शनिवार, 4 मई 2019

कठोर प्रयास से लाया जाता है सुशासन

कठोर प्रयास से लाया जाता है सुशासन


सभी विरोधी दलों को पता है कि अगर कहीं इस बार भाजपा की सरकार बन गई तो भ्रष्टाचारियों और आतंकवाद को पालने वाले लोगों का नामो निशान मिट जाएगा देश में भ्रष्टाचार बढ़ाने वाले लोगों की जगह जेल की सलाखें होंगी! इस कारण भ्रष्टाचारी सहमे हुए हैं और वह किसी भी कीमत पर भाजपा की सरकार नहीं बनने देना चाहते हैं ! वह चाहते हैं देश को मजबूत सरकार न मिले ! क्योंकि जब देश को मजबूत सरकार मिलेगी और मोदी जैसा प्रधानमंत्री मिलेगा तो देश से भ्रष्टाचार अपने आप ही मिट जाएगा! इस कारण ऐसे लोगों ने गठबंधन बनाया है! यहां तक गठबंधन बनाने वाले लोग अपनी जानी दुश्मनी को भूल कर गले मिल गए! करीब दो दशक बाद भाजपा के भय से माया और मुलायम एक मंच पर दिखाई दिए ! मायावती भाजपा से इतना भयभीत दिख रही है कि वह गेस्ट हाउस कांड भुलाकर सपा मे गठबंधन कर लिया ! यह बात राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल भारतीय क्षत्रिय सेना एवं वरिष्ठ भाजपा नेता ठाकुर गौरव राणा ने कहा कि यह हाल बसपा और सपा का नहीं बल्कि जितने भी दल हैं ! सभी भाजपा से भयभीत हैं और गठबंधन बनाकर चुनाव मैदान में उतरे हैं! क्योंकि इन दलों के नेताओं को पता ! उनकी मतदाता के बीच में कोई खास छवि नहीं है!  मतदाता यह नहीं चाह रहे हैं कि ऐसे लोग चुनकर दिल्ली जाये! उनको पता है कि मतदाता दल और दल की नीतियों तथा नीतियों को पसंद नहीं कर रहा है! इस कारण उन्होंने कई दलों को मिलाकर गठबंधन तैयार किया है !उसी गठबंधन का सहारा लेकर, वह भाजपा को हराने के सपने देख रहे हैं! लेकिन जनता को सब पता है! जहां जहां से रुझान आ रहे हैं वहां से यही पता चल रहा है कि भाजपा की लहर है! भाजपा हर गठबंधन पर भारी पड़ रही है! सपा और बसपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा है कि जो बुआ और बबुआ मिलकर प्रधान मंत्री बनने के सपने देख रहे हैं !क्या कभी ऐसा संभव है कि मायावती प्रधानमंत्री बन जाएगी ?क्योंकि मायावती और अखिलेश यादव की हकीकत तो सभी जानते हैं !सभी एक ही थाली के चट्टे बट्टे हैं! केवल भाजपा पर आरोप और गलत बयान बाजी करके जनता को गुमराह करना ही उनका मकसद है राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिल भारतीय क्षत्रिय सेना ठाकुर गौरव राणा एवं वरिष्ठ भाजपा नेता ने कहा कि अगर मायावती विकास चाहती है !तो यूपी में उनकी कई बार सरकार बनी यूपी का कितना विकास हुआ ?जब यूपी की जनता ने भाजपा के हाथों में उत्तर प्रदेश का नेतृत्व सौंपा तो भाजपा ने योगी जैसे विकास पुरुष को यूपी का मुख्यमंत्री बनाया !योगी ने बड़ी मेहनत करके यूपी की सारी अव्यवस्थाओं को दूर किया ! आज भी लगे हुए हैं !जब योगी को यूपी का मुख्यमंत्री बनाया गया था तब प्रदेश में गुंडाराज कायम था! कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं थी !योगी आदित्यनाथ  ने भागीरथ प्रयास किया ,मेहनत की ,तब जाकर यूपी में कानून का राज स्थापित हो सका है !


ठाकुर गौरव राणाuniversalexpress.page


इंद्रावती को बचाने में हुए एकजुट


इंद्रावती को बचानेेेे मे हुए एकजुट


बस्तर ! इंद्रावती समस्या को लेकर शनिवार को चेंम्बर भवन में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई!आयोजित बैठक में जगदलपुर के सभी समाज के लोगों ने हिस्सा लिया! एक स्वर में इंद्रावती को बचाने की बात कही! बड़ी संख्या में उपस्थित लोगों ने जल संकट को लेकर पड़ोसी राज्य उड़ीसा को जिम्मेदार ठहराया! लोगों का कहना था कि जब तक इसका स्थाई समाधान ना हो तब तक बस्तरवासी चुप नहीं बैठेंगे! इसके लिए उन्हें बड़ा आंदोलन छेड़ना पडा तो वे तैयार हैं!universalexpress.page


अस्पताल के बजाय घर में देख रहे चिकित्सक

अस्पताल के बजाय घर में देख रहे चिकित्सक
अजमेर के पीसांगन कस्बे के सरकारी डॉक्टर भी अस्पताल के बजाए मरीज को घर पर देखने में रुचि रखते हैं। कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष आबड़ का वीडियो वायरल।

अजमेर ! जिले के पीसांगन कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में 3 मई को उस समय हंगामा हो गया, जब कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने एक महिला मरीज को अस्पताल में नहीं देखने का आरोप डॉक्टरों पर लगाया। हालांकि डॉक्टरों ने ऐसे आरोपों से इंकार किया। केन्द्र के कार्यवाहक चिकित्सा प्रभारी डॉ. योगेश शर्मा का कहना रहा कि अस्पताल में आए मरीजों का इलाज होता ही है। वहीं कार्यकर्ताओं के साथ आए कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष सुरेश आबड़ ने कहा कि अस्पताल के चिकित्सक अपने घरों पर मरीज देखने में रुचि रखते हैं। यह बात पीसांगन के लोग जानते हैं। चिकित्सक सरकारी समय के बाद भले ही मरीजों को घर पर देखे, लेकिन जो मरीज अस्पताल में आया है उसका इलाज प्राथमिकता के साथ किया जाना चाहिए। कांग्रेस के कार्यकर्ता भी मरीजों को सेवा की भावना से अस्पताल में लाते हैं तो ऐसे मरीजों का भी प्राथमिकता के साथ इलाज होना चाहिए। आबड़ ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को लेकर जो बात कही, उसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो के बाद कुछ लोग आम आदमी के इलाज का भी सवाल उठा रहे हैं। इस संबंध में आबड़ का कहना है कि राजनीति के कार्यकर्ता भी समाज के प्रतिनिधि होते हैं। चूंकि राज्य में कांग्रेस का शासन है, इसलिए आम लोग कांग्रेस के कार्यकर्ता से ज्यादा अपेक्षा रखते हैं। मैंने इसी नाते अपनी बात सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के चिकित्सकों के सामने कही थी। केन्द्र पर स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ाए जाने की जरुरत है। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि रिक्त पदों पर चिकित्साकर्मियों की जल्द नियुक्ति हो। वहीं मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ केके सोनी ने माना कि केन्द्र के प्रभारी रविन्द्र कौशिक बीमारी की वजह से अवकाश पर चल रहे हैं। डॉ. कौशिक ने स्वैच्छिक सेवा निवृत्ति के लिए भी आवेदन कर दिया है। केन्द्र के अन्य चिकित्सक ललित डीडवानिया के खिलाफ जो शिकायत प्राप्त हुई थी, उसमें शिकायतकर्ता की तलाश की जा रही है। फिलहाल चार चिकित्सक पीसांगन में कार्यरत हैं।
एस.पी.मित्तलuniversalexpress.page


येचुरी ने फिर ग्रंथों पर की टिप्पणी

येचुरी ने फिर ग्रंथों पर की टिप्पणी
माकपा ने नेता येचुरी सिर्फ हिन्दू धर्म ग्रंथों पर ही कर सकते हैं अमर्यादित टिप्पणी।
लेकिन फिर भी ऐसे लोगों को भारत में नजर आती है असहिष्णु
माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के शीर्ष नेता सीताराम येचुरी ने हिन्दुओं के धार्मिक ग्रंथ रामायण और महाभारत का उल्लेख कर हिन्दुओं के हिंसक होने की बात कही है। येचुरी उस विचारधारा के है जिसमें धर्म का कोई स्थान नहीं है, लेकिन फिर भी उन्हें हिन्दुओं के धर्मग्रंथों को लेकर अमर्यादित टिप्पणी की है। सवाल उठता है कि क्या येचुरी किसी अन्य धर्मग्रंथ या धर्मगुरुओं के विचारों पर ऐसी टिप्पणी कर सकते हैं? येचुरी भी इस हकीकत को जानते हैं कि वे हिन्दू धर्म को छोड़ कर अन्य किसी धर्म पर ऐसी टिप्पणी नहीं कर सकते हैं। यदि वे कभी कर भी दें तो उन्हें माफी मांगने की मोहलत भी नहीं मिलेगी। ये भारत के हिन्दू ही है जो अपने धर्मग्रंथों पर अमर्यादित टिप्पणी के बाद भी अपनी अहिंसक प्रवृत्ति की वजह से चुप रहते हैं। मीडिया में भी बार बार येचुरी की टिप्पणी दिखाई जा रही है। यदि ऐसी टिप्पाणी किसी अन्य धर्म को लेकर होती तो मीडिया वाले भी बार बार दिखाने की हिम्मत नहीं करते। येचुरी को यह समझना चहिए कि हिन्दू संस्कृति और उसके धर्म ग्रंथ ही ऐसे हैं जो सभी धर्मों का सम्मान करते हैं। भारत में इससे ज्यादा सहिष्णुता और क्या चाहिए कि येचुरी मध्यप्रदेश के भोपाल में कांग्रेस के उम्मीदवार दिग्विजय सिंह के लिए वोट मांग रहे हैं। येचुरी की सुरक्षा में अनेकों पुलिसकर्मी लगे हुए हैं। दिग्विजय सिंह को भी लगता है कि हिन्दुओं के धर्मग्रंथों पर टिप्पणी करवा कर वे भोपाल के सासंद बन जाएंगे। ये वो ही दिग्विजय सिंह है जिन्होंने डॉ मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के समय हिन्दू आतंकवाद होने की बात कही थी। चूंकि येचुरी और दिग्विजय सिंह के विचार आपस में मिलते हैै, इसलिए येचुरी से भोपाल में कांग्रेस का प्रचार करवाया जा रहा है। अब 23 मई को पता चलेगा कि भोपाल के मतदाताओं ने हिन्दू धर्मग्रंथों पर कोई टिप्पणी का किस प्रकार जवाब दिया है। मालूम हो कि दिग्विजय सिंह का मुकाबला भाजपा की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा ठाकुर से हो रहा है। प्रज्ञा को हिन्दू आतंकवाद की थ्यौरी के तहत ही गिरफ्तार किया गया था। साध्वी का आरोप है कि महाराष्ट्र की जेलों में उन्हें यातनाएं दी गई।
एस.पी.मित्तलuniversalexpress.page


भोपाल में कमल और कमलनाथ अधर में

भोपाल में कमल और कमलनाथ अधर में


बिगड़ता दिख रहा है कमल और कमलनाथ का समीकरण
भोपाल। परिसीमन के बाद हुए 2009 और 2014 के दोनो ही लोकसभा चुनाव में बीजेपी के बड़े नेता वीरेंद्र कुमार खटीक ने टीकमगढ से जीत हासिल की। केन्द्रीय मंत्री वीरेंद्र सिंह इस बार यहां से हैट्रिक लगाने के लिए मैदान में है। जबकि कांग्रेस ने इस बार यहां से किरण अहिरवार को मैदान में उतारा है।6 मई को देश के 7 राज्यों की 51 लोकसभा सीटों पर पांचवे चरण के लिए मतदान होना है। हालांकि मध्य प्रदेश के लिए तो इसे दूसरे चरण का ही मतदान कहा जा सकता है। 6 मई को मध्य प्रदेश की 7 लोकसभा सीटों पर चुनाव होना है। इन सातों सीटों पर सपा-बसपा गठबंधन ने अपने उम्मीदवार को मैदान में उतारकर बीजेपी और कांग्रेस दोनों के राजनीतिक समीकरणों को गड़बड़ा दिया है।
1. टीकमगढ (कुल वोटर- 16.47 लाख)- लोकसभा संसदीय क्षेत्र 2008 के परिसीमन के बाद अस्तित्व में आया। अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित यह क्षेत्र जिला बुंदेलखंड क्षेत्र का एक हिस्सा है। परिसीमन के बाद हुए 2009 और 2014 के दोनो ही लोकसभा चुनाव में बीजेपी के बड़े नेता वीरेंद्र कुमार खटीक ने यहां से जीत हासिल की। केन्द्रीय मंत्री वीरेंद्र सिंह इस बार यहां से हैट्रिक लगाने के लिए मैदान में है। जबकि कांग्रेस ने इस बार यहां से किरण अहिरवार को मैदान में उतारा है। सपा ने अपने पूर्व घोषित उम्मीदवार का टिकट काटते हुए बीजेपी छोडक़र आए पूर्व विधायक आरडी प्रजापति को चुनावी मैदान में उतारा है। लगभग 77 फीसदी ग्रामीण आबादी वाले इस इलाके में अनुसूचित जाति की संख्या 23.6 फीसदी और अनुसूचित जनजाति की 4.5 फीसदी के लगभग है। इस सीट पर 13 फीसदी के लगभग अहिरवार और यादव के अलावा खटीक भी चुनावी हार-जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
2. खजुराहो (कुल वोटर- 18.42 लाख)- संसदीय क्षेत्र तीन जिलों में बंटी हुई है। बुंदेलखंड के खजुराहो से शुरू होकर यह संसदीय क्षेत्र कटनी जिले के महाकौशल तक फैला हुआ है। बीजेपी ने पिछले दोनो लोकसभा चुनाव की तरह इस बार भी यहां से नया उम्मीदवार मैदान में उतारा है। वर्तमान सांसद के विधायक बन जाने के बाद बीजेपी की तरफ से पार्टी के प्रदेश महामंत्री वीडी शर्मा इस बार चुनावी मैदान में है। कांग्रेस ने पिछले दोनो लोकसभा चुनाव हारे हुए उम्मीदवार को इस बार बदलकर कविता सिंह को मैदान में उतारा है। सपा-बसपा गठबंधन की तरफ से बुंदेलखंड के कुख्यात दस्यू ददुआ के बेटे वीर सिंह चुनावी लड़ाई को त्रिकोणीय बनाने की भरपूर कोशिश कर रहे हैं। कुर्मी वोटरों के साथ-साथ वीर सिंह सपा-बसपा के पारंपरिक यादव-मुस्लिम और दलित को भी लुभाने की कोशिश कर रहे हैं। ओबीसी मतदाता खासतौर से कुर्मी निर्णायक भूमिका में हैं। 2.5 लाख से ज्यादा ब्राह्मण और 80 हजार के लगभग ठाकुर मतदाता भी जीत-हार में बड़ी भूमिका निभाते हैं।
3. दमोह (कुल वोटर- 17.68 लाख)- संसदीय क्षेत्र में बीजेपी ने वर्तमान सांसद प्रह्लाद पटेल को फिर से अपना उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस ने दमोह से पूर्व विधायक प्रताप सिंह लोधी को उम्मीदवार बनाया है। इस तरह से इस सीट पर मुकाबला लोधी बनाम लोधी ही बन गया है। हालांकि बीजेपी के प्रह्लाद पटेल का यह 8 वां लोकसभा चुनाव है तो वहीं कांग्रेस के प्रताप सिंह पहली बार लोकसभा चुनाव में किस्मत आजमा रहे हैं। बसपा ने यहां से बुंदेली गायक जीत्तू खरे उर्फ बादल को मैदान में उतारकर चुनावी लड़ाई को दिलचस्प बना दिया है। इस सीट पर 2.6 लाख के लगभग लोधी, 2.3 लाख कुर्मी, 1.5 लाख से ज्यादा ब्राह्मण मतदाता है।
4. सतना (कुल वोटर- 15.75 लाख)- से बीजेपी ने अपने 3 बार के लोकसभा सांसद गणेश सिंह को फिर से चुनावी मैदान में उतारा है। कांग्रेस ने यहां के मतदाताओं की सबसे बड़ी आबादी ब्राह्मणों को लुभाने के लिए राजाराम त्रिपाठी को चुनावी मैदान में उतारा है। वहीं बसपा ने एक लाख से ज्यादा कुशवाहा वोटरों की संख्या को ध्यान में रखते हुए बीजेपी के इस गढ़ से अच्छेलाल कुशवाहा को उम्मीदवार बनाया है। इस सीट पर 3.5 लाख ब्राह्मण, 1.5 लाख अनुसूचित जाति, 1.3 लाख अनुसूचित जनजाति, 1.2 लाख पटेल के अलावा 1.1 लाख के लगभग कुशवाहा मतदाता है।
राम कुमार कुशवाहाuniversalexpress.page


सैकड़ों ग्रामीणों ने मुखिया को घेरा

बिजली की व्यवस्था दुरुस्त करने के लिए कुरकुट्टा गांव के


सैकड़ों ग्रामीणों ने मुखिया को घेरा


संवाददाता-विवेक चौबे


कांडी(गढ़वा)! प्रखंड के कुरकुट्टा गांव के मदरसा टोला के सैकड़ो महिला पुरुषों ने बिजली ट्रांसफार्मर व पोल को बदलने की मांग को लेकर शनिवार को मुखिया कृष्णा दास का घेराव किया।साथ हीं डीसी ,एसडीओ बिजली विभाग,बीडीओ ,थाना प्रभारी व मुखिया को लिखित आवेदन सौपते हुए न्याय की गुहार लगायी है। मुखिया का घेराव कर रहे ग्रामीणों ने बिजली के काम कर रही स्टार्लिंन कम्पनी के संवेदक पर आरोप लगाते हुए कहा कि संवेदक ने 60 परिवारों पर 25 केवी का मात्र एक ट्रांसफार्मर लगाकर फरार हो गए।साथ हीं नया बिजली पोल न गाड़कर राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के पुराने पोल पर ही केबल लगा दिया गया।नियम यह है कि 15 परिवारों पर एक ट्रांसफार्मर लगाना है।गांव के इस टोले पर 50 बीपीएल व पांच एपीएल परिवार के अलावे अन्य रहते हैं ।फिर भी सवेदक मनमानी कर रहा है।केबल टाईट करने के समय कई पोल टूट भी गया है।ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि इस गांव में पिछले सात महीना से बीजली का काम चल रहा है ।फिर भी अधूरा है।संवेदक की लापरवाही से बिजली पोल गाड़ने वाली गढ़ा को खोदकर छोड़ देने के कारण उसी में गांव का एक बच्चा गिर कर मर गया था।सभी ने संवेदक पर आरोप लगाते हुए कहा कि कोई भी शिकायत करने पर वे धमकी देते हैं कि किसी के घर मे बिजली नही जलेगी ।ज्यादे परेशान करोगे तो पुलिस को बुलाकर जेल भेजवा देंगे।साथ ही मीटर देने के नाम पर दो -दो सौ रुपया की अवैध वसूली प्रत्येक परिवार से की गयी है।ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि राजीव गांधी ग्रामीण विद्युतीकरण योजना के पुराने एलटी तार को हीं 11 हजार वोल्ट के पोल में जोड़ दिया गया है।जो कभी भी टूट कर गिर सकता है।जो किसी बड़ी घटना को अंजाम दे सकता है।साथ ही 11 हजार वोल्ट के तार को टाईट न कर ढीला ही छोड़ दिया गया है।जो काफी खतरनाक स्थिति है।
मुखिया का घेराव करने वालों में मोहम्मद शमीम अंसारी, सुरेंद्र राम,आफ़ताब आलम ,मुंशी अंसारी,मोहम्मद शाहबाज अंसारी,लाल मोहम्मद,कौसर अंसारी,इसराफिल अंसारी,मंजूर अंसारी,मुन्ना अंसारी,जुमन अंसारी,रेयाज अंसारी, हबीब अंसारी,शबीना खातून,जुलेखा बीबी,नसीबन बीबी,ईदन बीबी,हमीदन बीबी,हुस्नबानो बीबी,इकबाल अंसारी,फरजाना खातून सहित सैकड़ों की संख्या में महिला पुरुष शामिल थे।
इस संबंध में मुखिया कृष्णा दास ने कहा कि पंचायत के सभी गांव में कंपनी के ठेकेदारों द्वारा बिजली का आधा अधुरा कार्य करके छोड़ दिया गया है। कंपनी द्वारा पंचायत के सभी गांव के सभी घरों में बिजली का कनेक्शन दिया जाना चाहिए । उन्होंने कहा कि मैं ग्रामीणों के मांग के साथ खड़ा हूँ।universalexpress.page


गाजियाबाद टीम ने लखनऊ में किया प्रचार

गाजियाबाद टीम ने लखनऊ में किया प्रचार


लखनऊ ! लखनऊ में ग्रह मंत्री आदरणीय राजनाथ सिंह के चुनाव प्रचार के दौरान चौधरी चयनपाल सिंह के नेतृत्व में भाजपा के प्रदेश महामंत्री एवं नोयडा विधायक , पंकज सिंह और युवाओं के प्रेरणा स्रोत नीरज सिंह जी के दिशा निर्देश में लगातार 15 दिनों से जनसम्पर्क पदयात्रा और कार्यक्रमों में भाग लेकर भाजपा को मजबूती करने का कार्य कर रहे है !इस अवसर पर भाजपा नेता और सहयोग द हेल्पिंग हैंड संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजेन्द्र त्यागी ,ओमप्रकाश तिवारी , विनय गुर्जर, पूर्व सभासद अमरेश चौधरी ,महामंत्री विरेन्द्र निठोरा , जैनी बैसला, मोहित बैसला आदि उपस्थित रहे!


25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट

25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट पंकज कपूर  देहरादून। हेमकुंड साहिब के कपाट आगामी 25 मई को खोले जाएंगे। इसके चलते राज्य सरका...