गुरुवार, 30 अप्रैल 2020

सीडीओ ने मास्क वितरित किए

भानु प्रताप उपाध्याय


शामली। जनपद शामली मुख्य विकास अधिकारी शंभू नाथ तिवारी ने कोरोना वायरस से बचने के लिए समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित आवासीय वृद्ध आश्रम में पुरुषों व महिलाओं को मास्क वितरित किये तथा शेल्डर होम रायल पब्लिक स्कूल में व्यवस्था का जायजा लिया तथा क्वॉरेंटाइन व्यक्ति का हाल-चाल भी पूछा गया।उन्होंने गरीबों को हरसंभव मदद देने का भरोसा दिया उन्होंने गरीबों को साबुन से हाथ धुलाने के पश्चात सुरक्षा के तौर पर उन्हें मास्क वितरित किये तथा सभी को सामाजिक दूरी के साथ अपने आप को दिन में कई बार हाथों को साबुन से धोए।उन्होंने उपस्थित लोगों से सामाजिक दूरी बनाते हुए संपूर्ण लॉकडाउन का पालन करने की अपील की उन्होंने कहा सुरक्षा ही बचाव है।


गाजियाबादः 3 घंटे में मर्डर का खुलासा

अश्वनी उपाध्याय


गाज़ियाबाद। थाना कोतवाली नगर पुलिस ने लाॅकडाउन के अंतर्गत हुई हत्या का मात्र 3 घंटों के भीतर खुलासा करते हुए मुख्य आरोपी समेत तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इतना ही नहीं, पुलिस ने आरोपियों के पास से लोहे का एक सब्बल एवं खून से सने कपड़े भी बरामद कर लिए हैं।
आपको बताते चलें कि गत् 28 अप्रैल को थाना कोतवाली नगर के रेलवे कॉलोनी बजरिया निवासी एक सुरजीत नामक व्यक्ति की हत्या कर दी गई थी और फिर उसके शव को एक खाली पड़े मकान में फेंक दिया गया था।
गौरतलब है कि सुरजीत की हत्या के संबंध में उसकी पत्नी रशिका ने थाना कोतवाली नगर में तहरीर देते हुए मुकदमा दर्ज कराया था। जिसकी, जानकारी एसएसपी कलानिधि नैथानी को होते ही उन्होंने तत्काल एसपी सिटी मनीष कुमार मिश्रा और क्षेत्राधिकारी नगर प्रथम एवं थाना कोतवाली प्रभारी निरीक्षक को उक्त हत्या का जल्द से जल्द खुलासा करने हेतु आवश्यक निर्देश दिए थे। इतना ही नहीं, उन्होंने एक टीम का भी तुरंत ही गठन कर दिया था।


आपको बता दें कि जिसका अनुपालन करते हुए थाना कोतवाली प्रभारी निरीक्षक विष्णु कौशिक और उनकी टीम के निरीक्षक अपराध राजेश सिंह, उपनिरीक्षक जोगेंद्र कुमार, महिला उपनिरीक्षक मंजू सिंह, महिला सिपाही प्रियंका, सिपाही सुरेशपाल सिंह और सिपाही महिपाल सिंह ने मात्र 3 घंटों के भीतर सुरजीत की हत्या का खुलासा करते हुए मुख्य आरोपी समेत तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और उनके पास से हत्या में शामिल लोहे का एक सब्बल भी बरामद कर लिया। इतना ही नहीं, पुलिस ने खून में सने कपड़े भी बरामद कर लिए हैं।


दरअसल, पुलिस की जांच में हत्या करने वाला और कोई नहीं बल्कि मृतक की पत्नी वादीया रशिका और उसकी सांस रमादेवी समेत एक और अन्य आरोपी पाया गया हैं, जोकि मुख्य आरोपी हैं। बता दें कि सुरजीत की हत्या उसकी सांस के अवैध संबंध के चलते की गई है। जिसकी, जानकारी मृतक सुजीत को थी, तथा इस बात को लेकर मृतक का अपनी सांस से कई बार झगड़ा भी हो गया था। परंतु, मृतक की पत्नी हमेशा अपनी ही मां का समर्थन किया करती थी।


पूछताछ में, यह बात निकलकर आई है कि मृतक सुरजीत की सांस का देवेंद्र उर्फ कंसा पुत्र स्वर्गीय नंदलाल निवासी हाल थाना कोतवाली के साथ अवैध संबंध था। जिसको लेकर मृतक सुरजीत और उसकी सांस का आए-दिन झगड़ा होता रहता था। इतना ही नहीं, मृतक की पत्नी भी अपनी मां का ही समर्थन किया करती थी, और कई बार तो ऐसा भी हुआ करता था कि मृतक की पत्नी अपने 4 वर्षीय बच्चे को छोड़कर अपनी मां के यहां चली जाया करती थी। जिस बात को लेकर मृतक काफी चिंतित था और उसका आए-दिन अपनी सांस से इस बात को लेकर झगड़ा भी होता रहता था।


थाना कोतवाली प्रभारी निरीक्षक विष्णु कोशिक ने जानकारी देते हुए बताया कि मृतक सुरजीत और उसकी सांस का घर आस-पास में ही था। इसीलिए, मृतक सुरजीत को अपनी सांस के अवैध संबंध की जानकारी थी और वह इसी बात को लेकर अपनी सांस से लड़ता झगड़ता रहता था। इतना ही नहीं, उन्होंने बताया कि अभियुक्त गणों ने पूरी योजना के तहत मृतक सुरजीत को पहले तो जालसाजी से अपने घर(ससुराल) बुला लिया और फिर उसकी हत्या करके उसके शव को पड़ोस में खाली पड़े मकान में फेंक दिया था और फिर खुद ही उसकी हत्या की तहरीर लिखकर थाने में दे दी थी।


हालांकि, पुलिस ने मात्र 3 घंटों के भीतर सुरजीत की हत्या का खुलासा करते हुए मुख्य आरोपी समेत तीनों आरोपियों को मुखबिर की सूचना पर तत्काल गिरफ्तार कर लिया और उनके विरुद्ध कानूनी-कार्रवाई करके उनको जेल भी भेज दिया है। वहीं, एसएसपी कलानिधि नैथानी ने तत्काल हत्या का खुलासा करने वाली टीम को पुरस्कार देने की घोषणा की है।


हॉटस्पॉट में प्रशासन पर पुष्प वर्षा

झाँसी। थाना कोतवाली के एक छेत्र से कोरोना के 4 मरीज मिलने से हड़कंप मचा हुआ है तो वही दूसरी और हॉट स्पॉट इलाके में जांच करने पहुँची स्वास्थ विभाग की टीम पर स्थानिय लोगो ने अपने घरों से फूल बरसाए और तालिया बज कर टीम का अभिनंदन किया। इस दौरान स्वास्थ विभाग की टीम जहाँ से भी निकली लोगो ने इन कोरोना वॉरियर्स पर फूल बरसा कर इनका हौसला भड़ाया। मेडिकल टीम ने ओरछा गेट से होते हुए कपूर टेकरी तक जांच की।


दुनिया भर में 226141 लोगों की मौतें

नई दिल्ली। दुनियाभर में वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (कोविड-19) का प्रकोप लगातार बढ़ता ही जा रहा है और इससे विश्वभर में अब तक 226143 लोगों की मौत हो चुकी है तथा 3144393 लोग संक्रमित हुए हैं।


भारत में भी कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से गुरुवार सुबह जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक देश के 32 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में इस संक्रमण से अब तक 33050 लोग प्रभावित हुए हैं तथा 1074 लोगों की मौत हुई है। देश में अब तक 8325 लोग इसके संक्रमण से पूरी तरह ठीक भी हो चुके हैं।


अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केन्द्र (सीएसएसई) की ओर से जारी किए गये आंकड़ों के मुताबिक अमेरिका में कोरोना वायरस से दुनिया में सर्वाधिक लोग संक्रमित हुए हैं तथा यहां सबसे अधिक मौतें भी हुई हैं। विश्व की महाशक्ति माने-जाने वाले अमेरिका में इस जानलेवा विषाणु से अब तक 10.38 लाख से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं तथा 60876 लोगों की मौत हो चुकी है।


यूरोप में सबसे गंभीर रूप से प्रभावित देश इटली में इस महामारी के कारण अब तक 27682 लोगों की मौत हुई है और अब तक 203591 लोग इससे संक्रमित हुए हैं। स्पेन कोविड-19 के संक्रमण से सबसे अधिक प्रभावित होने वाले देशों की सूची में अमेरिका के बाद दूसरे नंबर पर है। यहां अब तक 212917 लोग इसकी चपेट में आ चुके हैं और 24275 लोगों की इसके कारण मृत्यु हो चुकी है। इस वैश्विक महामारी के केंद्र चीन में अब तक 82862 लोग संक्रमित हुए हैं और 4633 लोगों की मृत्यु हुई है। इस वायरस को लेकर तैयार की गयी एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन में हुई मौत के 80 प्रतिशत मामले 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के थे। इस बीच, कोरोना वायरस से संक्रमण और मौत के मामले में यूरोपीय देश फ्रांस और जर्मनी में भी हालात काफी खराब बदतर हैं। फ्रांस में अब तक 166543 लोग संक्रमित हुए हैं और 24087 लाेगों की मौत हो चुकी है। जर्मनी में कोरोना वायरस से 157641 लोग संक्रमित हुए हैं और 6115 लोगों की मौत हुई है।


इसके अलावा ब्रिटेन में भी हालात लगातार खराब होते जा रहे हैं। यहां अब तक इस महामारी से 161145 लोग प्रभावित हुए हैं और अब तक 26097 लोगों की इसके कारण मौत हो चुकी है। तुर्की में कोरोना संक्रमितों की संख्या 114653 हो गयी है तथा इससे अब तक 2992 लोगों की मौत हुई है। कोरोना वायरस से गंभीर रूप से प्रभावित खाड़ी देश ईरान में 93657 लोग इससे संक्रमित हुए हैं जबकि 5957 लोगों की इसके कारण मौत हुई है। अन्य देशों की भांति रूस में भी कोविड-19 का प्रकोप लगातार तेजी से बढ़ रहा है।


रूस में कोरोना संक्रमण के मामले एक लाख के करीब पहुंच गये हैं। वहां अब तक 99399 मामलों की पुष्टि हो चुकी है जबकि 972 लोगों की इस महामारी के कारण मौत हुई है।



  • कोरोना से बेल्जियम में 7501, नीदरलैंड में 4711, ब्राजील में 5017, कनाडा में 2904, स्वीडन में 2462, स्विट्जरलैंड में 1699, मैक्सिको में 1732, आयरलैंड में 1159 और पुर्तगाल में 973 लोगों की मौत हो गयी है। इसके अलावा पड़ोसी देश पाकिस्तान में कोराेना वायरस के अब तक 15289 मामलों की पुष्टि हो चुकी है और इसके कारण 335 लोगाें की मौत हुई है।


बरकरार रह पाएगी उद्धव की कुर्सी ?

मुंबई। महाराष्ट्र विधान परिषद में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की सदस्यता को लेकर पेंच फंसा हुआ है। महाराष्ट्र सरकार के गठन के बाद पांच महीने का समय बीत गया है, लेकिन उद्धव ठाकरे अभी तक विधानसभा या विधान परिषद में नहीं पहुंच सके हैं। महा विकास आघाडी सरकार का उद्धव को विधान परिषद भेजने का प्रयास काफी तेजी से चल रहा है। वरिष्ठ मंत्रियों का प्रतिनिधिमंडल राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिलने और उद्धव ठाकरे को विधान परिषद सदस्य मनोनीत करने का प्रस्ताव लेकर राजभवन पहुंचा, लेकिन राज्यपाल ने अभी तक इस पर कोई फैसला नहीं लिया है। ऐसे में उद्धव ठाकरे की मुख्यमंत्री की कुर्सी पर खतरा मंडराने लगा है।


अगर राज्यपाल उद्धव ठाकरे को मनोनीत नहीं करते हैं, तो उन्हें इस्तीफा देकर अपना सीएम पद छोड़ना पड़ सकता है। ऐसे में हमने संविधान विशेषज्ञ राकेश द्विवेदी और सुब्रमण्यम स्वामी से बातचीत की। आइए, जानते हैं कि संविधान के जानकारों का इस विषय पर क्या कहना है-


1. महाराष्ट्र के गवर्नर, कैबिनेट की सिफारिश मानने के लिए बाध्य हैं।


2. गवर्नर विशेष परिस्थिति में कुछ और डिटेल्स मांग सकते हैं, लेकिन कैबिनेट से दोबारा सिफारिश किए जाने पर गवर्नर को मानना ही होगा।


3. छह महीने के भीतर किसी सदन का सदस्य नहीं बन पाने की वजह से जयललिता को मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ा था। सुब्रह्मण्यम स्वामी की याचिका पर कोर्ट ने साफ किया था कि छह महीने की मोहलत एक बार इस्तेमाल करने के लिए है।


4. क्या नॉमिनेटेड मेंबर के तौर पर मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठ सकते हैं? तो इसके जवाब में सबका मानना है कि कानूनी तौर पर इसकी मनाही नही है, नैतिकता की बात अलग है।


5. संविधान के अनुच्छेद 171 (3) (E) के तहत राज्यपाल, विधान परिषद में कुछ सदस्यों को मनोनीत करते हैं। अनुच्छेद 171 (5) के मुताबिक उन लोगों को राज्यपाल मनोनीत करता है, जिन्होंने लिट्रेचर, साइंस, आर्ट, को-ऑपरेटिव मूवमेंट और सोशल सर्विस के क्षेत्र में कोई विशेष कार्य किया हो।


चीन छोड़ कर आना चाहती है कंपनियां

नोएडा। कोरोना महामारी के बाद मल्टीनेशनल कंपनियों का मोह चीन से भंग होने लगा है। अब वह अपने आगे का कारोबार चीन में रहकर नहीं करना चाहती हैं। यही वजह है कि उन्‍होंने अब भारत में अपनी कंपनियों के लिए अवसर खोजना शुरू कर दिया है। वहीं, इन कंपनियों की चाहत को भांपते हुए उत्‍तर प्रदेश की योगी सरकार ने अपनी तरह से एक पहल की है। इस पहल के तहत, यूपी सरकार ने चीन छोड़कर आने वाली कंपनियों को उत्‍तर प्रदेश में निवेश करने का आमंत्रण दिया है। वहीं, सूबे के मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने इन कंपनियों को भरोसा दिलाया है कि उन्‍हें उत्‍तर प्रदेश में व्‍यापार के समुचित माहौल के साथ हर संभव सुविधा और सहूलियतें दी जाएंगी। योगी सरकार की इस पहल का अब सकारात्‍मक असर भी दिखने लगा है।


दो कंपनियों ने यमुना अथॉरिटी को भेजा आवेदन
मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ के आमंत्रण की खबर लगते ही चीन छोड़ कर जाने को तैयार कंपनियों को मुंह मांगी मुराद मिल गई है। हाल में, ऐसी दो कंपनियां सामने आई हैं, जो चीन से अपना व्‍यापार खत्‍म कर उत्‍तर प्रदेश में अपनी कारखाने लगाना चाहती है। हुआके और हुंसान नामक इन दोनों कंपनियों ने यमुना अथॉरिटी को अपने आवेदन भेज दिए हैं। वहीं, यमुना अथॉरिटी ने भी इन दोनों कंपनियों के आवेदन स्‍वीकार कर लिए हैं। यमुना अथॉरिटी के एक वरिष्‍ठ अधिकारी की माने तो उत्‍तर प्रदेश में अपना भविष्‍य तलाशने वाली कंपनियों में कई अन्‍य कंपनियां भी शामिल है। इन कंपनियों ने भले ही अभी तक औपचारिकतौर पर अपना आवदेन नहीं दिया हो, लेकिन बीते कई दिनों से अथॉरिटी के अधिकारियों के संपर्क में हैं। जल्‍द ये कंपि‍नयां भी उत्‍तर प्रदेश में निवेश का फैसला कर सकती है।


जल्‍द शुरू होगी आवंटन की ऑनलाइन प्रक्रिया यमुना अथॉरिटी के सीईओ अरुणवीर सिंह ने बातचीत में बताया कि हुआके और हुंसान नामक दो कंपनियों के आवेदन स्‍वीकार किए गए हैं। अगले सप्‍ताह से आवंटन की प्रक्रिया को ऑनलाइन पूरा किया जाएगा। उन्‍होंने बताया कि हुआके कैमरे के ऐसेसिरिज बनाने वाली कंपनी है। वहीं हुंसान इलेकट्रॉनिक कंपोनेंट तैयार करती है। उन्‍होंने बताया कि चीन छोड़कर भारत आने वाली कंपनियों के लिए निवेश का बेहतर वातावरण यूपी में मौजूद है, जिसको देखते हुए वीवो या ओपो जैसी मोबाइल कंपनियों के कंपोनेंट तैयार करने वाली कंपनियां उत्‍तर प्रदेश में निवेश के अवसर खोज रही हैं। वहीं, नोएडा और गाजियाबाद में विशेष रूप से तैयार किए गए इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग जोन भी विदेशी कंपनियों को आकर्षित कर रहा है। जल्‍द ही, भारत में अपना भविष्‍य तलाशती विदेशी कंपनियां इन्‍हीं क्षेत्रों में निवेश करती नजर आएंगी।


विदेशी कंपनियों को यूपी में मिलेगी विशेष छूट
यमुना अथॉरिटी के सीईओ अरुणवीर सिंह ने बातचीत में बताया कि यूपी सरकार ने अपनी औद्योगिक नीति के तहत विदेश से आकर निवेश करने वाली कंपनियों को कई तरह की रियायतें दी गई हैं, जिनमें विदेश से आकर निवेश करने वाली कंपनियों को 25 फीसदी की लैंड सब्सिडी भी शामिल है। इसके अलावा, इन कंपनियों को स्‍टैंप ड्यूटी और इलेक्ट्रिसिटी रेट में भी छूट दी जा रही है। सरकार ने इन कंपनियों को रिसर्च एण्‍ड डेवलपमेंट के लिए अलग राशि का प्रावधान किया है। इतना ही नहीं, कपंनियों को दस साल तक राज्‍य सरकार की जीएसटी के रीइंबर्समेंट का प्रावधान भी शामिल है। इन कंपनियों के लिए रियायती दरों पर बैंक लोन भी उपलब्‍ध कराया गया है। सीईओ अरुणवीर सिंह के अनुसार, विदेश से आकर यूपी में निवेश करने वाली सभी कंपनियों को यह छूट दी जा रही है।


बैक डोर की राजनीति में रुचि नहीं

मुंबई। महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे की कुर्सी पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं, ऐसे में राज्य मंत्रिमंडल ने उद्धव ठाकरे को विधान परीषद में मनोनीत करने की दूसरी बार सिफारिश की थी और इसी सिलसिले में महाराष्ट्र विकास अघाड़ी के सदस्य मंगलवार को राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से भी मिले थे, जिसके बाद महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक बड़ा बयान दिया है, फडणवीस ने कहा कि भाजपा पीछे के दरवाजे से घुसकर राजनीति करने में कोई रुचि नहीं रखती है।


मैं बस यह कहना चाहूंगा कि राज्यपाल जो भी फैसला लेंगे वो संवैधानिक नियमों के अनुरूप और उचित होगा, उद्धव ठाकरे को परिषद में मनोनीत करने और सीएम के रूप में जारी रखने के लिए भाजपा बहुत खुश होगी क्योंकि बीजेपी राज्य में अस्थिरता नहीं चाहती है। मालूम हो कि ऐसी खबर है कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मदद मांगी है, दरअसल उद्धव ठाकरे के विधान परिषद में राज्यपाल नामित सदस्य के तौर पर नियुक्ति का निर्णय फिलहाल राजभवन में लंबित है, ठाकरे ने पीएम मोदी से इस बारे में राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से बात कर अपना रास्ता साफ कराने का आग्रह किया है।


‘राज्य में राजनीतिक अस्थिरता पैदा करने की कोशिशें की जा रही है’


मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उद्धव ठाकरे ने पीएम मोदी से फोन पर बात कर उन्हें बताया कि राज्य में राजनीतिक अस्थिरता पैदा करने की कोशिशें की जा रही है। कोरोना संकट के चलते राज्य में विधानसभा या विधान परिषद का उप-चुनाव अभी संभव नहीं है। ऐसे में राज्य मंत्रिमंडल ने राज्यपाल से आग्रह किया है कि वह अपने कोटे से मुख्यमंत्री को विधान परिषद के लिए मनोनीत करें, दरअसल राज्यपाल के पास विधान परिषद में दो सदस्यों करने को मनोनीत करने का अधिकार है। हालांकि, राज्यपाल ने अभी तक इस बारे में कोई निर्णय नहीं लिया है। अगर राज्यपाल एक महीने के भीतर ठाकरे को विधान परिषद का सदस्य मनोनीत नहीं करते हैं, तो उनका मुख्यमंत्री बने रहना संभव नहीं होगा और इस्तीफा देना पड़ सकता है। बताया जा रहा है कि उद्धव की बातें सुनकर पीएम मोदी ने उन्हें मामले को जल्द देखने की बात कही है।


अंतिम संस्कार में 24 लोग हुए शामिल

मुंबई। अभिनेता ऋषि कपूर ने 67 की उम्र में गुरुवार की सुबह आखिरी सांसे लीं। बुधवार (29 अप्रैल) को उनकी तबीयत अचानक से बिगड़ गई। उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही है, जब परिवार ने एच एन रिलायंस अस्पताल में भर्ती कराया था। ऋषि कपूर ने निधन की खबर सुनते ही रिश्तेदार और करीबी उनके अंतिम दर्शन के लिए यहां पहुंच रहे हैं। नीतू कपूर भी आदर जैन के साथ पहुंची हैं।


आलिया भट्ट, करीना कपूर, सैफ अली खान, आदर जैन समेत कपूर खानदान के कई सदस्य अस्पताल पहुंच चुके हैं। जहां करीना कपूर की तस्वीर सामने आई है, आलिया भट्ट को कार में स्पॉट किया गया है। बता दें, आलिया और रणबीर एक दूसरे को डेट कर रहे हैं और आलिया कपूर परिवार के काफी करीब है। लिहाजा, इस दुख के समय में वो परिवार के साथ हैं। ऋषि कपूर के निधन की जानकारी शेयर करते हुए नीतू कपूर ने लिखा- इस क्षति के मौके पर, हम महसूस करते हैं कि दुनिया एक संकट के समय से गुजर रहा है। लॉकडाउन है और लोग एकत्रित नहीं हो सकते। हम सभी फैंस और चाहने वालों से विनती करते हैं कि नियमों का उल्लंघन ना करें।


यूपी के सभी जोनों में छूट की तैयारी

लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना संक्रमण से अब तक अछूते या कम प्रभावित जिलों में कुछ गतिविधियां शुरू करने के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि ग्रीन जोन तथा ओरेंज जोन में छूट वाली गतिविधियों के लिए एक कार्य योजना बनाई जाए। उन्होंने कहा है कोरोना संक्रमण की प्रत्येक चेन को तोड़ना है। मुख्यमंत्री ने यह बात टीम 11 के अधिकारियों के साथ लॉकडाउन व्यवस्था की समीक्षा बैठक में कही। उन्होंने कहा कि 3 मई के पश्चात औद्योगिक इकाइयों को किस प्रकार शुरू किया जाए, इसके लिए एक कार्य योजना तैयार की जाए। प्रवासी श्रमिकों को रोजगार देने की कार्य योजना बनायी जाए।


जोनवार जिलों की श्रेणी–


रेड जोन के जिले ( 20 से ज्यादा मरीज वाले जिले) : – आगरा, लखनऊ, गाजियाबाद, नोएडा, कानपुर, मुरादाबाद, वाराणसी, शामली, मेरठ, बुलंदशहर, बस्ती, हापुड़, फिरोजाबाद, सहारनपुर, रायबरेली, बिजनौर, सीतापुर, रामपुर, अमरोहा, संतकबीरनगर, अलीगढ़।


आरेंज जोन :- ( जहां पिछले 14 दिनों में कोई नया केस नहीं आया ):श्रावस्ती, बहराइच,बागपत, बरेली, गाजीपुर, आजमगढ़, हरदोई, प्रतापगढ़, शाहजहांपुर, बांदा, महाराजगंज, हाथरस, मिर्जापुर, औरैया, बाराबंकी, कौशांबी, प्रयागराज, मथुरा, बदायूं, मुजफ्फरनगर, भदोही, कासगंज, इटावा, संभल, उन्नाव, कन्नौज, मैनपुरी, गोंडा, मऊ, लखीमपुर, पीलीभीत, एटा, सुलतानपुर बलरामपुर, अयोध्या, जालौन, गोरखपुर व झांसी…।


ग्रीन जोन:- अंबेडकरनगर, अमेठी, बलिया, देवरिया, चित्रकूट, फर्रुखाबाद, कानपुर देहात, सिद्धार्थनगर, बलरामपुर, कुशीनगर, ललितपुर, महोबा, फतेहपुर, चंदौली और सोनभद्र। ( सभी ऐसे जिले जहां अभी तक कोई कोरोना संक्रमण का केस नहीं है। रेड जोन का जिला भी ग्रीन जोन में जा सकता है, जहां 28 दिनों में कोई नया केस नहीं आया है


कोविड अस्पतालों का डीएम व सीएमओ करें निरीक्षण


मुख्यमंत्री ने कहा,शेल्टर होम में 14 दिन की संस्थागत क्वारंटीन पूरा करने वालों का चिकित्सीय परीक्षण कराके होम क्वारंटीन के लिए घर भेजा जाए। मेडिकल टेस्टिंग के लिए पूल टेस्टिंग व रैण्डम टेस्टिंग का उपयोग किया जाए। जिलाधिकारी एवं मुख्य चिकित्साधिकारी एल-1, एल-2 तथा एल-3 कोविड चिकित्सालयों, शेल्टर होम व क्वारंटीन सेन्टर का निरीक्षण करें। उन्होंने कहा है कि शेल्टर होम को जियो टैग किया जाए।


कोविड अस्पताल में प्लाज्मा थेरेपी को दें बढ़ावा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एल-1, एल-2 अस्पतालों में आक्सीजन की सुचारु व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाए। एल-1 श्रेणी के कोविड अस्पतालों की संख्या में वृद्धि की जाए। एल-3 कोविड अस्पतालों में बेड्स बढ़ाये जाएं। सभी चिकित्सालयों में पीपीई किट तथा एन-95 मास्क की सुचारु उपलब्धता की जाए। कोविड-19 के रोगियों के उपचार के लिए प्लाज्मा थेरेपी को बढ़ावा दिया जाए। टेस्टिंग क्षमता में वृद्धि की जाए। सभी टेस्टिंग लैब्स में पूल टेस्टिंग की व्यवस्था उपलब्ध करायी जाए। टेस्टिंग क्षमता में वृद्धि के मद्देनजर वैश्विक स्तर पर टेक्नोलाजी प्राप्त करने पर विचार किया जाए।


स्वास्थ्य कर्मियों को करें प्रशिक्षितः मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमण की प्रत्येक चेन को तोड़ना है। मेडिकल इन्फेक्शन को रोकने के लिए सभी स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित किया जाए। उन्होंने बायो-मेडिकल वेस्ट का उचित निस्तारण सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिये। मुख्य चिकित्सा अधिकारी नर्सिंग होम के संचालकों तथा अन्य डाक्टरों के साथ बैठक करते हुए टेलीमेडिसिन के माध्यम से चिकित्सीय परामर्श उपलब्ध कराने वाले डाक्टरों की व्यवस्था करें।


भूसा बैंक बनाने के निर्देशः मुख्यमंत्री ने कहा कि निराश्रित गोवंश के लिए गोवंश आश्रय स्थलों पर भूसा बैंक स्थापित किया जाए। उन्होंने कहा कि निराश्रित व्यक्ति की मृत्यु होने पर शासन द्वारा अनुमन्य राशि से दिवंगत का अन्तिम संस्कार कराया जाए।


संवाददाता-कैलाश नाथ राना की रिपोर्ट…


शराब की दुकानें खोलने की मांग

नई दिल्ली। लॉकडाउन के बाद देश में सभी शराब की दुकानें बंद पड़े हैं। पिछले कई दिनों से इन दुकानों को खोलने पर बातचीत हो रही है। केरल, महाराष्ट्र, पंजाब, उत्तर प्रदेश और दिल्ली में इन दुकानों को खोलने पर चर्चाएं भी हुई। इसके बावजूद कामयाबी नहीं मिली। लेकिन अब एक संगठन सामने आया है जिसने देश के 10 राज्यों में शराब की दुकानों को खोलने की मांग की है। संगठन से कोरोना वायरस और लॉकडाउन के बीच एक नायाब आइडिया भी सरकार को दिया है।


CIABC आया सामने
शराब निर्माता कंपनियों के संगठन दि कंफेडरेशन ऑफ इंडियन अल्कोहल बेवरेज कंपनीज (CIABC) सामने आया है। संगठन ने दस राज्यों में शराब की दुकान खोलने की मांग की है। संगठन से सुझाया है कि इन राज्यों में कई ऐसी जगह है जहां कोरोना वायरस का कोई मामला सामने नहीं आया है। राज्यों से अनुरोध किया गया है कि इन स्थानों की निशानदेही कर यहां शराब की दुकानें दोबारा खोलने की इजाजत देनी चाहिए।


दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश समेत 10 राज्यों से की मांग
संगठन के एक अधिकारी ने बताया कि हमने राजधानी दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, पंजाब, महाराष्ट्र, राजस्थान, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और कर्णाटक के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखा है। हमने राज्यों से कहा है कि इन राज्यों के कई जिलों में कोरोना वायरस का एक भी मामला सामने नहीं आया है। ऐसे में इन जिलों में सुरक्षा के सभी उपायों के साथ शराब की दुकान खोलने की इजाजत मिलनी चाहिए। अधिकारी ने बताया कि फिलहाल राज्यों ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।


हो रहा है करोड़ों का नुकसान
मामले से जुड़े जानकारों का कहना है कि लॉकडाउन की वजह से शराब निर्माता कंपनियों को करोड़ों का नुकसान हो रहा है। देश में सभी शराब की दुकानें बंद हैं। ऐसे में कंपनियों के प्रोडक्ट नहीं बिक रहे हैं। इसी वजह से राज्यों को भी राजस्व का भारी नुकसान झेलना पड़ रहा है। संगठन को उम्मीद है कि जल्द सरकार इस मामले में कदम उठाएगी और शराब की दुकानों को दोबारा खोलने की इजाजत दे देगी।


पंजाबः 23 श्रद्धालुओं में मिला संक्रमण

अमृतसर। पंजाब में कोरोना के पाजीटिव मामले सामने रहे हैं। गुरुद्वारा श्री हजूर साहिब नांदेड़ साहिब से श्रद्धालुओं का पंजाब आना लगातार जारी है। हालांकि सरकार की तरफ से सभी श्रद्धालुओं को आते ही उन्हें चेक करने और उन्हें क्वॉरेंटाइन करने के पूरे इंतजाम किए गए हैं लेकिन श्रद्धालुओं ने पंजाब के लिए बड़ा खतरा पैदा कर दिया है। आज पंजाब में 52 श्रद्धालुओं की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है जिनमें से 23 श्रद्धालु अमृतसर जिले में है। तरनतारन में 7 श्रद्धालु पाजीटिव पाए गए हैं। तरनतारन में अब कुल संख्या 15 हो गई है। जालंधर से भी एक श्रद्धालु पाजीटिव पाया गया है। पंजाब में अब तक 87 श्रद्धालु कोरोना पाजीटिव पाए गए हैं। वहीं प्रदेश में पाजीटिव केसों की संफ्या 400 हो गई है। इसमें एक और भी बड़ी बात सामने आ रही है कि ज्यादातर पाजीटिव पाए गए श्रद्धालुओं में कोरोना के कोई भी लक्षण नहीं पाए गए हैं जो एक बड़ी चिंताजनक बात है। जालन्धर में भी एक श्रद्धालु की रिपोर्ट पाजीटिव आई है। ज्यादातर श्रद्धालु वो पाजीटिव आए है जो कि निजी वाहनों से वापस आए है।


मददः 65 हजार करोड़ की जरूरत

नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर और जानेमाने अर्थशास्त्री रघुराम राजन ने लॉकडाउन के बाद आर्थिक गतिविधियां जल्द खोलने की पैरवी करते हुए कहा कि कोरोना वायरस से निपटने के साथ ही लोगों की आजीविका की सुरक्षा करनी होगी। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से किए गए संवाद के दौरान उन्होंने कहा कि देश के गरीबों, मजदूरों और किसानों की प्रत्यक्ष अंतरण के माध्यम से वित्तीय मदद करनी होगी जिसमें 65 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे।


गरीबों की मदद जरूरी
गांधी के एक प्रश्न के उत्तर में राजन ने कहा कि सामाजिक सौहार्द में लोगों की भलाई है और इस चुनौतीपूर्ण समय में हम विभाजित रहने का जोखिम नहीं उठा सकते। राजन ने कहा, ‘हमारी अर्थव्यवस्था 200 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की है और हम 65 हजार करोड़ रुपये वहन कर सकते हैं।’ उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को जल्द खोलना होगा और साथ ही कोरोना वायरस से निपटने के कदम भी उठाते रहने होंगे।


रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर ने भारत में कोरोना की जांच की संख्या के मुद्दे पर कहा कि अमेरिका में रोजाना औसतन 1,50,000 जांच हो रही हैं। बहुत सारे विशेषज्ञ कह रहे हैं कि पांच लाख लोगों की जांच करनी चाहिए। भारत में हम रोजाना 20-25 हजार जांच कर रहे हैं। ऐसे हमें बड़े पैमाने पर जांच करनी होगी। वैश्विक स्तर पर अर्थव्यवस्था को लेकर रघुराम राजन ने कहा कि मुझे लगता है कि ग्लोबल आर्थिक सिस्टम में कुछ गलत तो है, लोगों के पास नौकरी नहीं हैं, जिनके पास नौकरी है उनको आगे की चिंता है, आय का असमान वितरण हो रहा है अवसरों का सही वितरण करना होगा।


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