शुक्रवार, 7 जुलाई 2023

'विशेषाधिकार समिति' की बैठक संपन्न: परिषद 

'विशेषाधिकार समिति' की बैठक संपन्न: परिषद 


उत्तर प्रदेश विधान परिषद की ‘‘विशेषाधिकार समिति’’ की बैठक सम्पन्न

जनप्रतिनिधियों के पत्रों पर अधिकारी शीर्ष प्राथमिकता पर करें कार्रवाई

अधिकारी जनप्रतिनिधियों का फोन अवश्य उठायें- समिति

बृजेश केसरवानी 

प्रयागराज। शुक्रवार को विधान परिषद सदस्य विजय बहादुर पाठक की अध्यक्षता में जनपद प्रयागराज एवं फतेहपुर के अधिकारियों के साथ उत्तर प्रदेश विधान परिषद की ‘‘विशेषाधिकार समिति'' की बैठक शुक्रवार को सर्किट हाउस, प्रयागराज के सभागार में संपन्न हुई, जिसमें विशेषाधिकार समिति के सदस्य पवन सिंह, अशोक अग्रवाल, कुंवर महाराज सिंह, सत्यपाल सैनी, के0पी0 श्रीवास्तव उपस्थित रहे। बैठक में विशेषाधिकार समिति की अध्यक्षता कर रहे विधान परिषद सदस्य विजय बहादुर पाठक ने जनप्रतिनिधियों के साथ हर महीने किसी भी दिन बैठक कराये जाने के लिए कहा है, जिससे जनता की समस्याओं का निस्तारण हो और उसका लाभ समय से मिल पाता है।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनप्रतिनिधियों के मोबाइल नम्बर समस्त जिला स्तरीय अधिकारियों अपने-अपने मोबाइल में फीड कर लें जिससे कि कोई दूसरा व्यक्ति उसका दुरूपयोग न कर सके साथ ही जनप्रतिनिधियों का फोन अवश्य उठाये, यदि किसी कारणवश फोन न उठा पाये तो काॅलबैक कर जनप्रतिनधियों से बात कर लें, इसमें किसी भी प्रकार की शिथिलता एवं लापरवाही न बरती जाये।

अध्यक्ष व सदस्यों ने जिलास्तरीय अधिकारियों से कहा है संसद/ विधानसभा/परिषद के सदस्यों तथा प्रशासन के बीच सम्बन्ध, सदस्यों के प्रति शिष्टाचार प्रदर्शन आदि विषयों पर विभिन्न विभागों द्वारा जारी किये गये आदेशों की प्रतियॉ, जनपद के समस्त विभागाध्यक्षों के पास उपलब्ध है तो जिलाधिकारी ने बताया कि समस्त विभागाध्यक्षों के पास उपलब्ध है। मुख्य विकास अधिकारी ने शासनादेश के सम्बन्ध में विस्तार पूर्वक जानकारी उपलब्ध करायी। समिति ने अधिकारियों से पूछा कि प्रशासनिक/जनप्रतिनिधियों के समन्वय की क्या स्थिति है, जिस पर अधिकारियों द्वारा बताया गया कि जनप्रतिनिधियों से विभाग द्वारा नियमित समन्वय स्थापित किया जाता है।

उन्होने कहा कि क्या जनपदीय अधिकारियों द्वारा शासन द्वारा जारी शासनादेशों के अनुरूप सदस्यों को समुचित सुविधायें/जानकारियं जनपद में उपलब्ध करायी जाती है तो बताया गया कि शासनादेश के अनुरूप सदस्यों को सुविधायें एवं जानकारियॉ समय पर उपलब्ध करायी जाती है। समिति ने पूछा कि क्या जनपद में समस्त विभागाध्यक्षों के पास जन प्रतिनिधियों द्वारा समय≤ पर दिये गये पत्रों को अंकित करने हेतु रजिस्टर/कम्प्यूटर आदि की व्यवस्था है तो मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि जनप्रतिनिधियों द्वारा जो शिकायतें/पत्र प्राप्त होते है उनका सम्बन्धित विभागों को भेजकर रजिस्टर में अंकन किया जाता है और शिकायतों के निस्तारण से जनप्रतिनिधियों को अवगत भी कराया जाता है।

विशेषाधिकार समिति ने जानकारी ली कि क्या विधान मण्डल के सदस्यों द्वारा जनपदीय अधिकारियों/कर्मचारियों के विरूद्ध किसी कार्यवाही की संस्तुति वर्ष 2022-23 में की गयी थी तो उस पर कृत कार्यवाही से सम्बन्धित सदस्य को अवगत कराया गया जिस पर बताया गया कि वर्ष 2022-23 में विधान मण्डल के सदस्यों द्वारा कोई शिकायत प्राप्त नहीं है। पूछा गया कि जिले के प्रशासनिक एवं विभागीय अधिकारियों तथा जन प्रतिनिधियों से सम्पर्क व उनकी दृष्टि में विधान मण्डल के सदस्यों की स्थिति क्या है तो बताया गया कि अतिसम्मानीय है। समिति ने पूछा कि सदन अथवा उसकी समितियों को जिला स्तर से प्राप्त उत्तर की स्थिति क्या है तो बताया गया कि प्राप्त पत्रों पर नियमानुसार कार्यवाही की जाती है। बैठक में पूछा गया कि क्या विधान मण्डल सदस्यों के प्रति समान रूप से समुचित शिष्टाचार एवं सम्मान प्रदर्शित किया जाता है तो बताया गया कि समान रूप से समुचित शिष्टाचार एवं सम्मान प्रदर्शित किया जाता है।

बैठक के अन्त में विशोषाधिकार समिति के अध्यक्ष विजय बहादुर पाठक ने अधिकारियों को निर्देशित करते हुये कहा कि जनप्रतिनिधियों के साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार रखे, उनकी शिकायतों का सर्वोच्च प्राथमिकता पर संज्ञान लेते हुये शासन के निर्देशानुसार अनुपालन कराना सुनिश्चित करें। केन्द्र एवं प्रदेश सरकार की जो योजनायें संचालित है उसको सबका-साथ, सबका विकास, सबका विश्वास के साथ कार्य करें। अध्यक्ष ने जनपद में महाकुम्भ-2025 के आयोजन के सम्बंध में की जा रही तैयारियों के बारे में जानकारी ली। कहा कि जो भी परियोजनाएं है, उनको निर्धारित समयावधि में गुणवत्तापूर्ण ढंग से पूरा करायें। अध्यक्ष ने नदियों, तालाबों के किनारे-किनारे वृक्षारोपण कराये जाने के लिए कहा है। उन्होंने हर घर नल जल योजना की प्रगति के बारे में भी जानकारी ली। अध्यक्ष ने अधिकारियों को जनपद में सरकारी योजनाओं से सम्बंधित कार्यक्रमों/शिलान्यास/लोकार्पण या लाभार्थिंयों को योजनाओं से लाभान्वित कराये जाने वाले कार्यक्रमों में जनप्रतिनिधियों को अवश्य आमंत्रित किए जाने के लिए कहा है। बैठक में जिलाधिकारी प्रयागराज एवं फतेहपुर ने आये हुये उ0प्र0 विधान परिषद के सदस्यों के प्रति आभार प्रकट किया और कहा कि जो भी दिशा निर्देश दिये गये है उसका शत् प्रतिशत अनुपालन समस्त अधिकारियों द्वारा सुनिश्चित किया जायेगा।

बैठक में पुलिस आयुक्त रमित शर्मा, जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री, जिलाधिकारी फतेहपुर श्रुति, मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार, पीडीए उपाध्यक्ष अरविंद सिंह चौहान, नगर आयुक्त चन्द्र मोहन गर्ग सहित अन्य सम्बंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।

10 लाख रुपए का डोडा पोस्त बरामद, 3 अरेस्ट 

10 लाख रुपए का डोडा पोस्त बरामद, 3 अरेस्ट 

नरेश राघानी 

चूरू। सदर थाना पुलिस और डीएसटी की टीम ने गुरुवार रात एनएच 52 पर ढाढर गांव के पास एक लोडिंग टेंपो से दो क्विंटल 30 किलो डोडा पोस्त बरामद किया है। मामले में पुलिस ने 3 तस्करों को गिरफ्तार किया है। सदर थानाधिकारी रजीराम ने बताया कि थाने की टीम गुरुवार रात एनएच 52 पर ढाढर गांव के पास नाकाबंदी कर रही थी। चूरू की ओर से आ रही ब्रेजा कार जो हरियाणा नंबर के टेम्पो की एस्कोर्ट कर रही थी। पुलिस ने टेंपो को रुकवाकर उसकी तलाशी ली। जिसमे प्याज के कट्टे भरे हुए थे। जिनके नीचे रखे कट्टों में 2 क्विंटल 30 किलो डोडा पोस्त छिपाया हुआ था।

पुलिस ने पोस्त को बरामद कर हरियाणा फतेहाबाद टोहाना निवासी कुलदीप सिंह, अग्रोहा हिसार निवासी संजय कुमार और उकलाना मंडी हिसार हरियाणा निवासी मनदीप सिंह को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस की प्राथमिक पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि पोस्त को वे चितौड़गढ़ के पास गंगरार से लाए थे। जिसको हरियाणा में तस्करी करने के लिए ले जा रहे थे।

पुलिस की ओर से जब्त किए गए डोडा पोस्त की बाजार में कीमत करीब दस लाख रुपए बताई जा रही है। मामले की जांच रतननगर सीआई जसवीर कुमार कर रहे हैं। कार्रवाई करने वाली टीम में सदर थानाधिकारी रजीराम, कॉन्स्टेबल धर्मेन्द्र, नवीन कुमार सांगवान, सरजीत, गोपीराम और डीएसटी प्रभारी सुरेश कस्वां, कुलदीप, प्रमोद, मुकेश और भीम शामिल रहे।

गहलोत की ‘छप्पर फाड़’ सौगातें, झूम उठे लोग

गहलोत की ‘छप्पर फाड़’ सौगातें, झूम उठे लोग

नरेश राघानी 

जयपुर। गहलोत सरकार इस चुनावी वर्ष में महंगाई के मोर्चे पर हर वर्ग को राहतें और सौगातें देने में जुटी हुई है। इसी क्रम में अब प्रदेश भर के करीब 8 लाख सरकारी कर्मचारियों और पेंशनर्स का एक बार फिर महंगाई भत्ता बढ़ा दिया गया है। ख़ास बात ये है कि कर्मचारी-पेंशनर्स के महंगाई भत्ते में इस बार के इज़ाफ़े से ये पैमाना 400 प्रतिशत के भी पार चला गया है। ऐसे में राजस्थान सरकारी कार्मिकों-पेंशनर्स को सबसे ज़्यादा महंगाई भत्ता दिए जाने के मामले में पूरे देशभर में संभवतः शीर्ष पर पहुंच गया है।

सीएम गहलोत ने लगाई प्रस्ताव पर मुहर

प्रदेश में पांचवें वेतन आयोग के तहत कार्यरत कार्मिकों और पेंशनरों को जनवरी 2023 से बढ़ा हुआ महंगाई भत्ता मिलेगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस संबंध में प्रस्ताव का अनुमोदन किया है। प्रस्ताव के अनुसार, पांचवें वेतन आयोग तथा राजस्थान सिविल सेवा (पुनरीक्षित वेतन) नियम, 1998 के अन्तर्गत कार्यरत राज्य कर्मचारियों और पेंशनरों के महंगाई भत्ते अथवा महंगाई राहत की दर में बढ़ोतरी को मंजूरी दी है।

400 प्रतिशत के पार पहुंचा डीए

सीएम गहलोत की मंज़ूरी के बाद अब राज्य भर के कर्मचारियों एवं पेंशनर्स का महंगाई भत्ता 16 प्रतिशत बढ़ गया है। बढ़ा हुआ भत्ता 1जनवरी, 2023 से देय होगा। ऐसे में जहां सरकारी कर्मचारियों को अब तक 396 प्रतिशत की दर से डीए मिल रहा था, वो अब बढ़कर 412 प्रतिशत तक हो गया है।

कर्मचारियों को खाते में, पेंशनर्स को नकद

जनवरी 2023 से मार्च 2023 तक की राशि संबंधित कर्मचारियों के सामान्य प्रावधायी निधि खाते में जमा की जायेगी। जबकि पेंशनर्स को जनवरी, 2023 से बढ़े हुए महंगाई भत्ते का नकद भुगतान होगा।

एसजीपीसी ने किया यूसीसी का विरोध: पंजाब 

एसजीपीसी ने किया यूसीसी का विरोध: पंजाब 

अमित शर्मा   

चंडीगढ़। देश में समान नागरिक संहिता का विरोध बढ़ता जा रहा है। राजनीतिक दलों के नेताओं के बाद अब कुछ संस्थाएं भी इसका विरोध कर रही है। पंजाब में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी भी समान नागरिक संहिता के विरोध में उतर आई है। एसजीपीसी के प्रमुख हरजिंदर सिंह धामी ने अल्पसंख्यकों की परंपराओं, संस्कृति और विशिष्ट पहचान को संभावित नुकसान से जुड़ी चिंताओं का जिक्र करते हुए समान नागरिक संहिता (UCC) का विरोध किया।

एसजीपीसी ने किया यूसीसी का विरोध

आपको बता दें कि उनकी यह टिप्पणी शिरोमणि अकाली दल के उस बयान के एक दिन बाद आई है, जिसमें कहा गया था कि देशभर में यूसीसी लागू करने से अल्पसंख्यक और आदिवासी समुदायों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा। एसजीपीसी के प्रमुख हरजिंदर सिंह धामी ने मीडिया से बातचीत के दौरान कहा कि एसजीपीसी ने यूसीसी के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है और इसे लागू किए जाने का विरोध किया है। सिख गुरुद्वारा (संशोधन) विधेयक, 2023 के मुद्दे पर, धामी ने धार्मिक मामलों में हस्तक्षेप करने को लेकर पंजाब की आम आदमी पार्टी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि यह सिखों के अधिकारों का सीधा उल्लंघन है।

गृहमंत्री शाह से मुलाकात करेगा एसजीपीसी 

एसजीपीसी प्रमुख हरजिंदर सिंह धामी का कहना है कि एसजीपीसी पहले ही सिख धार्मिक मामलों में राज्य सरकार के हस्तक्षेप का विरोध करते हुए एक प्रस्ताव पारित कर चुकी है। उन्होंने कहा कि इस विधेयक के मुद्दे पर एसजीपीसी की केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने की योजना है। गौरतलब है कि पंजाब विधानसभा ने 20 जून को यह विधेयक पारित किया था। एसजीपीसी इस विधेयक का विरोध कर रही है। उसका दावा है कि सिख गुरुद्वारा अधिनियम, 1925 में केवल संसद द्वारा संशोधन किया जा सकता है।

पाकिस्तान में सिखों की सुरक्षा पर ठोस कदम उठाए

धामी ने केंद्र सरकार से पाकिस्तान में सिखों की सुरक्षा के लिए ठोस कदम उठाए जाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि ऐसा ना हो कि पाकिस्तान में भी अफगानिस्तान जैसे हालात पैदा हो जाएं। धामी ने कहा कि अगर अफगानिस्तान जैसा हाल पाकिस्तान में हुआ तो गुरु घरों की देख-रेख कौन करेगा।

विपक्षी एकता से घबराएं, एनडीए की बैठक 

विपक्षी एकता से घबराएं, एनडीए की बैठक 

अकाशुं उपाध्याय   

नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव को लेकर विपक्षी दलों की एकता की मुहिम देख लगता है बीजेपी खौफ में है और इसी कारण उसे अब एनडीए की याद आने लगी है। दरअसल लंबे अर्से बाद बीजेपी ने 18 जुलाई को दिल्ली में एनडीए की बैठक बुलाई है। कहा जा रहा है कि विपक्षी सक्रियता को देखते हुए बीजेपी ने एनडीए को फिर से मजबूत करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। साथ ही 20 जुलाई से शुरू होने जा रहे संसद के मानसून सत्र में बेहतर समन्वय स्थापित कर एक सुर में विरोधी दलों के आरोपों का जवाब देने की रणनीति बनाने के लिए भी बीजेपी ने सत्र से पहले 18 जुलाई को दिल्ली में एनडीए घटक दलों की बैठक बुलाई है।

इसी के साथ एनडीए गठबंधन के विस्तार को लेकर भी खबरें आने लगी हैं। यह कहा जा रहा है कि बड़ा आकार लेते विपक्षी गठबंधन को देखते हुए बीजेपी भी नए साथियों की तलाश में है। चर्चा है कि बीजेपी की इस तलाश का सकारात्मक नतीजा आने वाले दिनों में सामने आ सकता है और बीजेपी के अकाली दल और टीडीपी जैसे पुराने सहयोगी भी एनडीए की बैठक में मौजूद रह सकते हैं।

दरअसल टीडीपी नेता चंद्रबाबू नायडू को फिर से एनडीए में लाने की कवायद के बीच बीजेपी ने हाल ही में पूर्व केंद्रीय मंत्री डी पुरंदेश्वरी को आंध्र प्रदेश और जी किशन रेड्डी को तेलंगाना का प्रदेश अध्यक्ष बनाकर इस दिशा में अपने इरादे साफ कर दिए हैं। इस बीच कर्नाटक से पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा की पार्टी जेडीएस के भी एनडीए में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही हैं। हालांकि, अकाली दल की वापसी के मसले पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से लेकर विजय रूपानी तक बीजेपी के कई नेता बार-बार यह दावा कर रहे हैं कि पार्टी पंजाब में अकेले लोक सभा चुनाव लड़ेगी। पंजाब बीजेपी के नवनियुक्त अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने भी बुधवार को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद साफ-साफ शब्दों में अकाली दल से बड़े भाई की भूमिका में ही गठबंधन करने की बात कही।

जाखड़ ने कहा कि अकाली दल के साथ गठबंधन के कारण सीटों की लिमिटेशन की वजह से बीजेपी को काफी नुकसान उठाना पड़ा है और राज्य के कई इलाके खासतौर पर पंजाब के ग्रामीण इलाकों में बीजेपी है ही नहीं। उन्होंने कहा कि उन्हें पार्टी को पंजाब की सभी 117 विधान सभा सीटों तक ले जाने की जिम्मेदारी मिली है। अभी अकाली दल की हालत खराब है और अब बीजेपी बड़े भाई की भूमिका में बात करने की स्थिति में आ गई है इसलिए अब हमें बड़े भाई की भूमिका में ही बात करनी चाहिए। बीजेपी के उच्चस्तरीय सूत्रों का कहना है कि पार्टी निश्चित तौर पर अपने गठबंधन का विस्तार करना चाहती है और जो भी राजनीतिक दल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मिलकर देश की विकास यात्रा में शामिल होना चाहते हैं, उनका स्वागत है। हाल के दिनों में जीतन राम मांझी की पार्टी हम और अजित पवार की पार्टी एनसीपी बीजेपी के साथ आई है और भविष्य में कई अन्य राजनीतिक दल भी पार्टी के साथ जुड़ सकते हैं।

हालांकि, यह भी बताया जा रहा है कि पार्टी ने पंजाब, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में अकेले लोक सभाचुनाव लड़ने का फैसला कर लिया है। लेकिन, पार्टी जिस तरह से बिहार में छोटे-छोटे दलों के साथ गठबंधन कर बड़े भाई की भूमिका में चुनाव लड़ रही है, उसी तर्ज पर अगर कोई राजनीतिक दल अपने प्रभाव वाले राज्य में पार्टी को बड़े भाई की भूमिका देने को तैयार हो जाती है तो गठबंधन में उनका स्वागत है। इशारा स्पष्ट तौर पर अकाली दल और टीडीपी के लिए है। सार्वजनिक तौर पर अकेले लड़ने की घोषणा के बावजूद पर्दे के पीछे बातचीत का दौर जारी है।

फरार डॉन अंसारी की पत्नी की संपत्ति होगी कुर्क 

फरार डॉन अंसारी की पत्नी की संपत्ति होगी कुर्क 

संदीप मिश्रा  

गाजीपुर। विभिन्न आपराधिक मामलों को लेकर जेल में बंद चल रहे माफिया डॉन मुख्तार अंसारी और उसके परिवार की मुसीबतें कम होने की बजाय, लगातार बढ़ती जा रही है। मुख्तार की फरार पत्नी अफशां अंसारी के मकान पर अदालत के आदेश पर कुर्की का नाटक चस्पा किया गया। ढोल नगाड़े के साथ मुनादी कराते हुए पुलिस द्वारा अफशां अंसारी की उस कोठी पर नोटिस चस्पा किया है, जिसमें उसके माता-पिता रह रहे थे। 

पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने बताया है कि कुख्यात माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशां अंसारी विभिन्न मुकदमों में फरार चल रही है। पुलिस लगातार अफशां अंसारी के कई ठिकानों पर छापामार कार्यवाही करते हुए उसकी खोजबीन कर चुकी है, लेकिन वह हाथ नहीं लगी है। फिलहाल उसकी तलाश जारी है। पुलिस अधीक्षक ने बताया है कि विभिन्न मामलों में अदालत में हाजिर नहीं होने की वजह से कोर्ट ने अब अफशां अंसारी की संपत्ति को कुर्क करने हेतु दफा 82 सीआरपीसी का एक नोटिस जारी किया है, इसे लेकर पुलिस अफशां अंसारी के मकान पर पहुंची। 

अंसारी के आवास पर सीओ सिटी गौरव कुमार एवं तहसीलदार लालजी विश्वकर्मा की अगुवाई में पहुंची भारी फोर्स ने मुनादी कराने के बाद कुर्की का नोटिस फरार अफशां अंसारी के आवास पर चस्पा किया है। उन्होंने बताया है कि फरार चल रही मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशां अंसारी अगर दी गई अवधि में अदालत या पुलिस के सामने सरेंडर नहीं करती है तो विधि सम्मत तरीके से आगे की कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।

कम पानी पीने से उत्पन्न होती हैं कई बीमारी   

कम पानी पीने से उत्पन्न होती हैं कई बीमारी   

सरस्वती उपाध्याय  

कहते हैं जल है तो जीवन है, लेकिन जल होने के बाद भी अगर हम अपने शरीर के हिसाब से कम पानी पिएं तो इसे हम समझदारी नहीं कह सकते। क्योंकि शरीर के हिसाब से कम पानी पीने से कई तरह की बीमारियों को दावत दे सकते हैं। पानी की कमी से डिहाड्रेशन, हाथ पैर में जलन, कब्ज की समस्या, पेट में दिक्कत समेत कई बीमारियां हो सकती हैं।

कई लोग ऐसे भी होते हैं जो कम पानी पीते हैं, लेकिन उन्हें ये ज्ञात नहीं होता कि अपने सेहत के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। इसलिए डॉक्टर भी ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की सलाह देते हैं। कई लोग तो ऐसे भी होते हैं, जब तक तेज प्यास  लगे  तब भी पानी पीते ही नहीं। इसीलिए आज हम आपको ज्यादा पानी पीने के कुछ आसान से टिप्स बताएंगे।

रोजाना गोल सेट करें

अगर आपको प्यास कम लगती है तो रोजाना पानी पीने के लिए गोल सेट करे लें। सुबह ही आप ये गोल निश्चित कर लें कि आज आपको इतना पानी पीना है। इसके बाद समय-समय पर पीते हुए उस टारगेट को पूरा कर लें। इससे शरीर में पानी की कमी नहीं होगी।

रिमाइंडर सेट कर लें

कम पानी पीते हैं तो आप मोबाइल में अलार्म लगाकर रिमाइंडर सेट कर सकते हैं। आप पानी पीने के लिए आधे घंटे या एक निश्चित समय का रिमाइंडर सेट कर लें। इस निश्चित अवधि में ही पानी पिएं।

खाना खाने के पहले पानी पिएं

कुछ लोग खाने खाने के तुरंत बाद पानी पीते हैं, ऐसा आप न करें। दिन में ज्यादा पानी पीने के लिए आप रोजाना खाना खाने के पहले पानी पिएं। खाने के बीच में पानी पीने से बचें। रोजाना खाना खाने के पहले पानी पीने से शरीर में पानी की कमी को दूर किया जा सकता है।

25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट

25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट पंकज कपूर  देहरादून। हेमकुंड साहिब के कपाट आगामी 25 मई को खोले जाएंगे। इसके चलते राज्य सरका...