सोमवार, 17 जुलाई 2023

सोमवती अमावस्या की बधाई, शिव की पूजा करें

सोमवती अमावस्या की बधाई, शिव की पूजा करें

अश्वनी उपाध्याय 

गाजियाबाद। सिद्धपीठ श्री दूधेश्वर नाथ मठ महादेव मंदिर के पीठाधीश्वर श्रीमहंत नारायण गिरि ने सभी भक्तों को हरियाली सोमवती अमावस्या की बधाई दी। उन्होंने कहा कि सोमवती अमावस्या को भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से सभी प्रकार के विकारों, कष्टों व संकटों से छुटकारा मिलता है और भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है। 

श्रीमहंत नारायण गिरि ने बताया कि हिंदू धर्म में सोमवती अमावस्या का विशेष महत्व है। जब अमावस्या सोमवार को पडती है तो उसे सोमवती अमावस्या कहा जाता है। सावन मास की अमावस्या को हरियाली अमावस्या भी कहा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने, आराधना करने, जलाभिषेक करने से भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। 

आज सावन का दूसरा सोमवार भी है, इस कारण इसका महत्व और भी बढ गया है। श्रीमहंत नारायण गिरि ने बताया कि सोमवती अमावस्या को भगवान शिव का व्रत रखने से भगवान प्रसन्न होते हैं। इस दिन नमकीन या खटटा नहीं सिर्फ मीठा भोजन वह भी एक समय शाम को ही करना चाहिए। इस दिन पवित्र नदी में स्नान करने व दान करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। कालसर्प दोष से पीडित व शनि प्रकोप से पीडित लोगों तथा ऐसे व्यक्ति जिनके अज्ञात शत्रु है, उनके लिए भी यह अमावस्या खास है। 

इस दिन भगवान शिव की पूजा करने से कालसर्प दोष, शनि प्रकोप से मुक्ति मिलती है। सावन का सोमवार भी पडने से भगवान शिव के साथ माता पार्वती की पूजा-अर्चना करने के साथ कई गुना फल की प्राप्ति होगी। पीपल के पेड की पूजा करने, जल चढाने, उसकी 108 परिक्रमा करने व तुलसी की पूजा करने से भी सभी प्रकार के विकारों, कष्टों व संकटों का निवारण होता है। नमः शिवाय या ओम नमः शिवाय का जाप करने से भी भगवान प्रसन्न होते हैं। भगवान शिव की पूजा करने से पितरों को भी तृप्ति मिलेगी और पितरों का आशीर्वाद भी प्राप्त होगा। 

साथ ही सभी देवी-देवताओं व ऋषि-मुनियों का आशीर्वाद भी मिलेगा।

उत्पीड़न व कुकर्म के मामलें में सजा सुनाई: कोर्ट 

उत्पीड़न व कुकर्म के मामलें में सजा सुनाई: कोर्ट 

भानु प्रताप उपाध्याय 

शामली। जनपद में दहेज के लिए विवाहिता का उत्पीड़न करने व पति द्वारा आप्राकृतिक कुकर्म करने के मामले में दोष सिद्ध पाये जाने पर अपर जिला सत्र न्यायाधीश रेशमा चौधरी ने मुजरिम पति, सास, ननद व ननदोई को सजा सुनाई।

सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता अशोक पुंडीर व पीड़िता के अधिवक्ता शगुन मित्तल ने बताया कि 9 जुन 2015 को थाना भवन थाने पर एक विवाहिता ने अपने पति विजय, सास मंजू, ननद पुष्पा व ननदोई मुकेश निवासी अवध बिहार मुजफ्फरनगर के विरूद्ध दहेज उत्पीड़न व मारपीट के आरोप में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पति पर अप्राकृतिक कुकर्म का भी आरोप लगा था।

पुलिस ने आरोप पत्र न्यायालय में प्रेषित कर दिए थे। अभियोजन पक्ष की और से 6 गवाह पेश किए गये। सोमवार को दोनों पक्षों की बहस सुनने व पत्रावलियों का अवलोकन करने के बाद अपर जिला सत्र न्यायाधीश रेशमा चौधरी ने दोष सिद्ध पाये जाने पर पति विजय को 7 साल कारावास व 19 हजार रुपये अर्थदण्ड़, सास मंजू को 2 साल कारावास व 9 हजार रुपये अर्थदण्ड, ननद पुष्पा को 2 साल कारावास व 9 हजार रुपये अर्थदण्ड तथा ननदोई मुकेश को 3 साल कारावास व 17 हजार रुपये अर्थदण्ड़ की सजा सुनाई।

कर्नाटक से हुई 'भाजपा के पतन' की शुरुआत

कर्नाटक से हुई 'भाजपा के पतन' की शुरुआत

इकबाल अंसारी 

बेंगलुरु‌। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने सोमवार को कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज करेगा और भाजपा के पतन की शुरुआत कर्नाटक से हो गई है, जहां पार्टी मई में विधानसभा चुनाव हार गई थी। सिद्धरमैया ने दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) लोकसभा चुनाव हार जाएगी क्योंकि पार्टी को स्पष्ट जनादेश नहीं मिलेगा।

उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद, महंगाई आ गई और अर्थव्यवस्था बर्बाद हो गई। किसानों, दलितों और आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए गुजारा करना मुश्किल हो गया है। सांप्रदायिकता के कारण लोगों ने अपनी शांति भी खो दी है। लोग भय में जी रहे हैं। यह भाजपा का उपहार है।’’

भाजपा नेताओं के इस आरोप पर कि विपक्षी नेता मोदी के डर से एकजुट हो रहे हैं, सिद्धरमैया ने कहा, ‘‘क्या हमने मोदी का सामना नहीं किया? क्या हम कर्नाटक में मजबूत नहीं हैं? (विधानसभा चुनाव के दौरान) मोदी जहां कहीं भी प्रचार के लिए गए, वहां कांग्रेस ने जीत हासिल की। भाजपा का पतन कर्नाटक से शुरू हो गया है।’’

जनता दल (सेक्युलर) के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से हाथ मिलाने की संभावना पर मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवगौड़ा के नेतृत्व वाली पार्टी (जद-एस) की कोई विचारधारा नहीं है क्योंकि उसने राज्य में सरकार बनाने के लिए एक बार भाजपा के साथ गठबंधन किया था।

अगले साल लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ संयुक्त लड़ाई की योजना तैयार करने के लिए 23 विपक्षी दलों के नेताओं के सोमवार और मंगलवार को बेंगलुरु में एकत्र होने की उम्मीद है।

9 अभ्यार्थियों को अधिकारियों के रूप में नियुक्त करें

9 अभ्यार्थियों को अधिकारियों के रूप में नियुक्त करें

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने सोमवार को केंद्र को निर्देश दिया कि वह चयनित नौ अभ्यर्थियों को 31 अगस्त तक औद्योगिक न्यायाधिकरणों के पीठासीन अधिकारियों के रूप में नियुक्त करें। न्यायालय ने यह निर्देश तब दिया जब इसे सूचित किया गया कि हाल ही में शीर्ष अदालत के न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली समिति ने नामों को मंजूरी दे दी है।

प्रधान न्यायाधीश न्यायमूर्ति डी वाई चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति पीएस नरसिम्हा और न्यायमूर्ति मनोज मिश्र की पीठ ने केंद्र की ओर से पेश हुए अतिरिक्त सॉलिसिटर जनरल बलबीर सिंह की इन दलीलों पर गौर किया कि नियुक्तियों के लिए नौ लोगों का चयन किया गया है।

पीठ ने कहा, "केंद्रीय श्रम और रोजगार मंत्रालय 31 अगस्त को या इससे पहले इन नियुक्तियों को अधिसूचित करेगा।" न्यायालय ने इसके साथ ही ‘लेबर लॉ एसोसिएशन’ द्वारा दायर जनहित याचिका का निपटारा कर दिया। हालाँकि, पीठ ने एसोसिएशन को किसी भी शिकायत के मामले में फिर से अदालत का रुख करने की छूट प्रदान कर दी।

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

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1. अंक-275, (वर्ष-06) पंजीकरण:- UPHIN/2010/57254

2. मंगलवार, जुलाई 18, 2023

3. शक-1944, श्रावण, शुक्ल-पक्ष, तिथि-प्रतिपदा, विक्रमी सवंत-2079‌‌।

4. सूर्योदय प्रातः 05:16, सूर्यास्त: 07:11। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 21 डी.सै., अधिकतम- 35+ डी.सै.। बरसात की संभावना बनी रहेगी।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु  (विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसैन पंवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

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रविवार, 16 जुलाई 2023

बुढ़ापे को जवानी में बदला, रसायनों की खोज 

बुढ़ापे को जवानी में बदला, रसायनों की खोज 

डॉक्टर सुभाषचंद्र गहलोत 

वाशिंगटन डीसी/न्यूयॉर्क। अमेरिकी शोधकर्ताओं ने एक अभूतपूर्व अध्ययन में बुढ़ापा और बुढ़ापे से संबंधित बीमारियों के खिलाफ लड़ाई में एक महत्‍वपूर्ण मुकाम हासिल किया है। हार्वर्ड मेडिकल स्कूल और मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एमआईटी) के वैज्ञानिकों की एक टीम ने कोशिकाओं को युवा अवस्था में पुन: प्रोग्राम करने वाले रसायनों की खोज की है। पहले, यह केवल शक्तिशाली जीन थेरेपी का उपयोग करके ही संभव था। जर्नल एजिंग-यूएस में प्रकाशित निष्कर्ष, इस खोज पर आधारित है कि विशिष्ट जीन की अभिव्यक्ति, जिसे यामानाका कारक कहा जाता है, वयस्क कोशिकाओं को प्रेरित प्लुरिपोटेंट स्टेम सेल (आईपीएससी) में परिवर्तित कर सकती है। इस खोज ने, जिसने 2012 में नोबेल पुरस्कार जीता, यह सवाल उठाया कि क्या कोशिकाओं को बहुत युवा और कैंसरग्रस्त बनाए बिना सेलुलर उम्र बढ़ने को उलटना संभव हो सकता है। 

नए अध्ययन में, शोधकर्ताओं ने उन अणुओं की जांच की, जो संयोजन में, कोशिकाओं की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को उलट सकते हैं और मानव कोशिकाओं को फिर से जीवंत कर सकते हैं। उन्होंने युवा कोशिकाओं को पुरानी और वृद्ध कोशिकाओं से अलग करने के लिए उच्च-थ्रूपुट सेल-आधारित परख विकसित की, जिसमें ट्रांसक्रिप्शन-आधारित उम्र बढ़ने वाली घड़ियां और एक रियल टाइम न्यूक्लियोसाइटोप्लाज्मिक प्रोटीन कंपार्टमेंटलाइज़ेशन (एनसीसी) परख शामिल है। रोमांचक खोज में, टीम ने छह रसायनों के मिश्रण की पहचान की जो एनसीसी और जीनोम-वाइड ट्रांसक्रिप्ट प्रोफाइल को युवा अवस्था में पुन: बहाल करते हैं और एक सप्ताह से भी कम समय में ट्रांसक्रिप्टोमिक उम्र को उलट देते हैं।

 हार्वर्ड में जेनेटिक्स विभाग के प्रोफेसर और प्रमुख वैज्ञानिक डेविड ए. सिंक्लेयर ने कहा, "हाल ही तक, हम जो सबसे अच्छा काम कर सकते थे, वह धीमी गति से उम्र बढ़ना था। नई खोजों से पता चलता है कि अब हम इसे उलट सकते हैं।" 

उन्होंने कहा, "इस प्रक्रिया के लिए पहले जीन थेरेपी की आवश्यकता होती थी, जिससे इसका व्यापक उपयोग सीमित हो गया था।" हार्वर्ड के शोधकर्ताओं ने पहले दिखाया था कि कोशिकाओं में विशिष्ट यामानाका जीन को वायरल रूप से पेश करके अनियंत्रित कोशिका वृद्धि के बिना सेलुलर उम्र बढ़ने को उलटना वास्तव में संभव है। ऑप्टिक तंत्रिका, मस्तिष्क ऊतक, गुर्दे और मांसपेशियों पर किए गए अध्ययनों से आशाजनक परिणाम सामने आए हैं। 

चूहों में बेहतर दृष्टि और विस्तारित जीवनकाल देखा गया है और हाल ही में बंदरों में बेहतर दृष्टि की एक रिपोर्ट आई है। इस नई खोज के निहितार्थ दूरगामी हैं, जिससे पुनर्योजी चिकित्सा और संभावित रूप से पूरे शरीर के कायाकल्प के रास्ते खुल रहे हैं। जीन थेरेपी के माध्यम से उम्र में बदलाव के लिए एक रासायनिक विकल्प विकसित करके, यह शोध उम्र बढ़ने, चोटों और उम्र से संबंधित बीमारियों के उपचार में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है और विकास में कम लागत और कम समयसीमा की संभावना प्रदान करता है।

 अप्रैल 2023 में बंदरों में अंधापन को उलटने में सकारात्मक परिणामों के बाद उम्र पलटने वाली जीन थेरेपी के इंसानों पर क्‍लीनिकल ​​परीक्षणों की तैयारी प्रगति पर है। हार्वर्ड की टीम एक ऐसे भविष्य की कल्पना करती है जहां उम्र से संबंधित बीमारियों का प्रभावी ढंग से इलाज किया जा सके, चोटों का अधिक कुशलता से उपचार किया जा सके और पूरे शरीर के कायाकल्प का सपना वास्तविकता बन सके। सिनक्लेयर ने कहा, "यह नई खोज एक ही गोली से बुढ़ापे को उलटने की क्षमता प्रदान करती है, जिसमें आंखों की रोशनी में सुधार से लेकर उम्र से संबंधित कई बीमारियों का प्रभावी ढंग से इलाज करने तक के अनुप्रयोग शामिल हैं।"

चंद्रयान-3: ‘पहला कदम’ सफलतापूर्वक पूरा किया 

चंद्रयान-3: ‘पहला कदम’ सफलतापूर्वक पूरा किया 

इकबाल अंसारी 

नई दिल्ली/चेन्नई। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अद्वितीय निपुणता और कुशलता से चंद्रयान -3 काे चंद्रमा की कक्षा की तरफ ले जाने का ‘पहला कदम’ ( फर्स्ट ऑर्बिट रेजिंग मनूवर) रविवार को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया। इसरो ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर चंद्रयान-3 को लेकर ताजा जानकारी दी। उसने कहा,“चंद्रयान सामान्य स्थिति में है। फ़र्स्ट ऑर्बिट-रेज़िंग का काम पूरा हो गया है।

अंतरिक्ष यान अब 41762 किमी x 173 किमी कक्षा में है।” इसरो के वैज्ञानिकों ने चंद्रयान -3 को चंद्रमा की ‘पहली कक्षा’ में बढ़ाने की प्रक्रिया आज सफलतापूर्वक पूरी की। इस प्रकार की प्रक्रिया चार बार और की जाएगी, जिसके बाद यह चंद्रमा की कक्षा में पहुंचेगा।

इसरो ने कहा,“अंतरिक्ष एजेंसी 31 जुलाई तक पृथ्वी से जुड़े चार और ‘अर्थ बाउंड मनूवर’ करेगी जिसके बाद एक अगस्त को ट्रांस लूनर इंसर्शन होगा।” मिशन चंद्रयान-3 का श्रीहरिकोटा के अंतरिक्षयान से शुक्रवार को प्रक्षेपण किया गया था।

25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट

25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट पंकज कपूर  देहरादून। हेमकुंड साहिब के कपाट आगामी 25 मई को खोले जाएंगे। इसके चलते राज्य सरका...