रविवार, 2 जुलाई 2023

ट्रेनों की स्पीड 130 किमी प्रति घंटा करेंगे 

ट्रेनों की स्पीड 130 किमी प्रति घंटा करेंगे   

नरेश राघानी   

जयपुर। रेवाडी रेलवे तकनीकी और इन्फ्रा में सुधार कर कुछ समय में दिल्ली-रेवाडी-जयपुर सेक्शन पर ट्रेनों की स्पीड 130 किमी प्रति घंटा तक बढ़ाने की तैयारी कर रहा है। अजमेर मंडल में इसकी शुरुआत के बाद रेलवे ने अजमेर से पालनपुर सेक्शन पर स्पीड बढ़ा दी है। इसके बाद बाकी अनुभागों में भी सुधार शुरू किया जाएगा। 

दिल्ली-रेवाड़ी-जयपुर होते हुए।

गुजरात और महाराष्ट्र जाने वाला रेलवे का यह खंड सबसे व्यस्त मार्गों में से एक है। फिलहाल इस रेलखंड पर 170 से अधिक ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है। वंदे भारत भी इस ट्रैक पर आ चुकी है और अन्य स्पेशल ट्रेनों की संख्या भी लगातार बढ़ाई जा रही है। ऐसे में रेलवे की ओर से इस सेक्शन पर ट्रेनों की स्पीड बढ़ाने के लिए लगातार सुधार किए जा रहे हैं। इसके तहत रेलवे द्वारा वर्षों पहले इस खंड के लिए गोल्डन कॉरिडोर प्रोजेक्ट भी तैयार किया गया था, जिसके तहत इस खंड पर ट्रेनों की गति 130 किलोमीटर प्रति घंटे से अधिक करने की योजना है।

इसके तहत अजमेर से पालनपुर सेक्शन तक करीब 350 किमी के रूट को अपग्रेड कर यहां ट्रेनों की स्पीड 130 किमी प्रति घंटा कर दी गई है। इसके लिए कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी के ट्रायल और सीआरएस का सेफ्टी सर्टिफिकेट मिलने के बाद जयपुर मंडल में यह काम करने की तैयारी की जा रही है। वंदे भारत की रफ्तार फिलहाल कम अजमेर से दिल्ली कैंट के बीच संचालित वंदे भारत एक्सप्रेस का संचालन रेलवे प्रशासन कर रहा है।

इस ट्रेन की स्पीड 130 किलोमीटर प्रति घंटा तक है, लेकिन इसके मुताबिक ट्रैक नहीं होने के कारण इसे 100 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से ही चलाया जा रहा है। ऐसे में इस ट्रेन को अजमेर से दिल्ली तक का सफर पूरा करने में अभी भी करीब 6 घंटे का समय लगता है। ट्रैक अपग्रेड होने के बाद इसकी स्पीड बेहतर हो जाएगी, जिससे इसकी स्पीड भी 130 किमी प्रति घंटा तक हो जाएगी। इलेक्ट्रिक सेक्शन के बाद बढ़ी स्पीड दिल्ली-रेवाड़ी-जयपुर का यह रूट अजमेर तक पूरी तरह इलेक्ट्रिक हो गया है, जिसके बाद इस रूट पर ज्यादातर ट्रेनें इलेक्ट्रिक इंजन से संचालित हो रही हैं।

इलेक्ट्रिक इंजन की गति 70 से 90 किलोमीटर प्रति घंटा तक होती है, जबकि यात्री ट्रेनों के इलेक्ट्रिक इंजन की गति 70 किलोमीटर प्रति घंटा तक होती है। रेलवे की कोशिश इस स्पीड को 110 किमी प्रति घंटे से बढ़ाकर 130 करने की है. इसके लिए सबसे जरूरी है कि ट्रैक को इसी स्पीड के हिसाब से तैयार किया जाए। इसकी शुरुआत अजमेर डिविजन में की गई थी, जिसका ट्रायल पूरी तरह से सफल रहा है, अब बाकी सेक्शन को भी इसी तर्ज पर अजमेर से दिल्ली तक अपग्रेड किया जाएगा।

हरियाणा: 57 कैदियों को समय से पहले रिहाई   

हरियाणा: 57 कैदियों को समय से पहले रिहाई   

सुरेश ओबेरॉय   

चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने कैदियों के लिए एक अच्छी खबर दी है। हरियाणा की जेलों में उम्रकैद काट रहे 57 कैदियों को समय से पहले ही रिहाई मिल सकती है। यह वे कैदी हैं, जो संगीन मामलों में उम्रकैद की सजा काट रहे हैं।

अच्छे आचरण को देखते हुए लिए गया फैसला

पिछले कई सालों से इनके अच्छे आचरण को देखते हुए हरियाणा सरकार की राज्य स्तरीय कमेटी ने इन कैदियों को समय पूर्व रिहाई देने की संभावनाओं पर विचार विमर्श किया। कमेटी अपनी सिफारिश मुख्यमंत्री मनोहर लाल को भेजेगी, जिसके बाद इन कैदियों की समय पूर्व रिहाई पर निर्णय हो सकता है। 

मुख्यमंत्री के स्तर पर लिया जाएगा निर्णय

मुख्यमंत्री के स्तर पर निर्णय लिया जाएगा कि इनमें से कितने कैदियों को समय पूर्व रिहाई का लाभ मिलता है और कितनों को नहीं। संविधान में भी इस तरह के नियम हैं कि उम्रकैद वाले कैदियों की सजा को कम किया जा सकता है। सरकार के पास भी ऐसे अधिकार हैं। इसीलिए स्टेट लेवल की कमेटी बनाई हुई है। 

कमेटी के चेयरमैन और जेल मंत्री की अध्यक्षता में बैठक

शुक्रवार को कमेटी के चेयरमैन और जेल मंत्री रणजीत सिंह चौटाला की अध्यक्षता में हुई बैठक में इन कैदियों के आचरण पर चर्चा की गई। बैठक में कमेटी सदस्यों के रूप में गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद, जेल विभाग के महानिदेशक मोहम्मद अकील व कानूनी सलाहकार हरियाणा के जेल मंत्री रणजीत सिंह चौटाला उम्रकैद की सजा काट रहे अच्छे आचरण वाले कैदियों की रिहाई पर अधिकारियों के साथ चर्चा करते हुए। (एलआर) नरेंद्र सूरा मौजूद रहे।

51 कैदियों की जल्द रिहाई पर मंथन

जेल विभाग की ओर से आईजी (जेल) जगजीत सिंह भी इस बैठक में उपस्थित रहे। बैठक के मुख्य एजेंडो में 51 कैदियों की जल्द रिहाई पर मंथन हुआ। इसी दौरान एडीशन एजेंडे के रूप में 6 और कैदियों को लेकर चर्चा हुई। कमेटी ने सभी 57 मामलों में एक-एक कर मंथन किया। अब कमेटी सिफारिश के साथ रिपोर्ट सरकार को भेजेगी।

सीटी स्कैन कराते समय एक महिला की मौत

सीटी स्कैन कराते समय एक महिला की मौत

इकबाल अंसारी

कोलकाता। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में एक प्राइवेट डायग्नोस्टिक सेंटर में सीटी स्कैन कराने आई महिला की मौत के बाद हड़कंप मच गया है। आरोप है कि महिला पेट के सीटी स्कैन के लिए एक निजी डायग्नोस्टिक सेंटर में आई थी। डॉक्टर के सुझाव के अनुसार, सलेमा को सीटी स्कैन से पहले ‘नॉन-आयनिक कंट्रास्ट’ दिया गया था। हालांकि, दवा लगाने के कुछ देर बाद महिला बीमार पड़ गई और उसकी मौत हो गई।

यह घटना कोलकाता के हाजरा इलाके के एक निजी डायग्नोस्टिक सेंटर में हुई। इस घटना की जानकारी मिलते ही बालीगंज थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। बताया जा रहा है कि इस घटना के बाद कई लोग डरे हुए हैं। लेकिन ऐसा क्यों हुआ ये सवाल उठने लगा है। साउथ कोलकाता में ऐसी घटनाएं सुनकर कई लोग हैरान हैं। पुलिस को क्या मिली जानकारी पुलिस सूत्रों के मुताबिक, मृत महिला का नाम सलेमा बीबी (47) है। वह सरशुना के वासुदेवपुर इलाके का रहने वाली हैं। वह पेट का सीटी स्कैन कराने के लिए हाजरा के निजी डायग्नोस्टिक सेंटर में आई थी।

‘नॉन-आयनिक कंट्रास्ट’ देने के बाद बिगड़ी महिला की तबीयत

प्राप्त जानकारी के अनुसार सलेमा को सीटी स्कैन से पहले ‘नॉन-आयनिक कंट्रास्ट’ दिया गया था. परीक्षा केंद्र के प्राधिकारी ने पुलिस को सूचित किया। हालांकि, दवा लगाने के कुछ देर बाद महिला बीमार पड़ गई। उनका रक्तचाप तेजी से गिरने लगा और इसके बाद महिला की जांच केंद्र में ही मौत हो गई।

इस घटना से उनके परिजन आक्रोशित हो गये। हालांकि, बाद में परिजन शव लेकर लौट आए, हालांकि इस बाबत अभी तक कोई पुलिस शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है। लेकिन इस घटना को लेकर मेडिकल जगत में काफी चर्चा है। डॉक्टरों का मानना ​​है कि महिला की मौत ‘एनाफिलेक्टिक शॉक’ के कारण हुई है। डॉक्टरों का कहना है कि नॉन-आयनिक कंट्रास्ट देने के बाद महिला को गंभीर एलर्जी हो गई और उसी से बाकी सब घटित होता हुआ प्रतीत होता है। उस एलर्जी की वजह से महिला का खून और उसकी नसों में मौजूद प्लाज्मा बाहर आ गया। उनकी मृत्यु नसों में खून की कमी के कारण हुई।

महिला की मौत से मचा हड़कंप

कई डॉक्टरों के अनुसार, एनाफिलेक्टिक शॉक तब होता है जब शरीर में अधिकांश रक्त वाहिकाएं फैल जाती हैं। इसकी वजह से शरीर का रक्तचाप सामान्य से काफी नीचे चला जाता है। नतीजतन, शरीर के अंगों में रक्त की आपूर्ति बाधित हो जाती है और अपंग होने लगा। डॉक्टर का कहना है कि ये बेहद दुर्लभ घटना है। लेकिन जब होता है, तो डॉक्टरों को कुछ करने का मौका ही नहीं मिलता। फलतः मरीज मौत हो जाती है। कुछ दिन पहले कोलकाता में एक और इसी तरह की घटना घट चुकी है।

अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली

अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली   

इकबाल अंसारी   

मुंबई। नेशनल कांग्रेस पार्टी के नेता अजित पवार ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में राजभवन में महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ली। महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा उलटफेर देखने को मिल रहा है और शरद पवार की एनसीपी टूट के कगार पर पहुंच गई है। महाराष्ट्र विधानसभा में विपक्ष के नेता के पद से इस्तीफे की पेशकश करने वाले अजित पवार ने (रविवार) अपने आवास पर समर्थक विधायकों के साथ बैठक की और इसके बाद 17 विधायकों के साथ शिंदे सरकार को समर्थन देने के लिए राजभवन रवाना हो गए।

सूत्रों के अनुसार, महाराष्ट्र में एनसीपी की ओर से अजित पवार को मिलाकर कुल 5 से ज्यादा मंत्री शपथ ले सकते हैं। मंत्री बनने वालों में हसन मुशरीफ, छगन भुजवल, अनिल पाटिल, दिलीप पाटिल, अदिति तटकरे आदि का नाम शामिल है।

नम्रता का ग्लैमरस देख फैंस की धड़कनें तेज 

नम्रता का ग्लैमरस देख फैंस की धड़कनें तेज 

कविता गर्ग   

पटना। भोजपुरी इंडस्ट्री की हसीना नम्रता मल्ला का ग्लैमरस अंदाज देखकर सोशल मीडिया पर फैंस की धड़कनें तेज हो जाती हैं। सिर्फ सिजलिंग तस्वीरों से ही नहीं, बल्कि नम्रता मल्ला का डांस भी इतना कमाल का होता है, जिसे देखकर अक्सर निगाहें हटाना लोगों के लिए मुश्किल हो जाता है। एक बार फिर नम्रता मल्ला ने अपने लेटेस्ट फोटोशूट से इंटरनेट का टेम्प्रेचर हाई कर दिया है। इन तस्वीरों में एक्ट्रेस ब्लू ब्रालेट पहनकर पोज देती हुई नजर आ रही हैं। नम्रता मल्ला ने अपना लेटेस्ट फोटोशूट इंस्टाग्राम पर शेयर किया है। एक ओर जहां काउच पर बैठकर नम्रता मल्ला सिजलिंग पोज देती दिखी हैं, वहीं दूसरी ओर इस पॉपुलर हसीना के कातिलाना एक्सप्रेशंस भी दिल लूटने के लिए काफी है। नम्रता मल्ला ने इस ग्लैमरस लुक के साथ बालों को ओपन रखा और सटल मेकअप से रूप को निखारा है।

नम्रता मल्ला का स्टाइल शुरुआत से बिल्कुल एक जैसा ही है, हालांकि गले में लॉक वाले नेकपीस ने लोगों का ध्यान जरूर खींचा है। भोजपुरी इंडस्ट्री का जाना-माना नाम नम्रता मल्ला की इन तस्वीरों को देखने का फैंस बेसब्री से इंतजार भी करते हैं। सिजलिंग अदाएं दिखाने के लिए जितना नम्रता मल्ला को फैंस का प्यार मिलता है, वहीं कुछ यूजर्स एक्ट्रेस को जमकर ट्रोल भी करते हैं।

ये पॉपुलर हसीना जितना स्टाइल के लिए लोगों की तारीफ हासिल करती हैं, वहीं फिटनेस भी काफी लाजवाब है। इंस्टाग्राम पर 2 मिलियन का आंकड़ा छू चुकीं नम्रता मल्ला की तस्वीरें, रील्स और वीडियो आते ही सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगता है। नम्रता मल्ला भी अपने स्टाइल को लेकर नए-नए एक्सपेरिमेंट्स करती नजर आ जाती हैं। लुक इंडियन हो या फिर वेस्टर्न, सिजलिंग अंदाज, भरपूर ग्लैमर और कातिलाना एक्सप्रेशंस दिखाकर एक्ट्रेस उसे खास बना देती है। डांसर और एक्ट्रेस नम्रता मल्ला का साड़ी लुक भी काफी वायरल हुआ था।

23 साल बाद हत्या आरोपी गिरफ्तार किया

23 साल बाद हत्या आरोपी गिरफ्तार किया

दुष्यंत टीकम   

सूरत। कहते हैं ना कि कानून के हाथ बहुत लंबे होते हैं। अपराधी चाहे लाख कोशिश कर ले लेकिन वह पकड़ा ही जाता है। इस कहावत को सूरत पुलिस ने चरितार्थ कर दिखाया है। दरअसल, सूरत पुलिस ने 23 साल से हत्या के मामले में फरार चल रहे एक आरोपी को मथुरा के नन्दगांव से गिरफ्तार किया है। पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए अपराधी साधु का भेष धारण करके रह रहा था। उसे मथुरा के एक आश्रम से गिरफ्तार करने के लिए खुद सूरत पुलिस को भी साधु और पुजारी जैसा भेष धारण करना पड़ा। आरोपी का नाम पदम उर्फ राकेश पांडा है।

दरअसल, इन दिनों सूरत पुलिस द्वारा वांटेड अपराधियों की सूची तैयार कर उन्हें पकड़ने की मुहिम चलाई जा रही है। खासकर उन्हें तलाशा जा रहा है जो लंबे समय से पुलिस की लिस्ट में वांटेड चल रहे हैं। ऐसे वांटेड अपराधी जिन पर पुलिस ने इनाम भी घोषित किए हैं। पुलिस की गिरफ्त में आए पदम उर्फ राकेश पांडा पर भी पुलिस ने 45 हजार का इनाम रखा था।

जानकारी के मुताबिक, पदम उर्फ राकेश पांडा ने साल 2001 में सूरत के रहने वाले विजय साचीदास नामक शख्स की हत्या कर दी थी। वो भी सिर्फ इसलिए क्योंकि वह उसकी कथित गर्लफ्रेंड के घर आता-जाता था। पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए पदम उर्फ राकेश पांडा मथुरा पहुंच गया था और वहां उसने साधु का भेष धारण कर लिया। फिर मथुरा के नंद गांव में स्थित कुंजकुटी आश्रम में साधु बनकर रहने लगा। उसने अपने बाल और दाढ़ी भी बढ़ा ली ताकि कोई उसे पहचान न सके।

सूरत पुलिस की प्रिवेन्टिव ऑफ क्राइम ब्रांच की टीम ह्यूमन सर्वेलान्स तथा अन्य रिसोर्सेज के आधार पर मूलतः उड़ीसा के गंजाम जिले के रहनेवाले इस हत्यारे को गिरफ्तार करने के लिए मथुरा के कुंजकुटी आश्रम पहुंची। उसे गिरफ्तार के लिए पुलिस ने खुद साधु और पुजारी जैसा भेष धारण किया। फिर दो दिन की कड़ी मशक्कत के बाद आरोपी को गिरफ्तार किया गया।

सूरत के पुलिस कमिश्नर अजय कुमार तोमर ने बताया कि सूरत शहर एक औद्योगिक शहर है। यहां देश के अन्य राज्यों से लोग रोजगार के लिए आते हैं। जिनमें कुछ अपराधी किस्म के लोग भी शामिल होते हैं। मूलतः उड़ीसा गंजाम जिले का रहने वाला पदम उर्फ राकेश पांडा सूरत में भजिया बनाने का काम करता था। साल 2001 में आरोपी पदम उर्फ राकेश पांडा सूरत शहर के उधना इलाके के शांतिनगर सोसायटी में किराए पर रहता था। उसका अपने पड़ोस में रहने वाली एक महिला से अफेयर था। विजय शांतिदास नाम का शख्स भी अक्सर उस महिला के घर आता-जाता था।

आरोपी पदम उर्फ राकेश पांडा को यह सब पसंद नहीं था। इसलिए उसने 3 सितंबर 2001 के दिन अन्य दोस्तों के साथ मिलकर विजय का अपहरण कर लिया। फिर उसे उधना खाड़ी के किनारे ले जाकर गला दबाकर हत्या कर डाली। इसके बाद शव को नाले में फेंककर सभी आरोपी फरार हो गए थे।

अमरनाथ: 7,900 श्रद्धालुओं ने किए दर्शन

अमरनाथ: 7,900 श्रद्धालुओं ने किए दर्शन 

अकाशुं उपाध्याय   

श्रीनगर। जय बाबा बर्फानी और बम-बम भोले के जयघोष के बीच शनिवार को श्री अमरनाथ की पवित्र गुफा में तकरीबन 7,900 श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। बता दें कि बाबा के दरबार में भक्तों के जोश से पूरा माहौल शिवमय बना रहा।

शनिवार तड़के बालटाल और पहलगाम रूट से पवित्र गुफा के लिए 5,600 श्रद्धालुओं को रवाना किया गया था। बाकी श्रद्धालु हेलीकॉप्टर से पहुंचे थे। यात्रा मार्ग के चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा बल निगरानी कर रहे हैं। इस बार यात्रा 62 दिन की होगी जो 31 अगस्त को समाप्त होगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमरनाथ यात्रा को देश की विरासत का दिव्य और भव्य स्वरूप बताते हुए कहा, मेरी कामना है कि बाबा बर्फानी के आशीर्वाद से सभी श्रद्धालुओं के जीवन में नए उत्साह एवं नई ऊर्जा का संचार हो, साथ ही अमृतकाल में हमारा देश संकल्प से सिद्धि की ओर तेजी से आगे बढ़े। जय बाबा बर्फानी।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अमरनाथ यात्रियों को शुभकामनाएं दी हैं। उन्हंने कहा कि अमरनाथ यात्रा सनातन संस्कृति की अटूट परंपरा व मान्यताओं का प्रतीक है। आधार शिविर संगम के पास हादसे के शिकार हुए एक यात्री की सैन्य जवानों जान बचाई है। जैसे ही वह गुफा की ओर रवाना हुआ था गिर गया। उसे जवानों ने निकालकर अस्पताल पहुंचाया।

25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट

25 मई को खुलेंगे 'हेमकुंड साहिब' के कपाट पंकज कपूर  देहरादून। हेमकुंड साहिब के कपाट आगामी 25 मई को खोले जाएंगे। इसके चलते राज्य सरका...