शनिवार, 7 दिसंबर 2019

गणराज्य का वास्तविक स्वरूप (विचार)

देश की जेलों में सजा काट रहे हैं एक लाख से ज्यादा बलात्कारी


हैदराबाद की वैटर्नरी डॉक्टर के गैंगरेप और मर्डर के चारों आरोपियों पर अदालत में मुकद्दमा चलने से पहले उनका पुलिस ने एनकाऊंटर कर दिया। यह एनकाऊंटर सही था कि गलत? यह एक अलग विषय है, लेकिन कानून व्यवस्था को लेकर देश में मचा बवाल थम-सा गया। सोशल मीडिया पर सभी इस एनकाऊंटर की सराहना कर रहे हैं। 
अदालतों में लाखों रेप के केस विचाराधीन
रेप के अभियुक्तों को जेल होने पर किसी भी पीड़िता के परिजनों को कितना सुकून मिलता है! इसका अंदाजा लगाना तो मुश्किल है! लेकिन देश में भारतीय संविधान की धारा के तहत सजा काट रहे एक लाख से ज्यादा कैदियों में 10,892 बलात्कारी हैं। अदालतों में रेप के लाखों केस विचाराधीन हो सकते हैं क्योंकि नैशनल क्राइम ब्यूरो (एन.सी.आर.बी.) का 2017 तक का महिला अपराध का आंकड़ा साढ़े 3 लाख पार कर चुका है। विडंबना तो यह है कि महंगाई, बेरोजगारी, कानून और अर्थव्यवस्था की बेहाली के बीच आम जनता एक समय में एक ही मुद्दे पर ध्यान देती है। बाकी मुद्दों पर सियासतदान पर्दा नहीं बल्कि कफन डालने का प्रयास करते हैं।
किस जुर्म में कितने बंद:एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक 2017 तक आईपीसी के तहत 1 लाख 21 हजार 997 कैदी जेलों में सजा काट रहे हैं। इनमें सबसे ज्यादा 84 फीसदी (102535) मामले मानव शरीर को नुक्सान पहुंचाने और कत्ल के हैं। ऐसे मामलों में सिर्फ  कत्ल के मामलों की संख्या 68.4 फीसदी यानि 70,170 है। अब रेप के मामलों की बात की जाए तो 10.6 फीसदी (10,892) बलात्कारी जेलों में सजा काट रहे हैं। दहेज उत्पीडन के मामलों में 29.7 फीसदी (5,448) सजा काट रहे हैं। ये आंकड़े 31 दिसम्बर 2017 तक के हैं। यहां सिर्फ उन मामलों की बात हो रही है जिनमें अपराधियों को सजा हो चुकी है।
महिला अपराधों का बढ़ रहा ग्राफ:देश में महिलाओं की हर क्षेत्र में जहां भागीदारी बढ़ती जा रही है वहीं सरकारें इनके प्रति बढ़ते हुए अपराधों को लेकर गंभीर नहीं दिखाई पड़ती हैं। बीते माह एन.सी.आर.बी. की पब्लिक डोमेन पर डाली गई रिपोर्ट के मुताबिक भी देश की महिलाओं की स्थिति कुछ अच्छी नहीं है। महिलाओं के प्रति अपराध कम नहीं हो रहे हैं बल्कि बढ़ते जा रहे हैं। एन.सी.आर.बी. की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक साल 2017 में 50 लाख 07 हजार 44 मामले दर्ज किए गए हैं जिनमें से 3 लाख 59 हजार 849 मामले महिलाओं के खिलाफ  अपराध संबंधी हैं। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि साल 2015 में महिलाओं के प्रति अपराध के 3 लाख 29 हजार 243 मामले दर्ज किए गए। 2016 में यह आंकड़ा में 3 लाख 38 हजार 954 तक पहुंच गया था।


आंकड़ों के मकडजाल में सरकार:थॉमसन रायटर्स फाऊंडेशन ने 2018 में एक जनमत सर्वेक्षण किया था! जिसमें कहा गया था कि भारत महिलाओं के लिए सबसे खतरनाक देश है। यह घोषणा किसी रिपोर्ट या आंकड़ों पर नहीं बल्कि एक जनमत सर्वेक्षण पर आधारित है। इस संस्था के दावे को भारत सरकार ने सिरे से खारिज कर दिया था। सरकार महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने रैंकिंग को एक अवधारणा बताया था। यह मात्र 6 प्रश्नों के जवाब पर आधारित है। इसके अतिरिक्त इस सर्वेक्षण में मात्र 548 लोगों को शामिल किया गया है। रायटर्स के अनुसार ये व्यक्ति महिला संबंधी मामलों के विशेषज्ञ हैं। यहां इस बात से भी इन्कार नहीं किया जा सकता है कि महिलाएं देश में कितनी सुरक्षित हैं। यह बताना भी जरूरी है कि 2015-16 में कराए गए राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण-4 में इस बात का उल्लेख किया गया है कि भारत में 15.49 आयु वर्ग की 30 फीसदी महिलाओं को 15 साल की आयु से ही शारीरिक हिंसा का सामना करना पड़ता है।


यादगार के लिए हेलीकॉप्टर की डोली बनाई

सोनीपत। हरियाणा के गोहाना में शादी को यादगार बनाने के लिए अपनी दुल्हन को हेलीकॉप्टर में लेकर गांव में दूल्हा पहुंचा। गांव महमूदपुर निवासी रमेश की बेटी सोनिया की डोली की विदाई हेलीकॉप्टर में हुई। गांव में हेलीकॉप्टर उतरने के बाद उसे देखने वालों का तांता लग गया। जब सोनिया हेलीकॉप्टर में बैठकर उड़ी तो दिखाई देने तक गांव वाले हेलीकॉप्टर को ही देखते रहे। वहीं दूल्हा गोहाना के जागसी गांव की रहने वाला है।  गांव जागसी में आज तक कोई युवक अपनी दुल्हन को हेलीकॉप्टर में लेकर नहीं आया था। सुमित के पिता श्याम ने हेलीकॉप्टर में अपने बेटे की दुल्हन लाने की ठानी और अपने इस सपने को साकार किया। जागसी निवासी श्याम खेती-बाड़ी का काम करता है। उसका इकलौता बेटा सुमित देहरादून में पानी की सप्लाई और फाइनेंस का काम करता है। श्याम की इकलौती बेटी सीमा आस्ट्रेलिया में पढ़ाई कर रही है। सुमित के पिता श्याम ने अपने इकलौते बेटे की शादी को यादगार बनाने के लिए कुछ अलग करने की ठानी। उसने गांव के बुजुर्गों से बातचीत की तो पता चला कि गांव का कोई युवक अपनी दुल्हन को हेलीकॉप्टर में लेकर नहीं आया है। इस पर श्याम ने अपने बेटे सुमित व बहू के परिवार वालों से बातचीत की और दुल्हन को हेलीकॉप्टर से लाने का फैसला लिया। वहीं दुल्हन सोनिया ने बताया कि हर लड़की का सपना होता है कि उसे अच्छा परिवार मिले। सोनिया ने कहा कि आज उसका सपना पूरा हो रहा है कि उसका पति उसे हेलीकॉप्टर से लेने के लिए आया है। बेटी की हेलीकॉप्टर से विदाई पर परिवार के लोग भी काफी खुश नजर आए। इस शादी से दूल्हे और दुल्हन दोनों के परिवार काफी खुश हैं। गांव में हेलीकॉप्टर के उतरने के बाद देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। दूल्हा-दुल्हन को देखने के लिए ग्रामीणों के साथ बच्चे व महिलाएं भी पहुंचे।


शवों को ना जलाया जाए,न दफनाए:एचसी

हैदराबाद! तेलंगाना हाईकोर्ट ने हैदराबाद में मारे गए बलात्कार आरोपितों के शवों के अंतिम संस्कार को रोक दिया है। हाईकोर्ट ने एक आदेश जारी कर कहा कि चारों आरोपितों के शव सोमवार (दिसंबर 9, 2019) तक सुरक्षित रखे जाएँ। उस दिन शाम 8 बजे तक इन शवों को जलाया या दफनाया नहीं जा सकेगा। कोर्ट ने इस सम्बन्ध में तेलंगाना सरकार को आदेश दिया है। अब कोर्ट द्वारा निर्धारित समय तक आरोपितों के शवों को उनके परिवार को भी नहीं सौंपा जा सकेगा। लिहाजा  हैदराबाद की महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप और उसकी हत्या के आरोपियों का अंतिम संस्कार करने के लिए अब लंबा इंतजार करना पड़ सकता है!


सोमवार को सुनवाई करेगा हाई कोर्ट शुक्रवार देर शाम आपात सुनवाई के दौरान कोर्ट ने अधिकारियों को आरोपियों के शवों को नौ दिसंबर तक संरक्षित करने का निर्देश दिया है! नौ दिसंबर को मुख्य न्यायाधीश आर. एस. चौहान विभिन्न संगठनों द्वारा दायर की गई याचिकाओं पर सुनवाई करेंगे! इन याचिकाओं में पुलिस के हाथों हुई 'न्यायेतर हत्या' की जांच की मांग की गई है! इस एनकाउंटर को फ़र्ज़ी बताते हुए कोर्ट में पीआईएल भी दाखिल की गई है। सोमवार को इस पर सुनवाई होगी। हाईकोर्ट ने आदेश दिया है कि चारों आरोपितों के शवों के पोस्टमॉर्टम प्रक्रिया की वीडियोग्राफ़ी कराई जाए।


महिला डॉक्टर के साथ गैंगरेप और उसकी हत्या के चारों आरोपी शादनगर में शुक्रवार तड़के पुलिस मुठभेड़ में मारे गए थे! पोस्टमार्टम के बाद चारों शवों को महबूबनगर स्थित सरकारी अस्पताल में शवगृह में संरक्षित किया गया है! राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) की टीम आज अस्पताल का दौरा करेगी! इस दौरान टीम शवों को देखने के साथ ही संबंधित अधिकारियों और फोरेंसिक विशेषज्ञों से जानकारी एकत्र कर सकती है!


एनकाउंटर करने वालों के खिलाफ 'याचिका'

हैदराबाद! तेलंगाना के हैदराबाद में गत सप्ताह दुष्कर्म और बेरहमी से हत्या के आरोपियों का पुलिस के द्वारा एनकाउंटर करने का मामला, जिस प्रकार प्रसिद्ध हो रहा है! उसी प्रकार उसके खिलाफ कानूनी लड़ाई का दायरा भी बढ़ रहा है! पशुचिकित्सक के साथ सामूहिक बलात्कार और हत्या के चार आरोपियों की मुठभेड़ में शामिल रहे, पुलिस कर्मियों के खिलाफ एफआईआर, जांच और कार्रवाई की मांग करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई। सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता जीएस मणि और प्रदीप कुमार यादव ने कहा कि शीर्ष अदालत के 2014 के दिशानिर्देशों का पालन नहीं किया गया।


डिजिटल लेनदेन के लिए,आरबीआई का तोहफा

नई दिल्ली! डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने बैंक ग्राहकों को बड़ा तोहफा दिया है। आरबीआई ने 16 दिसंबर से ग्राहकों को 24 घंटे नेशनल इले‍क्‍ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (एनईएफटी) के जरिए लेनदेन की सुविधा प्रदान करने की घोषणा की है। आरबीआई ने कहा है कि 16 दिसंबर से एनईएफटी सेवा 24 घंटे और 365 दिन उपलब्‍ध होगी। इसका मतलब है कि अवकाश के दिन भी एनईएफटी के जरिए ट्रांजैक्शन किया जा सकेगा।
आरबीआई ने बैंकों को दिया निर्देश
आरबीआई ने शुक्रवार को एक विज्ञप्ति जारी कर सभी बैंकों से 24 घंटे एनईएफटी सुविधा के लिए आवश्‍यक कदम उठाने और जरूरी तैयारियां करने का निर्देश दिया है। डिजिटल ट्रांजैक्शन को बढ़ावा देने के लिए यह फैसला लिया गया है। बैंकों से कहा गया है कि वे ग्राहकों को इसका फायदा दें। मौजूदा समय में ग्राहक इस सेवा का लाभ महीने के दूसरे और चौथे शनिवार को छोड़कर प्रत्‍येक कार्य दिवस पर सुबह आठ बजे से लेकर शाम 7:45 बजे तक उठा रहे हैं।
क्या है एनईएफटी?
नेशनल इले‍क्‍ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर (एनईएफटी) देश में बैंकों के जरिए फंड ट्रांसफर करने की एक ऑनलाइन सुविधा है। इंटरनेट के जरिए 2 लाख रुपए तक के लेनदेन के लिए एनईएफटी का इस्तेमाल किया जाता है। इसके जरिए किसी भी शाखा के किसी भी बैंक खाते से किसी भी शाखा के बैंक खाते को पैसा भेजा जा सकता है। इसके लिए भेजने वाले और पैसा पाने वाले, दोनों के पास इंटरनेट बैंकिंग सेवा का होना जरूरी है। अगर दोनों खाते एक ही बैंक के हैं तो सामान्य स्थिति में कुछ समय के भीतर पैसा ट्रांसफर हो सकता है।


यौन अपराधों पर होगी त्वरित कार्रवाई

नई दिल्ली। केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने सभी राज्यों और केंद्र शासित राज्यों के मुख्य सचिवों को पत्र लिखकर निर्देश दिया है कि यौन अपराधों के मामलों में गंभीरता से त्वरित कार्रवाई की जाये। केंद्रीय गृह सचिव ने कहा है कि यौन और संज्ञेय अपराधों की प्राथमिकी (जीरो एफआईआर) किसी भी थाने में दर्ज कराई जा सकती है। प्राथमिकी दर्ज नहीं करने वाले पुलिसकर्मियों के खिलाफ दंडात्मक कार्ऱवाई की जाएगी। पत्र में कहा गया है कि महिलाओं और बालिकाओं को सुरक्षा मुहैया कराना सरकार की मुख्य प्राथमिकता है। सरकार ने कानूनों को सख्त बनाया है लेकिन जरूरत इस बात की है कि पुलिस ऐसे अपराधों के संबंध में त्वरित कार्ऱवाई करे।


रूखी त्वचा का घरेलू उपचार

सर्दियों में लिप्स के साथ-साथ स्किन का फटना आम बात है। फटने के साथ-साथ स्किन काफी डल भी हो जाती है, जिसकी वजह से चेहरा बदसूरत लगने लगता है। इसलिए जरूरी है कि चाहे सर्दी हो या गर्मी, स्किन की नियमित रूप से और सही तरह से देखभाल की जाए। वैसे तो स्किन की ड्राईनेस को दूर करने के लिए मार्केट में कई तरह के मॉइश्चराइजर व अन्य प्रॉडक्ट्स मौजूद हैं।


लेकिन आज हम आपको मॉइश्चराइजर के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे आप घर पर आसानी से बना सकती हैं। यह ड्राई स्किन पर असरदार है। इसके लिए कुछ चीजों की जरूरत होगी, जैसे कि 1 कप एलोवेरा जेल या फिर उसकी पत्तियों का गूदा, 7-8 चम्मच मधुमक्खी वाला मोम (बीज़वैक्स), 2 चम्मच नारियल का तेल और 2 चम्मच बादाम का तेल।
मॉइश्चराइजर बनाने का तरीका 
एक पैन में मोम को पिघला लें और उसमें ऐलोवेरा को पीसकर मिक्स करें। बाकी चीजें भी डालें और सभी को अच्छी तरह से मिला लें। मिश्रण को तब तक चलाएं जब तक कि वह क्रीमी न हो जाए। अब इसे आप एक बोतल या फिर जार में स्टोर करके रखें। पहले तो कुछ घंटों के लिए इस फ्रिज में रख दें ताकि ये सेट हो जाए। बाद में आप इसे इस्तेमाल के लिए बाहर सामान्य तापमान पर भी स्टोर करके रख सकती हैं। 
अब रोजाना इसे चेहरे के साथ-साथ पूरी बॉडी पर लगाएं। बेहतर होगा कि इस मॉइश्चराइजर को रात को सोने से पहले लगाएं। कुछ दिनों में स्किन की ड्राईनेस गायब हो जाएगी और चेहरा एकदम ग्लोइंग और खिला-खिला होगा।
स्किन के लिए एलोवेरा क्यों है बेस्ट? 
एलोवेरा में ऐंजाइम, विटमिन ए और सी के अलावा कुछ ऐंटी-इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज होती हैं जो स्किन की जलन, दाग-धब्बे दूर करती हैं। वहीं इसमें मौजूद ऐंजाइम स्किन के लिए एक एक्सफोलिएटर का काम करती हैं और डेड स्किन को निकालने में मदद करती हैं। साथ ही यह रिंकल्स और पिंपल को भी दूर रखती हैं।


25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट

25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट पंकज कपूर  देहरादून। हेमकुंड साहिब के कपाट आगामी 25 मई को खोले जाएंगे। इसके चलते राज्य सरका...