मंगलवार, 7 जनवरी 2020

घर के बाहर खड़ी कार सुबह जली मिली

घर के बाहर खडी कर चालक रात्रि में जाने के बाद सुबह देखा तो जली मिली मैजिक 
अरविंद सिसौदिया
नानौता। संदिग्ध परिस्थितियों में घर के बाहर खडी टाटा मैजिक में आग लगने से जलकर राख हो गई। परिजनों ने सुबह उठकर देखा तो उनके होश गुम हो गए। 
थाना क्षेत्र के गांव खुडाना निवासी गुड्डु पुत्र ज्योतिराम के पास एक टाटा मैजिक (छोटा हाथी) है। बताया जाता है कि सोमवार की रात्रि गुड्डु द्वारा टाटा मैजिक को घर के बाहर खडी की गई थी। जिसके बाद सुबह जब परिजन सोकर उठे और बाहर निकलकर देखा तो मैजिक पूरी तरह से जलकर राख हो गया था। परिजन टाटा मैजिक जलने का कारण शार्ट-शर्किट होना मान रहे है।


सूझबूझ से लुटेरे को किया गिरफ्तार

सहारनपुर। सीओ प्रथम अर्पित विजयवर्गीय के निर्देशन में थाना मण्डी प्रभारी बबलू वर्मा के नेतृत्व में एसआई पवन उज्वल, रईस अहमद ने हेड कांस्टेबल दिलशाद विजय वीर नीरज त्यागी व कांस्टेबल रोबिन ढाका के साथ टीम बनाकर मुखबिर की सूचना पर एक अभियुक्त मुरसलीन को मण्डी समिति के गेट नम्बर एक से गिरफ्तार किया। मुरसलीन की निशानदेही पर मण्डी पुलिस दो चोरी की बाइक दो एक्टिवा व एक अवैध तमंचा कारतूस बरामद किया है। मण्डी पुलिस द्वारा पूछताछ में मुरसलीन ने बताया की पिछले दो माह पहले भी मैंने और मेरे साथियों ने टोल प्लाजा के निकट थाना छपार यमुनानगर से 1 कार को लूटने की घटना को अंजाम दिया था। फिलहाल पुलिस ने मुरसलीन को गिरफ्तार कर लिया है व उसके अन्य फरार साथियों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। थाना मण्डी प्रभारी बबलू वर्मा ने बताया कि फरार आरोपी भी जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।


शीतलकालीन सत्र के लिए फिर पंजीकरण शुरू

नई दिल्ली। जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में शीतकालीन सत्र के लिए एक बार फिर पंजीकरण शुरू हो गया है। मंगलवार को जेएनयू प्रशासन ने वाईफाई व सर्वर रूम को दुरुस्त करने के उपरांत पंजीकरण आरंभ कर दिया। हालांकि, वहीं दूसरी ओर जेएनयू छात्रसंघ ने छात्रों से पंजीकरण के बहिष्कार की अपील की है। आईसा से जुड़े छात्रों ने जेएनयू वीसी को पूरे घटनाक्रम के लिए जिम्मेदार बताते हुए उनके इस्तीफे की मांग की है। जेएनयू में रविवार पांच जनवरी की रात नकाबपोश हमलावरों ने छात्रों पर हमला किया था। इस हमले में 36 छात्र जख्मी हुए। जेएनयू के कुलपति एम. जगदीश कुमार वारदात के दो दिन बाद मंगलवार को पहली बार सामने आए। उन्होंने कहा कि वह विश्वविद्यालय में शांति बहाली के प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने छात्रों से नई शुरुआत करने की अपील की और कहा कि अब छात्र शीतकालीन सत्र के लिए अपना पंजीकरण करवाएं। इस दौरान जेनयू के कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय अपनी सार्थक बहस के लिए जाना जाता है, हिंसा के लिए नहीं। कुलपति ने छात्रों से कहा कि जेएनयू का पुराना गौरव हासिल करने के लिए हम सभी को मिलकर काम करना होगा। उन्होंने रविवार रात हुए हमले को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि इस प्रकार की हिंसा से कोई समाधान नहीं निकलने वाला है। इससे पहले जेएनयू में सोमवार से होने वाली परीक्षाएं रद्द करनी पड़ी थीं। परीक्षाओं के अलावा शीतकालीन सत्र के लिए पंजीकरण की व्यवस्था भी विश्वविद्यालय में ठप हो गई थी। विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि अब वाईफाई व पंजीकरण से जुड़ी सेवाएं बहाल हो गई हैं। ऐसे में सभी छात्र 12 जनवरी तक अपना पंजीकरण करवा सकते हैं।  फीस बढ़ोतरी के विरोध में धरने पर बैठे जेएनयू के कुछ छात्रों ने पंजीकरण केंद्र का वाईफाई कनेक्शन काट दिया था। जिसके चलते कई छात्र सोमवार से शुरू हो रहे शीतकालीन सत्र के लिए अपना पंजीकरण नहीं करवा सके। हालांकि, जिन छात्रों का पंजीकरण हो चुका था, उन छात्रों ने भी सोमवार को आयोजित परीक्षा में हिस्सा नहीं लिया।गौरतलब है कि जेएनयू में सोमवार को पीएचडी, एमएससी, स्कूल ऑफ लाइफ साइंस के छात्रों की परीक्षा होनी थी। रविवार रात हुई हिंसा के बाद अधिकांश छात्रों ने परीक्षा देने से इंकार कर दिया। जेएनयू में विभिन्न संकाय व परीक्षा केंद्रों पर तालाबंदी कर दी गई है। विश्वविद्यालय में अधिकांश अध्यापक भी बिना किसी कार्रवाई के वापस लौट गए। कई अध्यापक इस विषय पर छात्रों के साथ हैं। अध्यापकों का कहना है कि विश्वविद्यालय में सर्वप्रथम छात्रों की सुरक्षा सुनिश्चित की जानी चाहिए। विश्वविद्यालय में सुरक्षित माहौल होने पर ही पढ़ाई व परीक्षाएं शुरू करवाई जा सकती हैं।


चीन 20 साल बाद देगा अनूठी प्रस्तुति

नई दिल्ली। भारत चीन राजनयिक संबंधों की 70वीं वर्षगांठ के मौके पर इस साल राजधानी में चीनी नव वर्ष का आयोजन पहले से भव्य होगा और चीन का सबसे बड़ा  20 साल बाद दोबारा भारत की धरती पर अपने अनूठी प्रस्तुति को लेकर आ रहा है। सीरीफोर्ट सभागार में 10 जनवरी को शाम साढ़े छह बजे चाइना ओरिएन्टल परफॉर्मिंग आर्ट्स ग्रुप देश की विविधता पूर्ण संस्कृति के दस अलग-अलग रंगाें वाली दस छोटी प्रस्तुतियों की एक नृत्य एवं गीत माला ‘दि स्प्लेंडर ऑफ चाइना’ पेश करेगा। इस मौके पर भारत में चीन के राजदूत सुन वीडोंग भी उपस्थित होंगे। भारत में चीन के दूतावास में सांस्कृतिक काउंसलर झांग चियानशिन ने यहां संवाददाताओं को बताया कि वर्ष 2020 भारत एवं चीन के रिश्तों में बहुत खास हैं। हम अपने राजनयिक संबंधों की स्थापना की 70वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। इस मौके पर दोनों देश 70 विशिष्ट कार्यक्रमाें का आयोजन करेंगे जिनमें 35 कार्यक्रम भारत में और 35 कार्यक्रम चीन में आयोजित किये जाएंगे। दस जनवरी का कार्यक्रम भी इन्हीं में से एक है। झांग चियानशिन ने कहा कि चीन का नव चंद्र वर्ष 25 जनवरी को मनाया जाएगा। इससे पहले नई दिल्ली में सीरीफोर्ट सभागार में चीनी नव वर्ष के मौके पर देश का सबसे बड़ा सांस्कृतिक एवं ललित कला समूह एक अनूठी प्रस्तुति के साथ भारतीय दर्शकों के सामने आएगा। यह समूह 20 साल बाद भारत आ रहा है। इससे पहले 1990 में भारत-चीन राजनयिक संबंधों की 50वीं वर्षगांठ के मौके पर इसी समूह ने यहां प्रस्तुति दी थी। ‘दि स्प्लेंडर ऑफ चाइना’ प्रस्तुति चीन के सफेद एवं नीले चीनी मिट्टी के रंगों, चाय की रस्म, बांस, सुलेख, चित्रकारी, पारंपरिक चीनी औषधि आदि पर आधारित है। इन तत्वों को निरुपित करने के लिए भावप्रण नृत्य का सहारा लिया गया है जिसमें कुलीनता एवं आधुनिकता दोनों का समावेश है। इन्हें दस अलग-अलग छोटी नृत्य प्रस्तुतियों की एक माला में पिरोया गया है और ये सभी प्रस्तुतियां एक काव्यधारा के रूप में प्रवाहित होती दिखेंगी।


निर्भया मामले में दोषियों का डेथ वारंट जारी

निर्भया मामले में दोषियों का डेथ वारंट जारी, इस दिन दी जाएगी फांसी


नई दिल्ली। निर्भया गैंगरेप मामले में दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने दोषियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी कर दिया। चारों दोषियों को 22 जनवरी सुबह सात बजे फांसी दी जाएगी। अभियोजन पक्ष ने दोषियों की फांसी की सजा के लिए डेथ वारंज जारी करने की मांग की थी। कोर्ट दिल्ली सरकार की उस अर्जी पर सुनवाई कर रहा था, जिसमें निर्भया मामले में चारों दोषियों को फांसी देने के लिए 'डेथ वारंट' जारी करने का अनुरोध किया गया था। पटियाला हाउस कोर्ट के आज के फैसले पर पूरे देश की नजर लगी हुई है। 2012 के दिसंबर में देश की राजधानी दिल्ली में हुए गैंगरेप ने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया है।


मनाली की सड़कों पर जमकर बर्फबारी

हिमाचल प्रदेश में कई शहरों में हुई बर्फबारी मनाली के मालरोड़ पर चार इंच तक बर्फबारी सैलानियों में खुशी की लहर


अमित शर्मा


कुल्लू - मनाली। कुल्लू की पहाड़ियां बर्फ से सफेद हो गई है। मनाली के मालरोड़ पर चार इंच तक बर्फबारी रिकार्ड दर्ज की गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार कल शाम से बर्फबारी के कारण मनाली के नेहरूकुंड से लेकर सोलंगनाला तक बर्फ के बीच करीब 300 वाहन फंस गए हैं। हालांकि देर रात तक मनाली प्रशासन, पुलिस और रैस्क्यू दल ने वाहनों में फंसे सैलानियों को रैस्क्यू कर मनाली सुरक्षित पहुंचा दिया है, लेकिन वाहनों को रास्ते में ही छोड़ना पड़ा है। आज सुबह से प्रशासन ने नेहरूकुंड से आगे पर्यटकों के जाने पर रोक लगा दी है जिसके लिए यहां पुलिस ने बैरिकेट लगा दिए हैंं। रास्ते में फंसे वाहनों को निकालने का काम शुरू कर दिया है। नेहरूकुंड से लेकर सोलंगनाला के बीच फंसे वाहनों में हजारों की संख्या में पयर्टक फंस गए थे, जिन्हें कड़ी मशक्कत के बाद देर रात को मनाली पहुंचाया गया है। जबकि सोलंगनाला में 24 सेंटीमीटर से अधिक बर्फ की परत जम गई है।


पटरी से उतरी मालगाड़ी, मचा हड़कंप

कुराली में पटरी से उतरी मालगाड़ी, तो रेलवे अधिकारियों में मचा हड़कंप, मुरम्मत जारी


अमित शर्मा


कुराली-रोपड़। कुराली से गुजरती रेलवे लाइन पर रविवार को दोबारा मालगाड़ी का डिब्बा पटरी से उतरने से रेलवे विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया। इसकी वजह से कई गाड़ियां आज भी प्रभावित हुईं और लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। रेलवे के ट्रैक नंबर दो पर मालगाड़ी का डिब्बा पटरी से नीचे उतरने के बाद दर्जनों मुलाजिमों ने कई घंटों की कार्रवाई के बाद उसे ठीक किया तो रविवार सुबह ट्रैक नंबर 3 पर फिर से दोबारा मालगाड़ी का डिब्बा पटरी से उतरने के कारण रेलवे के अधिकारियों के होश उड़ गए। मोरिंडा से रूपनगर को जा रही मालगाड़ी जैसे ही बडाली रोड ट्रैक बदलने वाले कांटे से गुजरी तो एक डिब्बा पटरी से नीचे उतर गया। इसी दौरान चालक ने रेलगाड़ी को रोक कर बड़ा हादसा होने से बचा लिया। ट्रैक बदलने वाले कांटे से लगभग एक ही जैसी दूरी पर ही जाकर दूसरी बार मालगाड़ी का डिब्बा पटरी से उतरने पर आशंका जताई जा रही है कि कांटे में कोई तकनीकी खराबी हो सकती है। दोबारा पटरी पर से नीचे उतरे डिब्बे को लेकर रेलवे के अंबाला डिविजन के अधिकारी और कर्मचारी घटनास्थल पर पहुंच गए। रेलवे की एआरटी की टीम भी मौके पर पहुंची और कार्रवाई में जुट गई। रेलवे के कर्मचारियों की टीम कई घंटे काम में जुटी रही। टीम ने नीचे उतरे डिब्बे को हाइड्रोलिक जैक मशीनों के साथ पटरी पर चढ़ाया। इस दौरान कई रेलगाड़ियां भी बाधित हुईं और लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी। डीएमआर अंबाला जीएम सिंह ने भी मौके का जायजा लेते हुए जानकारी ली। इस हादसों को लेकर किसी भी अधिकारी ने इसके बारे में कोई जानकारी नहीं दी। अधिकारियों ने मीडिया से भी दूरी बनाई रखी।


25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट

25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट पंकज कपूर  देहरादून। हेमकुंड साहिब के कपाट आगामी 25 मई को खोले जाएंगे। इसके चलते राज्य सरका...