गुरुवार, 9 जुलाई 2020

मृत युवक को बनाया आरोपीः पुलिस

अतुल त्यागी (मेरठ मंडल प्रभारी)
हापुड़ पुलिस का कारनामा, FIR में 12 साल पहले मर चुके युवक को बनाया आरोपी


पश्चिम यूपी के हापुड़ में पुलिस ने मारपीट के एक मुकदमे में एक ऐसे युवक को आरोपी बना दिया, जिसकी 12 साल पहले ही हत्या कर दी गई थी। हालांकि पुलिस ने इस मामले में अपना स्पष्टीकरण दे दिया है।


हापुड़। पश्चिम यूपी के हापुड़ जिले में पुलिस ने मारपीट के एक मुकदमे में 12 साल पहले मर चुके एक युवक को ही नामजद कर डाला। मारपीट की इस वारदात के 13 दिन बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की और कई लोगों को इसमें आरोपी बनाया। इस एफआईआर में पुलिस ने एक ऐसे युवक को आरोपी बना डाला जिसकी 12 साल पहले गौतमबुद्ध नगर में हत्या हो चुकी थी।


जानकारी के अनुसार मोहल्ला काशी नाथनगर गाँधी विहार निवासी इल्यास ने जून 2020 को थाना देहात में मुकदमा दर्ज कराया था। इस एफआईआर में इलियास ने आरोप लगाया कि 7 जून की सुबह वह डीजल लेने के लिए पेट्रोल पंप पर जा रहा था। इस दौरान सोनू नाम के एक युवक ने उससे मारपीट की और इसमें उसका दांत टूट गया।
तहरीर पर दर्ज किया गया केस
पुलिस ने वादी की तहरीर पर सोनू के खिलाफ भारतीय दंड सहिंता की धारा 323, 325 और 504 के तहत सोनू नाम के युवक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। हालांकि जिस सोनू को नामजद बनाया गया, उसके 12 साल पहले ही मारे जाने की सूचना पुलिस को मिली। इस मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया।
एसपी ने दी मामले पर सफाई
इस मामले में पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन का कहना है की किसी भी मामले की तहरीर थाने में आती है तो उसकी एफआईआर दर्ज की जाती है। उसके बाद मामले की जांच की जाती है और जांच में यदि कोई व्यक्ति निर्दोष होता है तो उसका नाम निकाला जाता है। जो दोषी होता है उसका नाम प्रकाश में लाया जाता है वादी ने ऐसा क्यों किया इसकी जाँच की जाएगी? 


अनियंत्रित कार पोल से टकराई, 2 गंभीर

अतुल त्यागी (मेरठ मंडल प्रभारी)
तेज रफ्तार कार अनियंत्रित होकर पोल से टकराई, दो की हालत गंभीर


हापुड़। बाबूगढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत राष्ट्रीय राजमार्ग 9 पर ग्राम उपेड़ा में एचपी पेट्रोल पंप के पास तेज रफ्तार स्विफ्ट कार अनियंत्रित होकर बिजली के पोल से जा टकराई,टक्कर इतनी जोरदार थी कि  कार के परखच्चे उड़ गये और कार एक खोखे में जा घुसी। कार मैं 3 लोग सवार थे,  जिसमें दो युवक गंभीर रूप से घायल हो गए। आसपास के लोगों ने घायलों को पहुंचाया अस्पताल,दो लोगों की हालत बेहद गंभीर। सूचना पाकर स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंचकर जाँच में जुटी।        


रोजगार मेला से 225 अभ्यर्थी जोड़ें

भानु प्रताप उपाध्याय 


शामली। जिला सेवायोजन अधिकारी शामली द्वारा बताया गया कि दिनांक 6 जुलाई से 10 जुलाई तक आयोजित किये जा रहे। रोजगार मेला के चतुर्थ दिवस दिनांक 9 जुलाई को आयोजित हुये आनलाइन/टेलीफोन रोजगार मेला में आर्कटिक इण्डस्ट्रीस की  टीम  द्वारा अभ्यर्थियों के साक्षात्कार टेलीकॉलिंग माध्यम से एक्जीक्यूटिव एवं मैनेजर पद हेतु तथा युवा शक्ति फाउडेशन द्वारा सत्यम् ऑटो के लिये ट्रेनी(आई0टी0आई0 उर्त्तीण) के पदों हेतु साक्षात्कार लियें। लगभग 225 अभ्यर्थियों द्वारा टेलीकॉलिंग के माध्यम से प्रतिभाग किया गया। दिनांक 10-07-2020 को न्यू यूनिकेयर हेल्थ सल्यूशन द्वारा एकांउटटेंट, सेल्स एक्जीक्यूटिव, टेली कालर आदि के  लगभग 148 पदों टेलीफोनिक/आनलाइन रूप से कम्पनी द्वारा साक्षात्कार लिया जायेगा।जिसके लिये अभ्यर्थी सेवायोजन वेब पोर्टल sewayojan.nic.inपर जॉब शीकर अथवा बाहर से आये प्रवासी कामगार सेवा-मित्र के रूप में आनॅलाइन पंजीकरण कराकर (जिसके एक फोटो, शैक्षिक प्रमाण-पत्रों की अनुक्रमांक, दिनांक,आधार कार्ड, आदि की आवश्यकता होगी। पंजीकरण उपरान्त अभ्यर्थी चयनित स्थान 1-रा0आई0टी0आई0 लिसाढ, 2- रा0आई0टी0आई0 कैराना, 3-जी0आई0आई0टी0 कम्प्यूटर सेंटर, निकट पी0एन0बी0 बैंक, ऊन, 4-एम्ली कम्प्यूटर इंस्टी0 कनिका काम्प्लेक्स, वर्मा मार्किट शामली तथा 5-बी0वी0एस0, कौशल विकास केन्द्र, थानाभवन निकट चरथावल बस स्टेण्ड थानाभवन पर सम्पर्क कर आनॅलाइन साक्षात्कार में प्रतिभाग कर सकते है।              


अवैध रोलिंगः आना-जाना हुआ दुश्वार

अवैध ठेलो के बाद अवैध रेलिंग से गोलमार्किट हुई जाम निकलना हुआ दुष्वार लोग परेशान
भानु प्रताप उपाध्याय
मुज़फ्फरनगर। गोलमार्किट से गुर्जने वाले लोग पहले अवैध ठेलों से परेशान थे और अब रास्ते मे लगी रेलिंग से परेशान है। जिला प्रसासन इस और ध्यान दे गोलमार्किट से आने ,जाने वाले रास्ते पर ही कुछ लोगो ने रेलिंग लगाकर रास्ते को अवरुद्ध कर दिया। जिससे वहां से आने, जाने वाले लोगो को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आखिर किसकी अनुमति से रास्ते मे रेलिंग लगाई गई या लगाने वालो को कानून का नही है डर बड़ा सवाल सूबे में योगी सरकार आने के बाद लोगो को उम्मीद थी कि कई भी अवैध कब्जा नही होगा पर मुज़फ्फरनगर की गोलमार्किट में तो सरकारी रास्ते पर ही रेलिंग लगाकर कब्जा कर दिया। इससे पहले यहाँ ठेलो को लेकर विवाद रहता था कि ठेलो से जाम रहता है एक बार ठेलों को हटाया भी गया था। पर फिर से ठेले लगने लगे कहा ये भी जा रहा है कि दोबारा ठेले लगने में पुलिस की मेहरबानी है। 
गोलमार्किट का रास्ता अवैध ठेलो ,अवैध  रेलिंग ओर रास्ते पर ही वाहन खड़े रहने की वजह से जाम रहता है। जिला प्रशासन इस ओर ध्यान दे जिससे लोगो को जाम से मुक्ति मिल सके।


महत्वपूर्ण 6 पुलों का ई- उद्घाटन किया

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में अंतर्राष्ट्रीय सीमा (IB) और नियंत्रण रेखा (LOC) के निकट स्थित संवेदनशील सीमावर्ती क्षेत्रों में सड़कों एवं पुलों की कनेक्टिविटी में एक नई क्रांति का सूत्रपात करते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज नई दिल्‍ली में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से छह प्रमुख पुलों को राष्ट्र को समर्पित किया। सामरिक दृष्टि से अत्‍यंत महत्वपूर्ण इन पुलों का निर्माण कार्य सीमा सड़क संगठन (BRO) ने रिकॉर्ड समय में पूरा किया।


रक्षा मंत्री ने रिकॉर्ड समय में छह पुलों का निर्माण कार्य पूरा करने के लिए बीआरओ के सभी योद्धाओं को बधाई दी। रक्षा मंत्री ने इसके साथ ही सर्वाधिक दुर्गम इलाकों और अत्‍यंत खराब मौसम में भी मुस्‍तैदी के साथ काम करके राष्ट्र निर्माण में बहुमूल्‍य योगदान देने के लिए उनकी सराहना की। उन्होंने कहा कि सड़कें एवं पुल किसी भी राष्ट्र की जीवन रेखा हैं और इसके साथ ही ये दूर-दराज के क्षेत्रों के सामाजिक-आर्थिक विकास में अहम भूमिका निभाते हैं। रक्षा मंत्री ने जम्मू-कश्मीर में विकास से जुड़े कार्यों को प्राथमिकता देने संबंधी केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए कहा कि हमारे प्रधानमंत्री  नरेन्‍द्र मोदी नियमित रूप से इन परियोजनाओं की प्रगति पर करीबी नजर रख रहे हैं। यही नहीं, इन परियोजनाओं का समय पर कार्यान्‍वयन सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त धनराशि उपलब्ध कराई जा रही है।


राजनाथ सिंह ने कहा, ‘लोगों को कनेक्‍ट करने वाले इन पुलों का उद्घाटन ऐसे समय में करना सचमुच एक सुखद अनुभव है जब पूरी दुनिया सामाजिक दूरी बनाए रखने, एक-दूसरे से अलग रहने पर विशेष जोर दे रही है (कोविड-19 के कारण)। मैं इस अहम कार्य को बड़े कौशल के साथ पूरा करने के लिए सीमा सड़क संगठन को बधाई देता हूं।’


बीआरओ की सराहना करते हुए रक्षा मंत्री ने कहा, ‘बीआरओ द्वारा पूरी प्रतिबद्धता के साथ देश के सीमावर्ती क्षेत्रों में सड़कों और पुलों का निरंतर निर्माण करना दूरस्थ क्षेत्रों तक पहुंच सुनिश्चित करने संबंधी सरकार के विजन को साकार करने में मददगार साबित होगा। सड़कें किसी भी राष्ट्र की जीवन रेखा हैं।’ उन्‍होंने कहा कि सीमावर्ती क्षेत्रों में सड़कें न केवल सामरिक ताकत हैं, बल्कि ये दूरस्‍थ क्षेत्रों को मुख्यधारा से जोड़ने का भी कार्य करती हैं। दरअसल, चाहे सशस्त्र बलों की सामरिक आवश्यकता हो या स्वास्थ्य, शिक्षा, व्यापार से संबंधित अन्य विकास कार्य हों, ये सभी कनेक्टिविटी से ही संभव हो पाते हैं।


जम्मू-कश्मीर के लोगों के उल्लेखनीय सहयोग के लिए उनका धन्यवाद करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा, ‘मुझे पूरा भरोसा है कि आधुनिक सड़कों और पुलों के निर्माण से इस क्षेत्र में समृद्धि आएगी। हमारी सरकार देश की सीमाओं पर बुनियादी ढांचागत विकास को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है और इसके लिए आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे। जम्मू-कश्मीर के विकास में हमारी सरकार की गहरी रुचि है। जम्मू-कश्मीर की जनता और सशस्त्र बलों की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए कई अन्य विकास कार्य भी जल्‍द ही शुरू किए जाने हैं, जिनकी घोषणा उचित समय पर की जाएगी। वर्तमान में जम्मू क्षेत्र में लगभग 1,000 किलोमीटर लंबी सड़कें निर्माणाधीन हैं।’


रक्षा मंत्री ने यह माना कि पिछले दो वर्षों में नवीनतम तकनीकों और अत्याधुनिक उपकरणों का उपयोग करके बीआरओ ने 2,200 किलोमीटर से अधिक की कटाई की है, लगभग 4,200 किलोमीटर लंबी सड़कों की विशिष्ट ऊपरी सतह बनाने का काम किया है तथा लगभग 5,800 मीटर लंबे स्थायी पुलों का निर्माण किया गया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण सड़कों के निर्माण के लिए बीआरओ को पर्याप्त संसाधन उपलब्ध कराए जाएं। उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी के बावजूद सरकार बीआरओ के संसाधनों को कम नहीं होने देगी। इसके साथ ही मंत्रालय बीआरओ के इंजीनियरों और कर्मियों की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखेगा।


उपर्युक्‍त छह पुलों का उद्घाटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) एवं राज्य मंत्री, प्रधानमंत्री कार्यालय; कार्मिक, लोक शिकायत एवं पेंशन मंत्रालय; परमाणु ऊर्जा विभाग और अंतरिक्ष विभाग डॉ. जितेंद्र सिंह की उपस्थिति में किया गया। जम्मू के सांसद जुगल किशोर शर्मा वीडियो लिंक के माध्यम से साइट पर मौजूद थे। बता दें कि कठुआ जिले में तरनाह नाले पर दो पुल और अखनूर/जम्मू जिले में अखनूर-पल्लनवाला रोड पर स्थित चार पुल 30 से 300 मीटर तक फैले हुए हैं और ये कुल 43 करोड़ रुपये की लागत से बनाए गए। बीआरओ के ‘प्रोजेक्ट संपर्क’ द्वारा निर्मित इन पुलों से सशस्त्र बलों को सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इस क्षेत्र में आवाजाही करने में काफी सुविधा होगी। यही नहीं, ये पुल दूरस्‍थ सीमावर्ती क्षेत्रों के समग्र आर्थिक विकास में भी अहम योगदान देंगे। यह स्पष्ट है कि पिछले कुछ वर्षों में बीआरओ द्वारा कार्यान्वित कार्यों में काफी तेजी आई है। यह इस तथ्य से स्पष्ट होता है कि वित्त वर्ष 2018-19 की तुलना में वित्त वर्ष 2019-20 में बीआरओ ने लगभग 30 प्रतिशत अधिक कार्यों का सफलतापूर्वक पूरा किया है। यह सरकार की ओर से पर्याप्त बजटीय सहायता देने और ढांचागत सुधारों के स‍कारात्‍मक प्रभावों के साथ-साथ बीआरओ द्वारा पूरे फोकस के साथ/समर्पित प्रयास करने से ही संभव हो पाया है।


बीआरओ का वार्षिक बजट वित्त वर्ष 2008-2016 के दौरान काफी भिन्‍न 3,300 करोड़ रुपये से लेकर 4,600 करोड़ रुपये तक रहा, लेकिन वित्त वर्ष 2019-2020 में यह तेज उछाल के साथ 8,050 करोड़ रुपये के उच्‍च स्‍तर पर पहुंच गया। सीमावर्ती क्षेत्रों में बुनियादी ढांचागत सुविधाओं में बेहतरी पर सरकार के फोकस के मद्देनजर वित्त वर्ष 2020-2021 में इसका बजट 11,800 करोड़ रुपये होने की संभावना है। इससे मौजूदा परियोजनाओं को काफी बढ़ावा मिलेगा और इसके साथ ही हमारी उत्तरी सीमाओं के आसपास सामरिक दृष्टि से महवपूर्ण सड़कों, पुलों और सुरंगों के निर्माण में तेजी आएगी।


इस अवसर पर बीआरओ के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह ने राष्ट्र निर्माण में बीआरओ के योगदान को रेखांकित किया और निरंतर मार्गदर्शन एवं सहयोग के लिए रक्षा मंत्री का धन्यवाद किया तथा इसके साथ ही उन्‍होंने भरोसा व्यक्त किया कि बीआरओ सरकार द्वारा निर्धारित हमारे समग्र राष्ट्रीय सामरिक उद्देश्यों के अनुरूप तय किए गए लक्ष्यों को प्राप्‍त करने के लिए अपने प्रयास निरंतर जारी रखेगा। इस अवसर पर दिल्ली में थल सेनाध्यक्ष जनरल एम एम नरवाने, रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार एवं बीआरओ के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह और साइट पर सेना एवं नागरिक प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद उपस्थित थे।           


नशामुक्ति के लिए कार्यशाला आयोजित

पलवल को नशामुक्त कराने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया : डा. ब्रह्मदीप


रतन सिंह चौहान
होडल पलवल। बुधवार को जिला मानसिक स्वास्थ्य विभाग ने पुलिस विभाग से साथ मिलकर एक कार्यशाला का आयोजन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता पुलिस अधीक्षक दीपक गहलौत व सिविल सर्जन एवं वरिष्ठ मनोचिकित्सक डॉ ब्रह्मदीप सिंह ने की। कार्यक्रम का संचालन जिला मानसिक स्वास्थ्य विभाग मधु डागर मनोवैज्ञानिक द्वारा किया गया। कार्यशाला के मुख्य प्रवक्ता सिविल सर्जन व वरिष्ठ मनोचिकित्सक डॉ ब्रह्मदीप ङ्क्षसह रहे। कार्यशाला में सभी थाना प्रमुख उपस्थित रहे।
पुलिस अधीक्षक दीपक गहलौत ने पुलिस विभाग के लोगों को बताया कि नशे की तस्करी करने वाले मुजरिमों से जुड़ी चेन को ट्रैक करके मुख्य आरोपी का पता लगाकर सख्त से सख्त कार्यवाही करके ही समाज को नशा मुक्त किया जा सकता है। उन्होंने कार्यशाला के माध्यम से सभी से अपील की है कि वह पुलिस कार्यवाही में सहयोग करें।
कार्यशाला में डा. ब्रह्मदीप ने नशे के प्रकार, दुष्परिणाम, उनसे बचने के उपाय व पुलिस प्रशासन की भूमिका के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि युवा पीढी किस प्रकार नशे रूपी गाडी में एक बार सवार होकर अपने जीवन का अंत कर लेती है। उन्होंने बताया कि आज के युग में खासकर युवा पीढी में एक स्टेट्स सिम्बल के रूप में उभर रहा है, जिसके लिए युवा पीढी को और हमे जागरूक होने तथा करने की सख्त आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि नशा मनुष्य को किस प्रकार सामाजिक, शारीरिक व मनोवैज्ञानी रूप से नुकसान पहुंचाता है। सामाजिक रूप से बहिष्कार व्यक्ति को समाज के द्वारा ही नशे से दूर ले जाया जा सकता है। डा. ब्रह्मदीप ने कहा कि इस बार अंतर्राष्ट्रीय नशा निरोधक दिवस की थीम बेटर नोलेज फॉर बेटर केयर है। इस थीम का विश्लेषण करते हुए उन्होंने कहा कि जब तक हमे नशे से संबंधित दुष्परिणामो के बारे में पूरी जानकारी नहीं होंगी तब तक हम इस बीमारी को समाज से नहीं निकाल सकते। उन्होंने कहा कि पुलिस 24 घंटे नागरिकों के बीच में रहती है। अगर वह लोगों को जागरूक करे तो लोगों को बड़ी संख्या में नशा मुक्ति की ओर ले जाया जा सकता है। समाज तभी स्वस्थ बन सकता है जब हम सब मिलकर काम करेंगे। उन्होंने पुलिस प्रशासन को कोरोना काल में कंधे से कंधा मिलाकर साथ चलने के लिए सराहा।
कार्यशाला में जिला मानसिक स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी सिविल सर्जन डा. दिनेश मलिक ने नशे से जुड़ी काल्पित कथाओं का खंडन करते हुए नशे से जुड़ी सटीक जानकारी से उपस्थिति को अवगत कराया। यह एक इन्ट्रेक्टिव कार्यशाला थी, जिसमे पुलिस प्रशासन ने बढ़-चढक़र भाग लिया और अपने-अपने सवाल रखें, जिनका डा. ब्रह्मदीप सिंह ने बड़े ही सहज व संतोष जनक तरीके से उत्तर दिया। कार्यशाला का समापन सिविल सर्जन व वरिष्ठ मनोचिकित्सक डॉ ब्रह्मदीप द्वारा उपस्थित सभी पुलिस जवानों व उपस्थित व्यक्तियों को नशे से दूर रहने के लिए शपथ दिलाकर किया।               


कोरोना से पुलिस के एएसआई की मौत

नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस के एक 53 वर्षीय असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर की गुरुवार सुबह दिल्ली के एक अस्पताल में मौत हो गई। एक सप्ताह पहले ही उनके कोरोना वायरस (COVID-19) से संक्रमित होने की पुष्टि हुई थी। ASI जीवन सिंह दिल्ली पुलिस की स्पेशल ब्रांच के मोटर ट्रांसपोर्ट सेक्शन में में तैनात थे।


पुलिस के अनुसार, जीवन सिंह बीते माह 21 जून को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए थे और 23 जून को उन्हें लाजपत नगर स्थित आईबीएस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां से 27 जून को उन्हें गंगाराम अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया था, जहां उन्हें प्लाज्मा थेरेपी दी गई, लेकिन वह ठीक नहीं हो सके।


डीसीपी (स्पेशल ब्रांच) सुमन नलवा ने बताया कि गुरुवार सुबह लगभग 4.30 बजे वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे तभी उनकी मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि जीवन सिंह 10 जुलाई, 1991 को दिल्ली पुलिस में भर्ती हुए थे। वह नोएडा में अपने परिवार के साथ रहते थे। उनके परिवार में 49 वर्षीय पत्नी, 19 वर्षीय बेटा और एक 23 वर्षीय बेटी है जो नोएडा की एक प्राइवेट कंपनी में काम करती है।


बता दें कि मंगलवार रात को भी कोरोना की चपेट में आने से दिल्ली पुलिस के एक 40 वर्षीय सिपाही की मौत हो गई थी। कॉन्स्टेबल योगेंद्र यादव, पश्चिम विहार थाने में तैनात थे और लिवर से संबंधित बीमारी के कारण उन्हें 12 जून को पार्क अस्पताल में भर्ती कराया गया था और 25 जून को उनका कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया था। कॉन्स्टेबल योगेंद्र यादव मूल रूप से हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिले में बलाहा कलां गांव के रहने वाले थे और अपने परिवार के साथ पश्चिम विहार पुलिस कॉलोनी रहते थे। ज्ञात हो कि अब तक दिल्ली पुलिस के लगभग 2,000 जवान वायरस से संक्रमित हो चुके हैं, जिनमें से 1,300 पुलिस कर्मी ठीक होकर अपने काम पर लौट आए हैं। पुलिस के अनुसार, COVID-19 के कारण अब तक कम से कम 13 पुलिसकर्मियों की मौत हुई है।               


'पत्रकार' की गोलियों से भूनकर हत्या की, प्रदर्शन

'पत्रकार' की गोलियों से भूनकर हत्या की, प्रदर्शन  संदीप मिश्र  जौनपुर। बाइक पर सवार होकर जा रहे पत्रकार की दिनदहाड़े गोलियों से भूनक...