रविवार, 15 दिसंबर 2019

अमेरिका-फ्रांस समेत कई के यात्री परामर्श

नई दिल्ली! नागरिकता संशोधन कानून को लेकर पूर्वोत्तर में बिगड़े हालात को देखते हुए अमेरिका, फ्रांस, ब्रिटेन, इजरायल, सिंगापुर और कनाडा समेत कई देशों ने अपने नागरिकों के लिए यात्रा परामर्श जारी किया है! इन देशों ने कहा है कि अगर उन्हें जाना बहुत जरूरी है तो ही इन राज्यों में जाएं और सावधानी बरतें! पूर्वोत्तर में बड़े पैमाने पर हो रहे विरोध प्रदर्शनों में अब तक तीन लोगों की जान जा चुकी है जबकि कई लोग घायल हुए हैं! कई इलाकों में कर्फ्यू लगाने के साथ इंटरनेट और मोबाइल सेवाओं पर पाबंदी लगा दी गई है! प्रदर्शनकारी नागरिकता (संशोधन) कानून को वापस लेने की मांग कर रहे हैं. इस कानून के तहत 31 दिसंबर, 2014 तक पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आए हिंदू, सिख, जैन, पारसी, ईसाई और बौद्ध समुदाय के लोगों को भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान है!


अमेरिका ने अपने नागरिकों को हिदायत दी है कि पूर्वोत्तर की यात्रा के दौरान वे एहतियात बरतें! परामर्श में यह भी कहा गया है कि अमेरिकी सरकार ने प्रदर्शन के मुख्य केंद्र असम के लिए आधिकारिक यात्राएं अस्थायी रूप से रद्द कर दी है!परामर्श के अनुसार, 'भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में मौजूद अमेरिकी नागरिकों को नागरिकता (संशोधन) विधेयक को मंजूरी मिलने के बाद वहां हो रहे प्रदर्शन और हिंसा के बारे में मीडिया में आ रही खबरों पर नजर रखते हुए सावधानी बरतनी चाहिए! कुछ इलाकों में प्रशासन ने कर्फ्यू लगाया है! इंटरनेट एवं मोबाइल सेवाएं भी बाधित हो सकती हैं! कई हिस्सों में परिवहन प्रभावित हो सकता है!'


अमेरिकी दूतावास ने पूर्वोत्तर राज्यों में रह रहे अपने नागरिकों के लिए सावधानियों को सूचीबद्ध किया है और उनसे 'प्रदर्शनों एवं जन अशांति' वाले इलाकों में जाने से बचने, अपने आस-पास की स्थिति से अवगत रहने तथा अन्य लोगों के बीच 'सामान्य बने रहने' का निर्देश दिया है!


प्रशासन की ओर से कहा गया है कि अमेरिकी नागरिक विदेश यात्रा के दौरान अमेरिकी विदेश विभाग की वेबसाइट चेक करते रहें! वेबसाइट पर विश्‍व के वर्तमान हालात, यात्रा संबंधी चेतावनी, यात्रा अलर्ट और देश विशेष के बारे में जानकारी होती है! इंडिया टुडे के अनुसार, ब्रिटेन ने अपने नागरिकों को कहा है कि जब तक भारत में हालात सामान्य नहीं हो जाते हैं तब तक वह भारत की यात्रा करने से बचें! परामर्श में कहा गया है कि अगर उन्हें भारत की यात्रा करनी है और पूर्वोत्तर राज्यों में जाना बेहद जरूरी है तो मीडिया में आ रही खबरों पर नजर रखें और स्थानीय अधिकारियों द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें!


इजरायल ने अपने नागरिकों के लिए परामर्श जारी करते हुए उन्हें असम और पूर्वोत्तर भारत के अन्य राज्यों में यात्रा न करने को कहा है! वहीं, फ्रांस ने परामर्श जारी करते हुए कहा कि असम के लिए हवाई यात्रा पर पाबंदी और यात्री किसी भी तरह की भीड़ से दूर रहें, खबरों को देखते रहें और भारतीय प्रशासन के आदेशों (खासकर कर्फ्यू की स्थिति में) का पालन करें!


कनाडा ने अपने नागरिकों को विरोध के कारण अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम और नागालैंड की गैर-आवश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी है! वहीं, सिंगापुर के विदेश मंत्रालय ने पूर्वोत्तर भारत के लिए एक यात्रा नोटिस जारी किया, जिसमें सिंगापुर के लोगों को सतर्कता और सावधानी बरतने की सलाह दी गई है!


भाजपा सांसद की गाड़ी पर ईंटों से हमला

कोलकाता! पश्चिम बंगाल में फिर भाजपा नेता पर हमला हुआ है। इस बार हमला बैरकपुर से भाजपा के सासंद अर्जुन सिंह पर हमला हुआ है। सांसद अर्जुन सिंह ने कहा है कि उन्हें बम से उड़ाने की कोशिश की गई है।


मीडिया से बातचीत करते हुए अर्जुन सिंह ने कहा कि ' कांकिनारा से लौटते वक्त मेरी कार पर कुछ असामाजिक तत्वों ने ईंट से हमला किया और फिर कार पर एक बम फेंका गया। पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है। राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू कर देना चाहिए।' च्च्इस हमले में भाजपा सांसद अर्जुन सिंह की कार का शीशा टूट गया। हालांकि सांसद इस हमले में बाल-बाल बच गए।


भाजपा सांसद ने इस हमले का सीधा आरोप टीएमसी के कार्यकर्ताओं पर लगाया है। सांसद की कार पर तब हमला किया गया जब वो कंकिनारा से लौट रहे थे। सूत्रों के अनुसार, अर्जुन सिंह की कार के पर पहले तो ईंट पत्थर से हमला किया फिर उसके पास एक बम भी फेंक दिया गया।


हमले के बाद अर्जुन सिंह ने कहा टीएमसी ने गुंडों ने मेरी कार पर ईंट फेंके। इसके बाद मैं अपनी कार से बाहर आया और देखा कि एक व्यक्ति जमीन पर पड़ा है। उस व्यक्ति का नाम गणेश सिंह है।इसके बाद अचानक मेरी कार पर बम फेंका गया।च्च्उन्होंने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था चरमरा गई है। इसको ध्यान में रखते हुए राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए। यह पहली बार नहीं है, जब भाजपा सांसद अर्जुन सिंह पर हमला किया गया है। इससे पहले भी उन पर हमले हो चुके हैं। इससे पहले पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना में उन पर हमला हुआ था और उनकी कार में जमकर तोडफ़ोड़ किया गया था।


निर्भया-कांड: शाह को खून से लिखा पत्र

 नई दिल्ली! निर्भया गैंगरेप के दोषियों को जल्द से जल्द फांसी पर लटकाने की मांग देश के हर कोने से उठने लगी है। दोषियों की दया याचिका को एक बार राष्ट्रपति की तरफ से खारिज किए जाने के बाद इसका रास्ता भी साफ हो जाएगा। इधर तिहाड़ जेल प्रशासन ने इन दोषियों को फांसी देने के लिए जल्लाद की तलाश करनी शुरू कर दी है।


इन्हीं सब के बीच लखनऊ से एक महिला ने खून से लिखा एक लेटर गृह मंत्री अमित शाह को भेजकर मांग की है कि दोषियों को फांसी देने की अनुमति उन्हें दी जाए। उसका कहना है कि जिस बर्बरता के साथ उन्होंने एक महिला के साथ की थी 
मेरी मांग है कि उसके सजा देने का हक भी एक महिला को ही मिलना चाहिए |


अमित शाह को चिट्ठी लिखने वाली ये महिला International shooter वर्तिका सिंह है। उसने मांग की है कि निर्भया के दोषियों को फांसी पर लटकाने का अधिकार मुझे जाना जाए। 
उसने आगे कहा कि इससे देश को एक संदेश जाएगा कि फांसी देने का काम भी एक महिला कर सकती है।मैं चाहती हूं कि एक्टर्स और सांसद मेरी मांग का समर्थन करें। मुझे उम्मीद है कि ये समाज में बदलाव लाएगा।


नागरिकता विधेयक में परिवर्तन के संकेत

 नई दिल्ली! नागरिकता संशोधन कानून में कुछ बदलाव देखने को मिल सकते हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसका इशारा कर दिया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कांग्रेस पर नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ हिंसा भड़काने का आरोप लगाया। साथ ही रैली में यह इशारा दिया कि क्रिसमस के बाद वह इस मुद्दे पर विचार कर सकते हैं। 
बता दें कि नागरिकता कानून के खिलाफ देश के कई हिस्सों में प्रदर्शन तेज है और खासकर पूर्वोत्तर के राज्यों में इसका असर विस्तार से दिख रहा है।


अमित शाह ने झारखंड चुनाव के दौरान अमित शाह ने गिरिडीह, बाघमारा और देवघर विधानसभा क्षेत्रों में चुनावी जनसभाओं में पूर्वोत्तर के लोगों को आश्वासन दिया कि इस अधिनियम से उनकी संस्कृति, भाषा, सामाजिक पहचान और राजनीतिक अधिकार प्रभावित नहीं होंगे।


असम और पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि उनकी संस्कृति, सामाजिक पहचान, भाषा, राजनीतिक अधिकारों को नहीं छुआ जाएगा तथा नरेंद्र मोदी सरकार उनकी रक्षा करेगी।


अमित शाह ने कहा कि मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा और उनकी सरकार के मंत्रियों ने इस मुद्दे पर चर्चा को लेकर शुक्रवार को उनसे मुलाकात की है। उन्होंने कहा कि मेघालय में समस्या है। मैंने उन्हें समझाने का प्रयास किया कि कोई मुद्दा नहीं है। उसके बाद भी उन्होंने मुझसे कुछ बदलाव करने को कहा। अमित शाह ने आगे कहा, ” मैंने संगमा जी को क्रिसमस के बाद समय मिलने पर मेरे पास आने को कहा है। हम मेघालय के वास्ते रचनात्मक तरीके से समाधान ढूंढने के लिए सोच सकते हैं। किसी को डरने की जरूरत नहीं है।


राहुल गांधी पर प्रहार करते हुए शाह ने कहा कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष बस शोर मचा रहे हैं और उन्हें भारत के इतिहास की जानकारी नहीं है और उन्होंने अपनी आंखों पर 'इतालवी चश्मा' लगा रखा है। 
उन्होंने कहा, ” हमारी पार्टी की युवा ईकाई का एक जिलाध्यक्ष भी यह बता सकता है कि झारखंड में पांच साल के भाजपा शासन में क्या-क्या विकास कार्य हुए और राहुल गांधी की कांग्रेस ने 55 साल के अपने शासन दौरान क्या कार्य किये।


उन्होंने कहा, ” राहुल गांधी और हेमंत सोरेन कहते हैं कि कश्मीर मुद्दा झारखंड चुनाव में क्यों महत्वपूर्ण है?…. 
इस राज्य के युवा देश की सीमा को सुरक्षित रख रहे हैं। लेकिन राहुल गांधी इतिहास नहीं जानते, क्योंकि उन्होंने आंखों पर इतालवी चश्मे लगा लिये हैं। अमित शाह ने कांग्रेस पर नक्सलवाद को बढ़ावा देने, कश्मीर को आतंकवादियों के हाथों में सौंप देने और अयोध्या मुद्दे को सालों तक लटकाने का भी आरोप लगाया। 


शाह ने कहा कि कांग्रेस भाजपा पर मुसलमानविरोधी होने का आरोप लगाती है लेकिन यही राजग सरकार है जो तीन तलाक कानून लायी। अमित शाह ने मतदाताओं से राज्य से वाम चरमपंथ को उखाड़ फेंकने के लिए भाजपा सरकार को फिर से सत्ता में लाने की अपील की।


राहुल के खिलाफ मानहानि का केस करेंगे

नई दिल्ली वीर सावरकर को लेकर दिए गए कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान के बाद महाराष्‍ट्र की सियासत गरमा गई है! शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि हम नेहरू और गांधी का सम्मान करते हैं, उन्हें सावरकर का अपमान नहीं करना चाहिए. नेहरू-गांधी की तरह सावरकर ने भी देश के लिए अहम योगदान दिया है! वहीं वीर सावरकर के पोते रंजीत सावरकर ने रविवार को कहा कि इस मुद्दे पर मैं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मुलाकात करूंगा! रंजीत सावरकर ने राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि केस करने की बात कही है!


रंजीत सावरकर ने कहा कि कोई भी उनके बारे में इतने असम्मानजक तरीके से बात नहीं करता है! राहुल गांधी की प्रतिक्रिया बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है! वह इस तरह के बयान देने के आदी हो चुके हैं! उन्होंने बताया, 'जवाहरलाल नेहरू ने एक शिवाजी को लुटेरा बोला था, लेकिन उन्हें फिर अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगनी पड़ी थी! वह अपने परिवार की गलतियों को बार बार दोहरा रहे हैं!'


रंजीत सावरकर ने कहा, 'आजादी के बाद भी 1950 तक जवाहरलाल नेहरू किंग जॉर्ज को भारत का राजा मानते थे! हमें राष्ट्रीय स्वतंत्रता सेनानियों और नेताओं का अपमान नहीं करना चाहिए! महाराष्ट्र में शिवसेना को कांग्रेस के मंत्रियों को हटा देना चाहिए और अल्पमत की सरकार चलानी चाहिए |
क्योंकि BJP उनके खिलाफ वोट देने नहीं जा रही है! ये मेरी मांग है! हम राहुल गांधी के खिलाफ कल हाई कोर्ट में मानहानि का मुकदमा दायर करने जा रहे हैं!


अटल घाट पर फिसल कर गिरे पीएम मोदी

कानपुर। कानपुर नगर मे नमामि गंगे योजना के तहत नेशनल गंगा काउंसिल की पहली मीटिंग करने सिलसिले मे आए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अटल घाट पर वापसी के समय फिसल कर गिर गए। जिसके बाद उन्हे एसपीजी के जवानो ने उठाया। इस दौयन वहाँ अफरा तफरी का माहौल हो गया, हालांकि यहाँ बताते चलें कि उक्त घटना क्रम मे अच्छी बात यह रही कि पीएम मोदी को कोई चोट नहीं आई, जिस समय यह घटना हुई, उस समय प्रदेश के मुखिया योगी आदित्य नाथ और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत मौजूद रहे। पीएम मोदी के पैर फिसल कर गिरने का वीडियो सोशल मीडिया मे खूब वायरल हो रहा है। ज्ञात हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय गंगा परिषद की पहली बैठक की अध्यक्षता की। वह इस महत्वाकांक्षी नमामि गंगे परियोजना की समीक्षा करने के लिए यूपी के कानपुर में आए थे। पीएमओ की तरफ से पहले ही यह जानकारी दी गयी थी कि वह गंगा की सफाई के पहलुओं पर किए गए कार्यों की प्रगति की समीक्षा करेंगे और विचार-विमर्श करेंगे।


एसपीजी जवान भी लड़खड़ाया 


वायरल हो रहे वीडियो मे साफ देखा जा सकता है कि पीएम मोदी के साथ हुई फिसलने की घटना के ठीक आगे आगे चल रहे एसपीजी के जवान का भी पैर सीढ़ियो मे फंसा था, लेकिन वह सजग जवान अपने को संभालते हुये गिरने से बच गया, और आगे बढ़ गया। 


सीढ़ियाँ है ऊंची नीची 


अटल घाट पर बनी सीढ़ियों को बारीकी से देखने पर पता चलता है कि जिस सीढ़ी पर प्रधानमंत्री मोदी का पैर फंसा है वह अन्य सभी सीढ़ियों से ज्यादा ऊंचाई की थी। जिससे हुआ यह कि नीचे बनी अन्य सीढ़ियों की तरह ही सामान्य तौर पर चल रहे पीएम मोदी का पैर उस ऊंचाई तक नहीं उठ सका और सीढ़ी से फंस गया, जिससे वह आगे की ओर झुकते चले गए और पहले हाथों के पंजे फिर बाएँ हाथ की कोहनी जमीन पर टकराई। इतने मे ही एसपीजी के जवानो ने संभाल लिया। और पीएम मोदी बिना किसी को कुछ कहे ही आगे बढ़ गए। 


मंडलायुक्त ने सर्वेक्षण दौरान सीढ़ियों को सुधारने की कही थी बात 


मिली जानकारी अनुसार जिस समय कानपुर मंडलायुक्त ने अटल घाट का सर्वेक्षण किया था। उस समय मौके पर मौजूद अधिकारियों से उन्होने सीढ़ियों को सुधारने की बात कही थी। यदि इस बात को सत्यता मान लें तो मंडलायुक्त ने उक्त स्थिति को भाँप लिया था। या यूं कहे कि मंडलायुक्त सीढ़ियों की बनावट मे कमी देखी, और उसे सुधारने के लिए अपने अधीनस्थों को सुधार के लिए कहा भी, लेकिन मंडलायुक्त की इस बात को अमल मे न लेकर अधिकारियों ने लापरवाही बरती। जिससे पीएम मोदी के साथ इस प्रकार की घटना घटित हो गयी।


'नमामि गंगे अभियान' के विरुद्ध प्रदर्शन

लखनऊ। गंगा सफाई अभियान को लेकर हमेशा तत्पर रहने वाले बीएचयू के ख्यात न्यूरोलॉजिस्ट प्रो. विजयनाथ मिश्र ने शनिवार को गंगा स्वच्छता के लिए लखनऊ के जीपीओ स्थित गांधी प्रतिमा पार्क में प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रो. मिश्र ने बताया की मोदी सरकार पिछले 6 वर्षों में सिर्फ वाराणसी में गंगा सफाई के लिए अरबों रुपये खर्च कर चुकी है। इसके बाद भी गंगा की स्थिति जस की तस बनी हुई है। उन्होंने बताया कि वाराणसी में गंगा में अब भी 40 नालो का पानी गिर रहा है। जिसके चलते गंगा का पानी बेहद प्रदूषित हो गया है। पानी मे आर्सेनिक, एल्मोनियम, क्रोमियम जैसे खरनाक तत्व की मात्रा बढ़ती जा रही है। जिसके कारण नदी के किनारे रहने वाले लोगों में पार्किशन, डिमेंशिया जैसी बीमारियां बढ़ रही हैं


उन्होंने इस पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यदि हम गंगा को लेकर अब भी जागरूक नहीं हुए तो गंगा भी वरुणा और असि नदी की तरह एक दिन नाले में तब्दील हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि सीवेज ट्रीटमेंट के लिए आधुनिक तकनीक अपनानी होगी तभी कुछ बदलाव दिखेगा।इसके साथ ही प्रो. मिश्र ने प्रदर्शन स्थल से ही पीएम नरेंद्र मोदी व सीएम योगी आदित्यनाथ को ट्वीट भी किया।


 


14 जिले के अभियंता एकत्रित,रासुका की मांग

 अविनाश श्रीवास्तव


गाजियाबाद! क्षेत्र में आए दिन सरकारी अधिकारियों के साथ अभद्रता और मारपीट की घटनाएं घट रही है! एक तरफ  जनता आक्रोशित है, जिसके पीछे अधिकारियों की उदारता और भ्रष्टाचार भी है! वही जनता अधिकारियों के साथ  अभद्रता और मारपीट कर, घटिया मानसिकता को उजागर कर रही है! यदि अधिकारी कीसी मामले में दोषी है! उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए! अभद्रता और मारपीट क्षेत्र के वास्तविक चेहरे को सबके सामने प्रस्तुत कर रहा है! यह पूरी तरह गलत है! गत शनिवार ट्रोनिका सिटी थाना क्षेत्र स्थित गांव अगरौला में हुए बिजली विभाग के अधिकारियों पर हमला प्रकरण तूल पकड़ता जा रहा है। आरोपियों पर रासुका की मांग को लेकर 14 जिलो के अवर अभियंता एक जुट हुए और राजनगर स्थित बिजली विभाग के मुख्य अभियंता कार्यालय पर धरने पर बैठे। वही दूसरी और पुलिस ने 3 आरोपियो विशंबर ,दीपक ,पंकज को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।


रेप पीड़ित के परिजनों से मिले अखिलेश

सन्दीप मिश्रा


रायबरेली। खीरो थाना क्षेत्र बिहार के गाँव भाटनखेडा की निवासिनी युवती के साथ दुष्कर्म होने के बाद सूबे के राजनैतिक गलियारे में सरगर्मी बढ़ गयी है! शनिवार लगभग डेढ़ बजे इसी सड़क मार्ग से समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सूबे के पूर्व मुख्यमन्त्री अखिलेश सिंह यादव ने भी दुष्कर्म पीडिता के पैत्रिक गाँव भाटनखेडा पहुंचकर परिवारजनों से मुलाक़ात की! अपनी इस यात्रा के दौरान खीरों चौराहे पर रुक कर लोगों मुलाक़ात की पीडिता के परिवारजनों से मुलाक़ात करने के बाद वह इसी मार्ग से खीरों होते हुए वापस लखनऊ चले गए! वापस लौटते समय रास्ते में सेमरी चौराहा,कस्बा खीरों सहित कई जगह पर सपा के कार्यकर्ताओं ने उनके काफिले को रोककर स्वागत किया! इसी क्रम में शास्त्री नगर की एक चाय की दुकान पर रुक कर पूर्व कैबिनेट मन्त्री मनोज पाण्डेय,पूर्व राज्य मन्त्री सुनील सिंह साजन,जिलाध्यक्ष राम बहादुर यादव,उपाध्यक्ष बीरेन्द्र यादव आदि नेताओं के साथ रूककर चाय पिया! चाय पीने के बाद चाय की तारीफ़ करते हुए उन्होंने दुकानदार गोकरन प्रसाद को पांच सौ रुपये पुरस्कार भी दिए! इस दौरान लोगों ने उनसे छुट्टा पशुओं की समस्या उठायी! इस पर उन्होंने लोगों से वादा लिया कि इस बार के चुनाव में प्रदेश में सपा की सरकार बनने पर फिर से लैपटाप वितरण साथ ही छुट्टा पशुओं की समस्या से सभी को निजात मिल जाएगी! इस मौके पर बड़ी संख्या में क्षेत्रीय ग्रामीण मौजूद थे!


ठिठुरते निराश्रित-गरीबों को कंबल बांटे

डीएम ने ठण्ड से ठिठुरते 120 से अधिक निराश्रित गरीबों को कंबल वितरित करके ठण्ड से राहत दी


डीएम ने नंगे पैर बच्चे को चप्पल व घाव वाले व्यक्ति को मलहम दवा दिलाकर मानवीय संवेदनाओं का दिया परिचय


सन्दीप मिश्रा


रायबरेली । जिलाधिकारी शुभ्रा सक्सेना ने ठण्ड से ठिठुरते 120 से अधिक निराश्रित गरीबों को कम्बल वितरित करके ठण्ड से राहत देर शाम दिलाई । जिलाधिकारी ने महिला चिकित्सालय के सामने , बस स्टॉप व सुपर मार्केट में बने रैन बसेरे के निराश्रित लोगों को कंबल बांटे तथा रैन बसेरों का निरीक्षण भी किया । जिलाधिकारी ने सुपर मार्केट में घूमते हुए आवारा पशुओं को देखकर नगर पालिका इओं को निराश्रित गौवंश को तत्काल गौवंश आश्रम में पहुचाने के निर्देश दिये । सुपर मार्केट स्थित रैन बसेरा में एक बच्चे के पैरों में चप्पल न होने पर जिलाधिकारी ने निराश्रित बच्चे को चप्पल दिलवाकर व एक बीमार व्यक्ति के पैर के घाव देखकर चिकित्साधिकारी मलहम व दवा दिलवाकर मानवीय संवेदनाओं का परिचय दिया तथा 10 वर्षीय बच्चा चप्पल पाकर खुश हुआ । रैन बसेरा में लाईट न होने पर नगर पालिका कर्मचारियों को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा कि जिन रैन बसेरों में विद्युत की व्यवस्था नही है उन सभी रैन बसरों में विद्युत की भी व्यवस्था दुरूस्त किया जाये । इसके अलावा वही जलते हुए कुड़े के ढेर देखने पर चौकी इंचार्ज को कड़ी फटाकर लगाते हुए कुड़ा जलाने वाले के विरूद्ध प्रथम सूचना रिपोर्ट दर्ज कराकर उसके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही की जाये । जिलाधिकारी ने समस्त एसडीएम , तहसीलदारों को निर्देश दिये कि अपने अपने क्षेत्रों में पात्र गरीबों को ठण्ड से बचने के लिए कंबल वितरित करने के साथ ही चिन्हित स्थानों जहां पर गरीब , बेसहारा लोगो बैठते है वहां अलाव की व्यवस्था करें साथ ही यह भी ध्यान दिया जाये कि कूड़े के ढेर को न जलाया जाये । उन्होंने रैन बसरों का भी निरीक्षण करने के निर्देश दिये है । यदि कोई बेसहारा दिखाई पड़े तो उसे रैन बसेरों में ठहराये । इसके अलावा गौशालाओं में भी भ्रमण करे तथा निराश्रित गोवंश को ठण्ड से राहत दिलाये ।



ममता की मोदी-शाह को खुली चेतावनी

ममता बनर्जी की मोदी और अमित शाह को खुली चेतावनी, कह दी ऐसी बड़ी बात


कोलकाता/गुवाहाटी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री एवं तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने शुक्रवार को केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर 'विभाजनकारी' राजनीति करने का आरोप लगाते हुए करारा प्रहार किया कि राज्य में नागरिकता (संशोधन) कानून (कैब) एवं राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) नहीं लागू होगा।
बनर्जी ने कहा, 'हम कैब के खिलाफ विरोध प्रदर्शन आयोजित करेंगे। हमने हमेशा दलितों एवं गरीबों की मदद की है।' बनर्जी ने कैब के विरोध में आयोजित कार्यक्रमों की भी घोषणा की। कैब के विरोध में बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा स्थल से 16 दिसंबर को एक रैली निकाली जाएगी।
यह रैली गांधी प्रतिमा वाले मायो रोड से होती हुई जोरसांको थुरबारी तक जाएगी।'
बनर्जी इस रैली का नेतृत्व करेंगी। रविवार को राज्य के सभी जिलों में तृणमूल कांग्रेस की समितियां विरोध प्रदर्शनों का आयोजन करेंगी। इसके बाद 17 अगस्त को जादवपुर 8बी बस स्टैंड से मायो रोड स्थित गांधी प्रतिमा तक रैली का आयोजन किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि कानून को लागू करने का काम राज्य सरकार का है। संसद से नागरिकता (संशोधन) विधेयक पारित कर और इसे कानून का जामा पहना कर केंद्र हम पर इसे मानने के लिए बाध्य नहीं कर सकता।
उन्होंने कहा, 'हम कैब या एनआरसी को देश को बांटने की इजाजत नहीं दे सकते। मैं कभी सांप्रदायिक रास्ता नहीं चुनूंगी। हमारे विरोध प्रदर्शनों में सभी लोगों का स्वागत है।' बनर्जी ने कहा,'तृणमूल हमेशा से कैब और एनआरसी के खिलाफ रहा है। हम कभी भी बंगाल में कैब और एनआरसी लागू नहीं होने देंगे।'
उन्होंने कहा, 'भाजपा अपने प्रचंड बहुमत का गलत इस्तेमाल कर रही है जो सही नहीं है। हम पूर्वाेत्तर के भाई-बहनों का समर्थन करते हैं। हम उनके समर्थन में शांतिपूर्ण आंदोलन करेंगे।' उन्होंने कहा,'' राज्यों की भावना के साथ खिलवाड़ नहीं किया जाना चाहिए। असम जल रहा है। लोगों को विरोध करना चाहिए। हम जेल जाने से घबराने वाले नहीं हैं।'
जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के गुवाहाटी दौरा टलने की चर्चा करते हुए सुश्री बनर्जी ने कहा कि यह देश के लिए शर्म की बात है। उन्होंने कहा, 'हम शेख हसीना जी (बंगलादेश की प्रधानमंत्री) का सम्मान करते हैं। वह सांप्रदायिक नहीं हैं लेकिन फिर भी भारत आने से घबराती हैं।' उन्होंने भाजपा की तुलना वाङ्क्षशग मशीन से करते हुए कहा, 'यदि कोई व्यक्ति भाजपा में शामिल होता है तो उसके सारे अपराध धुल जाते हैं।'


देश में लागू हुआ फास्ट टैग सिस्टम

आज से पूरे देश में लागू हुआ फास्टैग सिस्टम, केंद्र सरकार ने किया अधिसूचित


अब 100 फीसदी टोल टैक्स वसूली इलेक्ट्रॉनिक तरीके से होगी


नई दिल्ली। टोल प्लाजा पर यातायात को सुगम बनाने और टोल टैक्स की वसूली को आसान बनाने के लिए लागू किया जा रहा फास्टैग सिस्टम आज आधी रात से पूरे देश में लागू हो चुका है। यह अधिसूचना सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा शनिवार को जारी की गई है। सरकार ने राजमार्गों पर टोल पेमेंट के लिए अनिवार्य रूप से फास्टैग लागू करने की तारीख 15 दिसंबर तक बढ़ा दी थी। सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय ने पहले इसकी तारीख 1 दिसंबर तय की थी।


अब से राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिक टोल संग्रह (एनईटीसी) कार्यक्रम के तहत लागू हो रहे इस सिस्टम के तहत पर 100 फीसदी टोल टैक्स वसूली इलेक्ट्रॉनिक तरीके से होगी। सड़क परिवहन मंत्रालय के अनुसार, नया सिस्टम लागू होने के बाद यदि कोई वाहन चालक बिना फास्टैग के फास्टैग वाली लेन में घुस जाता है तो उससे दोगुना टोल टैक्स वसूली जाएगा। हालांकि, अभी भी सभी वाहनों में फास्टैग नहीं लग पाया है। जिन वाहनों में फास्टैग नहीं लग पाया है उनके लिए टोल प्लाजा पर हाइब्रिड लेन बनाई गई है। इस लेन में फास्टैग को छोड़कर अन्य सभी प्रकार से टोल टैक्स लिया जाएगा। बता दें कि बिना फास्टैग वाले वाहनों को हर टोल पर दोगुना टोल टैक्स लगेगा। इसलिए, अगर आपके वाहन के पास फास्टैग नहीं है तो जल्द ही इसे ले लें और परेशानियों से मुक्ति पाएं।


रेहान अंसारी की खास रिपोर्ट


25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट

25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट पंकज कपूर  देहरादून। हेमकुंड साहिब के कपाट आगामी 25 मई को खोले जाएंगे। इसके चलते राज्य सरका...