शुक्रवार, 10 फ़रवरी 2023

हार की कगार पर खड़ी आस्ट्रेलिया, नया पैंतरा दिखाया 

हार की कगार पर खड़ी आस्ट्रेलिया, नया पैंतरा दिखाया 

इकबाल अंसारी 

नई दिल्ली। पहले टेस्ट मैच में तकरीबन हार की कगार पर आकर खड़ी हुई आस्ट्रेलिया ने नया पैंतरा दिखाते हुए पहली पारी में 5 विकेट लेकर उसकी टीम की कमर तोड़ने वाले रविंद्र जडेजा पर गंभीर आरोप जड़ दिए। जांच में जब यह आरोप झूठे पाए गए, तो ऑस्ट्रेलिया मुंह छुपाते हुई दिखाई दे रही हैं। दरअसल, नागपुर में खेले जा रहे पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मैदान पर वापसी करने वाले भारतीय स्पिनर रविंद्र जडेजा ने 5 विकेट झटकते हुए ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम की कमर तोड़ दी थी, जिसके चलते 177 रन पर सिमटी ऑस्ट्रेलिया की टीम ने मैच समाप्ति के बाद रविंद्र जडेजा पर आरोप जड़ते हुए उनकी गेंदबाजी को बॉल टेंपरिंग जोड़ने की कोशिश की।

ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने रविंद्र जडेजा के एक वीडियो पर सवाल खड़े किए थे। जिसमें वह भारतीय तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज के हाथ से लेकर कुछ अपनी गेंदबाजी करने वाली अंगुली पर लगा रहे थे। टीम इंडिया ने मैच रेफरी को बताया कि रविंद्र जडेजा अपनी उंगली पर दर्द निवारक क्रीम लगा रहे थे। 15 ओवर की गेंदबाजी के बाद रविंद्र जडेजा के हाथ में दर्द होने लगा था इसके बाद उन्होंने दर्द से राहत पाने के लिए क्रीम का इस्तेमाल किया।

उल्लेखनीय है कि ऑस्ट्रेलिया का यह पहला मौका नहीं है। जब उसने भारतीय खिलाड़ियों या भारतीय टीम पर झूठे आरोप लगाए हैं। इससे पहले भी वर्ष 2008 में भारतीय टीम जब ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर थी तो सिडनी में हुए मैच के दौरान हरभजन सिंह एवं एंड्रयू सायमंड्स के बीच बहस हो गई थी। इसके बाद साइमंड ने हरभजन पर आरोप लगाए कि उन्होंने उसे मंकी कहा है। ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने इसे लेकर जमकर बवाल किया और हरभजन पर तीन मैच का प्रतिबंध लगवाने में कामयाब हो गए। बाद में सिविल कोर्ट तक पहुंचे। इस मामले में हरभजन सिंह निर्दोष साबित हुए।

फिल्म 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' फिर से रिलीज 

फिल्म 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' फिर से रिलीज 

कविता गर्ग 

मुंबई। बॉलीवुड के किंग खान शाहरुख खान और अभिनेत्री काजोल की ब्लॉकबस्टर फिल्म 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' (डीडीएलजे) फिर से रिलीज की जा रही है। यशराज बैनर तले बनीं आदित्य चोपड़ा निर्देशित फिल्म दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे (डीडीएलजे) भारतीय सिनेमा के इतिहास में सबसे लंबे समय तक चलने वाली फिल्म है। इस ब्लॉकबस्टर फिल्म में शाहरुख खान और काजोल ने मुख्य भूमिका निभाई थी। 

यश राज फिल्म्स ने इस बात की पुष्टि की है कि, इस साल वैलेंटाइन डे के अवसर पर, डीडीएलजे को पूरे भारत में व्यापक रूप से रिलीज किया जाएगा। वाईआरएफ के वितरण उपाध्यक्ष रोहन मल्होत्रा ने बताया, 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे (डीडीएलजे), सिनेमा के इतिहास में सबसे लंबे समय तक चलने वाली फिल्म है, जो अपनी ऐतिहासिक रिलीज के बाद से ही कई पीढ़ियों से, भारत और भारतीयों के लिए रोमांस का पर्याय बन गई है। 

दर्शकों और प्रशंसकों द्वारा हमें लगातार फिल्म के व्यापक प्रदर्शन के लिए अनुरोध किया जाता रहा है। जिससे वे बार-बार इस माइलस्टोन फिल्म को अपने दोस्तों और परिवार के साथ सिनेमाघरों में देख सकें। इस साल वैलेंटाइन डे के मौके पर हम उनकी ये ख्वाहिश पूरी कर रहे हैं। 10 फरवरी से पूरे भारत में, डीडीएलजे को केवल एक सप्ताह के लिए प्रदर्शित किया जाएगा। बताया जा रहा है कि डीडीएलजे को मुंबई, पुणे, अहमदाबाद, सूरत, वडोदरा, गुड़गांव, फरीदाबाद, लखनऊ, नोएडा, देहरादून, दिल्ली, चंडीगढ़, कोलकाता, गुवाहाटी, बेंगलुरु, हैदराबाद, इंदौर, चेन्नई, वेल्लोर और त्रिवेंद्रम सहित भारत के 37 से अधिक शहरों में रिलीज किया जाएगा। 

शुरुआती कारोबार, घाटे में नजर आए कंपनियों के शेयर

शुरुआती कारोबार, घाटे में नजर आए कंपनियों के शेयर

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। अडाणी समूह की ज्यादातर कंपनियों के शेयर शुक्रवार को शुरुआती कारोबार में घाटे में नजर आए। वहीं वित्तीय सूचकांक प्रदाता एमएससीआई ने अपनी समीक्षा के बाद अपने सूचकांक में चार कंपनियों के भार में कटौती की, जिसके बाद समूह की प्रमुख कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज के शेयर 10 प्रतिशत गिए गए। बाजार में मिले-जुले रुख के बीच, अडाणी समूह की लगभग सात कंपनियां लाल निशान में कारोबार कर रही थीं, जबकि अन्य तीन कंपनी हरे निशान पर कारोबार कर रही थी।

अडाणी एंटरप्राइजेज के शेयर 10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 1,734.60 रुपये प्रति शेयर पर थे, जो बीएसई पर उसका निचला स्तर है। कंपनी का बाजार पूंजीकरण शुरुआती कारोबार में घटकर 2.14 लाख करोड़ रुपये रह गया। शुरुआती कारोबार में, अडाणी पावर का शेयर पांच प्रतिशत गिरकर इसके निचले स्तर 164.30 रुपये प्रति शेयर रह गया।

इसी तरह अडाणी ट्रांसमिशन, अडाणी ग्रीन एनर्जी और अडाणी टोटल गैस भी शुरुआती कारोबार में पांच-पांच प्रतिशत की गिरावट के साथ कारोबार कर रही थीं। एनडीटीवी के शेयर 2.56 प्रतिशत गिरकर 211 रुपये पर और एसीसी के शेयर 0.84 प्रतिशत गिरकर 1,900.35 रुपये पर कारोबार कर रहे थे। हालांकि, अडाणी समूह की तीन कंपनियां- कंपनियां-अडाणी पोर्ट्स और स्पेशल इकोनॉमिक जोन, अंबुजा सीमेंट्स और अडाणी विल्मर हरे निशान में कारोबार कर रही थीं। अडाणी पोर्ट्स और स्पेशल इकोनॉमिक जोन का शेयर 1.98 प्रतिशत बढ़कर 593.60 रहा, अंबुजा सीमेंट्स 1.09 प्रतिशत उछलकर 361.90 रुपये और अडाणी विल्मर का शेयर 1.10 प्रतिशत बढ़कर 445.15 रुपये पर पहुंच गया।

तीस शेयर वाला बीएसई सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 139.83 अंक या 0.23 प्रतिशत की गिरावट के साथ 60,666.39 अंक पर कारोबार कर रहा था। अमेरिका की शार्ट सेलिंग कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च के 24 जनवरी को अडाणी समूह के बारे में नकारात्मक रिपोर्ट जारी करने के बाद से समूह के शेयर में लगभग 9.4 लाख करोड़ रुपये या उनके कुल बाजार पूंजीकरण का लगभग 49 प्रतिशत घटा है।

एससी ने कंपनी 'गूगल' की याचिका को खारिज किया 

एससी ने कंपनी 'गूगल' की याचिका को खारिज किया 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को प्रौद्योगिकी कंपनी 'गूगल' की एक याचिका को खारिज कर दिया। इसमें न्यायालय के 19 जनवरी के आदेश में संशोधन की अपील की गई थी। न्यायालय ने कहा कि कंपनी राष्ट्रीय कंपनी विधि अपीलीय न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी) में अपनी अपील की सुनवाई के दौरान अपने मुद्दों को उठा सकती है।

प्रधान न्यायाधीश डी.वाई चंद्रचूड़ और न्यायमूर्ति पी.एस. नरसिम्हा व जे.बी. पारदीवाला की पीठ ने कहा कि वह 19 जनवरी के आदेश में ज्यादा से ज्यादा ‘बिना किसी पूर्वाग्रह के’ जोड़ सकती है और कुछ नहीं कर सकती। अमेरिका की कंपनी की ओर से पेश वरिष्ठ अधिवक्ता मनिंदर सिंह ने कहा कि 19 जनवरी के आदेश के कुछ अंशों को हटाए जाने की जरूरत है।

पीठ ने कहा कि आदेश खुली अदालत में दिया गया था और इसिलए कुछ भी स्पष्ट करने या संशोधित करने की जरूरत नहीं है। भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) की तरफ से पेश अधिवक्ता ने कहा कि गूगल एलएलसी की अपील एनसीएलएटी के समक्ष सुनवाई के लिए अगले सप्ताह सूचीबद्ध है और वे अपनी शिकायतें वहां रख सकते हैं।

शीर्ष अदालत ने 19 जनवरी के अपने आदेश में गूगल को झटका देते हुए एनसीएलएटी के उस आदेश को उचित ठहराया था जिसमें जिसमें प्रतिस्पर्धा नियामक द्वारा ‘एंड्रायड मोबाइल उपकरण पारिस्थतिकी तंत्र’ में अपनी दबदबे की स्थिति का कथित तौर पर दुरुपयोग करने के लिए इस अमेरिकी कंपनी पर लगाए गए 1,337 करोड़ रुपये का जुर्माना आदेश पर अंतरिम रोक लगाने से इनकार कर दिया गया था।

अंतरिक्ष अभियान ‘गगनयान' की तैयारी करेगा इसरो

अंतरिक्ष अभियान ‘गगनयान' की तैयारी करेगा इसरो

अकांशु उपाध्याय/इकबाल अंसारी 

नई दिल्ली/श्रीहरिकोटा। भारतीय अंतरीक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख एस सोमनाथ ने शुक्रवार को कहा कि इसरो वर्ष 2023 में कई अभियानों को शुरू करने के साथ अपने मानवयुक्त अंतरिक्ष अभियान ‘गगनयान’ की भी तैयारी करेगा। इसरो के मुताबिक, गगनयान परियोजना के तहत मानवयुक्त अंतरिक्षयान की क्षमता को दर्शाने के लिए तीन अंतरिक्ष यात्रियों को तीन दिनों के मिशन के तहत 400 किलोमीटर की कक्षा में भेजा जाएगा और फिर उन्हें सुरक्षित तरीके से हिंद महासागर में उतारा जाएगा।

उन्होंने कहा कि शुक्रवार को एलवी डी 2 के सफल प्रक्षेपण ने इस साल इसरो के व्यस्त कार्यक्रम को लय कायम कर दी है और इस साल के लिए कई धुव्रीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) और भू-स्थिर उपग्रह प्रक्षेपण यान (जीएसएलवी) से जुड़े अभियान निर्धारित किए गए। लघु उपग्रह प्रक्षेपण यान (एसएसएलवी) डी2 के सफल प्रक्षेपण के बाद उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि फिलहाल हम जीएसएलवी एमके-तीन के अगले प्रक्षेपण की तैयारी कर रहे हैं और एलवीएम 3 एम3 मिशन के तहत मध्य मार्च तक वनवेब इंडिया-2 का प्रक्षेपण होगा जिसमें 36 उपग्रह होंगे। एसएलवी प्रक्षेपण के तुरंत बाद इसरो ने पीएसएलवी सी 55 मिशन के प्रक्षेपण अभियान की शुरुआत कर दी।

यह प्रक्षेपण न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड (एनएसआईएल) के लिए होगा जो एक वाणिज्यिक प्रक्षेपण है। अन्य योजनाओं के तहत ‘रीयूजेबल प्रक्षेपण यान‘ का ‘लैंडिंग प्रदर्शन’ भी शामिल है। सोमनाथ ने कहा, ‘‘फिलहाल टीम चित्रदुर्ग स्थित केंद्र पर है। हमें उम्मीद है कि कुछ दिनों में शुरुआती तैयारी हो जाएगी और हम लैंडिंग प्रदर्शन करने में समर्थ होंगे।’’ उन्होंने कहा कि निसार (नासा-इसरो सार अभियान) की शुरुआत इस साल के अंत में की जाएगी।

लाखों करोड़ रुपये के नुकसान पर चिंता जताई: एससी

लाखों करोड़ रुपये के नुकसान पर चिंता जताई: एससी

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। अडानी ग्रुप मामले में शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट  ने भारतीय निवेशकों को हुए लाखों करोड़ रुपये के नुकसान पर चिंता जताई है। कोर्ट ने भविष्य में ऐसी स्थिति से बचने और व्यवस्था सुधार के लिए सेबी से सुझाव भी मांगे हैं। वहीं कोर्ट ने एक विशेषज्ञ कमेटी बनाने का भी संकेत भी दिया। इस मामले में सोमवार को फिर सुनवाई होगी। याचिकाकर्ता की तरफ से पेश वकील विशाल तिवारी ने कहा कि मैं जांच कमेटी बनाने की मांग कर रहा हूं। इसपर सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि मैं सेबी के लिए पेश हुआ हूं। कोर्ट जो सवाल करेगी, उसका जवाब दूंगा। सीजेआई ने कहा कि हमारी चिंता यह है कि हम भारतीय निवेशकों के हित कैसे सुरक्षित रख सकते हैं।

कहा- कि रिपोर्ट्स के हिसाब से निवेशकों का लाखों करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है और वह भी ऐसे कारण से जो भारत से बाहर का है। उन्होंने कहा कि अभी तुरंत इस पर कुछ कहना सही नहीं होगा, लेकिन हम कोर्ट की चिंता से सहमत हैं। सीजेआई ने कहा कि आप सोमवार को बताइए कि मौजूदा व्यवस्था क्या है और इसमें कैसे सुधार हो सकता है?

इस पर भी विचार करें कि क्या हम एक विशेषज्ञ कमेटी बना सकते हैं जिसमें जानकार लोग हों, कोई पूर्व जज भी हो। कहा कि सिर्फ धनी लोग निवेश नहीं करते, मध्यम वर्ग के लोग भी करते हैं। आप वित्त मंत्रालय, सेबी वगैरह से चर्चा कर हमें बताएं। कमेटी की बात हम तक पहुंचाने के लिए एमिकस क्यूरी की भी नियुक्ति कर सकते हैं। 

भाजपा के खिलाफ ‘वोटों की सुनामी’ आएगी: गठबंधन 

भाजपा के खिलाफ ‘वोटों की सुनामी’ आएगी: गठबंधन 

इकबाल अंसारी 

अगरतला। त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव लड़ रहे कांग्रेस-वाम गठबंधन का मानना है कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ ‘‘वोटों की सुनामी’’ आएगी, क्योंकि लोग सीमावर्ती राज्य में पांच साल से जारी ‘‘राजनीतिक हिंसा’’ से ‘‘निराश’’ हैं। कांग्रेस की त्रिपुरा इकाई के नेता सुदीप राय बर्मन ने दिए एक वीडियो साक्षात्कार में कहा कि गठबंधन प्रस्तावित ‘ग्रेटर टिपरालैंड’ राज्य की मांग का समर्थन नहीं करता। उन्होंने कहा कि उनको लगता है कि चुनाव के बाद के परिदृश्य में टिपरा मोथा का एक ‘‘व्यावहारिक दृष्टिकोण’’ होगा।

उन्होंने कहा, ‘‘ भाजपा के खिलाफ वोटों की सुनामी आएगी। लोग निरंतर हिंसा से तंग आ चुके हैं, जिसकी आड़ में सत्ताधारी पार्टी द्वारा किए गए कोई भी विकास कार्य नजर नहीं आते।’’ उन्होंने कहा, ‘‘ भाजपा सरकार ने हमें जंगलराज की तरह पेश किया, विपक्ष की आवाज का गला घोंटा, कानून का कोई शासन नहीं है... मेरी भविष्यवाणी है कि कांग्रेस-वाम गठबंधन चुनाव में जीत हासिल करेगा।’’

पांच बार के विधायक एवं राज्य के एक लोकप्रिय पूर्व मुख्यमंत्री के बेटे बर्मन 2016 में छह कांग्रेस विधायकों के साथ तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो गए थे। हालांकि ममत बनर्जी नीत पार्टी के राज्य पर अधिक ध्यान न देने का हवाला देते हुए वह एक साल बाद ही भाजपा में शामिल हो गए। ऐसा माना जाता है कि उनके समर्थकों के साथ उनके दलबदल ने 2018 विधानसभा चुनाव में भाजपा की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

राय राज्य में भाजपा नीत सरकार में स्वास्थ्य मंत्री भी रह चुके हैं। पिछले साल फरवरी में वह कांग्रेस में शामिल हो गए थे। उन्होंने कहा, ‘‘ हमारा मानना है कि इतनी अधिक संख्या में वोट हमारे पक्ष में पड़ेंगे कि अगर चुनाव में धांधली की कोशिश भी की जाए, तो भी कोई फायदा नहीं होगा। यहां तक कि अगर वे (भाजपा) किसी पार्टी (के विधायकों को) को तोड़ने में कामयाब भी हो जाते हैं, तो भी कोई फायदा नहीं होगा क्योंकि उनके पास संख्याबल होने की संभावना नहीं है... खरीद-फरोख्त यहां मुश्किल होगी, यहां के लोग राजनीतिक रूप से बहुत जागरूक हैं। ’’

त्रिपुरा के पूर्व शाही परिवार के वारिस द्वारा एक साल पहले शुरू की गई टिपरा मोथा पार्टी की ‘ग्रेटर टिपरालैंड’ की मांग पर बर्मन ने कहा, ‘‘ यह एक व्यावहारिक मांग नहीं है क्योंकि त्रिपुरा की सीमा तीन ओर से बांग्लादेश से लगती हैं, हम इस मांग का समर्थन नहीं करते हैं।’’ प्रस्तावित ‘ग्रेटर टिपरालैंड’ राज्य में विभिन्न राज्यों के हिस्से और यहां तक कि बांग्लादेश का एक हिस्सा भी शामिल है। बर्मन ने कहा कि स्वदेशी समुदाय के नेतृत्व को मांग करने का अधिकार है, हालांकि आदिवासी क्षेत्रों में अधिक विकास की मांग पूरी करने के कई तरीके हैं।

उन्होंने कहा, ‘‘ हमारे स्वदेशी लोगों में उन क्षेत्रों में विकास की रफ्तार को लेकर नाराजगी है जहां वे रहते हैं ... हमें लगता है कि संवैधानिक परिवर्तनों की जरूरत है।’’ बर्मन ने कहा कि संसद में लंबित 125वें संशोधन विधेयक के पारित होने से इस दिशा में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, ‘‘ इसके पारित होने का मतलब त्रिपुरा जनजातीय क्षेत्र स्वायत्त जिला परिषद (टीटीएएडीसी) को अधिक धन मिलेगा, त्रि-स्तरीय पंचायत प्रणाली, अधिक कार्यकारी शक्तियां सुनिश्चित होंगी और हम उन उपायों का समर्थन करने के लिए तैयार हैं।’’ राय प्रतिष्ठित अगरतला निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं।

त्रिपुरा की 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए 16 फरवरी को मतदान होगा और मतगणना दो मार्च को होगी। राज्य में कांग्रेस और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने मिलकर विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया है।

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया

हरियाणा-दिल्ली में पहली रैली को संबोधित किया  अकांशु उपाध्याय  नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को कांग्रेस पर अपना हमला तेज ...