रायपुर। वे मां बाप कैसे होते हैं जो अपनी ही संतान को जन्म देने के बाद लाड़ प्यार से पालने के बाद उसे फेंक देते हैंं। उपभोक्तावादी संस्कृति का सबसे बड़ा नुकसान यह हुआ है कि अब लोग दिनोंदिन संवेदनहीन हो रहे हैं। उरला थाने से मिली जानकारी के अनुसार इसी कड़ी में अज्ञात माता-पिता द्वारा अपने नवजात शिशु आयु 5-6 माह को बांधा तालाब के किनारे मारकर फेंक दिया गया। उक्त नवजात शिशु का शव बरामद कर उरला थाने ने अज्ञात के खिलाफ आईपीसी की धारा 318 के तहत मामला कायम कर जांच शुरू कर दी है।
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