सोमवार, 31 जुलाई 2023

दुष्कर्म के बाद हत्या कर फेंका शव: आशंका

दुष्कर्म के बाद हत्या कर फेंका शव: आशंका   

श्रीराम मौर्य  
देहरादून। हाथीबड़कला क्षेत्र में महिला की हत्या कर दी गई। सेंटीरियो मॉल के सामने सड़क पर महिला का शव मिलने से हड़कंप मच गया। महिला के सिर और पैर में गहरी चोट के निशान है।
पुलिस ने शक के आधार पर सामने के सुलभ शौचालय के कर्मचारी को हिरासत में लिया गया है। महिला के साथ दुष्कर्म की भी आशंका है। पुलिस ने महिला के शव का पंचायत नामा भर कर पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया। बताया जा रहा है कि महिला क्षेत्र में ही घूमती रहती थी।
रात में किसी समय एक व्यक्ति से झगड़ा हुआ और उसने भारी चीज से वारकर हत्या कर दी। एसएचओ डालनवाला राजेश शाह ने बताया कि जल्द ही घटना का खुलासा किया जायेगा।

5.30 करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर उठे: योगी

5.30 करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर उठे: योगी    

हरिओम उपाध्याय   
गोरखपुर। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संसाधनों से अमीर होने के बावजूद उत्तर प्रदेश पूर्व की गैर भाजपा सरकारों की कुनीति व कुशासन से गरीब और बीमारू राज्य बना हुआ था। भाजपा की डबल इंजन सरकार ने सुनीति और सुशासन से उत्तर प्रदेश को नई पहचान दी है। आज दुनिया मानती है कि यूपी गरीब व बीमारू राज्य नहीं बल्कि वह प्रदेश है जहां छह साल में साढ़े पांच करोड़ लोग गरीबी की रेखा से ऊपर उठे हैं।
सीएम योगी सोमवार पूर्वाह्न वीर बहादुर सिंह स्पोर्ट्स कॉलेज परिसर में आयोजित पीएम आवास योजना के लाभार्थी सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर उन्होंने सिंगल क्लिक से प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के 5100 लाभार्थियों के बैंक खातों में 51.52 करोड़ रुपये की धनराशि अंतरित की। 250 लाभार्थियों को 50 हजार रुपये की दर से प्रथम किस्त, 2602 लाभार्थियों को 1.50 लाख रुपये की दर से दूसरी किस्त तथा 2248 लाभार्थियों को 50 हजार रुपये की दर से तीसरी किस्त की धनराशि भेजी गई। सीएम ने पीएम आवास योजना के 12 लाभार्थियों को आवास की प्रतीकात्मक चाबी सौंपी।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने पूर्ववर्ती सरकारों को सवालों के घेरे में खड़ा किया। उन्होंने कहा कि लंबे समय तक शासन करने वाली कांग्रेस, सपा और बसपा की सरकारों ने जनता को योजनाओं के लाभ से वंचित रखा। कांग्रेस नारा देकर भी गरीबी नहीं हटा पाई। सपा के नारे जातिवाद, परिवारवाद के शिकंजे में भ्रष्टाचार के प्रतीक बन गए। बसपा के हाथी के पेट मे पूरा प्रदेश ही समा जा रहा था। इन सबका परिणाम यह रहा कि यूपी पिछड़ता चला गया। यदि जनता गरीब रहेगी तो प्रदेश व देश समृद्ध नहीं हो सकता।
सीएम योगी ने कहा कि छह साल से यूपी में दिख रहा विकास और जनकल्याण के कार्य पहले भी हो सकते थे पर पूर्व की सरकारों में इच्छाशक्ति का अभाव था। सपा का बिना नाम लिए उन्होंने कहा कि उनके एजेंडे में “मैं” और मेरा परिवार ही था। प्रदेश के संसाधनों को लूटने के लिए महाभारत के सभी रिश्ते जुड़ जाते थे। उन्होंने किसानों, व्यापारियों का शोषण किया, युवाओं से अन्याय किया, महिलाओं की सुरक्षा खतरे में डाली।
बाल बांका नहीं कर सकती बीमारी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि गोरखपुर और आसपास के क्षेत्रों में 15 जुलाई से 15 नवंबर तक का समय इंसेफेलाइटिस की दहशत के नाम रहता था। 40 वर्षों में 50 हजार बच्चों की मौत हो गई थी। डबल इंजन की सरकार ने इंसेफेलाइटिस का समूल कर दिया है। इंसेफेलाइटिस पूरी तरह नियंत्रित है, बस उन्मूलन की घोषणा ही बाकी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बीआरडी मेडिकल कॉलेज के सुदृढ़ीकरण और एम्स की स्थापना हो जाने से सर्दी हो या गर्मी, बरसात हो या बसंत, कोई भी बीमारी बच्चों का बाल बांका नहीं कर सकती।
कोई पैसा मांगे तो सीधे मुझे दें सूचना
सीएम योगी ने कहा कि पीएम मोदी का सपना है कि हर व्यक्ति के पास अपना घर हो। हर व्यक्ति की भी यही कामना होती है कि उसके पास अपना घर, उसमें बिजली पानी, रसोई गैस, राशन कार्ड, स्वास्थ्य बीमा आदि की सुविधा हो। आजादी के बाद पहली बार डबल इंजन की सरकार ऐसी सभी योजनाओं का लाभ दे रही है। उन्होंने पीएम आवास योजना को प्रधानमंत्री की तरफ से गिफ्ट बताते हुए कहा कि किस्त की रकम से समय पर मकान बनवाइए। यदि कोई पैसा मांगे तो सीधे मुझे सूचना दीजिए। मुख्यमंत्री ने बताया कि पीएम आवास योजना के लाभार्थियों को राशन कार्ड, बिजली कनेक्शन, रसोई गैस कनेक्शन, आयुष्मान योजना का लाभ भी दिया जाएगा। उन्होंने आवास बन जाने पर गृह प्रवेश में जनप्रतिनिधियों को भी बुलाने और जो खुद खाते हों, वही जनप्रतिनिधियों को भी खिलाने की बात भी कही। सीएम ने बताया कि यूपी में पीएम आवास योजना शहरी के तहत 54 लाख गरीबों को आवास मिले हैं। गोरखपुर में 43600 आवास स्वीकृत हैं। इसमें से 35500 आवास पूर्ण हो चुके हैं। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों में पिछले छह वर्षों में 61184 आवास उपलब्ध कराए गए।
विकास के साथ जनकल्याण की बढ़ रही रफ्तार
मुख्यमंत्री ने कहा कि डबल इंजन सरकार में विकास के साथ ही जनकल्याण की रफ्तार निरंतर बढ़ रही है। देश का सुरक्षित राज्य होने के साथ यूपी निवेशकों का पसंदीदा गंतव्य है। गोरखपुर को ही देखें तो अच्छी सड़कें शोभा बढ़ा रही हैं। एम्स, खाद कारखाना, चिड़ियाघर, रामगढ़ताल से विकास की नई तस्वीर दिखती है। मेडिकल कॉलेज रोड विदेशी रोड लगता है। फ्लाईओवर बन जाने से खजांची चौक पर जाम की समस्या भी समाप्त हो जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज गोरखपुर में सबकुछ है। यहां से संगठित अपराध, गैंगवार का सफाया हो चुका है। मच्छर और इंसेफेलाइटिस की समस्या का समाधान हो गया है। गोरखपुर तो अब सभी बीमारियों का समाधान करने वाला क्षेत्र बन गया है। दुनिया के निवेशक यहां निवेश करने आना चाहते हैं। गोरखपुर चार विश्वविद्यालय से शिक्षा का आधुनिक हब बन गया है। जल्द ही सहजनवा में अटल आवासीय विद्यालय में सत्र प्रारंभ होने जा रहा है। बेसिक स्कूलों का कायाकल्प किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जो संकीर्ण सोच वाला होगा, उसे ही विकास नजर नहीं आ रहा होगा। जनकल्याण का पक्ष देखें तो कोरोना काल से देश मे 80 करोड़ और यूपी में 15 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन की सुविधा मिल रही है जबकि पहले सत्ताधारी पार्टी से जुड़े लोग गरीबों का राशन हड़प जाते थे। आज किसी ने ऐसा किया तो जेल उसके इंतजार में है। पहले नौकरी के नाम पर डकैती होती थी, आज नौकरी में सेंधमारी करने वाले जेल में मिलेंगे। डीबीटी से पेंशन में कमीशनखोरी को खत्म कर दिया गया है। सीएम ने सभी लोगों से विकास की सोच से जुड़ने, नागरिक दायित्व का निर्वहन करते हुए स्वच्छता को बढ़ावा देने की अपील की। कहा कि विकास की सोच से ही कल्याण का मार्ग प्रशस्त होगा।
मेरी माटी, मेरा देश अभियान से जुड़ने की अपील
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी लोगों से मेरी माटी, मेरा देश अभियान से जुड़ने की अपील की। कहा कि हमारा देश व इसकी माटी के प्रति दायित्व होता है कि हम गंदगी न फैलाएं, अराजकता का प्रतिकार करें, भ्रष्टाचार को पनपने दें। अराजकता, गुंडागर्दी, भ्रष्टाचार की सूचना शासन-प्रशासन को दें। प्रशासन इसका इलाज कर देगा।
लाभार्थी सम्मेलन को प्रदेश सरकार के मत्स्य विकास मंत्री डॉ संजय निषाद, सांसद रविकिशन शुक्ल, महापौर डॉ मंगलेश श्रीवास्तव, विधायक विपिन सिंह, फतेह बहादुर सिंह, श्रीराम चौहान ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर विधायक महेंद्रपाल सिंह, विपिन सिंह, डॉ. विमलेश पासवान, प्रदीप शुक्ल, एमएलसी डॉ. धर्मेंद्र सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष युधिष्ठिर सिंह, महानगर अध्यक्ष राजेश गुप्ता आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

अंजू के अंतरराष्ट्रीय साजिश के पहलू की जांच

अंजू के अंतरराष्ट्रीय साजिश के पहलू की जांच  

ओमप्रकाश चौबे   
भोपाल। मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सोमवार को कहा कि राज्य पुलिस भारतीय महिला अंजू (34) के फेसबुक पर बने दोस्त से शादी रचाने के लिए पाकिस्तान जाने से जुड़े मामले में ‘अंतरराष्ट्रीय साजिश’ के पहलू की जांच करेगी। दो बच्चों की मां अंजू ने इस्लाम स्वीकार करने के बाद इस साल 25 जुलाई को पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के अपर दीर जिले में अपने दोस्त नसरुल्ला (29) से शादी कर ली थी। दोनों के बीच 2019 में फेसबुक के जरिये दोस्ती हुई थी। 
धर्म बदलने के बाद फातिमा के नाम से पहचानी जाने वाली अंजू को इस्लाम कबूल करने पर उपहार के रूप में नकद राशि और जमीन दिए जाने की खबरें हैं। खैबर पख्तूनख्वा स्थित एक रियल एस्टेट कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) मोहसिन खान अब्बासी ने अंजू और नसरुल्ला से शनिवार को उनके आवास पर मुलाकात की थी। 
अब्बासी ने अंजू को एक चेक सौंपा था, जिस पर दर्ज धनराशि के बारे में खुलासा नहीं किया गया है। इसके अलावा, अंजू को 2,722 वर्ग फुट जमीन के दस्तावेज भी दिए गए थे, ताकि वह पाकिस्तान में आराम से रह सके। अंजू के पिता गया प्रसाद थॉमस मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले के टेकनपुर कस्बे के पास स्थित बौना गांव के निवासी हैं। थॉमस ने पिछले हफ्ते कहा था कि उनके परिवार के लिए अंजू अब ‘मृत व्यक्ति’ के समान है। 
अंजू के मामले के बारे में पूछे जाने पर मिश्रा ने सोमवार को भोपाल में संवाददाताओं से कहा, “पाकिस्तान में जिस तरह से अंजू का स्वागत हो रहा है और उस पर उपहारों की बौछार की जा रही है, उससे कई संदेह पैदा होते हैं। इसलिए मैंने पुलिस की विशेष शाखा को निर्देश दिया है कि वह इस मामले की बारीकी से जांच करे और पता लगाए कि कहीं यह कोई अंतरराष्ट्रीय साजिश तो नहीं है।” 
मिश्रा के मुताबिक, उन्होंने अधिकारियों को ‘साजिश के पहलू’ पर ध्यान केंद्रित करने का निर्देश दिया है, क्योंकि यह मामला प्रदेश के ग्वालियर जिले से जुड़ा हुआ है। अंजू के पिता थॉमस ने पिछले सप्ताह कहा था, “वह (अंजू) कैसे अपने दो बच्चों और पति को छोड़कर भाग गई... उसने अपने बच्चों के बारे में जरा-भी नहीं सोचा। अगर वह ऐसा करना चाहती थी, तो उसे पहले अपने पति को तलाक देना चाहिए था। अब वह हमारे लिए जीवित नहीं है।” 
कुछ तबकों में जारी इन अटकलों के बारे में पूछे जाने पर कि इस घटना के पीछे कुछ और भी हो सकता है, क्योंकि अंजू का गांव ग्वालियर में टेकनपुर कस्बे के करीब है, जहां सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) की एक प्रमुख यूनिट तैनात है, थॉमस ने ऐसी अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने कहा, “किसी ने भी हमारे सामने ऐसा कोई मुद्दा नहीं उठाया। केवल आप (मीडिया) यह सवाल उठा रहे हैं। मेरे बच्चों में से कोई भी आपराधिक प्रवृत्ति का नहीं है। मैं इस मामले में किसी भी जांच का सामना करने के लिए तैयार हूं।” थॉमस ने अपनी बेटी को मानसिक रूप से परेशान और सनकी भी बताया था।

जयपुर एक्सप्रेस ट्रेन में फायरिंग, चार लोगों की मौत

जयपुर एक्सप्रेस ट्रेन में फायरिंग, चार लोगों की मौत   

नरेश राघानी  
जयपुर। मुंबई जा रही जयपुर एक्सप्रेस ने गोलीबारी हुई है। इस घटना में 4 लोगों की जानें गई है। वारदात से सनसनी मच गई। लोग डरे हुए हैं। आरोप है कि आरपीएफ के जवान ने फायरिंग की है। मरने वालों में एक आरपीएफ का जवान भी शामिल है। मरने वालों में एक आरपीएफ एसआई भी शामिल बताया जा रहा है। घटना के बाद आरपीएफ जवान को हिरासत में ले लिया गया। उससे पूछताछ की जा रही है। उसने फायरिंग क्योंकि इसका पता लगाने की कोशिश की जा रही है।
आरपीएफ कांस्टेबल ने की थी फायरिंग
जानकारी के अनुसार आपको बता दें कि जयपुर एक्सप्रेस में चार लोगों की गोली लगने से मौत हो गई । चेतन सिंह नाम का एक आरपीएफ कांस्टेबल ने कथित कथित रूप से इस घटना को अंजाम दिया है।  इस घटना में आरपीएफ के एएसआई समेत तीन यात्रियों को गोली लगी।  चारों की मौके पर ही मौत हो गई।  इन चारों के शवों को महाराष्ट्र के बोरीवली में उतारा गया। आरोपी आरपीएफ कांस्टेबल को डिटेन किया गया है।  सुबह 5:30 बजे वापी और सूरत के बीच यह घटना हुई। 
गोलीबारी में चार की मौत
रेलवे के तरफ से बताया गया है कि मुंबई जा रही जयपुर एक्सप्रेस में एक आरपीएफ जवान ने चलती ट्रेन के अंदर फायरिंग शुरू कर दी.  गोलीबारी की इस घटना में एक आरपीएफ एसआई और तीन अन्य लोगों की जानें गई है । आरोपी को उसके हथियार सहित गिरफ्तार कर लिया गया । इस घटना के पीछे वजह क्या है । इसका पता लगाया जा रहा है।
आरपीएफ ने जारी किया यह बयान
वही आरपीएफ ने ट्रेन में गोलीबारी की घटना पर बयान जारी करते हुए कहा गया है कि जयपुर एक्सप्रेस 12956 में फायरिंग में एएसआई की मौत हुई है।  आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।  इस संबंध में डीसीपी नॉर्थ जीआरपी को सूचना दे दी गई।

55 साल की उम्र में भी बरकरार है खूबसूरती

55 साल की उम्र में भी बरकरार है खूबसूरती   

कविता गर्ग   
मुंबई। 55 की उम्र में भी यह हसीना बेहद खूबसूरत दिखती है, और मलाइका की हॉटनेस उसकी खूबसूरती के आगे फीकी है। 90 के दशक को बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री का सर्वश्रेष्ठ दशक माना जाता है। इस समय बॉलीवुड में एक से अधिक सुंदर और आकर्षक अभिनेत्रियां थीं। जो आज भी लाखों लोगों को अपनी हॉटनेस और फिटनेस से प्रभावित करती है। दीप्ति भटनागर ऐसी एक्ट्रेस है जो आज भी अपनी सुंदरता के कारण चर्चा में रहती है। जिनकी खूबसूरती देखकर आप भी दीवाने हो जाएंगे। आइये आपको उनकी खूबसूरती का दीदार करवाते हैं।
90 के दशक की खूबसूरत हीरोइन
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि दीप्ति भटनागर 90 के दशक की मशहूर होस्ट रह चुकी हैं। वह मशहूर गाने मेरा लॉन्ग गवाचा में भी नजर आईं। इस गाने को देखने के बाद हर कोई उनकी खूबसूरती का दीवाना हो गया है। समय बीत जाने के बाद भी दीप्ति भटनागर आज भी खूबसूरत दिखती हैं। जिनकी खूबसूरती इतने सालों में भी कम नहीं हो रही है।
55 साल की उम्र में भी एक्ट्रेस बेहद खूबसूरत और ग्लैमरस दिखती हैं
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि दीप्ति भटनागर 55 साल की उम्र में भी बेहद खूबसूरत दिखती हैं, तस्वीर देखकर आप भी दीवाने हो जाएंगे। दीप्ति भटनागर ने टीवी शो यात्रा को होस्ट करके घर-घर में अपनी पहचान बनाई। देश भर के मंदिरों और धार्मिक स्थलों का दौरा करने वाले इस शो में दीप्ति की साड़ियों और आभूषणों के साथ उनकी सादगी ने काफी लोकप्रियता हासिल की। लोग इन्हें काफी पसंद करते हैं।
सोशल मीडिया पर तस्वीरें वायरल हो रही हैं
इन दिनों सोशल मीडिया पर दीप्ति भटनागर की कुछ लेटेस्ट तस्वीरें वायरल हो रही हैं। हसीना की तस्वीरें देखने के बाद उनके फैंस लगातार उनकी खूबसूरती की तारीफों के पूल बांध रहे हैं। उनके लुक को देखकर कोई नहीं कह सकता कि एक्ट्रेस 55 साल की हैं। सामने आई तस्वीरों में उनकी खूबसूरत स्माइल भी नजर आ रही है। जिस पर लोग नीचे बैठे हुए हैं।
दीप्ति साउथ फिल्मों में सबसे ज्यादा नजर आती हैं
दीप्ति की बात करें तो उन्होंने अपने करियर में ज्यादातर साउथ फिल्मों में काम किया है। इस शो के अलावा उन्होंने स्टार प्लस के शो मुसाफिर हूं यारों में भी काम किया है. एक्ट्रेस की हर हर अदा परी फिदा हुए लोग।

धर्मेंद्र के साथ क्यों नहीं रहती हेमा, तोड़ी चुप्पी

धर्मेंद्र के साथ क्यों नहीं रहती हेमा, तोड़ी चुप्पी   

कविता गर्ग   
मुंबई। हेमा मालिनी, धर्मेंद्र के साथ अपनी शादी से खुश हैं, लेकिन उनके मम्मी-पापा ने शुरू में ‘शोले’ एक्टर के साथ उनके रिश्ते को स्वीकार नहीं किया था, क्योंकि वे पहले से प्रकाश कौर के साथ शादी के बंधन में थे। धर्मेंद्र से शादी के 43 साल बाद भी हेमा मालिनी को उनसे कोई शिकायत नहीं है, जिन्होंने प्रकाश कौर को तलाक दिए बिना ड्रीम गर्ल से शादी की थी। धर्मेंद्र फिलहाल अपनी पहली पत्नी और उनकी फैमिली के साथ रह रहे हैं हेमा मालिनी ने ‘लहरें’ को दिए इंटरव्यू में धर्मेंद्र संग रिश्ते पर बात की और बताया कि क्यों वे उनसे दूर रहती हैं। वे कहती हैं, ‘कोई भी ऐसा नहीं चाहता, ऐसा अपने-आप हो जाता है और जो होता है, उसे आपको स्वीकार करना पड़ता है। वरना, कोई नहीं महसूस कर पाएगा कि वह अपनी जिंदगी को कैसे जीना चाहता है। एक सामान्य परिवार की तरह, हर एक महिला पति और बच्चे चाहती है, लेकिन कहीं-न-कहीं, चीजें वैसी नहीं होतीं, जैसी सोची होती हैं।
74 साल की हेमा मालिनी आगे कहती हैं, ‘मुझे इसे लेकर बुरा नहीं लगता, मैं अपने में खुश हूं। मेरे दो बच्चे हैं, जिनकी मैंने अच्छे से परवरिश की है। यकीनन, धर्मेंद्र हमेशा साथ थे।’ कई लोग नहीं जानते, लेकिन हेमा की मां जया चक्रवर्ती ने बेटी को जितेंद्र से शादी करने के लिए काफी मनाया था, जिसका जिक्र हेमा मालिनी ने अपनी बायोग्राफी ‘हेमा मालिनी: बियोन्ड द ड्रीम गर्ल’ में किया है। हेमा और जितेंद्र की फैमिली उनकी सीक्रेट शादी करवाने के लिए, चेन्नई पहुंच गई थी, लेकिन खबर लीक हो गई थी और एक स्थानीय अखबार में छपी थी। हैरान-परेशान धर्मेंद्र और जितेंद्र की गर्लफ्रेंड शोभा (अब पत्नी हैं) के साथ चेन्नई पहुंचे। दोनों का आमना-सामना हुआ और शादी रद्द हो गई।

ईडी वाला पटना में घूमकर चाट छोला खा रहा है

ईडी वाला पटना में घूमकर चाट छोला खा रहा है    

अविनाश श्रीवास्तव   
पटना। लालू यादव के बेहद करीबी एमएलसी सुनील सिंह बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ हमलावर रहे हैं। शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर और केके पाठक विवाद पर भी उन्होंने सीएम नीतीश को लपेटा था। इसके बाद विधानमंडल मानसून सत्र के पहले दिन महागठबंधन विधानमंडल दल की बैठक में सीएम नीतीश ने सुनील सिंह की जमकर फटकार भी लगाई थी। उन्होंने सुनील सिंह से कहा था कि आप अमित शाह के संपर्क में हैं, भाजपा के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं। तब सुनील सिंह ने जवाब दिया था कि मेरी इंटीग्रिटी पर कोई शंका नहीं कर सकता है। पिछले 27 वर्षों में कई तूफान देखा है। कल भी लालू जी के साथ था, आज भी हैं और कल भी रहेगें। जब तक जिंदा हैं, तब तक लालू जी के साथ रहेंगे। सीएम नीतीश से हुए विवाद के बाद सुनील सिंह भले ही खुलकर नहीं बोल रहे, लेकिन इशारों ही इशारों में नीतीश कुमार का मजाक उड़ाने का कोई मौका नहीं गंवाते। सीएम नीतीश और राजद विधान पार्षद सुनील सिंह के बीच तकरार के बीच अब 'ईडी' ने इंट्री ले ली है।
पॉलिटिकिल जंग में ईडी की इंट्री 
दरअसल, राजद विधान पार्षद सुनील सिंह इन दिनों भाजपा नेताओं के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात को लेकर चर्चा में हैं। पहले केंद्रीय गृह सह सहकारिता मंत्री अमित शाह से फिर केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह से मुलाकात की तस्वीर सामने आई। इसके बाद लालू परिवार के खास विधान पार्षद को लेकर तरह-तरह की चर्चा शुरू हो गई। अमित शाह से मुलाकात की तस्वीर सामने आने पर ही मुख्यमंत्री ने सुनील सिंह के बार में तंज कसा था। इसी बीच बिस्कोमान के अध्यक्ष सह विधान पार्षद सुनील सिंह ने रविवार को बिहार के राज्यपाल से मुलाकात की। मुलाकात के बाद उन्होंने सोशल मीडिया पेज पर लिखा। ''मैं 32 सहकारी नेताओं के साथ राज्यपाल से मिलने आज गया था। लेकिन पोर्टल वालों के डर से फोटो पोस्ट नहीं कर रहा हूं''। फेसबुक पोस्ट के बाद तरह-तरह के कमेंट आने लगे। इसके बाद एक ने लिखा,''आप लालू यादव के परिवार के लिए दूसरे रंजन यादव साबित हो रहे हैं। सुनने में आ रहा है कि ईडी की टीम पिछले साल दिनों में पटना में ही घूम रही है। खैर...डर सबको लगता है। गला सबका सूखता है। राजनीति में हर कोई आगे बढ़ना चाहता ही है''। इस कमेंट पर राजद विधान पार्षद ने जवाब दिया। ''ईडी वाला पटना में घूमकर चाट-छोला खा रहा है क्या" ?

25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट

25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट पंकज कपूर  देहरादून। हेमकुंड साहिब के कपाट आगामी 25 मई को खोले जाएंगे। इसके चलते राज्य सरका...