रविवार, 20 अक्तूबर 2019

लैंडस्लाइड में 8 लोगों की मौत,4 शव निकालें

रुद्रप्रयाग! केदारनाथ मार्ग से गुजर रहे लोगों लैंडस्लाइड की घटनाएं अक्सर ही जानलेवा साबित होते रहे हैं! शनिवार की रात केदारनाथ यात्रा मार्ग से दो बाइक और एक कार पहाड़ से गिरे बोल्डर और मलबे की चपेट में आ गए, जिससे 8 लोगों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई! घटना के बाद कार 400 मीटर नीचे खाई में जा गिरी, जहां से 4 शवों को निकाला जा चुका है, जबकि 4 और शवों को बाहर निकालने की कोशिश अभी भी जारी है!


घटना की सूचना मिलने पर घटना स्थल पर पहुंची बचाव दल और पुलिस ने रेस्क्यू ऑपरेशन के जरिए 4 शवों को खाई से बाहर निकाला है, जबकि 4 शवों को निकालने की कोशिश अभी भी जारी है! वहीं कार में सवार लोगों की जानकारी न होने के चलते पुलिस आस-पास के इलाकों में भी सर्च अभियान चला रही है! रेस्क्यू दल अभी भी यात्रियों की तलाश में जुटी है! मिली जानकारी के मुताबिक यात्रा मार्ग में हुई इस दुर्घटना में पहले 3 मृतकों का ही पता चल सका था!
बता दें केदारनाथ यात्रा धाम पर कई जगह लैंडस्लाइड होता रहता है, जिससे इस तरह के हादसे सामने आते रहते हैं! बरसात के बाद इस तरीके के लैंडस्लाइड आमतौर पर नहीं होते, लेकिन शनिवार देर शाम हुई इस दुर्घटना में दुर्घटनाग्रस्त हुई कार 400 मीटर गहरी खाई में समा गई, जबकि दो अन्य मोटरसाइकिल भी इस चपेट में आ गई!
मोटरसाइकिल सवारों की अस्पताल ले जाते हुए मौत हो गई जबकि कार में सवार लोग अभी भी लापता हैं! केदारनाथ यात्रा मार्ग पर ऑल वेदर रोड के तहत रोड कटिंग का काम चल रहा है! इसी वजह से कई जगह लैंडस्लाइड जोन ज्यादा एक्टिव हो गए हैंं! इन दिनों ऑल वेदर रोड के कामों की एक कमेटी भी सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर समीक्षा कर रही है!


मीडिया पर रोक लगाकर लिखा ब्लॉग

नई दिल्ली! बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता अमिताभ बच्चन ने पिछले कुछ दिनों में अपनी बीमारी के बारे में मीडिया द्वारा लगाई जा रही बेतुकी अटकलों पर नाराजगी जाहिर की और इस बारे में अपने ब्लॉग पर लिखा! उन्होंने कहा कि मेडिकल स्थिति किसी का गोपनीय व्यक्तिगत अधिकार होता है और इसलिए इसका व्यवसायीकरण नहीं किया जाना चाहिए! अमिताभ इस सप्ताह की शुरुआत में मुंबई के नानावती अस्पताल में भर्ती हुए थे. उन्हें शुक्रवार रात अस्पताल से छुट्टी मिली!
उन्होंने कहा, "पेशेवर नियमों को ताक पर मत रखो! बीमारी और मेडिकल स्थिति एक गोपनीय व्यक्तिगत अधिकार है..इसलिए इस तरह का आचरण शोषण करता है, इसके बारे में आवश्यक समझ रखें और इसका सम्मान करें और सब कुछ दुनिया में बिकने के लिए नहीं होता है!" अपने ब्लॉग पोस्ट में, महानायक ने प्यार और दुआ के लिए अपने प्रशंसकों का आभार भी जतायाा!
अभिनेता के मंगलवार को लोकप्रिय क्विज शो 'कौन बनेगा करोड़पति' (केबीसी) की शूटिंग फिर से शुरू करने की उम्मीद है! अमिताभ की झोली में शूजीत सरकार की 'गुलाबो सिताबो', नागराज मंजुले की 'झुंड', रूमी जाफरी की 'चेहरे' और अयान मुखर्जी की 'ब्रह्मास्त्र' जैसी फिल्में हैं!
 


सरकार कॉमेडी सर्कस चलाने में व्यस्त

नई दिल्ली! कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि अर्थव्यवस्था का हाल बेहाल है और सरकार इसमें सुधार के बजाय 'कॉमेडी सर्कस' चलाने में व्यस्त है। प्रियंका ने रेल एवं वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल की ओर से नोबेल पुरस्कार विजेता अभिजीत बनर्जी के बारे में की गई टिप्पणी पर तंज कसा।
उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता उन्हें सौंपे गए काम को करने के बजाय दूसरों की उपलब्धियों को कम आंकने में व्यस्त हैं। नोबेल पुरस्कार जीतने वाले व्यक्ति ने अपना काम ईमानदारी से किया, तब पुरस्कार जीता। प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, "आपका (सरकार का) काम अर्थव्यवस्था में सुधार लाना है, कॉमेडी सर्कस चलाना नहीं है।
उन्होंने एक समाचार रिपोर्ट भी संलग्न की, जिसमें कहा गया है कि वाहनों पर छूट की पेशकश के बावजूद ऑटोमोबाइल बिक्री निराशाजनक रही। गौरतलब है कि गोयल ने शुक्रवार को नोबेल जीतने पर बनर्जी को बधाई देते हुए कहा था कि आप सभी जानते हैं कि उनकी समझ क्या है। उनकी सोच पूरी तरह से वामपंथी झुकाव वाली है। उन्होंने न्यूनतम आय योजना (एनवाईएवाई) की प्रशंसा की थी। लेकिन भारत के लोगों ने उनकी सोच को पूरी तरह से खारिज कर दिया। एनवाईएवाई (न्याय) एक न्यूनतम आय गारंटी योजना है, जो इस साल की शुरुआत में राष्ट्रीय चुनाव के लिए कांग्रेस के घोषणापत्र को रेखांकित करती है। इस चुनाव में हालांकि पार्टी को हार का सामना करना पड़ा था।


जॉनसंस पाउडर के डिब्बे वापस मंगाए

नई दिल्‍ली! बेबी प्रोडक्‍ट के जरिए हर घर में जगह बनाने वाली अमेरिकी कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन सवालों के घेरे में है! दरअसल, कंपनी ने अमेरिकी में लगभग 33 हजार बेबी पाउडर के बोतलों को वापस मंगाया है! न्‍यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक बेबी पाउडर के नमूनों में एस्बेस्टस की मात्रा का पता लगा है!
क्‍या होता है एस्बेस्टस?
एस्बेस्टस एक घातक कार्सिनोजेन है जिससे इंसानों में कैंसर बढ़ने का खतरा होता है. यह पहली बार है जब अमेरिका की स्वास्थ्य नियामकों ने प्रोडक्ट में एस्बेस्टस की मात्रा का पता लगाया है! वहीं पहली बार कंपनी ने अपने बेबी पाउडर प्रोडक्‍ट को बाजार से वापस मंगाया है!
इस बीच, जॉनसन एंड जॉनसन की ओर से सफाई भी आई है. कंपनी की ओर से कहा गया है कि एक ऑनलाइन रिटेलर से सिंगल बोतल खरीदी गई थी. इसके बाद परीक्षण के लिए स्‍वेच्‍छा से 22318RB लॉट को वापस बुलाया गया है, जिसके 33 हजार बॉटल्स हैं! इसके साथ ही कंपनी ने कहा कि पिछले 40 साल में हजारों टेस्ट ने बार-बार इस बात कि पुष्टि की है कि हमारे पाउडर में एस्बेस्टस नहीं है! बहरहाल, इस खबर के बाद अमेरिकी शेयर बाजार में जॉनसन एंड जॉनसन के शेयर 6 फीसदी लुढ़क गए और 127.70 डॉलर के भाव पर बंद हुए!
बता दें कि अमेरिकी फार्मा कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन की बेबी पाउडर, शेम्‍पू और साबुन के जरिए भारत समेत दुनिया के अन्‍य देशों में एक खास पहचान है! हालांकि कंपनी को अपने कई प्रोडक्ट की वजह से  मुकदमा और जुर्माने का सामना करना पड़ा है! हाल ही में एक शख्‍स ने प्रोडक्‍ट पर सवाल खड़ा करते हुए कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था! इस मामले की सुनवाई के दौरान जॉनसन एंड जॉनसन को दोषी पाया गया और 8 बिलियन डॉलर का जुर्माना लगा है!


हर नागरिक को सांस लेने का अधिकार

नई दिल्ली । एनजीटी ने ताजी हवा में सांस लेना हर नागरिक का अधिकार बताया है। एनजीटी ने यह बात दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम की उस याचिका को खारिज करते हुए कही, जिसमें सार्वजनिक क्षेत्र की इस कंपनी ने दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (ग्रैप) के तहत डीजल जनरेटर के इस्तेमाल पर लगाए गए प्रतिबंध से छूट मांगी थी। बता दें कि दिल्ली एनसीआर में सर्दियों के आगमन के साथ ही हवा की गुणवत्ता में आई भारी गिरावट के बाद पर्यावरणीय प्रदूषण (नियंत्रण व रोकथाम) प्राधिकरण (ईपीसीए) ने 15 अक्टूबर से ग्रैप लागू करते हुए कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए गए थे। एनजीटी अध्यक्ष जस्टिस आदर्श कुमार गोयल की अध्यक्षता वाली पीठ के सामने पेश याचिका में कंपनी ने कहा था कि उसका दायित्व सभी नागरिकों को बिजली वितरित करना है। लेकिन तकनीकी अड़चनों के चलते पूरे क्षेत्र में विद्युत वितरण करने को लेकर कंपनी की अपनी सीमाएं हैं।


यात्री स्पाइसजेट को घेरा फाइटर जेट ने

नई दिल्ली। निजी क्षेत्र की हवाईसेवा स्पाइसजेट के एक विमान को पाकिस्तान में एफ-16 फाइटर जेट्स से घेरे जाने के मामले में नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) के ही एक अधिकारी की लापरवाही सामने आई है। पता चला है कि उस अधिकारी ने इस यात्री विमान को कमर्शियल एयरलाइनर के स्थान पर मिलिट्री का 'ट्रांसपोंडर कोड' दे दिया था। स्पाइसजेट का वह विमान पिछले महीने दिल्ली से उड़ान भरकर काबुल जा रहा था जब पाकिस्तान के आसमान में बेहद भयावह स्थिति का सामना करना पड़ा। दरअसल, मिलिट्री ट्रांसपोंडर कोड इस मामले में कमर्शियल कोड से अलग होता कि मिलट्री कोड वाले विमान उड़ान के किसी भी रास्ते पर रहे तो निश्चित तौर पर रेडार की पकड़ में आ जाए। एक सीनियर अधिकारी ने बताया, 'डीजीसीए का एक अधिकारी इस लापरवाही के लिए सस्पेंड कर दिया गया है।' सूत्रों का कहना है कि स्पाइसजेट एयरक्राफ्ट को गलती से एन 32 कोड दिया गया था जिसका इस्तेमाल भारतीय वायु सेना करती है। यह गलती उस वक्त हुई जब जेट एयरवेज का संचालन बंद होने के बाद स्पाइसजेट अपने वायुयानों का बेड़ा तेजी से बढ़ा रहा था।
डीजीसीए अधिकारी की यह चूक इतनी गंभीर थी कि पाकिस्तानी एफ- 16 ने बिना नुकसान पहुंचाए स्पाइसजेट एयरक्राफ्ट को अपनी सीमा से बाहर किया तो भारतीय अधिकारियों ने व्यक्तिगत तौर पर पाकिस्तानी अधिकारियों को धन्यवाद कहा। दरअसल, पाकिस्तान ने भारतीय वायुसेना द्वारा फरवरी महीने के आखिर में बालाकोट एयरस्ट्राइक के बाद भारतीय विमानों के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया था। उसने 16 जुलाई को ही दोबारा अपना एयरस्पेस खोला था और महीने बाद ही यह घटना हो गई। इस नजरिए से भी बेहद गंभीर इस वाकये को पाकिस्तानी अथॉरिटीज ने बहुत ज्यादा तूल नहीं दिया। भारतीय अथॉरिटीज ने इसे बेहद संवेदनशीलता से सुलझा लेने के लिए उसका शुक्रिया कहा। दरअसल, लाहौर की एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) स्पाइसजेट को मिले मिलिट्री ट्रांसपोडर कोड से इस उलझन में पड़ गया कि यात्री विमान जैसा दिख रहा एयरक्राफ्ट उसे मिलिट्री कोड कैसे दे रहा है। घटना की गंभीरता के कारण प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने भी इसकी समीक्षा की और डीजीसीए अधिकारी को निलंबित कर दिया गया। वहीं, डीजीसीए ने एयरक्राफ्ट्स को ट्रांसपोर्डर कोर्ड के अलॉटमेंट सिस्टम कंप्यूटराइज्ड कर दिया ताकि इस तरह की मानवीय चूक दोबारा नहीं हो।


 


इलाहाबाद जंक्शन पर 16 ट्रेनें रद्द

आज इलाहाबाद जंक्शन आने वाली 16 ट्रेनें निरस्त


टूंडला जंक्शन में यार्ड री मॉडलिंग के चलते ट्रेनें रहेंगी निरस्त


बृजेश केसरवानी


प्रयागराज! इलाहाबाद जंक्शन से दिल्ली रूट की तरफ चलने वाली 16 ट्रेनें रविवार को निरस्त रहेंगी। ऐसे में रविवार को अगर दिल्ली की ओर जाने का कार्यक्रम बन रहा है तो एक बार निरस्त ट्रेनों के संबंध में रेलवे की इनक्वायरी से संपर्क जरूर कर लिया जाए। ट्रेनों का निरस्तीकरण टूंडला यार्ड की रीमॉडलिंग की वजह से किया जा रहा है।


एनसीआर इलाहाबाद मंडल के टूंडला रेलवे स्टेशन के यार्ड में दो सितंबर से इलेक्ट्रानिक इंटरलॉकिंग का कार्य चल रहा है। यह कार्य 17 नवंबर तक होना है। इस वजह से रेलवे द्वारा हर रोज कुछ ट्रेनें निरस्त की जा रही हैं। अब यहां 20 अक्तूबर को नॉन इंटर लॉकिंग कार्य होगा। इसी वजह से संबंधित स्टेशन से गुजरने वाली 16 ट्रेनें रविवार को निरस्त रहेंगी। यह सभी ट्रेनें इलाहाबाद जंक्शन से होकर गुजरती है!


हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...