बुधवार, 3 जून 2020

निर्जला एकादशीः छबील लगा शरबत बांंटा

गंगोह के मोहल्ला नीमतला में स्थित सत्संग भवन संचालित अन्नपूर्णा रसोई के सेवादार छबील लगाकर लोगों की मीठे शर्बत बाटते
महेश शर्मा

शामली/गंगोह। नगर एवं क्षेत्र में निर्जला एकादशी का पर्व श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस अवसर पर अनेक जगह छबील लगाई गई तथा दान पुण्य भी किया।
मंगलवार को निर्जला एकादशी पर्व को परंपरागत रूप से मनाया गया। इस अवसर पर भी लोग गंगा दशहरा की तरह पवित्र नदियों में स्नान नही कर पाए। नदियों पर मंगलवार को भी पहरा रहा। मंगलवार को सुबह से ही अनेक संस्थाओं ने मीठे शरबत के कई जगह स्टाल लगाने शुरू कर दिए। गर्मी के बावजूद कहीं पर भी भीड़ जमा नहीं होने दी गई। शारीरिक दूरी का विशेष ध्यान रखा गया।
पर्व पर लोग पूजा के अलावा दान पुण्य करते हैं तथा ककड़ी व खरबूजा पूजा के बाद दान करते हैं। मंगलवार को खरबूजा व ककड़ी काफी महंगी बिक गई। नीमतला स्थित गंगोह प्रेस क्लब द्वारा संचालित अन्नपूर्णा रसोई के 70 वें दिन ज्योति प्रज्जवलित अध्यक्ष अरविंद टेबक व महेंद्र पाहुजा ने की। इसके बाद सेवादार रमेष टेबक, बिजेंद सैनी, हर्शद बजाज, सागर कुमार, कुमार मानू टेबक, सत्यम गर्ग, रवि कष्यप, प्रभात पांचाल ने छबील लगाकर लोगों की मीठे शर्बत से प्यास बुझाई। ग्रामीण क्षेत्र में भी पर्व श्रद्धा के साथ मनाया गया।

27 जून को आएगा, 10-12वीं का रिजल्ट

अश्वनी पांडेय

लखनऊ। माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट बोर्ड परीक्षा का परिणाम 27 जून 2020 को आएगा। परीक्षा में कुल 4,80,591 परीक्षार्थी अनुपस्थिति रहे है। बोर्ड परीक्षा की उतर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन लगभग पूरा हो गया है। उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया कि हाईस्कूल परीक्षा में 3024632 और इंटरमीडिएट के 2586440 परीक्षार्थी सहित बोर्ड परीक्षा में कुल 56,11,072 पंजीकृत हुए थे। उन्होंने बताया कि हाईस्कूल में पंजीकृत परीक्षार्थियों में 1662334 छात्र व 1362298 छात्राएं हैं। वही, इंटरमीडिएट में पंजीकृत परीक्षार्थियों में 1464604 छात्र 1121836 छात्राएं हैं। उन्होंने बताया कि हाईस्कूल में 2,79,656 तथा इंटरमीडिएट में 2,00,935 सहित कुल 4,80,591 विद्यार्थी अनुपस्थित रहे। उन्होंने बताया कि उसके बाद ग्रीन जोन के 20 जिलों में 5 मई, ऑरेंज जोन के जिलों में 12 मई तथा रेड जोन के 19 जिलों में 19 मई से उतर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन शुरू किया गया। उन्होंने बताया कि हाईस्कूल की 1,80,19,863 तथा इंटरमीडिएट की 1,29,41,714 उतर पुस्तिकाओं सहित कुल 3,09,61,577 उतर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कराया गया है। 281 मूल्यांकन केन्द्र पर हाईस्कूल में 92,570 तथा इंटरमीडिएट 54,185 कुल 1,46,755 परीक्षकों की नियुक्ति की गई थी।

डॉ. शर्मा ने बताया कि कोविड-19 जैसी वैश्विक महामारी के चलते विषम परिस्थितियों में भी शासन एवं परिषद के अधिकारियों, जिला स्तरीय शिक्षाधिकारियों, शिक्षकों द्वारा सक्रिय सहयोग प्रदान करते हुए मूल्यांकन कार्य को सम्पन्न कराया गया। उन्होंने बताया कि परीक्षा परिणाम 27 जून को जारी किया जाएगा।

1 टीचर, 25 स्थानों पर अध्यापन, वेतन

अमेठी। यूपी बेसिक शिक्षा विभाग में एक अजीबो-गरीब मामला सामने आया है। शिक्षिका पर आरोप है कि वह एक दो नहीं बल्कि 25 जगहों पर एक साथ काम करती रही और वेतन लेती रही। मामले के खुलासे के बाद नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण तलब किया गया है। अमेठी के कस्तूरबा गांधी विद्यालय में तैनात शिक्षिका इस समय बेसिक शिक्षा विभाग में काफी चर्चित हो चुकी हैं। विज्ञान विषय की शिक्षिका पर आरोप है कि वह एक दो नहीं बल्कि 25 जनपदों में एक साथ काम कर रही हैं। जहां तक अमेठी जनपद का सवाल है तो जिम्मेदारों की माने तो पिछले वर्ष नवंबर में कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय अमेठी में पूर्ण कालिक विज्ञान शिक्षिका के पद पर ज्वाइनिंग की थी। जिम्मेदार बताते हैं कि उक्त अवधि में शिक्षिका विद्यालय आती थीं और उन्हें छह माह का वेतन निर्गत किया गया है। फर्जीवाड़े के खुलासे के बाद बीएसए ने पत्र जारी कर मिलने की एक सप्ताह के भीतर शिक्षिका से उनके वास्तविक दस्तावेज तलब किया है। ऐसा ना होने की स्थिति में एफआईआर की भी चेतावनी दी है।

बीएसए विनोद कुमार मिश्र ने कहा कि मैनपुरी जिले के हसनपुर निवासी शिक्षिका अनामिका शुक्ला पर कई जनपदों में कूटनीतिक दस्तावेज लगाकर कार्य करने का आरोप है। संतोषजनक स्पष्टीकरण ना मिलने पर मुकदमा दर्ज कराने के साथ ही रिकवरी की कार्रवाई की जाएगी।

बागपत पुलिस पर पक्षपात का आरोप

बागपत पुलिस पर पक्षपात का आरोप 

गोपीचंद सैनी 

बागपत। एक तरफ पूरे देश में लॉक डाउन लागू है। जिसमें सख्त ड्यूटी निभाने वाली पुलिस का विभिन्न प्रकार से सम्मान किया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ बागपत पुलिस पर पक्षपात करने के आरोप लगाए जा रहे हैं। जानकारी के अनुसार थाना क्षेत्र सिंघावली अहिर के अंतर्गत गांव फतेहपुर में 21 मई को ग्राम प्रधान कोमल देवी और अनिल पक्ष के बीच झगड़ा हुआ था। जिसमें प्रधान कोमल देवी की तहरीर पर स्थानीय पुलिस के द्वारा अभियोग पंजीकृत कर लिया गया। जबकि शराब के नशे में प्रधान पति के द्वारा अनिल पक्ष के घर जाकर छेड़छाड़ और मारपीट की गई है। इसके बावजूद भी पुलिस के द्वारा अनिल आदि की शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। सुमन देवी पत्नी अनिल ने छेड़छाड़ एवं मारपीट से संबंधित लिखित शिकायत थाने में दी। लेकिन उसकी शिकायत पर किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई। उसके बावजूद प्रधान कोमल देवी के द्वारा थाने में दो लिखित तहरीर दी गई। दोनों तहरीरों में काफी अंतर है। दूसरी तहरीर में एक व्यक्ति अधिक और एससी एक्ट का भी जिक्र किया गया है। राजनीतिक दबाव के चलते स्थानीय पुलिस के द्वारा न्याय संगत कार्रवाई नहीं की गई। मामले की शिकायत पुलिस अधीक्षक से की गई है। शिकायत में निष्पक्ष जांच एवं न्याय उचित कार्रवाई की प्रार्थना की गई है।

कन्या पूजन के बाद, रसोई का समापन

गरीब की रसोई का हुआ समापन

अश्वनी उपाध्याय

गाजियाबाद। लोनी बॉर्डर क्षेत्र की उत्तरांचल कालोनी मे पिछले 27 मार्च से लगातार चलायी जा रही रसोई के समापन अवसर पर पंहुचे भारतीय जनता पार्टी की लोनी नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती रंजीता धामा व पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष मनोज धामा। 

इस अवसर पर कालोनीवासियों ने रंजीता धामा व मनोज धामा का फूल-माला पहनाकर स्वागत किया। रंजीता धामा ने नौ कन्याओं को भोजन कराया तथा दान- दक्षिणा देकर आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर लोनी नगरपालिका अध्यक्ष रंजीता धामा ने वार्ड में ड्यूटी कर रहे नगरपालिका कर्मचारियो ( कोरोना योद्धाओं) का फूल माला पहनाकर स्वागत किया तथा इस संकट की घडी मे लगातार जान हथेली पर रखकर अपने कर्तव्य का निर्वाह कर रहे सभी कर्मचारियो का सम्मान किया। उनके उत्तम स्वास्थ्य की कामना की । 

मनोज धामा ने रसोई का संचालन कर रहे सभी कालोनी वासियों को धन्यवाद देते हुये कहा कि ये कोरोना नामक बिमारी से पूरा संसार त्रस्त हो रहा है लाकडाउन के बढते समय को देखते हुये देशभर मे जिस प्रकार से सक्षम लोगों ने अपने से निम्न जनों के लिये अपने भंडार खोल दिये हैं वो वाकई मे काबिल-ए-तारीफ कार्य है। "

"वसुधैव कुटुबंकम" हमारे देश की प्राचीन सभ्यता रही है उसी का पालन करते हुये अनेको सामाजिक संगठनों, गैर राजनीतिक संगठनों ने इस महामारी के दौर मे जिस प्रकार से गरीब लोगों की सहायता की है वो सब संकेत है कि हम लोग जल्द ही इस बीमारी को हरा देंगे। क्योंकि भावना है कि जब हम एक होकर नेक भावना के साथ किसी कार्य को करते हैं तो उसकी साधना सिद्धि स्वंय ईश्वर करते हैं । 

इस अवसर पर सभासद सतपाल शर्मा, रूपेन्द्र तोमर, सुभाष पंडितजी, पवन मलिक, अमित तोमर, पंडित रामकुमार जी, अजमेर चौधरी,सुनीता, सुमन, रेखा त्यागी, सहित सैकड़ों की संख्या मे कालोनीवासी उपस्थित रहे ।

बागपतः डीएम ने की बैठक, दिए निर्देश

कोविड-19 की टीम 11 के साथ प्रतिदिन 11:30 बजे की जाए बैठक-
कंटेंटमेंट जोन में प्रतिदिन कराया जाए सेनेटाइज-
गोपीचंद सैनी


बागपत। जनपद बागपत की जिलाधिकारी श्रीमती शकुन्तला गौतम कोविड-19 समेकित कंट्रोल रूम बागपत में संबंधित अधिकारियों के साथ कोरोना वैश्विक महामारी के संबंध में बैठक कि और आवश्यक संबंधित अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित की आरती  कंटेंटमेंट जॉन और बफर जोन का  हाऊस होल्डर सर्वे कराया जाए।  जिसमें हाउसहोल्डर की संख्या अवश्य लिखी होनी चाहिए। जिलाधिकारी ने डिप्टी कमिश्नर वाणिज्य नीरज सेंगर को निर्देशित किया कि होम स्टेप डिलीवरी कंटेंटमेंट ज़ोन व हॉटस्पॉट क्षेत्र में अवश्य होनी चाहिए। उन्होंने कहा प्रतिदिन सुबह 7:00 बजे से 8:00 बजे के मध्य दूध ब्रेड की सप्लाई बेहतर होनी चाहिए। होम स्टेप डिलीवरी की फोटो अक्षांश ,देशांतर के अनुसार प्रतिदिन होनी चाहिए।
जिलाधिकारी ने मुख्य विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि सप्लाई व सैनिटाइज के संबंध में कोविड-19 की टीम 11 की बैठक प्रतिदिन 11:30 बजे अवश्य की जाए। जो अधिकारी team11 की बैठक में अनुपस्थित रहे हैं ऐसे अधिकारियों से तत्काल स्पष्टीकरण लिया जाए।
जिलाधिकारी ने जिला पूर्ति अधिकारी को आने वाले प्रवासियों के  राशन कार्ड बनाए जाने के निर्देश दिए। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी पीसी जायसवाल अपर जिलाधिकारी अमित कुमार सिंह आदि उपस्थित रहे ।


नाबालिग से गैंगरेप, चार अरेस्ट, दो फरार

पटना। बिहार की राजधानी में अपराधियों के हौसले बुलंद होते जा रहे है। ऐसा ही मामला राजधानी पटना के राजीव नगर थाना क्षेत्र से सामने आया है। एक नाबालिक लड़की के साथ 6 बदमाशों ने गैंगरेप जैसी वारदात को अंजाम दिया है। वहीं घटना प्रकाश में आने के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। जिसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए बलात्कार की घटना को अंजाम देने वाले 4 बदमाशों चिन्हित कर गिरफ़्तार किया है। बताया जा रहा है कि पीड़िता के माता-पिता सब्जी का व्यापार करते है। पीड़िता को पड़ोस के ही 6 युवकों ने अगवा कर एक किराए के मकान में ले गए। जहां बारी-बारी से सभी ने उसके साथ गैंगरेप किया है। वहीं पीड़िता की ओर से महिला थाना में मामला दर्ज कराया गया है। मामला दर्ज होते ही पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है जबकि दो अन्य आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही हैं।


तनाव से ग्रस्त प्रेमियों ने की आत्महत्या

कानपुर। देहात के जलिहापुर गांव के एक प्रेमी युगल ने मंगलवार सुबह खानपुर गांव के पास मालगाड़ी के आगे कूदकर जान दे दी। लड़का और लड़की आपस में दूसरे के समुदाय के थे। लड़की की शादी घरवालों ने दूसरे लड़के से तय की थी। उसकी शादी 28 जून को होनी थी। 25 वर्षीय दिलवर का गांव दूसरे समुदाय की 19 वर्षीय युवती से प्रेम प्रसंग चल रहा था। दिलवर खेती करता था। युवती गांव के ही डिग्री कालेज में बीएससी प्रथम वर्ष की छात्रा थी। युवती की डेरापुर क्षेत्र के एक गांव में शादी तय हुई थी। लॉकडाउन के कारण चार मई को होने वाली शादी की तारीख बढ़ाकर 28 जून कर दी गई थी।

इससे दोनों परेशान रहते थे। मंगलवार सुबह दोनों ने घर से तीन किमी दूर दिल्ली-हावड़ा रेल लाइन पर खनपुरवा गांव के सामने मालगाड़ी के आगे कूद कर जान दे दी। मालगाड़ी के लोको पायलट ने इसकी सूचना अंबियापुर स्टेशन में दी। मौके पर ग्रामीणों की भीड़ लग गई। दोनों के परिजन भी पहुंच गए। पुलिस ने दोनों शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिए।

नाले का पानी पीने के लिए मजबूर

अम्बिकापुर। स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव के विधानसभा क्षेत्र अम्बिकापुर के अंतर्गत विकास खण्ड उदयपुर के नवीन ग्राम पंचायत बुले के कानाडाँड़ पारा में लोग आज भी नाला का गंदा पानी पीने को मजबूर हैं। शासन प्रशासन और नेता जी से दर्जनों बार अनुनय विनय करने के बाद भी इन ग्रामीणों की परेशानी दूर नहीं हुई है। ग्राम पंचायत बुले के कानाडाँड़ पारा  के जेठू घर पास लगभग 20 परिवार कई सालों से नाले का पानी पी कर अपना जीवन यापन कर रहे है।      

 

प्रशासन की पहल पर वर्ष 2020 में उक्त स्थल के लिए बोरिंग खुदाई की स्वीकृति भी हो गई पीएचई विभाग का बोरिंग गाड़ी भी गांव के मुहाने पर पहुंचा परंतु रास्ता नहीं होने का बहाना बनाकर गाड़ी वाला वापस चला गया जबकि बोर गाड़ी वाले के कहने पर ग्राम पंचायत द्वारा लगभग 20 हजार रुपये खर्च कर  सड़क बनवाने का कार्य भी जेसीबी के द्वारा कराया गया है। रोड बनने के बाद गाड़ी वाले और पीएचई विभाग का नया बहाना फिर सामने आना इस गांव के लिए परेशानी का सबब बनते जा रहा है। नया बहाना है की नदी में गाड़ी फंस जाएगी हम नहीं जा सकेंगे बोर करने। इस मोहल्ले के लोग 2 किलोमीटर की पैदल यात्रा करके  पड़की नाला से  पानी भरकर  प्रतिदिन  लाते हैं  तब जाकर इनकी प्यास बुझ पाती है। वाह रे प्रशासन और प्रशासन के लोग  जो विकास के दावों की डींगे तो हांकते है पर इन्हें ग्रामीण जनों की परेशानी दिखाई नहीं देती यहां पर लोग नाले का पानी पीकर अपना जीवन यापन कर रहे हैं।

इस बार सभी को आश जगी थी कि अब शासकीय योजना का लाभ मिलेगा और हैंडपंप खुदाई हो जाएगा लेकिन हैंडपंप गाड़ी वाला बिना खुदाई किये ही वापस अम्बिकापुर चला गया। जिस जगह पर हैंडपंप खुदाई किया जाना है वहां इस बरसात के बाद कभी भी हैंडपंप खुदाई नहीं हो सकता क्योंकि एक भूमि स्वामी के खेत से होकर गाड़ी खुदाई के लिए जाएगा। अब उस जगह पर अपनी खेत में जेसीबी के माध्यम से भूमि स्वामी द्वारा छोटा डेम बनाने  का काम चल रहा है जिसमें बरसात के मौसम में  पानी भर जाएगा एवं कभी भी वहां हैंडपंप खुदाई के लिए गाड़ी नहीं जा सकेगी। हैडपम्प गाड़ी के वापस चले जाने पर कानाडाँड़ के लोगों में आक्रोश है।

दिल्ली मेट्रो निर्माण की रफ्तार की रूकी

शशांक तिवारी की रिपोर्ट


नई दिल्ली। लॉकडाउन खत्म होने के बाद अब मेट्रो के निर्माण की रफ्तार बढ़ाने के लिए मजदूर नहीं मिल रहे हैं। इनकी कमी से मेट्रो का काम बुरी तरह प्रभावित है। लखनऊ से लेकर कानपुर तक मेट्रो परियोजना को मजदूरों की भारी कमी खल रही है।


यूपी मेट्रो रेल कॉरपोरेशन कानपुर में मेट्रो का निर्माण करा रहा है। जबकि लखनऊ में मेट्रो के डिपो के निर्माण की वजह से तोड़ी गई पीएसी की बैरक की जगह नई बैरक बनाई जा रही है। लॉकडाउन से पहले बहुत तेजी से काम चल रहा था। कानपुर मेट्रो का काम पूरा करने के लिए 2 वर्ष का समय निर्धारित था लेकिन यूपीएमआरसी ने इसे डेढ़ वर्ष में पूरा करने की तैयारी की थी। मगर अब इंजीनियरों के अरमानों पर पानी फिर गया है। पहले लॉकडाउन की वजह से काम बंद रहा और अब मजदूर नहीं मिल रहे।


कितना समय लगेगा, पता नहीं


मेट्रो की परियोजनाओं को पूरा होने में कितना वक्त लगेगा अभी इसका आकलन नहीं हो पाया है। मेट्रो के अधिकारी कहते हैं कि क्योंकि काफी समय काम बंद है और अब शुरू होने के बाद लेबर नहीं मिल रहे हैं। लेबर कब तक आएंगे यह भी तय नहीं है। जब तक पूरे लेबर नहीं आ जाते, तब तक काम पूरा होने की नई तिथि निर्धारित नहीं की जा सकेगी।


भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा, शवदाह गृह निर्माण

 कमल सिंह राठौर

महाराजगंज रायबरेली। महाराजगंज ब्लॉक मुख्यालय से 9 किलोमीटर की दूरी पर स्थित ग्राम सभा बरहुआ में शासन की महत्वपूर्ण योजना गांव में लोगों को किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाने की स्थिति में किसी तरह की परेशानी ना हो उसके लिए शवदाह ग्रह का निर्माण किया गया। भारी भरकम राशि से बना यह शवदाह ग्रह किसी के भी काम तो नहीं आया। हां, इससे जुड़े लोगों की जेब में जरूर भर गई। मौके पर जाकर देखने से यह पता लगता है कि शायद ही इसका कभी उपयोग हुआ हो। मौके पर बकरियां आराम फरमाते हुए मिली। जहां शासन जनमानस की सुविधाओं को लेकर तमाम तरह की योजनाएं लाती व बनाती है। परंतु उसके निर्माण कार्य में बहुत तेजी से काम कर निर्माण कार्य पूरा कर लिया जाता है। लेकिन उसके बाद उसका उपयोग हो रहा है या नहीं निर्माण कार्य सलामत बचा नहीं बचा यह देखने और सुनने वाला कोई है नहीं। ग्राम प्रधान को भी इस योजना से होने वाले लाभ की महत्वता गांव में बतानी चाहिए। लेकिन ग्राम प्रधान भी इसके निर्माण तक ही सीमित रह गए निर्माण में प्रधान व जुड़े कर्मचारियों की जेब भरने से मतलब मौके पर वीराना सा खंडहर नजर आता है। कुछ लोग बैठकर ताश खेल रहे हैं ऐसा लगा शवदाह ग्रह न होकर बरात घर बन गया हो या यूं कहें बकरी पालन की कोई योजना हो सरकारे योजनाएं बहुत लाती हैं। लेकिन जमीनी स्तर पर उनको पलीता लगाने वालों की कमी नहीं इसी प्रकार महाराजगंज बछरावां मार्ग पर स्टेडियम बना है ना कभी खेल हुए ना कोई खेलने जाता है। परंतु मेंटेनेंस का काम होता है जब कभी उसके अंदर कोई एक्टिविटी हुई ही नहीं तो मेंटेनेंस क्या खराब हो गया? केवल राम-राम जपना, सरकारी माल अपना। सारी एक्टिविटी निर्माण कार्य हो जाने और उसकी पेमेंट हो जाने तक ही होती है। बाद में कौन देखता है निर्माण का क्या उपयोग हो रहा।

पीएम पर गंभीर लापरवाही के आरोप

बिलासपुर। स्थानीय कांग्रेस भवन में कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष से लेकर जिला कांग्रेस अध्यक्ष तथा विधायक तक सभी ने पत्रकारों के सामने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ कोरोना महामारी को लेकर गंभीर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने समय पर इससे बचने और सावधान रहने के उपायों की ओर दुर्लक्ष किया। जिसके कारण आज यह संकट पूरे देश को अपने आगोश में लेता दिखाई दे रहा है। कांग्रेस के सभी नेता बिलासपुर के कांग्रेस भवन में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इनमें प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष श्री अटल श्रीवास्तव,कांग्रेसी विधायक श्रीमती रश्मि सिंह, जिला कांग्रेस अध्यक्ष श्री विजय केशरवानी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री अरुण सिंह,नगर निगम के महापौर श्री रामशरण यादव, शहर कांग्रेस अध्यक्ष श्री प्रमोद नायक तथा अर्जुन तिवारी एवं श्री विष्णु यादव शामिल थे। इन सभी नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर अपने-अपने तरकश से एक के बाद एक आरोपों के तीर छोड़ते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने जनवरी के महीने में जब कोरोनावायरस की आहट शुरू हुई थी, तब का अति महत्वपूर्ण समय नमस्ते ट्रंप के आयोजन में बर्बाद कर दिया। जबकि यदि इसी समय इस भयंकर महामारी को गंभीरता से लिया जाता और विदेशी विमान सेवाओं को रोककर उनके यात्रियों की सख्त निगरानी की जाती तो यह संकट बहुत कुछ टाला जा सकता था।लेकिन प्रधानमंत्री ने ना तो इस संकट को भारत आने से रोकने की कोई कोशिश की और न ही इस संकट की गिरफ्त में हमारे देश के आने के बाद यहां के करोड़ों श्रमिकों और भारतवासियों की हिफाजत तथा उनके रोजी रोजगार और पेट की आग को शांत करने की दिशा में ही कोई सार्थक उपाय किए। वही लाकडाउन के चलते रोजगार से महरुम हुए देश के लाखों लाख श्रमिकों को उनके अपने गांव-घर पहुंचाने के कोई सम्मानजनक व्यवस्था करने की बजाय उन्हें भगवान भरोसे छोड़ दिया गया। कांग्रेस के नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ ही छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह और भाजपा के नेता प्रतिपक्ष श्री धरमलाल कौशिक पर ऐसे संकट के समय प्रदेश में भ्रम फैलाने और ओछी राजनीति करने का गंभीर आरोप लगाया।उन्होंने यह भी कहा कि ना तो पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह और धरम लाल कौशिक किसी कोरेन्टिन सेंटर में झांकने तक नहीं गए और वहां की मनगढ़ंत अव्यवस्थाओं को लेकर भ्रम फैलाने का प्रयास कर रहे हैं।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


 जून 04, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-296 (साल-01)
2. बृहस्पतिवार, जूूून 04, 2020
3. शक-1943, ज्येठ, शुक्ल-पक्ष, तिथि- त्रयोदशी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:39,सूर्यास्त 07:21।


5. न्‍यूनतम तापमान 21+ डी.सै.,अधिकतम-38+ डी.सै.।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
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मंगलवार, 2 जून 2020

एनडीआरएफ की टीमों ने संभाला मोर्चा

मुंबई। अरब सागर में हवा का कम दबाव का क्षेत्र बन गया है, जिसके एक विकराल चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है, जो तीन जून को उत्तरी महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात तटों से होकर गुजरेगा। इससे मुंबई के अत्याधिक प्रभावित होने की आशंका है। ऐसे में वहां तैयारियां तेज हो गई हैं। चक्रवाती तूफान के उत्तर कोंकण के किनारे आने के अनुमान के चलते NDRF की टीमें संभावित इलाकों में तैनात कर दी गई हैं। मुम्बई, ठाणे के साथ पालघर में भी रेड अलर्ट जारी किया गया है। पालघर में NDRF की दो टीमें तैनात की गई हैं। जो आज सुबह से समुद्र किनारे बसे गांवो में जाकर मकानों के सर्वे करेंगी। जिला प्रशासन की तरफ से कच्चे मकानों में रहने वालों को स्कूल और दूसरे सुरक्षित ठिकानों पर ले जाने का आदेश कल ही जारी कर दिया गया था। साथ ही  मछुआरों को भी अपनी नाव वापस लाने को कहा गया है। बीएसमी ने ट्विटर के माध्यम से जानकारी दी है कि सभी लोगों को सुरक्षित इलाकों में पहुंचाया जा रहा है।


बीएमसी ने मुंबई के बड़े औद्योगिक प्रतिष्ठानों पेट्रोकेमिकल कंपनियों को निर्देश दिए हैं कि वह अपने सामानों और संसाधनों की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाएं। इसके अलावा सभी अस्पतालों को भी निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी स्थिति में अस्पतालों में बिजली आपूर्ति बधित नहीं होनी चाहिए, वह अपने जेनरेटरों व दूसरी व्यवस्थाओं को पूरी दुरुस्त रखें। चक्रवाती तूफान की चपेट में रायगढ़ का समुद्र किनारा भी आ सकता है इसलिए वहां भी एतिहाति कदम उठाए जा रहे हैं। महाराष्ट्र में अलग अलग इलाकों में कुल 10 NDRF की टीमें तैनात की गई हैं।


मौसम विज्ञान विभाग ने सोमवार को कहा कि दबाव बढ़कर गहरे दबाव क्षेत्र में बदलेगा और आज शाम तक वह किसी भी चक्रवात के तीसरे या चौथे चरण में पहुंच जाएगा। आईएमडी के चक्रवात चेतावनी प्रभाग ने कहा कि दो जून तक यह एक चक्रवाती तूफान का रूप ले लेगा। चक्रवात चेतावनी प्रभाग ने कहा, ‘‘ इस तूफान के दो जून सुबह उत्तर की ओर बढ़ने की आशंका है और फिर यह उत्तर-पूर्व की ओर मुड़ेगा और तीन जून शाम या रात को हरिहरेश्वर (रायगढ़, महाराष्ट्र) और दमन के बीच उत्तर महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के तटों को पार करेगा'। रायगढ़ और दमन के बीच लगभग 260 किलोमीटर में फैला यह हिस्सा देश के सबसे अधिक जनसंख्या घनत्व वाले स्थानों में से एक है। मुंबई के अलावा, इससे ठाणे, नवी-मुम्बई, पनवेल, कल्याण-डोम्बिवली, मीरा-भयंदर, वसई-विरार, उल्हासनगर, बदलापुर और अंबरनाथ जैसे शहर भी प्रभावित होंगे।


बिहार में भाजपा ने फूंका चुनावी बिगुल

पटना। कोरोना संकट काल के बीच भाजपा ने अपने 6 साल पूरे किए हैं। केंद्र में भारतीय जनता पार्टी ने इस दौरान कई तरह के काम किए हैं। चाहे वो कश्मीर का मुद्दा हो या तीन तलाक का मुद्दा इत्यादि। लेकिन अब आगामी  विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बिहार भाजपा ने चुनावी बिगूल फूंक दिया है। पार्टी ने दो बड़ी डिजिटल रैली करने की घोषणा की है। पहली वर्चुअल यानी डिजिटल रैली नौ जून को होगी, जिसे गृह मंत्री अमित शाह संबोधित करेंगे। दूसरी रैली की तिथि जल्द घोषित होगी जिसे भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा संबोधित करेंगे


सोमवार को बिहार भाजपा अध्यक्ष डॉ संजय जायसवाल ने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का एक साल पूरा होने पर सरकार की उपलब्धियों के साथ ही पार्टी की गतिविधियों की विस्तार से जानकारी दी। डॉ जायसवाल ने दावा किया कि पीएम के मन की बात को बिहार में 60 हजार बूथों पर सप्तऋषि टीम के साथ सुना गया। 38 हजार बूथों की तस्वीर आ चुकी है।इसी से प्रेरित होकर पार्टी ने नौ जून को डिजिटल रैली करने का निर्णय लिया है। पार्टी के प्रदेश से लेकर जिला व मंडल स्तरीय पदाधिकारियों के साथ ही आम लोग भी चाहें तो वे ऑडियो,वीडियो कांफ्रेंसिंग या फेसबुक के माध्यम से गृह मंत्री अमित शाह को सुन व देख सकेंगे। दूसरी रैली की तिथि भी जल्द ही घोषित होगी जिसे भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा संबोधित करेंगे।


बिहार को 74 फीसदी राशि दे रहा केंद्र


एक सवाल के जवाब में प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र सरकार के लिए बिहार हमेशा प्राथमिकता में रहा है।  बिहार को केंद्र से मिलने वाली हिस्सेदारी से दोगुनी राशि दी जा रही है। महाराष्ट्र का अपना संसाधन 74 फीसदी है तो केंद्र से 26 फीसदी राशि मिलती है जबकि बिहार का अपना संसाधन 26 फीसदी तो केंद्र से 74 फीसदी राशि मिलती है। गोपालगंज हत्याकांड पर कहा कि दोषी कोई भी हो, कानून अपना काम करेगा। दोषी बख्शे नहीं जाएंगे। डिजिटल चुनाव का फैसला चुनाव आयोग को लेने की बात करते हुए डिजिटल चुनावी तैयारी जारी रखने पर बल दियाबिहार भाजपा अध्यक्षने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की ओर से ब्रह्मेश्वर मुखिया को शहीद कहे जाने से अनभिज्ञता जताई। विधायक अनिल शर्मा पर कार्रवाई के सवाल पर कहा कि वे अपनी बीमारी बेटी को कोटा से लाने गए थे। कोरोना काल में 20 लाख करोड़ का पैकेज मिलने से लेकर मोदी सरकार की ओर से किए गए तमाम कार्यों पर प्रदेश अध्यक्ष ने विस्तार से अपनी बात रखी। कहा कि बिहार के जो भी योग्य लोग होंगे, उन्हें छोटे-बड़े उद्योग लगाने में सहायता मिलेगी। मौके पर देवेश कुमार, राजीव रंजन, सुरेश रूंगटा आदि नेता मौजूद थे।


डीएम ने आयुष रक्षा किट वितरित किया

हल्द्वानी। उत्तराखण्ड सरकार द्वारा आयुर्वेदिक व यूनानी विभाग के माध्यम से फ्रंटलाइन कोरोना वारियर्स, नगर निगम के सफाई कर्मियों, स्वास्थ्य एवं सुरक्षा कर्मियों को जिलाधिकारी सविन बंसल ने कैम्प कार्यालय में आयुष रक्षा किट वितरित किये गये। जिलाधिकारी श्री बंसल ने कहा कि आयुष रक्षा किट के औषधियों से लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढेगी।


बंसल ने कहा कि आयुर्वेदिक यूनानी विभाग द्वारा जनपद में एक लाख आयुष रक्षा किट फ्रंटलाइन कोरोना वारियर्स, सफाई कर्मियों, स्वास्थ्य, सुरक्षा के साथ ही अन्य विभागीय कर्मचारियों जो कोरोना मे कार्य कर रहे है को वितरित किया जयेगा ताकि वे स्वंय स्वस्थ रहकर कोरोना महामारी मे कार्य कर सकें।


जिला आयुर्वेदिक यूनानी अधिकारी डा. एमएस गुंज्याल ने बताया कि आयुष रक्षा किट रोग प्रतिरोधक औषधि का वितरण कोरोना वारियर्स को किया जा रहा है जिससे इम्युनिटी पावर बढेगी। आयुष किट में अश्वगंधा वटी, संशमनी वटी के साथ ही आयुष रक्षा क्वाथ में गिलोई, वासा, तुलसी,मधुयष्ठी, मारिच, पिप्पली, सौठ औषधि मिक्स है, जिससे व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढेगी व कोरोना से बचाव होगा।


उन्होने बताया कि अभी पन्द्रह सौ किट विभाग को प्राप्त हुये है जिनका वितरण किया जा रहा है। 85 हजार किट शीघ्र वितरण के लिए मिलने वाली है, जिनका वितरण कोरोना वारियर्स को किया जायेगा। मौके पर अपर जिलाधिकारी एसएस जंगपांगी, नगर आयुक्त चन्द्र सिह मर्तोलिया, उपजिलाधिकारी गौरव चटवाल,नोडल अधिकारी आयुष्य मिशन डा. प्रदीप महरा आदि मौजूद


9 माह का बच्चा संक्रमित, अस्पताल में छोड़ा

रामपुर। दिल्ली के एम्स में नौ महीने के एक शिशु की मौत हो गई और उसके बाद पता चला कि बच्चा कोरोनावायरस से संक्रमित था। उसके बाद उसके माता-पिता उस बच्चे के शव को छोड़ कर रामपुर अपने घर को लौट आए। बच्चे के माता-पिता का पता लकागर अब उन्हें क्वारंटीन कर दिया गया है।


रामपुर के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ.सुबोध शर्मा ने कहा कि 29 मई को ब्रेन ट्यूमर से मौत होने से कुछ दिनों पहले ही कोरोनोवायरस परीक्षण के लिए बच्चे के नमूने एकत्र किए गए थे। सीएमओ ने कहा, “जब रिपोर्ट में मृत्यु के बाद बच्चे के संक्रमित होने की पुष्टि हुई, तो उसके माता-पिता ने एम्स अधिकारियों को यह लिखकर दिया कि वे अपने बेटे के शव को नहीं लेना चाहते हैं, जिसके बाद अधिकारियों ने उसका अंतिम संस्कार किया।”हालांकि, एम्स अधिकारियों ने रामपुर प्रशासन को मामले की जानकारी दी, जिसके बाद भैंसोरी शरीफ गांव में उनके होने का पता लगाया गया और रामपुर के ही एक नर्सिग होम में उन्हें क्वारंटीन किया गया। दिल्ली ले जाने से पहले बच्चे का ट्रीटमेंट यही चल रहा था।


रामपुर के जिलाधिकारी आंजनेय कुमार सिंह ने कहा, “एम्स के अधिकारियों ने मुझे फोन पर सूचित किया कि रामपुर जिले से एक नौ महीने के बच्चे की सर्जरी होने पहले ही ब्रेन ट्यूमर के कारण अस्पताल में मौत हो गई है। हालांकि जब जांच के नतीजे में बच्चे के कोरोनावायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई, तब उसके माता-पिता शव को वहीं अस्पताल में छोड़कर वापस आ गए।”उन्होंने आगे कहा कि नर्सिग होम को सील करने का आदेश दिया गया, जहां बच्चे का पहले इलाज चल रहा था और वहां के सभी डॉक्टर्स व स्टाफ को क्वारंटीन किया गया। उनके नमूने कोरोना परीक्षण के लिए भेजे जा रहे हैं। सीएमओ ने कहा कि हालांकि बच्चे के माता-पिता ने कहा है कि एम्स में कोरोना के लिए उनके जांच के नतीजे नेगेटिव आए हैं, लेकिन फिलहाल के लिए उन्हें भी क्वारंटीन में रखा गया है और उनके नमूनों की फिर से जांच की जाएगी।


एमएसपी से किसान को फायदा नहीं होगा

नई दिल्ली। कांग्रेस ने कहा है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) घोषित होने से किसान का फायदा नहीं होगा बल्कि इसके लिए फसल की खरीद जरूरी है और सरकार जिस तरह के कदम उठा रही है, उससे 10 साल तक भी किसान की आय दोगुनी नहीं होने वाली नहीं है।


कांग्रेस नेता सुनील जाखड़ ने मंगलवार को यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि महज एमएसपी की घोषणा से कुछ होने वाला नहीं है, इसका फायदा तब ही होगा जब किसान की फसल की खरीद की जाएगी। किसानों की फसलों की मंडी से जब सीधी खरीद होगी तब ही उसे फसल का लाभ मिल सकेगा लेकिन बिहार जैसे राज्यों में कहीं भी यह व्यवस्था विकसित ही नहीं की गयी है और किसान की खरीद के लिए कोई मंडी नहीं है तो किसान अपनी फसल कहां बेचेगा।


जाखड़ ने कहा कि एमएसपी बढाने की सरकार की घोषणा सुनने में बहुत अच्छी लगती है लेकिन किसान को यथार्थ में इन घोषणाओं का फायदा मिलता नहीं है। किसान की आय दोगुनी करने की बात भी सुनने में अच्छी लगती है लेकिन जो कदम उठाए जा रहे हैं उनको देखकर लगता है कि किसान की आय दस साल में भी दोगुनी नहीं होगी। किसानों के गोदाम भरे पड़े हैं लेकिन उनकी फसल की खरीद नहीं की जा रही है और उसे एमएसपी से भी बहुत कम दाम पर अपनी फसल बेचने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।


उन्होंने कहा कि किसान सरकार से भीख नहीं मांग रहा है बल्कि अपनी मेहनत का पैसा मांग रहा है लेकिन मोदी सरकार का किसानों के प्रति सकारात्मक रुख नहीं है इसलिए उनके हितों के लिए कोई कदम नहीं उठाए जा रहे हैं। सरकार यदि किसानों की हितैषी होती तो उनके लिए सिर्फ घोषाणाएं करने की बजाय उन्हें फायदा देती और अगर उनकी सही तरह से मदद होती तो किसान आत्महत्या करने पर मजबूर नहीं होते।


कांग्रेस नेता ने कहा कि 80 फीसदी किसान एक या दो एकड़ जमीन का मालिक है। अगर उसकी पैदावार बेचने के लिए व्यवस्था नहीं की जायेगी और उसे उसकी मेहनत का पैसा नहीं मिलेगा तो बेचारा किसान मारा जाएगा। किसानों की फसल की खरीद उसकी ही जमीन पर होनी चाहिए क्योंकि वह अपनी फसल बेचने के लिए दूर नही जा सकता है। किसान के गोदामों में पड़ी उपज को वहीं से खरीदने की व्यवस्था की जानी चाहिए।


दिल्लीवासियों के लिए विशेष 'ऐप' जारी

नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने मंगलवार को एक विशेष ऐप जारी किया है। इस ऐप के जरिए कोरोना रोगी दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों में अपने लिए बेड और वेंटिलेटर ढूंढ सकते हैं। दिल्ली सरकार द्वारा जारी किया गया है यह ऐप दिल्ली के अस्पतालों की जानकारी देगा। इसमें दिल्ली के सरकारी और प्राइवेट दोनों ही तरह के अस्पताल शामिल हैं।


दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को यह ऐप लॉन्च किया। इस मौके पर उन्होंने कहा, “रोगियों की संख्या के मुकाबले अस्पताल के बेडए आईसीयू और वेंटिलेटर की कमी हो तो लोगों को दिक्कतें आएंगी। लेकिन दिल्ली में ऐसा नहीं है। यहां अभी 6731 बेड हैं जबकि केवल 2600 रोगी अस्पतालों में भर्ती हैं और दिल्ली में अभी भी करीब 4100 बेड खाली हैं।”


दिल्ली सरकार द्वारा लांच किया गया ऐप ‘दिल्ली कोरोना’ गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है या फिर 1031 हेल्पलाइन नंबर पर फोन करके इसकी जानकारी ली जा सकती है। इसके अलावा दिल्ली सरकार ने उसके लिए वेब पेज भी बनाया है।


मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, “जिन अस्पतालों में यह ऐप खाली बेड दिखाता है और वहां जाने पर यदि कोरोना रोगी को अस्पताल में भर्ती न किया जाए तो ऐसे व्यक्ति 1031 नंबर पर फोन करके इसकी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। यह शिकायत सीधे दिल्ली सरकार के स्पेशल हेल्थ सेक्रेट्री के पास जाएगी। वह तुरंत कार्रवाई करते हुए रोगी के लिए अस्पताल में बेड सुनिश्चित करवाएंगे।”


हालांकि इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने कहा, “यदि डॉक्टर रोगी को कहें कि उसे अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता नहीं है तो ऐसे में लोगों को डॉक्टर की सलाह माननी चाहिए। ऐसे व्यक्ति जिनमें लक्षण नहीं है या फिर काफी हल्के लक्षण हैं उनका उपचार घर पर किया जा सकता है। हमारी टीम दिन में 2 बार ऐसे रोगियों से संपर्क करेगी। अगर घर में उपचार के दौरान स्थिति सीरियस होती है तो फिर आपके लिए अस्पताल में बेड सुनिश्चित किया जाएगा।”


17.77 करोड़ परिवारों में खाद्यान्न आवंटन

लखनऊ। कोरोना संकट के दौरान यूपी सरकार की संवेदनशीलता दिखी। गरीबों को न सिर्फ जरूरत के मुताबिक सहयोग मिला बल्कि लॉकडाउन के दो माह की अवधि में 17़ 77 करोड़ गरीब परिवारों व जरूरतमंदों को 29़ 66 लाख मीट्रिक टन राशन भी आवंटित हुआ। कोरोना संकट में उप्र ने सबसे ज्यादा राशन बांट कर एक कीर्तिमान बनाया है।


लॉकडाउन में जिस वक्त गरीब तबका इस बात को लेकर चितिंत था कि उसके भोजन की व्यवस्था कैसे होगी, उस वक्त मुख्यमंत्री योगी की अगुवाई वाली सरकार ने बिना देर किए अनाज के सरकारी गोदामों को जनता के लिए खोल दिया। दो महीने से 3़ 55 करोड़ लोगों को हर महीने दो बार राशन मुहैया करवाना शुरू किया और पांच चरणों में चले इस अभियान के तहत 17़ 77 करोड़ लोगों को चावल, चना और गेहूं उपलब्ध कराया गया। मुख्यमंत्री योगी की मंशा के अनुरूप खाद्य एवं रसद विभाग ने प्रत्येक लाभार्थी को सही समय पर खाद्यान्न तो उपलब्ध कराया ही, पहली जून से शुरू हुए पांचवें चरण के पहले दिन ही मुख्यमंत्री कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, ” 31 लाख 12 हजार 258 राशन कार्ड पर 81,438़163 मीट्रिक टन खाद्यान्न को गरीबों व जरूरतमन्दों तक पहुंचाया है। इसमें 78,325़ 90 मीट्रिक टन चावल और 3,112़ 25 मीट्रिक टन चना शामिल रहा। इतना ही नहीं, इसके अलावा 11 लाख 34 हजार 942 राशन काडोर्ं पर 35,493़ 292 मीट्रिक टन निशुल्क खाद्यान्न भी बांटा गया।”


मुख्यमंत्री कार्यालय ने बताया कि देश के अन्य राज्यों से वापस हुए प्रवासी 1212 श्रमिकों को 16़ 696 मीट्रिक टन खाद्यान्न उपलब्ध करवा कर प्रदेश सरकार ने अपनी सहृदयता दिखाई है। इनमें 440 शहरी श्रमिकों में 6़ 409 मीट्रिक टन और ग्रामीण क्षेत्र के 772 श्रमिकों को उपलब्ध कराया गया 10़ 287 मीट्रिक टन खाद्यान्न शामिल है। इन्हें भी चावल, चना के साथ गेहूं दिया गया है। लॉकडाउन में प्रदेश सरकार ने अब तक चार चरणों में राशन आवंटित किया है। पांचवां चरण चल रहा है। अप्रैल में शुरू हुए प्रथम चरण में 3 करोड़ 53 लाख 63 हजार 963 लोगों में 747,324़ 650 मीट्रिक टन खाद्यान्न का आवंटन हुआ था। इसमें 96 लाख 22 हजार 404 लोगों को 265,360़ 285 मीट्रिक टन खाद्यान्न निशुल्क वितरित हुआ है।


द्वितीय चरण के अप्रैल में ही शुरू हुए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 3 करोड़ 57 लाख 39 हजार 226 लोगों को 686,145़ 660 मीट्रिक टन चावल का उपलब्ध कराया गया था। जिसमें 3 करोड़ 32 लाख 43 हजार 846 लोगों को 686,145़ 660 मीट्रिक टन नि शुल्क चावल बांटा गया है। मई में शुरू हुए तीसरे चरण के खाद्यान्न वितरण कार्यक्रम के तहत 3 करोड़ 53 लाख 19 हजार 530 लोगों को 756,626़ 490 मीट्रिक टन खाद्यान्न वितरित किया गया था। इनमें से 95 लाख 17 हजार 698 लोगों को 264,372़ 405 मीट्रिक टन निशुल्क उपलब्ध कराया गया तो इसी माह में चौथे चरण में शुरू हुए प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत 3 करोड़ 55 लाख 43 हजार 683 लोगों को 694,468़ 060 मीट्रिक टन खाद्यान्न वितरण कर प्रदेश सरकार ने गरीबों की पीड़ा को कम करने का प्रयास किया था। इसमें भी 3 करोड़ 34 लाख 85 हजार 84 लोगों को नि:शुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराने का कार्य परवान चढ़ाया गया था।


उत्तराखंडः 41 नए मामले, आंकड़ा एक हजार

देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना का कहर जारी है। आज उत्तराखंड में कुल 41 मामले आए जिसके बाद प्रदेश में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 100 के लगभग पहुँच गया है। वहीं बीते दिन रिकॉर्ड तोड़ मामले सामने आए हैं। हर दिन संक्रमितों का ग्राफ तेजी से बढ़ रहा है। दरअसल अकड़ा 1000 के करीब पहुंच गया है। शासन द्वारा जारी दोपहर 02 बजे के हेल्थ बुलेटिन के अनुसार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में 41 मरीजों की बढ़ोतरी हुई है। इसी के साथ राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 999 हो गई है। वही अब तक 243 मरीज स्वस्थ भी हो चुके है। अभी तक मिले मरीजों में चमोली 03, देहरादून 26 , हरिद्वार 01 और टिहरी में मरीज़ बढे। कोरोना वायरस थमने का नाम नहीं ले रहा।


हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...