शुक्रवार, 10 जनवरी 2020

रिटायर्ड डिप्टी जेलर की गोली मारकर की हत्या

प्रयागराज। रिटायर्ड डिप्‍टी जेलर की नैनी में गोली मारकर हत्‍या कर दी गई। एफसीआइ मोहल्ले के समीप नव निर्मित घर में रक्‍तरंजित लाश शुक्रवार को तब मिली जब वहां मजदूर काम करने पहुंचे। मकान बनवाने को लेकर उनका पड़ोसी से गुरुवार को विवाद हुआ था। आरोप है कि उसने गोली मारकर हत्‍या कर दी। पुलिस ने शव को कब्‍जे में लेकर जांच-पड़ताल कर रही है। रिटायर्ड डिप्‍टी जेलर के पुत्र ने थाने में तहरीर दी है। पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू कर दी है। लेकिन अभी भी हत्या के कारणों की स्पष्ट जानकारी जुटा पाने में पुलिस सफल नहीं हो पाई है। प्रथम दृश्य यही है माना जा रहा है कि पड़ोसी के द्वारा हत्या की गई है। लेकिन इसके पीछे और भी कई वजह होने से इनकार नहीं किया जा सकता है। जिसकी वजह से यह मामला और भी पेचीदा बनता जा रहा है।


नैनी में रिटायर्ड डिप्‍टी जेलर की गोली मारकर हत्‍या
 मकान को लेकर चल रहा था विवाद। शिवराम खरवार 61 पुत्र जयराम सितंबर 2019 में कौशांबी जेल से डिप्टी जेलर पद से हुये थे रिटायर।


बृजेश केसरवानी


कड़ाके की ठंड पर भारी पड़ी आस्था

प्रयागराज में माघ मेले का श्रीगणेश, कड़ाके की ठंड पर भारी पड़ी आस्था



प्रयागराज। पौष पूर्णिमा 2020 : कड़ाके की ठंड पर आस्था भारी है। जी हां, माघ मेला के पहले स्नान पर्व पौष पूर्णिमा पर आज यानी शुक्रवार को यही नजर आ रहा है। इसी स्नान पर्व के साथ संगम नगरी में एक माह का कल्पवास भी आज ही से शुरू हो गया है। यूं तो गुरुवार की आधी रात से ही स्नान का क्रम शुरू हो गया है, लेकिन सुबह से भीड़ अधिक हो गई है। देश के कोने-कोने से श्रद्धालु ट्रेनों, बसों और अपने निजी वाहनों से माघ मेला की ओर जा रहे हैं। सभी मन में आस्था और होठों पर गंगा मइया का नाम है। जबकि ठंड इतनी की पूछिए मत। शीतलहर चल रही है और आसमान पर बादल भी हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी सभी कल्पवासियों को अपनी मंगलकामनाएं दी हैं। वहीं मेला प्रशासन का दावा है कि सुबह 10 बजे तक लगभग 15 लाख 50 हजार श्रद्धालुओं ने पवित्र त्रिवेणी में पुण्य की डुबकी लगाई। मेला में सुरक्षा की दृष्टि से भारी संख्या में पुलिस और पीएसी के साथ अद्र्ध सैनिक बल तैनात हैैं। मंडलायुक्त और डीएम भी कई मजिस्ट्रेटों के साथ मेला में डटे रहे।

 कई क्षेत्रों में अव्यवस्था का आलम है
फिलहाल अब भी तैयारियां पूरी नहीं हो सकी हैैं। जबकि प्रशासन ने विभागों को सभी काम पूरे करने की आखिरी तारीख 15 दिसंबर 2019 से बढ़ाकर 31 दिसंबर कर दिया था। कई क्षेत्रों में अव्यवस्था का आलम है। झूंसी क्षेत्र में कई स्थानों पर अभी काम पूरी नहीं हो सका है। सेक्टर तीन, चार और पांच में अभी 40 फीसद से ज्यादा काम शेष हैं। सबसे ज्यादा स्थिति सेक्टर पांच की खराब है। यहां बाद में विकसित किए गए क्षेत्र में अब भी जलापूर्ति शुरू नहीं हो सकी है।


शौचालयों का निर्माण कार्य भी अभी पूरी नहीं हो सका है


इसके अलावा शौचालयों का निर्माण कार्य भी अभी पूरी नहीं हो सका है। इसके कारण श्रद्धालुओं के साथ ही कल्पवासियों को भी खुले में शौच जाना पड़ रहा है। अफसरों का कहना है कि खराब मौसम ने तैयारियों में खलल डाल दिया। इस व्यवधान के कारण ही काफी काम पीछे हो गए। दरअसल, बारिश के कारण दलदली जमीन फिर से कीचडय़ुक्त हो गई। मेलाधिकारी रजनीश कुमार मिश्र ने बताया कि ज्यादातर काम पूरा हो चुका था, लेकिन बारिश ने पानी फेर दिया।


सुविधाओं को परेशान कल्पवासी


मेला क्षेत्र में एक माह के कल्पवास के लिए अब भी कल्पवासी व संस्थाओं के संचालक सुविधाओं के लिए परेशान हैैं। गुरुवार को भी बड़ी संख्या में कल्पवासी और उनके स्वजन माघमेला प्रशासन कार्यालय पर डटे रहे। अपर मेलाधिकारी जितेंद्र पाल ने कई आवेदन निपटाए, मगर शाम तक दफ्तर में लोगों की भीड़ जुटी रही। बताते हैैं कि जमीन तो दे दी गई मगर सुविधा पर्ची में अब भी देरी हो रही है।


तिरंगा यात्रा में सभी का सहयोग आवश्यक

तिरंगा यात्रा में सभी की भागीदारी आवश्यकःपतविंदर सिंह


प्रयागराज। भारतीय जनता पार्टी अल्पसंख्यक मोर्चा काशी क्षेत्र. क्षेत्रीय मंत्री सरदार पतविंदर सिंह ने तिरंगी पगड़ी पहन कर नैनी क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों में भ्रमण कर आम जनमानस को नागरिक संशोधन कानून के पक्ष में तिरंगा यात्रा में सम्मिलित होने. हस्ताक्षर अभियान. बैठकों के माध्यम से सामाजिक संगठनों के साथ ही आमजन से संपर्क भी कियाl 
सरदार पतविंदर सिंह ने घर-घर हस्ताक्षर कराते हुए नागरिक संशोधन कानून (सीएए) के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए तिरंगा यात्रा में सम्मिलित होने का अनुरोध करते हुए कहा कि मैं हूं  (सीएए )समर्थक और भारत माता की जय जैसे स्लोगन लिखकर साथ चलेंl सरदार पतविंदर सिंह ने बूथ स्तर पर आम लोगों के घरों तक पहुंच कर संपर्क करते हुए नागरिक संशोधन कानून के बारे में विपक्षी पार्टियों द्वारा फैलाए जा रहे भ्रम और झूठ को उजागर करते रहे  संवाद संपर्क को गति देते हुए हस्ताक्षर अभियान और मिस कॉल करने पर भी लोगों से आग्रह किया साथ ही तिरंगा यात्रा में सभी आयु वर्ग के लोगों की भागीदारी होनी चाहिएl जन जागरूकता में दीपक भाटिया, रंजीत, रोहित सिंह, रितेश, हरमन सिंह ,दलजीत कौर, विकास अरोरा, इश्तियाक अहमद आदि रहे।


बृजेश केसरवानी


पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी की अधिक संभावना

हिमाचल में अधिक बर्फबारी के आसार


अमित शर्मा


शिमला। हिमाचल प्रदेश के अंदरूनी इलाके जहां इस सप्ताह हुई भारी बर्फबारी से उबरने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं मौसम विभाग के अधिकारियों ने अपने अनुमान में राज्य में इस सप्ताहांत और ज्यादा बारिश व बर्फबारी होने की बात कही है। मौसम विभाग ने कहा कि शिमला, कुल्लू, किन्नौर, लाहौल और स्पीति और चंबा जिलों के ऊपरी पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी की अधिक संभावना है। लाहौल और स्पीति जिले का केलांग शून्य से 17.6 डिग्री सेल्सियस नीचे तापमान के साथ राज्य का सबसे ठंडा जगह रहा। पुलिस ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे कुफरी और मशोबरा की सड़कों पर गाड़ी न चलाएं, क्योंकि भारी बर्फबारी के बाद वे फिसलन भरे हो गए हैं। मौसम विज्ञान विभाग के एक अधिकारी ने यहां आईएएनएस को बताया, "12 और 13 जनवरी को कई इलाकों में बर्फबारी और बारिश होने की संभावना है।" शिमला और मनाली में न्यूनतम तापमान क्रमश: शून्य से 1.3 डिग्री नीचे और शून्य से 7.6 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। शिमला से लगभग 250 किलोमीटर दूर कल्पा में रात का तापमान शून्य से 6.4 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया। इस हफ्ते की बर्फबारी के बाद शिमला के कई इलाकों जैसे माल रोड, रिज, यूएस क्लब और जाखू हिल्स में अभी भी बर्फ देखी जा सकती है। शिमला के पास के इलाके जैसे कुफरी और नरकंडा और लोकप्रिय पर्यटन स्थल मनाली भी बर्फ की मोटी चादर में लिपटे हुए हैं। अधिकारियों ने कहा कि पूरा किन्नौर, लाहौल और स्पीति और पांगी और चंबा का भरमौर क्षेत्र अभी भी अन्य हिस्सों से कटे हुए हैं, क्योंकि सड़कें बर्फ से ढंकी हुई हैं और उन्हें फिर से खोलने के प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने कुल्लू और लाहौल-स्पीति जिलों ने हिमस्खलन की चेतावनी जारी की है।कलात, नेहरू कुंड, कुलांग, पलचन और कुल्लू में कोठी और लाहौल-स्पीति में केलांग और दारचा के इलाकों में खतरे की स्थिति बनी हुई है।


सीएएए के समर्थन में जिला मुख्यालय पर रैली

सीधी। नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में शुक्रवार को जिला मुख्यालय पर जिला अधिवक्ता संघ ने रैली निकाली। इस दौरान एक आम सभा का भी आयोजन किया गया। जिसमें नागरिकता संशोधन कानून का समर्थन करते हुए कहा गया कि राष्ट्रहित में सरकार जो भी कानून बनाएगी, उसका अधिवक्ता संघ आगे भी समर्थन करता रहेगा।


कानपुर की ज्वेलरी शॉप में 18 लाख की चोरी

कानपुर के ज्वैलरी शॉप में 18 लाख की चोरी…


सीसीटीवी फुटेज में ठेले में तिजोरी ले जाते दिखे चोर…


कानपुर। बिधनू न्यूआजाद नगर चौकी क्षेत्र में देर रात चोरों ने ज्वैलरी शॉप को निशाना बनाया। चोरों ने दुकान का शटर तोड़कर नकदी व तिजोरी पार कर दी। सुबह घटना की जानकारी होते ही क्षेत्र में सनसनी फैल गई। इतनी बड़ी चोरी की घटना के बाद दुकानदारों ने रोष जताया। पुलिस ने पास के एक मकान के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज देखे तो चार चोर ठेले पर तिजोरी लादकर ले जाते नजर आए। डीआईजीई, एसपी ग्रामीण ने फोर्स के साथ पहुंचकर पड़ताल की, वहीं फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाकर चोरों के सुराग तलाशे।शहर के लाल बंगला निवासी राजेश कुमार की सतबरी रोड स्थित यादव चौराहे के पास ज्वैलरी शॉप है। बुधवार रात करीब 9 बजे वह दुकान बंद करके घर चले गए थे। देर रात चोर शटर को बीच से तोड़कर दुकान के अंदर घुस गए। चोरों ने दुकान के शोकेश से सारे जेवरात निकालने के साथ ढाई लाख की नकदी और जेवरात रखने वाली तिजोरी ले गए। गुरुवार की सुबह करीब 5 बजे गश्त में निकली पुलिस ने शटर टूटा देखकर राजेश को सूचना दी। तुरंत दुकान पहुंचे राजेश ने दुकान से नकदी, जेवरात और तिजोरी गायब देखी तो उनके होश उड़ गए और सिर पकड़कर बैठ गए।मौके पर पहुंची पुलिस ने उन्होंने बताया कि दुकान बंद करने में रात होने के कारण वह नकदी और जेवरात तिजोरी में ही रखकर चले गए थे। चोर तिजोरी में करीब 18 लाख के जेवरात और ढाई लाख की नकदी ले गए हैं। डीआईजी अनंतदेव तिवारी, एसपी ग्रामीण प्रदुम्न सिंह, सीओ घाटमपुर रवि कुमार सिंह भी फोर्स लेकर घटनास्थल पर पहुंचे और पड़ताल की। फारेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाकर आसपास लोगों से पूछताछ की।पुलिस टीम ने आसपास के लोगों से पूछताछ की और पास में लगे सीसीटीवी कैमरे भी जांचे। ज्वैलरी शॉप के पास एक मकान में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज देखे तो चार चोर एक ठेले पर तिजोरी को लादकर ले जाते दिखाई दिए। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर चोरों की तलाश शुरू की है। वहीं क्षेत्र में इतनी बड़ी चोरी की घटना के बाद लोगों में दहशत का माहौल है। रात में ठंड के कारण सड़क पर पूरी तरह सन्नाटा छा जाता है। वहीं आसपास के दुकानदारों ने पुलिस गश्त में लापरवाही की बात कहते हुए भी आक्रोश जताया है।


आखिर कब पकड़े जाएंगे गौरव के कातिल

गौरव के कातिल कब पकड़े जायेंगे ?


गौतम बुध नगर। ग्रेटर नोएडा की गौर सिटी के नाराज सैकड़ों लोगों द्वारा कल रात कैंडल मार्च निकाले जाने के बाद आज सुबह एडीएम दिवाकर सिंह गौरव के परिवारवालों से मिलने पहुंचे। परन्तु वे हत्यारों को पकड़े जाने के बारे में कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। मेरठ जोन के एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा है कि अपराधियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा तथा इस मामले को सीमा विवाद में उलझाने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने चेतावनी दी है कि हत्यारों की शीघ्र गिरफ्तारी न होने पर एडीजी व एसएसपी आफिस का घेराव किया जाएगा।
मोदी की भतीजी के साथ लूट करने वाले 2 घंटे में कैसे पकड़ लिए।


गौरव चंदेल की हत्या के 4 दिन बाद भी हत्यारों की गिरफ्तारी न होने को लेकर ग्रेटर नोएडा/गौर सिटी के लोगों के साथ ही सबसे ज्यादा महिलाओं में गुस्सा देखा गया है। गुस्से से भरी एक बुजुर्ग महिला ने रोते हुए कहा कि पुलिस जिसे पकड़ना चाहती है उसे पकड़ लेती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भतीजी के साथ दिल्ली में लूट करने वाले को पुलिस ने 2 घंटे में ही पकड़ लिया था। आखिर गौरव के हत्यारे कब पकड़े जायेंगे ?


ठंड के चलते पीठ दर्द 'अस्पताल में भर्ती'

जयराम ठाकुर की पीठ में उठा दर्द आईजीएमसी में भर्ती


शिमला। जयराम ठाकुर की पीठ में गुरुवार शाम को अचानक उठा दर्द इतना तेज था कि आईजीएमसी में उनकी एमआरआई करवानी पड़ी। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री कांगड़ा दौरे से लौट ही थे कि अचानक उनको पीठ में तेज़ दर्द शुरू हो गया। पहले फैमिली डॉक्टर ने उनका चैकअप किया। उन्होंने सीएम को आईजीएमसी जाने की सलाह दी।  इसके बाद उन्हें तुरंत आईजीएमसी लाया गया, जहां  तमाम नामी डॉक्टरों का अमला मौके पर जुट गया। अस्पताल में मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉक्टर जनक के अलावा मेडिकल कालेज प्रिंसीपल डॉक्टर मुकुल और मेडिसिन स्टोर अधिकारी डॉक्टर राहुल गुप्ता खासतौर पर मौजूद रहे। डॉक्टरों ने शुरुआती जांच के बाद उनका एमआरआई करवाना सही समझा। डॉक्टरों ने बताया कि मुख्यमंत्री की एमआरआई रिपोर्ट ठीक आई है। सीएम को आराम की सलाह दी गई है। ठंड के चलते उन्हें यह पीठ दर्द हुआ है। इसके चलते मुख्यमंत्री की फीजियोथैरेपी भी की गई है।


पुलिसकर्मियों को बसों में देना होगा किराया

67 हजार पुलिस कर्मियों को झटका, छह राज्यों में रोडवेज बसों में देना होगा किराया



अमित शर्मा


चंडीगढ़़। हरियाणा राज्य परिवहन ने 67 हजार पुलिस कर्मचारियों को जोर का झटका दिया है। बता दें कि अब उन्हें भी छह राज्यों में रोडवेज बस में सफर करने पर किराया देना होगा। वहीं हरियाणा राज्य परिवहन की बसों में चंडीगढ़ दिल्ली क्षेत्र को छोड़कर बाहर दूसरे राज्यों में हरियाणा राज्य परिवहन की बसों में हरियाणा पुलिस का कर्मचारी सफर करता है तो उसे भी आम यात्री की तरह टिकट लेना पडेगा ।आदेशों के मुताबिक, हरियाणा के पुलिस कर्मी अब सिर्फ हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में ही रोडवेज बसों में मुफ्त यात्रा का लाभ उठा सकेंगे। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू-कश्मीर, पंजाब, उत्तर प्रदेश और राजस्थान जाने पर रोडवेज बसों में उन्हें किराया देना होगा। परिवहन निदेशक ने इस संबंध में रोडवेज के डिपो महाप्रबंधकों को पत्र जारी कर दिया है। इसमें परिवहन विभाग के प्रधान सचिव के अप्रैल 2011 में जारी पत्र को अमल में लाने के निर्देश दिए गए हैं।


वॉर्न का बैगी ग्रीन कप नीलाम करने का फैसला

मेलबर्न। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज स्पिनर शेन वॉर्न ने एक बेहद अच्छे काम के लिए अपनी बैगी ग्रीन कैप नीलाम करने का फैसला किया। शुक्रवार को यह कैप 10 लाख, 7 हजार, 500 ऑस्ट्रेलियाई डॉलर (करीब 4 करोड़, 92 लाख, 8 हजार रुपये) में नीलाम हो गई। ऑस्ट्रेलिया के जंगलों में लगी आग को बुझाने व पीडि़तों की मदद के लिए दुनिया भर से लोग धन जुटाने में लगे हैं और वॉर्न ने अपनी बैगी ग्रीन क्रिकेट कैप को नीलाम करके इससे मिलने वाली रकम को दान देने का फैसला लिया है। 
वार्न ने फॉक्स क्रिकेट से कहा, जंगलों में लगी भयावह आग ने हम सबको सभी तरह से झकझोर कर रख दिया है। इस आग की वजह से कई जिंदगियां चली गईं, घर जलकर खाक हो गए और 50 करोड़ से ज्यादा जानवर भी मारे गए। हम दैनिक आधार पर पीडि़तों की मदद करने और अपना योगदान देने के तरीके खोज रहे है और इसी वजह से मैंने अपनी प्यारी च्बैगी ग्रीन कैपज् को नीलाम करने का फैसला किया है। वार्न के इस फैसले की उनके पूर्व टीम साथी डैरेन लेहमन और जेसन गिलेस्पी ने काफी तारीफ की है।


सीरीज जीतने के लिए उतरेगी टीम इंडिया

नई दिल्ली। भारत-श्रीलंका के बीच तीन टी-20 की सीरीज का तीसरा और आखिरी मैच में शुक्रवार को पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम पर खेला जाएगा। भारतीय टीम सीरीज में 1-0 से आगे है। पहला मैच गुवाहाटी में बारिश के कारण रद्द हुआ था। वहीं, इंदौर में खेले गए दूसरे मैच में भारत ने श्रीलंका को 7 विकेट से हराया था। पुणे में दोनों टीमें दूसरी बार आमने-सामने होंगी। इससे पहले 2016 में श्रीलंका ने भारत को यहां 5 विकेट से हराया था। वहीं, टीम इंडिया ने 2012 में इंग्लैंड को 5 विकेट से शिकस्त दी थी।भारतीय टीम के पास इस मैच को जीतकर श्रीलंका के खिलाड़ी छठी सीरीज अपने नाम करने का मौका है। इससे पहले दोनों टीमों के बीच छह सीरीज में टीम इंडिया को पांच में जीत मिली। एक सीरीज 2009 में 1-1 की बराबरी पर छूटी थी। भारत 2017 में श्रीलंका के खिलाफ आखिरी सीरीज 3-0 से जीता था। पिच और मौसम रिपोर्ट: पुणे में मैच के दौरान आसमान में बादल छाए रह सकते हैं। पिच से बल्लेबाजों को मदद मिलती है। टॉस जीतने वाली टीम पहले गेंदबाजी करना पसंद करेगी। इस मैदान पर खेले गए 2 मैच में पहले गेंदबाजी करने वाली टीम ही जीती। भारत-श्रीलंका के बीच अब तक हुए 17 टी-20 में टीम इंडिया ने 12 में जीत दर्ज की। श्रीलंका को सिर्फ 5 में जीत मिली।


आम आदमी पार्टी द्वारा विरोध प्रदर्शन

पंजाब सीएम निवास पर प्रदर्शन आम आदमी पार्टी द्वारा विरोध प्रदर्शन


अमित शर्मा


चंडीगढ़। पंजाब में विपक्षी दलों ने बिजली दरों को लेकर कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार पर तीखा हमला बोला। आप पार्टी सांसद भगवंत मान के नेतृत्व में पार्टी समर्थकों ने शुक्रवार को पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के चंडीगढ़ आवास पर विरोध प्रदर्शन किया, जबकि शिरोमणि अकाली दल के सांसद और केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर ने उन पर हमला किया। चंडीगढ़ पुलिस ने आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए वाटर बूथों का इस्तेमाल किया, जो शुक्रवार को उच्च बिजली दरों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। पंजाब सीएम निवास पर प्रदर्शन यह प्रदर्शन पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के आवास के बाहर हो रहा था। न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, सांसद भगवंत मान इस विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे थे। दूसरी ओर, केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर ने बिजली दरों पर ट्वीट करने के लिए पंजाब सरकार पर तीखा हमला बोला। हरसिमरत कौर ने ट्वीट किया कि कांग्रेस सरकार अपने खजाने का भुगतान करने के लिए लोगों की कमर तोड़ रही है। उन्होंने कहा कि बठिंडा के ग्रामीणों को 2.5 लाख रुपये के बिजली के बिल दिए जा रहे हैं। आप कोयला घोटाले से 4,100 करोड़ रुपये का नुकसान नहीं उठा सकते। शिरोमणि अकाली दल हर उस पंजाबी की रक्षा करेगा जिसे आप लूटने की कोशिश कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार है और 200 यूनिट तक बिजली उपलब्ध करा रही है। दिल्ली विधानसभा चुनाव में AAP चुनाव में इस मुद्दे को भुनाने की कोशिश कर रही है। इस बीच, पंजाब में आम आदमी पार्टी बिजली की मदद से खुद को मजबूत करने की कोशिश कर सकती है।


कोर्ट ने बलात्कारों के मामले पर लगाई मोहर

पंजाब को 7 फास्ट ट्रैक कोर्ट, 3 स्पेशल कोर्ट और 10 फैमिली कोर्ट मिलेंगे



अमित शर्मा


चंडीगढ़। बलात्कार के मामलों और 7 फास्ट-ट्रैक अदालतों और बच्चों के खिलाफ आपराधिक मामलों में बिना किसी देरी के बलात्कार के मामलों की प्रक्रिया को तेज करने के लिए, राज्य सरकार ने पंजाब में व्यापक कानूनी सुधारों की प्रक्रिया में तेजी लाने का फैसला किया है। इसे स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। इसी तरह, राज्य के सभी जिलों में कानूनी प्रक्रिया की बेहतरी के लिए 10 और पारिवारिक न्यायालय स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की अध्यक्षता में आज हुई मंत्रिमंडल की बैठक में निर्णय लिए गए। पंजाब सरकार के एक प्रवक्ता के अनुसार, राज्य में महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री की प्रतिबद्धता के अनुसार ये कदम उठाए गए हैं। मंत्रिमंडल ने बलात्कार के मामलों के निपटान के लिए सात फास्ट-ट्रैक अदालतों की स्थापना को मंजूरी दी है, जिनमें से 70 पद इसके कामकाज के लिए बनाए जाएंगे। इनमें से चार कोर्ट लुधियाना और एक-एक अमृतसर, जालंधर और फिरोजपुर में स्थापित किए जाएंगे। प्रवक्ता के अनुसार, मंत्रिमंडल ने अतिरिक्त और जिला सत्र न्यायाधीशों के सात और सहायक कर्मचारियों के 63 पदों को मंजूरी दी है।
लगभग 3.57 करोड़ रुपये की वार्षिक लागत के साथ स्थापित, ये अदालतें बलात्कार के लंबित मामलों से निपटने के लिए आपराधिक कानून (संशोधन) अधिनियम, 2018 के प्रावधानों और प्रावधानों को लागू करेंगी। ये अदालत ऐसे मामलों में लंबित मामलों की संख्या को दो महीने की समय सीमा के भीतर कम करने में भूमिका निभाएंगी। वर्ष 2018 के सीआरपीसी के अनुच्छेद 173 के संशोधन के अनुसार, बलात्कार के मामलों की सुनवाई दो महीने के भीतर तय की जानी है। पोस्को मामलों के लिए विशेष अदालतें - एक अन्य निर्णय के अनुसार, कैबिनेट ने पोस्को अधिनियम के तहत दायर मुकदमों के मामलों में सालाना 2.57 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत पर विशेष अदालतों की स्थापना के लिए 45 रिक्तियों के निर्माण को मंजूरी दी है। वर्ष 2018 में सीआरपीसी के अनुच्छेद 173 के संशोधन के तहत बलात्कार के मामलों की सुनवाई दो महीने के भीतर पूरी करने का प्रावधान है। शीर्ष अदालत ने इच्छा व्यक्त की थी कि राज्य सरकारें बच्चों से जुड़े बलात्कार के मामलों के लिए विशेष अदालतें गठित करें, जहाँ ऐसे लंबित मामलों की संख्या 100 से अधिक हो। वर्तमान में, राज्य में बच्चों के बलात्कार के लंबित मामलों की संख्या लुधियाना में 125 और जालंधर में 125 है, दो विशेष लुधियाना और एक विशेष जालंधर अदालत की स्थापना के लिए कैबिनेट की मंजूरी को ध्यान में रखते हुए। इसके अलावा, कैबिनेट ने इन अदालतों के लिए अतिरिक्त जिला न्यायाधीशों और उप-जिला वकीलों के तीन पदों और सहायक कार्मिकों के 39 पदों (कुल 45 पदों) के निर्माण को मंजूरी दी है।अन्य जिलों में पारिवारिक न्यायालय-
इस बीच, मंत्रिमंडल ने 5.55 करोड़ रुपये की वार्षिक अनुमानित लागत पर राज्य के 10 जिलों में 10 परिवार अदालतों की स्थापना को मंजूरी दी है। कैबिनेट ने इन न्यायालयों के लिए 90 पदों के सृजन को मंजूरी दी है, जिसके प्रमुख जिला न्यायाधीश / जिला सत्र न्यायाधीश (8 सहायक स्टाफ सदस्य) हैं।
वर्तमान में, ये परिवार अदालतें पंजाब के 12 जिलों में चल रही हैं। ये नए न्यायालय फतेहगढ़ साहिब, फिरोजपुर, फाजिल्का, कपूरथला, मनसा, रूप नगर, संगरूर, श्री मुक्तसर साहिब, एसएएस नगर मोहाली और तरनतारन सहित शेष 10 जिलों में स्थापित किए जाएंगे। इन आरोपों के लागू होने से वैवाहिक मामलों के लंबित मामलों के निपटारे से बड़ी संख्या में लोगों को राहत मिलेगी।फैमिली कोर्ट मुख्य रूप से वैवाहिक मामलों, जैसे कि विवाह की समाप्ति, वैवाहिक अधिकारों की बहाली, विवाह संपत्ति, बाल हिरासत अधिकार और रखरखाव के मुद्दों से संबंधित है।


8वीं 10वीं 12वीं के लिए प्रैक्टिकल अंग्रेजी

पहली बार 8 वीं, 10 वीं और 12 वीं श्रेणियों के लिए प्रैक्टिकल अंग्रेजी विषय लिया जाएगा


अमित शर्मा


मोहाली। 2019-20 की वार्षिक परीक्षाओं में पहली बार, पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड 8 वीं, 10 वीं और 12 वीं श्रेणियों के लिए प्रैक्टिकल अंग्रेजी विषय लेगा। छात्रों को इसके लिए तैयार किया गया है। बोर्ड के उपाध्यक्ष, बलदेव सचदेवा ने व्यावहारिक जानकारी देते हुए कहा कि 8 वीं, 10 वीं और 12 वीं कक्षाओं की वार्षिक परीक्षाओं में विषय को अंग्रेजी में प्रैक्टिकल, लिसनिंग और स्पीकिंग स्किल टेस्टिंग के रूप में लिया जाएगा और प्रत्येक में 10 अंकों में आंतरिक परीक्षण किया जाएगा। 12 वीं और 10 वीं श्रेणी के लिए यह मूल्यांकन CCE है। मॉड्यूल को उसी श्रेणी में लिया जाना चाहिए जबकि 8 वीं कक्षा के लिए प्रैक्टिकल अंक CCE हैं।


370 को पार करने के बाद पंजाब में घुसपैठ

धारा 370 को पार करने के बाद पंजाब में घुसपैठ - पंजाब डीजीपी


अमित शर्मा


चंडीगढ़। पंजाब के डीजीपी ने आज चंडीगढ़ में एक संवाददाता सम्मेलन में खुलासा किया कि जम्मू और कश्मीर में धारा 370 के बाद पंजाब में घुसपैठ बढ़ गई है। डीजीपी दिनकर गुप्ता ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान द्वारा भारत में भेजे गए ड्रोन और हथियार पाकिस्तान सीमा पर बरामद किए गए। उन्होंने इस संबंध में 3 लोगों को गिरफ्तार भी किया है। उन्होंने कहा कि गिरफ्तार तीनों को हरियाणा से मादक पदार्थों और हथियारों की तस्करी करके लाया गया था। दो तस्कर जमानत पर बाहर थे और वे अभी भी मादक पदार्थों की तस्करी के मामलों का सामना कर रहे हैं। पकड़े गए आरोपियों के पास से दो ड्रोन बरामद किए गए। एक ड्रोन हरियाणा के करनाल से बरामद किया गया है, जबकि एक ड्रोन अमृतसर ग्रामीण के एक गांव से बरामद किया गया है। उन्होंने कहा कि शेष तस्करों की तलाश चल रही है। ्नेकर गुप्ता ने कहा कि गिरफ्तार तस्करों में से एक सेना में तैनात था। जिनके पास एक i20 कार पर छोटी पिस्तौल, 2 वायरलेस सेट और 6 लाख नकद बरामद हुए हैं। DGP ने ड्रोन के बारे में खुलासा किया और कहा कि ड्रोन चीन के बने हैं।


25 करोड़ लोग 10 ट्रेड यूनियन से जुड़े

भारत बंद 10 ट्रेड यूनियन से जुड़े 25 करोड़ लोग शामिल, ये सेवाएं रहेंगी प्रभावित


अमित शर्मा


चंडीगढ़। केंद्र सरकार की नीतियों के विरोध में बुधवार को बुलाए गए श्रमिक संघों के भारत बंद का असर बैंकिंग, परिवहन समेत कई जरूरी सेवाओं पर पड़ सकता है। देश के 10 प्रमुख श्रमिक संघों के आह्वान पर करीब 25 करोड़ लोग हड़ताल में शामिल हो सकते हैं। भारत बंद को देखते हुए कई सरकारी बैंकों ने स्टॉक एक्सचेंज को पहले ही बैंकिंग सेवाएं प्रभावित होने की जानकारी दी है। 
दरअसल एआईबीईए, एआईबीओए, बेफी, इनबेफ समेत कई कई बैंक कर्मचारी एसोसिएशन भी इस हड़ताल में हिस्सा लेने की इच्छुक हैं। ऐसे में जमा एवं निकासी और चेक क्लीयरेंस जैसी सेवाएं प्रभावित होने की संभावना है। हालांकि निजी बैंकों पर इसका असर नहीं पड़ेगा। इसके अलावा राज्यों में परिवहन समेत अन्य प्रमुख सेवाएं भी प्रभावित हो सकती हैं। 
10 ट्रेड यूनियन से जुड़े 25 करोड़ लोग होंगे शामिल
10 केंद्रीय ट्रेड यूनियनों इंटक, एटक, एचएमएस, सीटू, एआईयूटीयूसी, टीयूसीसी, सेवा, एआईसीसीटीयू, एलपीएफ और यूटीयूसी ने सोमवार को संयुक्त बयान में कहा कि देशव्यापी हड़ताल में कम से कम 25 करोड़ लोगों की भागीदारी की उम्मीद है। सरकार से श्रमिक विरोधी, जन-विरोधी और राष्ट्र-विरोधी नीतियों को वापस लेने की मांग करेंगे। बयान में कहा गया है कि श्रम मंत्रालय ने 2 जनवरी, 2020 को बैठक बुलाई थी, लेकिन वह अब तक श्रमिकों की किसी भी मांग पर आश्वासन देने में विफल रहा है। सरकार का यह रवैया श्रमिकों के प्रति अवमानना का है। इसके अलावा, बढ़ी फीस और शिक्षा के व्यावसायीकरण के खिलाफ 60 छात्र संगठन और कुछ विश्वविद्यालय के पदाधिकारी भी हड़ताल में शामिल हो सकते हैं। ट्रेड यूनियनों ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में हिंसा और अन्य विश्वविद्यालय परिसरों में ऐसी घटनाओं की निंदा की है। उन्होंने जुलाई, 2015 से एक भी भारतीय श्रम सम्मेलन आयोजित नहीं होने पर नाराजगी जताई। साथ ही श्रम कानूनों की संहिता बनाने और सार्वजनिक उपक्रमों के निजीकरण का भी विरोध किया है।
बंद में शामिल केंद्र सरकार के कर्मियों को भुगतने होंगे परिणाम केंद्र सरकार ने इस बीच अपने कर्मचारियों को आगाह किया है कि भारत बंद में शामिल होने वालों को परिणाम भुगतने होंगे। कार्मिक मंत्रालय ने जारी आदेश में कहा, हड़ताल में शामिल होने वाले कर्मचारियां के वेतन में कटौती की जा सकती है। साथ ही इनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की हो सकती है। सभी विभागों को इस संदर्भ में राजनीतिक संदेश जारी कर दिया गया है। इसमें कहा गया है कि एसोसिएशन बनाने के अधिकार में हड़ताल करने के हक की गारंटी नहीं है। ऐसे में हड़ताल में शामिल होने वालों को परिणाम के लिए तैयार रहना होगा। बैंकिंग सेवाओं पर पड़ेगा असर
बैंकिंग सेक्टर केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने आठ जनवरी को हड़ताल का फैसला किया है। अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ के एक नेता ने बताया कि इस हड़ताल का समर्थन 10 यूनियन कर रही हैं। अखिल भारतीय बैंक कर्मचारी संघ के महासचिव सीएच वेकंटचलम के अनुसार सरकार की नीतियों का विरोध करने के लिए हड़ताल की जा रही है। हड़ताल में रोजगार के नए अवसर पैदा करने, श्रम कानूनों में संशोधन पर रोक लगाने और नौकरी की सुरक्षा संबंधी मांगें रखी जाएंगी। रिजर्व बैंक के कर्मचारियों ने वर्षों से लंबित मांगों के पूरा न होने पर हड़ताल का समर्थन किया है। इस दिन बैंकिंग संबंधी सभी तरह के कामकाज ठप रहेंगे, जिससे लोगों को एटीएम में भी पैसा नहीं मिलेगा। सब्जी से लेकर के सार्वजनिक परिवहन पर पड़ेगा असर
हड़ताल की वजह से लोगों को दूध, सब्जी, दवाएं आदि भी मिलने में मुश्किल हो सकती है। वहीं सार्वजनिक परिवहन जैसे कि टैक्सी, ऑटो, बस आदि की सेवाओं पर असर पड़ सकता है, जिससे सभी तरह के रेल, सड़क और हवाई यात्रियों को परेशानी हो सकती है। इस दौरान निजी वाहनों से ही सफर किया जा सकता है। आर्थिक मुद्दों पर केंद्र को बदनाम करने की कोशिश राजनाथ
केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को कहा कि कई ताकतें आर्थिक मुद्दों पर केंद्र सरकार को बदनाम करने की कोशिश कर रही हैं। लेकिन सरकार कारोबारियों के हितों को समझते हुए उसी दिशा में काम कर रही है। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था में सुस्ती वैश्विक मंदी का हिस्सा है। भारत के मुकाबले विकसित देशों पर इसका ज्यादा प्रभाव पड़ा है।कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के कार्यक्रम में राजनाथ ने कहा, ‘मैंने सीलिंग के मुद्दे पर केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप पुरी से चर्चा की है। उन्होंने इस पर ध्यान देने का भरोसा दिलाया है।’ इससे पहले कैट ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर 10 लाख से अधिक कारोबारियों को सीलिंग की मार से बचाने के लिए कोई योजना लाने का आग्रह किया है।


पंजाब में हो सकती है जेएनयू जैसी वारदात

पंजाब यूनिवर्सिटी में हो सकती है  जैनयू जैसी वारदात आउटसाइडर्स पर नहीं कसी जा रही नकेल


चंडीगढ़। देश का कोई भी शिक्षण संस्थान इस समय राजनीतिक गतिविधियों से अछूता नहीं है। इन शहरों में चंडीगढ़ ने भी अपना स्थान बना लिया हैं। बीते रविवार दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी हुए दो छात्र गुटों के बीच हुए खूनी संग्राम के बाद पंजाब यूनिवर्सिटी में भी इस प्रकार की घटना होने का अंदेशा लगाया जा रहा है। पीयू में एबीवीपी और लेफ्ट समर्थक छात्र संगठनों में कई बार ठनी है। यह बात हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि पीयू में बन रहे हालात इस बात की गवाही दे रहे हैं। छात्र संगठनों की राजनीति ने इस समय छात्र हितों को छोड़ राज्य और केंद्र की राजनीति में हस्तक्षेप करना शुरू कर दिया है। इस आग में घी डालने का काम कर रहे है ऐसे तत्व जो छात्रों को भड़का रहें हैं। सुरक्षा से लेकर आउटसाइडर्स को रोकने में पीयू प्रशासन कोई ठोस कदम नहीं उठा रहा है। इस लापरवाही का खामियाजा पढ़ रहे दूसरे बच्चों को उठाना पड़ सकता है। जान पहचान होने की वजह से छोड़ दिए जाते हैं आउटसाइडर्स पंजाब यूनिवर्सिटी के हॉस्टल में अगर चेकिंग की जाए तो बड़ी संख्या में ऐसे स्टूडेंट्स मिलेंगे, जिनका पीयू से कोई लेना देना नहीं है। उसके साथ ही इन आउटसाइडर्स को इसलिए छोड़ दिया जाता है, क्योंकि उनकी किसी न किसी के साथ जान पहचान होती है। पीयू में बच्चे पढ़ने के लिए आते हैं। लेकिन जो यहां के हालात बन रहे हैं, ऐसे में बच्चों को पढ़ना नामुमकिन है। सुबह से रात तक पीयू में बाहरी लोग आते जाते हैं, ऐसे हम कैसे अपने आप को सुरक्षित महसूस कर सकते हैं। -पूनम, छात्रा, ह्यूमन राइट्स डिपार्टमेंट। एसएफएस, एसएफआइ, आइसा, जैसे कई लेफ्ट छात्र संगठन हैं, जिनका विरोध दर्ज कराने का तरीका बहुत ही गलत है। यह संगठन बहुत ही ज्यादा उग्र तरीके से कैंपस में प्रोटेस्ट करते हैं। जिन्हें देखकर नहीं लगता कि यह लोग स्टूडेंट्स होंगे। गौतम शर्मा, छात्र, यूबीएस डिपार्टमेंट। पीयू में आउटसाइडर्स का मुद्दा नया नहीं है। धरना-प्रदर्शन हो या कोई और एक्टिविटी उसमें आउटसाइडर्स का जमावड़ा सबसे ज्यादा होता है। कई स्टूडेंट्स ऐसे हैं, जिन्होंने कितने समय पहले ही अपनी पढ़ाई पूरी कर ली है, लेकिन वे अभी भी हॉस्टल्स में रह रहे है। -डॉली नागपाल, छात्रा, कल्चरल डिपार्टमेंट। लेफ्ट छात्र संगठन जबसे पीयू में सक्रिय हुए हैं, तब से पीयू का माहौल खराब हुआ है। आज तक पीयू में बहुत प्रदर्शन हुए हैं, लेकिन कभी ईट, पत्थर नहीं चले, इन्होंने वो भी कर दिया। ऋषिका राज, छात्रा बायोटेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट।एजुकेशनल संस्थानों को स्लीपर सेल बनाया जा रहा है। यूनिवर्सिटी में स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइजेशन का मतलब स्टूडेंट्स की भलाई के लिए काम करना होता है, जबकि पीयू में ऐसा कुछ नहीं हो रहा है। लेफ्ट हो या राइट पार्टी हम उन्हें पीयू का माहौल खराब नहीं करने देंगे। -चेतन चौधरी, पीयू छात्र काउंसिल के प्रेसिडेंट।आउटसाइडर्स को रोकने के लिए हमारे पास काफी प्लानिंग है। इस पर कार्य भी हो रहा है। -प्रो. अश्वनी कौल, चीफ सिक्योरिटी ऑफिसर, पंजाब यूनिवर्सिटी।


नेशनल हाईवे पर हुए 3 हादसे

बिलासपुर हादसों से दहला चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे, हुए तीन हादसे


बिलासपुर। प्रदेश में जहां सोमवार से ही रिमझिम बारिश का दौर जारी है तो वहीं राष्ट्रीय उच्च मार्ग 205- चंडीगढ़-मनाली पर सोमवार और मंगलवार को तीन हादसे हुए। इन हादसों में कई लोग घायल हुए हैं । पहला हादसा सोमवार देर रात छ्डोल व जामली के बीच हुआ जिसमें एक कार नम्बर HP24D-3314 अनियंत्रित होकर सडक से लुढक गई। इस हादसे में तीन लोग घायल हुए हैं। जिन्हें क्षेत्रीय अस्पताल बिलासपुर में ईलाज के लिए भर्ती करवाया गया है।
वहीं, दूसरा हादसा गंभरपुल स्थान के पास हुआ है जिसमें हरियाणा के पर्यटक जो मनाली घुमने जा रहे थे उनकी कार नम्बर एचआर20एएम-5051 अनियंत्रित होकर सड़क किनारे बनी पैरापिट पर चढ़ गई । गनीमत यह रही कि कार खाई में गिरने से बाल-बाल बच गई । तीसरा हादसा जामली और गंभरपुल के बीच हुआ है जिसमें एक पिकअप और ट्रक में आमने-सामने जोरदार टक्कर हुई है । इस हादसे में सभी लोग सुरक्षित बच गये हैं। बताया जा रहा है कि ट्रक ओवरटेक कर आ रहा था।


मुठभेड़ में मारा गया एक आतंकवादी

पुलवामा में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में एक आतंकी ढेर



नई दिल्ली। जम्मू एवं कश्मीर में पुलवामा के अवंतीपुरा में मंगलवार को सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में एक आतंकवादी मारा गया। आतंकी के पास से भारी मात्रा में हथियार और गोलाबारूद भी बरामद किया गया है। हालांकि, अब तक आतंकवादी की शिनाख्त नहीं हो पाई है और सर्च अभियान अब भी जारी है। कश्मीर जोन के पुलिस ने कहा कि सुरक्षाबलों के साथ एक्सचेंज फायरिंग में एक आतंकवादी मारा गया और हथियार भी बरामद हुए हैं। बता दें, जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में आतंकवादियों के नजर आने पर सेना ने साेमवार को घेराबंदी एवं तलाश अभियान चलाया। आधिकारिक सूत्रों ने यहां बताया कि कुछ स्थानीय लोगों ने आतंकवादियों के एक समूह को नाले में देखा और सेना को सूचित किया जिसके बाद उनकी तलाश के लिए घेराबंदी एवं तलाश अभियान चलाया गया। नौशेरा के दब्बड़, पोठा, खेड़ी, दराट, मंगलादेई आदि इलाकों को खंगाला गया। ये आतंकवादी कुछ दिन पहले तलाशी दस्ते पर गोलीबारी कर फरार हुए थे। गोलीबारी में दो जवान शहीद हो गए थे।आतंकियों के घुस आने की घटना के बाद गांवों में दहशत का माहौल बना हुआ है। लोग शाम ढलने के बाद घरों से नहीं निकल रहे हैं। उधर, सेना ने भी लोगों से अनुरोध किया गया है कि वे सुबह छह बजे के बाद ही घरों से निकलें और शाम पांच बजे तक घरों में लौट जाएं।


मालिकों व संचालकों पर भी लगाया जुर्माना

गंगा नदी को प्रदूषित करने वालों की अब खैर नहीं, गंदगी फैलाने वालों पर अब लगेगा भरी जुर्माना


वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में गंगा नदी को प्रदूषित करने वालों की खैर नहीं है। राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण (एनजीटी) की सख्ती के बाद नगर निगम गंगा घाट पर गंदगी फैलाने वालों पर 25,000 रुपये जुर्माना लगाने की तैयारी कर रहा है। प्रशासन का मानना है कि जुर्माना लगाने से लोग गंगा नदी को प्रदूषित कम करेंगे।नगर निगम के एक अधिकारी ने बताया कि गंगा में प्रदूषण फैलाने को लेकर बड़ी सख्ती की जा रही है। गंगा घाट पर कपड़े धोने पर 5,000 रुपये से 25,000 रुपये तक जुर्माना लगाया जा सकता है। इसके अलावा प्रतिमा विसर्जन, पूजा सामग्री विसर्जित करने पर 10,000 रुपये तक, गंगा किनारे मल-मूत्र विसर्जन पर 10-20 हजार रुपये तक जुर्माना तय किया गया है। इस प्रस्ताव पर गंगा समिति की बैठक में मुहर लग जाएगी। प्रदेश सरकार के निर्देश के बाद जिला अधिकारी (डीएम) की अध्यक्षता में गंगा समिति का गठन हुआ है, जिसके करीब पांच माह पूर्व नगर निगम ने उप-विधि बनाकर जुर्माने का स्लैब तय किया। पूर्व नगर आयुक्त आशुतोष कुमार द्विवेदी के वक्त यह कवायद हुई, लेकिन इस पर अमल अब शुरू हुआ है। अपर नगर आयुक्त अजय सिंह ने बताया कि एनजीटी के निर्देशानुसार गंगा नदी में गंदगी फैलाने वालों पर नगर निगम जुर्माना लगाने जा रहा है। इसका निर्धारण गंगा समिति की बैठक में किया जाएगा। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की क्षेत्रीय अधिकारी कलिका सिंह ने बताया कि गंगा नदी में गंदगी करने वालों पर भारी जुर्माना लगाने का प्रावधान किया गया है। इसके लिए नगर निगम समेत अन्य संबंधित विभागों को जुर्माने से संबंधित आवश्यक निर्देश-सुझाव दिए गए हैं। आने वाले समय में आवासीय भवनों के अलावा होटल, रेस्टोरेंट व अन्य प्रतिष्ठानों से निकलने वाला सीवेज व गंदा पानी गंगा में जाने पर इनके मालिकों व संचालकों पर भी जुर्माना लगाया जाएगा।


किसानों ने फिर 1 बार किया आंदोलन का ऐलान

आठ जनवरी को भारत बंद का आह्वान किसानों ने एक बार फिर से किया आंदोलन का ऐलान


अमित शर्मा


चंडीगढ़। कर्ज माफी व अन्य मांगों को लेकर किसानों ने एक बार फिर से आंदोलन का ऐलान किया है। आठ जनवरी को भारत बंद का आह्वान करते हुए कहा है कि इस दिन देशभर में दूध व सब्जियों की सप्लाई बंद रखी जाएगी। किसान संगठनों ने सभी किसानों से अपील की है कि वे दूध व सब्जी सहित अन्य उत्पाद बिल्कुल भी शहरों में लेकर न जाएं। किसानों का दावा है कि देशभर में 249 किसान संगठन और 80 विद्यार्थी संगठन इस बंद को समर्थन दे रहे हैं। पंजाब में जिन यूनियनों ने बंद की कॉल दी है, वे ज्यादातर मालवा और दोआबा क्षेत्र में ही सक्रिय हैं। पंजाब में किसानों के बंद का असर दिल्ली पर पड़ने की संभावना बहुत कम है। पंजाब से सब्जी इत्यादि की सप्लाई दिल्ली को नहीं के बराबर होती है, लेकिन वेरका का दूध दिल्ली जाता है। किसान संगठनों ने मानसा में एक बजे से तीन बजे तक ट्रेन रोकने का भी ऐलान किया हुआ है। भारतीय किसान यूनियन डकौंदा के डॉ. दर्शन पाल ने आरोप लगाया कि किसान कर्ज के कारण लगातार आत्महत्याएं कर रहे हैं, लेकिन इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। किसानों के कर्ज पूरी तरह से माफ करने को लेकर आंदोलन खड़ा किया जाएगा। जब तक किसानों को उनकी फसल की कीमत एमएस स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों के आधार पर नहीं मिलती तब तक उनकी समस्याएं खत्म नहीं होंगी।


दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ

दिल्ली में 2.0 तीव्रता का भूकंप, महसूस नहीं हुआ अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। दबे पांव पहुंचे भूकंप ने धरती को हिलाते हुए पब्लिक को दहशत में ड...