शनिवार, 26 सितंबर 2020

विकसित राष्ट्रों की तर्ज पर पानी की सप्लाई

विकसित देशों की तर्ज पर होगी दिल्ली में वाटर सप्लाई।


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में 24 घंटे पेयजल उपलब्ध कराने की योजना पर काम किया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत दिल्ली के प्रत्येक घर में 24 घंटे पानी मुहैया कराया जाएगा। खास बात यह है कि पानी उपलब्ध कराने के लिए पानी की टंकी या किसी पंप की जरूरत नहीं पड़ेगी। इस काम के लिए दिल्ली सरकार विश्व स्तरीय आधुनिक तकनीक अपनाएगी। दिल्ली को अतिरिक्त पानी देने के लिए हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश से पानी लिया जा सकता है।
दिल्ली में पानी वितरण की सुविधा बेहतर करने के लिए दिल्ली सरकार विकसित देशों की तर्ज पर नई तकनीक अपनाएगी। दिल्ली में विदेशों की तरह मॉडर्न तरीके से पानी का वितरण होगा। यह व्यवस्था सेंट्रलाइज होगी और कंट्रोल रूम से ही पानी की बबार्दी या चोरी का पता पता लग जाएगा।
दिल्ली सरकार ने दिल्ली जल बोर्ड के निजीकरण से इनकार किया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, “हम दिल्ली में पानी के वितरण एवं इससे संबंधित व्यवस्था का निजीकरण नहीं करेंगे। वैसे भी मैं व्यक्तिगत तौर पर निजीकरण के खिलाफ हूं।”
शनिवार को एक प्रेस वार्ता के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, “दिल्ली में 24 घंटे आधुनिक तकनीक के जरिए पानी उपलब्ध कराने के लिए हम एक कंसलटेंट नियुक्त करने जा रहे हैं। यह कंसलटेंट पानी के प्रबंधन को ठीक करने और पानी की प्रत्येक बूंद की जिम्मेदारी तय करने की व्यवस्था करेगा। साथ ही दिल्ली सरकार को जल वितरण की आधुनिक तकनीक से अवगत भी कराएगा।”
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, “दिल्ली में प्रतिदिन 930 मिलियन (93 करोड़) गैलन पानी का उत्पादन होता है। दिल्ली की आबादी लगभग 2 करोड़ है, यानी प्रत्येक व्यक्ति के लिए प्रतिदिन चाहे वह अमीर हो या गरीब लगभग 176 लीटर पानी का उत्पादन होता है। इसमें औद्योगिक, क्षेत्र स्विमिंग पूल, खेती, घरेलू पानी एवं पानी के अन्य उपयोग शामिल हैं। हमें अब पानी की उपलब्धता बढ़ानी है। इसके लिए हम उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड सरकार से बात कर रहे हैं।”
मुख्यमंत्री ने दिल्ली में पानी के प्रबंधन और उसके वितरण की जिम्मेदारी पर भी चिंता जताई। मुख्यमंत्री ने स्वीकार किया कि पानी के प्रबंधन में कई प्रकार की खामियां हैं। उन्होंने कहा, “930 मिलियन गैलन पानी पानी कम नहीं होता। इसमें से पानी चोरी हो जाता है, पानी लीक हो जाता है। हमें पानी का प्रबंधन ठीक करना है। प्रत्येक बूंद पानी के वितरण की सही जिम्मेदारी तय होनी चाहिए।”               


विद्यासागर' के विचारों से कई बदलाव आएंं

ईश्वर चंद विद्यासागर अपने विचारों से विभिन्न क्षेत्रों में क्रांतिकारी बदलाव लाए


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने समाज सुधारक ईश्वर चन्द विद्यासागर की जयंती पर उन्हें याद करते हुए कहा कि उन्होंने अपने दूरगामी विचारों और सुधारों के माध्यम से विभिन्न क्षेत्रों में क्रांतिकारी बदलाव किए थे।
अमित शाह ने आज ट्वीट कर कहा “ मैं ईश्वर चंद्र विद्यासागर जी को उनकी जयंती पर नमन करता हूं। एक प्रतिष्ठित समाज सुधारक, शिक्षाविद् और दार्शनिक के रूप में वह विभिन्न क्षेत्रों में अपने दूरगामी विचारों और सुधारों के माध्यम से समाज में एक बड़ा परिवर्तन और क्रांति लाए।”
उन्होंने कहा कि ईश्वर चंद्र विद्यासागर जी ने महिला अधिकारों के लिए अनेक कार्य किए। उन्होंने विधवा पुन: विवाह अधिनियम और नारी सशक्तीकरण के लिए अथक प्रयास किए और ऐसे महान कार्यों से विद्यासागर जी की विरासत दुनिया भर में लाखों लोगों के लिए हमेशा प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी।
ईश्वर चंद विद्यासागर का जन्म 26 सितम्बर 1820 पश्चिम बंगाल में हुआ था। वह एक समाजसुधारक और शिक्षाविद् थे।                  


'टिकट' पाने को लेकर जेडीयू में मारामारी

जेडीयू में टिकट पाने को लेकर ‘मारामारी’, जानें एक सीट पर हैं कितने दावेदार।


अविनाश श्रीवास्तव


पटना। बिहार विधानसभा चुनाव -2020 में अपनी किस्मत आजमाने को लेकर राज्य में 15 सालों से सत्तारूढ़ जदयू में दावेदारों की कतार लंबी है। पार्टी नेताओं ने घटक दलों की सीट से लेकर अपने ही दल के मौजूदा विधायकों तक की सीट पर अपना दावा पार्टी आलाकमान के पास ठोका है। तीन हजार से अधिक आवेदन पार्टी ने सूचीबद्ध किए हैं। आलम एक अनार और सौ  बीमार जैसा है।
गौरतलब है कि जदयू ने लोकतांत्रिक तरीका अपनाते हुए चुनाव लड़ने के लिए इच्छुक पार्टीजनों से बायोडाटा मांगा था। बायोडाटा पार्टी कार्यालय की वेबसाइट पर ऑनलाइन भेजने थे। बायोडाटा जमा करने की अंतिम तिथि पांच सितम्बर ही थी। अगस्त से ही राज्यभर से सभी 243 विधानसभा सीटों से जदयू के कार्यकर्ताओं के दावे पार्टी के पास आने लगे थे। पार्टी कार्यालय के अलावा इसके लिए कई और सेंटर भी उभरे थे। कोई सीएम आवास जाकर बायोडाटा जमा कर रहा था, कोई राष्ट्रीय संगठन महासिचव आरसीपी सिंह, कोई पूर्व प्रदेश अध्यक्ष विजय कुमार चौधरी तो कोई सांसद राजीव रंजन उर्फ ललन सिंह के यहां। हालांकि सभी आवेदन पार्टी मुख्यालय भेजे गये। कई कार्टून आवेदन जब 5 सितम्बर तक जमा हो गए तो कम्प्यटूर में उसकी इंट्री आरंभ हुई। एक-एक नेताजी ने कई-कई जगह और एक ही नहीं दो-तीन सीटों से भी आवेदन कर दिए हैं।
जानकारी के मुताबिक एक व्यक्ति के कई जगह जमा आवेदन और कई सीटों से दावे की एक इंट्री की गयी है। इन्हें सूचीबद्ध करने में 15 दिन लगे। करीब ढाई हजार आवेदनों की तैयार सूची शीर्ष नेता के पास विचारार्थ भेजे जाने की तैयारी थी।
500 से अधिक लोगों ने नीतीश कुमार को खुद बायोडाटा सौंपा
इसी बीच मुख्यमंत्री और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष खुद टिकटार्थियों से पार्टी दफ्तर में मिलने लगे। मंगलवार को नीतीश कुमार ने 121, बुधवार को 650 और गुरुवार को 350 लोगों अर्थात कुल तीन दिनों में 18 घंटे में उन्होंने 1121 लोगों से मुलाकात की। इनमें 70 फीसदी टिकट पाने की आस में पार्टी नेता से मिले। करीब आधे ने अपना बायोडाटा भी मुख्यमंत्री को अपने हाथों सौंपा। अब एक बार फ‌िर से नीतीश कुमार के निर्देश पर इन आवेदनों को सूचीबद्ध किया जा रहा है। उम्मीद है कि टिकट तय करने के दौरान एक नजर इन बायोडाटा पर अवश्य डाली जाएगी।
महज तीन से चार दर्जन सीटों पर है नए लोगों की उम्मीद।
जदयू के 71 प्रत्याशी 2015 के चुनाव में जीते थे। इनमें से श्याम रजक को छोड़कर शेष 70 प्रत्याशियों के फिर से चुनाव मैदान में उतरने के आसार हैं। जदयू को एनडीए गठबंधन में 115-120 सीटें मिलने के मद्देनजर 70 को छोड़कर शेष 40-45 सीटें ही ऐसी बचेंगी, जिनमें 2015 में लड़कर हारने वाले या उनकी जगह नये उम्मीदवारों के लिए मौके बन सकते हैं। उधर छह विधायक राजद से भी जदयू में आए हैं और इन सबों का भी तीर छाप पर चुनाव लड़ना प्राय: तय है। इन हालातों में देखना दिलचस्प होगा कि जदयू कितने नए उम्मीदवारों को अवसर दे पाता है। वैसे कतार में 15-20 सालों से पूरे समर्पण के साथ जदयू का झंडा थामने वाले बड़ी संख्या में नेता खड़े हैं और शिद्दत से वे अपनी बारी के इंतजार में हैं।               


पुलिस से बोला साइको किलर, 5 करोड़ दूंगा

गिरफ्तार होने के बाद पटना पुलिस से बोला साइको किलर, 5 करोड़ दूंगा, मुझे छोड़ दीजिये।


मनोज सिंह ठाकुर


पटना। साइको किलर अविनाश श्रीवास्तव उर्फ अमित बड़ा ही दुस्साहसी है। बात-बात में वह गोली चलाने में माहिर रहा है। उसका सटीक निशाने पर जो कोई आया, गोली लगने पर बच नहीं सका। यही वजह रही कि उसके खिलाफ विभिन्न थानों में हत्या के 20 से अधिक मामले दर्ज हो गये। रक्सौल में पटना पुलिस द्वारा की गई गिरफ्तारी के बाद उसने पुलिस से कहा, छोड़ दीजिए। इसके एवज में 5 करोड़ रुपये दूंगा.. लेकिन पटना पुलिस ने उसकी पेशकेश को ठुकरा दिया। पुलिस को जांच में पता चला है कि पटना सिटी के खाजेकलां थाना क्षेत्र में उसका आतंक कायम था।
उसके द्वारा खाजेकलां थाना क्षेत्र में भी हत्या और लूट के कई मामलों को अंजाम दिया गया था। गर्दनीबाग में वर्ष 2018 को पटना की पूर्व डिप्टी मेयर अमरावती देवी के पति तथा पूर्व वार्ड पार्षद दीना गोप की एके-47 से की गई हत्या में वह शामिल बताया जा रहा है। इन सभी मामलों में अब खाजेकलां थाने की पुलिस पकड़े गये राजद के पूर्व एमएलसी ललन श्रीवास्तव के बेटे अविनाश से पूछताछ कर रही है। आरोपित की गिरफ्तारी व उससे पूछताछ किये जाने की पुष्टि एसएसपी उपेंद्र शर्मा ने की है।
पुलिस सूत्रों की मानें तो कंकड़बाग थाना क्षेत्र के एमआईजी कॉलोनी का रहनेवाला अविनाश श्रीवास्तव उर्फ अमित वेश बदलकर अक्सर खाजेकलां व कंकड़बाग में ही छिपता था। छापेमारी में वह कई बार पुलिस को चकमा देकर भाग गया था। नेपाल भागने की फिराक में ही वह रक्सौल पहुंचा था, लेकिन सटीक सूचना के बाद पटना पुलिस ने रक्सौल थाने की पुलिस के साथ एक होटल में छापेमारी कर आतंक का पर्याय बने शार्पू शूटर अविनाश को धर-दबोचा।
अंग्रेजी में करता है बात एमसीए की है डिग्री।
पुलिस के मुताबिक अविनाश काफी पढ़ा लिखा है। वह अंग्रेजी में अच्छी बात करता है। एमसीए की डिग्री भी उसके पास है। पूर्व एमएलसी ने उसे पढ़ने के लिए दिल्ली भेजा था। एमसीए करने के बाद वह दिल्ली की एक नामी कंपनी में नौकरी करने लगा। प्रतिमाह उसे 40 हजार रुपये वेतन मिलता था। बाद में पिता ने अविनाश को पटना आकर कारोबार शुरू करने को कहा। पटना आने के बाद अविनाश ने जिनके साथ कारोबार शुरू किया, उन्हीं लोगों ने उसके पिता पूर्व एमएलसी की हत्या कर दी। इसके बाद अविनाश अपराध जगत में कूद पड़ा और हथियार उठाकर खूनी खेल खेलना शुरू कर दिया।                


जनता के सपने को साकार करेगी लोजपा

बिहार के लोगों का सपना साकार करेगी लोजपा, बिहार के विकास की नई कहानी लिखेगा 2020 का चुनाव 


मनोज सिंह ठाकुर


पटना। लोकजनशक्ति पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव की तिथियों का ऐलान का स्वागत किया है। पार्टी ने उम्मीद जताई है कि वर्ष 2020 के चुनाव बिहार के विकास की नई कहानी लिखेंगे। पार्टी ने कहा है कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के विकसित विकास के सपने को लेकर चुनाव मैदान में उतरेगी। पार्टी बिहार फस्र्ट-बिहारी फस्र्ट के साथ चुनाव लड़ेगा।
चुनाव आयोग की तरफ से बिहार विधानसभा चुनाव की तिथियों के ऐलान के बाद लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा कि  चुनाव की घोषणा के इस महत्वपूर्ण अवसर पर वह भावकु हैं। क्योंकि, उनके पिता अस्पताल में भर्ती है। ऐसे में मार्गदर्शन करने वाले उनके शब्दों की कमी महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह बिहारियों के लिए उनकी कल्पना को साकार करने की कोशिश करेंगे।
चिराग पासवान ने एक के बाद एक कई ट्वीट किए। बिहार के लोगों को संबोधित करते उन्होंने कहा कि  पिछले 50 साल में पहली बार ऐसा हुआ है जब आप सब के नेता और मेरे पिता इस चुनाव में बिहार में उपस्थित नहीं हो पाएँगे। हालांकि, उन्होंने उम्मीद जताई कि केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान  डिजिटल माध्यम सभी बिहार वासियों से जुड़ेंगे और उन्हें संबोधित करेंगे।
उन्होंने कहा कि पिछले कई दिनो में पिता के पुराने मित्रों व सहयोगियों ने मुझे फ़ोन कर उनका हाल समाचार जाना। सबके मन में अपने पिता के प्रति आदर देख कर मुझे उनका बेटा होने पर गर्व  है। दल-गल राजनीति से उपर उठ कर अधिकांश नेताओं ने भी फ़ोन पर हाल जाना। चिराग पासवान ने कहा कि वह अपने पिता का अंश हैं और विपरीत परिस्थितियों में लड़कर जीतना उनसे हीेसीखा है। हम सब मिलकर विकास की नई कहानी लिखेंगे।               


गंगा में मिली साउथ अमेरिका की 'मछली'

वाशिंगटन डीसी। बताया जा रहा है कि अजीब से मुंह वाली ये मछली साउथ अमेरिका के अमेजॉन नदी में पाई जाने वाली सकरमाउथ कैटफिश की तरह लग रही थी। भारतीय वन्य जीव संस्थान और नमामि गंगे योजना से जुड़े जलीय जीव संरक्षण के लिए काम करने वाले गंगा प्रहरी दर्शन निषाद के हवाले से रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि डॉल्फिन के संरक्षण के दौरान ही उनको दूसरी बार यह अजीब मछली मिली है।


सम्मानः चूहे ने बचाई हजारों लोगों की जान

लंदन। जीव-जंतुओं या जानवरों की बहादुरी के किस्से अक्सर सुनने और देखने को मिलते हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है जहां अफ्रीकी नस्ल के एक विशाल चूहे को ब्रिटेन की एक संस्था ने बहादुरी के लिए गोल्ड मेडल से सम्मानित किया है। द गार्जियन की एक रिपोर्ट के मुताबिक, मगावा नाम के विशाल चूहे ने कंबोडिया में अपने सूंघने की क्षमता से 39 बारूदी सुरंगों का पता लगाया था। अपने काम के दौरान इस चूहे ने 28 जिंदा विस्फोटकों का भी पता लगाकर हजारों लोगों की जान बचाई है। इस पुरस्कार को जीतने वाला पहला चूहा है। मगावा सात साल का है।


सात जिलों में मूंग पर बीमारी का प्रकोप

जयपुर। मौजूदा खरीफ सीजन में मूंग की बुवाई का रकबा 16 फीसदी बढ़ने से इसका उत्पादन जोरदार होने की संभावना थी लेकिन देश भर के कुल करीब 36 लाख हेक्टेयर रकबे में से 21 लाख हैक्टेयर की बुवाई वाले राजस्थान में जोरदार उत्पादन होने की संभावनाओं को भारी झटका लगा है। कृषि मंत्रालय ने खरीफ सीजन 2020-21 के पहले आरंभिक अनुमान में मूंग के 20.9 लाख टन होने का आकलन लगाया है। पिछले साल देश में मूंग का 17.9 लाख टन उत्त्पादन था। येलो मोजेक बीमारी लगने से राजस्थान के कई जिलों में मूंग की फसल को भारी नुकसान होने की आशंका है। यहां के सात जिलों में इस रोग से प्रभावित खेतों में पैदावार 35 से 37 फीसदी तक घटने की आशंका है।


प्रिंसिपल ने छात्राओं को भेजें अश्लील मैसेज

अल्मोड़ा में इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल ने छात्राओं को भेजे अश्लील मैसेज, फिर हुआ यह बबाल। जानिए सनसनीखेज मामला।


अल्मोड़ा। जिले में एक इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल ने कई छात्राओं को अश्लील मैसेज भेज दिए। इससे छात्राओं ने बबाल कर दिया। छात्राओं की शिकायत डीएम, एसएसपी के यहां तक पहुंचने के बाद गरमा गया है।
बिनौली एस्टेट में राजकीय इंटर कॉलेज है। इसके प्रभारी प्रधानाचार्य पर छात्राओं ने आरोप लगाया है कि उन्होंने वाट्सएप पर अश्लील संदेश भेजे हैं। जाने का सनसनीखेज आरोप लगा है। छात्राओं ने चाइल्ड हेल्प लाइन सल्ट थाने में इसकी शिकायत दर्ज कराई है। इधर, मामला जिला बाल कल्याण समिति ने जांच करा आरोपित के खिलाफ पॉक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज करने को कहा है। इधर प्रभारी प्रधानाचार्य ने आरोप निराधार बताए हैं।
जीआइसी की छात्राओं ने सल्ट थाना की चाइल्ड हेल्पलाइन में प्रभारी प्रधानाचार्य के खिलाफ लिखित शिकायत की है। शिकायती पत्र के साथ उन्होंने फोन व वाट्सएप मैसेज के स्क्रीनशॉट की प्रति भी हेल्पलाइन को उपलब्ध कराई है।
चाइल्ड हेल्पलाइन से मामला जिला बाल कल्याण समिति को भेजा गया। इस पर समिति ने स्थानीय पुलिस व राजस्व उपनिरीक्षक से गहन जांच करा आरोपित के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने की सिफारिश करते हुए डीएम व एसएसपी को पत्र लिखा है। बाल कल्याण समिति किशोर न्याय एक्ट की धारा के तहत गठित प्रथम श्रेणी मजिस्ट्रेटी बैंच है।
अध्यक्ष बाल समिति प्रशांत जोशी ने बताया छात्राओं ने प्रभारी प्रधानाचार्य के खिलाफ शिकायत की थी। वाट्सएप मैसेज के स्क्रीनशॉट भी उपलब्ध कराई है। शिकायती पत्र डीएम व एसएसपी को दिया है। जांच कर मुकदमा दर्ज कराने के लिए कहा गया है। इधर, प्रधानाचार्य ने आरोप को निराधार बताया है।             


टीम का संतुलन बहुत बेहतर होगाः धोनी

रायुडू के शामिल होने के बाद टीम का संतुलन बेहतर होगाः धोनी।


दुबई। दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ मिली करारी हार के बाद चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने कहा है कि मध्यक्रम के बल्लेबाजी अंबाती रायुडू के टीम में शामिल होने के बाद ही चेन्नई का संतुलन बेहतर होगा। दिल्ली के खिलाफ चेन्नई का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा और उसे 44 रन से हार का सामना करना पड़ा था।
मुकाबले में चेन्नई के बल्लेबाजों ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया था। मुंबई इंडियंस के खिलाफ पहले मैच में 71 रन की पारी खेलने वाले रायुडू चोटिल होने के काऱण दिल्ली के खिलाफ मुकाबले में टीम में शामिल नहीं हुए थे।
धोनी ने कहा, “यह हमारे लिए अच्छा मुकाबला नहीं रहा। मैदान में ओस नहीं थी लेकिन पिच धीमी थी। हम बल्लेबाजी से बेहतर प्रदर्शन नहीं कर सके जिसका खामियाजा भुगतना पड़ा। धीमी शुरुआत के बाद जरुरी रन रेट तेजी से बढ़ रहा था जिससे टीम पर दबाव बढ़ने लगा। हमें इस बारे में सोचना होगा। हमें संयोजन देखकर और गलती से सीख लेकर वापसी करनी होगी।”
उन्होंने कहा, “रायुडू के अगले मुकाबले में टीम में शामिल होने से शायद टीम का संतुलन सही रहे। इससे हमें अतिरिक्त गेंदबाजों के साथ प्रयोग करने का मौका मिलेगा। इसमें कई और भी चीजें है जिस बारे में हमें सोचना होगा। हमें एक बल्लेबाज और रखना होगा जिससे शुरुआत अच्छी हो सके तथा खिलाड़ी तैयार रहें। हमें लेंग्थ, लाइन और तेजी में भी बेहतर करना होगा। मेरे ख्याल से स्पिनर अभी अपनी लय हासिल नहीं कर सके हैं।”
धोनी ने कहा, “हमने अच्छी गेंदबाजी की थी लेकिन कुछ कमियां रह गयीं। मैंने खिलाड़ियों से कहा है कि वे कैच नहीं छोड़ें। खिलाड़ियों को इतनी रोशनी में खेलने की आदत नहीं है। हो सकता है कि इससे उन्हें दिक्कत हो रही है।”               


लद्दाख में रात आया 3.7 तीव्रता का भूकंप

लद्दाख में रात दो बजे आया 3.7 तीव्रता का भूकंप, जान-माल के नुकसान की खबर नहीं।


नई दिल्ली। हिमालयी क्षेत्र को उच्च भूकंपीय गतिविधियों के लिए जाना जाता है।यहां भुकंप के हल्के झटके आना आम बात जैसा ही है। लद्दाख में बीती रात 3.7 तीव्रता के झटके महसूस किए गए हैं।यह झटके रात तकरीबन 2 बजकर 14 मिनट पर आए। वहीं भुकंप से किसी तरह की जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी की रिपोर्ट के अनुसार भूकंप का केंद्र जमीन से 10 किलोमीटर नीचे बताया जा रहा है।रिपोर्ट में कहा गया है कि यह भूकंप बीते 48 घंटों में महसूस किया गया तीसरा भूकंप का झटका था।
नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी की ओर से सोशल मीडिया पर ट्वीट कर जानकारी दी गई है कि “रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता: 3.7 रही, इसके साथ ही यह भुकंप 26 सितंबर की सुबह 2 बजकर 14 मिनट पर महसूस किए गए।इस भुकंप का केंद्र अक्षांश: 34.80 और देशांतर: 78.05 और जमीन से 10 किमी नीचे था।
इससे पहले भी बीते शुक्रवार 25 सितंबर को लद्दाख में 5.4 तीव्रता और 3.6 तीव्रता वाले दो भूकंप महसूस किए गए थे।जिसमें किसी भी जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं मिली है।                 


राहुल ने सिंह को दी जन्मदिन की बधाईं

राहुल गांधी ने मनमोहन सिंह को दी जन्मदिन की बधाई, बोले- देश को उनके जैसे पीएम की कमी खल रही।


नई दिल्ली। देश के पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार मनमोहन सिंह का आज 88 वां जन्मदिन है। मनमोहन सिंह साल 2004 से 2014 के बीच भारत के 13 वें प्रधानमंत्री के तौर पर कार्यरत रह चुके हैं। उनके जन्मदिन पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोशल मीडिया के माध्यम से उन्हें शुभकामनाएं दी हैं।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अपने ऑफिसियल ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री को जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए लिखा ‘डॉ. मनमोहन सिंह के रूप में भारत को प्रधानमंत्री की अनुपस्थिति महसूस हो रही है।उनकी ईमानदारी, शालीनता और समर्पण हम सभी के लिए प्रेरणा स्रोत हैं। उन्हें जन्मदिन की बहुत बहुत शुभकामनाएं।"
इसके साथ ही पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को देश के कई हिस्सों से जन्मदिन की शुभकामनाएं सोशल मीडिया के माध्यम से मिल रही हैं।बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का जन्म भारत के विभाजन से पहले पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में 26 सितंबर, 1932 में हुआ था।
2004 में प्रधानमंत्री बनने से पहले डॉ. मनमोहन सिंह ने 1998 से 2004 तक राज्यसभा में विपक्ष के नेता के रूप में कार्य किया।इसके बाद मनमोहन सिंह ने यूपीए के नेतृत्व में अटल बिहारी वाजपेयी की एनडीए सरकार को हराने के बाद 2004 से 2014 के बीच भारत के 13 वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ लीं थी।             


हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...