मंगलवार, 16 जून 2020

योजनाः पोषक तत्वों से भरपूर चावल

नई दिल्ली। केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री राम विलास पासवान ने कहा कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम यानी एनएफएसए लाभार्थियों को पोषक तत्व युक्त चावल उपलब्ध कराने हेतु सरकार ने 15 राज्यों के एक-एक जिले में राइस फोर्टिफिकेशन की पायलट योजना शुरू की है। इसके तहत महाराष्ट्र , गुजरात और आंध्र प्रदेश के चुने हुए जिलों में पौष्टिक चावल का वितरण शुरू हो गया है। बता दें कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम यानी एनएफएसए के तहत देश के करीब 81 करोड़ राशन कार्डधारकों को सस्ता अनाज उपलब्ध कराया जाता है। पौष्टिक चावल वितरण का काम ओडिशा और उत्तर प्रदेश में बहुत जल्द शुरू जाएगा। अन्य राज्यों को भी जल्द से जल्द इसे शुरू करने के लिए कहा गया है। आयरन, फोलिक एसिड और विटामिन बी12 युक्त पौष्टिक चावल से कुपोषण और खून की कमी को दूर किया जा सकता है।


पूरे देश में 4 महीने का अनाज भेजने के ऑर्डर


पासवान ने भारतीय खाद्य निगम को सरकारी स्कीम्स के तहत अनाज की जरूरतों को पूरा करने के लिए चार महीने का अनाज देश के हर कोने में पहुंचाने का आदेश दिया है। केंद्रीय मंत्री ने बरसात के मौसम में ट्रांसपोर्ट को लेकर पैदा होने वाली परेशानी को देखते हुए एफसीआई को यह आदेश दिया है।


पासवान ने ट्वीट के जरिए कहा कि बरसात का मौसम शुरू हो रहा है। इसको देखते हुए खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण विभाग और एफसीआई (FCI) को आदेश दिए गए हैं कि देश के हर कोने तक अगले चार महीने का पर्याप्त अनाज मिशन मोड में जल्द से जल्द पहुंचा दिया जाए, ताकि बरसात में कहीं भी खाद्यान्न की कमी न हो।


रबी सीजन 2020-21 के लिए तय खरीद लक्ष्य के तहत किसानों से गेहूं और धान की खरीद जारी है। FCI ने 13 जून तक 378.40 LMT गेहूं की खरीद की है। रबी सीजन में 116.24 LMT धान की खरीद के साथ 2019-20 सीजन में अब तक कुल 735.81 LMT धान की खरीद हो चुकी है।


PMGKAY के तहत FCI द्वारा किया गया अनाज का ट्रांसपोर्ट


14 जून तक FCI ने 4274 रेल रैक के जरिए 119.67 लाख टन अनाज लोड कर विभिन्न राज्यों को भेजा है और उसमें से 4229 रेल रैक से 118.42 लाख टन अनाज गोदामों में अनलोड हुआ। PMGKAY के तहत आवंटित 120 लाख टन अनाज में से 110.17 लाख टन अनाज का उठाव सभी राज्यों ने कर लिया है।


आधार कार्ड फ्रेंचाइजी लेने का अच्छा मौका

 इस समय अगर आप कमाई करने के लिए कोई बिजनेस शुरू करने का सोच रहे हैं तो आपके पास आधार कार्ड की फ्रेंचाइजी लेने का अच्छा मौका है। इस समय अगर आप कमाई करने के लिए कोई बिजनेस शुरू करने का सोच रहे हैं तो आपके पास आधार कार्ड की फ्रेंचाइजी लेने का अच्छा मौका है। आधार कार्ड की फ्रेंचाइजी लेकर आप अच्छी कमाई कर सकते हैं। ब सवाल यह है कि आप फ्रेंचाइजी कैसे ले सकते हैं।।। इस बिजनेस को शुरू करने के लिए आपको एक लाइसेंसे लेना होता है। इस लाइसेंस को लेने के लिए आपको एग्जाम पास करना होगा। आइए आपको पूरा प्रोसेस बताते हैं-


पास करना होगा एग्जाम


ये एग्जाम ऑनलाइन होता है जिसे यूआईडीएआई लेती है। ये एग्जाम यूआईडीएआई सर्टिफिकेशन के लिए होता है। अगर आप एग्जाम में पास हो जाते हैं तो फिर आपको आधार एनरॉलमेंट और बायोमीट्रिक का सत्यापन कराना होता है। इसके बाद अगर आप चाहते हैं कि आपको जो फ्रेंचाइजी लेनी है तो आप उसको केंद्र द्वारा मान्यता प्राप्त सेंटर में भी बदल सकते हैं। आपको कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) रजिस्ट्रेशन करवाना होगा।


आधार कार्ड सेंटर के काम-


नया आधार कार्ड बनाना।
आधार कार्ड के नाम में स्पेलिंग में हुई गलती को ठीक करना। (Change Name in Aadhar Card)
आधार कार्ड में पता गलत है या बदल गया है तो उसे ठीक करना। (Change address in Aadhar Card)
आधार कार्ड में जन्म तारीख गलत है तो उसे सही करना। (Change Date Of Birth in Aadhar Card)
अगर फोटो साफ नहीं है तो आप उसे भी यहीं से साफ और दूसरी फोटो लगवा सकते हैं। (Change/Update Photo in Aadhaar Card)
आधार कार्ड में नया मोबाइल नंबर अपडेट करवाना। (Mobile Number Update)
ईमेल आईडी अपडेट करवाना। (Email id Update)
आधार कार्ड सेंटर खोलने के लिए आपको लाइसेंस के लिए ऑनलाइन अप्लाई करना होता है। इसके बाद में आपको एक एग्जाम देना होता है। इस एग्जाम में पास होने वाले लोगों को आधार कार्ड का लाइसेंस मिल जाता है। आइए आपको बताते हैं कि आप कैसे लाइसेंस के लिए अप्लाई करना होता है।


झांसे को हकीकत समझा तो हानि होगी

5 लाख रुपये का कर्ज वो भी बिना ब्याज के, झांसे को हकीकत समझा तो लग सकता है बहुत बड़ा झट




कोरोना महामारी के दौरान दुनियाभर में अर्थव्यवस्थाएं बेपटरी हो गईं। इसकी हालत सुधारने के लिए सरकारों ने अलग-अलग तरह के पैकेजेज़ का ऐलान किया। भारत में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉकडाउन में बर्बाद हुई अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए बड़ी मदद का ऐलान किया था।


इसके तहत केंद्र सरकार ने अलग-अलग क्षेत्रों में कारोबार को बढ़ावा देने के लिए आकर्षक लोन स्कीम्स का ऐलान किया था। इसमें बिना गारंटी वाले कम ब्याज दरों पर लोन भी शामिल थे। केंद्र सरकार के हवाले से लोन की ऐसी ही एक बेहद आकर्षक स्कीम्स वायरल हो रही हैं। सोशल मीडिया पर वायरल स्कीम “पीएम धन लक्ष्मी योजना” योजना बताई जा रही है।


दावा क्या किया जा रहा है?
केंद्र सरकार की ओर से महिलाओं के लिए कथित “पीएम धन लक्ष्मी योजना” को लेकर दावा किया जा रहा है कि बिना ब्याज के मोदी सरकार पांच लाख रुपये का लोन दे रही है। यह भी दावा है कि लोन गरीब और मध्यमवर्गीय महिलाओं के लिए है। लोगों को इसके मैसेज मिल रहे हैं। अगर आपको भी ऐसा कोई मैसेज मिल रहा है तो समय रहते अलर्ट हो जाएं। दरअसल, पीएम धन लक्ष्मी योजना पूरी तरह से फर्जी है। नरेंद्र मोदी सरकार ने महिलाओं के लिए इस तरह की किसी भी योजना का ऐलान नहीं किया है। केंद्र या किसी राज्य सरकार की ऐसी कोई भी योजना नहीं है जिसमें बिना ब्याज के पांच लाख या अन्य रकम दी जा रही हो।


दावे की सच्चाई क्या है?
सरकार की योजनाओं को लेकर गलत सूचना को फैलने से रोकने के लिए काम करने वाले प्रेस ब्यूरो ऑफ इंडिया (पीआईबी) की फ़ैक्ट चेक ईकाई ने भी इसका खंडन किया है।


निष्कर्ष 
पीआईबी ने एक ट्वीट में कहा है कि बिना ब्याज वाली पीएम धन लक्ष्मी योजना को लेकर कोई मैसेज मिले तो उसके झांसे में ना आए। हम भी अपने पाठकों को सलाह देंगे कि ऐसे मैसेज को लेकर अलर्ट रहें। हो सकता है कि बिना ब्याज के कर्ज के लालच में आप जालसाजों का शिकार बन जाए। और आपको आर्थिक नुकसान उठाना पड़े।




फल से भी मिलता है विटामिन-डी

विटामिन डी एक ऐसा पोषक तत्व है जो त्वचा के धूप के संपर्क में आने पर बनता है। हमारी हड्डियों, मांसपेशियों और नसों को स्वस्थ रखने के लिए विटामिन डी की जरूरत होती है। यह इम्यून सिस्टम को भी मजबूत करता है। खाद्य पदार्थों और फलों से भी विटामिन डी पाया जा सकता है। आज हम आपको एक ऐसे फल के बारे में बताने जा रहे हैं जिसमें प्राकृतिक रूप से विटामिन डी उच्च मात्रा में पाया जाता है। इस फल को आप बड़ी आसानी से अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।
विटामिन डी के फायदे
विटामिन डी लेने से वजन घटाने में मदद मिलती है, डिप्रेशन नहीं होता, ह्रदय रोगों का खतरा कम हो सकता है। हम सभी जानते हैं कि विटामिन डी हड्डियों को मजबूत करता है। इससे इम्यून सिस्टम भी बेहतर होता है। तंत्रिका तंत्र और मस्तिष्क को स्वस्थ बनाए रखने में भी विटामिन डी अहम भूमिका निभाता है।
विटामिन डी की कमी से क्या नुकसान होता है
अगर आपके शरीर में विटामिन डी की कमी हो जाए तो इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है या बीमार महसूस होता है। इसमें थकान, हड्डियों और कमर में दर्द, मूड खराब रहना, घाव न भरना, बाल झडऩा, मांसपेशियों में दर्द रहता है। वहीं अगर आप लंबे समय से विटामिन डी की कमी से ग्रस्त हों तो इसकी वजह से कार्डियोवस्कुलर स्थितियां, ऑटोइम्यून समस्याएं, नसों से जुड़े रोग, संक्रमण, प्रेग्नेंसी में समस्याएं और ब्रेस्ट, प्रोस्टेट एवं कोलन जैसे कुछ कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
संतरे का जूस
विटामिन डी से युक्त फलों में से एक संतरा भी है। संतरे का जूस हड्डियों को मजबूत करने वाले खनिज पदार्थों को अवशोषित कर सकता है जो कि शरीर को एनर्जी और मजबूती देने के लिए जरूरी होता है। एक कप संतरे के रस से पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी मिल जाता है। संतरा विटामिन सी, फोलेट और पोटैशियम से भी युक्त होता है।
इन चीजों से भी मिल सकता है विटामिन डी
संतरे के रस के अलावा दही, दूध, साल्मन और टूना मछली एवं अंडे आदि में विटामिन डी प्रचुरता में होता है। अगर आपकी हड्डियां कमजोर हैं या शरीर में विटामिन डी की कमी हो गई है तो आपको अपनी डाइट में इन चीजों को शामिल कर लेना चाहिए।


भारत में जॉब हायरिंग में 61 फीसदी कमी

कोरोना वायरस संक्रमण के कारण देशभर में बीते तीन माह से लॉकडाउन की स्थ‍िति है। ऐसे में विभ‍िन्न सेक्टर में जॉब हायरिंग काफी कम हुई है। जॉब सर्च पोर्टल Naukri.com की हालिया रिपोर्ट के अनुसार भारत में मई में जॉब हायरिंग में 61 प्रतिशत की गिरावट आई है।


ये दर मार्च में 62 प्रतिशत दर्ज की गई थी। जानें कहां और कितनी हायरिंग कम हुई है। सर्वे में महानगरों में आई जॉब हायरिंग की गिरावट दर्ज की गई। इसमें पाया गया कि सबसे ज्यादा 68 प्रतिशत असर कोलकाता में दर्ज क‍िया गया। इसमें दूसरे स्थान पर दिल्ली (67 प्रतिशत) और मुंबई (67 प्रतिशत) रहे। जॉब हायरिंग में गिरावट का स्तर वर्क एक्सपीरियंस के अनुसार भी दर्ज किया गया। इसमें उन लोगों की हायरिंग रेट सबसे कम दर्ज की गई जिनके पास 0-3 साल का अनुभव था।


रिपोर्ट के अनुसार इसमें 66 पर्सेंट की गिरावट देखी गई। अगर अनुभव के स्तर पर काम पर रखने में गिरावट पर बात की जाए तो इसमें भी युवा पेशेवरों को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ। प्रवेश स्तर और वरिष्ठ स्तर के अधिकारियों (4 से 7 साल के कार्य अनुभव) के लिए भर्ती में क्रमशः 66 प्रतिशत और 62 प्रतिशत की गिरावट देखी गई। वहीं मध्य प्रबंधन भूमिकाओं के लिए काम पर रखने की गतिविधि में 55 प्रतिशत की गिरावट आई।


वहीं वरिष्ठ प्रबंधन के लिए जॉब हायरिंग में 50 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई।


ये रहे बुरी तरह से प्रभावित उद्योग


सर्वेक्षण के अनुसार, भारत में हायरिंग में 91 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। इसमें होटल और विमानन मई में सबसे अधिक प्रभावित उद्योग बने रहे।


देखें कहां- कितने प्रतिशत गिरावट


होटल / रेस्तरां / यात्रा /विमानन – 91%


रीटेल – 87%


ऑटो / एंसिलरी -76%


BFSI – 70%


अकाउंटिंग/ टैक्सेशन / फाइनेंस – 69%


बीपीओ / आईटीईएस / सीआरएम / ट्रांसक्रिप्शन – 63%


आईटी-हार्डवेयर -58%


मेडिकल / हेल्थकेयर / अस्पताल -20%


फार्मा / बायोटेक / क्लीनिकल रिसर्च – 48%


आईटी-सॉफ्टवेयर / सॉफ्टवेयर सर्विसेज -54%


इंश्योरेंस -55%


बच्चों को दूध पिलाने के कई तरिके

बच्चों को दूध का स्वाद बिल्कुल पसंद नहीं होता है। हालांकि, हम सभी जानते हैं कि बच्चों के विकास और सेहत के लिए दूध पीना कितना जरूरी है। अगर आपका बच्चा भी दूध पीने में आनाकानी करता है तो उसे दूध पिलाने के आपके पास और भी कई तरीके हैं।
जी हां, ऐसी कई चीजें हैं जिन्हें दूध में मिलाया जाए तो दूध का स्वाद और पोषण दोनों बढ़ जाता है। तो चलिए जानते हैं कि बच्चों में दूध में क्या मिलाकर देना चाहिए और बच्चों के लिए दूध को टेस्टी बनाने के क्या तरीके हैं।
बादाम मिल्क
बादाम मिलाने से दूध का पोषण बढ़ जाता है। इसके लिए 5 से 6 बादाम लें और उन्हें रातभर भीगने के लिए रख दें। सुबह बादाम के छिल्के उतार कर उन्हें पीस लें और इस पेस्ट को दूध में मिलाकर पिएं। बच्चे को हमेशा गुनगुना दूध ही दें। आप चाहें तो दूध में बादाम पाउडर भी मिलाकर दे सकती हैं।
चॉकलेट मिल्क
इस बात में तो कोई शक नहीं है कि बच्चों को चॉकलेट बहुत पसंद होती है। दूध में भी चॉकलेट का टेस्ट डालकर आप बच्चों को खुश कर सकती हैं। दूध में चॉकलेट सिरप या चॉकलेट पाउडर डालकर दें। चॉकलेट मिल्क के नाम से आपका बच्चा खुशी-खुशी दूध को पी लेगा।
दूध के साथ खजूर
100 ग्राम खजूर में 277 कैलोरी, 75 ग्राम कार्ब, 7 ग्राम फाइबर, 2 ग्राम प्रोटीन, रोजाना की जरूरत का 20 फीसदी पोटैशियम, 14 फीसदी मैग्नीशियम, 18 फीसदी कॉपर, 15 फीसदी मैंगनीज, 5 फीसदी आयरन और 12 फीसदी विटामिन बी6 होता है।
खूजर का दूध बनाने के लिए कुछ देर के लिए खजूर को पानी में भिगोकर रख दें और फिर खजूर के बीज निकाल कर उसे पीस लें। अब जो खजूर का पेस्ट बना है, उसे दूध में मिलाकर बच्चे को दें।
केसर वाला दूध
प्रेग्नेंसी में तो आपने केसर वाला दूध खूब पीया होगा। अब अगर आपका बच्चा दूध के स्वाद से भागता है तो उसे दूध में केसर मिलाकर दें। दूध उबालते समय उसमें केसर डाल दें।
ड्राई फूट मिल्क
सूखे मेवे कई पोषक तत्वों से युक्त होते हैं। ये आपके बच्चे के सही विकास और स्वस्थ रहने में मदद करते हैं। ड्राई फ्रूट मिल्क बनाने के लिए एक समान मात्रा में सूखे मेवे लें और उन्हें पीसकर पाउडर बना लें। बच्चे को दूध में दो चम्मच ड्राई फ्रूट पाउडर मिलाकर दें। इससे दूध का स्वाद भी बदल जाएगा और ये बच्चे के लिए ज्यादा पौष्टिक भी होगा।
इसके अलावा आप दूध की शक्ति बढ़ाने के लिए दूध में हल्दी मिलाकर भी दे सकती हैं। हल्दी में करक्यूमिन होता है जो बच्चों की इम्यूनिटी को बढ़ाने का काम करता है। इस प्रकार इन आसान तरीकों से आप दूध की शक्ति बढ़ाकर अपने बच्चों को दे सकते हैं।
ध्यान रखें कि बच्चों की हड्डियों के विकास के लिए कैल्शियम बहुत जरूरी होता है और कैल्शियम पाने का सबसे आसान तरीका दूध ही है। इसलिए अपने बच्चे की डायट से दूध को दूर न करें।


विमान से पहुंचेगी 100 वेंटिलेटरों की खेप

नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के वादे के बाद इन वेंटिलेटरों का बेसब्री से इंतजार हो रहा था। उच्च तकनीकी वाले इन वेंटिलेटरों को अमेरिकी फर्म जॉल ने बनाया है और इन्हें शिकागो से भारत भेजा गया है।  


केंद्र सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शनिवार को बताया कि पहली खेप में 100 वेंटिलेटर एयर इंडिया के विमान से भारत पहुंचेंगे। यहां आने के बाद आईआरसीएस में एक छोटा सा उद्घाटन समारोह होगा। इसके बाद वेंटिलेटर अस्पतालों में बांटे जाएंगे। डोनाल्ड ट्रंप ने 16 मई को ट्विटर पर लिखा था, “मुझे यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि अमेरिका अपने दोस्त भारत को महामारी से जंग में मदद के तौर पर वेंटिलेटर दान करेगा। हम इस मुश्किल वक्त में भारत और नरेंद्र मोदी के साथ खड़े हैं। हम वैक्सीन बनाने में भी एक दूसरे का सहयोग कर रहे हैं। हम दोनों मिलकर इस अदृश्य दुश्मन को मात देंगे।” 


ट्रंप के इस ट्वीट के जवाब में पीएम मोदी ने आभार प्रकट करते हुए लिखा था, “ऐसे मुश्किल वक्त में राष्ट्रों के लिए एकजुट होना जरूरी है ताकि हम विश्व को स्वस्थ और कोरोना मुक्त बना सकें।”


25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट

25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट पंकज कपूर  देहरादून। हेमकुंड साहिब के कपाट आगामी 25 मई को खोले जाएंगे। इसके चलते राज्य सरका...