रविवार, 12 अप्रैल 2020

संस्था ने कराया सोडियम का छिड़काव

श्री सहस्रबाहु अर्जुन सेवा समिति की ओर से सोडियम क्लोराइड का किया जा रहा है छिड़काव


अलवर। कोरोना वायरस के कारण लॉक डाउन के दौरान से ही श्री सहस्त्रबाहु अर्जुन सेवा समिति एवम अखिल भारतीय जायसवाल सर्ववर्गयी युवा महासभा  के तत्वाधान में राशन किट वितरण एवं खाने के पैकेट बांटे जा रहे हैं।  मदन सिंह हाड़ा ने बताया कि कोरोना वायरस की महामारी से सम्पूर्ण देश लॉक डाउन है,अखिल भारतीय जायसवाल  सर्वज्ञ युवा महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कैलाश धनिष्ठा जी के आवाहन पर राशन किट वितरण वह भोजन के पैकेट उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इस दौरान ऐसे में सड़क, फुटपाथ, दुकानों के शेड के नीचे व खुले आसमान के नीचे रहने वाले मजूदर, भिक्षुक, निर्धन लोगों को उनका एक वक्त तक का भोजन भी नसीब नहीं हो रहा है । इस लॉक डाउन की स्थिति में जिला प्रशासन के सहयोग से उन गरीब लोगों तक जरूरत की सामग्री राशन किट व भूखे लोगो को खाना के पैकिट पहुंचाने का पवित्र काम श्री सहस्र बाहु अर्जुन सेवा समिति  के सदस्यों द्वारा किया जा रहा है !
जितेंद्र गोपालिया ने बताया कि श्री सहस्रबाहु अर्जुन सेवा समिति के सदस्यो के द्वारा आज लगभग 400 पैकिट खाना हलवा,परांठे, आलू छोले की सब्जी के पैकेट बानये जा रहे हैं श्री सहस्त्रबाहु अर्जुन सेवा समिति के सदस्यों द्वारा ही खाना तैयार किया जाता है । शिकारी बॉस,सूर्ये नगर, अम्बेडकर नगर, टेल्को चौराहे, तिजारा फाटक, अखैपूरा मोहल्ला, अशोका टाकीज,कबीर कॉलनी,  काला कुआँ, लड्डू खास की बगीची , एमआईए, शिवाजी पार्क, चोर डूँगरी आदि अलग अलग स्थानों पर जरूरतमंद परिवारो को राशन किट व खाना उपलब्ध कराया जा रहा है।
श्री सहस्त्रबाहु अर्जुन सेवा समिति के तत्वाधान में अलवर शहर मेंं बाल विहार स्कूल सोमवंशी सभा भवन संज्ञान कोचिंग कंपनी बाग के बाहर व मनी का बड़ आदि जगह सोडियम हाइपोक्लोराइट का छिडकाव किया गया।    
यह सोडियम हाइपोक्लोराइट का छिड़काव पूरे अलवर शहर में किया जा रहा है इसमें विशेष योगदान कांग्रेस जिलाध्यक्ष दिन बंधु शर्मा व अग्रवाल महासभा के अध्यक्ष अमित  गोयल जी का है।
इस दौरान युवा कांग्रेस के अलवर शहर अध्यक्ष सुनील सैनी ,विरेन्द्र शर्मा, पारश सैनी,सतीश सैनी,रितिक सोमवंशी,लव कुश यादव,जफर खान, रूपेंद्र् शर्मा, अध्यक्ष मदन सिंह हाडा, टोनी मामा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष महेश चंद सेठी,समिति संरक्षक श्याम सिंह, , जितेंद्र कुमार वर्मा,ललित धानावत, पुरुषोत्तम, तेज सिंह सोमवंशी, करण बेनीवाल, ओम प्रकाश जयसवाल, वेद प्रकाश बेनीवाल, सुनील  गोपालिया, रूपी सेठी,,मुकुल सेठी, मनीष, जितेंद्र गोपालिया, इत्यादि अपनी सेवाएं दे रहे हैं ।


ऑटो-टैक्सी चालकों को मिलेंगे 5000

ऑटो-टैक्सी चालकों को 5000 रुपये देगी दिल्ली सरकार


नई दिल्ली। दिल्ली में केजरीवाल सरकार के मंत्री और नजफगढ़ से विधायक कैलाश गहलोत ने इस बाबत एक ट्वीट किया है। कैलाश गहलोत ने अपने ट्वीट में लिखा है कि सीएम अरविंद केजरीवाल ने वादा किया था। दिल्ली कैबिनेट ने रविवार को प्रत्येक पैरा-ट्रांजिट वाहन चालक को 5000 रुपये देने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। कोरोना वायरस ने अब पूरी दुनिया को अपनी जद में ले लिया है। भारत में भी कोरोना ने अपना कहर बरपा रखा है। केन्द्र और राज्य सरकारें मिलकर तमाम कोशिशें कर रही हैं लेकिन कोरोना संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है।


लॉकडाउन की वजह से सभी उद्योग-धंधे बंद हो चुके हैं और लोगों का घरों से निकलना बंद हो चुका है। इसकी वजह से सबसे ज्यादा दिक्कत हर दिन मेहनत कर रोजी-रोटी कमाने वालों को हो रही है। केन्द्र और राज्य सरकारें ऐसे लोगों की मदद के लिए तमाम योजनाएं चला रही हैं। दिल्ली सरकार ने ऐसी ही एक योजना का प्रस्ताव आज पास कर दिया है जिसकी मदद से तमाम ऑटो रिक्शा, टैक्सी, टैंपो, स्कूल कैब और ई-रिक्शा चलाने वाले चालकों को आर्थिक मदद मिलेगी।


ब्रिटेनः 10,000 की मौत, 84000 संक्रमित

लंदन। ब्रिटेन में कोरोना वायरस की वजह से मरने वालों की संख्या 10 हजार के पार हो गई है। कोरोना संक्रमण के शिकार हुए ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को आज ही अस्पताल से छुट्टी मिली है। 
ब्रिटेन में कुल मामलों की संख्या 84 हजार के पार हो चुकी है। 


कोरोना के खिलाफ साझा लड़ाई पर ध्यान केंद्रित करें धार्मिक नेता : यूएन प्रमुख संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंतोनियो गुटेरेस ने सभी धर्मों के नेताओं से कोविड-19 संकट से पार पाने की साझा लड़ाई पर ध्यान केंद्रित करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि यह वक्त शांति के लिए काम करने और एक दूसरे पर अपने विश्वास को फिर से मजबूत करने का है। संयुक्त राष्ट्र प्रमुख ने कहा कि उनकी यह अपील ऐसे खास समय में है ब इसाई समुदाय के लोग ईस्टर मना रहे हैं, यहूदी पासओवर मना रहे हैं और मुसलमान समुदाय के लोगों का पवित्र माह रमजान शुरू होने वाला है। गुटेरेस ने कहा,‘आज मैं सभी धर्मों के नेताओं से विश्वभर में शांति कायम करने में लगी ताकतों का साथ देने की विशेष अपील करता हूं और कोविड-19 को मात देने की हमारी साझा लड़ाई पर ध्यान केंद्रित करने की अपील करता हूं।’ उन्होंने आग्रह किया कि ऐसे समय में, सभी को इन पवित्र अवसरों के सार से प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई कि साथ मिलकर दुनिया इस विषाणु को हरा सकती है और हराएगी। अस्पताल से बाहर आए बोरिस जॉनसनः ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। जॉनसन कोरोना से संक्रमित पाए गए थे। लंदन के सेंट थॉमस अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था।
तीन दिन तक आईसीयू में भर्ती रहे जॉनसन को 10 अप्रैल को हालत में सुधार आने के बाद सामान्य वार्ड में शिफ्ट किया गया था। उनकी गैरमौजूगी में विदेश सचिव डॉमिनिक राब को देश का नेतृत्व दिया गया था। बता दें कि जॉनसन एक महीने पहले ही कोरोना से संक्रमित पाए गए थे फिर उन्होंने खुद को पृथक (आईसोलेट) कर लिया था।


'लॉक डाउन' के महत्व को समझेंं

राजू सिंह


कौशांबी। कोरोना संकट से जूझ रही सरकार ने लॉक डाउन की तिथि बढ़ाते हुए 30 अप्रैल कर दी है। इस अवधि में प्रदेश सरकार ने इन नियमों को तय किया है।


सभी जिलों में 30 अप्रैल तक लॉकडाउन रहेगा। जिलों के दो वर्ग होंगे। ए वर्ग में वे जिले होंगे जहां 14 अप्रैल तक एक भी कोरोना पॉजिटिव केस नहीं मिला है। वर्ग बी में वह जिलेे होंगे जहां पॉजिटिव केस मिल चुके हैं या 14 अप्रैल तक और मिलने की आशंका है। ए वर्ग वाले जिलों में कुछ रियायतें दी जाएंगी। बी वर्ग वाले जिलों में प्रतिबंध पूरी तरह से जारी रहेगा। जिलों में चिह्नित किए गए हॉटस्पॉट वाले क्षेत्रों में किसी भी तरह का मूवमेंट पूरी तरह से प्रतिबंधित होगा। यहां प्रशासन राशन और अन्य जरूरी सामान की व्यवस्था करेगा।
30 अप्रैल तक प्रदेश में कहीं भी पांच से अधिक लोगों के जमा होने पर प्रतिबंध रहेेगा और धारा 144 लागू रहेगी।
31 मई तक पूरे प्रदेश में सार्वजनिक स्थानों पर मास्क पहनना अनिवार्य होगा और सोशल डिस्टेंसिंग की नीति भी इसी तारीख तक लागू रहेगी। वर्ग बी के जिलों की सीमाएं सील रहेंगी और सामान का परिवहन भी जिलों की सीमा के अंदर नहीं होगा। वर्ग ए के जिलों में जिलाधिकारी की अनुमति से परिवहन में रियायत दी जा सकती है। वर्ग ए और वर्ग बी वाले जिलों के बीच कोई आवागमन नहीं होगा। वर्तमान में लागू पास मान्य होंगे। स्वास्थ्य परीक्षण आदि जारी रहेगा। हॉटस्पॉट वाले इलाकों को छोड़कर जोखिम का आकलन कर डीएम निर्माण, औद्योगिक उत्पादन और खनन की अनुमति दे सकेंगे। स्टांप एवं रजिट्रेशन की सभी जिलों में नियमों के अधीन अनुमति मिल सकती है। होटल, धर्मशाला, होम स्टे, मॉल, सिनेमा हॉल, मल्टीप्लेक्स, जिम, रेस्टूरेंट, बार, धार्मिक संस्थान आदि बंद रहेंगे। जिलाधिकारी की अनुमति के बिना किसी कार्मिक या अन्य व्यक्ति को हटाया नहीं जाएगा। हॉटस्पॉट को छोड़कर इनको रहेगी अनुुमति : खेती किसानी, बागवानी, मौन पालन, पशुपालन, डेयरी, मत्स्य पालन, कटाई बुवाई आदि को अनुमित रहेगी। राज्य की सीमा से बाहर और वर्ग बी वाले जिलों से श्रमिक नहीं लाए जा सकेंगे।
15 मई तक प्रदेश के सभी स्कूल, कॉलेज और अन्य शिक्षण संस्थान बंद रहेंगे। अस्पतालों आदि को छोड़कर 15 मई तक प्रदेश मे एयर कंडीशनर के उपयोग पर भी रोक।
रियायत : वर्ग ए वाले जिलों के बीच सात बजे से लेकर एक बजे के बीच खुद के वाहनों से यात्रा हो सकेगी। वर्ग ए और वर्ग बी वाले जिलों के बीच वाहन नहीं चलेेंगे, केवल आवश्यक सामान की ढुलाई हो सकेगी।
वर्ग ए वाले जिलों सहित अगर कहीं कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आते हैं तो प्रतिबंध अधिक सख्त किए जाएंगे।
क्वारंटीन होने वालों को इधर-उधर आने-जाने की इजाजत नहीं होगी। सभी निजी अस्पताल और अन्य चिकित्सीय संस्थाएं प्रदेश में खुली रहेंगी और सोशल डिस्टेंस नीति का पालन होगा। सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए मनरेगा को वर्ग ए जिलों में अनुमति होगी।


बीरगंजः 3 भारतीय कोरोना पॉजिटिव

काठमांडू। नेपाल के पारसा जिले में बीरगंज इलाके में तीन भारतीय नागरिकों के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है। नेपाल के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि तीनों भारतीय नागरिकों में कोरोना के लक्षण नजर आने के बाद क्वारंटीन में रखा गया था। इसी दौरान उनके सैंपल जांच के लिए भेजे गए, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।


नेपाल में तीन भारतीय कोरोना पॉजिटिवः स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि बीरगंज इलाके में तीन भारतीय नागरिकों के कोविड-19 पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई है। इसी के साथ नेपाल में कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 12 हो गई है। नेपाल के बीरगंज में कोरोना पॉजिटिव पाए गए तीनों भारतीय नागरिकों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उन्हें जरूरी इलाज मुहैया कराया जा रहा है।


व्हाट्सएप पर कक्षा लेने वाली शिक्षिका

परिषदीय विद्यालय मुरारपुर की गीता ह्वाट्सऐप से पढ़ाने वाली जनपद की पहली शिक्षिका बनी


सुनील पुरी


बिंदकी फतेहपुर। विकासखंड देवमई के परिषदीय विद्यालय मुरारपुर की प्रधानाध्यापिका गीता यादव ने कोरोना वायरस के चलते लॉक डाउन की वजह से विद्यालय बंद है। ऐसे में उन्होंने व्हाट्सएप पर पढ़ाई की शुरुआत की है। जिससे बच्चों की पढ़ाई सुचारू रूप से होती रहे। उन्होंने बताया कि यूँ तो मैंने 6 माह पहले ही अभिभावकों क़ा watsapp  ग्रुप आवश्यक सूचनाओं के संप्रेषण हेतु बनाया था पर उस समय मुश्किल से 10 अभिभावक ही ऐसे थे। जिनके पास android फोन था तो इस चुनौती क़ा सामना करने के लिए मैंने छात्रों के परिवार के ऐसे सदस्य जिनके पास android फोन था (भले ही वो चाचा, ताऊ, भाई, चचेरा भाई  आदि) ,समूह मे जोड़ लिया था । 
    उस वक्त समूह में विद्यालय में होने वाली हर गतिविधि शेयर की जाती थी ताकी अभिभावकों के दिल से बेसिक की गलत छवि मिटा सकूँ और उन्हे भी दिखे कि उनका बच्चा कॉन्वेंट से भी कही बेहतर शिक्षा प्राप्त कर रहा है , TLM , रोल प्ले, गतिविधियाँ , कविता, कहानी, कॉमिक्स आदि को समय समय पर अभिभावकों द्वारा सराहा भी गया । विभिन्न मीटिंग की सूचना भी ग्रुप पर दे दी जाती थी ....... पर क्या पता था कि उस समय क़ा बनाया गया ये ग्रुप लॉक डाउन की स्थिति में यूँ कारगर सिद्ध होगा ।
    लॉक डाउन के समय समूह की सार्थकता सिद्ध हुई। जब कई दिन हो गए और बच्चों से बात हुई तो सब अपनी पढ़ाई को लेकर परेशान दिखे और घर और रहकर बोर भी हो रहे थे। सर्वप्रथम मैंने ग्रुप में बच्चों को COVID_19 पर बचाव हेतु पोस्टर बनाने क़ा टास्क दिया, परंतु मात्र 2 छात्रों ने ही अपनी कृति साझा की , फोन करने पर पता चला कि अभिभावक उन्हे बताना भूल गये । अब मैंने एक समय निश्चित कर दिया है, सुबह 7 बजे आराधना मैम योगा क़ा एक वीडियो भेजती हैं, मैं बच्चों को कक्षावार, विषयवार प्रश्नपत्र तैयार करके प्रेषित करती हूँ, बच्चे उनका प्रतिउत्तर मुझे भेजते हैं एवं समस्याएं भी साझा करते हैं, फिर भी ज्यादा से ज्यादा 10 बच्चे ही ऐसा करते थे । दो बच्चों को लीडर बनाया जो अगल बगल के बच्चों को भी प्रश्नपत्र बताने लगे , इसमें ग्रुप के प्रबुद्ध लोग भी भागीदारी कर रहें हैं। वर्तमान समय में लगभग 30-35 छात्र इस ऑन लाइन शिक्षा से लाभान्वित हो रहे हैं।
      ग्रुप में विकास खण्ड के खण्ड शिक्षा अधिकारी भी हैं जो समय समय पर COVID-19 से सम्बन्धित सूचनाओं के साथ साथ  आओ अंग्रेजी सीखें के सारे एपिसोड भी साझा करते रहते हैं। 
स्कूल चलो अभियान पर सहायक शिक्षा निदेशक अब्दुल मुबीन द्वारा लिखा गीत मैंने स्टारमेकर पर गाकर अभिभावकों को सुनाकर बेसिक स्कूलों की खूबियाँ बतायी व स्कूल चलो अभियान की शुरुवात भी की। स.अ.आराधना जी घर पर TLM के साथ वीडियो बनाकर भेजती हैं ताकि बच्चों की रुचि बनी रहे। कक्षा 1 के लिए मैने rhymes के वीडियो भी तैयार किए हैं। विषय आधारित कविताएं भी साझा करती रहती हूँ । zoom app के प्रयोग की भी तैयारी है। प्रधानाध्यापिका कहती हैं कि लॉक डाउन की स्थिति  मेरे बच्चों की पढ़ाई में बाधक नहीं बनेगी।


पीएम पर टिप्पणी करने वाला गिरफ्तार

आनंद


मीरजापुर। सोशल मीडिया फेसबुक पर अपने फेसबुक आईडी से प्रधानमंत्री का आपत्तिजनक फोटो पोस्ट करने वाले अभियुक्त मठना निवासी अभियुक्त सोनू अंसारी (19वर्ष) पुत्र फारूक अंसारी को बीती रात पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और उसके विरुद्ध थाना जमालपुर पर आईपीसी की धारा 153 ए, 505 (2) भा0द0वि0 व 67 आईटी एक्ट के तहत मुकदमा लिख जेल भेज दिया गया। इस दौरान थाना जमालपुर के थानाध्यक्ष अश्वनी त्रिपाठी, उ0नि0 पंकज राय, का0 राहुल यादव व का0 सुशील सिंह मौजूद रहे।


चर्च में पहुंचे 39 लोग गिरफ्तार

महासमुन्द। नयापारा के एक चर्च में रविवार सुबह रविवारी प्रार्थना करने चर्च पहुंचे 39 महिला-पुरूष को सिटी कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस सभी लोगों के खिलाफ धारा 144 और धारा 188 के उल्लंघन करने का मामला दर्ज कर सभी को जेल भेजने की तैयारी कर रही है। पूरे देश में और प्रदेश में कोरोना को लेकर सावधानी बरती जा रही है, लेकिन एक वर्ग के लोगों द्वारा शासन प्रशासन के बारबार चेतावनी देने के बाद भी लगातार ऐेसे कृत कर शासन प्रशासन के नियमों की धज्जीयां उठाई जा रही है। सिटी कोवताली पुलिस को रविवार सुबह 11 बजे सूचना मिली की नयापारा स्थित इंडियन बिलिबर फेलोशिप चर्च के पास्टर प्राणेश्वर राव ने 39 महिला पुरूषों को अपने चर्च में प्रार्थना करने के लिए बुलाया है।
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सूचना पाकर तत्काल पुलिस मौके पर पहुंची और सभी को चर्च से गिरफ्तार कर स्थानीय टाउन हाल में लाकर सभी के खिलाफ 144 का उल्लंघन करने के आरोप में कानूनी कार्रवाई करते हुए जेल भेज रही है। जेल भेजने से पहले जिला प्रशासन को मामले की जानकारी पुलिस ने दी जिसके बाद अनुविभागीय अधिकारी सुनील चन्द्रवंशी, तहसीलदार चोपड़ा पहुंचे और जिला अस्पताल के चिकित्सकों को जांच के लिए बुलाया गया। सभी महिला पुरूषों का जिला चिकित्सालय की टीम ने चेकप किया। चर्च के 39 महिला पुरूषों के साथ कुछ बच्चे भी प्रार्थना के लिए पहुंचे थे। जिनमें से एक बच्चे के शरीर का टेम्प्रेचर जांच में अधिक पाया गया है, जिसे इलाज के लिए अस्पताल भेजने की बात डाक्टरों ने कही है।


अंत्येष्टि में गए सैकड़ों, रिपोर्ट पॉजिटिव

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में बीते दिनों बुजुर्ग जगन्नाथ मैथिल की मौत हो गई थी। उनकी अंत्येष्टि में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए थे। तीन दिन बाद जब मृतक बुजुर्ग की जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई तो अंत्येष्टि में शामिल लोगों के बीच हड़कंप मच गया। साथ ही बुजुर्ग का इलाज करने वाले हमीदिया अस्पताल के डॉक्टरों और स्टाफ के बीच भी सनसनी फैल गई है, क्योंकि 3 दिन पहले जब बुजुर्ग की मौत हुई थी, तब उस समय न ही परिवार को और न ही हमीदिया अस्पताल के डॉक्टरों को यह पता था कि उन्हें कोरोना वायरस का संक्रमण है।


भोपाल में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैलता जा रहा है। भोपाल में कोरोना से यह दूसरी मौत हो गई है। शनिवार देर रात भोपाल के जहांगीराबाद निवासी मृतक बुजुर्ग जगन्नाथ की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई। उनकी मौत 3 दिन पहले भोपाल के हमीदिया अस्पताल में इलाज के दौरान हुई थी। राजधानी में अब कोरोना से मौत का आंकड़ा 2 तक पहुंच गया है। 6 अप्रैल को भोपाल में कोरोना से पहली मौत हुई थी। कोरोना वायरस से संक्रमित इब्राहिमगंज निवासी नरेश खटीक ने भोपाल के नर्मदा अस्पताल में कोरोना से दम तोड़ा था।


सुभाष विश्राम घाट पर पहुंचे थे सैकड़ों लोग


जगन्नाथ मैथिल की 9 अप्रैल को मौत हुई है। उनकी अंत्येष्टि में बरखेड़ी जहांगीराबाद के लोग बड़ी संख्या में शामिल हुए थे. उस समय सभी लोग सोच रहे थे कि दादा बुजुर्ग थे। इस कारण उनकी मौत हो गई। उनकी अंत्येष्टि में जहांगीराबाद स्थित उनके घर से लेकर सुभाषनगर विश्राम घाट तक सैकड़ों लोग पहुंचे थे। साथ ही जिस समय उनका इलाज हमीदिया अस्पताल में चल रहा था, उस समय डॉक्टर और दूसरे स्टाफ को भी उनके कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी नहीं थी। डॉक्टर सामान्य इलाज कर रहे थे। ऐसे में अब 3 दिन के बाद पॉजिटिव रिपोर्ट आई है तो लोगों के साथ अस्पताल के डॉक्टर और स्टाफ में हड़कंप का माहौल है।


बेटे को जहर देकर, कर ली आत्महत्या

 बाप ने 12 साल के बेटे को खिलाया जहर, फिर खुद भी लगाया मौत को गले
 
कविता गर्ग


जौनपुर। उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में कोरोना वायरस के संक्रमण के इस काल में सबकुछ ठप पड़ा हुआ है। इसी कड़ी में रविवार को गौराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के धर्मापुर ठकुरची गांव में एक बाप ने खुद विषाक्त पदार्थ खाने के बाद (12) वर्षीय बेटे को भी खिला दिया। वहीं इलाज के दौरान जिला अस्पताल में पिता ने दम तोड़ दिया जबकि पुत्र को हालत नाजुक होने के चलते बीएचयू ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया। बाप-बेटे के जहर खाने को लेकर पूरे गांव में सन्नाठा पसरा हुआ है। फिलहाल पुलिस घटना की जांच पड़ताल में जुटी है।


जानकरी के मुताबिक गौराबादशाहपुर थाना क्षेत्र के धर्मापुर ठकुरची गांव निवासी कोमल यादव (38) ने पहले बेटे आदित्य यादव (12) को विषाक्त पदार्थ खिलाया फिर खुद खा लिया. हालत बिगड़ने पर परिजनों में हड़कंप मच गया। दोनों बाप-बेटे को आनन-फानन में 108 एंबुलेंस से जिला अस्पताल जौनपुर ले गए। जहां पर इलाज के दौरान कोमल यादव ने दम तोड़ दिया। डाक्टरों ने प्राथमिक इलाज के बाद बेटे आदित्य की हालत नाज़ुक देखते हुए बीएचयू ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया। मृतक के परिजनों के दबी जुबान के अनुसार कोमल विगत चार वर्ष एक लंबी बीमारी से लड़ रहा था, जिसको लेकर हमेशा तनाव में रहता था। वहीं मृतक के दो पुत्र व एक पुत्री है। पत्नी की मौत दो वर्ष पूर्व ही हो गया था। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।


संक्रमण वृद्धि में प्रदूषण बड़ा सहायक

न्यूयॉर्क। कोरोना वायरस संक्रमण और वायु प्रदूषण के बीच संबंध उजागर करने वाली एक अध्ययन रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका के उन शहरों में कोरोना संक्रमण से मौत होने के ज्यादा मामले सामने आए हैं जिनमें वायु प्रदूषण का स्तर तुलनात्मक रूप से अधिक है।
स्वास्थ्य क्षेत्र में कार्यरत अग्रणी अमेरिकी संस्थान ‘हार्वर्ड टी एच चान स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ’ की हाल ही में प्रकाशित अध्ययन रिपोर्ट के अनुसार, वायु प्रदूषण की अधिकता वाले इलाकों में कोविड-19 के मरीजों की मौत के ज्यादा मामले सामने आए हैं। इसके अनुसार अमेरिका के 3080 कांउटी में वायु प्रदूषण के स्तर और कोरोना से हुई मौत के तुलनात्मक अध्ययन के आधार पर यह बात सामने आई है
अध्ययन रिपोर्ट में अमेरिकी शहरों में प्रदूषण की मात्रा और कोरोना वायरस संक्रमण से मौत के आंकड़ों को सूचीबद्ध नहीं किया गया है, बल्कि अध्ययन में शामिल विभिन्न कांउटी (अमेरिका में एक कांउटी में कुछ शहर और कस्बे होते हैं) में प्रदूषण और आबादी सहित अन्य मानकों के आधार पर कोरोना के असर संबंधी चार अप्रैल तक जुटाए गए आंकड़ों के आधार पर तुलनात्मक अध्ययन किया गया है।
इसमें पाया गया कि मेनहट्टन कांउटी में जिन शहरों में पिछले 20 साल में पीएम 2.5 का औसत स्तर एक यूनिट अर्थात एक माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर से कम पाया गया, उनकी तुलना में इस कांउटी में कोरोना से 248 कम मौतें हुईं। इसके अनुसार वाहन, तेल शोधन एवं बिजली संयंत्रों के कारण वायु प्रदूषण का सामना कर रहे अमेरिकी शहरों में, उन शहरों की तुलना में कोरोना से अधिक मौत हुईं जिनमें वायु प्रदूषण या तो तुलनात्मक रूप से कम है या प्रदूषण की वजह इन तीन कारणों से इतर कुछ और है।
अध्ययन में शहर की आबादी, अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या, कोरोना का परीक्षण किए गए मरीजों की संख्या, मौसम, सामाजिक आर्थिक स्थिति और लोगों के बर्ताव, जिसमें मोटापे की प्रवृत्ति और धूम्रपान की आदत को प्रमुख मानक के तौर पर शामिल किया गया। इसके आधार पर अध्ययन में पाया गया कि कोरोना से हुयी मौत की दर को बढ़ाने में वायु प्रदूषण के लिए जिम्मेदार पार्टीकुलेट तत्व (पीएम 2.5) के संपर्क में अधिक समय तक रहना, एक वजह के रूप में सामने आया है।
शोधकर्ताओं के मुताबिक कई दशक तक वायु प्रदूषण की अधिकता वाले इलाके में रहने वालों के लिये कोरोना से मौत का खतरा 15 प्रतिशत ज्यादा पाया गया जबकि जिन शहरों में वायु प्रदूषण नियंत्रित था, उनके निवासियों के लिए यह खतरा 15 प्रतिशत कम पाया गया।
रिपोर्ट में मौजूदा परिस्थितियों के आधार पर भविष्य के बारे में आगाह भी किया गया है कि अधिक वायु प्रदूषण वाले डिस्ट्रिक्ट ऑफ कोलंबिया में, कम वायु प्रदूषण वाली पड़ोसी कांउटी मोंटगोमरी की तुलना में कोरोना से मौत के अधिक मामले सामने आ सकते हैं। इसी प्रकार शिकागो में पड़ोस के इलाके लेक कांउटी और अटलांटा में पड़ोस की डगलस कांउटी की तुलना में कोरोना की अधिक गंभीर स्थिति का हवाला देते हुए इसे इन शहरों में अधिक वायु प्रदूषण होने से जोड़ा गया है। इस आधार पर रिपोर्ट में शिकागो और अटलांटा में लेक तथा डगलस कांउटी की तुलना में कोरोना से मौत की दर अधिक रहने के प्रति आगाह किया है। अध्ययन दल में शामिल वरिष्ठ वैज्ञानिक फ्रांसिस्का डोमिनिकी ने इस बात के लिए आगाह भी किया कि अधिक वायु प्रदूषण वाली कांउटी में न सिर्फ कोरोना के मरीजों की संख्या अधिक होगी बल्कि इनकी मौत के ज्यादा मामले भी सामने आने का खतरा है। इसके मद्देनजर उन्होंने वायु प्रदूषण नियंत्रण के उपायों को युद्धस्तर पर सुचारु रखने के महत्व को रेखांकित करते हुये कोरोना संकट के बाद भी मानव स्वास्थ्य की खातिर हवा को साफ बनाने को प्राथमिकता देने को अनिवार्य शर्त बताया।


वुहान की संदिग्ध लैब का बडा खुलासा

न्यूयॉर्क। कोरोना वायरस सबसे पहले चीन के वुहान शहर में फैला। बाद में चीन ने दावा किया कि यह जंगली जीवों के मार्केट से इंसानों में आया। फिर पता चला कि ऐसे वायरस चमगादड़ में पाए जाते हैं, इसलिए हो सकता है कि यह चमगादड़ से इंसानों में आया। इसके बाद चीन के एक लैब पर गंभीर सवाल उठने लगे। वजह ये थी कि यह लैब वुहान के जंगली जीवों के मार्केट से कुछ ही किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह लैब आलीशान है और इस तरह के वायरस पर रिसर्च करने के लिए चीन की सबसे बड़ी लैब भी है। अब इस संदिग्ध लैब के अमेरिकी कनेक्शन का बड़ा खुलासा हुआ है।


2 कोरोना: वुहान की संदिग्ध लैब पर बड़ा खुलासा, निकला ये अमेरिकी कनेक्शन
डेली मेल ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि कुछ दस्तावेजों से ये जानकारी मिली है कि अमेरिकी सरकार ने वायरस पर प्रयोग करने वाले वुहान लैब को 28 करोड़ रुपये दिए. ये रुपये बीते कई सालों के दौरान दिए गए। इस खुलासे के बाद अमेरिका के कई नेता भी हैरान रह गए।


3 कोरोना: वुहान की संदिग्ध लैब पर बड़ा खुलासा, निकला ये अमेरिकी कनेक्शन
कुछ लोग चीन पर सवाल उठाते हुए कहते हैं कि वुहान के वायरोलॉजी इंस्टीट्यूट (Wuhan Institute of Virology) में हो सकता है कि चमगादड़ पर प्रयोग के दौरान कोरोना वायरस लीक हो गया हो और बाद में चीन ने इसे जीवों के मार्केट से फैला वायरस कहा हो। ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की इमरजेंसी कमेटी कोबरा के सदस्य ने भी लैब से वायरस फैलने की थ्योरी को भरोसेमंद कहा था।


4 कोरोना: वुहान की संदिग्ध लैब पर बड़ा खुलासा, निकला ये अमेरिकी कनेक्शन
अमेरिकी नेताओं ने अपने देश की ओर से चीनी लैब को फंड दिए जाने पर कड़ा ऐतराज जताया है। कुछ अमेरिकी नेताओं का कहना है कि जानवरों पर किए जाने वाले खतरनाक और हिंसक प्रयोग के लिए ये फंड दिए गए।


5 कोरोना: वुहान की संदिग्ध लैब पर बड़ा खुलासा, निकला ये अमेरिकी कनेक्शन
अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ की ओर से वुहान के वायरोलॉजी इंस्टीट्यूट को 28 करोड़ रुपये दिए गए। अमेरिकी सांसद मैट गेट्ज ने कहा- ‘शायद दुनिया भर में कोरोना फैलने में जिस चीनी लैब का योगदान है, उसे अमेरिकी फंड दिए जाने की खबर से मैं बहुत खराब महसूस कर रहा हूं।


6 कोरोना: वुहान की संदिग्ध लैब पर बड़ा खुलासा, निकला ये अमेरिकी कनेक्शन
शनिवार को अमेरिका के व्हाइट कोट वेस्ट नाम के समूह के अध्यक्ष एंथनी बेलॉटी ने भी चीन को अमेरिकी मदद दिए जाने की निंदा की थी। एंथनी ने कहा था- ‘हो सकता है कि चीनी लैब में वायरस से संक्रमित किए गए जीव या किसी और तरीके से बीमार और प्रताड़ित किए गए जीवों पर प्रयोग पूरा होने के बाद उन्हें जंगली जीवों के मार्केट में बेच दिया गया हो।


7 कोरोना: वुहान की संदिग्ध लैब पर बड़ा खुलासा, निकला ये अमेरिकी कनेक्शन
कुछ दिनों पहले ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन की इमरजेंसी कमेटी कोबरा के एक सदस्य ने कहा था कि साइंटिफिक तौर से अब भी इस बात में वजन है कि खतरनाक वायरस वुहान स्थित जानवरों की मार्केट से इंसानों में पहुंचा, लेकिन ‘वायरस के नेचर को देखते हुए विश्वास करने योग्य वैकल्पिक थ्योरी है। मुमकिन है कि वुहान में उस लैब का होना संयोग ना हो। इसे खारिज नहीं किया जा रहा।


दक्षिण एशियाई देशों को चेतावनी

कोरोना संकट के बीच वर्ल्ड बैंक ने साउथ एशियाई देशों को दी ये चेतावनी


सभी दक्षिणी एशिया की सरकारों के लिए प्राथमिकता यही है कि वो कोरोना महामारी फैलने पर रोक लगाएं और ज्यादा से ज्यादा लोगों को बचाएं। खासकर समाज के उन लोगों को जिनके स्वास्थ्य और आर्थिक हालात दोनों कमजोर हैं। कोरोना और आर्थिक संकट से निपटना चुनौती
गरीब-असंगठित मजदूरों को बचाए सरकार
नई दिल्ली। कोरोना महामारी आने वाले समय में दक्षिणी एशिया के लिए बहुत बड़ा संकट बनकर उभरने वाला है। क्योंकि इस बीमारी से निकलने के बाद दक्षिणी एशिया के सभी देशों के सामने गरीबी से उभरने की चुनौती होगी। वर्ल्ड बैंक ने रविवार को एक रिपोर्ट जारी करते हुए सभी देशों से आर्थिक विकास की दिशा में सकारात्मक फैसले लेने की अपील की है।


बैंक ने कहा है कि दक्षिणी एशिया की सभी सरकारों को स्वास्थ्य आपातकाल से निपटने के लिए तेजी से काम करना होगा। खासकर समाज के गरीब और बुजुर्गों (बुजुर्गों में संक्रमण का खतरा सबसे अधिक है) के बचाव लिए जल्द से जल्द बड़े फैसले लेने होंगे। साथ ही आने वाले समय में आर्थिक रिकवरी के लिए जरूरी फैसलों पर भी विचार करना होगा। वर्ल्ड बैंक की ताजा रिपोर्ट ‘साउथ एशिया इकोनॉमिक फोकस’ ने आठ देशों में आर्थिक गिरावट का अनुमान जताया है। इसके पीछे की वजह है आर्थिक क्रियाकलापों में ठहराव, व्यापार का खत्म होना, फाइनेंशियल और बैंकिंग सेक्टर पर भारी बोझ।


वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक 2020 में क्षेत्र की विकास दर 1.8% से 2.8% के बीच रहेगी। ताजा रिपोर्ट छह महीने पहले के उस अनुमान से अलग है जिसमें विकास दर 6.3 प्रतिशत रहने की बात कही गई थी।


रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण एशिया 40 वर्षों में पहली बार इतनी खराब विकास दर का सामना करेगा। इतना ही नहीं रिपोर्ट में इस बात की चेतावनी भी दी गई है कि लॉकडाउन अगर आगे भी जारी रहा तो आने वाले समय में विकास दर निगेटिव में जा सकती है। यानी कि शून्य से भी नीचे। दक्षिण एशिया क्षेत्र के वर्ल्ड बैंक चीफ इकोनॉमिस्ट हंस टिम्मर ने कहा, ‘वैसे तो यह पूरा क्षेत्र ही नेगेटिव विकास दर की तरफ बढ़ रहा है लेकिन सबसे खराब हालत मालदीव, अफगानिस्तान, पाकिस्तान और श्रीलंका की होने वाली है।’
उन्होंने बताया कि अन्य देश भी कुछ समय के लिए मंदी के दौर से गुजरेंगे लेकिन इस वित्तीय वर्ष में उनकी वृद्धि दर पॉजिटिव रह सकती है। उदाहरण के तौर पर भारत में सालाना विकास दर 1.5 से 2.8 प्रतिशत के बीच रहने का अनुमान है। लेकिन अगर हालात बहुत ज्यादा खराब हुए तो सभी देशों की विकास दर में और कमी भी देखी जा सकती है।


वहीं हार्टविग स्कैफर (दक्षिणी क्षेत्र के वर्ल्ड बैंक वाइस प्रेसिडेंट) ने कहा है, ‘सभी दक्षिणी एशिया के सरकारों के लिए प्राथमिकता यही है कि वो कोरोना महामारी फैलने पर रोक लगाएं और ज्यादा से ज्यादा लोगों को बचाएं. खासकर समाज के उन लोगों को जिनके स्वास्थ्य और आर्थिक हालात दोनों कमजोर हैं। उन्होंने आगे कहा कि कोरोना काल, भविष्य की चुनौतियों को देखते हुए नए फैसले लेने का भी समय है, जिससे कि इस महामारी के खत्म होने के बाद इस क्षेत्र को एक अच्छी शुरुआत मिल सके। अगर आप अच्छे फैसले लेने में असफल रहते हैं तो लंबे समय तक आर्थिक रुकावटों का सामना करना पड़ सकता है। सर कम आय वाले लोग, खासकर हॉस्पिटैलिटी (आतिथि सत्कार) सेक्टर में काम करने वाले असंगठित मजदूर, रिटेल व्यापार और ट्रांसपोर्ट सेक्टर्स में काम करने वाले मजदूरों पर होगा। जिनके पास कोई स्वास्थ्य या सामाजिक सुरक्षा नहीं है।


सनसनीः अधेड़ की गोली मारकर हत्या

गोलीमार कर अधेड़ की हत्या


मिर्जापुर। विंध्याचल थाना क्षेत्र में अमरावती चौराहा के पास एक व्यवसाई की अज्ञात बदमाशों ने  गोली मारकर आज शनिवार को देर रात हत्या कर दी घटना की जानकारी होने पर  क्षेत्र में  सनसनी फैल गई। 


प्राप्त जानकारी के अनुसार विन्ध्याचल अमरावती चौराहा के समीप स्थित पेट्रोल पंप के समीप आटा चक्की व्यवसायी राधेश्याम मौर्या उम्र लगभग 60 वर्ष की बाइक सवार अज्ञात हमलावरों ने दुकान के अंदर घुसकर गोली मारी इलाज के दौरान जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया ।घटना स्थल पर एसपी सिटी प्रकाश स्वरूप पांडेय थाना प्रभारी वेद प्रकाश राय दलबल के साथ मौजूद थे हत्या का कारण स्पष्ट नही हो सका। घटना की जानकारी होने पर पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह भी घटना स्थल पर  पहुंच गए थे।


जिला संवाददाता राजकुमार


ट्रैक्टर के नीचे दबने से 3 की मौत, घायल

ढलान में खड़ा ट्रेक्टर नीचे उतरा, 3 की मौत 1 घायल


आशीष उपाध्याय
चित्रकूट। मऊ कोतवाली क्षेत्र के बारिया गांव में ढलान पर खड़ा ट्रैक्टर अचानक ढाल से नीचे उतर गया, जिसकी चपेट में आने से श्याम सुंदर पुत्र गोरेलाल उम्र 75 वर्ष की मौके पर मौत हो गयी, वही बब्बू पुत्र बजरंगा उम्र 40 वर्ष  की जिला अस्पताल में मौत हुयी व कुंती पत्नी शारदा उर्फ कल्लू उम्र 65 वर्ष की प्रयागराज ले जाते समय रास्ते मे मौत हो गयी,वही गम्भीर रूप से घयाल रामबाबू चौकीदार का इलाज जारी है, पुलिस मौके पर पहुंची।


वही घटना की जानकारी देते हुये प्रभारी निरीक्षक मऊ सुभाष चौरसिया ने बताया कि यह घटना दोपहर बाद कि बतायी जा रही है किसी ने थाने में सूचना तक नही दी देर शाम ग्रामीणों द्वारा दी गयी सूचना पर पहुचे तब तक पहुचने से पहले एक का दाह संस्कार कर दिया गया परिजनों द्वारा तथा 2 लोगो के शव मर्चरी हाउस में है।


मौके पर पहुची पुलिस घटनास्थल पर कर रही बारीकी से निरीक्षण, घटना मऊ कोतवाली क्षेत्र के बारिया गांव की।


आवश्यक मामलों की सुनवाई होगी

नैनीताल। कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए उत्तराखंड हाईकोर्ट में 15 अप्रैल से आवश्यक मामलों की सुनवाई विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये होगी। शनिवार को हाईकोर्ट के रजिस्ट्रार जनरल हीरा सिंह बोनाल द्वारा जारी अधिसूचना में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से होने वाली सुनवाई के लिये विस्तृत दिशा निर्देश दिए गए हैं, जिसे हाईकोर्ट की बेवसाइड में देखा जा सकता है।
इस अधिसूचना में बताया गया है कि वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में केवल आवश्यक मामलों की ही सुनवाई होगी। ऐसे मामले को अधिवक्ता द्वारा पीडीएफ फाइल के जरिये हाईकोर्ट की ई-मेल में भेजा जाएगा। हिाईकोर्ट के रजिस्ट्रार न्यायिक इसकी जांच करेंगे और यदि रजिस्ट्रार न्यायिक मामले को आवश्यक मामले की श्रेणी में पाएंगे तो तभी मामलो को मुख्य न्यायाधीश के समक्ष भेजेंगे और उसके बाद मुकदमा सुनवाई के लिये दर्ज होगा। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से सुनवाई के लिये अधिवक्ता के पास हार्डवेयरध्सॉफ्टवेयर की सुविधा होनी आवश्यक है। जो अपने ऑफिस या घर से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में जुड़ेंगे। इसके लिये अधिवक्ताओं को अपने मोबाइल,कम्प्यूटर या लैपटॉप में ‘जितसी मीट’ या वीडियो मोबाइल डेस्कटॉप सॉफ्टवेयर डाउनलोड कर इनस्टॉल करना होगा। सुनवाई की तिथि व समय कोर्ट द्वारा ई-मेल व अन्य संचार माध्यमों से दी जाएगी। सुनवाई के समय अधिवक्ता को कोर्ट की गरिमा व प्रोटोकॉल का ध्यान रखना होगा चाहे वह मुकदमे में बहस अपने घर से ही क्यों नही कर रहा हो। मुकदमे की सुनवाई के दौरान सभी पक्षो और कोर्ट प्रक्रिया की रिकॉर्डिंग प्रतिबंधित रहेगी। कोर्ट के आदेश की प्रति भी ई-मेल से ही अधिवक्ताओं को भेजी जाएगी। जिन अधिवक्ताओं के पास वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सुविधा अपने घर पर है तो वे अपने घर से ही बहस कर सकते है जिनके पास ये सुविधा नही है उनके लिए यह सुविधा कोर्ट में उपलब्ध है।


पालिका अध्यक्ष ने खुद संभाली कमान

नैनीताल। निकटवर्ती भवाली नगर में शनिवार को नगर पालिका अध्यक्ष संजय वर्मा ने नगर के बाजार व नगर से गुजरने वाले वाहनों को सैनिटाईज करने का जिम्मा खुद संभाला। इस दौरान पालिका अध्यक्ष संजय वर्मा, ईओ ईश्वर सिह रावत, सभासद किशन अधिकारी, पूर्व सभासद इदरीश खान, पालिका लिपिक इंदर कपिल, मनोज तिवाडी, योगेश कुमार, दीपक भंडारी, रमेश भट्ट, राजा राम वाल्मिकी, समाजसेवी मनोज नयाल, मनीष साह, संजयलोहनी, कंचन बेलवाल, किशन नयाल, सोनू सिजवाली व दीपू कपिल आदि ने भवाली नगर व बाजार में आने-जाने वाले वाहनों को सैनिटाईज किया। साथ ही लोगों को सोसियल डिस्टेंसिंग व मुंह को मास्क, गमछे या रुमाल से ढककर रखने के लिए जागरूक किया।


निजी स्तर पर दान करें विधायक-सांसद

अपने निजी पैसे से दान दे सांसद,विधायक :-बिट्टू सिखेड़ा


मुज़फ्फरनगर। देश कोरोना  महामारी से जूझ रहा है। लॉक डाउन के कारण काम-काज ठप पड़े है। जाहिर सरकार को भी आमदनी नही हो रही है। ऐसे में सरकार को रोज मर्रा की जरूरतों को पूरा करने और मेडिकल सुविधाओं के लिए पैसे की जरूरत पड़ रही है। जिसके लिए प्रधानमंत्री के साथ साथ सभी प्रदेश के मुख्यमंत्री भी जनता से दान देने के लिए आग्रह कर रहै हैं। दान भी वही दे सकता है, जिसके पास पैसा होगा। या जिसने अधिक मात्रा में पैसा अपने पास इकट्ठा कर रखा है या जिसे निरंतर कमाई हो रही है।


शिवसेना के जनपद मुजफ्फरनगर जिला प्रमुख बिट्टू सिखेड़ा ने अलग-अलग दो वीडियो सोशल मीडिया के माध्यम से जारी करते हुए देश के सांसदों के साथ-साथ विधायकों से भी अपने निजी पैसे से दान देने का आग्रह किया। बिट्टू से सिखेड़ा ने अपनी वीडियो में सांसद और विधायकों को कहा कि वह अपना पैसा दान दे। सांसद निधि और विधायक निधि तो जनता की ही है। वह तो फिर भी जनता के विकास कार्यों के लिए ही खर्च होने थी। सांसद और विधायकों का मासिक वेतन लाखों में होता है। इसलिए सांसद विधायकों को आगे आकर अपने निजी वेतन से दान करना चाहिए। दूसरी वीडियो में बिट्टू सिखेड़ा ने कहा कि जितने भी सांसद निधि के ठेकेदार है या विधायक निधि के ठेकेदार हैं या फिर जिला पंचायत निधि के ठेकेदार हैं सभी को दान देना चाहिए। इन ठेकेदारों ने अभी तक कोई दान नही दिया।
विदित है कि सभी सरकारी ठेकेदार सरकार द्वारा दिए गए कार्यों से ही पैसा कमाते हैं। जिनकी आमदनी प्रतिमाह लाखों में होती है।


मनोज पाल


मेरठः सेनीटाइज गैलरी का उद्घाटन

सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने मेरठ कलेक्ट्रेट में सेनिटाइजर गैलरी का उद्घाटन किया

मेरठ। कोरोनावायरस से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने पूरी तरीके से अपनी कमर कस रखी है जहां आज सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने मेरठ कलेक्ट्रेट में सेनिटाइजर गैलरी का उद्घाटन किया। और इस गैलरी में निकल कर ही प्रशासनिक अधिकारी अपने काम को पूर्ण करेंगे। और कोरोनावायरस से जंग लड़ सकेंगे।


दरअसल मेरठ में कोरोनावायरस से निपटने के लिए और कामकाज को बेहतर और निडर होकर करने के लिए जिला प्रशासन ने अपनी व्यवस्थाओं को विस्तृत किया है जहां पहले छावनी परिषद उसके बाद सदर थाना और पुलिस लाइन में सैनिटाइजर गैलरी लगाई गई थी वहीं अब मेरठ कलेक्ट्रेट में भी जिला प्रशासन ने सेनेटाइज़ गैलरी लगाई है इसका उद्घाटन बाकायदा सांसद राजेंद्र अग्रवाल और जिलाधिकारी मेरठ अनिल धींगड़ा ने किया है सांसद राजेंद्र अग्रवाल ने कहा कि यह बेहतर है जरूरी है प्रशासन सबकी सेवा में लगा है ऐसे में प्रशासन को दुरुस्त रहना होगा और अपने कामकाज करने के लिए सैनिटाइज होना होगा जिलाधिकारी की माने तो सैनिटाइजर गैलरी के लिए उन पर पर्यावरण फंड है और लगातार वह जगह-जगह सेनिटाइजर गैलरी लगाते जा रहे हैं जहां मेरठ के कई इलाकों में यह प्रस्तावित है।


 


मस्जिदों में ही क्वॉरेंटाइन किए 42 लोग

गोरखपुर। मस्जिदों में ही क्वारंटीन किए गए तबलीगी जमात के 42 लोगों को शनिवार को बशारतपुर स्थित रैन बसेरे में शिफ्ट कर दिया गया। प्रशासन ने यहां उनके खाने पीने का भी इंतजाम कर दिया है। लॉकडाउन खत्म होने के बाद उन्हें घर रवाना किया जाएगा। ये जमाती मरकज में हुए जलसे में शामिल होने वाले नहीं हैं बल्कि दीन के काम में लगे हुए थे। 


निजामुद्दीन मरकज में सैकड़ों जमातियों के शामिल होने का मामला सामने आने बाद यूपी में उनकी तलाश शुरू हो गई थी। गोरखपुर की कई मस्जिदों में लॉकडाउन से पहले कई जमाती ठहरे भे थे। इन लोगों ने खुद ही एलआईयू को अपने यहां होने की जानकारी लिखित में दी थी। इसके बाद उन्हें मस्जिदों में ही क्वारंटीन कर दिया गया था। शनिवार को प्रशासन ने एम्बुलेंस भेजकर इन जमातियों को मस्जिदों से निकालकर बशारतपुर स्थित रैन बसेरे में शिफ्ट किया गया।
 
तिवारीपुर के मोहनलालपुर व सिधारीपुर मस्जिद से 30 व मानबेला गुलरिहा से 12 जमाती इस क्वारंटीन सेंटर में भेजे गए हैं। यहां उनके खाने पीने का भी इंतजाम प्रशासन ने कराया है। 70 बेड वाले इस सेंटर में सिर्फ जमाती ही रखे जाएंगे। सभी जमातियों की कोरोना जांच निगेटिव पाई गई है। प्रशाासन ने बताया है कि लॉकडाउन के बाद उन्हें उनके घर भेज दिया जाएगा। इनमें लखनऊ व बिहार ज भी जमाती शामिल हैं। जो दीन के काम मे लगे थे।


तालाब किनारे मिला नवजात का शव

रायपुर। वे मां बाप कैसे होते हैं जो अपनी ही संतान को जन्म देने के बाद लाड़ प्यार से पालने के बाद उसे फेंक देते हैंं। उपभोक्तावादी संस्कृति का सबसे बड़ा नुकसान यह हुआ है कि अब लोग दिनोंदिन संवेदनहीन हो रहे हैं। उरला थाने से मिली जानकारी के अनुसार इसी कड़ी में अज्ञात माता-पिता द्वारा अपने नवजात शिशु आयु 5-6 माह को बांधा तालाब के किनारे मारकर फेंक दिया गया। उक्त नवजात शिशु का शव बरामद कर उरला थाने ने अज्ञात के खिलाफ आईपीसी की धारा 318 के तहत मामला कायम कर जांच शुरू कर दी है।


दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ

दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। दबे पांव पहुंचे भूकंप ने धरती को हिलाते हुए पब्लिक को दहशत में ड...