शुक्रवार, 21 फ़रवरी 2020

प्रोटीन पाउडर लेने के पांच नुकसान

अगर आप जिम में वर्कआउट करते है तो यकीनन प्रोटीन पाउडर के बारे में जानते होंगे। वैसे इन दिनों बॉडी और मसल्स बनाने के शौकिन कई लोग प्रोटीन सप्लीमेंट के लिए प्रोटीन पाउडर का इस्तेमाल करते हैं।
1 वर्कआउट के बाद प्रोटीन पाउडर लेने से इंसुलिन में बढ़ोतरी होती है, इस तरह नियमित रूप से इंसुलिन में होने वाली यह बढ़ोतरी आगे जाकर सेहत को नुकसान पहुंचाती है।
2 वे प्रोटीन सबसे सामान्य प्रोटीन है जिसे अधिकांश लोग लेते हैं। आमतौर पर इसे जिम में वर्कआउट करने वाले और बोड़ी बिल्डर लेते हैं। ये मसल्स बनाने में तो सहायक होता है लेकिन इसे जिस प्रकार से तैयार किया जाता है, वो शरीर को नुकसान ज्यादा पहुंचाता है।
3 वे प्रोटीन जैसे पाउडर्स में कई तरह के हारमोंस और बायोएक्टिव पेपटिड्स होते हैं। जिन्हें लेने पर सीबम निर्माण बढ़ जाता हैं। कई अध्ययनों में पाया गया है कि प्रोटीन सप्लिमेंट लेने से मुंहासों की समस्या भी बढ़ सकती है।
4 प्रोटीन पाउडर लेने से शरीर में न्यूट्रिशन का असंतुलन हो सकता है। प्राकृतिक प्रोटीन जैसे अंडे, दूध और मीट लेने से ऐसा होने की संभावना कम होती है।
5 कई कंपनियों के प्रोटीन पाउडर में विषाक्त पदार्थ होते हैं। जो शरीर के लिए नुकसानदायक होते हैं और उन्हें लेने से सरदर्द, फेटीग्यू, कब्ज और मासपेशियों में दर्द की शिकायत हो सकती है।


चश्मे के निशान से परेशान, आजमाऐ

आज के समय में आपके आस-पास मौजूद रहने वाले हर पांचवे इंसान की आंख पर चश्मा दिखेगा। इनमें आपके बॉस से लेकर आपके दोस्त भी शामिल हो सकते हैं। लैपटॉप और कम्प्यूटर पर ज्यादा समय करते समय चश्मे को बहुत लोग पहनते हैं। 
लगातार चश्मा पहने रहने के कारण जहां पर चश्मे का नोज स्टैंड रुकता है, वहां निशान पड़ जाता है। दरअसल ज्यादा देर तक त्वचा पर दबाव होने के कारण नीचे हम आपको कुछ ऐसी ही टिप्स देने जा रहे हैं, जिसे अपनाकर आप चश्में पहनने के कारण नाक पर बनने वाले निशान को हटा सकते हैं।
एलोवेरा से करें मसाज
एलोवेरा की पत्ती को बीच से काट लें और उसके गूदे का पेस्ट बना लें। अब इसके पेस्ट को नाक पर बने हुए निशान पर लगाएं और हल्के हाथों मसाज करें। एलोवेरा में मॉइस्चराइजिंग और एंटी-एजिंग गुण पाए जाने के कारण यह नाक पर बनने वाले निशान को कुछ दिनों में गायब कर देगा। 
आलू रस का बेहतर उपयोग
आलू के रस का उपयोग करके भी आप चश्मे के निशान से छुटकारा पा सकते हैं। कच्ची आलू को घिस कर इसका रस निकाल लें। आलू में ब्लीचिंग का प्रभाव पाया जाता है। जिसके कारण यह नाक पर चश्मे के कारण बने हुए निशान को हटाता है। 
गुलाब जल का भी कर सकते हैं उपयोग
गुलाब जल में हीलिंग का गुण पाया जाता है। यह चश्मे के कारण नाक पर बने हुए निशान को कुछ दिनों में गायब कर सकता है। इसे रुई के फीहे में भिगोकर निशान वाली जगह पर इस्तेमाल करें।
शहद का करिए उपयोग
शहद का उपयोग करके भी चश्मे के निशान को गायब किया जा सकता है। एंटीऑक्सीडेंट और एंटीसेप्टिक गुण होने के कारण यह त्वचा पर पडऩे वाले निशान को दूर करने में मदद करता है। 
ताजे संतरे के छिलके का करें उपयोग
ताजे संतरे के छिलके का उपयोग करके भी चश्मे के कारण पडऩे वाले निशान को दूर किया जा सकता है। संतरे के छिलके को पीसकर इसमें हल्का सा दूध मिला लें और निशान वाली जगह पर हल्के हाथों मालिश करें। एंटीसेप्टिक और हीलिंग का गुण होने के कारण यह नाक पर पडऩे वाले निशान को गायब कर सकता है। 
टमाटर का उपयोग नहीं करेगा निराश
टमाटर में एक्सफोलिएशन का गुण पाया जाता है। जो डेड स्किन को निकालने का मुख्य गुण है। टमाटर का पेस्ट बनाकर इसे चश्मे के कारण बने हुए निशान पर लगाएं। कुछ ही दिनों में आपको इसका रिजल्ट देखने को मिल जाएगा।


लिंगायत मठ पर मुस्लिम मुख्य पुजारी

बेंगलुरु। उत्तर कर्नाटक के गडग जिले के एक 350 साल पुराने लिंगायत मठ ने 33 साल के एक मुस्लिम व्यक्ति को मुख्य पुजारी बनाने का फैसला किया है। दीवान शरीफ रहिमनसब मुल्ला 26 फरवरी को मुरुगराजेंद्र कोरानेश्वरा शांतिधाम मठ की जिम्मेदारी संभालेंगे। यह मठ कलबुर्गी के खजुरी गांव में स्थित है। कर्नाटक और महाराष्ट्र के लाखों अनुयायी इससे जुड़े हैं। शरीफ के पिता ने कई साल पहले इस मठ के लिए दो एकड़ जमान दान की थी। इस मौके पर खजूरी मठ के मुख्य पुजारी मुरुगराजेंद्र कोरानेश्वर शिवयोगी ने कहा, “बसव का दर्शन सार्वभौमिक है और हम जाति और धर्म के आधार पर भेदभाव न करते हुए हर किसी को गले लगाते हैं। उन्होंने 12वीं शताब्दी में सामाजिक न्याय और भाईचारे का सपना देखा था। उनके दिखाए रास्ते पर चलकर ही मठ ने सभी के लिए अपने दरवाजे खोल दिए हैं।”


मठ के मुख्य पुजारी शिवयोगी के प्रवचनों से प्रभावित होकर शरीफ के पिता रहिमनसब मुल्ला ने भी दीक्षा ली थी। पुजारी के मुताबिक आसुति मठ यहां 2-3 साल से काम कर रहा है और फिलहाल परिसर का निर्माण चल रहा है। उन्होंने कहा कि शरीफ के मन में बसव के प्रति गहरी आस्था है और काफी सालों से वह उनकी विचारधारा पर चल रहा है। 10 नवंबर, 2019 को शरीफ ने दीक्षा ली। हमने उन्हें पिछले तीन सालों में लिंगायत धर्म और बासवन्ना की शिक्षाओं के अलग-अलग पहलुओं के बारे में जानकारी दी। 


बासवन्ना के प्रवचन पढ़ता था: शरीफ मुल्ला
शरीफ ने बताया, “मैं बचपन से ही बसव की सामाजिक न्याय और आपसी भाईचारे की शिक्षा के प्रति आकर्षित था। मैं पास के गांव में आटा चक्की चलाता था और खाली वक्त में बसवन्ना और 12वीं शताब्दी के अन्य साधुओं द्वारा लिखे गए प्रवचन पढ़ता था। कोरानेश्वरा शांतिधाम के मठ के स्वामीजी ने मेरी इस छोटी सी सेवा को पहचाना और मुझे अपने साथ ले गए। मैं बसवन्ना और मेरे गुरु द्वारा बताए रास्ते पर आगे बढूंगा। ’


लिंगायत धर्म और परिवार के जरिए मोक्ष में विश्वास करता है


शरीफ शादीशुदा हैं और उनके 4 बच्चे हैं। लिंगायत मठों में आमतौर पर शादीशुदा व्यक्ति की पुजारी के तौर पर नियुक्ति कम ही देखने को मिलती है। मुख्य पुजारी ने बताया कि लिंगायत धर्म परिवार के जरिए सद्गति (मोक्ष) में विश्वास करता है। कोई पारिवारिक व्यक्ति भी मठ का स्वामी बनने के साथ सामाजिक और आध्यात्मिक काम कर सकता है। उन्होंने कहा कि मठ से जुड़े सभी भक्तों ने एक मुसलमान को मुख्य पुजारी बनाने पर सहमति जताई है। यह हमारे लिए बासवन्ना के आदर्श कल्याण राज्य को बनाए रखने का मौका है।


कौन थे बसव?
एक दार्शनिक और सामाज सुधारक थे। उन्होंने 12वीं शताब्दी में लिंगायत संप्रदाय की स्थापना की थी। वे खुद ब्राह्मण परिवार में जन्मे थे और जन्म आधारित की जगह कर्म आधारित व्यवस्था में विश्वास करते थे। उन्होंने हिंदू धर्म में जाति व्यवस्था के खिलाफ लंबा संघर्ष किया।


कौन हैं लिंगायत?


लिंगायत समाज को कर्नाटक की अगड़ी जातियों में गिना जाता है। राज्य की आबादी का 18 फीसदी लिंगायत हैं। पड़ोसी राज्यों महाराष्ट्र, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में भी इनकी बड़ी आबादी है। लिंगायत और वीरशैव कर्नाटक के दो बड़े समुदाय हैं। इन दोनों का जन्म 12वीं शताब्दी के समाज सुधार आंदोलन से हुआ है। इसकी अगुआई समाज सुधारक बसवन्ना ने किया था। लिंगायत समाज पहले वैदिक धर्म का ही पालन करता था, लेकिन इसकी कुरीतियों को हटाने के लिए इस नए सम्प्रदाय की स्थापना की गई। लिंगायत परंपरा में अंतिम संस्कार की प्रक्रिया भी अलग है। लिंगायत में शवों को दफनाया जाता है।


वार्ता का रोड़ा, प्रदर्शनकारियों का व्यवहार

मनोज सिंह ठाकुर


नई दिल्ली। दक्षिणी दिल्ली के शाहीन बाग में प्रदर्शनकारियों से बातचीत के लिए पहुंचे वार्ताकार लगातार प्रदर्शनकारियों से बात करने की कोशिश कर रहे हैं। इसी बीच वार्ताकार ने चेतावनी भरे लहजे में कहा कि आपका यही व्यवहार रहा तो हम कल से यहां नहीं आएंगे। इससे पहले प्रदर्शनकारियों ने कहा कि हम पिछले दो महीने से प्रधानमंत्री मोदी का पलकें बिछाए इंतजार कर रहे हैं। वो शाहीन बाग आएं और हमसे बात करें। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के द्वारा नियुक्‍त वार्ताकार संजय हेगड़े, साधना रामचंद्रन और वजाहत हबीबुल्‍लाह गुरुवार को दूसरे दिन बात कर रहे हैं। 


बातचीत के दौरान वार्ताकार प्रदर्शनकारियों के व्‍यवहार से नाराज होते दिखे। उन्होंने कहा कि हम ऐसे में बात करने के लिए कल से नहीं आएंगे। बता दें कि वहां इतनी शोर हो रही है कि वार्ताकार सही तरीके से बातचीत नहीं कर पा रहे हैं। वार्ताकार से बात करने के दौरान एक प्रदर्शनकारी फूट फूट कर रोने लगा। कहा कि रोड खुलवाने की याचिका नहीं होनी चाहिए। इस पर वार्ताकार साधना रामचंद्रन ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि आप कैसे नागरिक है जो दूसरों के हक पर टिप्पणी कर रहे हैं। रामचंद्रन ने कहा कि हम यहां सिर्फ इस पर बात करने आए हैं कि सड़क खुलनी चाहिए या नहीं। लेकिन, यहां कुछ लोग सुप्रीम कोर्ट का अपमान कर रहे हैं उन्हें यहां से निकाला जाना चाहिए। साधना रामचंद्रन ने एक प्रदर्शनकारी को बाहर जाने के लिए कहा। साधना रामचंद्रन ने कहा कि कल से हम धरना स्थल नहीं आएंगे। किसी और जगह ढूढने जा रहे हैं हम जहां महिलाओं से बात कर सके। कहा कि अगर यहां बात करना है तो 20-20 महिलाओं का गुट बात करे बाकी लोग बाहर जाए। वरना हम कल से नहीं आ पाएंगे।


गुजरात में जुटेंगे 70 लाख से अधिक लोग

नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप 24-25 फरवरी को दो दिवसीय दौरे के लिए भारत आएंगे। अहमदाबाद में मोटेरा स्टेडियम में ट्रंप के प्रधानमंत्री मोदी के साथ 24 फरवरी को होने वाले आयोजन 'नमस्ते ट्रंप' को लेकर जिला प्रशासन ने साफ किया है कि यहां एक लाख लोग ट्रंप के स्वागत में जुटेंगे। इससे पहले ट्रंप ने अपने वीडियो में दावा किया था कि उनके स्वागत में 70 लाख लोग जुट रहे हैं। ट्रंप के भारत आने से पहले सबसे बड़ा सवाल यह है कि उनके स्वागत में कितने लोग अहमदाबाद हवाई अड्डे से मोटेरा स्टेडियम के बीच खड़े होंगे? एक लाख, 70 लाख या फिर एक करोड़। ट्रंप ने पहले दावा किया था कि उनके स्वागत में 70 लाख लोग खड़े होंगे और एक करोड़ लोग उनका स्वागत करेंगे। ट्रंप यह दावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हवाले से कर रहे हैं। हालांकि अहमदाबाद जिला प्रशासन ने गुरुवार को कहा कि यहां एक लाख लोग ट्रंप के स्वागत में जुटेंगे। बता दें कि कॉलराडो में एक रैली को संबोधित करते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, 'अगले हफ्ते मैं भारत जा रहा हूं। पीएम नरेंद्र मोदी मुझे बहुत पसंद हैं, मैं उनसे ट्रेड डील को लेकर भी बात करूंगा। मोटेरा स्टेडियम जाते वक्त 10 मिलियन (1 करोड़) लोग हमारा स्वागत करेंगे।' ट्रंप ने पीएम नरेंद्र मोदी का जिक्र करते हुए कहा, 'पीएम मोदी ने कहा, '1 करोड़ लोग आपका स्वागत करेंगे।'


सोमनाथ धाम पर लगी भक्तों की भीड़

तिल्दा-नेवरा। जिले के सिमगा के समीप स्थित सोमनाथ धाम में शुक्रवार को महाशिवरात्रि के अवसर पर शिवालयों में रौनक देखी जा रही है। बता दें कि शिवनाथ और खारुन नदी के संगम स्थल पर स्थित सोमनाथ धाम की, तो यहाँ हर वर्ष माघी पुन्नी पर मेला लगता है। रायपुर-बिलासपुर हाईवे और दो जिलों के सीमा क्षेत्र से लगे होने के कारण यहाँ भक्तों का जनसैलाब लगा रहता है। दूर-दूर से लोग अपनी-अपनी मन्नते लेकर बाबा के धाम पर पहुंचते हैं। वैसे पर्यटन के दृष्टी से लोगों के लिए बेहतर स्थान माना जाता है। हाथों में पवित्र संगम का जल लेकर भोलेनाथ का जलाभिषेक करने भक्त देर रात से ही कतार में लगे रहे। भोले बाबा के जयकारे और मंदिर के घण्टियों की सुमधुर आवाज से पूरा क्षेत्र भक्तिमय हो गया। भक्त अपनी मनोकामना मंदिर प्रांगण में सोमनाथ बाबा के सम्मुख विराजे नंदी के कान में कहते नज़र आ रहे थे।


सुरक्षा व्यवस्था की दिखी चाक चौबंद व्यवस्था :
हर वर्ष भक्तों की बढ़ती संख्या और मेले की दिनों दिन बढ़ती ख्याति के कारण पुलिस विभाग भी मेले की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर काफी सतर्क नजर आए। कहीं भी अप्रिय घटना न हो इसलिए मेले के चोरों ओर पुलिस की टुकड़ियां घूमती देखी गई। विभाग की ओर से एक हेल्प डेस्क भी लगाया गया। वाहन पार्किंग की विशेष व्यवस्था रखा गया है।


भारत की आबादी ज्यादा, फॉलोअर अधिक

नई दिल्ली। फेसबुक फॉलोअर को लेकर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि नरेंद्र मोदी को भारत की जनसंख्या अधिक होने का फायदा मिल रहा है। उन्होंने 'फेसबुक फॉलोअर' पर लोकप्रियता के मामले में कहा था कि वह नंबर वन पर हैं और दूसरा नंबर में प्रधानमंत्री मोदी है। दरअसल अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फेसबुक फॉलोइंग का हवाला देते हुए गुरुवार को कहा कि 1.5 अरब भारतीय लोगों का प्रतिनिधित्व करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जनसंख्या की वजह से फेसबुक पर बढ़त हासिल है। हालांकि आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार भारत की आबादी 1.3 अरब है।


बता दें कि पीएम मोदी के 4 करोड़ 40 लाख फॉलोअर्स हैं, जबकि ट्रंप के दो करोड़ 70 लाख फॉलोअर्स हैं। भारत की आबादी करीब 130 करोड़ है, जबकि अमेरिका की कुल जनसंख्या 32 करोड़ 50 लाख है। ट्रंप ने पहले दावा किया था कि फेसबुक पर फॉलोअर्स के मामले में मोदी दूसरे स्थान पर हैं और वह खुद पहले स्थान पर हैं, इसकी जानकारी फेसबुक के कार्यकारी अध्यक्ष मार्क जुकरबर्ग ने उन्हें सीधे तौर पर दी है। ट्रंप ने लास वेगास में होप फॉर प्रिजनर्स ग्रेजुएशन सेरमनी संबोधन में कहा कि मैं अगले सप्ताह भारत जा रहा हूं और हम लोग बात कर रहे हैं। आप जानते हैं, उनके पास 1.5 अरब लोग हैं। प्रधानमंत्री मोदी फेसबुक पर दूसरे स्थान पर हैं। आप सोचिए। क्या आपको पता है कि पहले नंबर पर कौन है? ट्रंप। क्या आप विश्वास करेंगे? नंबर वन। मुझे पता चला। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फेसबुक पर चार करोड़ 40 लाख लोग फॉलो करते हैं, वहीं ट्रंप को दो करोड़ 70 लाख लोग फॉलो करते हैं जबकि अमेरिका की कुल जनसंख्या 32 करोड़ 50 लाख है। अपने संबोधन में ट्रंप ने कहा कि उन्हें हाल ही में जुकरबर्ग ने फेसबुक पर नंबर वन (पहले स्थान) पर रहने की बधाई दी थी।


दुनिया को तबाह करने वाला ब्रीफकेस

नई दिल्ली। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप 24-25 फरवरी को दो दिवसीय दौरे के लिए भारत आएंगे। इसी कड़ी में उनके सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। दौरे के मद्देनजर ट्रंप की सुरक्षा को लेकर चौकसी बरती जा रही है। अहमदाबाद, आगरा से लेकर दिल्ली तक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सुरक्षा अभेद होगी। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जब अपनी पत्नी के साथ भारत दौरे पर आएंगे तब उनके साथ न सिर्फ उनकी सुरक्षा टीम होगी, बल्कि एक 'न्यूक्लियर फुटबॉल' भी होगा।
दरअसल, अमेरिकी राष्‍ट्रपति हमेशा अपने साथ 'न्यूक्लियर फुटबॉल' रखते हैं। इस फुटबॉल की अहमियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि यह पल भर में दुनिया को तबाह कर सकता है। इस न्यूक्लियर फुटबॉल को सीक्रेट ब्रीफकेस भी कहा जाता है, जिसे उनके सुरक्षा में लगे टॉप जवान हाथ में लिए रहते हैं। अन्य जवान के हाथ में हथियारों से लैस एक ब्रीफकेस भी होता है ताकि जब भी कोई यह न्यूक्लियर फुटबॉल छीनने की कोशिश करे तो उससे बचाया जा सके। परमाणु हमले के लिए सीक्रेट कोड और अलार्म से लैस इस ब्रीफकेस को न्यूक्लियर फुटबॉल के नाम से जाना जाता है। हालांकि, यह असल वाला फुटबॉल नहीं होता। काले रंग का यह टॉप सीक्रेट ब्रीफकेस दुनिया का सबसे शक्तिशाली ब्रीफकेस माना जाता है। इसे अमेरिका के राष्ट्रपति अपने पास हमेशा रखते हैं, जिसमें संचार उपकरण होते हैं जो उन्हें परमाणु हमले की इजाजत देता है। 1962 के बाद से अमेरिका के हर राष्ट्रपति के साथ यह न्यूक्लियर फुटबॉल साथ होता है। इसे इस उद्देश्य से तैयार किया गया ताकि अमेरिकी राष्ट्रपति के पास हमेशा परमाणु युद्ध के विकल्प मौजद रहें। कभी-कभी अमेरिकी राष्ट्रपति अपने हाथ में भी लेकर रखते हैं तो कभी उनके साथ रहने वाले सुरक्षाकर्मी। न्यूक्लियर फुटबॉल तीन हैं। एक राष्ट्रपति के साथ होता है, एक उपराष्ट्रपति के साथ और एक व्हाइट हाउस में सुरक्षित रखा जाता है। न्यूक्लियर फुटबॉल कहने जाने वाले इस ब्रीफकेस के भीतर एक छोटा सा एंटिना लगा संचार उपकरण होता है जो सैटेलाइट फोन से हमेशा जुड़ा होता है। इसके जरिए अमेरिकी राष्‍ट्रपति दुनिया के किसी भी कोने से तुरंत बात कर सकते हैं और गाइड कर सकते हैं। इसमें 75 पेज की एक किताब भी होती है, जो राष्ट्रपति को परमाणु हमले से संबंधित सारे विकल्पों से सूचित करता है। इतना ही नहीं, इस किताब में इस बात की भी जानकारी है कि परमाणु हमले के वक्त राष्ट्रपति को कहां छिपाया जा सकता है। यानी इस किताब में अमेरिका के परमाणु हमले की पूरी योजना और टारगेट की पूरी जानकारी होती है।


भारत-न्यूजीलैंड का पहले दिन का खेल

नई दिल्ली। भारत और न्यूजीलैंड के बीच पहले दिन का खेल खत्म हो गया है। बारिश की वजह से टी-ब्रेक के बाद का खेल नहीं शुरू हो पाया। टीम इंडिया ने पांच विकेट खोकर 122 रन बना लिए हैं। खेल खत्म होने तक अजिंक्य रहाणे 38 जबकि ऋषभ पंत 10 रन बनाकर नाबाद लौटे। बता दें कि भारत और न्यूजीलैंड के बीच दो मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट मैच वेलिंगटन के बेसिन रिजर्व मैदान पर खेला जा रहा है। न्यूजीलैंड ने टॉस जीता और कप्तान केन विलियमसन ने भारत को बल्लेबाजी का न्योता दिया। टी-ब्रेक तक भारत का स्कोर 122-5 था और इसके बाद बारिश के कारण खेल शुरू नहीं हो सका और अंपायरों ने पहले दिन का खेल खत्म करने का फैसला किया, क्योंकि बारिश के बाद मैदान काफी गीला हो गया था। अजिंक्य रहाणे और ऋषभ पंत नॉटआउट लौटे हैं। अब मैच के दूसरे दिन खेल आधे घंटे जल्दी शुरू होगा। न्यूजीलैंड के लिए पहला मैच खेलल रहे तेज गेंदबाज काइल जैमीसन ने 38 रन देकर तीन विकेट लिए।


ओवैसी के मंच से 'पाकिस्तान जिंदाबाद'

नई दिल्ली। देश में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध के नाम पर दिल्ली सहित कई स्थानों पर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। वहीं सीएए के खिलाफ बेंगलुरु में एक कार्यक्रम के दौरान गुरुवार को जमकर हंगामा हुआ। दरअसल, एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी गुरुवार को बेंगलुरु में सीएए के खिलाफ एक मंच पर प्रदर्शन कर रहे थे। उसी दौरान ओवैसी की मौजूदगी में एक युवती अमूल्या लियोन मंच पर पहुंच गई और माइक लेकर 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगाने लगी। पुलिस ने युवती के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया है और उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। अमूल्या लियोन के पिता ने कहा है कि उनकी बेटी ने जो किया वह बिल्कुल गलत था। मैंने उसे कई बार कहा कि वे मुसलमानों से न जुड़ें लेकिन उसने मेरी नहीं सुनी। बता दें कि सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में आयोजित कार्यक्रम के आयोजकों के चेहरे का रंग उस समय उड़ गया जब कार्यक्रम में शामिल अमूल्या नामक महिला ने ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाए। इस दौरान एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी भी वहां मौजूद थे। उन्होंने तुरंत महिला की इस हरकत की निंदा करते हुए कहा कि इससे सहमत नहीं है और आश्वस्त करते हैं  ‘हम भारत के लिए हैं’।


नकदी संकट से जूझ रहा है 'यस बैंक'

नई दिल्ली। देश का चौथा सबसे बड़ा प्राइवेट बैंक यस बैंक इन दिनों नकदी के संकट से जूझ रहा है। यस बैंक की पिछले एक साल से फंड जुटाने की सारी कोशिशें नाकाम हो चुकी हैं। बैंक के शेयर में भी 80 फीसदी तक की गिरावट आ चुकी है। कहा जा रहा है कि हिंदुजा ग्रुप, न्यूयॉर्क के सेरबेरस कैपिटल मैनेजमेंट एलपी दोनों मिलकर यस बैंक में बड़ी हिस्सेदारी खरीद सकते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, दोनों कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों ने इस संबंध में भारतीय रिजर्व बैंक के साथ बैठक भी की थी। माना जा रहा है कि इस कंसोर्टियम में कुछ और निवेशक भी शामिल हो सकते हैं।


सार्वजनिक सूचनाएं एवं विज्ञापन


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


फरवरी 22, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-195 (साल-01)
2. शनिवार, फरवरी 22, 2020
3. शक-1941,फाल्गुन - कृष्ण पक्ष, तिथि-चतुर्दशी, संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 06:54,सूर्यास्त 06:10
5. न्‍यूनतम तापमान 12+ डी.सै.,अधिकतम-21+ डी.सै., हल्की बरसात की संभावना।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


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गुरुवार, 20 फ़रवरी 2020

शिवरात्रि पूजा से मनोकामना होगी पूर्ण

नई दिल्ली। महाशिवरात्रि पर शिव की महाकृपा पाने के लिए आपको उनके श्रीचरणों का ध्यान करना होगा। महाशिवरात्रि ही वो अवसर है जब आप महादेव का ध्यान और विशेष पूजा करके देवाधिदेव महादेव से महावरदान पा सकते हैं। इस दिन आप भोले शंकर को प्रसन्न कर उनका आशीर्वाद ले सकते हैं। इस बार शिवरात्रि पर अद्भुत संयोग बन रहे हैं जो विवाह संबंधी तमाम परेशानियों को दूर कर सकते हैं। शिवरात्रि हिन्दू परंपरा का एक बहुत बड़ा पर्व है। इसे फाल्गुन कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है। माना जाता है इस दिन शिव जी का प्राकट्य हुआ था। इसके अलावा शिव जी का विवाह भी इस दिन माना जाता है। इस दिन महादेव की उपासना से व्यक्ति को जीवन में सम्पूर्ण सुख प्राप्त हो सकता है। इस दिन व्रत, उपवास, मंत्रजाप तथा रात्रि जागरण का विशेष महत्व है। इस बार महाशिवरात्रि का पर्व 21 फरवरी को मनाया जाएगा।


इस महाशिवरात्रि पर ऐसे विशेष संयोग बन रहे हैं जिससे उन लोगों को खास लाभ मिलने वाला है जो लोग अब तक मनचाहे वर की तलाश में हैं। कुंवारी कन्याओं और कुंवारे पुरूषों के लिए ये महाशिवरात्रि अजब संयोग लेकर आई है। लेकिन इन संयोगों का लाभ आपको तभी मिलेगा जब आप शिव की उतनी ही तपस्या करेंगे जितनी माता पार्वती ने की थी।


अगर आप भगवान शिव को शीघ्र प्रसन्न करना चाहते हैं तो उनके लिंग स्वरूप की पूजा करनी चाहिए। इस प्रकार भगवान शिव की पूजा करने से वे भक्त के सभी कष्ट हर उसे मनचाहा फल प्रदान करते हैं।
कुंडली के शनि दोष है तो शिवलिंग पर काले तिल मिलाकर जल चढ़ाएं।
वाहन सुख पाने के लिए रोजाना शिवलिंग पर चमेली का फूल अर्पित करें।
महादेव के जलाभिषेक के दौरान शिवलिंग को अपने हाथो से अच्छी तरह स्पर्श करें।
शिव मंदिर में रोजाना संध्याकाल में एक दीपक प्रज्जवलित करें।
बेलपत्र पर चंदन से ॐ नमः शिवाय लिखकर शिवलिंग पर अर्पित करें।
शिवलिंग पर धतूरा चढ़ाने से घर और संतान से जुड़ी समस्याएं दूर होती हैं।
केसर मिश्रित जल से शिवलिंग का अभिषेक करने से विवाह तथा वैवाहिक जीवन से जुड़ी समस्याएं दूर होती हैं।
महाशिवरात्रि शिव और शक्ति के मिलन की रात है। साथ ही इस रात में आध्यात्मिक शक्तियां जागृत होती हैं। शास्त्रों में इस दिन ज्योतिष उपाय करने से जीवन में सभी प्रकार के तनाव खत्म होते हैं और सकारात्मक प्रमाण दिखने लगते हैं। ऐसे में ज्योतिर्विद कमल नंदलाल से जानते हैं बाबा भोलेनाथ के दिन महाशिवरात्रि पर करने वाले उन उपायों के बारे में जिसे करने से गरीब व्यक्ति भी अमीर बन जाता है। 
इस दिन रुद्राभिषेक का भी बहुत बड़ा महत्व होता है। रुद्राभिषेक का मतलब है भगवान रुद्र का अभिषेक यानि कि शिवलिंग पर रुद्रमंत्रों के द्वारा अभिषेक करना। ऐसे में ज्योतिर्विद अरविंद शुक्ला से जानते हैं कि महाशिवरात्रि पर कैसे करें रुद्राभिषेक जिससे भगवान शिव की मिलेगी कृपा।शंकर भगवान की पूजा करने की विधि बहुत ही सरल है लेकिन इसमें विशेष सावधानी बरतनी की जरूरत है। भोले शंकर भक्तों पर जितनी जल्दी प्रसन्न होते हैं, एक छोटी सी गलती उन्हें नाराज भी कर सकती है. शिव पुराण में भोलेनाथ की पूजा से संबंधित वर्णन मिलता है। आइए आचार्य भूषण कौशल से जानते हैं कि शिवलिंग पर कौन सी चीजें नहीं चढ़ानी चाहिए।


0.19 गिरावट के साथ खुला शेयर बाजार

नई दिल्ली। गुरुवार को शेयर बाजार में गिरावट आई है। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 77.26 अंक यानी 0.19 फीसदी की गिरावट के बाद 41,245.74 के स्तर पर खुला। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 11.45 अंक यानी 0.09 फीसदी की गिरावट के बाद 12,114.45 के स्तर पर खुला है। दिग्गज शेयर बाजार आज इंफ्राटेल, इंडसइंड बैंक, यूपीएल, डॉक्टर, रेड्डी, ओएनजीसी, सन फार्मा, टीसीएस, हीरो मोटोकॉर्प, जी लिमिटेड और भारती एयरटेल के शेयर हरे निशान पर खुले। वहीं कोल इंडिया, एचडीएफसी, वेदांता लिमिटेड, जेएसडब्ल्यू स्टील, ग्रासिम, टाटा मोटर्स, आईओसी और अल्ट्राटेक सीमेंट की शुरुआत लाल निशान पर हुई। निजी क्षेत्र के कोटक महिंद्रा बैंक के शेयर में गिरावट देखने को मिल रही है। बाजार के खुलते ही इसमें 20.95 अंक यानी 1.23 फीसदी की गिरावट आई और यह 1,680.15 के स्तर पर कारोबार कर रहा था।


सेक्टोरियल इंडेक्स आज आईटी, ऑटो, रियल्टी और फार्मा हरे निशान पर खुले। वहीं मीडिया, प्राइवेट बैंक, एफएमसीजी, मेटल और पीएसयू बैंक लाल निशान पर खुले। प्री ओपन के दौरान सुबह 9:13 बजे शेयर मार्केट सपाट स्तर पर था। सेंसेक्स 11.96 अंक यानी 0.03 फीसदी की बढ़त के बाद 41,334.96 के स्तर पर था। वहीं निफ्टी 6.90 अंक यानी 0.06 फीसदी की गिरावट के बाद 12,119 के स्तर पर था। डॉलर के मुकाबले आज रुपया 23 पैसे की गिरावट के बाद 71.79 के स्तर पर खुला। इससे पहले मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 71.56 के स्तर पर बंद हुआ था।


वांछित चल रहे, शातिर अपराधी गिरफ्तार

अतुल त्यागी जिला प्रभारी, रिंकू सैनी रिपोर्टर, प्रवीण कुमार रिपोर्टर पिलखुआ


एस पी संजीव सुमन के निर्दैशानुशार  चैटिंग अभियान के तहत


हापुड़। थाना गढ़मुक्तेश्वर पुलिस द्वारा चैकिंग के दौरान गैंगस्टर एक्ट में वांछित चल रहे 03 शातिर अपराधियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनके कब्जे से नाजायज असलाह बरामद सौरभ, रहीश और नितिन गिरफ्तार गिरफ्तार अभियुक्तों  में  सोरभ के पास से नाजायज चाकू और रहीश के पास से नाजायज़ छुरी बरामद तीनों पर कार्यवाही करते हूये जेल भेज दिया गया।


पुलिस ने शराब तस्करी में 2 को दबोचा

अतुल त्यागी जिला प्रभारी, रिंकू, सैनी रिपोर्टर पिलखुआ


पुलिस ने शराब तस्कर दो सगे भाइयों को दबोचा


हापुड़। तस्करों से हरियाणा मार्का की दो पेटी से अधिक देशी शराब बरामद शराब तस्कर रिंकू व टिंकू दोनों है सगे भाई पुलिस को चकमा देकर काफी दिनों से दोनों बेच रहे थे अवैध शराब पुलिस ने दोनों को दबोचने के लिए बिछाया था जाल मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने गांव खैरपुर खैराबाद गेट के पास से दोनों को दबोचा। प्रभारी निरीक्षक महावीर सिंह चौहान के कुशल नेतृत्व में पुलिस टीम ने की गिरफ़्तारी।


आदेश ने कर्मचारियों की उड़ा दी नींद

भोपाल। कमलनाथ सरकार के एक आदेश ने स्वास्थ्य कर्मचारियों की नींद उड़ा दी है। सरकार के इस फरमान के बाद कर्मचारियों में आक्रोश व्याप्त हो गया है। कर्मचारियों का कहना है कि वे जिले में घर-घर जागरूकता अभियान तो चला सकते हैं, लेकिन किसी का जबर्दस्ती नसबंदी ऑपरेशन नहीं करवा सकते। दरअसल, सरकार ने कर्मचारियों के लिए हर महीने 5 से 10 पुरुषों के नसंबदी ऑपरेशन करवाना अनिवार्य कर दिया है। ऐसा ना करने पर नो-वर्क, नो-पे के आधार पर वेतन ना देने की चेतावनी दी है। वर्तमान में मप्र की आबादी 7 करोड़ से अधिक है। प्रदेश में 25 जिले ऐसे हैं, जहां का टोटल फर्टिलिटी रेट (टीएफआर) तीन से अधिक है, जबकि मप्र में 2.1 टीएफआर का लक्ष्य है। ऐसे में हर साल 6 से 7 लाख नसबंदी ऑपरेशन के टारेगट होते हैं, लेकिन पिछले साल ये संख्या सिर्फ 2514 रही। कोई भी जिला अपना टारगेट पूरा नही कर पाया।इसी के चलते राज्य सरकार ने कर्मचारियों को परिवार नियोजन के अभियान के तहत टारगेट पूरा करने के निर्देश दिए है। वही इन आंकड़ों पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की संचालक छवि भारद्धाज ने भी नाराजगी जताई है। भारद्वाज ने सभी कलेक्टर और सीएमएचओ को पत्र लिखकर कहा है कि प्रदेश में मात्र 0.5 प्रतिशत पुरुष नसबंदी के ऑपरेशन किए जा रहे हैं। अब ‌विभाग के पुरुषकर्मियों को जागरूकता अभियान के तहत परिवार नियोजन का टारगेट दिया जाए। उनके इस पत्र के बाद सीएमएचओ ने पत्र जारी कर कहा है कि यदि टारगेट के तहत काम नहीं किया तो अनिवार्य सेवानिवृत्ति के प्रस्ताव भेजेंगे। सरकार के इस फैसले के बाद कर्मचारियों में आक्रोश है वो इसका विरोध कर रहे है।कर्मचारियों का कहना है कि वे जिले में घर-घर जागरूकता अभियान तो चला सकते हैं, लेकिन किसी का जबर्दस्ती नसबंदी ऑपरेशन नहीं करवा सकते।


शिक्षा नीति में 12वीं कक्षा तक अधिकार

नई दिल्ली। भारत की शिक्षा नीति को अंतिम रूप देने की तैयारी मानव संसाधन मंत्रालय ने शुरू कर दी है। भारत सरकार 2020 के शैक्षिण सत्र में ही देश को नई शिक्षा नीति देना चाहती है। नई शिक्षा नीति के अंर्तगत भारत सरकार शिक्षा के अधिकार का दायरा बढ़ाने पर विचार कर रही है। फिलहाल आठवीं कक्षा तक की पढ़ाई, शिक्षा के अधिकार के दायरे में आती है। नई शिक्षा नीति में भारत सरकार इस दायरे को बढ़ाकर 12वीं कक्षा तक शिक्षा का अधिकार लागू कर सकती है। नई शिक्षा नीति जारी करने से पहले मानव संसाधन मंत्रालय में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। इस बैठक में केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक व संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। नई शिक्षा नीति में शिक्षा का अधिकार कानून के दायरे को व्यापक बनाया जा सकता है। इसमें अब तक प्राथमिक व उच्च प्राथमिक स्तर की शिक्षा को ही शामिल किया गया है, जो 6 से 14 वर्ष तक की आयु वाले बच्चों को इस कानून के दायरे में लाने की बात करती है। नई शिक्षा नीति में प्राथमिक-पूर्व शिक्षा के महžव को स्वीकारते हुए इस कानून का दायरा प्राथमिक-पूर्व शिक्षा से लेकर 12वीं कक्षा तक की शिक्षा के लिए लागू करने की सिफारिश की गई है। मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा, “मेरा सदैव से यह प्रबल मत रहा है कि केवल शिक्षा में ही वह क्षमता है जो किसी राष्ट्र को वैश्विक महाशक्ति के रूप में स्थापित कर सकता है। 33 साल बाद एक व्यापक विमर्श के बाद नई शिक्षा नीति आ रही है जो नव भारत का निर्माण सुनिश्चित करेगी।” दरअसल पिछली शिक्षा नीति तीन दशक पहले आई थी। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने नई शिक्षा नीति तैयार करने के लिए पूर्व कैबिनेट सचिव टी.एस.आर. सुब्रमण्यम की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय समिति का गठन किया। कमेटी नई शिक्षा नीति का मसौदा पेश कर चुकी है, लेकिन किसी कारण उसे अनुकूल नहीं पाया और वर्ष 2016 में अंतरिक्ष वैज्ञानिक के. कस्तूरीरंगन की अध्यक्षता में एक नई समिति गठित की गई। निशंक ने इस मौके पर कहा “21वीं सदी में सामाजिक आर्थिक विकास के सूत्रपात को तैयार, भारत की उभरती अर्थव्यवस्था को वैश्विक प्रतिस्पर्धा में सर्वोत्कृष्ट प्रदर्शन हेतु श्रेष्ठतम पेशेवरों की आवश्यकता है।'' नर्सरी से 12वीं कक्षा तक की पढ़ाई को 5 प्लस 3 प्लस 3 प्लस 4 के फॉर्मूले के तहत चार चरणों में बांटने की बात नई शिक्षा नीति में कही गई है। पांच साल का पहला चरण 3 से 8 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए है, इसे फाउंडेशन स्टेज कहा गया है। दूसरा चरण कक्षा 3 से 5 तक 8 से 11 वर्ष के बच्चों के लिए है। तीसरा चरण कक्षा 6 से 8 तक 11 से 14 वर्ष के बच्चों के लिए है, इसे मिडिल स्टेज कहा गया है। चौथा और अंतिम चरण कक्षा 9 से 12 तक 14 से 18 वर्ष के बच्चों के लिए है, इसे सेकेंडरी स्टेज कहा गया है। शिक्षा नीति की तैयारियों के बीच निशंक ने कहा, “तेजी से बदलते वैश्विक परिवेश में भारत गुणवत्तापरक शिक्षा एवं उद्यमशीलता के माध्यम से विश्व को नेतृत्व प्रदान करने की क्षमता रखता है।


'राशन की होम डिलीवरी' होगी लागू

नई दिल्ली। विधानसभा चुनाव में मिली बंपर जीत के बाद अब केजरीवाल सरकार अपने चुनावी वादों को हकीकत में बदलना चाहती है। इसके तहत दिल्ली सरकार ने राशन को सीधे उपभोक्ता के घर तक पहुंचाने की योजना को लागू करने का फैसला लिया है। सरकार ने पहली बार राशन की होम डिलीवरी का नियम वर्ष 2018 में बनाया था हालांकि तब दिल्ली के उपराज्यपाल ने इस नियम को मंजूरी नहीं दी। चुनाव नतीजों के तुरंत बाद हरकत में आई केजरीवाल सरकार ने राशन की होम डिलीवरी का प्रारूप तय करना शुरू कर दिया है। दिल्ली के खाद्य एवं उपभोक्ता मंत्री इमरान हुसैन ने इस विषय पर खाद्य उपभोक्ता विभाग के कमिश्नर एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक अहम बैठक की है। इस बैठक में अधिकारियों से राशन की डोर स्टेप डिलीवरी के कार्यान्वयन की योजना बनाने को कहा गया है। विधानसभा चुनाव के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली की जनता से राशन की होम डिलीवरी का वादा किया था। यही कारण है कि अब राशन की होम डिलीवरी दिल्ली सरकार के खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की सबसे बड़ी प्राथमिकता बन गया है। खाद्य उपभोक्ता विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “बैठक के दौरान खाद्य मंत्री को राशन की डोर स्टेप डिलीवरी की पूरी कार्ययोजना की मौजूदा स्थिति की जानकारी दी गई। मंत्री को बताया गया कि योजना को पूरा करने के किए विभाग द्वारा जमीनी स्तर पर समुचित काम किया जा रहा है, जिसके सकारात्मक परिणाम जल्द ही दिखाई देंगे।” बता दें कि सरकारी राशन की होम डिलीवरी स्कीम को लागू करने की उपराज्यपाल और केंद्र ने वर्ष 2018 में अपनी मंजूरी नहीं दी थी। तभी से यह मामला अधर में लटका हुआ है। वहीं इस विधानसभा चुनाव में राशन की होम डिलीवरी आम आदमी पार्टी का प्रमुख चुनावी वादा रहा है। इसी को देखते हुए खाद्य मंत्री ने विभाग के कमिश्नर को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि योजना के कार्यान्वयन में अब और ज्यादा देरी न हो। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी नई सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में भी राशन की होम डिलीवरी पर चर्चा की है। कैबिनेट मीटिंग में खासतौर पर 10 गारंटी योजनाओं पर चर्चा की गई। आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान केजरीवाल का गारंटी कार्ड जारी किया था। कैबिनेट की बैठक में मंत्रिमंडल सहयोगियों के अलावा दिल्ली के मुख्य सचिव और प्रधान सचिव स्तर के अधिकारी मौजूद रहे। दिल्ली सरकार की यह योजना गरीबों और जरूरतमंदों को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम-2013 के तहत उनके दरवाजे तक राशन की उपलब्धता सुनिश्चित करवाएगी।


शिवरात्रि को लेकर हुई, हाई लेवल बैठक

ADG IG SSP द्वारा प्रयागराज रिजर्व पुलिस लाइन में जिले के समस्त थाना प्रभारियों के साथ की गई हाई लेवल मीटिंग सुरक्षा व्यवस्था के लिए गई जानकारी



महाशिवरात्रि पावन अवसर से पहले जिले के वरिष्ठ अधिकारी ने थाना प्रभारियों की लगाई क्लास


बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। प्रयागराज रिजर्व पुलिस लाइन में रात 11:00 बजे जिले के समस्त थाना प्रभारी के साथ एडीजी प्रेमप्रकाश आईजी प्रयागराज, एसएसपी सत्यार्थ अनिरुद्ध प्रयागराज ने की हाई लेवल मीटिंग, सुरक्षा-व्यवस्था की जानकारी लिए जिले के कप्तान द्वारा सभी थाना प्रभारियों को निर्देश जारी किया गया। अपने क्षेत्र में वांछित अपराधी, अवैध गांजा, शराब, अवैध खनन पर रोक लगाने का हर संभव प्रयास करें। प्रयागराज जनपद को अपराध मुक्त बनाना हमारा संकल्प है ।अपने क्षेत्र में पेट्रोलिंग करके क्षेत्रवासियों की सुरक्षा व्यवस्था की जानकारी लेते रहे। कोई भी अराजकता एवं अपरिचित व्यक्ति दिखाई दे फौरन उसे गिरफ्तार कर पूछताछ की जाए। ताकि जनपद में कानून व्यवस्था मजबूत बनी रहे।


25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट

25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट पंकज कपूर  देहरादून। हेमकुंड साहिब के कपाट आगामी 25 मई को खोले जाएंगे। इसके चलते राज्य सरका...