सरवन कुमार सिंह की रिपोर्ट
उन्नाव। कोविड-19 लॉकडाउन ने पुलिस वालों को भी वसूली का भी अवसर दे दिया है। इसी प्रकार का एक वसूली का वाकया साप्ताहिक बाजार से सामने आया। साप्ताहिक बाजार में मछली बेच रहे व्यापारियों के बीच कोतवाली प्रभारी की जीप से पहुंचे सिपाहियों ने मास्क ना लगाने व लॉक डाउन का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए मछली व्यापारियों को थाना ले आए।जहां पर उनसे हजारों रुपए की वसूली हुई। मामले का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने सभी व्यापारियों को पैसा वापस कर दिया। लेकिन घटना एसपी और एडीजी तक पहुंच चुका था। जिसके बाद बैठाई गई जांच में इंस्पेक्टर समेत तीन पुलिसकर्मी दोषी पाए गए और उन्हें पुलिस अधीक्षक ने निलंबित कर दिया।
अचलगंज थाना क्षेत्र की घटना
घटना अचलगंज थाना क्षेत्र की है। विगत 9 जून को थाना बिहार घटना में निलंबित किए गए अजय कुमार त्रिपाठी को अचलगंज थाना प्रभारी बनाया गया था लेकिन यहां पर वह ज्यादा दिन नहीं टिक पाए। पुलिस अधीक्षक ने वसूली के आरोप में अजय कुमार त्रिपाठी को निलंबित कर दिया। क्षेत्राधिकारी बीघापुर और एलआईयू की रिपोर्ट में दोषी पाए जाने के बाद यह कार्रवाई हुई। गौरतलब है अचलगंज थाना क्षेत्र के कोरारी खुर्द में विगत शनिवार दोपहर की साप्ताहिक बाजार में मछली व्यापारी मछली बेचने के लिए आए थे। इसी बीच थाने की जीप से सिपाही मौके पर पहुंचे और मास्क ना लगाने व लॉक डाउन का उल्लंघन का आरोप लगाते हुए मछली व्यापारियों को थाना उठा लाए। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद मामला चर्चा में आया और प्रकरण पुलिस अधीक्षक व एडीजी तक पहुंच गया। जिसकी जांच सीओ बीघापुर व एलआईयू को दी गई। जांच रिपोर्ट के आधार पर पुलिस अधीक्षक रोहन पी कनय ने इंस्पेक्टर अजय कुमार त्रिपाठी, सिपाही हरिशंकर प्रजापति, सिपाही अविनाश ओझा को निलंबित कर दिया।