बुधवार, 21 अगस्त 2019

फैशनवीक में कैटरीना के स्टाइल का जलवा

नई दिल्ली। लैक्मे फैशनवीक में कैटरीना कैफ का स्टाइल काफी अलग रहा। ट्रेडिशनल ब्लैक लहंगे के लुक में कैटरीना ने सबको दिवाना बना दिया। लैक्मे फैशन वीक में कटरीना ने डिजाइनर मनीष मल्होत्रा के लिए रैंप वॉक किया। इस फैशन इवेंट के लिए कैटरीना कैफ ने ब्लैक कलर का चुनाव किया। ब्लैक कलर के लहंगे में कैटरीना बेहद खूबसूरत नजर आ रहीं थी। अपने इस आउटफिट के साथ कैटरीना ने कुंदन का नेकपीस पहन रखा था। ओपन हेयर और स्मोकी मेकअप उनके इस गेटअप को कॉम्पलीमेंट कर रहे थे। कटरीना का आईमेकअप हाइलाइटेड रहा।


लता-आमिर ने की बाढ़ पीड़ितों की सहायता

मुंबई। महाराष्ट्र के कई इलाकों में इस साल बारिश और बाढ़ ने भारी तबाही मचाई है। राज्य के इन बिगड़े हालातों में अब बॉलीवुड की ओर से मदद का हाथ आगे आया है। बॉलीवुड के आमिर खान और सिंगर लता मंगेशकर सहित कई कलाकार मदद के लिए आगे आए हैं। बीते दिनों अमिताभ बच्चन ने भी इनकी मदद के लिए एक बड़ी रकम डोनेट की थी। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी है कि आमिर खान और लता मंगेशकर सहित कई कलाकारों ने बाढ़ पीड़ितों के लिए मदद का हाथ आगे बढ़ाया है। उन्होंने ट्वीट कर बताया, 'आमिर खान महाराष्ट्र बाढ़ पीड़ितों के लिए आपके 25 लाख रुपए के सहयोग के लिए शुक्रिया।


मुख्यमंत्री हेल्पलाइन से क्या क्या प्राप्त होता है

संजय आजाद 


क्या नहीं दिया जा रहा है उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर यानि 1076 नंबर पर...


लखनऊ। मिसाल के तौर पर सबसे पहले तो आपका स्वागत होता है। उसके बाद आपके हर सवाल के जवाब में माफी मांगते हैं।फिर सबसे बड़ी बात तो ये सुनने को मिलती है कि
माफ कीजियेगा। 1076 पर सरकारी चोर,लुटेरे,डकैत घूसखोर, भ्रष्टाचारी सरीखे नौकरशाहों की शिकायत नहीं दर्ज की जाती है। क्योंकि ऊपर से अभी तक ऐसे कोई आदेश प्राप्त नहीं हुए हैं। इतनी सारी सुख-सुविधाएं तो योगीराज ने हम सबको घर बैठे दे रखी हैं। अब आप और क्या चाहते हैं? इस रामराज्य में उत्तर प्रदेश से भ्रष्टाचार और उनके भ्रष्टाचारियों का सफाया ही पूरी तरह से कर दिया जाए।


मप्र:आईएएस अधिकारियों को दी चेतावनी

कलेक्टरों से खफा मुख्यमंत्री दी यह चेतावनी
भोपाल। मध्यप्रदेश में प्रशासनिक कार्यों में हो रही देरी और अनियमितता को लेकर मुख्यमंत्री कमलनाथ कलेक्टरोंं से खफा हैं। प्रदेश में लगातार सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों की संख्या बढ़ रही है। लेकिन उनका समय पर निकारण नहीं हो रहा है। समस्याओं के निपटारे में हो रही लापरवाही को देखते हुए मुख्यमंत्री सचिवालय ने प्रदेश भर के कलेक्टरों को पत्र लिख कर अगस्त में ही काम निपटाने के लिए निर्देश दिए हैं। 
मुख्यमंत्री ने प्रदेश में जन अधिकार कार्यक्रम की शुरुआत की है। जिसमें वह जनता से सीधे संवाद करते हैं। बताया जा रहा है अगस्त तक सभी मामले निपटाने के लिए कलेक्टरोंं को कहा है जिसका रिपोर्ट वह खुद जन अधिकार कार्यक्रम में लेंगे। सीएम आफिस से कलेक्टरोंं को सख्ती से चेतावनी दी गई है कि वह अगले महीने पूरी तैयार से रहें। सभी मामलों की रिपोर्ट सीएम सीधे तौर पर कलेक्टरों से लेंगे। 
प्रदेश में लगातार बढ़ रही शिकायतों से सरकार विपक्ष के निशाने पर है। लचर गवर्नेंस को लेकर अब मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कलेक्टरों को साफ संकेत दिए हैं कि जिन जिलों में ज्यादा शिकायतें लंबित हैं इसका मतलब है वहां शासन में सुधार की अधिक जरूरत है। सूत्रों के मुताबिक सीएम हेल्पलाइन में भी लंबित समस्याओं के लिए अब सीधे कलेक्टर को ही जिम्मेदार ठहराया जाएगा। सीएम के पीएस ने लिखा पत्र - सीएम सचिवालय के प्रमुख सचिव अशोक बर्णवाल ने सभी कलेक्टरों को पत्र भेजकर लंबित शिकायतों के त्वरित निपटारे का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा कि इन शिकायतों की समीक्षा मुख्यमंत्री कमलनाथ अगले महीने करेंगे, इसलिए बेहतर है कि जिन विभागों की शिकायतें हैं, उनसे निराकरण करवाएं।


6 राज्य मंत्री स्वतंत्र,11राज्य मंत्रियों ने ली शपथ

योगी मंत्रिमंडल में छह कैबिनेट मंत्री छह राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 11 राज्य मंत्रियों ने शपथ ले ली है।


लखनऊ, । उत्तर प्रदेश की योगी सरकार का पहला मंत्रिमंडल विस्तार आज यानी बुधवार को लखनऊ के राजभवन में पूरा हो गया है। योगी मंत्रिमंडल में छह कैबिनेट मंत्री, छह राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 11 राज्य मंत्रियों ने शपथ ले ली है। चार मंत्रियों को प्रमोशन देकर कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। इस कैबिनेट में 18 न‌ए चेहरे शमिल किये गए हैं। चार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) को प्रमोट कर कैबिनेट मंत्री बनाया गया है। एक राज्यमंत्री को प्रमोट कर राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) बनाया गया है।


योगी सरकार के नए मंत्रियों के शपथ ग्रहण के बाद राज्यपाल आनंदीबेन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी नव नियुक्त मंत्रियों को पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया। शपथ ग्रहण समारोह के बाद सभी नवनियुक्त मंत्रियों ने राज्यपाल और मुख्यमंत्री का पैर छूकर आशिर्वाद लिया। इस दौरान जय श्री राम के नारे भी लगे। बताया जा रहा है कि शपथग्रहण समारोह के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नए मंत्रियों के साथ बैठक करेंगे। यह बैठक शाम साढ़े चार बजे तक होगी। इसके बाद पत्रकारों से बातचीत भी करेंगे।


कैबिनेट मंत्री : राजभवन में अब तक डॉ. महेंद्र सिंह, सुरश राणा, भूपेंद्र सिंह चौधरी, अनिल राजभर, रान नरेश अग्निहोत्री, कमल रानी वरुण कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ले चुके हैं। 


 


राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) : नील कंठ तिवारी, कपिल देव अग्रवाल, सतीश द्विवेदी, अशोक कटारिया, श्रीराम चौहान और रवींद्र जायसवाल ने राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में शपथ ली है। 


राज्य मंत्री : अनिल शर्मा, महेश गुप्ता, आनंद स्वरूप शुक्ल, विजय कश्यप, डॉ. गिरिराज सिंह धर्मेश, लाखन सिंह राजपूत, नीलिमा कटियार, चौधरी उदयभान सिंह, चंद्रिका प्रसाद उपाध्याय, रमाशंकर सिंह पटेल और अजीत सिंह पाल ने शपथ ले ली है।


कमलरानी वरुण : एक बार पार्षद, दो बार सांसद


वर्तमान में घाटमपुर से विधायक कमलरानी वरुण भाजपा की उन्हीं कार्यकर्ताओं में से हैं, जिन्होंने राजनीति में जमीन से सफलता के आसमान तक का सफर तय किया है। वह 1989 में सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र के वार्ड से पार्षद चुनी गई थीं। इसके बाद 1996 और फिर 1998 में घाटमपुर लोकसभा क्षेत्र से सांसद बनीं। यह लोकसभा खत्म हो गई और अब घाटमपुर अकबरपुर लोकसभा क्षेत्र में है।


योगी मंत्रीमंडल में फिर से वाराणसी ने बाजी मारी 


पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय सीट वाराणसी से लंबे समय से सक्रिय रहे भाजपा विधायकों को मंतिमंडल विस्‍तार में नई जिम्‍मेदारियां दी गई हैं। अब वाराणसी से योगी मंत्रीमंडल में मंत्रियों की संख्या तीन हो गई है। इसमें शहर उत्तरी से दो बार विधायक रहे भाजपा के वरिष्ठ नेता रवींद्र जायसवाल को राज्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई गई है तो यहीं से राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रहे अनिल राजभर का प्रमोशन कर कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है। अनिल राजभर शिवपुर क्षेत्र से विधायक हैं और अभी तक सैनिक कल्याण, खाद्य, होमगार्ड, नागरिक सुरक्षा, प्रांतीय रक्षक दल के मंत्री थे। भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर द्वारा मंत्रीमंडल से इस्तीफा देने के बाद से उनका विभाग विकलांग और पिछड़ा वर्ग को भी देख रहे थे। वहीं दूसरी ओर डा. नीलकंठ तिवारी को राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार के रूप में शपथ दिलाई गई है। शहर दक्षिणी से विधायक डॉ. तिवारी अभी तक विधि न्याय, युवा कल्याण, खेल एवं सूचना राज्य मंत्री थे।


शपथ से पहले पांच मंत्रियों के इस्तीफे मंजूर


वित्त मंत्री राजेश अग्रवाल, सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह, बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) अनुपमा जायसवाल और भूतत्व एवं खनिकर्म राज्य मंत्री अर्चना पांडेय ने मंगलवार को अपना इस्तीफा सौंपा। धर्मपाल, अनुपमा और अर्चना को भाजपा मुख्यालय में प्रदेश महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने तलब किया था। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने तो दो दिन पहले ही एक व्यक्ति-एक पद के सिद्धांत के चलते परिवहन मंत्री पद से अपना त्यागपत्र भेज दिया था। मंगलवार देर रात पांचों मंत्रियों के इस्तीफे मंजूर कर लिए गए। सांसद चुने जाने के बाद सत्यदेव पचौरी, प्रो. एसपी बघेल और प्रो. रीता बहुगुणा जोशी के इस्तीफे और सुभासपा अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के मंत्रिमंडल से बर्खास्त किए जाने से चार कैबिनेट मंत्री के पद पहले से ही रिक्त हैं।


माध्यमिक विद्यालयों में पीटी हुई अनिवार्य

विद्यार्थियों को अनिवार्य रूप से करवाई जाएगी पीटी


 लखनऊ। माध्यमिक स्कूल अनिवार्य रूप से विद्यार्थियों को शारीरिक गतिविधियां (पीटी) करवाएंगे। प्रार्थना सभा और अंतिम पीरियड में पीटी होगी। माध्यमिक शिक्षा निदेशक विनय कुमार पांडेय की ओर से सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों (डीआइओएस) को निर्देश दिए गए हैं कि वह स्कूलों का निरीक्षण कर इसे सुनिश्चित करवाएं। जिन सरकारी माध्यमिक स्कूल और अशासकीय सहायता प्राप्त स्कूलों में पीटी न करवाई जा रही हो वहां कार्रवाई करें।
सभी डीआइओएस माध्यमिक स्कूलों में कक्षाएं नियमित रूप से चलें यह भी सुनिश्चित करवाएं। इसके लिए डीआइओएस अपने स्तर पर टीमों का गठन करें और रिपोर्ट तैयार कर संयुक्त शिक्षा निदेशक को दें। हर मंडल के संयुक्त शिक्षा निदेशक स्कूलों में कक्षाएं चलने की स्थिति की रिपोर्ट तैयार कर माध्यमिक शिक्षा निदेशालय भेजेंगे। दरअसल, बीते दिनों माध्यमिक शिक्षा परिषद की वेबसाइट पर कक्षा नौ से लेकर कक्षा 12 तक के पाठ्यक्रम को महीने के अनुसार विभाजित कर अपलोड किया है। ऐसे में कक्षाएं नियमित रूप से चलें इसकी व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं।


खनन घोटाला:5 आईएएस अधिकारियों से पूछताछ

खनन घोटाले में पांच आइएएस अफसरों से पूछताछ की तैयारी


लखनऊ। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) खनन घोटाले के मामले में जल्द आरोपित पांच आइएएस अधिकारियों पर शिकंजा कसने की तैयारी में है। पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के बेटों को भी फिर नोटिस देकर तलब किया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि दिल्ली स्थित ईडी मुख्यालय ने आरोपित आइएएस अधिकारियों को नोटिस देकर तलब करने की अनुमति दे दी है।
हमीरपुर में हुए खनन घोटाले के बाद ईडी के लखनऊ स्थित जोनल कार्यालय की टीम अब शामली, फतेहपुर, कौशाम्बी व देवरिया में हुए खनन घोटाले के केसों की जांच को तेजी से आगे बढ़ा रही है। ईडी ने सीबीआइ की एफआइआर के आधार पर इन मामलों में सपा सरकार के पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति, आइएएस अधिकारी अभय सिंह, संतोष कुमार राय, विवेक, देवी शरण उपाध्याय व जीवेश नंदन समेत अन्य के खिलाफ प्रिवेंशन ऑफ मनी लांडिंग एक्ट (पीएमएलए) के तहत अलग-अलग चार केस दर्ज किए हैं। बीते दिनों ईडी ने शासन से आरोपित आइएएस अधिकारियों की संपत्तियों का ब्योरा भी मांगा था। ईडी ने कई आरोपितों की संपत्तियों का ब्योरा जुटाया भी है। कई स्तर पर अपनी तैयारी पूरी करने के बाद ईडी आइएएस अधिकारियों से सीधे पूछताछ के लिए उन्हें जल्द नोटिस भेजेगी। माना जा रहा है कि इसी माह के अंतिम सप्ताह में आइएएस अधिकारियों से पूछताछ होगी। खनन घोटाले में पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति के खिलाफ नामजद केस दर्ज होने के बाद ईडी ने उनके खिलाफ अपनी जांच का भी दायरा बढ़ाया है। गायत्री के बेटे अनिल व अनुराग प्रजापति को भी ईडी ने बीते दिनों नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन दोनों ने 15 दिन का समय मांगा था। दरअसल, खनन घोटाले की काली कमाई पूर्व मंत्री गायत्री के करीबियों की बोगस कंपनियों में ट्रांसफर किए जाने की बात सामने आई थी।


एलएलबी छात्रों को मिल सकता है सीधे प्रवेश

एलएलबी छात्रों को मिल सकता सीधे प्रवेश का मौका


 कानपुर। छत्रपति शाहू जी महाराज विवि से संबद्ध विधि महाविद्यालयों में खाली पड़ी सैकड़ों सीटों को भरने के लिए छात्रों को सीधे प्रवेश का मौका मिल सकता है।
बुधवार को इस मामले पर कुलपति प्रो.नीलिमा गुप्ता अंतिम फैसला करेंगी। हालांकि विवि के प्रशासनिक अफसर दूसरी काउंसिलिंग कराने की योजना भी बना रहे हैं, लेकिन इस स्थिति में सबसे ज्यादा परेशानी का सामना कॉलेज प्राचार्यो को करना पड़ रहा है। दरअसल 16 अगस्त के बाद पहली काउंसिलिंग के आधार पर सभी प्रवेश तो हो गए। बावजूद इसके कॉलेजों में अच्छी संख्या में सीटें खाली रह गईं। वहीं कॉलेज प्राचार्यो के सामने तमाम ऐसे प्रवेश फॉर्म रखे हैं, जिनमें माननीयों तक की सिफारिशें हैं। प्राचार्यो ने जब विवि के प्रशासनिक अफसरों से प्रवेश को लेकर बात की तो उन्हें स्थिति स्पष्ट नहीं की गई। इससे उनके सामने असमंजस की स्थिति है। पिछले सत्र में भी खाली रह गईं थीं हजारों सीटें: एलएलबी के पिछले सत्र को देखें तो हजारों की संख्या में सीटें खाली रह गईं थीं।


नई 505 शिकायतें आई,पुराने मामले अधर में

पुराने मामले अधर में लटके 505 नई शिकायतें आईं


 औरैया-बिधूना,अजीतमल। जनपद स्तरीय संपूर्ण समाधान दिवस बिधूना तहसील में आयोजित हुआ। जिलाधिकारी अभिषेक मीणा, एसपी सुनीति समेत अन्य जनपद स्तरीय अधिकारियों ने फरियादियों की शिकायतें सुन निस्तारण के आदेश दिए। इस दौरान आई कुल 198 शिकायतों में से सात का ही मौके पर निस्तारण किया जा सका। डीएम ने सभी शिकायतों का एक सप्ताह में निस्तारण करने के निर्देश दिए। वहीं अजीतमल में एसडीएम की ओर से बुलाई बैठक में खुलासा हुआ कि अभी तक पिछली बार आई शिकायतों का ही निस्तारण नहीं हुआ है।
इस दौरान सबसे अधिक शिकायतें राजस्व विभाग उसके बाद पुलिस एवं विकास, आपूर्ति समेत अन्य विभागों की रहीं। बेला थाना क्षेत्र के ग्राम दिवरी निवासी विजय कुमार पुत्र रामचंद्र ने छोटे व रफी पुत्र नजर मोहम्मद आदि पर चकरोड को खेतों में मिलाने का आरोप लगाया। बीसरमऊ निवासी जितेंद्र कुमार पुत्र विश्रम सिंह ने राशन विक्रेता पर छह माह से राशन न देने का आरोप लगाया। एसपी सुनीति ने पुलिस विभाग से संबंधित शिकायतें सुन उनके निस्तारण के निर्देश दिए। इस दौरान मुख्य रूप से डीएफओ सुंदरेशा, सीएमओ डॉ. एके राय, डीएसओ अशोक कुमार, बीएसए एसपी सिंह, सीओ लालता प्रसाद शुक्ला, तहसीलदार गौतम सिंह ने भी शिकायतों को सुना। तहसील बार एसोसिएशन के एक प्रतिनिधि मंडल ने डीएम से तहसील अधिकारियों के मनमाने रवैये की शिकायत की। डीएम ने बार और बैंच के बीच बेहतर संबंध बनाने को कहा। सदर तहसील में ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अनुपम शुक्ला ने सीओ सिटी के साथ शिकायतों को सुना। यहां पर कुल 205 प्राप्त हुई शिकायतों में से 11 का त्वरित निस्तारण किया गया। यहां सबसे अधिक राजस्व विभाग कि 66, पुलिस कि 40, विकास विभाग कि 48 व 51 अन्य शिकायतें आईं। शेष शिकायतें संबंधित विभागों के अधिकारियों को शीघ्र निस्तारण करने के लिए दी गईं। इसी प्रकार अजीतमल तहसील में आई कुल 102 शिकायतों में से 13 का मौके पर निस्तारण किया गया। यहां पर एसडीएम राशिद अली खान ने एएसपी कमलेश दीक्षित व तहसीलदार संध्या शर्मा के साथ फरियादियों की समस्या को सुना। अन्य प्रार्थना पत्रों को संबंधित विभागों को देकर निर्धारित समय में निस्तारण कर आख्या प्रस्तुत करने के लिए एसडीएम को आदेश दिए। इस दौरान कोतवाली निरीक्षक हेमंत कुमार, एबीएसए सुधीर गुप्ता, ईओ नगर पंचायत बाबरपुर अजीतमल विजय कुमार सिंह, ईओ अटसू कृष्ण प्रताप सरल, दिव्यमूर्ति मिश्र मौजूद रहे।


मनरेगा में भ्रष्टाचार,मजदूरों में रोस बढा

जांच में पकड़ा नौ लाख का घोटाला


 ऊसराहार। ताखा ब्लाक क्षेत्र में प्रधानमंत्री आवासों की मजदूरी में घोटाले को लेकर मनरेगा उपायुक्त की जांच में नौ लाख रुपये का घोटाला पकड़ लिया गया है। मुख्य विकास अधिकारी राजा गणपति आर. ने रिकवरी और दोषियों पर मुकदमा दर्ज कराने के आदेश कर दिए हैं। इसके बावजूद अभी तक इस मामले में मुकदमा दर्ज नहीं किया जा सका है। बीडीओ ताखा अभी तक दोषी कर्मी चिह्न्ति नहीं कर सके हैं। इससे मजदूरी से वंचित मजदूरों में रोष बढ़ रहा है।
ताखा विकास खंड क्षेत्र में आवासों की मनरेगा मजदूरी में हुए घोटाले में नौ लाख रुपये गोलमाल होने की रिपोर्ट सार्वजनिक होने के बाद मुख्य विकास अधिकारी द्वारा दोषियों से वसूली के साथ ही मुकदमा दर्ज कराने के आदेश खंड विकास अधिकारी ताखा पीएन यादव को दिया गया है। जांच समिति द्वारा की गई जांच के आधार पर इन वर्षों में खंड विकास कार्यालय ताखा में कार्यरत रहे कर्मचारियों का ब्योरा खंड विकास अधिकारी पीए यादव द्वारा निकलवाने की बात कही जा रही है चूंकि इस कार्यवाही की जद में कई कर्मचारियों के साथ रोजगार सहायकों को घोटाले के लिए दोषी माना गया है ऐसे में वह सभी कर्मचारी जो संबंधित मामलों के समय रहे होंगे दोषी माने गए हैं। इस संबंध में बीडीओ पीएन यादव का कहना है कि जांच रिपोर्ट में कौन कर्मचारी दोषी है इसका उल्लेख नहीं है। इसके साथ इतने बड़े मामले में विकास खंड कार्यालय में तैनात रहे तत्कालीन अधिकारियों की भूमिका पर भी सवाल उठ रहे हैं। ऐसे में संबंधित कर्मियों को नोटिस जारी करके तीन दिन में स्पष्टीकरण मांगेंगे। उसके बाद अग्रिम कार्रवाई होगी।


फर्जी जॉब कार्ड बनाकर हड़पी मजदूरी: ऊसराहार : ताखा ब्लाक क्षेत्र में बीते सात सालों में विकास कार्य कम, घोटाला ज्यादा हुए हैं। आवास मजदूरी घोटाला में यह तथ्य महज चार ग्राम पंचायतों की जांच होने पर दस लाख रुपये की धनराशि फर्जी जॉब कार्ड बनाकर हड़पे जाने की रिपोर्ट से स्पष्ट हो गई है। जांच समिति आरोपी कर्मियों को चिह्नित नहीं कर पा रहा है। अधिकांश शिकायतकर्ता जांच में लीपापोती का आरोप लगाकर डीएम से जिला स्तरीय पैनल द्वारा जांच कराने की मांग कर रहे हैं।


विकास खंड ताखा की 42 ग्राम पंचायतों में से आधी ग्राम पंचायतों में आवास लाभार्थियों की बड़ी संख्या में शिकायतें सामने आई थी कि उन्हें मनरेगा मजदूरी की धनराशि नहीं मिली है इसके बाद इन सभी मामलों की जांच मनरेगा उपायुक्त शौकत अली के नेतृत्व में जांच समिति कर रही है चार ग्राम पंचायत की ही जांच में दस लाख रुपये के करीब का घोटाला स्पष्ट हो गया है, यदि सभी ग्राम पंचायतों की जांच की गयी तो करोड़ों रुपये का घोटाला प्रकट होगा। जांच समिति को सैकड़ों की संख्या में फर्जी जॉबकार्ड मिले हैं जिनमें मनरेगा मजदूरी का रुपये डालकर घोटाला किया गया है। नियमानुसार एक परिवार के नाम एक जॉब कार्ड पर ही उस परिवार के सदस्यों के नाम अंकित किए जाते हैं लेकिन यहां पर सभी को अलग अलग जॉब कार्ड बनाकर धनराशि ट्रांसफर की गयी है । जांच समिति अध्यक्ष मनरेगा उपायुक्त शौकत अली ने बताया कि धनराशि के गबन के लिए षड्यंत्र पूर्ण तरीके से जॉब कार्ड बनाए गए थे, एक परिवार में कई-कई जॉब कार्ड निर्गत किए गए थे।


सनसनी:युवक-युवती के सिर कटे शव मिले

अमृतसर। थाना कंटोनमेंट अंतर्गत कोट खालसा इलाके में मंगलवार देररात जीटी रोड पर युवती और युवक के सिर कटे शव मिलने से सनसनी फैल गई। पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक जांच में ऑनर किलिंग की बात सामने आ रही है।पुलिस के मुताबिक दोनों की उम्र 28 से 30 साल के बीच है। इलाके के सीसीटीवी फुटेज लिए गए हैं। फिलहाल दोनों की पहचान नहीं हो पाई है। मौके पर करीब 15 फीट दूरी पर एक स्कूटी मिली है। मजीठा रोड थाना प्रभारी सुखजिंदर सिंह ने बताया कि दोनों की प्रेम संबंधों के कारण हत्या की गई है। आशंका है कि दोनों को आसपास के जिले से यहां लाकर मारा गया और शव जीटी रोड पर फेंक दिए गए। दोनों के धड़ और सिर कुछ दूरी पर मिले हैं। युवक की जेब से एक फोटो मिली है। यह फोटो किसका है, यह पता लगाया जा रहा है। पुलिस कमिश्नर सुधांशु शेखर श्रीवास्तव ने बताया कि देर रात कुछ लोगों को पूछताछ के लिए राउंडअप किया गया है।


इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके

इंडोनेशिया में 6.0 तीव्रता का भूकंप, झटके  अखिलेश पांडेय  जकार्ता। इंडोनेशिया के पूर्वी प्रांत मालुकु में सोमवार के तेज झटके महसूस किए गए। इ...