उनके लिए किया गया है। वे किसान नहीं हैं, जिन्हें कृषि कानूनों से समस्या है। वे अन्य लोग हैं। इसमें विपक्ष के साथ-साथ उन लोगों का हाथ है, जिन्हें कमीशन मिलता है।”


आम आदमी पार्टी ने साधा निशाना



वीके सिंह के बयान के बाद आम आदमी पार्टी ने उन पर हमला बोला है। वीके सिंह के कॉमेंट वाले ट्वीट का जवाब देते हुए आम आदमी पार्टी ने लिखा है कि क्या उन्हें बैलों के साथ आना चाहिए। ‘आप’ ने ट्वीट किया, ”क्या उन्हें किसानों की तरह दिखने के लिए हल और बैलों के साथ आना चाहिए?” मालूम हो कि आम आदमी पार्टी किसानों के आंदोलन के समय उनके साथ खड़ी रही है। वह भी केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के खिलाफ बोलती रही है। हाल ही में दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने दिल्ली पुलिस की कुछ मैदानों को अस्थायी जेल में बदलने की मांग को भी खारिज कर दिया था।               


हरियाणाः लंबे आंदोलन को तैयार है किसान

राणा ऑबरॉय


चंडीगढ़। किसान अपने साथ ट्रैक्टर-ट्रालियों में राशन के अलावा, कपड़े-साबुन लाने के साथ एंबुलेंस और डॉक्टर का भी इंतजाम कर रखा है। पंजाब के कपूरथला जिले के किसानों का एक समूह अपने साथ एंबुलेंस, एक डॉक्टर और दवाओं का पूरा कार्टन लेकर आया है, ताकि ठंड के दौरान किसी भी किसान को कोई दिक्कत पेश आए तो तुरंत इलाज किया जा सके। दिल्ली-हरियाणा सीमा के सिंघु बॉर्डर पर लगातार छठवें दिन किसानों की नाकेबंदी कायम है। किसानों के हुजूम का हवाई नजारा देखने से ट्रैक्टर-ट्रालियों का लंबा रेला दिख रहा है। किसानों के बीच तारपोलीन से ढंके ट्रालर, राशन से लदे ट्रक, पानी, ईंधन, दवाएं और अन्य आवश्यक वस्तुओं का पूरा इंतजाम दिखता है।                      


सीएम ममता का 'बीजेपी' पर बड़ा हमला

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के खिलाफ हुंकार भरी है। उन्होंने कहा कि बंगाल गुजरात या यूपी नहीं है। बंगाल, बंगाल है। कुछ बाहरी गुंडे यहां आ रहे हैं। लेकिन यह जान लें आप संघीय ढांचे को ध्वस्त नहीं कर सकते। ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उनके भाषणों को लेकर भी उन्हें आड़े हाथों लिया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस में ममता बनर्जी ने कहा, ‘हम संविधान के मुताबिक चलते हैं। राज्य सरकार कार्यान्वयन करने वाली एक अथॉरिटी है, तो क्या हमें बीजेपी के मन-मुताबिक चलना चाहिए? जब राज्य में पहले से ही एक योजना चल रही है तो हमें वैसी ही एक नई योजना क्यों चलानी चाहिए? क्योंकि बीजेपी कह रही है? उन्हें फंड कहां से मिलता है? यह पूरा राज्य सरकार के टैक्स का पैसा है । हम अपनी योजना को 100 फीसदी फंड करते हैं, लेकिन उनकी योजनाओं के लिए राज्य सरकारों को देना पड़ता है।


मोदी सरकार के मंत्री का बेतुका बयान

नई दिल्ली। एक तरफ़ जहाँ सरकार वरिष्ठ मंत्री किसान आंदोलन को ख़त्म करने के लिए किसान नेताओं से बैठक कर समिति बनाने की सिफ़ारिश कर रहे हैं तो वहीं मोदी सरकार के ही एक मंत्री ने ऐसा बयान दिया है जिससे बात सुलझने की जगह और बिगड़ सकती है। मंत्री को किसान आंदोलन की तस्वीरों से अंदाज़ा हो रहा है कि ये लोग कोई और हैं। केंद्रीय मंत्री वीके सिंह ने कहा है कि आंदोलन की तस्वीरों में दिख रहे कई लोग किसान नजर नहीं लग रहे है। जो कुछ भी किया गया है वो किसानों के हित में है। उन्होंने कहा कि आंदोलन में वे किसान नहीं है जिन्हें इन कानूनों से कोई दिक्कत है, यह कोई और लोग हैं। विपक्ष पर निशाना साधते हुए सिंह ने कहा कि विपक्ष के अलावा इनमें कमीशन पर काम करने वाले भी शामिल है।               


राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा

राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा संदीप मिश्र  भदोही। भदोही के ऊंज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को संबोधित किया। इस दौरा...