मंगलवार, 3 दिसंबर 2019

खाना खाने के अहम टाइम फैक्टर

खाना खाना एक सिंपल काम लग सकता है लेकिन छोटी-छोटी गलतियां इससे होने वाले फायदों पर बड़ा असर डाल सकती हैं। यह जानना जरूरी है कि जब खाने की बात आती है तो इसका टाइम सबसे अहम फैक्टर है। वक्त का ध्यान रखकर आप वजन पर नियंत्रण रखने के साथ दूसरी हेल्थ प्रॉब्लम्स से बच सकते हैं।
जानें, खाने का बेस्ट टाइम


कई बार आप ब्रेकफस्ट में देर कर देते हैं या वर्काउट के बाद खाना स्किप कर देते हैं। कई बार आप बिस्तर पर जाने के ठीक पहले खा लेते हैं। दिन में कई बार खाने के बीच में लंबा गैप हो जाता है। खाने का बेस्ट टाइम कब हो यह पता लगाना ट्रिकी हो सकता है, यहां है आपके के लिए हैं कुछ टिप्स…
ब्रेकफस्टः सुबह सोकर उठने के 30 मिनट के अंदर ब्रेकफस्ट कर लें। ब्रेकफस्ट करने का सबसे अच्छा टाइम सुबह 7 बजे होता है। 10 बजे के बाद तक नाश्ते का टाइम डिले न करें। ध्यान रखें कि आपके नाश्ते में प्रोटीन हो।
लंचः लंच करने का बेस्ट टाइम 12: 45 मिनट है। ब्रेकफस्ट और लंच के बीच कम से कम 4 घंटे का अंतर रखें। लंच का टाइम 4 बजे तक डिले न करें।
डिनरः डिनर करने का बेस्ट टाइम शाम 7 बजे है। रात के खाने और सोने के बीच कम से कम 3 घंटे का फर्क रखें। 10 बजे तक डिनर डिले न करें। सोने से पहले खाने से आपकी नींद डिस्टर्ब हो सकती है।
वर्काउटः कभी भी खाली पेट वर्काउट न करें। वर्काउट के पहले खाने के लिए सबसे सबसे अच्छे ऑप्शंस प्रोटीन सैंडविच, प्रोटीन शेक, होल वीट ब्रेड के साथ स्क्रैम्बल्ड एग, पीनट बटर सैंडविच वगैरह हैं। 


शीत लहर चलेगी,कड़ाके की ठंड पड़ेगी

नई दिल्ली। मौसम विभाग ने देश में सर्दियों के दिनों में पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड पड़ेगी। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, दिसम्बर से फरवरी के बीच पूरे उत्तर भारत में जबरदस्त शीत लहर चलेगी और कड़ाके की ठंड पड़ेगी और पूरे सर्दियों के मौसम में यह परेशान करेगी। कड़ाके की ठंड और शीत लहर महसूस किए जाने वाले राज्यों में पंजाब, दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान, हिमांचल प्रदेश, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, गुजरात, मध्य प्रदेश, चंड़ीगढ़, बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, तेलंगाना, जम्मू और कश्मीर, लद्दाख, मराठवाड़ा, विदर्भ और महाराष्ट्र शामिल हैं ,मौसम विभाग के मुताबिक दिसम्बर की शुरुआत में तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल, आंध्र प्रदेश, पुडुचेरी और लक्ष्यद्वीप के तटीय इलाकों में भारी बारिश की संभावना है।
 दक्षिण भारत में कम ठंड पड़ने के आसार हैं। बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से आने वाली नमीयुक्त हवा के चलते सर्दियों के मौसम में दक्षिण भारत के अधिकतर इलाके में बादल छाए रहेंगे। बारिश भी होती रहेगी, लेकिन ठंड सामान्य से कम रहेगा।


यूपी में 12 आईपीएस अफसरों का तबादला

लखनऊ। यूपी में 12 आईपीएस के ट्रांसफर किए गये हैं। मंगलवार काे जारी हुई, सूची में सहारनपुर की एसपी ट्रैफिक अपर्णा गुप्ता का नाम भी शामिल है। अपर्णा काे कानपुर सिटी की जिम्मेदारी दी गई है। सहारनपुर एसपी ट्रैफिक के पद से उनका स्थानांतरण कानपुर एसपी सिटी के पद पर हुआ है।


इनका हुआ तबादलाः रवीना त्यागी काे एसपी सिटी कानपुर से एसपी सीबीसीआईडी कानपुर भेजा गया है। कमलेश्वरी चंद्र, पुलिस अधीक्षक सीबीआईडी कानपुर से पुलिस ट्रेनिंग सेंटर मेरठ भेजा गया है। अपर्णा गुप्ता काे एसपी ट्रैफिक सहारनपु से एसपी साऊथ कानपुर नगर भेजा गया है। सहारनपुर पुलिस अधीक्षक मधुरा अंकुर अग्रवाल काे एसपी सिटी नोएडा बनाया गया है। पुलिस अधीक्षक जाैनपुर रवि शंकर छवि काे पुलिस अधीक्षक वूमैन पावर लाइन 1090 बनाया गया है। अशोक कुमार क्षेत्रीय पुलिस अधीक्षक अभिसूचना बरेली काे एसपी जौनपुर बनाया गया है। वीरेंद्र कुमार मिश्र एसपी अम्बेडकरनगर काे पुलिस अधीक्षक सर्तकता (लखनऊ) भेजा गया है। पुलिस अधीक्षक हरदाेई आलोक प्रियदर्शी काे एसपी अम्बेडकरनगर बनाया गया है। पुलिस अधीक्षक एसटीएफ वाराणसी अमित कुमार काे एसपी हरदोई बनाया गया है। लखनऊ एसपी देहात विक्रांत वीर काे एसपी उन्नाव बनाया गया है। पुलिस अधीक्षक उन्नाव माधव प्रकाश वर्मा काे एसपी यूपी 112 बनाया गया है। अपर पुलिस अधीक्षक मुरादाबाद आदित्य लंगे काे एसपी ग्रामीण लखनऊ बनाया गया है।


सऊदी किस हद तक ट्रंप का साथ देगा

रियाद। ईरान के साथ वार्ता के प्रयास के दायरे में यमन के युद्ध को खत्म करने के लिए सऊदी अरब के प्रयासों से इस बात में संदेह पैदा हो गया है कि सऊदी अरब ईरान के खिलाफ अमरीकी प्रतिबंधों में किस हद तक ट्रम्प का साथ देगा।
सऊदी शासकों को आशा है कि ओमान और ब्रिटेन की मध्यस्थता से जो बात चीत हो रही है वह हौसियों और अब्दो रब्बे मंसूर की सरकार के बीच वार्ता पर खत्म होगी।  सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस ने अपने छोटे भाई, खालिद बिन सलमान को यमन युद्ध को खत्म करने की ज़िम्मेदारी सौंप दी है। इस तरह से अब यह कहा जा रहा है कि सऊदी अरब विदेश और रक्षा नींतियों में पहले की सतर्कतापूर्ण शैली की ओर वापस लौट रहा है और इसका मुख्य उद्देश्य, आरामको में होने वाले हमले जैसी किसी भी आगामी घटना से बचना है विशेषकर इस लिए भी कि फार्स की खाड़ी के तटवर्ती देशों की सुरक्षा के अपने वादे का अमरीका ने भी पालन नहीं किया। दर अस्ल सऊदी अरब, यमन युद्ध और खाशुकजी की हत्या के बाद पड़े अपनी छवि के दाग धब्बे मिटाने का प्रयास कर रहा है ताकि सन 2020 में गुट-20 का प्रमुख बन सके। आरामको पर यमन के हौसियों द्वारा मिसाइल और ड्रोन हमलों पर ट्रम्प ने जो रवैया अपनाया था उससे यह स्पष्ट हो गया कि फार्स की खाड़ी की सरकारें संकट में अमरीका पर भरोसा नहीं कर सकतीं। हालांकि अमरीका का यह आग्रह था कि इस हमले के पीछे ईरान का हाथ है।  
हालांकि बहरैन में हालिया सम्मेलन के दौरान सऊदी अरब और यूएई  वरिष्ठ अधिकारियों ने ईरान के खिलाफ जम कर बयान दिये हैं और सऊदी अरब ने आरामको पर हमले का आरोप ईरान पर एक बार फिर लगाया लेकिन फार्स की खाड़ी में जो हवा चल रही है उससे साफ महसूस हो रहा है कि एक साथ कई मोर्चों में तनाव कम करने का प्रयास शुरु हो गया है लेकिन फिर भी यह एक ठोस हक़ीक़त है कि मध्य पूर्व में हालात उसी समय सामान्य होंगे जब ईरान और अमरीका के बीच तनाव खत्म होगा।
इन सब के बावजूद हालिया महीनों में सऊदी अरब और यूएई ने कई ऐसे क़दम उठाए हैं जिनसे यह पता चलता है कि वह यमन के साथ ही नहीं बल्कि ईरान और क़तर के मामले में भी तनाव कम करने में दिलचस्पी ले रहे हैं।
कुवैत के उप विदेशमंत्री खालिद अलजारुल्लाह ने कहा है कि क़तर में आयोजित फार्स खाड़ी फुटबॉल कप में सऊदी अरब, यूएई और बहरैन की टीमों की भागीदारी, इन देशों के मध्य तनाव खत्म होने का स्पष्ट संकेत है।
उधर यूएई ने यमन से अपने सैनिकों को वापस बुला लिया और आरामको पर हमले या यूएई के तट पर धमाकों का ज़िम्मेदार ईरान को नहीं बताया और इसी के साथ यूएई के अधिकारियों ने फार्स की खाड़ी की सुरक्षा पर चर्चा के लिए ईरान की यात्रा भी की।
निश्चित रूप से विशेष ईरान के साथ तनाव कम करने के लिए फार्स की खाड़ी के तट वर्ती देशों की कोशिशों से ईरान के खिलाफ अमरीकी प्रतिबंध कमज़ोर होंगे जो अमरीका किसी भी दशा में नहीं चाहेगा लेकिन यमन युद्ध का अंत और ईरान से वार्ता निश्चित रूप से दो बड़ी महत्वपूर्ण घटना होगी।


बीमारी के चलते मुशर्रफ अस्पताल में भर्ती

इस्लामाबाद। दिल की बीमारी और बल्ड प्रेशर की समस्या से जूझ रहे पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ को दुबई के एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। 
प्राप्त जानकारी के अनुसार, मुशर्रफ अमीलॉइडोसिस जैसी गंभीर बीमारी से पीडि़त हैं, जिसका इलाज चल रहा है। इसी के रिएक्शन के चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा है, मुशर्रफ की बीमारी के बारे में पिछले साल अक्टूबर में पता चला था, जिसके इलाज के लिए उन्हें हर तीन महीने पर लंदन जाना पड़ता है, वो लगातार कमजोर हो रहे हैं और उन्हें चलने-फिरने में काफी दिक्कतें हो रही हैं।


फिलहाल अभी उनकी बीमारी को लेकर कई अधिकारिक बयान नहीं आया है।
आपको बता दें कि मुशर्रफ मार्च 2016 से दुबई में रह रहे हैं, उन पर 2007 में संविधान को स्थगित करने के एक मामले में राजद्रोह के आरोप लगाए गए हैं, साल 2014 में इस मामले में न्यायालय ने उन्हें आरोपी माना है। वहीं अभी तक वापस देश नहीं लौटे है। ऐजेंसियां उनका स्वदेश लौटने का इंतजार कर रही है।


सीएम आगमन पर प्रशासन चाक-चौबंद

देवरिया। बहोर गांव में कोने कोने में रहेगी पुलिस की नजर मुख्यमंत्री को पत्रक देने के बहाने कई संगठन कर सकते विरोध 1000 अधिकारियों एवं पुलिस कर्मी को लगाया जाएगा सुरक्षा का पूरी तरह से ध्यान रखा जा रहा है। 


प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 3 बजे भलुअनी क्षेत्र के बहोर गांव आएंगे। मुख्यमंत्री के आगमन को देखते हुए सोमवार को दिनभर डीएम अमित किशोर और एसपी डॉ.श्रीपति मिश्र आलाधिकारियों के साथ गांव में सुबह से ही डटे रहे। जिलाधिकारी ने पुरोहित रामानुज त्रिपाठी के परिजनों से मिलने के साथ हर एक बिंदु का अवलोकन किया। मुख्यमंत्री की सुरक्षा में एक अपर पुलिस अधीक्षक, छह सीओ, 15 एसओ, 100 दरोगा, 500 सिपाही, 100 महिला सिपाही और दो कंपनी पीएसी तैनात की गई है।


हेलीपैड से लेकर पुरोहित के घर तक कोने कोने पर सुरक्षा व्यवस्था का इंतजाम किया गया हैं। 
मुख्यमंत्री तकरीबन तीन बजे के बाद बहोर गांव पहुंचेंगे। भलुअनी विकास खंड में पहली बार किसी गांव में मुख्यमंत्री का आना हो रहा है। इसे लेकर लोगों में उत्सुकता है। प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारी तैयारी में कोई कमी न रह जाए, इसे लेकर काफी चौकन्नें हैं। उधर खुफिया एजेंसियों को इनपुट मिला है कि कुछ संगठन के लोग पत्रक देने के बहाने मुख्यमंत्री के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर सकतें है। इसकी भनक मिलने के बाद प्रशासनिक अधिकारियों की बेचैनी बढ़ गई है। अधिकारी ऐसे लोगों को रोकने की रणनीति बनाने में जुटे हैं।


हेलीपैड के आसपास से हटवाए गए पेड़
भलुुअनी। क्षेत्र के बहोर गांव में सीएम के तय कार्यक्रम को लेकर महकमा उड़न खटोला उतारने के लिए पंचायत भवन स्थित मैदान में हेलीपैड बनवाया है। क्षेत्रीय वन अधिकारी राणा प्रताप सिंह कर्मियों के साथ पेड़ों की डालियां आदि की साफ-सफाई कराया। लोग यह भी बता रहे हैं कि हेलीपैड के समीप नीम का पेड़ होने से अड़चन आ रही थी। जिसे विभाग ने कटवा दिया है।


शिक्षा-विभाग को सुधरेंगे, सीएम योगी

लखनऊ। उत्तरप्रदेश के लखनऊ शहर में बेसिक शिक्षा विभाग का एक ओर कारनामा। उ.प्र. के मुख्यमंत्री आदित्य योगीनाथ की सरकार ने बेसिक शिक्षा विभाग को सुधारने के लिए तमाम कोशिशें कर रही है। विभाग को सुधारने के लिए प्रभावी मानीटरिंग के लिए महानिदेशालय बनाया गया, शिक्षकों की सेल्फी उपस्थिति लागू करने से लेकर प्रेरणा ऐप जैसे तमाम प्रयास किए, लेकिन विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के कारण विभाग और इसके विद्यालय मीडिया की सुर्खियों में लगातार बने रहते है।


सर्व शिक्षा अभियान के तहत प्रदेश की सभी सरकारी प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को दो सेट निशुल्क यूनिफार्म वितरित की जाती है। इस काम के लिए विभाग ने मानक तय कर रखे है, जो कि मुम्बई टैक्सटाइल कमेटी द्वारा तय किए गए है। आपूर्ति करने वाली फर्मों को इन मानकों के अनुरूप ही यूनिफार्म देनी होती है। पर, लखनऊ में मेसर्स गुप्ता वस्त्रालय, सादातगंज तथा प्रेम वस्त्रालय मिर्जागंज मलिहाबाद, लखनऊ ने यूनिफार्म की आपूर्ति की लेकिन इन फर्मों द्वारा आपूर्ति की गई यूनिफार्म मानक पर खरी नहीं उतरी, लिहाजा बीती 30 सितम्बर को बेसिक शिक्षा विभाग द्वारा इन फर्मों का भुगतान रोक दिया गया।


इसके बाद इन फर्म के नुमाइन्दों ने बेसिक शिक्षा विभाग में भागदौड़ शुरू कर दी। कुछ ही समय बाद बीती 22 नवंबर को बेसिक शिक्षा अधिकारी लखनऊ अमरकांत सिंह ने इन फर्मों का भुगतान महज एक प्रतिशत की कटौती के साथ किए जाने की मंजूरी दे दी। इस संबंध में बेसिक शिक्षा अधिकारी लखनऊ का कहना है कि इन फर्माें द्वारा आपूर्ति की गई यूनिफार्म मानक से 98 से 99 प्रतिशत कम थी, इसलिए इनके भुगतान में एक प्रतिशत की कटौती के साथ भुगतान करने की मंजूरी दी गई है।


25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट

25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट पंकज कपूर  देहरादून। हेमकुंड साहिब के कपाट आगामी 25 मई को खोले जाएंगे। इसके चलते राज्य सरका...