गुरुवार, 1 फ़रवरी 2024

स्वस्थ राष्ट्र के लिए जरूरी मनुष्य का स्वस्थ रहना

स्वस्थ राष्ट्र के लिए जरूरी मनुष्य का स्वस्थ रहना

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। मेडिवेज फाउण्डेशन की ओर से नई दिल्ली में एक सेमीनार का आयोजन किया गया। इस सेमिनार का विषय रहा स्वास्थ्य के क्षेत्र में मोदी सरकार की दस साल की उपलब्धियां और आगे पांच साल के कार्य। 
इस सेमिनार में देश के जाने-माने स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने भाग लिया। जिसमें प्रमुख नाम इस प्रकार थे। जीएलए के प्रो चांसलर प्रोफेसर दुर्ग सिंह चौहान, जाने माने हृदय रोग विशेषज्ञ पद्म विभूषण डॉ केके तलवार, मशहूर कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ मीनू वालिया, एसोसिएट्स ऑफ हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स के डायरेक्टर जनरल डॉ गिरधर ज्ञानी, डॉ हरसिंह गौर विश्वविद्यालय,सागर की कुलपति डॉ नीलम गुप्ता, किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ नेहा सिंह जाधव प्रमुख थे। 
इस मौके पर बोलते हुए सभी स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इस बात पर तो संतोष जताया कि बीते दस सालों में हेल्थ सेक्टर में बहुत अच्छा काम हुआ है। गंभीर रोगों से लोगों को बचाने के लिए मोदी सरकार के स्तर न केवल योजनाएं शुरु की गयी हैं बल्कि जन जन तक स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाने के लिए आयुष्मान जैसी महत्वाकांक्षी योजना शुरु की गयी है। 
कासा किडनी क्लिनिक से जुड़ी किडनी रोग विशेषज्ञ डॉ नेहा सिंह जाधव ने कहा कि 2030 तक भारत के डॉइबिटीज कैपिटल होने की बात कही जा रही है इसे देखते हुए हमें आज से ही सतर्क हो जाने की जरूरत है। इसका सीधा असर हमारी किडनी पर होता है और हालात डायलिसिस तक पहुंच जाता है। ऐसे में अगर शुरुआत में हम किडनी रोगों के प्रति सचेत रहें तो दवाइयों से ही इलाज संभव है। आंकड़ों सहित उन्होंने बताया कि 2013 से 2019 के बीच 48 हजार किडनी ट्रांसप्लांट भारत में हुए हैं। लेकिन लोगों में मृत्यु के बाद अंगदान करने की प्रवृत्ति न होने से इस काम में कठिनाई आती है। 
लेकिन विशेषज्ञों ने कहा कि अभी सरकार के स्तर पर जितना काम करने की जरूरत है उससे अधिक जरूरत गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा लोगों में जनजागरण पैदा करने की है। इस काम में मेडिवेज फाउण्डेशन जैसी संस्थाएं महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। 
मैक्स हॉस्पिटल की कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ मीनू वालिया ने इस मौके पर कहा कि कैंसर एक तरह का दीमक है जो उसको तो खाता ही है जिसे हो जाता है लेकिन इसके इलाज के लिए जो खर्च होता है उसके कारण उसके पूरे परिवार को खा जाता है। भारत में कैंसर रोगों की जांच और इलाज में बहुत अच्छी प्रगति हुई है लेकिन अभी भी लोग लापरवाही करते हैं। अस्पतालों में तब पहुंचते हैं जब कैंसर काफी बढ़ चुका होता है। अगर इसको शुरुआत में ही जांच से पकड़ लिया जाए तो इसका इलाज आसान होता है। 
महिलाओं में कैंसर की समस्या पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि महिलाओं में ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर की समस्या अधिक है। हर दस मिनट में एक महिला सर्वाइकल कैंसर से मर रही है। अब इसकी रोकथाम के लिए टीका उपलब्ध है लेकिन इसकी जानकारी का अभाव होने से लोग सर्वाइकल कैंसर का टीका नहीं लगा पाते। मीडिया को इस बारे में जानकारी देनी चाहिए ताकि अधिक से अधिक महिलाओं की जिन्दगी सर्वाइकल कैंसर से बच सके। उन्होंने जोर देकर कहा कि स्वस्थ्य राष्ट्र के लिए जरूरी है कि वहां के नागरिक स्वस्थ हों। 
एसोसिएट्स ऑफ हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स के डीजी डॉ गिरधर ज्ञानी ने कहा कि भारत में हेल्थ को लेकर कोई पोलिटिकल प्रोग्राम नहीं था। इसे सबसे पहले 2007 में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री राजशेखर रेड्डी ने शुरु किया था। लेकिन राष्ट्रीय स्तर पर पब्लिक हेल्थ को पहली बार महत्व मोदी सरकार में मिला। आयुष्मान कार्ड जैसी महत्वाकांक्षी योजना गरीब आदमी को गंभीर रोगों में इलाज की सुविधा देता है। इसके साथ ही नेशनल डिजिटल हेल्थ मिशन भी शुरु किया गया है। 
फिर भी देश में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति अभी बहुत बेहतर नहीं हुई है। देश में प्रति एक हजार व्यक्तियों पर 1.5 हॉस्पिटल बेड हैं। इसमें भी राज्यों और शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में बहुत असमानता है। मसलन बिहार में प्रति एक हजार पर 0.3 बेड हैं तो कर्नाटक में सर्वाधिक 4.2 बेड हैं। इसी तरह अधिकांश अस्पताल सिर्फ बड़े शहरों में ही हैं। छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों में आज भी अस्पतालों का घोर अभाव है। 
डॉ ज्ञानी ने कहा कि स्वास्थ्य जागरुकता की दिशा में सबसे अधिक काम किये जाने की जरूरत है।  अगर स्वास्थ्य जागरुकता पर 1.5 रुपया खर्च किया जाता है तो स्वास्थ्य सेवाओं पर 10 रुपये की बचत होती है। 
हृदयरोग विशेषज्ञ पद्मश्री डॉ केके तलवार ने कहा कि सब्सिडाइज्ड इन्श्योरेन्श की शुरुआत होनी चाहिए ताकि आम आदमी के लिए इलाज का खर्च उठाना आसान हो। वातावरण की स्वच्छता और साफ पानी जैसी बुनियादी जरूरतों को पूरा करके हम कई सारे रोगों से बच सकते हैं। उन्होने यह भी बताया कि टेक्नॉलाजी के कारण अब हृदय रोगों का इलाज काफी आसान हो गया है। 
इस मौके पर बोलते हुए डॉ नीलिमा गुप्ता ने छात्रों में स्वास्थ्य जागरुकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि छात्रों पर सिर्फ पढाई का दबाव नहीं बनाना चाहिए बल्कि उन्हें खेलकूद के लिए भी प्रोत्साहित करना चाहिए ताकि उनकी शारीरिक गतिविधि भी होती रहे। उन्होने कहा कि आज के विद्यार्थी भविष्य के नागरिक हैं। वो स्वस्थ रहेंगे तो देश विकास करेगा। 
इस मौके पर बोलते हुए प्रोफेसर दुर्ग सिंह चौहान ने कहा कि आरोग्य पुरुषार्थ का मूल कारण है। एक बीमार व्यक्ति कोई पुरुषार्थ नहीं कर सकता। स्वस्थ व्यक्ति ही अपनी और समाज की सेवा कर सकता है इसलिए हमारे शास्त्रों में व्यक्ति के स्वस्थ्य रहने पर बहुत बल दिया गया है। विदुर नीति में तो आरोग्य को ही सबसे बड़ा सुख कहा गया है। उन्होंने कहा कि अगर भारतीय जीवन दर्शन और आचरण को अपनाया जाए तो शरीर और मन में बीमारी के लिए कोई जगह नहीं रहेगी। 
इस मौके पर मेडिवेज फाउंडेशन की ओर से विभिन्न विभूतियों को उनके सामाजिक कार्य के लिए सम्मानित भी किया गया। लाइफ टाइम अचीवमेंट से  जम्मू कश्मीर अध्ययन केन्द्र के पद्म श्री जवाहरलाल कौल, दिव्यांग विभूति रमनलाल माधवलाल पटेल और राष्ट्रगाथा के संस्थापक श्री भारत भूषण,
के नाम शामिल हैं। 
समाज में स्वास्थ्य, कला, पत्रकारिता व अन्य क्षेत्र में बदलाव लाने वालों को 
दी चैम्पियन आप चेंज से सम्मानित किया गया। इनमें प्रमुख रुप से डा. अनुज सिंघल, संजय चतुर्वेदी, अरविंद, रवि प्रकाश, कन्हैया लाल, सौरभ दुबे, डा नितिन अग्रवाल, डॉ हरीश चन्द्र बर्णवाल, एयर कोमोडोर स्वप्न समाधार, राकेश आर्य, दीपक तोमर, मोनिका अरोड़ा, गीतांजलि शर्मा, नेहा, बिनिता देवी, डा श्वेता श्रीवास्तव, इमर जैदी, अंबर जैदी और  अनुज भाटी शामिल रहे।
ज्ञात हो कि मेडिवेज फाउण्डेशन दिल्ली के बृजेश श्रीवास्तव और अनुराग श्रीवास्तव द्वारा शुरु किया गया प्रयास है। यह फाउण्डेशन मुख्य रूप से गरीब महिलाओं के बीच हेल्थ अवेयरनेस के साथ ही स्वास्थ्य से संबंधित नीतियों पर काम रहा है।
मंच का संचालन डाक्टर राजश्री भट्टाचार्य और मोनिका अरोड़ा ने किया। कार्यक्रम में सैकड़ों लोगों की उपस्थिति के साथ ही प्रमुख रुप से साईं शरणागत, पूर्व डीआईजी सचिदानंद राय, राजेश गुप्ता, राकेश मिश्रा, राहुल, पूर्व आईजी बीएसएफ सुधीर कुमार श्रीवास्तव, अंकित सिंह, ज्ञान पाण्डेय रहे। कार्यक्रम के आयोजन में एनआईईईएस, गेल इंडिया, इफ्को, प्रुडेंट स्कूल, कासा किडनी, एआरआर रिक्रुटमेंट, एआरआर मेडि और मीडिया सोशल मीडिया रिसर्च फाउंडेशन का योगदान रहा।

जनहित में विधिक सहायता केंद्र का लोकार्पण

जनहित में विधिक सहायता केंद्र का लोकार्पण

गोपीचंद सैनी
बागपत। बड़ौत नगर पालिका परिषद में शनिवार को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बागपत के तत्वावधान में आम जन की सहायता हेतु श्री संजीव पाण्डेय जिला जज व अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण और सचिव श्री शिव कुमार के निर्देशन में तहसील परिसर में विधिक सेवा केंद्र स्थापित किया गया। जिसका लोकार्पण माननीय प्रशासनिक न्यायमूर्ति श्री ओमप्रकाश शुक्ला माननीय उच्च न्यायालय इलाहाबाद के कर कमलों द्वारा किया गया। इस अवसर पर श्री विनायक सोमवंशी न्यायाधिकारी ग्राम न्यायालय बड़ौत एवं अन्य न्यायिक अधिकारिगण,बागपत व उपजिलाधिकारी बड़ौत, ग्रामीण न्यायालय कर्मचारी श्री ब्रजेश कुमार यादव, श्री हेमंत कुमार मौर्य, श्री जितेन्द्र कुमार, श्री संजय सिंह, पीएलवी श्री गोपी चन्द सैनी, श्री विनीत कुमार, और अधिवक्तागण उपस्थित रहें।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-104, (वर्ष-11)

पंजीकरण:- UPHIN/2014/57254

2. शुक्रवार, फरवरी 02, 2024

3. शक-1945, पौष, कृष्ण-पक्ष, तिथि-अष्टमी, विक्रमी सवंत-2079‌‌। 

4. सूर्योदय प्रातः 07:13, सूर्यास्त: 06:52।

5. न्‍यूनतम तापमान- 9 डी.सै., अधिकतम- 19+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।

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बुधवार, 31 जनवरी 2024

सीएम धामी ने श्रमिकों को कंबल वितरण किए

सीएम धामी ने श्रमिकों को कंबल वितरण किए

पंकज कपूर 
देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज सहस्त्रधारा रोड स्थित आईटी पार्क के समीप उत्तराखण्ड भवन एवं अन्य सन्निर्माण कल्याण बोर्ड श्रम विभाग में पंजीकृत श्रमिकों को कंबल वितरण किए। इस दौरान उन्होंने श्रमिकों से बातचीत कर उनका हालचाल जाना और हौसला भी बढ़ाया।
मुख्यमंत्री ने भवन एवं अन्य सन्निर्माण कल्याण बोर्ड के अधिकारियों को सरकार द्वारा श्रमिकों के लिए चलाई जा रही योजनाओं का लाभ प्रत्येक पात्र तक पहुंचाने तथा विभिन्न योजनाओं के प्रति उनको जागरूक करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के विकसित भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए हमें समाज के हर वर्ग के लोगों के जीवन स्तर को ऊपर लाने के लिए निरंतर प्रयास करने हैं।

मुसलमानों ने रामलला के दरबार में हाजिरी लगाई

मुसलमानों ने रामलला के दरबार में हाजिरी लगाई 

संदीप मिश्र 
अयोध्या। 5 दिन तक लगातार नंगे पांव चलकर अयोध्या पहुंचे सैकड़ो मुसलमानों ने रामलला के दरबार में अपनी हाजिरी लगाते हुए लंबे इंतजार के बाद तैयार हुए भव्य एवं दिव्य श्री राम मंदिर के दर्शन किए और जाति, धर्म एवं मजहब से ऊपर उठकर एकजुटता का संदेश दिया। बुधवार को सैकड़ों मुसलमानों के द्वारा अयोध्या में रामलला के दर्शन करने का एक वीडियो तेजी के साथ वायरल हो रहा है, जिसे उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से पैदल चलकर अयोध्या पहुंचे मुसलमानों के एक जत्थे का होना बताया जा रहा है।  वायरल हो रहे वीडियो के मुताबिक सैकड़ों मुस्लिम भक्तों का यह जत्था 25 जनवरी को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से रामलला के दर्शन करने के लिए अयोध्या के लिए निकला था। सैकड़ों मुसलमानों के इस जत्थे में शामिल मुस्लिम भक्त प्रभु राम के रंग में रंगे हुए दिखाई दिए हैं और उन्होंने लखनऊ से अयोध्या तक नंगे पांव रोजाना 25 किलोमीटर की यात्रा तय करते हुए गंगा जमुनी तहजीब की मिसाल पेश की है। एक दिन में 25 किलोमीटर की यात्रा करते हुए अयोध्या पहुंचे यह मुस्लिम भगवान राम को अपना पूर्वज मानते हैं। अयोध्या के राम मंदिर पहुंचे इन भक्तों ने कहा है कि आज हम भगवान राम से यही कामना कर रहे हैं कि लखनऊ का नाम अब लक्ष्मण पुरी किया जाए और लक्ष्मण की प्रतिमा भी लगाई जाए। इन भक्तों ने कहा है कि भगवान राम को लेकर हमारे मन के भीतर बहुत ही प्रेम एवं उत्साह है।

यूपी: प्रशांत को चौथी बार 'डीजीपी' नियुक्त किया

यूपी: प्रशांत को चौथी बार 'डीजीपी' नियुक्त किया 

संदीप मिश्र 
लखनऊ। यूपी को लगातार चौथी बार कार्यवाहक डीजीपी मिला है। स्पेशल डीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार को प्रदेश का कार्यवाहक डीजीपी नियुक्त किया गया है।
डीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार को राज्य सरकार ने प्रदेश पुलिस का नया मुखिया बना दिया है। उन्होंने बुधवार शाम को कार्यभार संभाल लिया। कार्यवाहक डीजीपी विजय कुमार के बुधवार को सेवानिवृत्त होने के बाद प्रशांत कुमार को यह जिम्मेदारी सौंपी गयी है। वर्ष 1990 बैच के आईपीएस प्रशांत कुमार 16 अफसरों को सुपरसीड करके कार्यवाहक डीजीपी बने हैं। बीते करीब साढ़े तीन वर्ष से वह कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी संभाल रहे थे। इसके अलावा उनके पास ईओडब्ल्यू और स्टेट एसआईटी की जिम्मेदारी भी है। यह लगातार चौथी बार है जब यूपी में कार्यवाहक डीजीपी की नियुक्ति हुई है। कार्यवाहक डीजीपी ने नियुक्ति के निर्णय के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से उनके आवास पर मुलाकात की।
बता दें कि मूल रूप से बिहार के सीवान निवासी प्रशांत कुमार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के पसंदीदा अफसरों में शामिल माना जाता है। एडीजी जोन मेरठ रहने के दौरान उन्होंने कई अपराधियों का एनकाउंटर किया था, जिसके बाद उनको एडीजी कानून-व्यवस्था बनाया गया था। तत्पश्चात उन्होंने प्रदेश के 66 माफियाओं की सूची तैयार कर कानून का शिकंजा कसना शुरू कर दिया। उनके नेतृत्व में एसटीएफ और जिलों की पुलिस ने एनकाउंटर करने का सिलसिला जारी रखा।
उल्लेखनीय है कि प्रशांत कुमार को चार बार राष्ट्रपति का वीरता पदक मिल चुका है। उन्होंने एमएससी, एमफिल और एमबीए की शिक्षा ग्रहण की है। उनकी पत्नी डिंपल वर्मा रिटायर्ड आईएएस अधिकारी हैं और वर्तमान में रेरा में सदस्य हैं।

इन अफसरों को किया सुपरसीड
मुकुल गोयल, आनंद कुमार, शफी अहसान रिजवी, आशीष गुप्ता, आदित्य मिश्रा, पीवी रामाशास्त्री, संदीप सालुंके, दलजीत सिंह चौधरी, रेणुका मिश्रा, बिजय कुमार मौर्या, सत्य नारायन साबत, अविनाश चंद्रा, संजय एम. तरडे, एमके बशाल, तनूजा श्रीवास्तव, सुभाष चंद्रा।
अखिलेश यादव ने उठाए सवाल
यूपी में डीजीपी की नियुक्ति को लेकर अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि लगता है एक बार फिर उप्र को कार्यवाहक डीजीपी मिलनेवाला है। जनता पूछ रही है कि हर बार कार्यवाहक डीजीपी बनाने का खेल दिल्ली-लखनऊ के झगड़े की वजह से हो रहा है या फिर अपराधियों के संग सत्ता की सांठगांठ के कारण।

जमीन घोटाले में सीएम को गिरफ्तार किया: ईडी

जमीन घोटाले में सीएम को गिरफ्तार किया: ईडी

इकबाल अंसारी 
रांची। जमीन घोटाले में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है। यह खबर सूत्रों से आई है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं है। महागठबंधन के विधायक राज्यपाल से मिलने तीन ट्रैवलर से निकल गए हैं। देश की पहली घटना कि मुख्यमंत्री निवास से मुख्यमंत्री को गिरफ्तार किया गया है। ऐसा अधिकांश विदेशों में देखा गया है जिसमें मुख्यमंत्री को चलते मीटिंग से पुलिस ने गिरफ्तार किया है। हेमंत सोरेन ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा दे दिया है।
विधायक राजभवन में परेड करेंगे। ऐसे में विधायक सीएम सोरेन का इस्तीफा राज्यपाल को देकर नए मुख्यमंत्री के लिए कल्पना सोरेन या चंपई सोरेन का नाम बढ़ा सकते हैं। 7 अधिकारियों की टीम दोपहर 1:15 बजे सीएम हाउस में है।
इससे पहले 20 जनवरी को ED ने साढ़े सात घंटे पूछताछ की थी। सीएम आवास डीजीपी और मुख्य सचिव पहुंचे हैं। बताया जाता है कि सीएम हेमंत सोरेन को ED गिरफ्तार कर सकती है। सीएम की कारकेड की गाड़ियां भी बाहर निकली हैं, लेकिन मुख्यमंत्री नहीं थे। पूछताछ को लेकर रांची में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है। साथ ही ED ऑफिस, राजभवन और CM आवास के आसपास धारा 144 अनिश्चितकाल के लिए बढ़ा दी गई है। झारखंड मुक्ति मोर्चा के समर्थक प्रदर्शन कर रहे हैं।
रांची में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के आवास के परिसर से मिनी बसें निकली। विधायकों से भरी बसें राजभवन पहुंच चुकी है। कथित भूमि घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ के लिए ED अधिकारियों की एक टीम सीएम सोरेन के आवास पर है।

25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट

25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट पंकज कपूर  देहरादून। हेमकुंड साहिब के कपाट आगामी 25 मई को खोले जाएंगे। इसके चलते राज्य सरका...