बुधवार, 22 नवंबर 2023

जहां मर्द माप लेते हों, कपड़े सिलवाना हराम है

जहां मर्द माप लेते हों, कपड़े सिलवाना हराम है 

इकबाल अंसारी 
नई दिल्ली। देवबंदी उलेमा मुफ्ती असद कासमी ने कपड़े सिलवाने को लेकर एक तालिबानी फरमान जारी किया है। अपने नए बयान में कासमी बताया कि मुस्लिम महिलाओं को अपने कपड़े कैसे सिलवाने चाहिए ? कासमी ने कहा कि जहां मर्द माप लेते हों, वहां मुस्लिम महिलाओं को कपड़े सिलवाना हराम है। 
कासमी ने अपने बयान में कहा कि आखिर मुस्लिम महिलाएं अपने कपड़े कैसे सिलवा सकती है। अपने बयान में कासमी ने कहा कि एक महिला माप के लिए अपने कपड़े किसी पुरुष दर्जी को भेजकर सिलवा सकती है, लेकिन अगर दर्जी खुद उसका माप लेता है और फिर कपड़े सिलता है, तो यह ‘हराम’ है। उन्होंने कहा कि अगर महिला अपने कपड़े माप के लिए भेजती है तो यह वैध है अन्यथा नहीं।
मुफ्ती असद कासमी ने कहा, ”इस सिलसिले में मैं कहूंगा कि इसमें दो बातें हैं. जब एक मुस्लिम महिला किसी पुरुष दर्जी से अपने कपड़े सिलवाती है तो इसके दो पहलू होते हैं। एक तो यह कि वह अपना परिधान माप के लिए एक दर्जी को देती है। दूसरी स्थिति यह है कि पुरुष स्वयं उसका माप लेता है तो इस स्थिति में शरीयत ने इसे नाजायज और हराम करार दिया है। हालांकि, अगर उसके पहले से सिले हुआ कपड़ों का उपयोग करके माप लिया जाए तो कपड़े सिले जा सकते हैं।”
इसके पहले अपने बयान में उलेमा मुफ्ती असद कासमी ने कहा था कि जिस ब्यूटी पार्लर में मर्द काम करते हों वहां महिलाओं को नहीं जाना चाहिए। कासमी ने बयान जारी करते हुए मुस्लिम महिलाओं को ऐसे ब्यूटी पार्लर में न जाने की नसीहत दे डाली, जहां पुरुष काम करते हैं। असद कासमी ने कहा था कि पुरुष जहां काम करते हैं ऐसे ब्यूटी पार्लर में मुस्लिम महिलाओं को नहीं जाना जाता है। ऐसे ब्यूटी पार्लर में जाना नाजायज है, हराम है। अलबत्ता, जहां लड़कियां काम कर रही हैं ऐसे ब्यूटी पार्लर में महिलाएं जा सकती हैं।

सड़क हादसा, टैंकर से कुचलकर महिला की मौत

सड़क हादसा, टैंकर से कुचलकर महिला की मौत

संदीप मिश्र 
लखनऊ। राजधानी के हजरतगंज इलाके में एक दर्दनाक सड़क हादसे में टैंकर से कुचलकर बुजुर्ग महिला की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि महिला अपनी बेटी के साथ स्कूटी पर सवार थी। मल्टीलेवल पार्किंग के पास उसे नगर निगम के टैंकर ने टक्कर मार दी। हजरतगंज इंस्पेक्टर विक्रम सिंह ने बताया कि मृतका ठाकुरगंज के हुसैनाबाद इलाके में में रहने वाली राहिला खान (60) थीं।
मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को राहिला स्कूटी पर पीछे बैठकर अपनी बेटी के साथ जा रही थीं। मल्टी लेवल पार्किंग के पास नगर निगम के टैंकर को ओवरटेक करते समय स्कूटी टैंकर से टकरा गई। सड़क पर छिटककर गिरी महिला के ऊपर टैंकर का पहिया चढ़ गया। हादसे के बाद टैंकर चालक गाड़ी लेकर भाग निकला। पुलिस राहिला को सिविल अस्पताल लेकर पहुंची, जहां डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया।

खुदाई करते समय जमीन धंसने से मजदूर की मौत

खुदाई करते समय जमीन धंसने से मजदूर की मौत 

मनोज सिंह ठाकुर 
टीकमगढ़। निर्माणाधीन नाले की खुदाई करते समय जमीन धंसने से मलबे के नीचे दबे मजदूर की मौत हो गई है। गहरा करने के लिए की जा रही नाले की खुदाई के दौरान मिट्टी धंसने की वजह से कार भी पलट गई है। मजदूर की मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। बुधवार को टीकमगढ़ के बल्देवगढ़ में निर्माणाधीन नाले को गहरा करने के लिए मजदूर खुदाई करने में लगे हुए थे। इसी दौरान खुदाई करते समय मिट्टी की ढांग एक मजदूर के ऊपर गिर गई। 
जिसके चलते वह मजदूर ढांग के मलबे के नीचे दब गया। हादसा होते ही मौके पर बुरी तरह से अफरा तफरी मच गई।  आसपास के लोग पुलिस और प्रशासन को सूचना देते हुए मलबे के नीचे दबे मजदूर को बाहर निकालने में लग गए। इसी दौरान घटनास्थल के पास से होकर गुजर रही कार जैसे ही नाले की मिट्टी धंसी वैसे ही वह भी उसके ऊपर से गुजरते समय नाले में पलट गई। दोहरे हादसे से काफी देर तक मौके पर अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। इस बीच मलबे को हटाकर बाहर निकाले गए मजदूर की मौत हो चुकी थी। हादसे की जानकारी मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने मलबे में दब कर मरे मजदूर के शव को कब्जे में लेकर भेज दिया है। उधर मिट्टी धंसने से नाले में गिरी कर को क्रेन की सहायता से बाहर निकलवाया गया है।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

1. अंक-33, (वर्ष-11)

पंजीकरण:- UPHIN/2010/57254

2. बृहस्पतिवार, नवंबर 23, 2023

3. शक-1945, कार्तिक, शुक्ल-पक्ष, तिथि-एकादशी, विक्रमी सवंत-2079‌‌।

4. सूर्योदय प्रातः 06:36, सूर्यास्त: 05:18।

5. न्‍यूनतम तापमान- 16 डी.सै., अधिकतम- 22+ डी.सै.। बरसात की संभावना बनी रहेगी।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पंवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

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मंगलवार, 21 नवंबर 2023

ओपीएस लागू किया, कानूनी दर्जा देने की कवायद

ओपीएस लागू किया, कानूनी दर्जा देने की कवायद
नरेश राघानी 
जयपुर। राजस्थान चुनाव में ‘ओपीएस’, कांग्रेस का ‘बी’ प्लान है। यानी, चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर रहती है, तो उस स्थिति में कांग्रेस ने अपने लिए सरकारी बूस्टर ‘ओपीएस’ पर भरोसा जताया है। ओपीएस लागू करने के बाद अब चुनावी घोषणा पत्र में उसे कानूनी दर्जा देने की बात कही गई है।
कांग्रेस पार्टी ने राजस्थान के विधानसभा चुनाव के लिए अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है। मंगलवार को कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने चुनावी घोषणा पत्र जारी किया है।
घोषणा पत्र समिति के अध्यक्ष सीपी जोशी ने दूसरे मुद्दों के साथ-साथ सरकारी कर्मचारियों पर भी अपना फोकस किया है। उन्होंने पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) के लिए कानून बनाने की बात कही है।
राजनीतिक जानकारों का कहना है कि राजस्थान चुनाव में ‘ओपीएस’, कांग्रेस का ‘बी’ प्लान है। यानी, चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर रहती है, तो उस स्थिति में कांग्रेस ने अपने लिए सरकारी बूस्टर ‘ओपीएस’ पर भरोसा जताया है। राजस्थान में ओपीएस लागू हो चुका है।
अब चुनावी घोषणा पत्र में उसे कानूनी दर्जा देने की बात कही गई है। ऐसे में कांग्रेस नेताओं को उम्मीद है कि पुरानी पेंशन का मुद्दा, उनके लिए फायदे का सौदा बनेगा। इससे पहले कांग्रेस पार्टी ने हिमाचल प्रदेश और कर्नाटक के चुनाव में भी ओपीएस का वादा किया था। दोनों राज्यों में कांग्रेस पार्टी की सरकार बनी है।
कांग्रेस पार्टी ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में कई बातें कही हैं। इनमें चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा की राशि 25 लाख रुपये से बढ़ाकर ’50 लाख रुपये’ करना शामिल है। इसके अलावा जाति आधारित गणना, 4 लाख सरकारी नौकरियां, 10 लाख नए रोजगार, किसानों को 2 लाख रुपये तक का ब्याज मुक्त कर्ज, एमएसपी के लिए कानून बनाना और गैस सिलेंडर 400 रुपये में, इन सब बातों को भी चुनावी घोषणा पत्र में शामिल किया गया है।
कांग्रेस पार्टी की महासचिव एवं स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी ने अपनी रैलियों में ‘ओपीएस’ का खूब जिक्र किया है। राजस्थान चुनाव में ‘पुरानी पेंशन’ को लेकर मौजूदा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूरी तरह आश्वस्त नजर आते हैं। उन्हें उम्मीद है कि कांग्रेस और भाजपा के बीच चुनावी मुकाबला, कांटे की टक्कर में बदलता है, तो उस स्थिति में सरकारी कर्मियों व उनके परिजनों का वोट कांग्रेस पार्टी के लिए किसी बूस्टर से कम नहीं होगा।
अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष तेज सिंह राठौड़ भी मानते हैं कि कांग्रेस पार्टी ने ओपीएस लागू कर और अब इसके लिए कानून बनाने की बात कह कर कर्मियों को अपनी तरफ करने का प्रयास किया है। कांग्रेस पार्टी के चुनावी घोषणा पत्र में ‘ओपीएस को कानूनी दर्जा’, इसे शामिल करने का मतलब है कि कांग्रेस ने ‘ओपीएस’ को केवल एक चुनावी गारंटी तक सीमित नहीं रखा है।
कांग्रेस पार्टी कह सकती है कि पहले ओपीएस लागू किया गया और अब उसे कानूनी दर्जा प्रदान करने का भरोसा दे दिया है। हालांकि इस मामले में बहुत कुछ ठोस नहीं है। दूसरी पार्टी की सरकार आती है तो उस स्थिति में यह कानूनी दर्जा खत्म भी हो सकता है। दूसरे दल की सरकार, अपने मुताबिक, कानून में बदलाव कर सकती है।
भाजपा के चुनावी घोषणा पत्र में ‘ओपीएस’ को लेकर कुछ नहीं कहा गया है। कर्मियों का एनपीएस में जमा पैसा, भारत सरकार के नियंत्रण में है। ‘पेंशन फंड एंड रेगुलेटरी अथॉरिटी’ (पीएफआरडीए) में जमा पैसा, केंद्र की मर्जी के बिना राज्यों को नहीं दिया जा सकता। केंद्र सरकार, इस बाबत पहले ही इनकार कर चुकी है।

नए कानून से शिक्षकों की सर दर्दी बड़ी: यूपी

नए कानून से शिक्षकों की सर दर्दी बड़ी: यूपी
हरिओम उपाध्याय 
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के स्कूलों में योगी सरकार ने नया नियम लागू कर दिया है, जिससे शिक्षकों की सिरदर्दी बढ़ गई है। यह नया नियम सोमवार से यूपी के सात जिलों में पायलट प्रोजेक्ट के तहत लागू हो गया है, जिसका शिक्षकों ने एकजुट होकर विरोध किया है। स्कूल शिक्षा महानिदेशक के अनुसार, यह नियम अगले महीने से पूरे प्रदेश में लागू कर दिया जाएगा।
दरअसल, स्कूल शिक्षा, महानिदेशक विजय किरन आनंद की ओर हाल ही में एक आदेश जारी किया गया कि अब से प्रदेश के सरकारी स्कूलों में बायोमेट्रिक हाजिरी लगानी होगी। यह सिस्टम ऑनलाइन रहेगा। साथ ही स्कूल में बच्चों की भी हाजिरी इसी तरीके से लगानी होगी।
बायोमेट्रिक हाजिरी को लेकर कुछ इस तरह से व्यवस्था बनाई गई है कि शिक्षक और छात्र स्कूल परिसर में ही हाजिरी लगा सकेंगे। इससे शिक्षकों की मनमानी पर रोक लग सकती है। अब तक हाजिरी का ब्योरा कागजी प्रक्रिया पर आधारित था, जिसे अब खत्म किया जा रहा है।
डिजिटल हाजिरी के लिए सभी स्कूलों में टेबलेट भी दिया जाएगा। वहीं, यह भी कहा गया है कि शिक्षकों को स्कूल में नियमित रूप से ड्यूटी करनी होगी। नए नियम के अनुसार, अगर शिक्षक 15 मिनट से ज्यादा लेट होते हैं तो उनके पूरे दिन का वेतन कट जाएगा।
उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के मत संग्रह अभियान में बड़ी संख्या में अभिभावक जुटे और उन्होंने इस व्यवस्था को वापस लेने की मांग की। अगले दो दिन तक मत संग्रह अभियान चलेगा और फिर इसके आधार पर आंदोलन की रणनीति तैयार होगी। हालांकि, स्कूल शिक्षा महानिदेशक ने नियम का पालन न करने वाले शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई करने की भी चेतावनी दी है।

सीमा के पति की गोली मारकर हत्या, सच जानिए

सीमा के पति की गोली मारकर हत्या, सच जानिए
अकाशुं उपाध्याय 
नई दिल्ली। पाकिस्तान से भागकर आईं सीमा हैदर ग्रेटर नोएडा के पास सचिन मीणा के साथ घर बसाकर खुश हैं। सीमा और सचिन की आए दिन कोई ना खबर या वीडियो सोशल मीडिया पर दिखती रहती हैं। इस बीच सीमा हैदर के पति सचिन मीणा को लेकर एक न्यूज तेजी से फैल रही है, जिसमें दावा किया गया है कि सचिन की हत्या कर दी गई है। ऐसे में क्या है वायरल न्यूज की सच्चाई जानिए।
सीमा हैदर के पति सचिन की किसी ने गोली मारकर हत्या कर दी है। इसी के साथ दावा किया जा रहा है कि पति की मौत के बाद सीमा हैदर पूरी तरह से टूट चुकी हैं। वहीं इसी के साथ एक पुलिस अधिकारी का बयान भी वायरल हो रहा है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुर पर एक न्यूज वीडियो तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें बताया जा रहा है कि सचिन मीणा की किसी ने हत्या कर दी। वीडियो के कैप्शन में लिखा है कि “सीमा हैदर के पति सचिन का किसी ने कर दिया खून।“
इसी के साथ वीडियो के अंदर सीमा हैदर के रोने की तस्वीरें भी हैं। वीडियो को लेकर दावा किया जा रहा है कि यह घटना स्थल का वीडियो है। इसी के साथ एक पुलिस अधिकारी घटना के बारे में बता रहा है। हालांकि इसे लेकर पूरी जानकारी नहीं दी है।
20 घंटे पहले शेयर किए गए वीडियो पर अब तक 7 मिलियन से ज्यादा व्यूज आ चुके है। वहीं यूजर भी इसे जबरदस्त तरीके से शेयर रहे हैं। ऐसे में जब इस वीडियो की पड़ताल की तो यह वीडियो पूरी तरह से फेक साबित हुई। हमारी पड़ताल में सचिन मीणा के साथ किसी भी अनहोनी की खबर नहीं है। किसी भी न्यूज चैनल या मीडिया आउटलेट ने इस खबर को नहीं चलाया है। ऐसे में यह वीडियो पूरी तरह से भ्रामक हैं।

25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट

25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट पंकज कपूर  देहरादून। हेमकुंड साहिब के कपाट आगामी 25 मई को खोले जाएंगे। इसके चलते राज्य सरका...