मंगलवार, 7 अप्रैल 2020

बागपत अस्पताल से संक्रमित फरार

बागपत। अस्पताल में कोरोना का इलाज करा रहे मरीज के फरार होने की हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। फरार होने वाला मरीज जमात का बताया जा रहा है। मरीज के फरार होने से हड़कंप मच गया है। क्योंकि उसके संपर्क में आने वाले लोगों को कोरोना अपना शिकार बना सकता है। अब सवाल यह उठता है की इलाज के लिए धर पकड़ कर अगर अस्पताल में एक जमात के लोगों को भर्ती कराया जा रहा है तो वे इलाज में सहयोग क्यों नहीं कर रहे हैं? और फिर अस्पताल से फरार हो जाना? उसके पीछे की मंशा क्या है? आखिर क्यों वे लोग अपनी बीमारी को अभी तक छुपाते आये  है? और बीमार होने के बावजूद क्यों हुए एक प्रदेश से दूसरे प्रदेश भटक रहे हैं? आखिर उद्देश्य क्या है उनका? क्या वे खुद को जिंदा बम बना कर दूसरे प्रदेश के लोगों की जिंदगी हराम कर रहे हैं? और अगर उन्हें पकड़कर इलाज के लिए भर्ती भी कराया जा रहा है वहां से भाग क्यों रहे है? क्या उन्हें इस बीमारी से मुक्ति नहीं चाहिए? या फिर वे इस बीमारी से जकड़े रहना चाहते हैं और इस बीमारी को अपने साथ लेकर सारे देश में फैलाना चाहते हैं? अगर उनका यह मकसद है तो यह बेहद खतरनाक है। इस पर तत्काल कार्रवाई होनी चाहिए। इस पर ध्यान दिया जाना चाहिए और ऐसे लोगों के साथ सहानुभूति का रवैया न अपनाकर उनके साथ सख्ती से निपटा जाना चाहिए।


नहीं जलेंगे अकि़दत के चराग़

पुरखों की क़ब्रों पर नहीं जलेंगे अक़िदत के चरॉग़,घरों में होगी फातिहाख्वानी


प्रयागराज। कोरोना वॉयरस की महामारी और लॉक डाउन की पाबन्दी को देखते हुए शबे बारात पर इस वर्ष पुरखों की क़ब्रें वीरान रहेंगी। शासन के आदेश के अनूपालन में जहाँ मस्जिदों में बा जमात नमाज़ पढ़ने पर पुरी तरहा रोक है। वहीं शबे बारात पर क़बरिस्तान पर जा कर अपने पुरखों की क़ब्रों पर चरागाँ कर फातेहा पढ़ने पर भी ओलमाओं ने सखती से मनाही की है। शहर क़ाज़ी क़ारी मक़बूल हबीबी साहब,शिया जामा मस्जिद के पेश इमाम हसन रज़ा ज़ैदी साहब,चकिया करबला क़बरिस्तान के मुतावल्ली असग़र अब्बास,शेरु भाई समेत शहर के सभी मस्जिदों के इन्तेज़ामकार कमेटियों ने पहले से लोगों को ताकीद कर दी है की कोई भी क़बरिस्तान न जाए अपने अपने घरों में रहकर नज़्रो नियाज़ दिलाए और इबादत करे।सभी ज़िम्मेदार लोगों ने शासन प्रशासन को पूरा सहयोग देने का वायदा भी किया है।समाजिक व धार्मिक संस्था उम्मुल बनीन सोसाईटी के महासचिव सै०मो०अस्करी के मुताबिक़ बुधवार ८अप्रैल को पुरखों को याद करने का वार्षिक पर्व शबे बरात पर बड़ी संख्या मे मुस्लिम समुदाय क़बरिस्तान,दरगाहों,मज़ारों पर रात भर मोमबत्ती जला कर क़ब्रों को चरागाँ करता है और फातेहा पढ़ कर अपने पुरखों की मग़फिरत को दूआ करता है।घरों में हलवे और खाने पर नज्रो नियाज़ दिलाने के बाद लोग क़बरिस्तान का रुख करते हैं जो रात भर जारी रहता है।अस्करी ने लोगों से अपील की है की इस वक़्त देश बड़ी विपदा से घिरा है लगातार कोरोना वॉयरस के मरिज़ो मे बढ़ोतरी हो रही है इस वक़्त लोगों को घरों में रह कर लॉक डाऊन को शत प्रतिशत अमल मे लाना होगा।घरों में ही फातेहा पढ़ें।रात भर जग कर अल्लाह की बारगाह में इबादत करें की इस वक़्त दूनिया में कोरोना वॉयरस जैसी वबा से हम सब को महफूज़ रखे ।


बृजेश केसरवानी


30 अप्रैल तक रेलवे की बुकिंग रद्द

नई दिल्ली। कोरोना वायरस को लेकर IRCTC ने अपनी 3 ट्रेनों की बुकिंग्स 30 अप्रैल तक रद्द करने का फैसला किया है. आईआरसीटीसी की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है फिलहाल तीन ट्रेन चल रही हैं, जिनमें दो तेजस और एक काशी महाकाल एक्सप्रेस हैं, उनकी रिजर्वेशन रद्द कर दी गयी है।


बुकिंग को पहले 21 दिनों के लॉकडाउन के अंत तक सस्पेंड किया गया था। इसके अलावा इन तीनों ट्रेनों में टिकट बुक करने वाले सभी यात्रियों को पूरा रिफंड मिलेगा। इस समय IRCTC तेजस एक्सप्रेस के नाम से देश के दो अति व्यस्त रूटों पर प्राइवेट ट्रेनों का परिचालन करती है। इनमें दिल्ली से लखनऊ और अहमदाबाद से मुंबई का रूट शामिल है। रेलवे अधिकारी का कहना है कि जिन लोगों ने 15 से 30 अप्रैल 2020 के बीच यात्रा के लिए तेजस एक्सप्रेस में बुकिंग कराई थी, उन्हें पूरा रिफंड मिलेगा।


एक वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक 15 अप्रैल से 30 अप्रैल के बीच प्राइवेट ट्रेन तेजस (Tejas Express) का परिचालन रद्द किया गया है। इसलिए ट्रेनों की बुकिंग फिर से बंद कर दी गई है। इस बारे में रेलवे को सूचना भेज दी गई है। उन्होंने बताया कि अभी महज 100 से डेढ़ सौ लोगों ने ही रिजर्वेशन कराया था। इतने कम यात्रियों के साथ पूरी ट्रेन को चलाने से काफी नुकसान होता इसलिए रिजर्वेशन की प्रक्रिया बंद कर दी गई है। इस बीच जिन यात्रियों ने टिकट की बुकिंग कराई थी उन्हें रिफंड मिल जाएगा।


'स्टेचू ऑफ यूनिटी' ओएलएक्स पर सेल

नई दिल्ली। संकट और लॉकडाउन के बीच एक अजीबोगरी घटना में दुनिया की सबसे ऊंची मूर्ति 'द स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' को ओएलएक्स पर 'सेल' लिए डालने का हैरान करने देने वाला मामला सामने आया है। हालांकि बाद में कंपनी (OLX) ने इस आपत्तिजनक पोस्ट को अपनी साइट से हटा दिया। गुजरात के केवड़िया में बनी विशालकाय इस मूर्ति को ओएलक्स पर बिक्री के लिए डालने को लेकर स्थानीय पुलिस हरकत में आ गई है और मामले की जांच में जुट गई है।
दुनिया की सबसे विशालतम मूर्ति द स्टैच्यू ऑफ यूनिटी देश के पहले गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई को समर्पित है जिसे 30,000 करोड़ की कीमत के साथ ऑनलाइन 'सेल' के लिए पोस्ट डाली गई थी। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार 'द स्टैच्यू ऑफ यूनिटी' को सेल के लिए दिए विज्ञापन में लिखा गया था, 'इमरजेंसी! Statue of Unity बेच रहे हैं क्योंकि कोरोना वायरस पर काबू पाने के लिए अस्पताल और स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए पैसों की जरूरत है।


मामले की खबर स्थानीय समाचार पत्रों पर छपने के बाद लोगों को इस बारे में जानकारी हुई तो होश उड़ गए। स्टैच्यू ऑफ यूनिटी के अधिकारियों ने मामले का स्वतः संज्ञान लेते हुए रविवार को पुलिस में मामले को लेकर अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई।
Statue of Unity परिसर के असिस्टेंट कमिश्ननर नीलेश दुबे द्वारा साइन की गई प्रेस रिलीज में कहा गया कि एक अज्ञात व्यक्ति ने बदइरादे से सरकार को बदनाम करने के लिए स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को ओएलएक्स पर सेल के लिए डाला था। इसके बावजूद कि उस व्यक्ति को इस प्रकार का कोई अधिकार नहीं था। इस घटना से यह भी साबित होता है कि कंपनी ओएलएक्स अपने यहां आने वाले विज्ञापनों की जांच नहीं की और साइट पर पब्लिश होने की अनुमति दे दी।
अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ आईपीसी की धारा 505 (अफवाह फैलाने), धारा 417 (धोखाधड़ी), धारा 469 (जालसाजी) और अन्य संबंधित धाराओं में एफआईआर दर्ज करा दी गई है। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि एफआईआर दर्ज कर ली गई है और आरोपी का पता लगाया जा रहा है।


उल्लेखनीय है कि 31 अक्टूबर 2018 को स्टैच्यू ऑफ यूनिटी का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी ने किया था। इसकी ऊंचाई 182 मीटर(597 फीट) है। यहां बड़ी मात्रा में टूरिस्ट पहुंचते हैं। कोरोना वायरस के चलते इस साइट को गुजरात सरकार ने 17 मार्च से बंद कर दिया है।


तहसीलदार पर हमला, भाजपा पर आरोप

तहसीलदार पर हुआ हमला, भाजपाइयों पर लगाया आरोप

कन्नौज। सदर तहसील परिसर स्थित अपने आवास में मौजूद तहसीलदार अरविंद कुमार पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया और बुरी तरह से उनको मारा पीटा। ऐसे में हंगामा सुनकर तहसील कर्मी और सुरक्षा कर्मी पहुंचे तो मौका देख कर हमलावर भाग निकले। मामले की जानकारी होते ही डीएम राकेश कुमार मिश्रा, एसपी अमरेंद्र प्रसाद, एसडीएम सदर शैलेश कुमार फोर्स के साथ तहसीलदार के आवास पर पहुंच गए। यहां बातचीत के दौरान तहसीलदार ने बताया कि दोपहर के वक्त 20 से 25 लोगों की भीड़ उनके घर पर आकर हंगामा करने लगी। जब बाहर निकलकर देखा तो भाजपा सांसद बरामदे की कुर्सी पर बैठे थे। जैसे ही वह बाहर निकले तो सांसद ने थप्पड़ चला दिया और फिर उनके साथ मौजूद लोगो ने बुरी तरह से मारपीट कर दी। मामले को लेकर कर्मचारी संघ ने आरोपियों पर मुकदमा लिखकर तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है।


राजस्थान में 24 मामलों की बढ़ोतरी

जयपुर। जैसे जैसे लॉकडाउन के दिन बीतते जा रहे है वैसे ही राजस्थान में लगातार मामले बढ़ते जा रहे है बढ़ रहे मामलों से सरकार चिंता में है। मंगलवार की सुबह आए सरकारी आंकड़े परेशानी बढ़ाने वाले है सुबह ही 24 मामले की पुष्टि हुई है।


जैसलमेर के पोकरण मे भी 7 पॉजिटिव
इतने दिनों तक जैसलमेर जिला कोरोना से दूर था लेकिन 2 दिन पूर्व 1 मामला सामने आते ही प्रशासन अलर्ट हो गया था और अब आज पोकरण से एक साथ 7 मामले सामने आते ही प्रशासन पूरा मुस्तैद हो गया है। जैसलमेर के पोकरण मे आये पॉजिटिव सभी उस व्यक्ति के सम्पर्क के बताये जा रहे है जो बीकानेर में पॉजिटिव पाया गया था उसी के सम्पर्क में आने से ये सातों पॉजिटिव हुए है


जोधपुर में भी एक साथ 9 मामले
जोधपुर के मामलों मे 6 व्यक्ति कल पॉजिटिव पाए गए व्यक्ति के परिवार के ही है वही सातवा पॉजिटिव कल पॉजिटिव आये मरीज की पत्नी है और आठवा मरीज एक निजी अस्पताल से संबंधित बताया जा रहा है वही एक महिला वह भी संक्रमित है जो घर-घर सर्वे कर रही थी उसका भी सोर्स पता लगाया जा रहा है।
वही बांसवाड़ा से 4 मामले सामने आए है चुरू से 1 मामला आया है जो निजामुद्दीन मरकज से  जुड़ा हो सकता है।  जयपुर से भी 3 मामले सामने आए है
सुबह-सुबह आये इन आंकड़ों ने सरकार और ज्यादा अलर्ट हो गयी है और तेजी से काम करने में लगी है।


मेरठ के युवक ने फांसी लगाई

युवक ने फांसी लगाकर जान दी


प्रेम शंकर
मेरठ। टेलीकॉम कंपनी में काम करने वाले युवक ने कमरे में फांसी लगाकर जान दी। आत्महत्या के कारण का पता नहीं चला है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है।


गंगानगर क्षेत्र के आई ब्लाक में अमरोहा जिले का रहने वाला शशिकांत त्यागी किराए पर कमरा लेकर रहता था, शशिकांत एक टेलिकॉम कंपनी में काम करता था। बताया जा रहा है कि साथ में ही काम करने वाले जानकार सुबह शशिकांत से मिलने कमरे पर पहुंचे।काफी देर तक दरवाजा खटखटाने के बाद भी जब नही खुला तो पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने दरवाजा खोला और अंदर पहुंची। कमरे में शशिकांत का शव फांसी पर लटका मिला। पुलिस ने शव को नीचे उतरवाकर मोर्चरी भिजवाया। 



हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...