शनिवार, 24 सितंबर 2022

उम्मीदवारों के बारे में टिप्पणी करने से परहेज करें 

उम्मीदवारों के बारे में टिप्पणी करने से परहेज करें 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने शनिवार को कहा कि पार्टी के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के बारे में टिप्पणी करने से पार्टी नेताओं को परहेज करना चाहिए। उन्होंने यह बात ऐसे समय कही है, जब पिछले दिनों पार्टी प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने अध्यक्ष पद के चुनाव में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का खुलकर समर्थन किया था और लोकसभा सदस्य शशि थरूर पर निशाना साधा था। वल्लभ के बयान बाद पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने नसीहत दी थी कि सभी प्रवक्ता उम्मीदवारों के संदर्भ में टिप्पणी से परहेज करें।

सिंघवी ने ट्वीट किया, जयराम रमेश से पूरी तरह सहमत हूं। कांग्रेस के साथियों को पार्टी के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ने वालों पर टिप्पणी करने से बचना चाहिए। हमें निष्पक्ष सोच वाली अभिव्यक्ति की लोकतांत्रिक स्वतंत्रता को बनाए रखना चाहिए। पार्टी ने हमेशा इसकी पैरोकारी की है। कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में अशोक गहलोत और शशि थरूर के बीच मुकाबले की बढ़ती संभावना के बीच पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने बृहस्पतिवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री का खुलकर समर्थन किया था।

गौरव वल्लभ ने इसके साथ ही थरूर को आड़े हाथों लेते हुए कहा था कि उन्होंने पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी के अस्पताल में भर्ती रहने के दौरान उन्हें पत्र लिखकर उन (वल्लभ) जैसे कार्यकर्ताओं को कष्ट पहुंचाया और इसलिए वह गहलोत का समर्थन करेंगे। इसके बाद रमेश ने पार्टी के प्रवक्ताओं एवं संचार विभाग के अन्य पदाधिकारियों से कहा था कि वे अध्यक्ष पद के उम्मीदवारों के बारे में किसी भी तरह की टिप्पणी से परहेज करें।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

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1. अंक-350, (वर्ष-05)

2. रविवार, सितंबर 25, 2022

3. शक-1944, आश्विन, कृष्ण-पक्ष, तिथि-पंचमी, विक्रमी सवंत-2079।

4. सूर्योदय प्रातः 06:20, सूर्यास्त: 06:25। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 21 डी.सै., अधिकतम-33+ डी.सै., उत्तर भारत में भारी बरसात की संभावना है।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

7.स्वामी, मुद्रक, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम व शिवांशु,(विशेष संपादक) श्रीराम व सरस्वती (सहायक संपादक) संरक्षण-अखिलेश पांडेय, ओमवीर सिंह, वीरसेन पवार, योगेश चौधरी आदि के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी। 

8. संपर्क व व्यवसायिक कार्यालय- चैंबर नं. 27, प्रथम तल, रामेश्वर पार्क, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102। 

9. पंजीकृत कार्यालयः263, सरस्वती विहार लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102

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 (सर्वाधिकार सुरक्षित)

शुक्रवार, 23 सितंबर 2022

गुप्ता ने गौवंशों को 4 कुंटल से अधिक चारा खिलाया

गुप्ता ने गौवंशों को 4 कुंटल से अधिक चारा खिलाया


सारथी वेलफेयर फाउंडेशन ने गौ वंश को चारा खिलाया

संस्था की सामाजिक कार्यों के प्रति दिन रात मेहनत जारी 

भानु प्रताप उपाध्याय 

बागपत। अपने समाजिक कार्यों से प्रसिद्ध सारथी वेलफेयर फाउंडेशन की अध्यक्ष वन्दना गुप्ता ने शुक्रवार को बावली रोड स्थित नगर पालिका आधीन गौशाला में जाकर गौवंशों को लगभग 4 कुंटल से अधिक हरा चारा खिलाया। सारथी वेलफेयर फाउंडेशन की अध्यक्ष वन्दना गुप्ता ने बताया कि वह समय समय पर अनेकों सामाजिक कार्य करती है। बताया की पिछले 3 वर्षों से उन्होंने वृक्ष रोपण, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ,बालिकाओं को निशुल्क सैनेट्री पैड बाट कर जागरूक, गौ वंशों की सेवा व अन्य सामाजिक कार्यों द्वारा लोगो की सेवा की है।

इस मौके पर सारथी वेलफेयर फाउंडेशन के सदस्य रेशु जैन के पिता वीरेन्द्र कुमार जैन की पुण्य तिथि उन्हे श्रद्धांजलि भी दी। बताया कि उनके द्वारा किए गए कार्यों में सारथी वेलफेयर फाउंडेशन के साथियों जनप्रतिनिधियों के अलावा प्रशासनिक अधिकारियों का सहयोग रहा है। इस मौके पर सारथी वेलफेयर फाउंडेशन की अध्यक्ष वन्दना गुप्ता,देविकोर, हिमांशु अग्रवाल, अनिल अरोरा,शिवम राणा,नेहा जैन रेशु जैन नीलू जैन आदि का सहयोग रहा।

तिवारी द्वारा दायर याचिका पर 10 अक्टूबर को सुनवाई

तिवारी द्वारा दायर याचिका पर 10 अक्टूबर को सुनवाई

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने राजधानी दिल्ली में प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए एक जनवरी, 2023 तक सभी प्रकार के पटाखों के भंडारण, बिक्री और उपयोग पर प्रतिबंध लगाने के दिल्ली सरकार के फैसले के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद मनोज तिवारी द्वारा दायर एक याचिका पर 10 अक्टूबर को सुनवाई करने पर शुक्रवार को सहमति व्यक्त की। तिवारी ने कहा है कि जीने के अधिकार के बहाने धर्म की स्वतंत्रता को नहीं छीना जा सकता। उन्होंने इसके साथ ही यह भी अनुरोध किया है कि सभी राज्यों को यह निर्देश दिया जाए कि वे दीपावली जैसे आगामी त्योहारों के दौरान अनुमेय मात्रा में पटाखों की बिक्री या उसका इस्तेमाल करते पाये जाने वाले आम लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने जैसा कोई दंडात्मक कार्रवाई ना करें। याचिका प्रधान न्यायाधीश उदय उमेश ललित के नेतृत्व वाली पीठ के समक्ष तत्काल सुनवाई के लिए सूचीबद्ध हुई। पीठ ने कहा कि वह याचिका पर 10 अक्टूबर को सुनवाई करेगी।

शीर्ष अदालत ने पिछले साल स्पष्ट किया था कि पटाखों के इस्तेमाल पर कोई पूर्ण प्रतिबंध नहीं है और केवल बेरियम लवण वाले पटाखों की आतिशबाजी पर ही प्रतिबंध है। शीर्ष अदालत ने किसी भी चूक के लिए विभिन्न स्तरों पर शीर्ष अधिकारियों को ‘‘व्यक्तिगत रूप से जिम्मेदार ठहराये जाने’’ की चेतावनी देते हुए कहा था कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि उसके निर्देशों के बावजूद खुलेआम उल्लंघन हो रहा है।तिवारी ने अधिवक्ता अश्विनी कुमार दुबे के माध्यम से दायर अपनी याचिका में कहा है कि कई राज्य सरकारों और उच्च न्यायालयों ने 2021 में शीर्ष अदालत के रुख के विपरीत आदेश पारित किए और पटाखों पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया। याचिका में कहा गया है, ‘‘कई अलग-अलग आदेशों, निर्देशों और विचारों के साथ, लोगों के लिए यह समझना मुश्किल भरा है कि पटाखों की अनुमति दी गई है या नहीं जबकि इस अदालत ने इस पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने से इनकार दिया था।’’

याचिका में कहा गया है कि शीर्ष अदालत के स्पष्ट आदेशों के बावजूद कई राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों ने दीपावली त्योहार मनाये जाने के लिए उचित व्यवस्था सुनिश्चित नहीं की और प्राथमिकी दर्ज की और कर्फ्यू लगा दिये। इसमें कहा गया है, ‘‘मुख्य सचिवों, पुलिस आयुक्तों, पुलिस जिला अधीक्षकों, थाना प्रभारियों और अन्य लोगों ने अपने-अपने राज्य सरकारों के आदेशों का पालन करने के लिए उन आम लोगों के खिलाफ कार्रवाई की, जिन्हें पटाखा खरीदते समय पटाखों की सामग्री के बारे में बिल्कुल भी जानकारी नहीं थी।’’ याचिका में कहा गया है, ‘‘दीपावली जैसे त्योहारों के मौसम में इस तरह की गिरफ्तारी और प्राथमिकी की वजह से न केवल बड़े पैमाने पर समाज में एक बहुत बुरा संदेश गया है, बल्कि अनावश्यक रूप से लोगों में भय और गुस्सा पैदा हुआ है।’’

भ्रष्टाचार-परिवारवाद में शत-प्रतिशत अंक मिलने चाहिए

भ्रष्टाचार-परिवारवाद में शत-प्रतिशत अंक मिलने चाहिए

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को कहा कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) को भ्रष्टाचार और परिवारवाद में शत-प्रतिशत अंक मिलने चाहिए। महाराष्ट्र के पुणे में बारामती लोकसभा क्षेत्र में राकांपा पर तीखा हमला करते हुए वित्त मंत्री ने कहा कि इस पार्टी को परिवारवाद और भ्रष्टाचार में शत-प्रतिशत अंक मिलना चाहिए।

उन्होंने कहा कि बारामती में बेहतर काम और विकास किया जा सकता है जिससे यह क्षेत्र अभी तक दूर है। चुनाव में ईवीएम मशीनों का इस्तेमाल शुरू होने के बाद से सभी कुछ ठीक चल रहा है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्तााअ का पहला उद्देश्य यहां होने वाले फर्जी मतदान पर लगाम कसना होना चाहिए। यह छत्रपति शिवाजी महाराज की भूमि है और यहां किसी को कोई डर नहीं होना चाहिए। सीतारमण ने कहा “ मैं यहां अपनी पार्टी के लिए काम करने आयी हूं। हमारा उद्देश्य बारामती में भाजपा को मजबूत करना है। मैं केवल चुनाव के लिए बारामती में वादे नहीं कर रही हूं, बल्कि मेरे वादे 2024 से भी आगे के लिए हैं।”

'वसुधैव कुटुंबकम' की बात करता है, भारत: भागवत 

'वसुधैव कुटुंबकम' की बात करता है, भारत: भागवत 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत ने शुक्रवार को कहा कि वैश्विक बाजार की बात तो सब लोग करते हैं‌। लेकिन केवल भारत ही है, जो वैश्विक परिवार यानी वसुधैव कुटुंबकम की बात करता है और इसके लिए हम कार्य भी करते हैं। डॉ. भागवत ने संकल्प फाउंडेशन और पूर्व सिविल सेवा अधिकारी मंच द्वारा डॉ. अम्बेडकर अंतरराष्ट्रीय केन्द्र में आयोजित व्याख्यानमाला को संबोधित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि प्राचीनकाल से ही हमारा देश विविधता का देश रहा है। हमारी भूमि ऐसी है वो सबको देती है, भूमि अन्न, जल तो देती ही है, साथ ही संस्कार भी देती है। इसलिए भारत माता कहते हैं। हम इस भूमि के मालिक नहीं है, हम इसके पुत्र हैं। ये हमारी पुण्यभूमि है, कर्मभूमि है। हमारी एकता का सूत्र है संस्कृति और हम इसका प्रत्यक्ष आचरण करते हैं। हमें एक नहीं होना है, हम एक हैं। हमारे पूर्वजों ने ये सिखाया, बताया है। संस्कृति की सुरक्षा के लिए हमारे पूर्वजों ने बलिदान दिया है, लड़ाईयां लड़ी हैं। और हमारी पहचान ही भारत, पूर्वज, संस्कृति से हैं। हम इसे छोड़ेंगे नहीं। सभी पूजा, भाषा वाले लोगों में यह तीनों बातें होती हैं। पाश्चात्य देशों में नेशन का विकास और हमारे देश में राष्ट्र का विकास इसका क्रम एकदम अलग है। हमारा नेशनलिज्म नहीं है, न ही राष्ट्रवाद है। हमारी तो राष्ट्रीयता है।

व्याख्यानमाला के प्रथम सत्र की अध्यक्षता कर रहे प्रधानमंत्री के पूर्व प्रमुख सचिव और श्री राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष श्री नृपेन्द्र मिश्र ने कहा कि 36 वर्ष से संकल्प होनहार तथा जो विद्यार्थी साधन संपन्न नहीं हैं, उन्हें प्रोत्साहित कर रहा है। उनके कार्य के लिए साधुवाद। संकल्प व्यवसायिक नहीं, सेवाभाव से कार्य कर रही है।उन्होंने कहा कि संघ से प्रेरणा और जानकारी मिली है कि सामाजिक जीवन में भिन्न-भिन्न रूप से योगदान दे रहे लोग अलग-अलग कार्यं से जुड़कर देश के लिए काम कर सकते हैं। व्याख्यानमाला के द्वितीय सत्र में पंजाब केन्द्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. जगबीर सिंह विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। दूसरे सत्र में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के बारे में चर्चा हुई।

इस अवसर पर डॉ. मोहन भागवत ने दोनों विषयों पर उपस्थित श्रोताओं की जिज्ञासाओं का समाधान भी किया। संकल्प और पूर्व सिविल सेवा अधिकारी मंच द्वारा प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले इस विचार मंथन कार्यक्रम का यह आठवां संस्करण था। संकल्प फाउंडेशन के अध्यक्ष संतोष कुमार तनेजा ने व्याख्यानमाला की विस्तृत भूमिका रखी। पूर्व सिविल सेवा अधिकारी मंच के संयोजक पूर्व आईएएस डॉ. जी प्रसन्न कुमार ने आभार ज्ञापन प्रस्तुत किया और मंच संचालन केन्द्रीय हिंदी शिक्षण मंडल के उपाध्यक्ष अनिल शर्मा जोशी ने किया। व्याख्यानमाला के दौरान डॉ. भागवत ने संकल्प द्वारा संकलित पुस्तक भारतीय परिप्रेक्ष्य के अंग्रेजी संस्करण ‘इंडियन पर्सपेक्टिव’ का भी लोकार्पण किया।

इस पुस्तक में पूर्व के वर्षों में आयोजित व्याख्यानमाला में पधारे वक्ताओं के व्याख्यानों का संकलन किया गया, जिनमें डॉ. कृष्ण गोपाल, डॉ. मुरली मनोहर जोशी, गृह मंत्री अमित शाह, स्वर्गीय सुषमा स्वराज, स्वर्गीय अनिल माधव दवे सहित 12 प्रमुख वक्ताओं के व्याख्यान शामिल हैं। पुस्तक का संपादन केन्द्रीय हिंदी शिक्षण मंडल के उपाध्यक्ष अनिल शर्मा जोशी और समाजसेवी राजेन्द्र आर्य ने किया है। पुस्तक को प्रभात प्रकाशन द्वारा प्रकाशित किया गया है।

मोदी के तीसरे कार्यकाल को लेकर ऐलान किया

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