मंगलवार, 7 जनवरी 2020

जेएनयू के वीसी-कमिश्नर को करे बर्खास्त

कमल जगाती


नैनीताल​। उत्तराखण्ड के नैनीताल पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय(जे.एन.यू.)में छात्रों के साथ हुई मारपीट मामले में विश्वविद्यालय के वी.सी.समेत पुलिस कमिशनर को बर्खास्त करने की मांग की है । केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कपिल सिब्बल ने कहा कि केंद्र सरकार विश्विद्यालयों में पढ़ाई का माहौल खराब कर रही है और उसे राजनीति का अड्डा बनाना चाहती है । उन्होंने कहा कि जो लोग टुकड़े टुकड़े गैंग की बात करते हैं वही आज देश को टुकड़ो में बांट रहे है। उन्होंने आरोप लगाया कि ए.बी.वी.पी.के लोग मुंह में कपड़ा बांधकर जे.एन.यू.में छात्रों के साथ मारपीट कर रहे है। नैनीताल पहुंचे कपिल सिब्बल ने जे.एन.यू.मामले पर कहा कि कॉलेज में पुलिस की निगरानी के बावजूद एम्बुलेंस के टायर पंचर किए गए ताकि कॉलेज में घायल छात्रों को अस्पताल ना ले जाया जा सके इसलिए दिल्ली के पुलिस कमिश्नर को बर्खास्त करना चाहिए।


बच्चों की मौत पर नहीं जागा प्रशासन

सहारनपुर में केवल एक सीएचसी पर बाल रोग विशेषज्ञ मौजूद 
जिलेभर में शिशु मृत्युदर प्रति एक हजार जन्मपर 32, मातृ मृत्युदर एक लाख जन्म पर 179 
अरविन्द सिसौदिया 
नानौता। राजस्थान और गुजरात में करीब 200 से अधिक बच्चों की मौत के बाद भी सहारनपुर स्वास्थय विभाग नहीं जागा है। केन्द्र और राज्य सरकार की ओर से मातृ एंव शिशु सुरक्षा को लेकर कई योजनाएं चलाई जा रही है अधिकारी प्रभावी माॅनिटरिंग का दावा भी कर रहे है। लेकिन ग्रांउड स्तर पर विशेषज्ञ डाॅक्टरों की नियुक्ति न होने से सालों से ग्रामीण क्षेत्र बेहाल हो रहा है। जिलेभर में संचालित 11 सामुदायिक स्वास्थय केन्द्रों में से मात्र एक पर शिशु रोग विशेषज्ञ मौजूद है जबकि 10 सीएचसी बिना विशेषज्ञों के ही चल रही है। 
सहारनपुर जिला बालरोग विशेषज्ञों की कमी से जूझ रहा है। यदि किसी कारण से राजस्थान और गुजरात जैसे हालात यहां बने तो इसका जिम्मेदार आखिर कौन होगा। सहारनपुर जिले में 11 सामुदायिक स्वास्थय केन्द्र और करीब 33 प्राथमिक स्वास्थ केन्द्र है। लेकिन मात्र जिले की देवबंद छोडकर किसी भी सीएचसी व पीएचसी पर बालरोग विशेषज्ञ मौजूद नहीं है। ऐसे में इन स्वास्थय केन्द्रों पर पैदा होने वाले नवजात शिशुओं की हालत बिगडने पर उनके जीवन पर खतरा मौजूद रहता है। यदि किसी नवजात की हालत बिगडती है तो उसे तुंरत जिला अस्पताल के लिए रैफर किया जाता है तो वहीं ग्रामीण क्षेत्रों से जिला अस्पताल लाते समय बच्चों की मृत्यु तक हो जाती है। जिले में शिशु मृत्युदर प्रति एक हजार जन्म पर 32 है। जबिक मातृ मृत्युदर प्रति एक लाख जीवित जन्म पर 179 है। सरकार के आदेश है कि किसी भी क्षेत्र में मृत्यु होने पर 24 घंटे में उसकी सूचना देना जरूरी है। ताकि इससे पांच वर्ष तक के बच्चे, शिशु और नवजात की मृत्यु के कारणों को ढूंढकर उनका समाधान किया जा सके। इसके अलावा कुछ अस्पताल केवल रैफरल बनकर रह गए है। जिनमें कहीं डाॅक्टर नहीं तो कहीं सुविधाओं का अभाव होने के चलते मरीज को रैफर किया जाता है।


मकान दिलाने के बहाने, हिंदू बता कर ठगा

पीडित बोला मकान दिलाने के बहाने पांच ठगों ने दिया अंजाम मकान हिन्दू का बताकर किया बैनामा, जांच में निकला मुस्लिम महिला का 


अरविंद सिसौदिया। 


नानौता। प्रोपर्टी डीलर बनकर पांच ठगों ने मिलकर दिल्ली निवासी एक युवक से धोखाधडी कर चार लाख रूपए की रकम हडपते हुए फर्जी तरीके से एक मकान का बैनामा कर दिया। जांच के दौरान उक्त मकान किसी और का पाएं जाने पर बैनामा लेने वाले युवक के होश उड गए। पीडित ने थाने पर नामजद तहरीर देकर पांचों ठगों पर रिपोर्ट दर्ज कर कारवाई की मांग की है। उधर पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। 
दिल्ली निवासी शुभम् पुत्र श्यामलाल ने बताया कि वह अब काफी समय से नानौता में रह रहा है। उसको एक मकान खरीदना था, जिसके लिए नगर व क्षेत्र के पांच ठगों ने अपने आप को प्रोपर्टी डीलर बताते हुए उसको एक हिन्दू व्यक्ति के नाम से मकान दिखाया और विश्वास दिलाया कि उक्त मकान में किसी प्रकार का कोई झगडा या फसाद नहीं है। जिनकी बातों पर विश्वास करते हुए उसने उक्त मकान का सौदा 4 लाख रूपए में कर लिया। पीडित का आरोप है कि इन ठगों द्वारा आपस में जालसाजी व धोखाधडी करते हुए फर्जी तरीके से अपने साइन कर एक सप्ताह पूर्व मेरे नाम बैनामा कर दिया। मेरे द्वारा बैनामे के दौरान दिया गया 4 लाख का चैक बैनामे के बाद इन लोगों द्वारा वापस लेकर मुझसे नकद रकम प्राप्त कर ली गई। इसके बाद जब बैनामा लेकर वह नगर पंचायत में नामदर्ज कराने के लिए पंहुचा तो पता लगा कि उक्त मकान तो पहले से ही किसी मुस्लिम महिला के नाम दर्ज है। जिसके बाद पीडित के पैरों तले की जमीन निकल गई। पीडित ने इस धोखाधडी में शामिल सभी ठगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर कानूनी कारवाई की मांग की है। उधर इस संबध में थाना पुलिस का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। यदि नामजद लोगों पर आरोप सही पाएं जाते है तो उनके खिलाफ कानूनी कारवाई अमल में लाई जाएगी।


घर के बाहर खड़ी कार सुबह जली मिली

घर के बाहर खडी कर चालक रात्रि में जाने के बाद सुबह देखा तो जली मिली मैजिक 
अरविंद सिसौदिया
नानौता। संदिग्ध परिस्थितियों में घर के बाहर खडी टाटा मैजिक में आग लगने से जलकर राख हो गई। परिजनों ने सुबह उठकर देखा तो उनके होश गुम हो गए। 
थाना क्षेत्र के गांव खुडाना निवासी गुड्डु पुत्र ज्योतिराम के पास एक टाटा मैजिक (छोटा हाथी) है। बताया जाता है कि सोमवार की रात्रि गुड्डु द्वारा टाटा मैजिक को घर के बाहर खडी की गई थी। जिसके बाद सुबह जब परिजन सोकर उठे और बाहर निकलकर देखा तो मैजिक पूरी तरह से जलकर राख हो गया था। परिजन टाटा मैजिक जलने का कारण शार्ट-शर्किट होना मान रहे है।


सूझबूझ से लुटेरे को किया गिरफ्तार

सहारनपुर। सीओ प्रथम अर्पित विजयवर्गीय के निर्देशन में थाना मण्डी प्रभारी बबलू वर्मा के नेतृत्व में एसआई पवन उज्वल, रईस अहमद ने हेड कांस्टेबल दिलशाद विजय वीर नीरज त्यागी व कांस्टेबल रोबिन ढाका के साथ टीम बनाकर मुखबिर की सूचना पर एक अभियुक्त मुरसलीन को मण्डी समिति के गेट नम्बर एक से गिरफ्तार किया। मुरसलीन की निशानदेही पर मण्डी पुलिस दो चोरी की बाइक दो एक्टिवा व एक अवैध तमंचा कारतूस बरामद किया है। मण्डी पुलिस द्वारा पूछताछ में मुरसलीन ने बताया की पिछले दो माह पहले भी मैंने और मेरे साथियों ने टोल प्लाजा के निकट थाना छपार यमुनानगर से 1 कार को लूटने की घटना को अंजाम दिया था। फिलहाल पुलिस ने मुरसलीन को गिरफ्तार कर लिया है व उसके अन्य फरार साथियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। थाना मण्डी प्रभारी बबलू वर्मा ने बताया कि फरार आरोपी भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।


शीतलकालीन सत्र के लिए फिर पंजीकरण शुरू

नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में शीतकालीन सत्र के लिए एक बार फिर पंजीकरण शुरू हो गया है। मंगलवार को जेएनयू प्रशासन ने वाईफाई व सर्वर रूम को दुरुस्त करने के उपरांत पंजीकरण आरंभ कर दिया। हालांकि, वहीं दूसरी ओर जेएनयू छात्रसंघ ने छात्रों से पंजीकरण के बहिष्कार की अपील की है। आईसा से जुड़े छात्रों ने जेएनयू वीसी को पूरे घटनाक्रम के लिए जिम्मेदार बताते हुए उनके इस्तीफे की मांग की है। जेएनयू में रविवार पांच जनवरी की रात नकाबपोश हमलावरों ने छात्रों पर हमला किया था। इस हमले में 36 छात्र जख्मी हुए। जेएनयू के कुलपति एम. जगदीश कुमार वारदात के दो दिन बाद मंगलवार को पहली बार सामने आए। उन्होंने कहा कि वह विश्वविद्यालय में शांति बहाली के प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने छात्रों से नई शुरुआत करने की अपील की और कहा कि अब छात्र शीतकालीन सत्र के लिए अपना पंजीकरण करवाएं। इस दौरान जेनयू के कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय अपनी सार्थक बहस के लिए जाना जाता है, हिंसा के लिए नहीं। कुलपति ने छात्रों से कहा कि जेएनयू का पुराना गौरव हासिल करने के लिए हम सभी को मिलकर काम करना होगा। उन्होंने रविवार रात हुए हमले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि इस प्रकार की हिंसा से कोई समाधान नहीं निकलने वाला है। इससे पहले जेएनयू में सोमवार से होने वाली परीक्षाएं रद्द करनी पड़ी थीं। परीक्षाओं के अलावा शीतकालीन सत्र के लिए पंजीकरण की व्यवस्था भी विश्वविद्यालय में ठप हो गई थी। विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि अब वाईफाई व पंजीकरण से जुड़ी सेवाएं बहाल हो गई हैं। ऐसे में सभी छात्र 12 जनवरी तक अपना पंजीकरण करवा सकते हैं।  फीस बढ़ोतरी के विरोध में धरने पर बैठे जेएनयू के कुछ छात्रों ने पंजीकरण केंद्र का वाईफाई कनेक्शन काट दिया था। जिसके चलते कई छात्र सोमवार से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र के लिए अपना पंजीकरण नहीं करवा सके। हालांकि, जिन छात्रों का पंजीकरण हो चुका था, उन छात्रों ने भी सोमवार को आयोजित परीक्षा में हिस्सा नहीं लिया।गौरतलब है कि जेएनयू में सोमवार को पीएचडी, एमएससी, स्कूल ऑफ लाइफ साइंस के छात्रों की परीक्षा होनी थी। रविवार रात हुई हिंसा के बाद अधिकांश छात्रों ने परीक्षा देने से इंकार कर दिया। जेएनयू में विभिन्न संकाय व परीक्षा केंद्रों पर तालाबंदी कर दी गई है। विश्वविद्यालय में अधिकांश अध्यापक भी बिना किसी कार्रवाई के वापस लौट गए। कई अध्यापक इस विषय पर छात्रों के साथ हैं। अध्यापकों का कहना है कि विश्वविद्यालय में सर्वप्रथम छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए। विश्वविद्यालय में सुरक्षित माहौल होने पर ही पढ़ाई व परीक्षाएं शुरू करवाई जा सकती हैं।


चीन 20 साल बाद देगा अनूठी प्रस्तुति

नई दिल्ली। भारत चीन राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ के मौके पर इस साल राजधानी में चीनी नव वर्ष का आयोजन पहले से भव्य होगा और चीन का सबसे बड़ा  20 साल बाद दोबारा भारत की धरती पर अपने अनूठी प्रस्तुति को लेकर आ रहा है। सीरीफोर्ट सभागार में 10 जनवरी को शाम साढ़े छह बजे चाइना ओरिएन्टल परफॉर्मिंग आर्ट्स ग्रुप देश की विविधता पूर्ण संस्कृति के दस अलग-अलग रंगाें वाली दस छोटी प्रस्तुतियों की एक नृत्य एवं गीत माला ‘दि स्प्लेंडर ऑफ चाइना’ पेश करेगा। इस मौके पर भारत में चीन के राजदूत सुन वीडोंग भी उपस्थित होंगे। भारत में चीन के दूतावास में सांस्कृतिक काउंसलर झांग चियानशिन ने यहां संवाददाताओं को बताया कि वर्ष 2020 भारत एवं चीन के रिश्तों में बहुत खास हैं। हम अपने राजनयिक संबंधों की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। इस मौके पर दोनों देश 70 विशिष्ट कार्यक्रमाें का आयोजन करेंगे जिनमें 35 कार्यक्रम भारत में और 35 कार्यक्रम चीन में आयोजित किये जाएंगे। दस जनवरी का कार्यक्रम भी इन्हीं में से एक है। झांग चियानशिन ने कहा कि चीन का नव चंद्र वर्ष 25 जनवरी को मनाया जाएगा। इससे पहले नई दिल्ली में सीरीफोर्ट सभागार में चीनी नव वर्ष के मौके पर देश का सबसे बड़ा सांस्कृतिक एवं ललित कला समूह एक अनूठी प्रस्तुति के साथ भारतीय दर्शकों के सामने आएगा। यह समूह 20 साल बाद भारत आ रहा है। इससे पहले 1990 में भारत-चीन राजनयिक संबंधों की 50वीं वर्षगांठ के मौके पर इसी समूह ने यहां प्रस्तुति दी थी। ‘दि स्प्लेंडर ऑफ चाइना’ प्रस्तुति चीन के सफेद एवं नीले चीनी मिट्टी के रंगों, चाय की रस्म, बांस, सुलेख, चित्रकारी, पारंपरिक चीनी औषधि आदि पर आधारित है। इन तत्वों को निरुपित करने के लिए भावप्रण नृत्य का सहारा लिया गया है जिसमें कुलीनता एवं आधुनिकता दोनों का समावेश है। इन्हें दस अलग-अलग छोटी नृत्य प्रस्तुतियों की एक माला में पिरोया गया है और ये सभी प्रस्तुतियां एक काव्यधारा के रूप में प्रवाहित होती दिखेंगी।


हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...