बुधवार, 23 अगस्त 2023

चंद्रमा पर 'चंद्रयान-3' की सॉफ्ट लैंडिंग, टिकी नजर

चंद्रमा पर 'चंद्रयान-3' की सॉफ्ट लैंडिंग, टिकी नजर

इकबाल अंसारी 
चेन्नई। दुनियाभर की निगाहें चंद्रमा पर भारत के चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग पर टिकी हुईं हैं। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के इस अभियान को यहां तक पहुंचाने में तमिलनाडु के बेटों -पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम, चंद्रयान-2 के मिशन निदेशक मायिलसामी अन्नादुरई, चंद्रयान-3 के परियोजना निदेशक वीरमुथेवल पी का ही योगदान नहीं है, बल्कि राज्य की माटी ने भी इसमें अहम योगदान दिया है। 

राज्य की राजधानी चेन्नई से करीब 400 किलोमीटर दूर स्थित नामक्कल 2012 से चंद्रयान मिशन की क्षमताओं को जांचने के लिए इसरो को माटी उपलब्ध करा रहा है, क्योंकि इस जिले की जमीन चंद्रमा की सतह से मिलती जुलती है। इस प्रकार से इसरो को अपने लैंडर मॉड्यूल की क्षमताओं की जांच करने और इसमें सुधार लाने में मदद मिली है। 

अगर चंद्रयान-3 का लैंडर मॉड्यूल चंद्रमा में सॉफ्ट लैंडिंग के अपने लक्ष्य को हासिल कर लेता है तो इससे तमिलनाडु के खाते में एक और उपलब्धि जुड़ जाएगी। तमिलनाडु ने इसरो के महत्वाकांक्षी चंद्रमा मिशन के परीक्षण के लिए तीसरी बार मिट्टी की आपूर्ति की है। पेरियार विश्वविद्यालय के भूविज्ञान विभाग के निदेशक प्रोफेसर एस अनबझगन ने बताया कि नामक्कल में प्रचुर मात्रा में मिट्टी उपलब्ध थी, ऐसे में जरूरत पड़ने पर इसरो ने इसका इस्तेमाल किया। 

उन्होंने कहा, ‘‘ हम भूविज्ञान में शोध करते रहे हैं। तमिलनाडु में इस प्रकार की मिट्टी है जैसी चंद्रमा की सतह पर है। यह मिट्टी खासतौर पर दक्षिणी ध्रुव (चंद्रमा के) पर मौजूद मिट्टी से काफी मिजली-जुलती है। चंद्रमा की सतह पर मिट्टी ‘एनॉर्थोसाइट’ है जो मिट्टी का एक प्रकार है।’’ प्रोफेसर एस अनबझगन ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘ इसरो ने जब चंद्रमा अन्वेषण कार्यक्रम की घोषणा की, इसके बाद से हम लगातार मिट्टी भेज रहे हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘इसरो को कम से कम 50 टन मिट्टी भेजी गई, जो चंद्रमा की सतह पर मौजूद मिट्टी से मिलती-जुलती है।’’ 

उन्होंने बताया कि विभिन्न परीक्षणों से इसरो के वैज्ञानिकों ने इस बात की पुष्टि की कि नामक्कल में मौजूद मिट्टी चंद्रमा की सतह पर मौजूद मिट्टी की ही भांति है। एक प्रश्न के उत्तर में अनबझगन ने कहा कि नामक्कल के पास स्थित सीतमपुंडी और कुन्नामलाई गांव, आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों और देश के उत्तरी क्षेत्रों में इस प्रकार की मिट्टी प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। उन्होंने कहा, ‘‘ हम इसरो को उनकी जरूरत के हिसाब से मिट्टी भेज रहे हैं। वे हमारे द्वारा उपलब्ध कराई गई मिट्टी पर परीक्षण कर रहे हैं। अगर चंद्रयान-4 मिशन भी शुरू होता है तो हम उसके लिए भी मिट्टी उपलब्ध कराने के लिए तैयार हैं।’’ 

2024 से एग्जाम दो बार आयोजित किए जाएंगे

2024 से एग्जाम दो बार आयोजित किए जाएंगे  

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। बोर्ड एग्जाम को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। दरअसल, राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद ने बोर्ड एग्जाम को लेकर बड़ा ऐलान किया है। बता दों बोर्ड एग्जाम को लेकर स्कूली शिक्षा के लिए नया करिकुलम फ्रेमवर्क लॉन्च किया गया है। जिसमें बताया गया कि अगले साल यानी कि 2024 से बोर्ड के एग्जाम साल में दो बार आयोजित किए जाएंगे। 

इससे फायदा ये होगा कि स्टूडेट्स को सिलेबस कवर कर परीक्षा देनी की चिंता नहीं होगी। वहीं साल में दो बार परीक्षा होने से स्टूडेंड आधा सिलेबस सही तरीके से कवर कर पाएंगे और अच्छे नंबर लानें में कोई दिक्कत नहीं होगी। इसके साथ ही इसका ये भी फायदा है कि भले ही यह परीक्षा साल में दो बार हो लेकिन दोनों परीक्षाओं का नंबर नहीं जोड़ा जाएगा। इसका तीसरा फायदा यह है कि दोनों में से जिस परीक्षा में भी स्टूडेंट को ज्यादा नंबर आएंगे। उस परीक्षा के नंबर को ही फाइनल नंबर माना जाएगा।

वहीं शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक, नई एजुकेशन पॉलिसी (एनईपी) के अनुसार, नई एजुकेशन पॉलिसीफ्रेमवर्क लॉन्च के बाद  2024 के शैक्षणिक सत्र के लिए अलग से किताबें तैयार की जाएंगी। नई एजुकेशन पॉलिसी के अनुसार इसका ये फायदा है कि अब बच्चे सिर्फ क्लास 11वीं और 12वीं में कला, विज्ञान, वाणिज्य 'स्ट्रीम' के अलावा अपने पसंद के सब्जेक्ट भी पढ़ सकते हैं। इसके साथ ही यह भी कहा गया कि कक्षा 11वीं और 12वीं के छात्र-छात्राओं को कम से कम एक भारतीय भाषा में पढ़ाई करनी होगी।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 


1. अंक-310, (वर्ष-06)

पंजीकरण:- UPHIN/2010/57254

2. बृहस्पतिवार, अगस्त 24, 2023

3. शक-1944, श्रावण, शुक्ल-पक्ष, तिथि-अष्टमी, विक्रमी सवंत-2079‌‌। 

4. सूर्योदय प्रातः 05:22, सूर्यास्त: 07:06।

5. न्‍यूनतम तापमान- 21 डी.सै., अधिकतम- 33+ डी.सै.। बरसात की संभावना बनी रहेगी।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पंवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

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मंगलवार, 22 अगस्त 2023

यूपी के स्कूलों में किया जाएगा लाइव टेलीकास्ट

यूपी के स्कूलों में किया जाएगा लाइव टेलीकास्ट 

अकांशु उपाध्याय  
लखनऊ। बुधवार शाम को जब भारत का महत्वाकांक्षी मून मिशन 'चंद्रयान-3' चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव की सतह पर पहली बार लैंड करेगा तो उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों के छात्र भी इस ऐतिहासिक लम्हे के साक्षी बनेंगे। प्रदेश की योगी सरकार ने इस अवसर पर छात्रों के ज्ञानवर्धन, उनकी जिज्ञासाओं की पूर्ति के लिए सभी परिषदीय विद्यालयों को 23 अगस्त की शाम को एक घंटा खोलने और छात्रों की भागीदारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। सरकार ने शिक्षा मंत्रालय के निर्देश का हवाला देते हुए कहा है कि 23 अगस्त को शाम 5.27 बजे चंद्रयान-3 के चंद्रमा पर उतरने की प्रक्रिया का इसरो वेबसाइट, यू-ट्यूब चैनल व डीडी नेशनल पर सीधा प्रसारण किया जाएगा। ऐसे में 5.15 से 6.15 बजे तक विद्यालयों व शैक्षणिक संस्थानों में विशेष सभा आयोजित कर सीधे प्रसारण की व्यवस्था की जाए। 
युवाओं की जिज्ञासा और अविष्कारों के प्रति जुनून जगाएगा यह ऐतिहासिक अवसर
अपर राज्य परियोजना निदेशक मधुसूदन हुल्गी ने बताया कि यह पहली बार है जब सरकार ने इस तरह के ऐतिहासिक अवसर पर छात्रों को एजुकेट करने के लिए शाम को स्कूल खोलने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि भारत के चंद्रयान-3 का चंद्रमा पर उतरना एक यादगार अवसर है, जो न केवल जिज्ञासा को बढ़ावा देगा बल्कि हमारे युवाओं के मन में अन्वेषण के लिए एक जुनून भी जगाएगा। इससे गर्व और एकता की गहरी भावना पैदा होगी क्योंकि हम सामूहिक रूप से भारतीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी की शक्ति का उत्सव मनाएंगे। इसी क्रम में सभी डायट प्राचार्य व बीएसए को निर्देश दिया है कि इस दिन 5.15 से 6.15 बजे तक विद्यालयों व शैक्षणिक संस्थानों में विशेष सभा आयोजित कर सीधे प्रसारण की व्यवस्था की जाए। 

परिजनों ने युवती सहित प्रेमी की हत्या कर शव फेंका

परिजनों ने युवती सहित प्रेमी की हत्या कर शव फेंका 

आदर्श श्रीवास्तव    
गोंडा। गोंडा में ‘हॉरर किलिंग’ का बड़ा मामला सामने आया है। प्रेमिका से मिलने गए प्रेमी को युवती के परिजनों ने घर में ही पकड़ लिया और दोनों की हत्या कर दी। रविवार की देर रात धानेपुर के मेहनौन गांव में सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने के बाद युवती के घरवालों ने युवक के शव को गांव के बाहर गन्ने के खेत में फेंक दिया। आनन-फानन युवती के शव को अयोध्या सरयू घाट पर ले जाकर सोमवार की सुबह बालू के टीले में दबा दिया। 
युवक के घर वालों ने थाने में शिकायत की थी कि रविवार की शाम से युवक घर नहीं लौटा। गहनता से तफ्तीश में पूरे मामले का खुलासा हो सका। पुलिस ने दो हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
गोंडा में ‘हॉरर किलिंग’ का बड़ा मामला सामने आया है। प्रेमिका से मिलने गए प्रेमी को युवती के परिजनों ने घर में ही पकड़ लिया और दोनों की हत्या कर दी। रविवार की देर रात धानेपुर के मेहनौन गांव में सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने के बाद युवती के घरवालों ने युवक के शव को गांव के बाहर गन्ने के खेत में फेंक दिया। आनन-फानन युवती के शव को अयोध्या सरयू घाट पर ले जाकर सोमवार की सुबह बालू के टीले में दबा दिया। 
युवक के घर वालों ने थाने में शिकायत की थी कि रविवार की शाम से युवक घर नहीं लौटा। गहनता से तफ्तीश में पूरे मामले का खुलासा हो सका। पुलिस ने दो हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस अधीक्षक अंकित मित्तल ने बताया कि युवक के पिता बिंदेश्वरी प्रसाद चौरसिया ने पुलिस को गुमशुदगी की सूचना दी। इसके बाद पुलिस सक्रिय हुई। प्रारंभिक जांच में युवक की गुमशुदगी के साथ ही युवती की मृत्यु और अचानक अंतिम संस्कार किये जाने का सुराग लगा। गहनता से तफ्तीश करने पर दोहरे हत्याकांड का खुलासा हुआ है। युवती के पिता व भाई को हिरासत में लेकर पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो दोनों ने जुर्म का इकबाल कर लिया। उनकी निशानदेही पर आलाकत्ल, चारपाई और गन्ने के खेत से सतीश का शव बरामद कर लिया गया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। 
वहीं, युवती के शव की बरामदगी के लिए धानेपुर पुलिस अयोध्या रवाना हो गयी है। धानेपुर के थानाध्यक्ष सत्येंद्र वर्मा ने बताया कि मृत युवक की मां प्रभावती चौरसिया की तहरीर के आधार पर पुलिस ने हत्या और साक्ष्य मिटाने का मुकदमा दर्ज कर लिया है। युवक की शव बरामदगी के बाद आरोपियों की निशानदेही पर पुलिस टीम अयोध्या स्थित सरयू घाट से युवती के शव को निकालने का प्रयास कर रही है।

खास: बुधवार शाम 6 बजे लैंड करेगा चंद्रयान-3

खास: बुधवार शाम 6 बजे लैंड करेगा चंद्रयान-3    

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। चंद्रयान 3 का विक्रम लैंडर इस समय चांद के चारों तरफ 24 किमी x 134 किमी की ऑर्बिट में घूम रहा है। लैंडर के मुख्य कैमरा यानी लैंडर इमेजर (LI) ने शानदार वीडियो बनाया है। ये वीडियो 20 अगस्त 2023 को दूसरी बार डीबूस्टिंग करने के बाद बनाया गया है। इसमें एक तरफ घूमता हुआ चंद्रमा दिख रहा है। दूसरी तरफ विक्रम लैंडर के सोलर पैनल्स और गोल्डेन रेडिएशन कवर। ये वीडियो ये बताता है कि चंद्रयान-3 की सेहत सही है।
चंद्रयान-3 के चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग का वक्त करीब आता जा रहा है। इसमें अब 48 घंटे से भी कम का वक्त बचा है। इसके साथ ही सबकी धड़कनें भी तेज हो गई हैं। बुधवार शाम को चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग के दौरान आखिरी के 20 मिनट काफी अहम होने वाले हैं। गौरतलब है कि इस मिशन के सफल होने के बाद भारत उन चुनिंदा देशों में शामिल हो जाएगा, जिन्होंने चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग की है। यह देश हैं अमेरिका, रूस और चीन।
बता दें कि चंद्रयान-3 की लैंडिंग की कमान अभी तक इसरो मिशन के वैज्ञानिकों के हाथ में है। लेकिन आखिरी के पलों में यह ऑटोमैटिक मोड में आ जाएगा। इसके बाद से असली चुनौतियां शुरू होंगी। गौरतलब है कि इन्हीं आखिरी पलों में चंद्रयान-2 नाकाम हुआ था। इसको देखते हुए इसरो ने इस बार खास तैयारी कर रखी है। चंद्रयान की सॉफ्ट लैंडिंग के लिए इसके लैंडर में रॉकेट लगाए गए हैं। इनके जरिए लैंडर की स्पीड कंट्रोल होगी और उसके बाद सॉफ्ट लैंडिंग की कोशिशें की जाएंगी।
एक सौ किलोमीटर की ऊंचाई से चंद्रमा की सतह पर लैंडर उतारने की प्रक्रिया काफी अहम है। बीबीसी के मुताबिक इसका प्रॉसेस आठ चरणों में पूरा होगा। चंद्रयान-3 पहले बूस्टर फायर करेगा और 100 किमी की ऊंचाई पर परिक्रमा करता है, ताकि चांद की सतह की ओर गिरे। यहां से चंद्रयान तेजी से चंद्रमा की सतह की तरफ आएगा। इस वक्त चंद्रयान का लैंडर मॉड्यूल 90 डिग्री पर होना चाहिए। इसके चारों पैर चांद की सतह लंबवत नहीं छू सकते। ऐसे में चंद्रयान के मुंह के बल गिरने का खतरा रहेगा। ऐसी हालत में रोवर इससे बाहर नहीं आ पाएगा। सॉफ्ट लैंडिंग के बाद चंद्रयान का लैंडर मॉड्यूल धरती पर सिग्नल भेजता है। कुछ देर के बाद इसका रैंप खुल जाएगा। इसकी मदद से रोवर प्रज्ञान चांद पर लैंड करेगा। इसके बाद वह फोटो लेकर लेकर बेंगलुरु के पास इंडियन डीप स्पेस नेटवर्क को भेजेगा।

गुर्जर आंदोलन, न्यायालय पहुँचे मावी और पप्पू

गुर्जर आंदोलन, न्यायालय पहुँचे मावी और पप्पू 

अश्वनी उपाध्याय   
गाजियाबाद। डेढ़ दशक पहले राजस्थान में हुए गुर्जर आंदोलन के दौरान साहिबाबाद थाना क्षेत्र में गुर्जर समाज के लोगों के ऊपर एक मुक़दमा दर्ज हुआ था सोमवार को इस मुकदमे में एसीजेएम तृतीय/ के यहां तारीख थी तारीख पर पहुंचे गुर्जर समाज के लोगों ने कहा कि सप्ताह में दो दो तारीख मिलने से वह परेशान हो गये हैं अपने परिवार की जरूरतों को भी पूरा नहीं कर पा रहे हैं उन्हें दूसरे तीसरे दिन न्यायालय में तारीखों पर आना पड़ रहा है।
बता दें कि 2009 में गुर्जर समाज ने आरक्षण की मांग को लेकर राजस्थान में आंदोलन शुरू किया था उस आंदोलन को गाजियाबाद में भी गुर्जर समाज के लोगों ने अपना समर्थन दिया था, आंदोलन में उत्तर प्रदेश के कई जिलों में गुर्जर समाज के नेताओं के ऊपर मुकदमे दर्ज हुए थे उन मुकदमों में आज भी तमाम लोग अदालत के चक्कर लगा रहे हैं आरोप है कि तत्कालीन सरकार के अधिकारियों ने मनमाने तरीके से गुर्जर समाज के लोगों के ऊपर दुर्भावना वश झूठे मुकदमे दर्ज किए थे जो लोग आंदोलन स्थल पर भी मौजूद नहीं थे उनको भी उनके घरों से जबरन उठाकर जेलों में बंद कर दिया था, झूठे मुकदमों को वापस लेने की मांग को लेकर गुर्जर समाज के लोगों ने कई बार आंदोलन भी किए थे लेकिन कई सरकार बदलने के बावजूद आज तक भी गुर्जर आंदोलन में दर्ज हुए मुकदमे सरकार ने वापस नहीं लिए हैं जबकि राजस्थान सरकार ने अपने यहां गुर्जर आंदोलन में दर्ज सभी मुकदमों को वापस ले लिया था उस दौरान गुर्जर समाज के प्रतिनिधि मंडल में शामिल नेताओं व सरकार के लोगों के बीच यह सहमति भी बनी थी कि इस आंदोलन में देशभर में दर्ज हुए सभी मुकदमे वापस लिए जाएंगे लेकिन गाजियाबाद में गुर्जर समाज के बेगुनाह लोगों के खिलाफ दर्ज हुए मुकदमें वापस नहीं लिए गए हैं सोमवार को इसी आंदोलन के केस में तारीख थी जिसमें ईश्वर मावी, पप्पू पहलवान, राज सिंह मावी, हरवीर कसाना, अनिल चपराना, धीरज धामा, सुरेंद्र कसाना व विनोद नागर सहित करीब डेढ़ दर्जन लोग न्यायालय में पेश हुए।

25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट

25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट पंकज कपूर  देहरादून। हेमकुंड साहिब के कपाट आगामी 25 मई को खोले जाएंगे। इसके चलते राज्य सरका...