बुधवार, 12 जून 2019

ब्रेन हेमरेज क्या है?

ब्रेन हेमरेज क्या है


डा महेश सिन्हा की एक बहुत उपयोगी पोस्ट 
मस्तिष्क आघात के मरीज़ को कैसे पहचानें?


मस्तिष्क आघात --जी वही, जिसे कईं बार ब्रेन-स्ट्रोक भी कह दिया जाता है अथवा आम भाषा में दिमाग की नस फटना या ब्रेन-हैमरेज भी कह देते हैं।
इस के बारे में पोस्ट डाक्टर साहब लिखते हैं!


एक पार्टी चल रही थी, एक मित्र को थोड़ी ठोकर सी लगी और वह गिरते गिरते संभल गई और अपने आस पास के लोगों को उस ने यह कह कर आश्वस्त किया कि सब कुछ ठीक है, बस नये बूट की वजह से एक ईंट से थोड़ी ठोकर लग गई थी। (आस पास के लोगों ने ऐम्बुलैंस बुलाने की पेशकश भी की).
साथ में खड़े मित्रों ने उन्हें साफ़ होने में उन की मदद की और एक नई प्लेट भी आ गई। ऐसा लग रहा था कि इन्ग्रिड थोड़ा अपने आप में नहीं है लेकिन वह पूरी शाम पार्टी तो एकदम एन्जॉय करती रहीं। बाद में इन्ग्रिड के पति का लोगों को फोन आया कि कि उसे हस्पताल में ले जाया गया लेकिन वहां पर उस ने उसी शाम को दम तोड़ दिया।


दरअसल उस पार्टी के दौरान इन्ग्रिड को ब्रेन-हैमरेज हुआ था अगर वहां पर मौजूद लोगों में से कोई इस अवस्था की पहचान कर पाता तो आज इन्ग्रिड हमारे बीच होती।


ठीक है ब्रेन-हैमरेज से कुछ लोग मरते नहीं है --लेकिन वे सारी उम्र के लिये अपाहिज और बेबसी वाला जीवन जीने पर मजबूर तो हो ही जाते हैं।


जो नीचे लिखा है इसे पढ़ने में केवल आप का एक मिनट लगेगा 


स्ट्रोक की पहचान -


एक न्यूरोलॉजिस्ट कहते हैं कि अगर स्ट्रोक का कोई मरीज़ उन के पास तीन घंटे के अंदर पहुंच जाए तो वह उस स्ट्रोक के प्रभाव को समाप्त (reverse)भी कर सकते हैं---पूरी तरह से। उन का मानना है कि सारी ट्रिक बस यही है कि कैसे भी स्ट्रोक के मरीज़ की तुरंत पहचान हो, उस का निदान हो और उस को तीन घंटे के अंदर डाक्टरी चिकित्सा मुहैया हो, और अकसर यह सब ही अज्ञानता वश हो नहीं पाता।


स्ट्रोक के मरीज़ की पहचान के लिये तीन बातें ध्यान में रखिये --और इस से पहले हमेशा याद रखिये ----STR.


डाक्टरों का मानना है कि एक राहगीर भी तीन प्रश्नों के उत्तर के आधार पर एक स्ट्रोक के मरीज की पहचान करने एवं उस का बहुमूल्य जीवन बचाने में योगदान कर सकता है, इसे अच्छे से पढ़िये और मन में बैठा लीजिए !


S ---Smile आप उस व्यक्ति को मुस्कुराने के लिये कहिए।


T-- talk उस व्यक्ति को कोई भी सीधा सा एक वाक्य बोलने के लिये कहें जैसे कि आज मौसम बहुत अच्छा है।


R --- Raise उस व्यक्ति को दोनों बाजू ऊपर उठाने के लिये कहें।


अगर इस व्यक्ति को ऊपर लिखे तीन कामों में से एक भी काम करने में दिक्कत है , तो तुरंत ऐम्बुलैंस बुला कर उसे अस्पताल शिफ्ट करें और जो आदमी साथ जा रहा है उसे इन लक्षणों के बारे में बता दें ताकि वह आगे जा कर डाक्टर से इस का खुलासा कर सके।


नोट करें ---- स्ट्रोक का एक लक्षण यह भी है!


1. उस आदमी को जिह्वा (जुबान) बाहर निकालने को कहें।
2. अगर जुबान सीधी बाहर नहीं आ रही और वह एक तरफ़ को मुड़ सी रही है तो भी यह एक स्ट्रोक का लक्षण है।


एक सुप्रसिद्ध कार्डियोलॉजिस्ट का कहना है कि अगर इस ई-मेल को पढ़ने वाला इसे आगे दस लोगों को भेजे तो शर्तिया तौर पर आप एक बेशकीमती जान तो बचा ही सकते हैं, 
और यह जान आप की अपनी भी हो सकती है।
समय गूंगा नहीं
बस मौन है


शामली जीआरपी पुलिस की खुलेआम गुंडई

शामली में जीआरपी पुलिस की खुलेआम गुंडई,


खबर चलाने पर पत्रकार की बेरहमी से पिटाई,


 शामली ! जीआरपी एसओ अपने गुंडों से खुलेआम करा रहे न्यूज़ 24 के पत्रकार अमित शर्मा की पिटाई ! पिटाई का लाइव वीडियो कैमरे में कैद!पीड़ित पत्रकार ने ट्रेनों में चल रहे अवैध वेंडरों की चलाई थी खबर ! खबर चलने के बाद जीआरपी पुलिस को झेलना पड़ा था अधिकारियों का गुस्सा ! गुस्साए एसओ ने पत्रकार को किया हवालात में बंद, डंडे के बल पर पत्रकार का मोबाईल भी छीनाशामली रेलवे स्टेशन पर मालगाड़ी के डिब्बे स्लिप हो जाने की खबर कवरेज करने गया था पीड़ित पत्रकार अमित शर्मा!


 


बाप ने नाबालिग बेटी को बनाया हवस का शिकार

हैवान बाप की हैवानियत जो कि अपनी ही 14वर्षीय बेटी को बनाता आरहा था अपनी हवस का शिकार


बेहद शर्मनाक खबर सहारनपुर थाना रामपुर मनिहारान


थाना रामपुर मनिहारान पुलिस बनी हुई है मोन मां व बेटी ने श्री विद्यासागर जी ग्रामीण एस पी जिला सहारनपुर को सुनाई आपबीती
सहारनपुर ! थाना रामपुर मनिहारान के गांव छिदवना निवासी हैवान बाप मोहतरम पुत्र मुस्तकीम अपनी ही 14 वर्षीय पुत्री नाजरीन के साथ पिछले 6 माह से डरा धमका कर करता आ रहा था बलात्कार !
14 वर्षीय नाजरीन मासूम बच्ची पर जुल्म हुआ, वो कितना रोई होगी? सुनकर कलेजा फट जाता है, जरा सोचो उसकी माँ कैसे सोई होगी? " जी हां, हम बेहद शर्मिंदगी के साथ बात कर रहे हैं! 14 वर्षीय नाजरीन की जिसके बारे में सुनकर पढ़कर सबका कलेजा मुंह को आ गया है। लेकिन ये पहला काण्ड नहीं हैअब एक बार और दोराई कलयुगी बाप ने रिश्तो को शर्मसार करने वाली घटना !


उम्र कैदी ने जिला अस्पताल में तोड़ा दम

आजीवन की सजा काट रहे कैदी राजाराम ने डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल में तोड़ा दम, बीपी हाई होने पर हुआ था भर्ती


परिजनों की मौजूदगी में आज होगा पीएम


सतना ! अपहरण के मामले में यहां सेण्ट्रल जेल में आजीवन की सजा काट रहे कैदी राजाराम वल्द शिवलोचन कुशवाहा (65 वर्ष) निवासी ग्राम भंवर थाना बरौंधा जिला सतना की देर रात जिला चिकित्सालय में उपचार के दौरान मृत्यु हो गई। जेल सूत्रों के मुताबिक कैदी राजाराम को जेल में अचानक बीपी हाई होने से बेचैनी व घबराहट के कारण मंगलवार की रात 8 बजे के करीब जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया गया। यहां देर रात लगभग 2:30 बजे उपचार के दौरान उसकी मृत्यु हो गई। जेल प्रबंधन द्वारा कैदी के मौत की खबर उनके परिजनों तक भिजवा दी गई है। मृतक कैदी राजाराम के शव का पीएम आज उनके परिजनों की मौजूदगी में किया जाएगा। गौरतलब हो कि अपहरण के मामले में मृतक कैदी राजाराम को वर्ष 2006 में आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी, तबसे वह यहां सेण्ट्रल जेल में ही रहा। यहां ये बता दें कि पिछले दिनों जेल के उधोग कार्यालय में पंखे पर फंदा डाल फांसी लगाने वाले भंवर क्षेत्र के मृतक कैदी अनिल कुशवाहा और मृतक राजाराम के बीच चाचा भतीजे का रिश्ता था।


परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप

युवक की संदिग्ध मौत,परिजनों ने पुलिस पर लगाया हत्या का आरोप


 



अहमदाबाद। अहमदाबाद के गोमतीपुर इलाके में पिछले दिनों पुलिस ने दबिश दी थी! इस दबिश के दौरान एक 28 साला नोजवान मोहसिन खान पठान गम्भीर घयाल हो गया था।घयाल अवस्था में मोहसिन को वी सी हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था। ज़िन्दगी और मौत के बीच जंग लड़ते हुए आज मोहसिन ने दम तोड़ दिया।मौत से गुस्साए परिवार वालो ने लाश लेने से मना कर दिया। परिवार वालो का आरोप था कि पुलिस कार्यवाही की वजह से मोहसिन की जान गई है। सुचना मिलने पर अहमदाबाद में मौजूद मानवाधिकार संगठन (NCHRO)के एड्वोकेट अन्सार इन्दौरी अस्पताल की मोर्चरी पर पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी ली।संगठन जल्द ही इस मामले में मानवाधिकार आयोग को शिकायत भेज कर कार्यवाही करने की मांग करेगा। परिवार जनों की मांग थी की जो पुलिस कर्मी दोषी हैं उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया जाये। मृतक के परिवार वालो को उचित मुआवजा दिया जाये।परिवार के एक सदस्य को सरकारी नोकरी दी जाए। मोर्चरी के बाहर अहमदाबाद के कई सामाजिक,राजनीतिक और नागरिक अधिकार कार्यकर्ता मौजूद थे।


अनियंत्रित जनसंख्या

अनियंत्रित जनसंख्या
जनसंख्या का घनत्व मानव जाति की उपज है और अब मानव जाति को प्रभावित करने का कार्य कर रहा है! विश्व में कई देश जनसंख्या नियंत्रित करने के उपाय कर रहे हैं ! कई देश जनसंख्या पर नियंत्रण रखते हैं! ज्यादातर विकसित राष्ट्रों में जनसंख्या पर नियंत्रण कर भी लिया गया है! परंतु भारत गणराज्य में जनसंख्या पूरी तरह अनियंत्रित है! सरकार के द्वारा किए गए पिछले सभी प्रयास नाकाफी सिद्ध हुए ! जागरूकताऔर व्यापक स्तर पर प्रचार भी किया गया! परंतु सामाजिक ढांचे में इसे स्थापित नहीं किया जा सका है ! भाजपा की सरकार को जनसंख्या नियंत्रण के संबंध में सफल प्रयास करना चाहिए! देश की समृद्धि और मानवीय विकास के क्षेत्र में यह कार्य समय की अपेक्षा भी है !जनसंख्या राष्ट्र के मूल विकास में बाधा उत्पन्न कर रही है! इसके विपरीत अनावश्यक वृद्धि का कोई भी समुचित प्रयोजन नहीं है ! अशिक्षा- कुपोषण से प्रभाव ग्रस्त आबादी को बढ़ाने से क्या लाभ है? देश की आबादी दुनिया की कुल आबादी में लगभग 6% की भागीदारी है ! यह दिन- प-दिन बढ़ती जा रही है ! जिसके चलते बेरोजगारी का ग्राफ भी रोज बढ़ता जा रहा है ! जनसंख्या घनत्व किसी भी परिस्थिति में उचित नहीं है! परिवार नियोजन जैसी योजनाओं को निम्न स्तर पर लागू करना अति आवश्यक है ! जब तक सरकार इस समस्या का स्थाई समाधान नहीं कर पाती है, तब तक जनसंख्या नियंत्रण के संबंध में व्यापक प्रचार- प्रसारआवश्यक है! जनता में जागरूकता लाने के प्रयासों पर बल देने की सख्त जरूरत है !जनसंख्या नियंत्रित करना राष्ट्र के विकास में मील का पत्थर साबित होगा!


 राधेश्याम  'निर्भयपुत्र'


राजनीति से संयास क्यों नहीं लेते छूट भैया

राजनीति से संयास क्यों नहीं लेते छूट भैया
गाजियाबाद ! मोदी और योगी के बहाव में विपक्ष की राजनीति की तेज धार दिशाहीन हो चुकी है !जनता का पूर्ण रूप से समर्थन का मंजर देख कर विपक्ष असंतुलित हो गया है! सपा बसपा और कांग्रेस पार्टी से जनता ने मुंह मोड़ लिया है! क्योंकि दलगत विचारधारा को छोड़कर निजी विचार को प्राथमिकता देने वाले, अवसरवादी नेताओं को यह भी समझ नहीं रह गई है कि वे राजनीति में क्यों है? सत्ता और टिकटों की राजनीति करने वालों की वास्तविक वास्तविकता यही है कि वह वास्तविक राजनीति से काफी दूर रहते हैं! पक्ष और विपक्ष दोनों ही राजनीतिक अखाड़े में एक-दूसरे के सामने खड़े रहते हैं ! एक तरफ आत्मविश्वास है दूसरी तरफ खिज! छूट भैया नेताओं को दल और विचारधारा से कोई संबंध नहीं होता है ! केवल अपने स्वार्थ के लिए भीड़ का हिस्सा बनते हैं! जो जनता की समस्या को लेकर सड़क चौराहों पर खड़े हैं! जनता के हित की नीति पर कार्य कर रहे हैं ! वह जनता के प्रिय होने के साथ-साथ राजनीति को समझने का भी प्रयास कर रहे हैं! सुस्त और सुक्त राजनीति में जनता केवल गालियां ही फटकारथी है !धर्म और जाति की राजनीति का समय काफी पीछे चला गया है !जनता शिक्षित बन रही है, हित और अहित की समझ रखती है !अपनी समस्याओं के लिए जूझ रही है ! जिस नेतृत्व की जनता को आवश्यकता रहती है! उस नेतृत्व के अभाव में जनता की समस्या विकराल भी होती रहती है! जो नेता विपक्षी बनने के लायक नहीं है ! उसे जनता कभी पसंद नहीं करती है! विपक्ष में चीखने-चिल्लाने वाले की आवाज ही जन जागरण बन जाती है! यदि छूटभैया विपक्ष भी बनने की स्थिति में नहीं है, तो सन्यास एक-मात्र उपाय शेष है!


'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की

'पीएम' मोदी ने अभिनेत्री रश्मिका की तारीफ की अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। नेशनल क्रश रश्मिका मंदाना सिर्फ साउथ सिनेमा का ही नहीं, अब ...