गुरुवार, 13 जुलाई 2023

भ्रष्टाचारी सचिव को निलंबित किया: सीडीओ

भ्रष्टाचारी सचिव को निलंबित किया: सीडीओ 

बृजेश केसरवानी 

प्रयागराज। प्रयागराज के मुख्य विकास अधिकारी के निर्देश पर भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कोरांव में बड़ी कार्रवाई की गई है। सीडीओ के निर्देश पर जिला पंचायत राज अधिकारी ने भ्रष्टाचारी ग्राम पंचायत सचिव को निलंबित किया है। 

भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस की तहत कार्रवाई जारी है। सीडीओ आईएएस गौरव कुमार के निर्देश पर जिला पंचायत राज अधिकारी आलोक कुमार सिन्हा ने बड़ी कार्रवाई करते हुए भ्रष्ट ग्राम पंचायत सचिव को निलंबित किया है। ग्राम पंचायत सचिव सुधीर जयशेखर पर गाज गिरी है। शासन के धन में भ्रष्टाचार का गंभीर आरोप था। बिना काम कराए खजाने से रुपए निकाल लिए गए थे। 

ग्राम पंचायत के स्थानीय लोगों ने शिकायत की थी। जांच की आंच में ग्राम पंचायत सचिव फंस गया। कोरांव ब्लॉक के बढवारीकला गांव का मामला है।

पीजी परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग की

पीजी परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग की

नीतीश पठानिया   

शिमला। बीते दिनों भारी वर्षा के कारण आई बाढ़ व भूस्खलन जैसी त्रासदियों से प्रदेशभर के सभी वर्गों के लोगों को भारी नुकसान हुआ है। ऐसे में प्रदेश के प्रभावित क्षेत्रों सहित अन्य कई इलाकों के छात्र-छात्राओं को भी कई प्रकार की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

इस विषम स्थिति को मद्देनजर रखते हुए एनएसयूआई ने पीजी परीक्षाओं को स्थगित कर दस दिन बाद आयोजित करवाने की मांग प्रदेश विश्वविद्यालय प्रशासन से की है। इस बारे में एनएसयूआई इकाई द्वारा हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक जे एस नेगी को ज्ञापन सौंपा।

एनएसयूआई इकाई अध्यक्ष योगेश यादव ने कहा कि आज पूरा प्रदेश बाढ़ व भूस्खलन जैसी आपदा से जूझ रहा रहा है, जिससे प्रदेशभर में जान व माल का भारी नुकसान हुआ है। प्रदेश के कई जिलों में यातायात व्यवस्था पूरी तरह से ठप पड़ी है।

जिससे प्रदेश के विभिन्न जिलों से हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले छात्र छात्राएं अपने घरों में फंसे हुए है। दूसरी ओर हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में पीजी की परीक्षा तिथि घोषित कर दी है जोकि 17 जुलाई से है। ऐसे में कई छात्र- छात्राओं को परीक्षा से वंचित रहना पड़ेगा।

गौरतलब है कि मौसम विभाग द्वारा 14 से 17 जुलाई तक फिर से प्रदेश के कई जिलों में येलो अलर्ट घोषित किया गया है। ऐसे में एनएसयूआई ने छात्रों के हितों व सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए विवि प्रशासन से परीक्षा को स्थगित करने की मांग रखी है।

ये रहे उपस्थित

इस मौके पर एनएसयूआई राज्य उपाध्यक्ष वीनू मेहता, राज्य महासचिव प्रवीण मिन्हास, यासीन भट, अरविंद ठाकुर, पवन नेगी, अक्षिता भरोटा, रमेश कुमार, रणदीप ठाकुर, चंदन महाजन, ईशान शर्मा, सचिन, राकेश सिंगटा, यशवंत ठाकुर, गिरीश, गौरव नेगी आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।

कर्ज के दुष्चक्र में फंस कर सामूहिक आत्महत्या

कर्ज के दुष्चक्र में फंस कर सामूहिक आत्महत्या  

ओमप्रकाश चौबे

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां कर्ज के दुष्चक्र में फंसे एक पति-पत्नी ने अपने दो बच्चों के साथ मौत को गले लगा लिया। बताया जा रहा है कि पति-पत्नी ने पहले अपने बच्चों को जहर दिया और इसके बाद खुद फांसी लगा ली। परिवार के इतना बड़ा कदम उठाने के पीछे की वजह कर्ज बताया जा रहा है।

मामला भोपाल के रातीबड़ थाना क्षेत्र के नीलबड़ इलाके का है। पुलिस को मौके से सुसाइड नोट और सल्फास की गोलियों का पैकेट भी मिला है। एसीपी चंद्र प्रकाश पांडे के मुताबिक पहले 8 साल और 3 साल के बच्चों को सल्फास की गोलियां दी गयीं और उसके बाद पति-पत्नी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

पुलिस के अनुसार मृतक निजी इंश्योरेंस कंपनी में नौकरी करता था, लेकिन कुछ नुकसान होने के चलते उसने लोन लिया था। इस लोन का भुगतान वह समय पर नहीं कर पाया, जिसके कारण उसपर कर्जा बढ़ता चला गया और उसने यह जानलेवा कदम उठा लिया। सभी शवों पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

रातीबड़ थाना पुलिस के मुताबिक 35 वर्षीय भूपेन्द्र विश्वकर्मा मूलतः रीवा का रहने वाला था। वह अपनी पत्नी 29 वर्षीय रितु विश्वकर्मा और रितुराज 8 साल की बच्ची और ऋषिराज 3 साल के बेटे के साथ शिव विहार कॉलोनी में रहता था। परिजन दोनों बच्चों को रिशु और किशु नाम से बुलाते थे। भूपेन्द्र प्राइवेट नौकरी करता था। कुछ महीने पहले उसने ऑनलाइन लोन ऐप से लोन लिया था। आर्थिक तंगी के कारण कर्ज की किश्तें समय पर न चुका पाने के कारण कर्ज बढ़ता चला गया, इसके बाद लोन वसूली करने वालों ने भूपेन्द्र परेशान करना शुरू कर दिया।

बताया जा रहा है कि लोन देने वाली कंपनी के अधिकारियों ने दोबारा लोन लेने की पेशकश की थी। भूपेन्द्र विश्वकर्मा ने दोबारा कर्ज लिया और पुराना कर्ज चुका दिया। इसके बाद नए लोन की बढ़ी हुई किश्तें देने का दबाव बनाया गया। जुलाई की किश्त समय पर जमा नहीं करने पर सोशल मीडिया की डीपी में लगी फोटो निकालकर अश्लील बनाकर ब्लैकमेल किया गया। भूपेन्द्र जहां नौकरी करता था, वहां उसके मालिक, रिश्तेदार और अन्य रिश्तेदार भी ब्यौरा भेजने लगे।

रिपोर्ट्स के मुताबिक भूपेंद्र विश्वकर्मा ने गुरुवार तड़के 4 बजे अपनी भतीजी रिंकी विश्वकर्मा को वॉट्सऐप पर सुसाइड नोट भेजा था। साथ ही पत्नी और दोनों बच्चों के साथ सेल्फी खींचकर भी भेजी। इस फोटो का कैप्शन लिखा- यह मेरी आखिरी फोटो है। आज के बाद हम कभी नहीं दिखेंगे। इन फोटो और सुसाइड नोट को रिंकी ने सुबह 6 बजे देखा और परिजनों को सूचना दी। रिंकी, मंडीदीप स्थित एक धागा फैक्टरी में काम करती हैं।

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस घटना को लेकर दुःख जताया है। पीसीसी चीफ ने ट्वीट किया, 'भोपाल में एक दंपति द्वारा आत्महत्या और आत्महत्या से पहले अपने दो बच्चों को जहर देने का मामला सामने आया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार परिवार कर्ज के दलदल में फंसा हुआ था। कर्ज का बोझ पूरे मध्यप्रदेश के लिए जानलेवा संकट बनता जा रहा है। मैं ईश्वर से सभी दिवंगत आत्माओं की शांति की प्रार्थना करता हूं। ईश्वर परिजनों को यह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करे। ओम शांति।'

वैज्ञानिकों ने खास किस्म का मीट तैयार किया

वैज्ञानिकों ने खास किस्म का मीट तैयार किया   

सरस्वती उपाध्याय  

हम आज तक शाकाहारी और मांसाहारी दो तरह के लोगों के बारे में काफी सुनते आए हैं। लेकिन पिछले कुछ सालों में वेजीटेरियन और नॉनवेजीटेरियन के अलावा एक और कैटेगरी का नाम काफी सुनने में आया है और वह है वीगन। जो लोग मांसाहार छोड़कर शाकाहारी या वीगन बनते हैं, उनके लिए समस्या ज्यादा होती है। ऐसे ही लोगों के लिए वैज्ञानिकों ने एक खास किस्म का चिकन मीट बनाया है, जो उन्हें रियल मीट का ही फुल फील देगा।

रिपोर्ट के मुताबिक वैज्ञानिकों ने जो मीट तैयार किया है, उसका सेल्युलर स्ट्रक्चर भी बिल्कुल चिकन की तरह ही है लेकिन इसकी खासियत ये है कि इसमें किसी भी जानवर को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया गया है। ये अमेरिका के कैलिफोर्निया में मौजूद फैक्ट्री के बायोरिएक्टर्स में बनता है। इन्हें कल्चर्ड मीट कहा जाता है लैब में इन्हें बनाया जाता है।

वीगन लोग भी ले सकेंगे मीट का स्वाद

अब से 10 साल पहले तो ऐसी कंपनियां कम थीं लेकिन अब दुनिया भर में 150 ऐसी कंपनियां हैं जो कल्चर्ड मीट, दूध और ऐसे अन्य प्रोडक्ट बना रही हैं। पिछले महीने 2 ऐसे कंपनियां भी आईं, जिन्होंने लैब में चिकन प्रोडक्ट्स बनाए, जो जल्दी ही रेस्टोरेंट तक भी पहुंचने वाले हैं। इस काम में इसके प्लांट्स लगाने में करोड़ों का इंवेस्टमेंट लगेगा, हालांकि इसकी डिमांड भी बढ़ सकती है क्योंकि ये बिना जानवरों को नुकसान पहुंचाए मीट का प्रोडक्शन करेंगे। मार्क पोस्ट के मुताबिक ऐसे तमाम लोग हैं, जो वीगन बनने के 15 साल भी मीट खाने की इच्छा रखते हैं, उनके लिए ये बहुत फायदेमंद होगा।

कुछ लोग कर रहे हैं विरोध भी

इस प्रोजेक्ट को लेकर जहां लोगों का कहना है कि ये ओरिजनल मीट से होने वाले नुकसान से लोगों को बचाएंगे तो वहीं इसके विरोधियों का मानना है कि इसमें जितना पैसा और मेहनत लग रही है, उतना अच्छा नतीजा नहीं होगा।

दिल्ली में जल आपूर्ति प्रभावित हो सकती है

दिल्ली में जल आपूर्ति प्रभावित हो सकती है

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने बृहस्पतिवार को कहा कि यमुना के बढ़ते जल स्तर से वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला के जल शोधन संयंत्रों के बंद होने से शहर के कुछ हिस्सों में जल आपूर्ति प्रभावित हो सकती है।

यमुना नदी का जलस्तर बृहस्पतिवार सुबह बढ़कर 208.48 मीटर तक पहुंच गया जिससे आस-पास की सड़कें, सार्वजनिक और निजी बुनियादी ढांचे जलमग्न हो गए हैं। इस वजह से नदी के करीब रहने वाले लोगों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

पुराने रेलवे पुल पर यमुना नदी ने बुधवार की रात 208 मीटर के चिह्न को पार कर लिया और बृहस्पतिवार सुबह आठ बजे तक जल स्तर 208.48 मीटर तक पहुंच गया। केंद्रीय जल आयोग ने जलस्तर के और बढ़ने का अनुमान जताया है। उसने इस स्थिति को ‘अत्यंत गंभीर’ बताया है।

केजरीवाल ने ट्वीट किया, ‘‘यमुना नदी में जलस्तर बढ़ने से आज कई जल शोधन संयंत्र बंद करने पड़े हैं। यमुना किनारे बने वजीराबाद जल शोधन संयंत्र का आज मैंने खुद दौरा किया। जैसे ही स्थिति यहां सामान्य होगी हम इसे जल्द शुरू करेंगे।’’

उन्होंने कहा कि यमुना में बढ़ते जल स्तर की वजह से वजीराबाद, चन्द्रावल और ओखला जल शोधन संयंत्रों को बंद करने पड़ रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इस वजह से दिल्ली के कुछ इलाकों में पानी की परेशानी होगी। जैसे ही यमुना का पानी कम होगा, इन्हें जल्द से जल्द चालू करने की कोशिश करेंगे।’’

कपड़ों से आ रही है बदबू, अपनाएं ये टिप्स

कपड़ों से आ रही है बदबू, अपनाएं ये टिप्स 

सरस्वती उपाध्याय 

बारिश के मौसम में हम अक्सर अपने कपड़े धोते हैं, लेकिन मौसम की नमी के कारण कपड़े ठीक से नहीं सूखते हैं। अगर कपड़े ठीक से न सुखाए जाएं तो उनमें से बदबू आने लगती है, जिसके बाद वे उन्हें पहनना पसंद नहीं करते हैं।

दरअसल, कपड़े ठीक से धूप के संपर्क में न आने के कारण उन पर बैक्टीरिया पनपने लगते हैं, जिसके बाद कपड़ों से बदबू आने लगती है। उन बदबूदार कपड़ों को पहनने से आप बीमार भी पड़ सकते हैं।

कई बार मानसून में हम कपड़ों को अच्छे से झाड़कर सुखा लेते हैं, इसके बाद भी कपड़ों से बदबू आने लगती है। ऐसे में कपड़ों को इस्त्री करना चाहिए। दरअसल, इस्त्री करने से गीले कपड़ों पर मौजूद बैक्टीरिया मर जाते हैं, जिसके बाद कपड़े पूरी तरह से गंध मुक्त हो जाते हैं। इस्त्री करने से कपड़ों से चिपचिपाहट भी दूर हो जाती है।

बरसात के मौसम में कपड़ों को धोने के लिए अच्छी तरह के डिटर्जेंट पाउडर का प्रयोग करना चाहिए, जिसमें अच्छी सुगंध आती हो। जब हम अच्छी सुगंध वाली डिटर्जेंट से कपड़ों को धोकर सुखाते हैं तो सूखने के बाद भी कपड़ों से अच्छी खुशबू आती रहती है। ऐसे में गीले कपड़े को कमरे में लगे पंखे के नीचे सुखा कर भी चिपचिपाहट को दूर किया जा सकता है।

कभी-कभी धुले हुए कपड़ो के लंबे समय तक गीला रह जाने के कारण बदबू आने लगती है।बरसात के मौसम में अक्सर बिजली भी नहीं रहती है तो आयरन करना भी संभव नहीं होता है। ऐसी स्थिति में कपड़े को सूखने के बाद कपूर की गोलियों के साथ लपेट कर रख देना चाहिए। कपूर की गोलियों में काफी तेज खुशबू होती है, जो कपड़ों में मिल जाती है, जिसके बाद कपड़ा का दुर्गंध अपने आप खत्म हो जाता है।

यदि आपके घर में एडवांस फीचर वाला वॉशिंग मशीन है तो बरसात के मौसम में वाशिंग मशीन में लगे ड्रायर से कपड़ा को बहुत ही अच्छे तरीके से सुखा सकते हैं।वाशिंग मशीन के ड्राई से सुखाने के बाद कपड़े को पंखे के नीचे सूखने के लिए छोड़ देना चाहिए।इस तरीका को अपनाकर भी आप अपने कपड़े से बदबू को खत्म कर सकते हैं।

वर्षा: पानी में डूबी दिल्ली, बाढ़ के हालात बनें 

वर्षा: पानी में डूबी दिल्ली, बाढ़ के हालात बनें 

इकबाल अंसारी 

नई दिल्ली। इन दिनों उत्तर भारत में हो रही भारी बारिश ने कहर बरपा रखा है। वहीं, राजधानी दिल्ली में भी बारिश से हालात खराब होते जा रहे हैं। दिल्ली में बारिश और हथिनी कुंड बैराज से पानी छोड़े जाने की वजह से यमुना नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है।

बता दें, कि यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंचने के कारण ओल्ड यमुना ब्रिज, लोहा पुल के आसपास के इलाकों में पानी भर गया है।

इसके अलावा कश्मीरी गेट इलाके में भी यमुना का पानी घुस गया है। वहीं यमुना नदी से सटे निचले इलाकों में रहने वालों को सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा गया है। साथ ही दिल्ली के निगम बोध घाट, जैतपुर, रिंग रोड आईटीओ, लोहा पुल’ और सिविल लाइन्स इलाके में बाढ़ का पानी घुसना शुरू हो गया है। 

वहीं यमुना बैंक मेट्रो स्टेशन पर प्रवेश और निकास क अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है। इसके अलावा कई वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद करने पड़े हैं। बता दें राजधानी में बाढ़ के हालत होने के बीच प्रगति मैदान टनल खुल गई है। इस टनल का रिंग रोड और मथुरा रोड, इंडिया गेट आने-जाने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। दरअसल 3 दिन पहले प्रगति मैदान का पानी आने के कारण टनल को बंद कर दिया था इसके बाद टनल में आने वाले पानी को रोकने के लिए एलजी ने दौरा किया था टनल बनाने वाली कंपनी ने इसमें पानी छोड़ने वाली एक अन्य कंपनी खिलाफ पुलिस में शिकायत की थी। आइए राजधानी दिल्ली के कुछ इलाकों का हाल आपको बताते हैं। 

लाल किले के पास बाढ़ जैसे हालात 

दिल्ली के लाल किले के पास बाढ़ जैसे हालात बनते जा रहे हैं। यहां एक रिक्शा चालक सीने तक गहरे पानी में रिक्शा चलाता दिखाई दिया।

बाढ़ के हालात को देखते हुए दिल्ली मेट्रो का फैसला

बाढ़ के हालात के चलते यमुना नदी के ऊपर से गुजरते समय मेट्रो की स्पीड लिमिट 30km/घंटा से अधिक नहीं होगी। DMRC ने ट्वीट किया कि यमुना के बढ़ते जल स्तर की वजह से एहतियात के तौर पर ट्रेनें नदी पर बने सभी चार मेट्रो पुलों से 30 किमी प्रति घंटे की प्रतिबंधित गति से गुजर रही हैं।

चंदगीराम अखाड़ा के निचले इलाके में बाढ़

बता दें दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद चंदगीराम अखाड़ा के निचले इलाके में बाढ़ के हालात बन गए हैं। 

घर छोड़ने पर लोगों ने ली फ्लाइओवर ने नीचे शरण

दिल्ली में यमुना के बढ़ते जलस्तर के चलते मयूर विहार फेज 1 के निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घुसने की वजह से कई लोगों को अपना घर छोड़ना पड़ा है। बता दे लोगों ने फ्लाइओवर के नीचे शरण ली है। जहां लोगों को खाना बांटा जा रहा है।

वजीराबाद के निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात

बता दें दिल्ली में रिंग रोड पर बाढ़ का पानी आने से आईएसबीटी कश्मीरी गेट में हिमाचल, पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा और उत्तराखंड से आने-जाने वाली बसों का परिचालन प्रभावित हो गया है। यहां यात्रियों को बस अड्डे तक पहुंचने में काफी दिक्कत हो रही है। बता दें यमुना नदी का जलस्तर बढ़ने के बाद वज़ीराबाद के निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है, जिसकी वजह से यातायात प्रभावित हुआ है।

25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट

25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट पंकज कपूर  देहरादून। हेमकुंड साहिब के कपाट आगामी 25 मई को खोले जाएंगे। इसके चलते राज्य सरका...