रविवार, 4 अगस्त 2019

शताब्दी-समारोह:उपराष्ट्रपति ने किया संबोधन

पटना । देश के उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू रविवार को बिहार दौरे पर पटना पहुंचे। वे पटना विश्वविद्यालय पुस्तकालय व पटना हाईस्कूल के शताब्दी समारोह तथा कैंसर हॉस्पिटल सवेरा के कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पटना में छह घंटे तक रहेंगे। वे विशेष विमान से सुबह सवा 11 बजे के करीब पटना एयरपोर्ट पर पहुंचे। वहां राज्‍यपाल फागू चौहान, सीएम नीतीश कुमार व डिप्‍टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने गुलदस्‍ता देकर स्‍वागत किया। वहीं, उपराष्‍ट्रपति के कार्यक्रम को लेकर सुरक्षा व्‍यवस्‍था कड़ी कर दी गई है। चप्‍पे-चप्‍पे पर पुलिस की व्‍यवस्‍था की गई है। कई रुटों की ट्रैफिक को भी डायवर्ट किया गया है। 


पीयू को केंद्रीय विश्‍वविद्यालय का दर्जा देने की मांग
उपराष्‍ट्रपति वेंकैया नायडू पटना एयरपोर्ट से सीधे पटना विश्‍वविद्यालय में आयोजित शताब्‍दी समारोह कार्यक्रम में पहुंचे। कार्यक्रम में उपराष्‍ट्रपति के अलावा राज्‍यपाल फागू चौहान, सीएम नीतीश कुमार, डिप्‍टी सीएम सुशील कुमार मोदी समेत अनेक मंत्री मौजूद हैं। वहीं, सीएम नीतीश कुमार के भाषण के दौरान वहां मौजूद लड़कों ने पटना विश्‍वविद्यालय को केंद्रीय विश्‍वविद्यालय का दर्जा दिलाने की मांग की। मौके पर कई किताबों का विमोचन किया गया।


राज्‍यपाल फागू चौहान ने किया संबोधित
शताब्‍दी समारोह को संबोधित करते हुए बिहार के नए राज्‍यपाल फागू चौहान ने उपराष्‍ट्रपति का अभिनंदन किया। उनहोंने कहा कि पटना विश्‍वविद्यालय ने बदलते परिवेश में भी अपनी गुणवत्‍ता से समझौता नहीं किया है। इस विश्‍वविद्यालय का गौरवपूर्ण इतिहास रहा है और यह आज भी कायम है। इसके लिए यहां के अधिकारी से लेकर तमाम शिक्षक व कर्मचारी बधाई के पात्र हैं। उन्‍होंने कहा कि इस विश्‍वविद्यालय से कई सफल छात्र निकले हैं। इसमें पुस्तकालय ने भी अच्छी भूमिका निभाई है। उन्‍होंने कहा कि 'पुस्तकालय को और अधिक विकसित किया जाएगा। राज्‍यपाल होने के नाते मुझे जो करना पड़ेगा, वह मैं करूंगा।


समाजवादी पार्टी की मासिक सभा संपन्न

कासगंज ! जिला समाजवादी पार्टी की मासिक बैठक पार्टी कैम्प कार्यालय स्‍थित उर्मिला पैलेश बिलराम गेट पर जिलाध्यक्ष समाजवादी पार्टी कासगंज कुंवर देवेन्द्र सिंह यादव पूर्व सांसद व जिलाध्यक्ष के निर्देश पर प्रो0 नीरज किशोर मिश्रा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई।बैठक का संचालन वरिष्ठ जिलासचिव लक्ष्मनसिंह यादव ने किया।


बैठक को सम्बोधित करते हुए पूर्व विधायक
जिलामहासचिव हसरत उल्ला शेरवानी ने कहा कि प्रदेश में वर्तमान भाजपा सरकार प्रत्येक मोर्चे पर विफ़ल हो रही आज पूरे प्रदेश में अराजकता का माहौल उत्पन्न है चारो तरफ़ लूट, हत्याये,बलात्कार जैसी संगीन बारदाते दिन दहाड़े हो रही है सरकार गूंगी-बहरी बनी हुई है।
उन्होंने कहा कि 9 अगस्त को जिला कलेक्ट्रेट पर होने वाला धरना-प्रदर्शन ऐतिहासिक होगा जो सरकार की नींव हिला देगा! प्रो नीरज किशोर मिश्रा ने बताया की आज छोटे लोहिया जनेश्वर मिश्र का 87वाँ जन्मदिवस पार्टी कैम्प कार्यालय उर्मिला पैलेश विलराम गेट कासगंज पर  सुबह *10* बजे मनाया जायेगा,  सभी समाजवादी कार्यकर्ताओ से अपील है की कार्यक्रम मे समय से उपस्थित रहे ।
मीटिंग मे बिधान परिषद (स्नातक) चुनाव के लिए वोट बनवाने के फार्म भी वितरित किए गए।आज की बैठक मे पूर्व विधायक नेत्रपाल सिंह राघव, रघुनाथसिह यादव, वरिष्ठ जिलासचिव लक्ष्मनसिंह यादव, मनोज यादव, डां वी के राजपूत, बृजनंदन गुप्ता, हरिओम शर्मा, मास्टर यादव, ओमशिव मिश्रा, संदीप कुमार एड., शाहरुख राज, सतेंद्र आर्य, रामनरेश यादव, कमल सिंह बघेल, डां के पी सिंह यादव, तनवीर बानो जुबैरी, कमलेश वर्मा, आशा पाल, मंजू यादव, विशाल कश्यप, सत्यपाल यादव, के के यादव, देवेश यादव, देवेन्द्र लोधी, विलाल खांन, हरेंद्र शर्मा, राजेश्वर सिंह, अख्तर पठान, सतेंद्र पंडा आदि सैकड़ो कार्यकर्ता उपस्थित रहे!


अबकी बार पचहत्‍तर प्लस:मनोहर लाल

विकास सुखीजा 
करनाल l मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपने विधानसभा क्षेत्र करनाल के नागरिकों के बीच में जाकर कहा कि अगले दो महीने में विधानसभा चुनाव हैं, मुझे 75 प्लस के लिए पूरे प्रदेश में कार्य करना है, परंतु करनाल विधानसभा की जिम्मेदारी आप सब लोगों की रहेगी। नागरिकों ने दोनों हाथ खड़े करके मुख्यमंत्री को आश्वासन दिलाया कि करनाल की जनता आपको सर्वसम्मति बनाने को तैयार है। नागरिकों की इस आवाज के लिए मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में ऐसा नहीं होता, मैं फिर भी इस भावना के लिए सभी का आभार प्रकट करता हूं।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने शनिवार को करीब एक दर्जन से भी अधिक कार्यकर्ताओं से मिलने के कार्यक्रम रखे। मुख्यमंत्री ने सबसे पहले सावन मास के तीज त्यौहार की सभी नगरवासियों को बधाई दी। इन कार्यक्रमों में कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह दिखाई दिया। प्रत्येक कार्यक्रम में सैंकड़ों कार्यकर्ता व आम नागरिकों ने मुख्यमंत्री का अभिनंदन किया। मुख्यमंत्री के कार्यकर्ताओं के बीच में पहुंचने पर कार्यकर्ता गदगद हुए।
इस मौके पर पूर्व पार्षद बलबीर चौहान, सुधीर यादव व अमित प्रधान, डा. धूप सिंह दहिया और डा. दलीप पाल ने कहा कि हमें तो सपने में भी जानकारी नहीं थी कि कभी हमारे घर में मुख्यमंत्री आएंगे और हमारी सुधबुध लेंगे। मुख्यमंत्री ने ऐसा करके उनके आत्म सम्मान को बढ़ाया है।


बायर ने किया महापंचायत का आयोजन

गौतमबुध नगर ! शाहबेरी के बायर्स के द्वारा महापंचायत का आयोजन किया गया! जिसमें हजारों की संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया और इस मौके पर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य तेजा गुर्जर एवं ग्रेटर नोएडा वेस्ट के तमाम गांव से आए हुए किसान नेताओं ने भी हिस्सा लिया ! सब ने प्राधिकरण एवं सरकार से यही मांग रखी कि अगर दो से 3 दिन के अंदर उनकी मांगों को नहीं मांगा गया तो वह आमरण अनशन पर जाएंगे! उनकी सबसे प्रमुख मांगे रही की शाहबेरी को बसने देने की सारी जिम्मेदारी प्राधिकरण की थी अगर प्राधिकरण समय रहते शाहबेरी को बसने से रोक देता तो आज लाखों की संख्या में लोग यहां नहीं फंसते ! सो प्राधिकरण अब अपनी गलतियों को छुपा रहा है !इसलिए प्राधिकरण के भ्रष्ट अधिकारियों पर भी कार्रवाई हो साथ ही शाहबेरी को नियमित किया जाए सड़क,सीवर,पानी, नाले की व्यवस्था की जाए और हम क्यों करें? किसी बिल्डर पर अगर केस करना है मुकदमा करना है तो यह काम प्राधिकरण करें !यह हमारा काम नहीं है हमने पूरी जीवन भर की कमाई लगाई है! रहने के लिए मुकदमों को लड़ने के लिए नहीं तो हमारी मांगों को मांगा जाए नहीं तो हमारा आंदोलन और उग्र होगा ! इस महापंचायत में हजारों की संख्या में महिलाएं बुजुर्ग बच्चे अन्य लोग शामिल हुए!


धरने पर बैठे किसान की मौत:दादरी

चरखी दादरी ! नेशनल हाइवे 152-D के लिए अधिग्रहण होने वाली जमीन की मुआवजा राशि में वृद्धि की मांग को लेकर गांव ढाणी फौगाट में पिछले एक महीने से किसान धरने पर हैं। इसी दौरान शनिवार को धरने पर बैठे एक किसान की मौत हो गई। किसान की मौत की सूचना मिलते ही काफी संख्या में किसान भी धरनास्थल पर पहुंच गए। स्थिति पर नियंत्रण बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस बल भी मौके पर पहुंच गया। किसान उनकी मांग न माने जाने तक शव का अंतिम संस्कार न किए जाने पर अड़े हैं।


गठबंधन में जेजेपी,इनेलो की सहमति

सिरसा ! वरिष्ठ कांग्रेस नेता चौधरी रणजीत सिंह चौटाला ने अपने पौत्र दुष्यंत चौटाला पर निशाना साधते हुए कहा कि दुष्यंत चौटाला अभी बच्चा है और बच्चे की बात पर ज्यादा ध्यान नहीं देना चाहिए। उन्होंने कहा कि महागठबंधन की बात को दुष्यंत चौटाला कैसे नकार सकते हैं, जबकि जेजेपी प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह और इनेलो के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा से उनकी निजी मुलाकात में गठबंधन को लेकर चर्चा हुई है और दोनों ही नेताओं ने गठबंधन के बारे में सहमति जताई है।वहीं रणजीत सिंह ने कहा कि अगर महागठबंधन नहीं हुआ तो चुनाव में सबकी हालत खराब रहेगी। रणजीत सिंह ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में अगर चुनाव लड़ा जाए तो हमारी सरकार जरूर बनेगी।साथ ही रणजीत सिंह ने अपनी ही पार्टी के प्रदेशाध्य्क्ष अशोक तंवर पर भी तंज कसते हुए कहा कि अशोक तंवर के नेतृत्व में कांग्रेस बार-बार हरियाणा में चुनाव हारी है, जिसकी जिम्मेदारी लेते हुए अशोक तंवर को नैतिकता के आधार पर अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।


दो आईपीएस का तबादला,एक निलंबित

मोहन मेहरोत्रा
लखनऊ ! उत्तर प्रदेश सरकार ने 2 आईपीएस अधिकारियों का स्थानांतरण सहित एक आईपीएस अधिकारी को निलंबित कर दिया है l
2009 बैच आईपीएस अधिकारी संतोष कुमार सिंह पुलिस अधीक्षक चंदौली को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बुलंदशहर l
2011 बैच के आईपीएस अधिकारी हेमंत कुटियाल सेनानायक. एच.डी.आर.एफ लखनऊ को पुलिस अधीक्षक चंदौली बनाया गया है lबुलंदशहर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एन कोलांची को निलंबित कर दिया गया है इस संबंध में प्रमुख सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि डीजीपी ओपी सिंह ने समीक्षा पर कोलांची पर गंभीर भ्रष्टाचार अनियमितता सामने आई थी जिसकी रिपोर्ट के आधार पर उन को निलंबित किया गया है।


उन्नाव केस:ट्रक को लेकर बड़ा खुलासा

उन्नाव केस में सामने आई सीसीटीवी फुटेज, ट्रक को लेकर हुआ बड़ा खुलासा


उन्‍नाव ! यूपी के उन्नाव रेप केस में पीड़िता के एक्सीडेंट के मामले में लगातार नए और चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं। अभी तक की जांच में सामने आया है कि ट्रक सड़क पर रॉन्ग साइड से आ रहा था और उसकी स्पीड काफी तेज थी।इस एक्सीडेंट में रेप पीड़िता के दो रिश्तेदारों की मौत हो चुकी है, जबकि वो खुद गंभीर रूप से घायल है। अब इस मामले की जांच कर रही टीम को एक सीसीटीवी फुटेज मिली है, जिसमें ट्रक की नंबर प्लेट को लेकर एक चौंकाने वाली जानकारी सामने आई है।खबर के मुताबिक, जांच टीम को एक्सीडेंट की जगह से 20 किमी दूर रायबरेली के लालगंज इलाके में पड़ने वाले टोल प्लाजा की सीसीटीवी फुटेज मिली है। इस सीसीटीवी फुटेज के मुताबिक, जिस समय एक्सीडेंट करने वाला ट्रक इस टोल प्लाजा से गुजरा, तो उसकी नंबर प्लेट पर कोई काला रंग नहीं लगा था और नंबर प्लेट एकदम साफ व स्पष्ट थी।


गौरतलब है कि ट्रक ने रायबरेली के गुरबख्शगंज इलाके में रेप पीड़िता की कार को टक्कर मारी थी। सीसीटीवी फुटेज से पता चला है कि एक्सीडेंट करने वाले ट्रक ने 28 जुलाई को सुबह करीब 5 बजकर 20 मिनट पर इस इलाके में प्रवेश किया था, जबकि रेप पीड़िता की कार को दोपहर 12 बजकर 40 मिनट पर टक्कर मारी गई थी।वहीं, इस मामले में अभी तक की रिपोर्ट में सामने आया है कि एक्सीडेंट के वक्त ट्रक की नंबर प्लेट पर काला रंग लगा हुआ था। यानी, एक्सीडेंट से ठीक पहले नंबर प्लेट पर कोई काला रंग नहीं लगा था। स्थानीय पुलिस की रिपोर्ट के मुताबिक, एक्सीडेंट के बाद ट्रक के मालिक ने पुलिस से कहा था कि उसने नंबर प्लेट को इसलिए काला किया हुआ था, क्योंकि वो लोन की किस्त नहीं भर पा रहा था और फाइनेंसर के स्टाफ से बचना चाहता था।पुलिस का शक अब इस बात पर गहरा रहा है कि ट्रक ड्राइवर ने टोल प्लाजा से गुजरने के बाद ट्रक की नंबर प्लेट को काले रंग से ढका। पुलिस ट्रक के ड्राइवर और क्लीनर को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं, इस मामले में मुख्य आरोपी कुलदीप सिंह सेंगर और 9 अन्य लोगों के खिलाफ भी केस दर्ज किया जा चुका है।


प्रशासन के खिलाफ सड़क पर उतरी जनता

गाजियाबाद,लोनी! नगर पालिका परिषद के द्वारा क्षेत्र के विकास और जन समस्याओं के प्रति उदारता के कारण जनता विषम परिस्थितियों से गुजर रही है! मूल आवश्यकता और विकास से वंचित जनता मुखर हो गई है! नगरपालिका के खिलाफ मोर्चा खोल दिया गया है! जिसके परिणाम स्वरूप आज सुबह 8:00 बजे से नगर पालिका स्थित वार्ड संख्या 23 कृष्णा विहार फेस दो के कॉलोनी वासियों द्वारा उक्त कॉलोनी की अनदेखी, मुख्य मार्ग पर निर्माण व अन्य  विकास कार्य न कराने के संदर्भ में नगर पालिका परिषद व जिला प्रशासन गाजियाबाद के विरुद्ध धरना प्रदर्शन कर अपनी समस्या से अवगत कराया! सभी पत्रकार बंधुओं से विनम्र निवेदन है! उक्त क्षेत्र की जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए समय अनुसार पहुंचकर जनता की बात अपने माध्यम से उच्च अधिकारियों तक पहुंचाने का कष्ट करें! नगर वासियों की समस्या अब असहनीय हो चुकी है! जिसके कारण जनता को सड़क पर उतरना पड़ रहा है !अब देखना यह है कि जिला प्रशासन समस्या के निस्तारण के क्या उपाय करता है!


बुद्धि बल से दूर होगी बाधा:मीन

राशिफल 


मेष----भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। किसी लंबी यात्रा का कार्यक्रम बन सकता है। नए उपक्रम प्रारंभ हो सकते हैं। भेंट व उपहार की प्राप्ति होगी। होगी। स्वास्थ्‍य अच्‍छा रहेगा। पारिवारिक सहयोग प्राप्त होगा। प्रसन्नता रहेगी। प्रमाद न करें।


वृष----उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। आत्मसम्मान बना रहेगा। किसी बड़े कार्य को करने की इच्छा जागृत होगी। व्यापार-व्यवसाय मनोनु्कूल लाभ देगा। बाहर जाने का कार्यक्रम बन सकता है। वाणी पर नियंत्रण रखें। भूले-बिसरे साथियों से मुलाकात होगी।


मिथुन----भावना में बहकर कोई निर्णय न लें। फालतू खर्च होगा। शत्रु सक्रिय रहेंगे। बनते काम बिगड़ सकते हैं। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। मित्रों का सहयोग प्राप्त होगा। चिंता तथा तनाव रहेंगे। निवेश में सोच-समझकर हाथ डालें। धैर्य रखें।


कर्क----कमजोर व्यक्तियों की सहायता करने की इच्छा जागृत होगी। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। रुके कार्यों में गति आएगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यापार-व्यवसाय से मनोनुकूल लाभ होगा। नौकरी में सम्मान मिलेगा।। स्वास्थ्य ठीक रहेगा।


सिंह----जल्दबाजी में किए गए कार्य कोई बड़ी हानि का कारण हो सकते हैं। दुष्टजनों से दूर रहें। वाणी पर नियंत्रण रखें। बनते कामों में बाधा आएगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। दूसरों से अपेक्षा न करें। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। नौकरी में तनाव रह सकता है।


कन्या----प्रेम-प्रसंग अनुकूल रहेंगे। राजकीय बाधा दूर होकर मनोनुकूल स्थिति बनेगी। व्यापार-व्यवसाय अच्‍छा चलेगा। नौकरी में चैन रहेगा। भाग्य का साथ रहेगा। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। आय में वृद्धि होगी। स्वास्थ्‍य का ध्यान रखें। प्रसन्नता रहेगी।


तुला----पार्टी व पिकनिक का कार्यक्रम बन सकता है। स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद प्राप्त होगा। रचनात्मक कार्यों में सफलता मिलेगी। किसी प्रबुद्ध व्यक्ति का मार्गदर्शन प्राप्त हो सकता है। निवेश से लाभ होगा। नौकरी में कोई नया कार्य कर पाएंगे।


वृश्चिक----डूबी हुई रकम प्राप्त हो सकती है। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। नए व्यापारिक अनुबंध हो सकते हैं। आय में वृद्धि होगी। नौकरी में रुतबा बढ़ेगा। घर-बाहर प्रसन्नता का माहौल रहेगा। समय अनुकूल है। शेयर मार्केट से लाभ होगा।


धनु----स्थायी संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। दूसरों के कार्य में हस्तक्षेप न करें। समय की अनुकूलता का लाभ लें। पारिवारिक चिंता में वृद्धि होगी।



मकर----कानूनी अड़चन दूर होगी। किसी प्रभावशाली व्यक्ति का सहयोग प्राप्त होगा। तंत्र-मंत्र में रुचि जागृत होगी। आय में वृद्धि होगी। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। हित-शत्रुओं से सावधान रहें। धन प्राप्ति सुगम होगी। तीर्थदर्शन संभव है।


कुंभ----जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड इत्यादि से लाभ होगा। मेहनत का फल पूरा-पूरा प्राप्त होगा। सामाजिक कार्य करने की प्रेरणा प्राप्त होगी। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। व्यापार से मनोनुकूल लाभ होगा।


मीन ----किसी बुरी खबर के मिलने से खिन्नता रहेगी। काम में मन नहीं लगेगा। अपने बुद्धिबल से बाधा दूर कर पाएंगे। विवाद न करें। नौकरी में कार्यभार रहेगा। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। व्यापार ठीक चलेगा।


मित्रता:अलग-थलग सबसे न्यारा रिश्ता

सिद्ध महायोगी गुरु गोरखनाथ मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष और भारत रक्षा मंच लोनी विधानसभा के अध्यक्ष  महंत चंद्रपाल भगत से फोन पर वार्ता की और वार्ता में मित्रता पर उन्होंने मुझे बहुत अच्छा संदेश देकर समझाया कि मित्रता एकजुटता का प्रतीक है और जीवन में मित्र होना बहुत जरूरी है! जिसके माध्यम से हम अपनी दिनचर्या पूरी करते हैं और आर्थिक सामाजिक और पारिवारिक कार्य पूरे कर पाते हैं!भारतीय परम्परा में हमेशा से ही मित्रता का महत्व रहा है! हमारे जीवन में माता-पिता और गुरू के बाद मित्र को स्थान दिया गया है, लेकिन जब भी मित्रता की बात होती है तो लोग द्वापर युग वाली कृष्ण-सुदामा की मित्रता की मिसाल देना नहीं भूलते !भगवान कृष्ण के सहपाठी रहे सुदामा एक बहुत ही गरीब ब्राह्मण परिवार से थे!उनके सामने हालात ऐसे थे बच्चों को पेट भरना भी मुश्किल हो गया था, गरीबी से तंग आकर एक दिन सुदामा की पत्‍नी ने उनसे कहा कि वे खुद भूखे रह सकती है लेकिन बच्चों को भूखा नहीं देख सकती ऐसे कहते-कहते उनकी आंखों में आंसू आ गए!


ऐसा देखकर सुदामा बहुत दुःखी हुए और पत्नी से इसका उपाय पूछा,इस पर सुदामा की पत्नी ने कहा- आप बताते रहते हैं कि द्वारका के राजा कृष्ण आपके मित्र हैं, तो एक बार क्यों नहीं उनके पास चले जाते? वह आपके मित्र हैं तो आपकी हालत देखकर बिना मांगे ही कुछ न कुछ दे देंगे इस पर सुदामा बड़ी मुश्किल से अपने सखा कृष्ण से मिलने के लिए तैयार हुए उन्होंने अपनी पत्‍नी सुशीला से कहा कि मित्र के यहाँ खाली हाथ मिलने नहीं जाते इसलिए कुछ उपहार उन्हें लेकर जाना चाहिए.उनके घर में अन्न का एक दाना तक नहीं था, कहते हैं कि सुदामा के बहुत जिद करने पर उनकी पत्‍नी सुशीला ने पड़ोस चार मुट्ठी चावल मांगकर लाईं और वही कृष्ण के लिए उपहार के रूप में एक पोटली में बांधकर दिया !सुदामा जब द्वारका पहुंचे तो वहां का वैभव देखकर हैरान रह गए, पूरी नगरी सोने की थी! लोग बहुत ही सुखी और संपन्न थे सुदामा किसी तरह से लोगों से पूछते हुए कृष्ण के महल तक पहुंचे और द्वार पर खड़े पहरेदारों से कहा कि वह कृष्ण से मिलना चाहते हैं, उनकी हालत देखकर द्वारपालों ने पूछा कि क्या काम है? सुदामा- कृष्ण मेरे मित्र हैं !द्वारपालों ने महल में जाकर भगवान कृष्ण को बताया कोई गरीब ब्राह्मण उनसे मिलने आया है! वह अपना नाम सुदामा बता रहा है, सुदामा नाम सुनते ही भगवान कृष्ण नंगे पांव सुदामा को लेने के लिए दौड़ पड़े वहाँ मौजूद लोग हैरान रह गए कि एक राजा और एक गरीब साधू में कैसी दोस्ती हो सकती है !भगवान कृष्ण सुदामा को अपने महल में ले गए और पाठशाला के दिनों की यादें ताजा कीं कृष्ण ने सुदामा से पूछा कि भाभी ने उनके लिए क्या भेजा है? इस पर सुदामा संकोच में पड़ गए और चावल की पोटली छुपाने लगे, ऐसा देखकर कृष्ण ने उनसे चावल की पोटली छीन ली और भगवान कृष्ण सूखे चावल ही निकालकर खाने लगे, सुदामा की गरीबी देखकर उनके आखों में आंसू आ गए !सुदामा कुछ दिन द्वारिकापुरी में रहे लेकिन संकोचवश कुछ मांग नहीं सकें ! विदा करते वक्त कृष्ण उन्हें कुछ दूर तक छोड़ने आएं और उनसे गले लगे ! सुदामा जब अपने घर लौटने लगे तो सोचने लगे कि पत्नी पूछेगी कि क्या लाए हो तो वह क्या जवाब देंगे?सुदामा घर पहुंचे तो वहां उन्हें अपनी झोपड़ी नजर ही नहीं आई! वह अपनी झोपड़ी ढूंढ़ रहे थे तभी एक सुंदर सा आलीशान घर से उनकी पत्नी बाहर आईं, वे महंगे कपड़े पहने थी सुशीला ने सुदामा से कहा- देखा कृष्ण का प्रताप, हमारी गरीबी दूरकर आपके मित्र ने हमारे सारे दुःख हर लिए सुदामा को कृष्ण का प्रेम याद आया, उनकी आंखों में खूशी के आंसू आ गए !मित्रों! कृष्ण और सुदामा का प्रेम यानि सच्ची मित्रता यही थी कहा जाता है कि कृष्ण ने सुदामा को अपने से भी ज्यादा धनवान बना दिया था, दोस्ती के इसी सुन्दर भावों को लोग आज भी उदाहरण देते हैं !कृष्ण-सुदामा की दोस्ती लोगों को इतनी प्रभावित करती है कि बहुत से लोग तो कॉलरट्यून में भी- अरे द्वारपालो कन्हैया से कह दो. की धुन लगा रखते हैं !


संदीप गुप्ता


प्राकृतिक संतुलन का आधार 'घास'

घास शब्द का अर्थ बहुत व्यापक है। साधारणतया घासों में वे सब वनस्पतियाँ सम्मिलित की जाती हैं जो गाय, भैंस, भेड़, बकरी आदि पालतू पशुओं के चारे के रूप में काम आती हैं, परन्तु आधुनिक युग में वानस्पतिक वर्गीकरण के अनुसार केवल घास कुल (ग्रेमिनी कुल) के पौधे ही इसके अंतर्गत माने जाते हैं। लगभग दो लाख फूलने और फलने वाले पौधों में से पाँच हजार इस कुल के अंतर्गत आते हैं। चरागाह एवं खेल के मैदान ऐसे स्थानों में होने वाले पौधे, जैसे हाथी घास नेपियर ग्रास, सूडान घास, दूब आदि को तो घास कहते ही हैं हमारे भोजन के अधिकांश अनाज, जैसे गेहूँ, धान, मक्का, ज्वार, बाजरा आदि भी घास कुल में ही परिगणित हैं। इनके अतिरिक्त ईख, बाँस आदि भी इसी कुल में सम्मिलित हैं।


घासों के आकार एवं ऊँचाई में भिन्नता होती है। कुछ पौधे केवल कुछ इंच लंबे हाते हैं, जैसे खेल के मैदान एवं लान की घासें; कुछ मध्यम वर्ग के होते हैं, जैसे गेहूँ, मक्का आदि तथा कुछ बहुत ही ऊँचे होते हैं, जैसे ईख, बाँस आदि। कुछ पकर के पौधों में फूल अलग अलग तथा कुछ में गुच्छों में होते हैं। अनाजवाले पौधे अधिकतर वार्षिक होते है, किंतु बाँस, काँस आदि ३०-४० वर्ष, या इससे भी अधिक, जीवित रहते हैं। कुछ घासें पानी में उगती हैं या प्राय: नदी, तालाब और समुद्र के किनारे पाई जाती हैं। इसके विपरीत कुछ प्रकार की घासें केवल कम वर्षावाले स्थानों तथा मरुस्थलों में ही जीवित रहती हैं।


घासों की जड़ें प्राय: रेशेदार होती हैं। तने ठोस तथा संधियुक्त होते हैं। संधियों के बीच के भागों को पोर या पोरी कहते हैं। पत्तियाँ नुकीली और तने के जोड़ों पर एक के बाद दूसरी ओर मुड़ी रहती हैं। पत्तियाँ सदैव समांतरमुखी होती हैं। और दो स्पष्ट भागों, मुतान,एवं फलक, में विभाजित होती हैं। पत्तियाँ तने के जोड़ से निकलती हैं और मुतान पोरी को घेरे रहती हैं। मुतान में फलक के मूल के कुछ ऊपर से विशेष प्रकार के अस्तर निकलते हैं। इन्हें छोटी जीभ कहते हैं। कुछ घासों की पत्तियों के नीचे फलक के मूल पर एक विशेष प्रकार के वृद्धि उपांग होते हैं, जिन्हें कर्णाभ कहते हैं। इस प्रकार घास की पत्तियों की बनावट विशेष प्रकार की होती है तथा पत्तियों द्वारा ही इस कुल के पौधों को पहचाना जाता है। कुछ घासों में नीचे की ओर की कुछ पोरियाँ कुछ अधिक लंबी और उपवर्तुल होकर पौधे के लिये भोजन तत्व इकट्ठा करने का स्थान बना लेती हैं। इस पकार के पौधे कंदीय कहलाते हैं।


राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा

राजनीति: पीएम मोदी ने अखिलेश पर निशाना साधा संदीप मिश्र  भदोही। भदोही के ऊंज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों को संबोधित किया। इस दौरा...