रविवार, 18 अगस्त 2019

सोनिया के अध्यक्ष बनने से समीकरण बदले

नई दिल्‍ली। सोनिया गांधी के फिर से कांग्रेस अध्यक्ष बनने के बाद प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार के कयास फिर शुरू हो गए हैं। राहत की बात यह है कि अभी मंत्रिमंडल में शामिल किसी भी मंत्री को नहीं हटाया जाएगा और खाली पड़े पदों में ही नए को समाहित किया जाएगा। अब तक राहुल गांधी को ध्यान में रखकर मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने वाले विधायकों के नाम तय हो रहे थे अब उसमें सोनिया गांधी का रुख महत्वपूर्ण हो गया है। इसके अलावा उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही प्रदेश के नए कांग्रेस अध्यक्ष का नाम तय हो जाएगा। मुख्मयंत्री कमलनाथ ने सोनिया के अध्यक्ष बनते ही मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर कसरत नए सिरे से शुरू कर दी है। पहले यह भी चर्चा है कि मुख्यमंत्री अपने मंत्रिमंडल का विस्तार नया प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद कर सकते हैं। यह भी लगभग तय कर लिया गया है कि विस्तार में खाली पदों को भरा जाएगा और किसी भी मंत्री को फिलहाल हटाया नहीं जाएगा।
ये बन सकते हैं मंत्री
मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर जो कवायद की है, उसमें जयस से आए हीरालाल अलावा के अलावा कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ विधायकों के नामों पर भी विचार किया जा रहा है। इन विधायकों में केपी ङ्क्षसह, राजवर्धन सिंह दत्तीगांव जैसे नाम शामिल हैं। मंत्रिमंडल गठन के समय ही ये नाराज हो गए थे। भाजपा के दो विधायकों को कांग्रेस के पाले में लाने के बाद मुख्यमंत्री कमलनाथ अपनी सरकार को स्थिर करने में सफल रहे हैं। सरकार गिराने को लेकर भाजपा नेताओं की बयानबाजी भी बंद हो गई है। बावजूद इसके मंत्रिमंडल विस्तार में मुख्यमंत्री का टारगेट इस बात पर ही रहेगा कि सरकार को पांच साल के लिए स्थिर रखा जाए। इसलिए विस्तार में उन विधायकों को ही ज्यादा तवज्जो मिलने वाली है जिसके समर्थन पर सरकार टिकी है। इनमें एक निर्दलीय, एक बसपा एवं एक भाजपा से आए विधायक का मंत्री बनना तय माना जा रहा है। इनके मंत्री बनते ही सरकार के सामने बहुमत का कोई संकट नहीं रहेगा।
बावरिया से नाथ ने की बात, जल्द बन सकती है सहमति
पार्टी सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ मंत्रिमंडल विस्तार पर कसरत पूरी करने के बाद पार्टी नेतृत्व से अनुमोदन कराने की कोशिश नए सिरे से करेंगे। उन्होंने कांग्रेस महासचिव व पार्टी के प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया से इस संदर्भ में बात की है। कमलनाथ जब अगली बार दिल्ली आएंगे तो पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ राहुल गांधी से भी मुलाकात कर मंत्रिमंडल विस्तार के संबंध में चर्चा करेंगे। पर पार्टी सूत्रों का कहना है कि मंत्रिमंडल विस्तार के लिए नए प्रदेश अध्यक्ष को नियुक्ति का इंतजार किया जा सकता है।


कैमरे की जद में,ऑनलाइन चैक होगी कापी

ऑनलाइन चैक होगी कॉपी, हर तीन मिनट में टीचर की फोटो क्लिक करेगा वेबकैम


भरतपुर। द इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टेर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया ने स्टूडेंट्स की एग्जाम शीट चैकिंग के पैटर्न में बदलाव किया है। पिछले काफी समय से सीए इंस्टीट्यूट को मिल रही शिकायतों के बाद कॉपी चैक होने का पूरा प्रोसेस ऑनलाइन कर दिया गया है। आइसीएआइ जयपुर चैप्टर के चेयरमैन सीए लोकेश कासट ने बताया कि नई व्यवस्था के बाद जिस टीचर को कॉपी चैक करने का असाइनमेंट मिला है, वहीं आंसर शीट चैक कर सकेगा। साथ ही इसकी पूरी ऑनलाइन मॉनिटरिंग भी की जाएगी।


रोल नंबर की जगह जनरेट होगा यूनीक कोड
एग्जाम के बाद आंसर शीट से रोल नंबर हटाकर एक यूनीक कोड लिखा जाएगा। इसके बाद कॉपी को स्कैन कर चैक होने के लिए संबंधित टीचर्स को फॉरवर्ड किया जाएगा। ये कॉपी इंस्टीट्यूट के सिक्योर्ड पोर्टल पर ही ओपन हो सकेंगी और इसके लिए टीचर को एक हाई सिक्योर्ड यूजर आइडी और पासवर्ड भी दिया जाएगा। बिना आइडी पासवर्ड के कॉपी एक्सेस ही नहीं कर पाएंगे।


ऐसे काम करेगा सॉफ्टवेयर
ऑनलाइन पोर्टल पर आंसर शीट ओपन करने के साथ ही हर तीन से पांच मिनट में कम्प्यूटर पर लगा वेब कैमरा कॉपी चैक करने वाले टीचर की फोटो क्लिक करता रहेगा। फोटो पोर्टल पर अपडेट होती रहेगी। इससे कोई और व्यक्ति कॉपी चैक नहीं कर सकेगा। साथ ही सॉफ्टवेयर से हर क्वेश्चन को चैक करने में लगे टाइम और पूरी कॉपी को चैक होने में लगे वक्त का भी पूरा डेटाबेस तैयार होगा। आसंर शीट चैक होने के बाद यूनीक कोड की जगह फिर से रोल नंबर लगाकर रिजल्ट जारी किया जाएगा। कॉपी चैक करने के लिए इंटरेस्टेड टीचर्स को आइसीएआइ के रीजनल चैप्टर में अप्लाई करना होगा। सीए इंस्टीट्यूट की ओर से टीचर्स को शॉर्टलिस्ट किया जाएगा और उन्हें कॉपी चैक करने संबंधी पूरे प्रोसेस की तीन दिन की ट्रेनिंग दी जाएगी।आइसीएआइ के इस इनिशिएटिव से स्टूडेंट्स को फायदा होगा। आंसर शीट चैक होने में और अधिक ट्रांसपेरेंसी से रिजल्ट भी इम्प्रूव होगा।


सीए लोकेश कासट, चेयरमैन, आइसीएआइ जयपुर चैप्टर


आंसर शीट चैक होने का प्रोसेस हाई सिक्योर और ऑनलाइन होने से कॉपी अब एक्सपर्ट ही चैक कर सकेंगे। फेयर मार्किंग स्कीम की डिमांड कर रहे स्टूडेंट्स की ये पहली जीत है।


शिक्षकों के तबादले के आदेश लिए वापस

शिक्षकों के तबादले, मामला बढ़ा तो वापस लिए आदेश


बाड़मेर। जिला शिक्षा अधिकारी मुख्यालय माध्यमिक शिक्षा की ओर से 14 अगस्त को 128 शिक्षकों के किए गए तबादले विरोध होने पर वापस ले लिए गए। माध्यमिक शिक्षा के अधीन संचालित विद्यालयों के तृतीय श्रेणी शिक्षक अध्यापक लेवल प्रथम व द्वितीय के विषयवार तबादले कर 21 अगस्त तक शाला दर्पण पर कार्य मुक्त तथा कार्यभार ग्रहण के निर्देश दिए गए। शिक्षकों ने नियमों का हवाला देते हुए उच्च अधिकारियों को शिकायत की तो दो दिन बाद आदेश वापस ले लिए गए।


दरअसल 14 जून को विभाग की ओर से 441 शिक्षकों का 6डी के तहत सेटअप परिवर्तन से तबादले किए गए। इसमें से 300 के करीब शिक्षकों ने तो नवीन स्थान पर कार्य ग्रहण कर लिया। लेकिन 150 के करीब करीब शिक्षकों ने न्यायालय की शरण ली। इस दौरान न्यायालय ने इन शिक्षकों की परिवेदना सुनने के लिए विभाग को निर्देश दिए। इसके बाद विभाग ने एक बारगी फिर से तबादले किए, तो शिक्षकों ने विरोध जताते हुए पुन: न्यायालय की शरण ली। न्यायालय ने विभाग को शिक्षकों की परिवेदना सुनने के साथ सही आदेश करने के निर्देश दिए। विभाग ने 14 अगस्त को शेष रहे 128 शिक्षकों के स्थानांतरण किए। लेकिन यहां नियमों को धत्ता बताते हुए 28 के करीब शिक्षकों को नजदीकी स्कूलों में पद स्थापित किया शेष की सुनवाई नहीं हुई। शिक्षकों ने फिर से आपत्ति जताते हुए उच्च अधिकारियों को शिकायत की। इसके बाद सभी 128 के तबादला आदेश वापस ले लिए गए।


कूडे के विरोध में दो भाइयों को मारी गोली

कूड़ा डालने के विवाद में दो भाइयों की गोली मारकर हत्या
सहारनपुर । रविवार सुबह कूड़ा डालने को लेकर हुए विवाद में पड़ोसी ने मीडिया कर्मी व उसके भाई की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने हत्‍यारोपित परिवार की दो महिलाओं को हिरासत में लिया है। कोतवाली नगर क्षेत्र के मोहल्ला माधव नगर में मीडियाकर्मी आशीष कुमार अपने परिवार के साथ रहते थे। रविवार सुबह कूड़ा डालने को लेकर पड़ोसी से झगड़ा हो गया। बात इतनी बढ़ी कि पड़ोसी ने घर में घुसकर आशीष कुमार व उसके भाई आशुतोष कुमार की गोली मारकर हत्‍या कर दी। एसएसपी समेत तमाम पुलिस आधिकारी मौक पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली। आशीष की पत्नी 6 माह की गर्भवती है। दो साल पहले आशीष के पिता की बीमारी से मौत हो चुकी है। एसएसपी का कहना है कि हत्‍यारोपितों को जल्‍द गिरफ्तार किया जाएगा।


बढ़ रही है चांद और धरती के बीच दूरी

नई दिल्‍ली। अंतरिक्ष में कई तरह के बदलाव होते रहते हैं। वैज्ञानिक इसके बारे में पता लगाने के लिए कई तरह के शोध करते रहते हैं। इसके लिए वैज्ञानिक यानों के द्वारा भी जानकारी हासिल करते हैं। इसी तरह के हाल ही शोध में ज्ञात हुआ है कि इन दिनों चंद्रमा लगातार पृथ्वी से दूर जा रहा है। कुछ वैज्ञानिकों का कहना है कि ये ब्रह्मांड के विस्तार के कारण हो सकता है। इसी के साथ कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि किसी ब्रह्मांड री क्रिया के कारण ये समस्या आ सकती है। वैज्ञानिक कहते है कि इसी वजह से इन दिनों धरती पर दिन बड़े हो रहे हैं। एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि लगभग 1.4 अरब साल पहले पृथ्वी पर केवल एक दिन मात्र 18 घंटे का ही हुआ करता था इस बात ने सारे वैज्ञानिकों को बहुत ही गहरे ढंग से हिला दिया है। शोधकर्ताओं का कहना है कि अब यह अवधि 24 घंटे हो चुकी है क्योंकि चांद धरती से दूर हो गया है। इनका कहना था की अब ये धीरे धीरे और दूर होता जा रहा है जिससे हो सकता है किये घंटे भी बढ़ सकते हैं। जानकारी दे दे कि प्रोसिडिंग्स ऑफ द नैशनल अकैडमी ऑफ साइंसेज नामक शोध पत्रिका में प्रकाशित हुआ है। वैज्ञानिकों को प्राप्त आकंड़े बताते है कि करीबन 1.4 अरब वर्ष पहले चंदा मामा पृथ्वी के बहुत ज्यादा नजदीक था। तो उसक वक्त दिन छोटे हुआ करते थे। इस तरह से अब जाकर दिन बहुत बड़े हो चुके हैं और ये ये क्रिया निरंतर जारी है। वैज्ञानिकों ने जानकारी दी है कि जैसे-जैसे चंद्रमा दूर होता जा रहा है वैसे वैसे पृथ्वी एक स्पिनिंग फिगर स्केटर की तरह व्यवहार करती जा रही है। और ये ही कारण है कि वह दिन की अवधि को बढ़ाती जा रही है। बता दे कि इस घटना की वजह से ही अन्य कई तरह के खगोलीय परिवर्तन हो रहे हैं। खगोलियविद बताते है कि इस तरह के अनियमित व्यवहार से ब्रह्मांड में पृथ्वी की गति के साथ ही दूसरे ग्रह भी प्रभावित होते हैं।


क्रिकेट टीम में युवाओं को मिलेगा मौका

नई दिल्‍ली। आईसीसी क्रिकेट वर्ल्ड कप 2019 के समाप्त होने के बाद टीम इंडिया में अब यंग टैलेंट को मौके दिए जाने की मांग लगातार उठ रही है।वर्ल्ड कप समाप्त होने के बाद वेस्टइंडीज टूर के लिए कुछ यंग खिलाड़ियों को टीम में चुना तो गया। लेकिन शुभमन गिल को मौका नहीं देने वाला निर्णय बहुत ज्यादा दंग करने वाला था। पिछले कुछ समय में शुभमन गिल ने अपने आप को हर मंच पर साबित करके दिखाया है। लेकिन फिर भी होने कि सम्भावना है। उनके प्रदर्शन में कुछ तो कमी रह गई होगी, जो वो चयनकर्ताओं को प्रभावित नहीं कर पाए। इस बीच गिल समेत कई यंग खिलाड़ियों के पास अब मौका है। चयनकर्ताओं का ध्यान अपनी तरफ खींचने का।


शुभमन गिल पर होंगी चयनकर्ताओं की नजरें


दरअसल, शनिवार से दिलीप ट्रॉफी का आगाज हो चुका हैवये मंच शुभमन गिल के लिए एक बेहतरीन मौका साबित होने वाला है। चयनकर्ताओं को प्रभावित करने का। दुनिया कप समाप्त होने के बाद माना जा रहा था कि शुभमन गिल को वेस्टइंडीज टूर के लिए टीम में चुना जा सकता है, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। आपकी जानकारी के लिए बताते चलेंकि शुभमन गिल इस वक्त ऐसा खिलाड़ी हैं, जिनके बारे में हर कोई बात कर रहा है। पंजाब का ये सलामी बल्लेबाज दिलीप ट्रॉफी में इंडिया ब्लू का कैप्टन है।


हाल ही में गिल ने वेस्टइंडीज ए केविरूद्धलगाया था दोहरा शतक


वैसे तोबोलाजाता है दिलीप ट्रॉफी टूर्नामेंट इंडिया में स्थान बनाने के लिए होता है। लेकिन शुभमन गिल तो पहले ही इंडिया की तरफ से खेलते हुए वेस्टइंडीड में धूम मचा चुके हैं। शुभमन गिल ने हाल ही में वेस्टइंडीज ए के विरूद्ध खेलते हुए ऐतिहासिक दोहरा शतक जड़ा था।इतना ही नहीं टेस्ट मैच से पहले अनाधिकारिक वनडे सीरीज में भी गिल ने 3 हाफ सेंचुरी लगाई थीं।शुभमन गिल का अंतराष्ट्रीय डेब्यू हो चुका है। उन्होंने इसी वर्ष जनवरी में न्यूजीलैंड के विरूद्ध दो वनडे मैच खेले थे, जिसमें उन्होंने सिर्फ 16 रन बनाए थे।वैसे तो माना जा रहा है कि अपने प्रदर्शन के दम पर ये खिलाड़ी जल्द ही टीम इंडिया में अपना स्थान बना लेगा। लेकिन दिलीप ट्रॉफी में बेहतरीन प्रदर्शन कर चयनकर्ताओं को प्रभावित करने का गिल के पास मौका है।


रवि अनुभव से बने दोबारा कोच:कपिल

नई दिल्ली। रवि शास्त्री एक बार फिर टीम इंडिया के कोच बन गए हैं। दोबारा कोच बनने में टीम के साथ उनकी पहले से जान पहचान और समस्याएं जानना काम आया। शास्त्री 2021 में होने वाले टी-20 विश्व कप तक टीम के कोच बने रहेंगे। वह इस समय टीम के साथ विंडीज दौरे पर हैं और उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सीएसी के समक्ष इंटरव्यू दिया। सीएसी ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन कर इस बात की जानकारी दी। सीएसी के चेयरमैन कपिल देव ने कहा, ”नंबर तीन पर आस्ट्रेलिया के ऑलराउंडर टॉम मूडी थे और नंबर दो पर न्यूजीलैंड के माइक हेसन। आपने जैसी उम्मीद लगाई थी रवि शास्त्री नंबर एक रहे। लेकिन यह काफी करीबी मुकाबला था।” उन्होंने कहा, ”हम तीनों ने आमसहमति से फैसला किया है कि रवि शास्त्री भारतीय टीम के मुख्य कोच पद पर बने रहेंगे।” शास्त्री ने इस रेस में आस्ट्रेलिया के टॉम मूडी और न्यूजीलैंड के माइक हेसन को पीछे छोड़ा।


इन तीनों के अलावा भारत के पूर्व मैनेजर रह चुके लालचंद राजपूत और रोबिन सिंह भी रेस में थे, लेकिन यह दोनों आखिरी तीन में नहीं पहुंच पाए। वहीं वेस्टइंडीज के पूर्व कोच फिल सिमंस ने अपना नाम वापस ले लिया था। कपिल ने कहा, ”तीनों के बीच काफी जबरदस्त प्रतिस्पर्धा थी और शास्त्री काफी करीबी अंकों से आगे रहे। हमने चुनाव करते हुए कोचिंग स्किल्स, उनके अनुभव, खेल की जानकारी, उपलब्धियां और जो भी हमें पैरामीटर दिए गए थे। उनको ध्यान में रखा। हमने उनके प्रेजेंटेशन को ध्यान से सुना और उनको सुनने के बाद उनको अंक दिए।” अंशुमन गायकवाड़ और शांता रंगास्वामी सीएसी के दो अन्य सदस्य थे। अंशुमन ने शास्त्री को चुनने की वजह बताते हुए कहा, ”वह पहले से ही टीम के बारे में जानते हैं, वह टीम के खिलाड़ियों को बेहतर तरीके से जानते हैं। वह जानते हैं कि टीम में क्या समस्याएं हैं और उन्हें दूर कैसे करना है।


कांग्रेस ने सिर्फ 'भारत' को डराने का काम किया

कांग्रेस ने सिर्फ 'भारत' को डराने का काम किया  इकबाल अंसारी  कंधमाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस ...